- Home
- देश
-
अलीगढ़ (उप्र) .अलीगढ़ पुलिस ने 39 वर्षीय महिला और उसकी बेटी के मंगेतर को करीब 48 घंटे की पूछताछ और परामर्श सत्र के बाद शुक्रवार देर रात रिहा कर दिया। महिला, अपनी बेटी के मंगेतर के साथ ही भाग गई थी। मनोहरपुर गांव की निवासी सपना देवी (39) और राहुल (25) को बुधवार शाम को गिरफ्तार किया गया, जब दोनों ने 10 दिन तक फरार रहने के बाद स्थानीय पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों इस बात पर अड़े थे कि उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया है और कोई भी सपना को उसके पति और बच्चों के पास वापस जाने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। शुक्रवार रात दोनों की रिहाई के बाद पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अमृत जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोनों वयस्क हैं और कानून में ऐसा कुछ भी नहीं है जो उन्हें अपना मन बदलने के लिए मजबूर करे। इसलिए हमने उन्हें रिहा करने का फैसला किया।'' दो दिन तक सपना देवी के पति जितेंद्र और उनके तीन बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ग्रामीणों और पड़ोसियों ने मंडराक पुलिस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया और उन पर वापस लौटने का दबाव बनाया। सपना के परिवार के सदस्यों ने संवाददाताओं से कहा कि अगर वह ‘‘अपने किए पर खेद व्यक्त करती है तो हम उसे माफ करने और स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।'' उसके परिवार ने मांग की कि अगर वह फिर भी नरम पड़ने से इनकार करती है तो ‘‘उसे पांच लाख रुपये और गहने वापस करने के लिए कहा जाना चाहिए जो वह कथित तौर पर भागते समय लेकर भाग गई थी।'' सपना के गांव मनोहरपुर के कई ग्रामीणों ने भी आरोप लगाया है कि राहुल का इस तरह की शरारती गतिविधियों का पिछला रिकॉर्ड रहा है।
-
नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल की शादी 18 अप्रैल 2025 को बड़ी धूमधाम और शाही अंदाज में हुई। यह समारोह राजधानी के ऐतिहासिक कपूरथला हाउस में आयोजित किया गया, जो कभी पंजाब के कपूरथला रियासत के महाराजा का आवास हुआ करता था।
विदाई से पहले भावुक हुए पिता, लेकिन छा गया डांस वाला अंदाजबेटी की विदाई किसी भी पिता के लिए एक भावुक क्षण होता है, फिर चाहे वह आम हो या खास। अरविंद केजरीवाल के लिए भी यह पल कुछ ऐसा ही रहा। लेकिन विदाई से पहले शादी के संगीत समारोह में केजरीवाल एक अलग अंदाज में नजर आए। पत्नी सुनीता के साथ केजरीवाल ने साउथ की सुपरहिट फिल्म ‘पुष्पा 2’ का गाना ‘अंगारों का अंबर सा लगता है मेरा सामी’ पर मंच पर डांस कर सभी को चौंका दिया। आमतौर पर गंभीर छवि में दिखने वाले केजरीवाल का यह मस्तीभरा अंदाज शायद ही पहले कभी किसी को देखने को मिला हो। केजरीवाल का ये डांस वीडियो सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहै है। उनके इस डांस परफॉर्मेंस को Big Day Dance ग्रुप ने कोरियोग्राफ किया और इंस्टाग्राम पर शेयर किया है।स्टार्टअप पार्टनर से की शादीहर्षिता केजरीवाल, अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल की बड़ी बेटी है। इन्होंने अपने बैचमेट और स्टार्टअप पार्टनर संभव जैन के साथ सात फेरे लिए। हर्षिता का जीवन केवल एक राजनेता की बेटी होने तक सीमित नहीं है। उन्होंने IIT दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। पढ़ाई के दौरान ही उनकी मुलाकात संभव जैन से हुई, जो अब उनके जीवनसाथी बन चुके हैं। यह रिश्ता सिर्फ प्यार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब दोनों ने साथ मिलकर एक हेल्थकेयर स्टार्टअप ‘Basil Health’ की भी शुरुआत की है।इस स्टार्टअप की नींव खुद हर्षिता के निजी अनुभवों पर आधारित है। अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स से जूझने के बाद उन्होंने इस दिशा में कुछ नया करने की ठानी। Basil Health का उद्देश्य ऑटोमेशन की मदद से लोगों को उनकी सेहत के मुताबिक कस्टमाइज्ड हेल्दी मील्स उपलब्ध कराना है—यानी एक ऐसा टेक-सपोर्टेड सिस्टम जो आपकी डाइट को आपकी बॉडी और जरूरतों के हिसाब से स्मार्टली डिज़ाइन करे।परिवार की बात करें तो हर्षिता के छोटे भाई पुलकित केजरीवाल भी IIT दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं।राजनीतिक दिग्गजों की मस्तीइस भव्य समारोह में आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी शरीक हुए। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी इस खास मौके पर मौजूद रहे। आमतौर पर राजनीतिक मंचों पर गंभीर चर्चा करने वाले ये नेता यहां अपने जीवनसाथियों के साथ संगीत में झूमते नजर आए। समारोह में राजनीति की गंभीरता को छोड़ सभी ने खुशी और मस्ती के पलों का आनंद लिया। -
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 20-25 अप्रैल के बीच अमेरिका दौरे पर रहेंगी, जहां वह कई बहुपक्षीय संवादों में भाग लेंगी। यह जानकारी वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई। वित्त मंत्री सीतारमण का यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं।
अमेरिका दौरे पर वित्त मंत्री सैन फ्रांसिस्को और वाशिंगटन डीसी जाएंगीमंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अपने अमेरिका दौरे पर वित्त मंत्री सैन फ्रांसिस्को और वाशिंगटन डीसी जाएंगी। सैन फ्रांसिस्को में, वित्त मंत्री सीतारमण स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के हूवर इंस्टीट्यूशन में ‘विकसित भारत 2047 की नींव’ विषय पर मुख्य भाषण देंगी, जिसके बाद एक फायरसाइड चैट सेशन होगा।वित्त मंत्री निवेशकों के साथ एक गोलमेज बैठक के दौरान प्रमुख फंड मैनेजमेंट फर्मों के शीर्ष सीईओ के साथ बातचीत करेंगीवित्त मंत्री निवेशकों के साथ एक गोलमेज बैठक के दौरान प्रमुख फंड मैनेजमेंट फर्मों के शीर्ष सीईओ के साथ बातचीत करेंगी, इसके अलावा सैन फ्रांसिस्को स्थित शीर्ष आईटी फर्मों के सीईओ के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगी। मंत्रालय ने कहा कि वह सैन फ्रांसिस्को में भारतीय प्रवासियों से जुड़े एक कार्यक्रम में भी भाग लेंगी और वहां बसे भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगी।बैठकों के साइडलाइन में वित्त मंत्री कई देशों के समकक्षों के साथ बैठक भी करेंगीवाशिंगटन डीसी में, वित्त मंत्री सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वसंतकालीन बैठकों, जी-20 वित्त मंत्रियों की दूसरी और केंद्रीय बैंक गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की बैठकों, विकास समिति के पूर्ण अधिवेशन, आईएमएफसी के पूर्ण अधिवेशन और जीएसडीआर बैठक में भाग लेंगी। इन बैठकों के साइडलाइन में वित्त मंत्री कई देशों के समकक्षों के साथ बैठक भी करेंगी, जिसमें अर्जेंटीना, बहरीन, जर्मनी, फ्रांस, लक्जमबर्ग, सऊदी अरब, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका का नाम शामिल है।वित्त मंत्री भारत-पेरू व्यापार मंच की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगीइसके अलावा वित्त मंत्री 26-30 अप्रैल के बीच पेरू का दौरा करेंगी। अपनी यात्रा के दौरान वित्त मंत्री पेरू के राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे और प्रधानमंत्री गुस्तावो एड्रियनजेन से मुलाकात करने के अलावा, पेरू के वित्त और अर्थव्यवस्था, रक्षा, ऊर्जा और खान मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। साथ ही, सीतारमण स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत कर सकती हैं। मंत्रालय ने कहा कि वित्त मंत्री भारत-पेरू व्यापार मंच की बैठक की भी अध्यक्षता करेंगी, जिसमें भारत और पेरू दोनों देशों के प्रमुख व्यापार प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। - जयपुर। