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नयी दिल्ली. अमेरिका की साप्ताहिक समाचार पत्रिका ‘न्यूजवीक' और जर्मनी की संस्था ‘स्टेटिस्टा' द्वारा विश्व के 2024 के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों की रैंकिंग में दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को वैश्विक स्तर पर 97वें सर्वश्रेष्ठ अस्पताल के रूप में चुना गया है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान के अनुसार, चिकित्सा अनुसंधान संस्थान और अस्पताल को इसकी स्वास्थ्य देखभाल, उन्नत चिकित्सा अनुसंधान और किफायती उपचार के लिए मान्यता दी गई है। ‘न्यूजवीक-स्टेटिस्टा' की रैंकिंग के छठे संस्करण में 30 देशों के 2,400 से अधिक अस्पतालों का विभिन्न आधारों पर मूल्यांकन किया गया है। भारत के दो अन्य अस्पतालों को भी वैश्विक सूची में स्थान मिला है।
बयान में कहा गया कि गुड़गांव के मेदांता अस्पताल को इस सूची में 146वां पायदान मिला है। इसे हृदयरोग, कैंसर और अंग प्रतिरोपण जैसी विशेषताओं में अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता के लिए मान्यता दी गई है। इसमें कहा गया कि चंडीगढ़ स्थित स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) को 228वां स्थान मिला है।
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नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के नेता और पूर्व विधायक विजय जौली ने दावा किया कि साइबर अपराधियों ने एक फर्जी वेबसाइट के जरिए अयोध्या में कमरे बुक करने का झांसा देकर उनसे हजारों रुपये ठग लिए। संगम विहार से भाजपा के पूर्व विधायक जॉली ने 23 अप्रैल, 2023 को अयोध्या में राम मंदिर के ‘जलाभिषेक' के लिए दुनिया भर की 156 नदियों से जल की व्यवस्था की थी। जॉली ने एक बयान में कहा कि उनकी एनजीओ ‘दिल्ली स्टडी ग्रुप' इस साल 23 अप्रैल को 100 लोगों को अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन कराने के लिए लेकर जा रहा है। भाजपा नेता ने कहा कि जालसाजों ने अयोध्या स्थित एक लोकप्रिय धर्मशाला के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट बनाई और उनसे ‘‘हजारों रुपये ठग लिए गए।'' जॉली ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध इकाई में शिकायत दर्ज कराई है।
- नयी दिल्ली. भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह ‘‘बहुत सकारात्मक'' बात है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस की आगामी यात्रा से भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को ‘‘और बढ़ावा'' मिलेगा तथा ‘‘सभी प्रासंगिक मुद्दों'' पर चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह टिप्पणी करते हुए संकेत दिया कि भारतीय नेताओं के साथ वेंस की वार्ता के दौरान व्यापार और शुल्क (टैरिफ) से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होगी। वेंस 21 अप्रैल से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आएंगे। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वार्ता करेंगे, जिसमें प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को शीघ्र अंतिम रूप देने और भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी उषा, उनके तीन बच्चे - इवान, विवेक और मीराबेल तथा अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ सदस्य भी आएंगे। जायसवाल ने कहा, ‘‘यह एक आधिकारिक यात्रा है। वह प्रधानमंत्री से मिलेंगे। अमेरिका के साथ हमारी व्यापक रणनीतिक वैश्विक साझेदारी है। जब आपकी किसी देश के साथ उस स्तर की साझेदारी होगी तो जाहिर है, आप सभी प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के साथ हमारा रिश्ता ऐसा है कि हम जो कुछ भी कर रहे हैं वह मानवीय प्रयास का हिस्सा है।'' जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी तथा हम बहुत सकारात्मक हैं कि यह यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देगी।'' वेंस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शुल्क विवाद पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच भारत की यात्रा पर आ रहे हैं और दोनों पक्ष प्रस्तावित व्यापार समझौते को मजबूत करने पर विचार-विमर्श कर सकते हैं जिसका उद्देश्य शुल्क, बाजार पहुंच और आपूर्ति श्रृंखला से संबंधित मुद्दों का समाधान करना है। मामले से परिचित लोगों ने बताया कि आगमन के तुरंत बाद वेंस और उनके परिवार के लालकिला जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि दोपहर में वेंस राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी वेंस और उनके परिवार से बातचीत करेंगे तथा शाम को उनके लिए औपचारिक रात्रिभोज का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि वेंस 22 अप्रैल को जयपुर जाएंगे और प्रमुख पर्यटक स्थलों का दौरा करेंगे तथा कुछ कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति और उनका परिवार अगले दिन ताजमहल देखने के लिए आगरा जाएंगे।इस महीने पारस्परिक शुल्क लागू होने के कुछ दिन बाद ट्रंप ने चीन को छोड़कर सभी देशों के लिए इस पर 90 दिन की रोक की घोषणा की। अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड की भारत यात्रा के कुछ सप्ताह बाद वेंस की यह यात्रा हो रही है। गबार्ड ने प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल के साथ अलग-अलग बैठकें की थीं.