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड (जेडी) वेंस 21 अप्रैल को भारत यात्रा पर आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए जयपुर में जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। वे चार दिन की भारत यात्रा पर रहेंगे, जिस दौरान ‘पिंक सिटी’ का भी भ्रमण करेंगे। उपराष्ट्रपति वेंस फिलहाल इटली में अपने परिवार के साथ हैं और सोमवार (21 अप्रैल) को भारत पहुंचेंगे। वह सबसे पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे, जिसके बाद उसी शाम जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। जयपुर एयरपोर्ट पर उनका रेड कार्पेट वेलकम किया जाएगा।वेंस 21 से 24 अप्रैल तक जयपुर में रहेंगेवेंस 21 से 24 अप्रैल तक जयपुर में रहेंगे। 22 अप्रैल की सुबह वह ऐतिहासिक आमेर किले का दौरा करेंगे, जहां उनका पारंपरिक राजस्थानी अंदाज में स्वागत किया जाएगा। वेंस और उनके परिवार को जोधपुरी साफा पहनाया जाएगा और राजस्थानी कठपुतली शो, लोक नृत्य, पारंपरिक भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम दिखाए जाएंगे।23 अप्रैल को आगरा जाकर ताजमहल का दीदार करेंगेइसके बाद वे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में होने वाले यूएस-इंडिया बिजनेस समिट में हिस्सा लेंगे और दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को लेकर अपना विजन साझा करेंगे। 23 अप्रैल को वे अमेरिकी वायुसेना के विशेष विमान से आगरा जाकर ताजमहल का दीदार करेंगे। वहां लगभग तीन घंटे रुकने के बाद वे दोपहर में फिर से जयपुर लौट आएंगे और उसी दिन जयपुर सिटी पैलेस भी देखेंगे।जयपुर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं24 अप्रैल की सुबह 6:30 बजे वे वाशिंगटन डीसी के लिए रवाना हो जाएंगे। जयपुर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिनमें राजस्थान पुलिस के सादे कपड़ों में अधिकारी, 20 गाड़ियों का काफिला और विशेष एम्बुलेंस शामिल हैं। आमेर किले को वेंस की यात्रा के दौरान ढाई घंटे के लिए आम जनता के लिए बंद रखा जाएगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर दिल्ली में वेंस की अगवानी करेंगे और उनके साथ आमेर किले की यात्रा में भी शामिल हो सकते हैं।वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा, बच्चे इवान, विवेक और मिराबेल समेत अन्य वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी भी होंगेबिजनेस समिट के बाद उपराष्ट्रपति वेंस राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े से भी मुलाकात करेंगे।वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा, बच्चे इवान, विवेक और मिराबेल समेत अन्य वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी भी होंगे। पिछले 13 वर्षों में यह पहली बार है जब कोई अमेरिकी उपराष्ट्रपति भारत का दौरा कर रहा है। इससे पहले 2013 में जो बाइडेन भारत आए थे।
-
नयी दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शक्ति विहार इलाके में शनिवार तड़के एक बहुमंजिला आवासीय इमारत के ढहने से 11 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन सेवा, दिल्ली पुलिस और अन्य बचावकर्मियों की टीम ने राष्ट्रीय राजधानी के मुस्तफाबाद इलाके में तड़के करीब तीन बजे ढही 20 साल पुरानी चार मंजिला इमारत के घटनास्थल पर 12 घंटे से अधिक समय तक बचाव कार्य चलाया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भूतल पर ‘‘दो-तीन दुकानों'' में हो रहे निर्माण कार्य के कारण इमारत ढह गई।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इमारत ढहने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और घटना पर दुख जताया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि नयी दुकान पर निर्माण कार्य के कारण यह इमारत ढह गई। उन्होंने चार से पांच अन्य इमारतों की गंभीर स्थिति पर भी चिंता जताई। एक अन्य निवासी सलीम अली ने कहा, ‘‘सीवर का गंदा पानी वर्षों से इमारतों की दीवारों में रिस रहा है। समय के साथ नमी के कारण ढांचे कमजोर होने से दीवारों में दरारें आ गई हैं।'' दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक बयान में कहा कि यह इमारत लगभग 20 साल पुरानी थी। -
नयी दिल्ली/ गंगा में बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार द्वारा वित्तपोषित एक अध्ययन में ‘‘जाल के लिए नकद'' योजना का प्रस्ताव किया गया है, जिसका उद्देश्य मछुआरों को उनके पुराने या छोड़े गए मछली पकड़ने वाले जाल देने के लिए प्रोत्साहित करना है। ये छोड़े गए, खोए हुए या फेंके गए सिंथेटिक जाल जलीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक गंभीर, दीर्घकालिक खतरा पैदा करते हैं। भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा पांच वर्षों में किया गया यह अध्ययन दीर्घकालिक संरक्षण पहल - स्वच्छ गंगा के लिए गंगा नदी बेसिन में जलीय प्रजातियों के संरक्षण एवं पारिस्थितिकी तंत्र के रखरखाव के लिए योजना और प्रबंधन- का हिस्सा है। व्यापक नदी और सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षणों के आधार पर, अध्ययन में मछली पकड़ने वाले जाल आदि उपकरणों में जलीय प्रजातियों के उलझने की 72 घटनाएं दर्ज की गईं - सक्रिय और परित्यक्त दोनों। शोधकर्ताओं ने नदी के किनारे हर पांच किलोमीटर पर मछली पकड़ने के उपकरण और सामग्री का दस्तावेजीकरण किया। सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के लिए 150 प्रमुख सूचनादाताओं के साक्षात्कार, मछुआरों के साथ 10 केन्द्रित समूह चर्चाएं तथा व्यक्तिगत अवलोकन का उपयोग किया गया। सबसे अधिक संख्या भारतीय फ्लैपशेल कछुए के फंसने की थी, जबकि घड़ियाल के फंसने की संख्या 11 थी। हालांकि, अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि ये आंकड़े वास्तविक पैमाने को कम दर्शाते हैं। छोड़े गए जालों को विघटित होने में 600 वर्ष तक का समय लग सकता है, तथा इनमें लंबे समय तक मछली, कछुए और अन्य नदी प्रजातियां फंसती रहती हैं। ये जैसे-जैसे विघटित होते हैं, माइक्रोप्लास्टिक में बदलते हैं, खाद्य श्रृंखला को प्रदूषित करते हैं और पानी की गुणवत्ता को और खराब करते हैं। पश्चिम बंगाल में प्रदूषण का स्तर विशेष रूप से गंभीर पाया गया, जहां एक ही सर्वेक्षण क्षेत्र में 4,600 से अधिक परित्यक्त जालों का दस्तावेजीकरण किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘नदी के निचले हिस्सों में मछली पकड़ने वाले जालों का सर्वाधिक संकेन्द्रण देखा गया, जिसमें पश्चिम बंगाल (4,690) सबसे आगे रहा, उसके बाद उत्तर प्रदेश (2,131), बिहार (1,194) और झारखंड (191) का स्थान रहा।'' लगभग 30 लाख मछुआरे अपनी आजीविका के लिए गंगा पर निर्भर हैं। इस समस्या से सीधे प्रभावित होने के बावजूद, अधिकांश मछुआरे परित्यक्त जाल से होने वाले दीर्घकालिक नुकसान से अनजान हैं। प्रस्तावित ‘‘जाल के लिए नकद'' योजना में मछुआरों को घिसे-पिटे या छोड़े गए जालों को निर्दिष्ट संग्रहण बिंदुओं पर जमा करने के लिए पुरस्कृत करने का सुझाव दिया गया है, जो संभवतः उचित मूल्य की दुकानों के मौजूदा नेटवर्क के माध्यम से प्रबंधित किए जा सकते है। जालों को फिर ब्लॉक-स्तरीय प्रसंस्करण इकाइयों में स्थानांतरित किया जाएगा और बाद में जिला स्तर पर समेकित किया जाएगा। सरकार द्वारा नियुक्त पहचाने गए पुनर्चक्रण साझेदार पुनर्चक्रण के लिए जालों को एकत्रित करेंगे।
इस मॉडल में बहु-हितधारक, बहु-स्तरीय दृष्टिकोण की आवश्यकता बतायी गई है, जो मजबूत नीतिगत उपायों द्वारा समर्थित हो। एकमुश्त भुगतान के अलावा, इस पहल में पुरस्कार-आधारित प्रणाली का प्रस्ताव है। जो मछुआरे जिम्मेदारी से जाल का उपयोग करते हैं, वे इस बदलने के लिए सब्सिडी वाली दरों का लाभ उठा सकते हैं - जिसकी बायोमेट्रिक पहचानपत्र के माध्यम से निगरानी की जाएगी। -