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नयी दिल्ली. वित्तीय खुफिया इकाई-भारत (एफआईयू-आईएनडी) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बेहतर समन्वय, सूचनाओं के आदान-प्रदान और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) नियमों के अनुपालन के लिए बृहस्पतिवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अनुसार, एफआईयू-आईएनडी और आरबीआई एक-दूसरे के साथ सहयोग करेंगे, प्रासंगिक खुफिया जानकारी और सूचना साझा करेंगे, साथ ही संदिग्ध लेनदेन के लिए ‘खतरों' की पहचान भी करेंगे। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, दोनों संगठन प्रक्रिया और तरीके तय करेंगे, जिसके तहत विनियमित संस्थाएं/रिपोर्टिंग इकाइयां धन शोधन रोधक (पीएमएल) नियमों के तहत एफआईयू-आईएनडी को रिपोर्ट करेंगी। वे आरबीआई द्वारा विनियमित संस्थाओं/रिपोर्टिंग संस्थाओं में धन शोधन रोधक/आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने (एएमएल/सीएफटी) के कौशल के उन्नयन की दिशा में काम करेंगे। एमओयू पर एफआईयू-आईएनडी के निदेशक विवेक अग्रवाल और आरबीआई के विनियमन विभाग के कार्यकारी निदेशक आरएलके राव ने हस्ताक्षर किए। एफआईयू-आईएनडी और आरबीआई, दोनों ही आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा और जानकारी साझा करने के लिए हर तिमाही में एक बार मिलेंगे। बयान में कहा गया, “यह समझौता ज्ञापन धन शोधन रोधक अधिनियम और इसके तहत बनाए गए नियमों के प्रभावी अनुपालन की दिशा में समन्वित प्रयासों को सुगम बनाएगा।”
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नई दिल्ली। साल 2024 में गुजरात के 18 हेरिटेज स्थलों का 36 लाख से अधिक पर्यटकों ने दीदार किया। गुरुवार को साझा किए गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार 18 हेरिटेज स्थलों पर 36.95 लाख से अधिक देशी और विदेशी पर्यटकों ने दौरा किया। गुजरात के चार यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों को देखने के लिए भी पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचे। अहमदाबाद ने सबसे अधिक 7.15 लाख पर्यटकों को आकर्षित किया। इसके बाद पाटन में स्थित रानी की वाव में 3.64 लाख पर्यटक, कच्छ के धोलावीरा में 1.6 लाख और चंपानेर-पावागढ़ में 47,000 से अधिक पर्यटक आए।
चंपानेर-पावागढ़, कालिका माता मंदिर, रानी की वाव विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्थल हैंदरअसल, विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ये चार स्थल महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्थल हैं। 2004 में सूचीबद्ध हुए चंपानेर-पावागढ़ को हिंदू और इस्लामी वास्तुकला के मिश्रण और पवित्र कालिका माता मंदिर के लिए जाना जाता है। रानी की वाव को साल 2014 में यूनेस्को सूची में शामिल किया गया था, जो 11वीं सदी की एक शानदार बावड़ी है, जिसमें विस्तृत मूर्तियां हैं और यह भारत के 100 रुपये के नोट पर भी चित्रित है।अहमदाबाद को साल 2017 में भारत का पहला यूनेस्को विश्व धरोहर शहर घोषित किया गया थाइसके अलावा, अहमदाबाद को साल 2017 में भारत का पहला यूनेस्को विश्व धरोहर शहर घोषित किया गया था, जो 600 साल से अधिक के इतिहास को दर्शाता है, जिसमें प्राचीन हवेलियां, मस्जिदें, मंदिर और पोल शामिल हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्राचीन शहर और यूनेस्को की साइट धोलावीरा साल 2021 से यूनेस्को स्थल घोषित है, जो उन्नत प्राचीन शहरी योजना और जल संरक्षण तकनीकों की एक झलक पेश करती है।गुजरात के कई कम-ज्ञात, लेकिन सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैंइसके साथ, गुजरात के कई कम-ज्ञात, लेकिन सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं, जिन्हें स्थायी पर्यटन पहलों और बेहतर पहुंच से सहायता मिल रही है। राज्य की धरोहर पर्यटन नीति पुराने किलों, महलों और ग्रामीण तथा अर्ध-शहरी क्षेत्रों की धरोहर इमारतों के पुनर्जनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह नीति धरोहर संपत्तियों के अनुकूली पुन: उपयोग को बढ़ावा देती है और क्षेत्र की वास्तुकला विरासत को संरक्षित व प्रदर्शित करने के लिए सार्वजनिक-निजी साझेदारी को प्रोत्साहित करती है।18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को संरक्षित करने के महत्व को रेखांकित करता हैविश्व धरोहर दिवस को हर साल 18 अप्रैल को मनाया जाता है, जो सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को संरक्षित करने के महत्व को रेखांकित करता है। इस साल की थीम “आपदा और संघर्ष से जोखिम में धरोहर: भविष्य की तैयारी” है, जिसे आईसीओएमओएस ने घोषित किया है। यह थीम गुजरात के दृष्टिकोण से मेल खाती है, जो संरक्षण और आधुनिक चुनौतियों के सामने लचीलापन दोनों पर जोर देती है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि नया ‘अनुसंधान’ राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (एएनआरएफ) सरकार के सभी विज्ञान मंत्रालयों और विभागों के लिए एक महत्वपूर्ण संगठन है। एएनआरएफ की जरूरत बेहतर सहयोग के लिए निजी कंपनियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए समझी गई थी।
बैठक में देश की जरूरतों, प्राइवेट कंपनियों की भागीदारी और बाजार की मांग के अनुरूप एक दृष्टिकोण प्रस्तुत कियाराष्ट्रीय विज्ञान केंद्र में सभी विज्ञान मंत्रालयों और विभागों की एक उच्च स्तरीय संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने अलग-अलग विभागों में जो भी रिसर्च हो रही है, उसे देश की जरूरतों, प्राइवेट कंपनियों की भागीदारी और बाजार की मांग के हिसाब से किए जाने के लिए एक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।मार्केट-रिलेवेंट और पब्लिक-गुड प्रोडक्ट्स डिलीवर करने के इरादे से काम करने की जरूरतजितेंद्र सिंह ने कहा कि इस बदलाव का मुख्य कारण एक ऐसी साझा रिसर्च योजना बनाना है, जो अवरोधों को समाप्त करें, एक ही तरह का काम बार-बार न हो, और समाज को ऐसे फायदे मिलें जो ठोस और व्यापक हों। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “सभी विज्ञान मंत्रालयों को मार्केट-रिलेवेंट और पब्लिक-गुड प्रोडक्ट्स डिलीवर करने के इरादे से काम करना चाहिए। एएनआरएफ सिर्फ समन्वय का काम नहीं करेगा, बल्कि निजी क्षेत्र के निवेश और नए विचारों को बढ़ावा भी देगा।”एएनआरएफ के सीईओ डॉ. शिवकुमार कल्याणरमन ने एक बोल्ड रोडमैप की रूपरेखा तैयार की, जिसमें फंडिंग मॉडल, निजी क्षेत्र का इंटीग्रेशन को शामिल किया गयाएएनआरएफ के सीईओ डॉ. शिवकुमार कल्याणरमन ने एक बोल्ड रोडमैप की रूपरेखा तैयार की, जिसमें फंडिंग मॉडल, निजी क्षेत्र का इंटीग्रेशन और एआई-लेड वैज्ञानिक गति को शामिल किया गया है। एजेंसी आर्थिक विकास और सामाजिक प्रभाव को केंद्र में रखकर अपने काम को एनएसएफ और डीएआरपीए जैसी वैश्विक रूप से सफल संस्थाओं की तरह बना रही है और क्रॉस-मिनिस्ट्रियल मिशन शुरू कर रही है।प्रोग्राम का उद्देश्य रियल-वर्ल्ड एप्लीकेशन के लिए टेक्नोलॉजी के बेहतर इस्तेमाल में स्टार्टअप और एमएसएमई को सपोर्ट करना है‘एएनआरएफ’ विश्व के बेहतरीन उदारहणों से प्रेरित होकर एक ‘स्मॉल बिजनेस डीप टेक इनोवेशन’ प्रोग्राम शुरू करने के लिए तैयार है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य रियल-वर्ल्ड एप्लीकेशन के लिए टेक्नोलॉजी के बेहतर इस्तेमाल में स्टार्टअप और एमएसएमई को सपोर्ट करना है।‘एएनआरएफ’ नेशनल रिसर्च इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए ‘क्लाउड ऑफ रिसर्च एंड इनोवेशन इंफ्रास्ट्रक्चर’ को भी रोलआउट करेगा‘एएनआरएफ’ नेशनल रिसर्च इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए ‘क्लाउड ऑफ रिसर्च एंड इनोवेशन इंफ्रास्ट्रक्चर’ को भी रोलआउट करेगा, जिसकी मदद से डीप-टेक स्टार्टअप और संस्थान देश भर में कम इस्तेमाल किए जाने वाले इक्विप्मेंट तक अपनी पहुंच बना सकेंगे। फाउंडेशन की ‘एआई फॉर साइंस’ पहल एक मुख्य आकर्षण है, जो फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी में साइंटिफिक इक्वेश्चन को मॉडल करने के लिए एआई का इस्तेमाल करती है।केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने महंगे विदेशी पायलट प्रशिक्षण पर भारत की निर्भरता को कम करने की परियोजना की क्षमता को उजागर किया और बेंगलुरु से आगे उत्पादन बढ़ाने के लिए निजी एयरलाइंस और एयरोस्पेस कम्पोनेंट मैन्युफैक्चरर्स को शामिल करने का सुझाव दिया। -
नई दिल्ली। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि वर्तमान में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ‘भारत’ आने वाले तीन वर्षों में जापान और जर्मनी से आगे निकलकर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा होने के साथ ही देश 2047 में 30 ट्रिलियन डॉलर की विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में पहचाना जाएगा।
भारत दुनिया के लिए शिक्षा का केंद्र बन सकता हैएक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत दुनिया के लिए शिक्षा का केंद्र बन सकता है, क्योंकि देश का लोकतांत्रिक होना इसे दूसरे देशों से कई मायनों में अलग बनाता है। उन्होंने कहा कि भारत अगले वर्ष के अंत तक पांचवीं से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और इसके बाद देश अपने विकास की गति को तेज करते हुए तीसरा और दूसरा स्थान भी पा लेगा।सुब्रह्मण्यम ने लॉ और अकाउंटिंग फर्म सहित सभी भारतीय कंपनियों से दुनिया का नेतृत्व करने की आकांक्षा को जगाने का आग्रह कियाआईएमएफ के ताजा अनुमानों के अनुसार, भारत की रियल जीडीपी 4.3 ट्रिलियन डॉलर की है, जो जापान के 4.4 ट्रिलियन डॉलर और जर्मनी के 4.9 ट्रिलियन डॉलर से कुछ ही मामूली अंतर को दर्शाती है। नीति आयोग के सीईओ सुब्रह्मण्यम ने लॉ और अकाउंटिंग फर्म सहित सभी भारतीय कंपनियों से दुनिया का नेतृत्व करने की आकांक्षा को जगाने का आग्रह किया।भारत दुनिया में कामकाजी आयु वर्ग के लोगों का एक स्थिर सप्लायर होगा जो कि हमारी सबसे बड़ी ताकत होगीउन्होंने मध्य-आय वाले देशों द्वारा झेली जाने वाली परेशानियों को कम-आय वाले देशों द्वारा झेली जाने वाली परेशानियों से अलग बताया। उन्होंने कहा, “यह गरीब को खाना खिलाने और निर्वस्त्र को कपड़े पहनाने से जुड़ा नहीं है, यह इस बारे में है कि आप किस तरह एक नॉलेज इकोनॉमी बनते हैं।” सुब्रह्मण्यम ने बताया कि जापान 15,000 भारतीय नर्सों और जर्मनी 20,000 स्वास्थ्य कर्मियों को ले रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इन दोनों ही देशों के पास लोगों की कमी है और वहां पारिवारिक व्यवस्थाएं टूट गई हैं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में कामकाजी आयु वर्ग के लोगों का एक स्थिर सप्लायर होगा, जो कि हमारी सबसे बड़ी ताकत होगी। -