नयी दिल्ली. विश्व यकृत दिवस के अवसर पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रयासों की सराहना करते हुए तेल का सेवन कम करने और मोटापे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने जैसे छोटे कदम उठाने का आह्वान किया तथा फिट और स्वस्थ भारत के निर्माण पर बल दिया। हर साल विश्व यकृत दिवस मनाया जाता है जिसके तहत यकृत स्वास्थ्य और बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। इस वर्ष का इस दिवस का ध्येय वाक्य है:‘भोजन ही औषधि है।' मोदी ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया,‘‘विश्व यकृत दिवस को उपयुक्त खानपान एवं स्वस्थ जीवन जीने के आह्वान के साथ मनाने का सराहनीय प्रयास। तेल का सेवन कम करने जैसे छोटे कदम भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं। आइए, हम सब मिलकर मोटापे के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत का निर्माण करें।'' प्रधानमंत्री केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के उस पोस्ट का जवाब दे रहे थे कि जिसमें लोगों से खाद्य तेल के सेवन में कम से कम 10 प्रतिशत की कमी लाने तथा स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लेने की अपील की गयी थी। पहले भी, मोदी ने मोटापे को रोकने के लिए यही आह्वान किया था। नड्डा ने यह भी कहा, ‘‘आइए मोटापे और हमारे समाज पर इसके बढ़ते प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लें। साथ मिलकर हम ऐसे भविष्य की दिशा में काम करें जहां स्वस्थ जीवन शैली आदर्श हो तथा उसकी शुरुआत हम अपने खानपान से करें।'' उन्होंने कहा कि जब भोजन को दवा के रूप में लिया जाता है तो छोटे-छोटे बदलाव बड़े परिणाम ला सकते हैं।
-
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22-23 अप्रैल को सऊदी अरब के दौरे पर रहेंगे। उन्हें इस यात्रा का निमंत्रण क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने दिया है। 2016 और 2019 के बाद यह पीएम मोदी की सऊदी अरब की तीसरी यात्रा होगी।
वर्ष 2023 में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस नई दिल्ली की राजकीय यात्रा पर आए थे। उन्होंने G20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया था और भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता की थी।भारत और सऊदी अरब के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देशों के बीच सामाजिक-सांस्कृतिक और व्यापारिक संपर्कों का लंबा इतिहास है। रणनीतिक साझेदारों के रूप में, नई दिल्ली और रियाद राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संपर्कों सहित विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत द्विपक्षीय संबंध साझा करते हैं।प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की ओर से सऊदी अरब के द्विपक्षीय संबंधों दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है। यह दोनों देशों की बहुआयामी साझेदारी को अधिक गहरा और मजबूत बनाने के साथ-साथ आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी।पीएम मोदी की आगामी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब ईरान और अमेरिका अप्रत्यक्ष परमाणु वार्ता कर रहे हैं। आपको बता दें, उनकी यह यात्रा अगले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सऊदी अरब यात्रा से पहले हो रही है।उल्लेखनीय है, भारत और सऊदी अरब ने 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। 2010 में द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया। -
नई दिल्ली। भारत ने शनिवार को बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के एक प्रमुख नेता भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या की निंदा की। विदेश मंत्रालय ने इसे देश की अंतरिम सरकार के तहत अल्पसंख्यकों के ‘व्यवस्थित उत्पीड़न के पैटर्न’ का हिस्सा बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह घटना बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समूहों के खिलाफ लक्षित हिंसा की खतरनाक ट्रेंड को दर्शाती है।
जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हमने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक नेता भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या को व्यथित रूप से देखा। यह हत्या अंतरिम सरकार के तहत हिंदू अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न के पैटर्न का अनुसरण करती है, जबकि पिछली ऐसी घटनाओं के अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं।”प्रवक्ता ने कहा, “हम इस घटना की निंदा करते हैं और एक बार फिर अंतरिम सरकार को याद दिलाते हैं कि वह बिना कोई बहाना बनाए या भेदभाव किए, हिंदुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभाए।”बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष रॉय को गुरुवार शाम दिनाजपुर जिले में उनके घर से अगवा कर लिया गया। पुलिस और परिवार के अनुसार, उन्हें शाम करीब 4:30 बजे एक फोन आया, जिसके बाद चार अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर आए और उन्हें जबरन नाराबारी गांव ले गए।कथित तौर पर रॉय पर हमला किया गया और वे बेहोश पाए गए। उन्हें दिनाजपुर के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।भारत में विपक्षी नेताओं ने भी पड़ोसी देश में हुई इस घटना की निंदा की।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर भी हमले जारी हैं। हाल ही में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के बारे में बहुत ही निंदनीय और निराशाजनक टिप्पणी की। बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, मानवाधिकारों का उल्लंघन, 1971 के मुक्ति संग्राम की यादों को मिटाने की कोशिश, भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को कमजोर करने का प्रयास है। 1971 से लेकर आज तक भारत ने हमेशा बांग्लादेश के सभी लोगों के लिए शांति और समृद्धि की कामना की है। यही उपमहाद्वीप के सर्वोत्तम हित में है।” -
नयी दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी छिपे हुए नक्सलियों से यथाशीघ्र आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार 31 मार्च 2026 से पहले देश को नक्सलवाद के अभिशाप से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। शाह ने कहा कि कोबरा कमांडो और छत्तीसगढ़ पुलिस ने राज्य के बीजापुर जिले में संचालित विभिन्न अभियानों में आधुनिक हथियारों और विस्फोटक सामग्री के साथ 22 कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि सुकमा के बड़ेसेट्टी पंचायत में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिससे यह पंचायत पूरी तरह नक्सल-मुक्त हो गई है। शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘छिपे हुए नक्सलियों से मेरी अपील है कि मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति को अपनाकर यथाशीघ्र हथियार डालें और मुख्यधारा में शामिल हों। इकत्तीस मार्च 2026 से पहले हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए संकल्पित हैं।'' केंद्रीय गृहमंत्री ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि ‘‘सुकमा (छत्तीसगढ़) में अन्य 22 नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया, जिससे आत्मसमर्पण करने वालों की कुल संख्या बढ़कर 33 हो गई है।'' उन्होंने कहा, ‘‘नक्सलमुक्त भारत अभियान की दिशा में इस सफलता के लिए मैं सुरक्षा बल के जवानों और छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देता हूं।'' गृहमंत्री ने मध्य प्रदेश के नीमच में बृहस्पतिवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलवाद अब भारत के सिर्फ चार जिलों तक सीमित रह गया है। उन्होंने कहा, ‘‘नक्सलवाद भारत के सिर्फ चार जिलों तक सीमित रह गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि 31 मार्च 2026 तक देश से यह समस्या समाप्त हो जाएगी। सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) और सीआरपीएफ, विशेषकर इसकी कोबरा बटालियन देश से नक्सलवाद को खत्म करने में प्रमुख भूमिका निभा रही है।'' कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (कोबरा) सीआरपीएफ की एक विशेष इकाई है, जो गुरिल्ला और जंगल युद्ध, विशेष रूप से नक्सली खतरे से निपटने में, अपनी दक्षता के लिए जानी जाती है। शाह ने कहा कि सीआरपीएफ ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 400 से अधिक अग्रिम परिचालन चौकियां स्थापित की हैं और इसके कारण इन क्षेत्रों में हिंसा में 70 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है तथा ‘‘हम अब इसे समाप्त करने के करीब हैं।''