जयपुर. राजस्थान के उदयपुर जिले में एक कच्चे मकान में आग लगने से दो बच्चे जिंदा जल गए और दो अन्य घायल हो गए। पुलिस के अनुसार यह हादसा जिले के छतरी गांव में बुधवार रात हुआ। पाटिया के थानाधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने बताया, "प्रभुलाल गमेती के घर में अचानक आग लग गई, जिसमें उनके चार बच्चे फंस गए। प्रभुलाल और उनकी पत्नी पुष्पा घर के अंदर भागे और दो बच्चों को बचाने में सफल रहे, जबकि दो बच्चे जल गए।" आग लगने की घटना में उनकी बेटी जीनल (14) और बेटे सिद्धार्थ (8) की मौत हो गई। -
नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस साल भारत का रक्षा उत्पादन 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है और 2029 तक तीन लाख करोड़ रुपये मूल्य के सैन्य उपकरणों के निर्माण का लक्ष्य है। राजनाथ ने कहा कि भारत रक्षा उपकरणों के आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा और एक रक्षा औद्योगिक परिवेशी तंत्र बनाएगा, जो न केवल देश की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि रक्षा निर्यात की क्षमता को भी मजबूत करेगा। रक्षा मंत्री ने 'द वीक' पत्रिका द्वारा आयोजित 'डिफेंस कॉन्क्लेव 2025 - फोर्स ऑफ द फ्यूचर' में अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘वह दिन दूर नहीं जब भारत न केवल विकसित देश के रूप में उभरेगा, बल्कि हमारी सैन्य शक्ति भी विश्व में शीर्ष पर होगी। इस वर्ष रक्षा उत्पादन 1.60 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाना चाहिए, जबकि हमारा लक्ष्य वर्ष 2029 तक तीन लाख करोड़ रुपये मूल्य के रक्षा उपकरण तैयार करना है।'' रक्षा मंत्री ने कहा कि जहां भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताएं राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक स्वायत्तता पर केंद्रित हैं, वहीं वे विनिर्माण को वैश्विक 'आपूर्ति बाधाओं' से भी बचा रही हैं। उन्होंने घोषणा की, ‘‘ हमारा रक्षा निर्यात इस वर्ष 30,000 करोड़ रुपये और वर्ष 2029 तक 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाना चाहिए।'' सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की बढ़ती रक्षा क्षमता का उद्देश्य विवादों और संघर्षों को भड़काना नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत की रक्षा क्षमताएं क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक विश्वसनीय प्रतिरोधक शक्ति की तरह हैं और शांति तभी संभव है जब भारत मजबूत बना रहे। सिंह ने अपने संबोधन में स्वदेशीकरण, नवाचार और वैश्विक नेतृत्व पर ध्यान केंद्रित करते हुए रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर तथा भविष्य के लिए तैयार' भारत के लक्ष्य हेतु एक आकर्षक दृष्टिकोण भी प्रस्तुत किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत न केवल अपनी सीमाओं को सुरक्षित कर रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय रक्षा परिवेशी तंत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में भी अपनी स्थिति बना रहा है। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रक्षा क्षेत्र का पुनरुद्धार और सुदृढ़ीकरण सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली और सबसे बड़ी चुनौती इस मानसिकता को बदलना है कि भारत अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए केवल आयात करेगा। सिंह ने कहा, ‘‘आज, जहां भारत का रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ रहा है, वहीं वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को लचीला बनाने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।'' उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम न केवल देश के रक्षा उत्पादन को मजबूत कर रहा है, बल्कि इसमें वैश्विक रक्षा आपूर्ति श्रृंखला को लचीला और सुदृढ़ बनाने की क्षमता भी है। सिंह ने युद्ध की बदलती हुई प्रकृति पर जोर देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में संघर्ष और युद्ध अधिक हिंसक और अप्रत्याशित होंगे तथा साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्र तेजी से नए युद्धक्षेत्र के रूप में उभर रहे हैं और इसके साथ ही, पूरी दुनिया में कथानक और धारणा का युद्ध भी लड़ा जा रहा है। सिंह ने रक्षा क्षेत्र में सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि 200 वर्ष से अधिक पुराने आयुध कारखानों का निगमीकरण एक साहसिक लेकिन आवश्यक कदम था। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ आज आयुध कारखाने अपने नए स्वरूप में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और लाभ कमाने वाली इकाइयां बन गए हैं। मेरा मानना है कि 200 वर्ष से भी अधिक पुराने ढांचे को बदलना इस सदी का बहुत बड़ा सुधार है।'' रक्षा मंत्री ने सरकार के स्वदेशीकरण अभियान को रेखांकित किया तथा सशस्त्र बलों द्वारा पांच तथा रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (डीपीएसयू) द्वारा पांच सकारात्मक स्वदेशीकरण सूचियां जारी किए जाने का उल्लेख किया। उन्होंने रक्षा बजट का 75 प्रतिशत हिस्सा घरेलू कम्पनियों से खरीद के लिए आरक्षित करने के सरकार के निर्णय का भी जिक्र किया।