-
नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी-एनटीए ने आज सुबह संयुक्त प्रवेश परीक्षा-जेईई मेन 2025 के दूसरे सत्र के परिणाम जारी कर दिए हैं। इस बार, कुल 24 विद्यार्थियों ने 100 का परफेक्ट एनटीए स्कोर प्राप्त किया है। सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वालों में राजस्थान के मोहम्मद अनस और आयुष सिंघल, दिल्ली के दक्ष और हर्ष झा, पश्चिम बंगाल के देवदत्त माझी और महाराष्ट्र के आयुष रवि चौधरी शामिल हैं। कट-ऑफ के साथ परिणाम जेईई मेन की आधिकारिक वेबसाइट – जेईई मेन डॉट एनटीए डॉट एन आई सी डॉट आई एन jeemain.nta.nic.in पर उपलब्ध है।
इस परीक्षा में कुल 9 लाख 92 हजार 350 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें 6 लाख 81 हजार 871 महिलाएं और 3 लाख 10 हजार 479 पुरुष शामिल हैं।एनटीए ने 2 से 9 अप्रैल के बीच यह परीक्षा आयोजित की थी। इस वर्ष जेईई मेन 2025 दो सत्र में जनवरी और अप्रैल में आयोजित की गई थी। -
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को स्पष्टीकरण जारी करते हुए उन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया, जिसमें एक मई से राष्ट्रीय स्तर पर सैटेलाइट आधारित टोलिंग सिस्टम लागू करने की बात कही गई थी। सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि कुछ मीडिया हाउस की रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि एक मई से राष्ट्रीय स्तर पर सैटेलाइट आधारित टोलिंग सिस्टम लागू हो जाएगा और यह मौजूदा फास्टैग आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम को रिप्लेस करेगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सैटेलाइट आधारित टोलिंग सिस्टम एक मई से लागू करने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया हैमंत्रालय ने आगे कहा, “हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय या भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा सैटेलाइट आधारित टोलिंग सिस्टम एक मई से लागू करने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है।” टोल प्लाजा पर वाहनों की निर्बाध, बिना किसी परेशानी के आवाजाही को सक्षम करने और यात्रा के समय को कम करने के लिए चुनिंदा टोल प्लाजा पर ‘एएनपीआर-फास्टैग बेस्ट बैरियर-लैस टोलिंग सिस्टम’ लागू किया जाएगा।एडवांस टोलिंग सिस्टम के तहत वाहनों से टोल हाई परफॉर्मेंस वाले एएनपीआर कैमरा और फास्टैग रीडर्स के माध्यम से लिया जाएगा, जिसमें वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगीमंत्रालय ने बताया कि यह एडवांस टोलिंग सिस्टम ‘ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन’ (एएनपीआर) टेक्नोलॉजी, जिसमें नंबर प्लेट से वाहनों की पहचान की जाती है और ‘फास्टैग सिस्टम’, जो कि रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) पर काम करता है, दोनों का मिश्रण होगा। इस सिस्टम के तहत वाहनों से टोल हाई परफॉर्मेंस वाले एएनपीआर कैमरा और फास्टैग रीडर्स के माध्यम से लिया जाएगा, जिसमें वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।अगर वाहन चालक टोल पर भुगतान नहीं करते हैं तो उन्हें ई-नोटिस दिया जाएगा और उनका फास्टैग रद्द करने के साथ जुर्माना भी लगाया जा सकता हैमंत्रालय के मुताबिक, अगर वाहन चालक टोल पर भुगतान नहीं करते हैं तो उन्हें ई-नोटिस दिया जाएगा और उनका फास्टैग भी रद्द किया जा सकता है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है। भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पर करीब 855 प्लाजा हैं, जिनमें से 675 सरकारी हैं, जबकि 180 या उससे अधिक निजी ऑपरेटरों द्वारा मैनेज किए जाते हैं। इस महीने की शुरुआत में, एनएचएआई ने बढ़ती लागतों के कारण देश भर में राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के टोल शुल्क में औसतन 4 से 5 प्रतिशत की वृद्धि की थी। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ और भरत मुनि के ‘नाट्यशास्त्र’ को यूनेस्को के ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर’ में शामिल किए जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया। दरअसल, शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के जरिए जानकारी दी कि ‘गीता’ और ‘नाट्यशास्त्र’ को यूनेस्को के ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर’ में शामिल किया गया है।
गीता और नाट्यशास्त्र ने सदियों से सभ्यता और चेतना का पोषण किया हैकेंद्रीय मंत्री शेखावत के इसी पोस्ट का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने लिखा, ”समूचे विश्व में प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का क्षण। गीता और नाट्यशास्त्र को यूनेस्को के ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर’ में शामिल किया जाना हमारे शाश्वत ज्ञान और समृद्ध संस्कृति को वैश्विक मान्यता प्रदान किया जाना है। गीता और नाट्यशास्त्र ने सदियों से सभ्यता और चेतना का पोषण किया है। उनकी अंतर्दृष्टि दुनिया को प्रेरित करना जारी रखे हुए है।”भारत की सभ्यतागत विरासत के लिए एक ऐतिहासिक क्षणइससे पहले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”भारत की सभ्यतागत विरासत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण। श्रीमद्भगवद्गीता और भरत मुनि का नाट्यशास्त्र अब यूनेस्को के ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर’ में शामिल किया गया हैं। यह वैश्विक सम्मान भारत की शाश्वत बुद्धिमत्ता और कलात्मक प्रतिभा का जश्न मनाता है।”अब इस अंतर्राष्ट्रीय रजिस्टर में हमारे देश के 14 अभिलेख शामिल हो गए हैंउन्होंने आगे लिखा, ”ये कालातीत रचनाएं साहित्यिक खजाने से कहीं अधिक हैं, ये दार्शनिक और सौंदर्यपरक आधार हैं, जिन्होंने भारत के विश्व-दृष्टिकोण और हमारे सोचने, महसूस करने, जीने और अभिव्यक्ति के तरीके को आकार दिया है। इसके साथ ही, अब इस अंतर्राष्ट्रीय रजिस्टर में हमारे देश के 14 अभिलेख शामिल हो गए हैं।”मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर यूनेस्को की तरफ से शुरू किया गया एक प्रोग्राम है‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर’ यूनेस्को की तरफ से शुरू किया गया एक प्रोग्राम है, जिसका मकसद विश्वभर के महत्वपूर्ण दस्तावेजी विरासत को संरक्षित करना है। इसके साथ ही इसे आसानी से लोगों तक पहुंचाना होता है। इस कार्यक्रम की शुरुआत 1992 में हुई थी।विश्व धरोहर सम्मेलन 1972 में यूनेस्को द्वारा किया गया एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता हैसांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर के सम्मान और संरक्षण के लिए हर साल 18 अप्रैल को ‘विश्व धरोहर दिवस’ मनाया जाता है। विश्व धरोहर सम्मेलन 1972 में यूनेस्को द्वारा किया गया एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है। विश्व धरोहर सम्मेलन को दुनिया भर के देशों ने महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों की सुरक्षा के लिए अपनाया था।( -