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मुंबई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि संरक्षणवादी नीतियों के बढ़ने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने की आशंका है, लेकिन भारत उपयुक्त नीतियों और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ वैश्विक व्यवधानों से निपट लेगा। वैश्विक व्यापार युद्ध को लेकर चिंताओं बीच सीतारमण ने कहा कि सरकार का ध्यान मजबूत घरेलू आधार बनाने पर रहेगा। बीएसई के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘‘ हम उपयुक्त नीतियों और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ वैश्विक व्यवधानों से निपटेंगे... व्यापार पर पुनर्संतुलन के प्रयास बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं।'' वित्त मंत्री ने कहा कि हाल की वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के वित्तीय बाजारों ने उल्लेखनीय रूप जुझारू क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने बाजारों में खुदरा निवेशकों के भरोसे की सराहना भी की।
घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का भारतीय बाजारों में सहायक से प्रमुख भूमिका में आना भारत के पूंजी बाजार की बढ़ती परिपक्वता तथा गहराई को रेखांकित करता है। इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत सहित अधिकतर देशों पर शुल्क लगाने की घोषणा के बाद से वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है। हालांकि, अमेरिकी सरकार के जवाबी शुल्क लागू करने पर 90 दिन की रोक लगाने की घोषणा के बाद बाजारों में कुछ सुधार हुआ है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों ब्रिक्स कृषि मंत्रियों की 15वीं बैठक में भाग के लिए ब्राजील गए हुए हैं। आज गुरुवार को इस बैठक से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री ब्राजील के टमाटर फॉर्म पहुंचे और कृषि सिंचाई तकनीक का जायजा लिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए अपने एक वीडियो पोस्ट में इसकी जानकारी दी। शिवराज सिंह चौहान ने ब्रासीलिया में भारतीय दूतावास में पौधा रोपा। वह साओ पाउलो में वह भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत भी करेंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “ब्राजील प्रवास के दौरान मुझे यहां के एक प्रमुख सोया तेल क्रशिंग और पैकेजिंग संयंत्र का अवलोकन करने तथा आधुनिक तकनीकी को समझने का अवसर मिला। ब्राजील ने सोयाबीन उत्पादन में उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं। यहां उच्च स्तर की मशीनीकरण प्रक्रिया और उन्नत अनुसंधान को देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई। इस दौरान ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल को भारत में सितंबर 2025 में होने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया।इस वीडियो में उन्होंने कहा, “मैं यहां के कृषि मंत्री के साथ इस फॉर्म में आया हूं। यहां टमाटर की खेती हो रही है। मैंने यहां के सिंचाई के सिस्टम को देखा है। इसमें एक मशीन है, जिसमें यूरिया का टैंक है। वह यूरिया पानी में घोला जा रहा है। पानी में यूरिया घोलकर टैंक के जरिए पाइपलाइन तक पहुंच रही है। इन पाइपों में स्प्रिंकल लगे हुए हैं। इन स्प्रिंकलों से इन टमाटरों में पानी दिया जा रहा है, जिसमें पहले से ही न्यूट्रियंट्स मिले हुए हैं। इसमें जितनी जरूरत है, उतना ही पानी दिया जाता है। यह पूरा सिस्टम ही मैकेनाइज्ड है। पास में ही पानी का टैंक बनाया गया है। उस पानी के टैंक में बारिश के दिनों में जल इकट्ठा होता है। उसी पानी से खेतों की सिंचाई की जाती है। उसी पानी को इससे फुहारेनुमा छिड़का जाता है। ताकि ढंग से सिंचाई हो सके। यह पूरा कंट्रोल्ड सिस्टम है। पौधे को जितने न्यूट्रिएंट्स और पानी चाहिए, उतना ही दिया जाता है।”वहीं, सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर साझा की गई एक अन्य वीडियो पोस्ट में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, “आज भारत वैश्विक कृषि नवाचारों का सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि साझेदार बनकर उभर रहा है। हम ब्राजील के साथ जलवायु अनुकूल सोयाबीन किस्मों, यंत्रीकरण तकनीकों, प्रिसिजन फार्मिंग और सतत कृषि पद्धतियों पर ज्ञान साझाकरण की दिशा में उत्सुक हैं।उन्होंने कहा कि ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ के भाव के साथ विश्व से हमारा रिश्ता व्यापार का नहीं, बल्कि विश्वास का है। हम BRICS जैसे मंचों के माध्यम से कृषि तकनीक हस्तांतरण, क्षमता निर्माण और व्यापार सुलभता को बढ़ावा देने की दिशा में सहयोग को और सशक्त बनाना चाहते हैं जिससे दोनों देशों के किसान एवं कृषि उद्यम लाभान्वित हो सकें।केंद्रीय कृषि मंत्री आज ब्राजील में आयोजित ब्रिक्स कृषि मंत्रियों की 15वीं बैठक में भाग लेंगे। इस दौरान वे ब्राजील के कृषि और पशुधन मंत्री कार्लोस हेनरिक बाक्वेटा फावारो और कृषि विकास एवं पारिवारिक कृषि मंत्री लुइज पाउलो टेक्सेरा के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।आपको बता दें, इस बैठक में ब्रिक्स समूह के सदस्य देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया, इंडोनेशिया और ईरान के कृषि मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेंगे। यह सम्मेलन कृषि, कृषि प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास और खाद्य सुरक्षा जैसे विषयों पर भारत और ब्राजील के बीच सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।केंद्रीय मंत्री चौहान साओ पाउलो में प्रमुख ब्राज़ीलियाई कृषि व्यवसाय कंपनियों के प्रमुख और ब्राज़ीलियाई वनस्पति तेल उद्योग संघ के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे तथा कृषि मूल्य श्रृंखला में भागीदारी व निवेश के अवसरों की तलाश करेंगे।