नई दिल्ली। अगले महीने निर्धारित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन में एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री के शामिल होने के साथ ही भारत अपनी अंतरिक्ष यात्रा में एक निर्णायक अध्याय लिखने के लिए तैयार है। इसरो के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने जानकारी दी कि भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मई में एक्सिओम स्पेस के एएक्स-4 मिशन के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए उड़ान भरेंगे।
भारत के अंतरिक्ष विभाग के अनुसार, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के आने वाले महीनों की प्रमुख योजनाओं की समीक्षा के लिए आयोजित एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद यह घोषणा करते हुए केंद्रीय अंतरिक्ष मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह मिशन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) का दौरा करने वाले पहले भारतीय और राकेश शर्मा की 1984 की सोवियत सोयुज अंतरिक्ष यान की प्रतिष्ठित उड़ान के चार दशकों से अधिक समय बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री के तौर पर दर्ज किया जाएगा।भारत अपने अगले अंतरिक्ष कीर्तिमान के लिए तैयार हैडॉ. जितेंद्र सिंह ने आगामी मानव अंतरिक्ष उड़ान और इसरो के कई महत्वपूर्ण मिशनों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “भारत अपने अगले अंतरिक्ष कीर्तिमान के लिए तैयार है।” उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों के साथ सहयोग और गगनयान जैसी परियोजनाओं की रणनीतिक रफ्तार भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में एक वैश्विक लीडर बनने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।केंद्रीय विज्ञान एवं अंतरिक्ष मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि ये प्रयास न केवल वैज्ञानिक प्रकृति के हैं बल्कि एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप भी हैं।बैठक के दौरान, इसरो ने डॉ. जितेंद्र सिंह को जनवरी 2025 के बाद के कई महत्वपूर्ण घटनाक्रमों की जानकारी दी। इनमें आदित्य एल1 सौर मिशन से डेटा का सार्वजनिक विमोचन, डॉकिंग और अनडॉकिंग प्रौद्योगिकियों का सफल प्रदर्शन, भारत में विकसित उच्चतम थ्रस्ट लिक्विड इंजन का परीक्षण, और श्रीहरिकोटा से ऐतिहासिक 100वां प्रक्षेपण (जीएसएलवी-एफ15) शामिल हैं। आपको बता दें, इसरो ने कुंभ मेला 2025 जैसे राष्ट्रीय आयोजनों में सैटेलाइट-आधारित निगरानी के माध्यम से सहयोग दिया और विकास इंजन को सफलतापूर्वक पुन: आरंभ करने का प्रदर्शन किया, जो भविष्य के लॉन्च वाहन रिकवरी मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है।दरअसल, यह घोषणा आने वाले महीनों में महत्वाकांक्षी मिशनों की श्रंखला के लिए तैयार भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में तेजी से चल रही गतिविधियों के बीच आई है।अंतरिक्ष विभाग के सचिव और इसरो के अध्यक्ष नारायणन ने आने वाले दिनों के विभिन्न अंतरिक्ष मिशनों की स्थिति का विवरण देते हुए एक प्रस्तुति दी।आने वाले दिनों के भारत के विभिन्न अंतरिक्ष मिशनमई 2025 के लिए निर्धारित ग्रुप कैप्टन शुक्ला का मिशन भारत के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग में एक कीर्तिमान है। वह भारतीय वायुसेना के एक सम्मानित टेस्ट पायलट हैं जिन्हें इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम (एचएसपी) के तहत चुना गया था और वे भारत की पहली स्वदेशी मानवयुक्त आर्बिटल उड़ान, गगनयान मिशन के शीर्ष दावेदारों में से एक हैं।एएक्स-4 मिशन पर उनकी यात्रा से अंतरिक्ष उड़ान संचालन, लॉन्च प्रोटोकॉल, माइक्रोग्रैविटी अनुकूलन और आपातकालीन तैयारी में महत्वपूर्ण व्यावहारिक अनुभव मिलने की उम्मीद है – जो भारत की मानवयुक्त अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए आवश्यक है। इसका रणनीतिक महत्व शुक्ला के मिशन को खास बनाता है।भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान के प्रतीकात्मक महत्व के उलट इस बार ध्यान परिचालन तत्परता और वैश्विक एकीकरण पर है।इसरो अत्याधुनिक ईओएस-09 उपग्रह ले जाने वाले पीएसएलवी-सी61 मिशन को लॉन्च करेगामई से जुलाई 2025 के लिए निर्धारित बड़े मिशनों में, इसरो अत्याधुनिक ईओएस-09 उपग्रह ले जाने वाले पीएसएलवी-सी61 मिशन को लॉन्च करेगा। सी-बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार से लैस, ईओएस-09 सभी मौसम की स्थिति, दिन या रात में पृथ्वी की सतह की उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें लेने में सक्षम होगा। एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि टेस्ट व्हीकल-डी2 (टीवी-डी2) मिशन होगा, जिसे एक एबॉर्ट परिदृश्य का अनुकरण करने और गगनयान क्रू एस्केप सिस्टम का प्रदर्शन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस मिशन में क्रू मॉड्यूल के लिए समुद्री रिकवरी ऑपरेशन शामिल हैं, जो भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए नियोजित प्रक्रियाओं की नकल करता है।जून में बहुप्रतीक्षित निसार उपग्रह का जीएसएलवी-एफ16 पर प्रक्षेपण होगावहीं, जून में बहुप्रतीक्षित निसार उपग्रह का जीएसएलवी-एफ16 पर प्रक्षेपण होगा। नासा-इसरो का यह सहयोग नासा के एल-बैंड पेलोड को इसरो के एस-बैंड योगदान के साथ जोड़कर दोहरी-फ्रीक्वेंसी रडार डेटा के माध्यम से पृथ्वी के ईकोसिस्टम और प्राकृतिक खतरों का अध्ययन करना है।इसके अतिरिक्त जुलाई के लिए निर्धारित एलवीएम3-एम5 मिशन, न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के वाणिज्यिक कार्यक्रम के तहत ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 उपग्रहों को लॉन्च करते हुए, यूएसए की एएसटी स्पेसमोबाइल इंक. के साथ एक वाणिज्यिक अनुबंध को पूरा करेगा। -
नई दिल्ली। दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में आज शनिवार तड़के एक इमारत गिरने से चार लोगों की मौत हो गई और कई के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि यह घटना सुबह करीब 3 बजे हुई।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि आज सुबह दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक इमारत गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। उत्तर पूर्वी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप लांबा ने बताया कि 14 लोगों को बचा लिया गया है। लांबा ने कहा कि 14 लोगों को बचा लिया गया, लेकिन उनमें से चार की मौत हो गई। यह चार मंजिला इमारत थी, बचाव अभियान जारी है। अभी भी आठ से दस लोगों के फंसे होने की आशंका है।राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), पुलिस और डॉग स्क्वायड की टीमें मौके पर मौजूद हैं और राहत-बचाव का कार्य किया जा रहा है।चार मंजिला इमारत में 20 से 25 लोग रह रहे थे। अब तक 8 लोगों को बचा लिया गया है और उन्हें इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है। इमारत ढहने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है।डिवीजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया कि अग्निशमन विभाग को सुबह करीब 2:50 बजे एक कॉल मिली। उन्होंने कहा, ” हमें सुबह करीब 2:50 बजे एक घर ढहने की सूचना मिली। हम मौके पर पहुंचे और पाया कि पूरी इमारत ढह गई है और लोग मलबे में फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ, दिल्ली फायर सर्विस लोगों को बचाने के लिए काम कर रही है।”शुक्रवार रात राजधानी दिल्ली के मौसम में अचानक आए बदलाव के कुछ ही घंटों बाद घर ढहने की घटना हुई। ( -