शिवराज सिंह चौहान साओ पाउलो में ब्राजील की प्रमुख कृषि व्यवसाय कंपनियों के प्रमुखों और ब्राजीलियाई वनस्पति तेल उद्योग संघ के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरान वे कृषि मूल्य श्रृंखला में साझेदारी और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच व्यावसायिक सहयोग को और अधिक गति मिल सके। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा कि उन्होंने अपनी राजनीति में देशहित को हमेशा सर्वोपरि रखा। पीएम मोदी के अलावा देश के अन्य प्रमुख नेताओं ने भी उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इन नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर के राष्ट्र निर्माण, सामाजिक समानता और जन कल्याण के प्रति उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने अपनी राजनीति में देशहित को हमेशा सर्वोपरि रखा। सामाजिक समरसता और राष्ट्र निर्माण के उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा, “शोषितों एवं वंचितों के प्रखर स्वर, लोकप्रिय राजनेता एवं राष्ट्रवादी चिंतक, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! राष्ट्र निर्माण, सामाजिक न्याय और जन कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हम सभी के लिए पाथेय है।”वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा, “प्रखर वक्ता, लोकप्रिय जननेता तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर जी की जयंती पर शत-शत नमन।”उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा, “भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी की जयंती पर कोटिशः नमन। आप जीवन पर्यंत सामाजिक न्याय के प्रबल पक्षधर रहे। पिछड़े और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित आपका जीवन हम सभी के लिए अनुकरणीय है।”वहीं, चंद्रशेखर जी के बेटे नीरज शेखर ने अपने पिता को याद करते हुए एक्स पर लिखा, “दृढ़ संकल्प, अपार साहस और अटल ईमानदारी के प्रतीक, पूज्यनीय पिता श्री, पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय चंद्रशेखर जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। आपकी विचारधारा, कर्मठता और निस्वार्थ सेवाभाव आज भी हम सभी को प्रेरणा देते हैं। राष्ट्र निर्माण की राह में आपका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।” - कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नादिया में फर्जी पासपोर्ट मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। ईडी के अधिकारी नादिया जिले के चकदाहा में गुरुवार सुबह से ही छापेमारी और तलाशी अभियान चला रहे हैं। पश्चिम बंगाल में चल रहे एक बड़े फर्जी भारतीय पासपोर्ट रैकेट में मनी लॉन्ड्रिंग एंगल की जांच के सिलसिले में यह छापेमारी की गई है।छापेमारी और तलाशी अभियान अभी जारीराज्य में रैकेट चलाने वाले लोग भारत में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को जाली कागजात और पासपोर्ट मुहैया कराते हैं। हालांकि ताजा छापेमारी और तलाशी अभियान का ब्योरा अभी उपलब्ध नहीं कराया गया है। फिलहाल ईडी के अधिकारियों द्वारा अभी तक उन लोगों की पहचान के बारे में कुछ नहीं बताया गया है, जिनके चकदाहा स्थित आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान जारी है।दो सरगनाओं के एक सहयोगी के आवास पर की गई छापेमारीघटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने बताया है कि यह कार्रवाई रैकेट के दो सरगनाओं आलोक नाथ और आजाद मलिक के एक करीबी सहयोगी के आवास पर की गई है, जिन्हें इस सप्ताह की शुरुआत में ईडी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। नाथ को मंगलवार शाम को नादिया जिले के गेडे स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया गया था, जो बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के बहुत करीब है।वहीं दूसरी ओर, बांग्लादेशी निवासी मलिक को उसी रात केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास उनके किराए के आवास से गिरफ्तार किया, जो कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में स्थित है।अपने आवास से हवाला रैकेट भी चला रहा थे आरोपीमलिक न केवल भारतीय पासपोर्ट सहित नकली भारतीय पहचान दस्तावेजों के साथ कोलकाता में रह रहा था, बल्कि अपने आवास से हवाला रैकेट भी चला रहा था। ईडी के निष्कर्षों के अनुसार, उसने पिछले साल हवाला मार्ग का उपयोग करके भारत से बांग्लादेश में कुल 2.62 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए थे।कोलकाता पुलिस ने अदालत में जाली पासपोर्ट घोटाले मामले में आरोप पत्र किया था दायरज्ञात हो पिछले महीने, कोलकाता पुलिस ने कोलकाता की एक निचली अदालत में जाली पासपोर्ट घोटाले के मामले में आरोप पत्र दायर किया, जिसमें उल्लेख किया गया था कि दस्तावेज में नामित 130 व्यक्तियों में से 120 बांग्लादेशी निवासी हैं और शेष भारतीय नागरिक हैं।बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ मुख्य आरोपबांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ मुख्य आरोप यह है कि उन्होंने नकली भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के लिए भारी मात्रा में धन का भुगतान किया। आरोपी भारतीय नागरिकों पर आरोप है कि उन्होंने इन बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए भारतीय पासपोर्ट समेत फर्जी भारतीय पहचान दस्तावेजों की व्यवस्था करने में मदद की। इससे पहले, कोलकाता पुलिस ने शहर पुलिस के सेवानिवृत्त सहायक उपनिरीक्षक अब्दुल हई को गिरफ्तार किया था। आरोप पत्र में मामले में अब्दुल हई की संलिप्तता का विवरण भी दिया गया था। इसमें इन 52 पुलिस सत्यापन मंजूरी के माध्यम से अब्दुल हई के वित्तीय लाभ का विवरण था, जहां वह जमीनी जांच या सत्यापन अधिकारी था।