नई दिल्ली। विश्व लीवर दिवस के अवसर पर आज शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी नागरिकों से संयमित खान-पान की आदतें अपनाने और स्वस्थ जीवनशैली को प्राथमिकता देने को कहा। छोटे लेकिन प्रभावी बदलावों के महत्व पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तेल का सेवन कम करने जैसे उपाय समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, इस #WorldLiverDay पर अपने खाने के तेल के सेवन को कम से कम 10% तक कम करने और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लें। जब हम भोजन को दवा की तरह इस्तेमाल करते हैं तो छोटे-छोटे बदलाव बड़े नतीजे दे सकते हैं।एक्स पोस्ट में उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान के जवाब में, आइए मोटापे और हमारे समाज पर इसके बढ़ते प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी संकल्प लें।वहीं, जेपी नड्डा द्वारा एक्स पर किए गए पोस्ट का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “#WorldLiverDay को संयमित खान-पान और स्वस्थ जीवन जीने के आह्वान के साथ मनाने का सराहनीय प्रयास। तेल का सेवन कम करने जैसे छोटे उपाय बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। आइए, हम सब मिलकर मोटापे के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत का निर्माण करें। #StopObesity”दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी, 2025 में अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 119वें एपिसोड में लोगों में बढ़ते मोटापे पर चिंता जाहिर की थी, जो लोगों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल रहा है। उन्होंने मोटापे को समस्या बताते हुए लोगों को इससे बचने का मंत्र भी दिया था।इसके बाद इस महीने, 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक वीडियो संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने भारत में बढ़ते मोटापे के संकट पर चिंता जताते हुए सदियों पुरानी कहावत पर जोर दिया कि “आरोग्य ही परम भाग्य और परम धन है”। उन्होंने कहा बेहतर स्वास्थ्य बेहतर विश्व का मार्ग बनाता है।उन्होंने कहा “आप सभी जानते हैं कि आज हमारी जीवनशैली हमारे आरोग्य के लिए एक बड़ा खतरा बन रही है। अभी हाल ही में मोटापे की समस्या पर एक रिपोर्ट आई है। ये रिपोर्ट कहती है कि 2050 तक 44 करोड़ से ज्यादा भारतीय मोटापे से ग्रस्त हो जाएंगे। यह आंकड़ा डराने वाला है। यह कितना बड़ा संकट हो सकता है?”अपने संदेश में, पीएम मोदी ने दोहराया कि हमें अभी से ऐसी स्थिति को टालने का प्रयास करना ही होगा। स्वस्थ खाने की आदतें अपनाना, जैसे कि तेल का उपयोग कम करना, सिर्फ एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं है, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी है।आज एक बार फिर पीएम मोदी ने देशवासियों से मोटापे के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत का निर्माण करने का आग्रह किया हैं। - -छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में विभिन्न ऑपरेशन्स में कोबरा कमांडो व छत्तीसगढ़ पुलिस ने 22 कुख्यात नक्सलियों को आधुनिक हथियारों और विस्फोटक सामग्रियों के साथ गिरफ्तार किया-सुकमा में 33 नक्सलियों ने सरेंडर कर मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति पर विश्वास जताया-सुकमा की बडेसेट्टी पंचायत में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिससे यह पहला नक्सलवाद सदस्य मुक्त पंचायत (इलवद पंचायत) बना-31 मार्च 2026 से पहले हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए संकल्पित हैंनई दिल्ली। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 22 कुख्यात नक्सलियों नक्सलियों की गिरफ्तारी और सुकमा जिले में 33 नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर सुरक्षा बल के जवानों व छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई दी है।केन्द्रीय गृह मंत्री ने ‘X’ पर पोस्ट में कहा कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में विभिन्न ऑपरेशन्स में कोबरा कमांडो और छत्तीसगढ़ पुलिस ने 22 कुख्यात नक्सलियों को आधुनिक हथियारों और विस्फोटक सामग्रियों के साथ गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि सुकमा में 33 नक्सलियों ने सरेंडर कर मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति पर विश्वास जताया है।श्री अमित शाह ने कहा कि सुकमा की बडेसेट्टी पंचायत में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिससे यह पहला नक्सलवाद सदस्य मुक्त पंचायत (इलवद पंचायत) बन गया है। साथ ही, सुकमा में अन्य 22 नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया, जिससे सरेंडर करने वालों की कुल संख्या बढ़कर 33 हो गई है।गृह मंत्री ने छिपे हुए नक्सलियों से अपील की कि वे मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति को अपनाकर यथाशीघ्र हथियार डालें और मुख्यधारा में शामिल हों। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2026 से पहले हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए संकल्पित हैं। गृह मंत्री ने नक्सलमुक्त भारत अभियान की दिशा में इस सफलता के लिए सुरक्षा बल के जवानों और छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई दी।
-
नई दिल्ली। ब्रिक्स देशों के कृषि मंत्रियों की 15वीं बैठक में शुक्रवार को भारत ने समावेशी, न्यायसंगत और सतत कृषि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छोटे और सीमांत किसानों के कल्याण को वैश्विक कृषि रणनीति के केंद्र में रखने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और स्पष्ट किया कि कृषि भारत के लिए केवल एक आर्थिक गतिविधि नहीं बल्कि करोड़ों परिवारों के लिए आजीविका, भोजन और गरिमा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि जब तक छोटे किसानों को संरक्षित और सशक्त नहीं किया जाएगा, तब तक वैश्विक खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण विकास का लक्ष्य अधूरा रहेगा।
शिवराज सिंह चौहान ने इस बात पर बल दिया कि दुनिया के 510 मिलियन छोटे किसान वैश्विक खाद्य प्रणाली की रीढ़ हैं और जलवायु परिवर्तन, मूल्य अस्थिरता तथा संसाधनों की कमी के बीच वे सबसे अधिक संवेदनशील हैं।उन्होंने कहा कि हम छोटे किसानों को इन चुनौतियों से लड़ने में अकेला नहीं छोड़ सकते, उन्हें हमारी नीतिगत सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने क्लस्टर आधारित खेती, किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), सहकारी मॉडल और प्राकृतिक खेती को छोटे किसानों के सामूहिक सशक्तिकरण और बाजार तक बेहतर पहुंच का प्रभावी माध्यम बताया।इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने सार्वजनिक खाद्य भंडारण व्यवस्था, न्यूनतम समर्थन मूल्य, और छोटे किसानों को सीधे जोड़ने वाले मूल्य श्रृंखलाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता को दोहराया। उन्होंने COVID-19 संकट के दौरान भारत की खाद्य भंडारण क्षमता को एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया, जिसके माध्यम से 80 करोड़ नागरिकों तक मुफ्त राशन पहुंचाया गया।