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शाहजहांपुर. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में ससुर ने कुल्हाड़ी से प्रहार करके अपनी बहू की कथित रूप से हत्या कर दी और फरार हो गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार द्विवेदी ने बुधवार को बताया कि थाना कांट अंतर्गत हठीपुर कुरिया में रहने वाली सुमित्रा (30 वर्ष) की उसके ही ससुर आरोपी राजपाल सत्य ने कुल्हाड़ी से प्रहार करके हत्या कर दी। घटना की जानकारी आज सुबह मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल से ग्रामीणों से हुई पूछताछ के हवाले से बताया कि आरोपी ससुर अक्सर शराब पीता था और संभवत: मृतका से कुछ कहा सुनी होने पर उसने घर में रखी कुल्हाड़ी से प्रहार करके उसकी हत्या कर दी। द्विवेदी ने बताया कि मृतका का पति ट्रक ड्राइवर है और वह अक्सर ट्रक लेकर बाहर जाता है। घटना वाले दिन भी वह बाहर ही था। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी कब्जे में ले कर मामले की जांच कर रही है । आरोपी घटना के बाद से फरार है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस ने टीम बनाई हैं। -
मथुरा/ उत्तर प्रदेश में पर्यटन विकास के लिए मथुरा जिले में स्थित राधारानी के गांव बरसाना के आसपास की पहाड़ियों को हरा—भरा बनाने के उद्देश्य से उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा तैयार की गई परियोजना को राज्य सरकार ने हरी झंडी दे दी है। साथ ही, परिषद को इन पहाड़ियों पर मौजूद बबूल और कीकर जैसे अलाभकारी वृक्षों को हटाकर उनके स्थान पर कृष्णकालीन प्रजाति के वृक्षों के रोपण की अनुमति भी उच्चतम न्यायालय से मिल गई है। यह जानकारी परिषद के पदेन मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं मथुरा—वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने वृन्दावन और मथुरा के बाद बरसाना में पर्यटकों की तेजी से बढ़ती संख्या को देखते हुए क्षेत्र में पर्यटन की दृष्टि से 206 करोड़ की लागत वाली 10 परियोजनाएं प्रस्तावित की थीं। इनमें से बरसाना के आसपास की तीन पहाड़ियों के सौन्दर्यीकरण की योजना को स्वीकृति मिल गई है। उल्लेखनीय है कि भगवान श्रीकृष्ण की आह्लादिनी शक्ति् राधारानी के गांव बरसाना के आसपास राजस्थान की सीमा से लगी आठ पहाड़ियां हैं जिन्हें राधारानी की आठ सखियों के नाम पर 'अष्ट सखी' का स्वरूप माना जाता है। एक सदी पहले तक ये सभी पहाड़ियां प्राकृतिक छटा से भरपूर एवं बहुत ही समृद्ध नजर आती थीं। लेकिन पिछले कुछ दशकों में इन पहाड़ियों का स्वरूप अंधाधुंध दोहन एवं उपेक्षा के चलते विकृत हो गया है। जहां कभी चारों तरफ बड़े ही हरे—भरे वृक्ष नजर आते हैं वहां अब कीकर, करील और बबूल जैसे उजाड़ वृक्ष एवं पहाड़ ही शेष रह गए हैं। सिंह ने बताया कि इन पहाड़ियों का धार्मिक महत्व है क्योंकि माना जाता है कि ये भगवान श्रीकृष्ण एवं राधारानी की अनेक लीलाओं की साक्षी रही हैं। ‘‘इसलिए सरकार ने इनके सौन्दर्यीकरण का निर्णय लिया है। योजना के अनुसार पहले चरण में राकौंली, ढभाला और सखी गिरि पहाड़ियों का सौन्दर्यीकरण किया जाएगा। शुरुआत 98 हैक्टेअर में फैली राकौंली पहाड़ी से होगी।'' सिंह ने बताया कि इस पहाड़ी की तारबंदी कर यहाँ ‘ईको—रेस्टोरेशन' का काम किया जाना है जिसमें पौधारोपण, जल संरक्षण से लेकर संस्कृति संरक्षण आदि शामिल है। कुल 2.11 करोड़ की लागत की इस योजना के लिए 1.30 करोड़ अवमुक्त कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हरियाली को नष्ट करने वाले वृक्षों को हटाकर कदम्ब, पीलू, ढाक आदि द्वापरयुगीन प्रजाति के वृक्ष लगाए जाएंगे और उच्चतम न्यायालय ने इसकी अनुमति दे दी है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 हेतु स्वीकृत की गईं अन्य परियोजनाओं में गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर फ्लड लाइट, यमुना नदी के घाटों का विकास एवं पुनरुद्धार, गांव जचौंदा में शिल्पग्राम, पड़ाव और जनसुविधा का कार्य, वृन्दावन परिक्रमा मार्ग के अवशेष भाग में सीसीटीवी कैमरे, पीए सिस्टम, आईटीएमएस का कार्य किया जाएगा। यमुना के अक्रूर घाट, देवराह घाट, केसी घाट, मांट रोड घाट, जुगलकिशोर घाट पर क्रूज संचालन, पर्यटक सुविधा केंद्र पर मल्टीलेवल कार पार्किंग का विकास, बरसाना में अवसंरचना के विस्तार का कार्य तथा जनपद के पौराणिक वनों का विकास आदि कार्य शामिल हैं।