उन्होंने अपनी तकनीकी पहलों – डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन, एग्री-स्टैक, ड्रोन तकनीक और क्लाइमेट रेजिलिएंट विलेजेज को साझा करते हुए बताया कि इन नवाचारों ने योजनाओं की पहुंच, पारदर्शिता और किसानों की आय में उल्लेखनीय सुधार लाया है। उन्होंने ‘लखपति दीदी’ और ‘ड्रोन दीदी’ जैसी पहलों का उल्लेख कर ग्रामीण महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। चौहान ने कहा कि भारत के लिए महिलाओं का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण एक मिशन है।बैठक के दौरान जलवायु परिवर्तन के खिलाफ साझा लड़ाई के लिए केंद्रीय मंत्री चौहान ने अपने कार्यक्रमों – एनएमएसए, एनआईसीआरए, वेस्ट टू वेल्थ, सर्कुलर इकोनॉमी, जैव उर्वरक और पारंपरिक खेती को साझा करते हुए सहयोग को और सशक्त बनाने का आह्वान किया।इस संदर्भ में, ब्रिक्स कृषि मंत्रियों ने “ब्रिक्स लैंड रिस्टोरेशन पार्टनरशिप” की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य भूमि क्षरण, मरुस्थलीकरण और मिट्टी की उर्वरता में कमी से निपटना है। चौहान ने इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि यह पारंपरिक ज्ञान और वैज्ञानिक नवाचारों के संगम से छोटे किसानों, आदिवासी समुदायों और स्थानीय कृषकों को लाभ पहुंचाएगी।शिवराज सिंह चौहान ने BRICS देशों को ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025’ और ‘वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंटरटेनमेंट समिट 2025’ में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया ताकि यह मंच नवाचार, साझेदारी और वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो। वहीं दूसरी ओर घोषणा पत्र के अंतर्गत ब्रिक्स-BRICS देशों ने एकजुट होकर वैश्विक कृषि-खाद्य प्रणाली को न्यायसंगत, समावेशी, नवाचारी और सतत बनाने के संकल्प को दोहराया। -
नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि सरकार 2,000 रुपए से अधिक के यूपीआई ट्रांजैक्शन पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने के किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है। वित्त मंत्रालय ने कहा, “यह दावा कि सरकार 2,000 रुपए से अधिक के यूपीआई ट्रांजैक्शन पर जीएसटी लगाने पर विचार कर रही है, पूरी तरह से गलत, भ्रामक और निराधार है। फिलहाल सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।”
किसी खास इंस्ट्रूमेंट्स का इस्तेमाल कर की जाने वाली पेमेंट से जुड़े मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) जैसे चार्जेस पर लगाया जाता है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने पर्सन-टू-मर्चेंट (पीटूएम) यूपीआई ट्रांजैक्शन से 30 दिसंबर, 2019 की गैजेट नोटिफिकेशन के जरिए एमडीआर को हटा दिया है। सीबीडीटी का यह निर्णय जनवरी 2020 से प्रभावी है।मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि वर्तमान में यूपीआई ट्रांजैक्शन पर एमडीआर नहीं लगाया जाता है इसलिए इन ट्रांजैक्शन पर किसी तरह जीएसटी लागू नहीं है।सरकार यूपीआई के जरिए डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।यूपीआई के विकास को समर्थन देने और बनाए रखने के लिए, वित्त वर्ष 2021-22 से एक प्रोत्साहन योजना चालू की गई है। आधिकारिक बयान में बताया गया है कि यह योजना विशेष रूप से कम मूल्य वाले यूपीआई (पीटूएम) ट्रांजैक्शन को टारगेट करती है। योजना के तहत ट्रांजैक्शन लागत को कम करने के साथ डिजिटल पेमेंट में भागीदारी और इनोवेशन को बढ़ावा देकर छोटे व्यापारियों को लाभ होता है।पिछले कुछ वर्षों में इस योजना के तहत आवंटन में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 1,389 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 2,210 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 3,631 करोड़ रुपये शामिल हैं।इन उपायों ने भारत के मजबूत डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।वहीं, एसीआई वर्ल्डवाइड रिपोर्ट 2024 के अनुसार,2023 में ग्लोबल रियल-टाइम ट्रांजैक्शन में भारत की भागीदारी 49 प्रतिशत थी, जो डिजिटल पेमेंट इनोवेशन में ग्लोबल लीडर के रूप में देश की मजबूत स्थिति को दिखाता है। यूपीआई ट्रांजैक्शन वैल्यू में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है, जो वित्त वर्ष 2019-20 में 21.3 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2025 तक 260.56 लाख करोड़ रुपये हो गई है। बयान में कहा गया कि विशेष रूप से, पीटूएम लेनदेन 59.3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो डिजिटल पेमेंट मेथड में बढ़ते ‘मर्चेंट अडॉप्शन’ और उपभोक्ता विश्वास को दर्शाता है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को नई दिल्ली में लोक सेवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए अधिकारियों को प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, पीएम मोदी 17वें लोक सेवा दिवस के अवसर पर 21 अप्रैल को प्रात: लगभग 11 बजे विज्ञान भवन, नई दिल्ली में लोक सेवकों को संबोधित करेंगे। भारत सरकार हर साल 21 अप्रैल को लोक सेवा दिवस के रूप में मनाती है।पीएम मोदी ने सदैव देश भर के लोक सेवकों को नागरिकों के हित में समर्पित होने, जन सेवा के लिए प्रतिबद्ध होने और अपने काम में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया है। वह लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए उन्हें प्रधानमंत्री पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।इस वर्ष प्रधानमंत्री मोदी लोक सेवकों को जिलों के समग्र विकास, आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम और नवाचार की श्रेणियों में 16 पुरस्कार प्रदान करेंगे। लोक सेवकों को इसके माध्यम से आम नागरिकों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों के लिए सम्मानित किया जाएगा। - नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में शुक्रवार शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। मध्य, दक्षिण और पश्चिमी दिल्ली सहित कुछ हिस्सों में शाम को बारिश हुई।मौसम विभाग के अनुसार, बुराड़ी, रोहिणी, बादली, मॉडल टाउन, करावल नगर, आजादपुर, पीतमपुरा, दिल्ली विश्वविद्यालय, सिविल लाइंस, दिलशाद गार्डन, सीमापुरी, मुंडका, पश्चिम विहार, पंजाबी बाग, कश्मीरी गेट, सीलमपुर, शाहदरा, विवेक विहार, राजौरी गार्डन, पटेल नगर, लाल किला, प्रीत विहार, बुद्ध जयंती पार्क, राष्ट्रपति भवन, राजीव चौक और आईटीओ सहित कई क्षेत्रों में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। साथ ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कुछ हिस्सों में भी वर्षा हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 4.2 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में दिन के दौरान आर्द्रता का स्तर 57 प्रतिशत से 35 प्रतिशत के बीच रही।आईएमडी के अनुसार, राजधानी में शनिवार को ‘आंशिक रूप से बादल छाए' रहने की संभावना है।मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में शनिवार को बहुत हल्की वर्षा या बूंदाबांदी तथा गरज के साथ छींटे पड़ने, बिजली चमकने और धूल भरी आंधी आने की संभावना है। इसने बताया कि शाम के समय 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और यह बढ़कर 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में शनिवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 38 डिग्री सेल्सियस और 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। इस बीच, दिल्ली में शुक्रवार को शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 219 दर्ज किया गया, जो ‘खराब' श्रेणी में आता है। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा', 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम', 201 से 300 के बीच को ‘खराब', 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर' माना जाता है।
- नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अगले महीने ‘एक्सिओम-4' मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेंगे। यह यात्रा राकेश शर्मा की रूस के सोयूज अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष में जाने की ऐतिहासिक यात्रा के चार दशक बाद होगी। सिंह ने यहां अंतरिक्ष विभाग और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के कार्यों की समीक्षा के बाद यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘‘ग्रुप कैप्टन शुक्ला की यात्रा महज एक उड़ान नहीं है - यह एक संकेत है कि भारत अंतरिक्ष अन्वेषण के एक नए युग में साहस के साथ कदम रख रहा है।'' भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने विभिन्न आगामी अंतरिक्ष अभियानों पर एक प्रस्तुति दी। सिंह ने कहा कि इसरो जून में जीएसएलवी-मार्क 2 रॉकेट के जरिए नासा के साथ संयुक्त रूप से विकसित निसार उपग्रह को प्रक्षेपित करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जुलाई में अंतरिक्ष एजेंसी भारी-भरकम एलवीएम-3 रॉकेट का उपयोग करके अमेरिका स्थित एएसटी स्पेसमोबाइल इंक के ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करेगी। सिंह ने कहा कि मई में निर्धारित ग्रुप कैप्टन शुक्ला का मिशन भारत के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग में एक मील का पत्थर है। भारतीय वायु सेना के पायलट ग्रुप कैप्टन शुक्ला को इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के तहत चुना गया था और वह गगनयान मिशन के शीर्ष दावेदारों में से एक हैं। आधिकारिक बयान में कहा गया कि एक्सिओम-4 मिशन पर उनकी यात्रा से अंतरिक्ष उड़ान संचालन, प्रक्षेपण प्रोटोकॉल, सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण अनुकूलन और आपातकालीन तैयारियों में महत्वपूर्ण व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होने की उम्मीद है, जो भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए आवश्यक है।
- भोपाल. दक्षिण अफ्रीका के बोत्सवाना से आठ चीतों को दो चरणों में भारत लाया जाएगा। इनमें से चार को तो मई महीने में ही लाया जाएगा। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। इन अधिकारियों ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में चीता परियोजना की समीक्षा बैठक में भाग लिया। विज्ञप्ति में एनटीसीए के अधिकारियों के हवाले से कहा गया, ‘‘दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और केन्या से अधिक चीतों को भारत लाने के प्रयास जारी हैं। आठ चीतों को दो चरणों में भारत लाया जाएगा। मई 2025 तक बोत्सवाना से चार चीतों को भारत लाने की योजना है। इसके बाद चार और चीतों को लाया जाएगा। वर्तमान में, भारत और केन्या के बीच एक समझौते पर सहमति बनायी जा रही है।'' बैठक में एनटीसीए के अधिकारियों ने बताया कि देश में चीता परियोजना पर अब तक 112 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए हैं, जिसमें से 67 प्रतिशत मध्यप्रदेश में चीता पुनर्वास में खर्च किया गया है। ‘प्रोजेक्ट चीता' के तहत चीतों को अब गांधी सागर अभयारण्य में भी चरणबद्ध तरीके से स्थानांतरित किया जाएगा। गांधी सागर अभयारण्य राजस्थान की सीमा से सटा हुआ है, इसलिए मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच अंतरराज्यीय चीता संरक्षण क्षेत्र स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक समझौता किया गया है। वर्तमान में ‘चीता मित्रों' की क्षमता बढ़ाने के लिये उन्हें कूनो राष्ट्रीय उद्यान और गांधी सागर अभयारण्य में विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बैठक में वन अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में 26 चीते हैं, जिनमें से 16 खुले जंगल में और 10 पुनर्वास केंद्र (बाड़ों) में हैं। अधिकारियों ने कहा कि चीतों की निगरानी के लिए ‘सैटेलाइट कॉलर आईडी' का उपयोग करके 24 घंटे निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि मादा चीता ज्वाला, आशा, गामिनी और वीरा ने शावकों को जन्म दिया है। इतना ही नहीं, केएनपी में पर्यटकों की संख्या दो साल में दोगुनी हो गई है। अधिकारियों ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर कूनो में चीता सफारी शुरू करने की अनुमति मांगी है। वन क्षेत्रों या ईको सेंसिटिव जोन में सफारी शुरू करने के लिए यह अनुमति जरूरी है। इस याचिका पर फैसला होना बाकी है।'' अधिकारियों के मुताबिक पांच मादा और तीन नर सहित आठ नामीबियाई चीतों को 17 सितंबर, 2022 को केएनपी में छोड़ा गया था। उनके मुताबिक फरवरी 2023 में, 12 और चीतों को दक्षिण अफ्रीका से केएनपी में स्थानांतरित किया गया। वर्तमान में, केएनपी में 26 चीते हैं, जिनमें भारत में जन्मे 14 शावक शामिल हैं।
- प्रेम संबंधों के बाद समधी-समधन फरार...!बदायूं (उप्र). बदायूं जिले में एक महिला को अपनी बेटी की शादी के तीन साल बाद उसके ससुर से प्यार हो गया और समधी-समधन घर से फरार हो गए। पुलिस ने शुक्रवार को मामले की पुष्टि की। बदायूं में अलीगढ़ जैसा मामला सामने आया है, जहां एक महिला अपनी बेटी की शादी होने से पहले ही अपने होने वाले दामाद के साथ फरार हो गयी। जबकि बदायूं में समधन अपने समधी के साथ घर छोड़कर चली गयी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, चार बच्चों की मां महिला(43) जिला मुख्यालय के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के निवासी अपने समधी (अपनी बेटी के ससुर) (46) के साथ कथित तौर पर घर छोड़कर चली गई। दातागंज कोतवाली क्षेत्र के कस्बा डहरपुर निवासी महिला के पति ने बताया कि वह ट्रक चालक है और जिस कारण लंबे समय तक घर से बाहर रहता है। महिला के पति ने बताया कि 11 अप्रैल को मेरी पत्नी अपने समधी को बुलाया और उसके साथ फरार हो गयी।उन्होंने आरोप लगाया कि वह घर में रखा सारा जेवर और रुपये लेकर चली गयी है। महिला के पति ने बताया कि उन्होंने पुलिस को तहरीर दी है जिसमें अपनी पत्नी व समधी खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इस मामले में दातागंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) के.के. तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। सीओ ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
-
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 अप्रैल से मुंबई में शुरू होने वाले ‘इंडिया स्टील-2025' कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। बृहस्पतिवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। इस्पात मंत्रालय के अनुसार, तीन दिवसीय कार्यक्रम में 12,000 से अधिक व्यापारिक आगंतुक, 250 प्रदर्शक और विभिन्न क्षेत्रों, सरकारी विभागों, राज्य सरकारों, देश के प्रतिनिधिमंडलों और भारत और विदेशों से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों का प्रतिनिधित्व करने वाले 1,200 सम्मेलन प्रतिनिधि भाग लेंगे। मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 अप्रैल को इस्पात उद्योग के इस प्रमुख कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। वह इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एच डी कुमारस्वामी और इस्पात एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री श्री भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभा को संबोधित करेंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। दो साल में होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन के इस छठे संस्करण में वैश्विक इस्पात मूल्य शृंखला के अग्रणी हितधारक इस क्षेत्र के भविष्य की वृद्धि पर चर्चा करने के लिए एक साथ आएंगे।