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नयी दिल्ली. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कहा है कि इंजीनियरिंग के इच्छुक अभ्यर्थियों को जेईई-मेन की अंतिम उत्तर-कुंजियों का इंतजार करना चाहिए और अनंतिम उत्तर-कुंजियों में त्रुटियों के बारे में कोई निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए। एजेंसी को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)-मेन के उत्तरों में कई त्रुटियों के बारे में शिकायतें मिलने की खबरों के बीच यह स्पष्टीकरण आया है। एजेंसी ने कहा, “एनटीए ने हमेशा एक पारदर्शी परीक्षा प्रक्रिया का पालन किया है। परीक्षार्थियों को अनंतिम उत्तर कुंजी जारी होते ही उनकी दर्ज की गई प्रतिक्रियाओं को देखने की अनुमति होती है। एनटीए अनंतिम उत्तर कुंजी को दी गई प्रत्येक चुनौती पर अत्यंत गंभीरता से विचार करता है। एनटीए ने कहा, “उत्तर कुंजी को चुनौती देने की प्रक्रिया सभी उम्मीदवारों के लिए निष्पक्ष व विश्वसनीय प्रणाली सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 'उत्तर कुंजी चुनौती' प्रक्रिया का उद्देश्य किसी भी विसंगति को दूर करना और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है।” एजेंसी ने कहा कि जेईई मेन्स की उत्तर कुंजी केवल अनंतिम हैं और अंतिम उत्तर कुंजी अभी प्रकाशित नहीं की गई है। एनटीए ने कहा, “अंक केवल अंतिम उत्तर कुंजी के माध्यम से निर्धारित होते हैं। अनंतिम उत्तर कुंजी के आधार पर निष्कर्ष निकालना सही नहीं है। एनटीए परीक्षार्थियों को सलाह देता है कि उन्हें उन खबरों से गुमराह नहीं होना चाहिए जिनमें अनावश्यक संदेह और चिंताएं जताई गई हैं।” जेईई-मेन परीक्षा दो चरण में होती है। पहला चरण जनवरी जबकि दूसरा अप्रैल में होता है।
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मुंबई. महाराष्ट्र के मंत्री संजय शिरसाट का कहना है कि राज्य सरकार 27 नगर निगमों के लिए गटर की सफाई के वास्ते 100 रोबोट खरीदेगी। यह घोषणा केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सफाई कार्यों का सामाजिक ऑडिट कराए जाने के बाद की गई है। ऑडिट में राज्य सरकार की सफाई कर्मचारियों की मौतों की समस्या से निपटने में विफलता को उजागर किया गया है। मुंबई, पुणे, परभणी, सतारा और शिरुर में केंद्र सरकार द्वारा किए गए सामाजिक ऑडिट ने महाराष्ट्र में सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा में अधिकारियों और ठेकेदारों की गंभीर विफलताओं को उजागर किया है। ऑडिट के अनुसार, 2021 और 2024 के बीच 18 सफाई कर्मचारियों की जान चली गई।
ऑडिट में कहा गया कि सर्वेक्षण किये गए सभी पांच स्थानों पर सुरक्षा नियम, सुरक्षात्मक उपकरण और आपातकालीन व्यवस्था लगभग पूरी तरह से नदारद थी। राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, "हम सबसे पहले छत्रपति संभाजीनगर नगर निगम में नए रोबोट के साथ एक महीने का परीक्षण करेंगे। सफल परीक्षण के बाद हम 100 रोबोट खरीदेंगे।" उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय विभाग शहरी विकास विभाग को रोबोट उपलब्ध कराएगा, जिसके बाद शहरी विकास विभाग उन्हें नगर निगमों को वितरित करेगा। शिरसाट ने कहा, "ये नए रोबोट स्वदेशी रूप से निर्मित हैं और कम क्षमता वाले मौजूदा रोबोटों की तुलना में अधिक सक्षम हैं। हम जो रोबोट खरीदेंगे, उनमें सफाई और अपशिष्ट पृथक्करण की अधिक क्षमता होगी। -
नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) संजीव खन्ना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में न्यायमूर्ति बी.आर. गवई के नाम की सिफारिश की है। देश के सर्वोच्च न्यायिक पद पर लगभग 6 महीने के कार्यकाल के बाद सीजेआई खन्ना 13 मई को पद मुक्त हो जाएंगे।
6 महीने से अधिक का होगा न्यायमूर्ति गवई का कार्यकाल53वें सीजेआई बनने की दौड़ में शामिल न्यायमूर्ति गवई का कार्यकाल 6 महीने से अधिक का होगा और वे 23 नवंबर, 2025 को पद से मुक्त होंगे। सीजेआई खन्ना ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर न्यायमूर्ति गवई के नाम की सिफारिश की है, जो सीजेआई द्वारा अपने उत्तराधिकारी के रूप में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश को नामित करने की स्थापित परंपरा के अनुसार है।मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर के अनुसार होगी पदोन्नतिमेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर के अनुसार, केंद्र निवर्तमान सीजेआई से सेवानिवृत्ति से ठीक एक महीने पहले उत्तराधिकारी का नाम बताने के लिए कहता है।2019 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में गवई हुए थे पदोन्नतन्यायमूर्ति गवई को 29 मई, 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। नवंबर 2003 में उन्हें बॉम्बे उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और नवंबर 2005 में वे स्थायी न्यायाधीश बन गए।बेंच में पदोन्नत होने से पहले, उन्होंने संवैधानिक कानून और प्रशासनिक कानून में प्रैक्टिस की और नागपुर नगर निगम, अमरावती नगर निगम और अमरावती विश्वविद्यालय के लिए स्थायी वकील के रूप में कार्य किया। उन्हें अगस्त 1992 में बॉम्बे उच्च न्यायालय, नागपुर पीठ में सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया गया जहां उन्होंने जुलाई 1993 तक सेवा की। उन्हें 17 जनवरी, 2000 को नागपुर पीठ के लिए सरकारी वकील और लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया गया था। -
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए मुंबई-मनमाड पंचवटी एक्सप्रेस में देश का पहला ट्रेन एटीएम स्थापित कर दिया है। इसके सुविधा के बाद, यात्री चलती ट्रेन में आसानी से कैश निकाल सकते हैं। एटीएम को ट्रेन के एसी कोच में स्थापित किया गया है और इसका ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है।
इस पहल को भारतीय रेलवे के भुसावल डिवीजन और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बीच सहयोग से शुरू किया गया हैयह मशीन यात्रियों को ट्रेन चलने के दौरान भी कैश निकालने की सुविधा देती है। इसे भारतीय रेलवे की इनोवेटिव और नॉन-फेयर रेवेन्यू आईडिया (आईएनएफआरआईएस) के हिस्से के रूप में पेश किया गया है। इस पहल को भारतीय रेलवे के भुसावल डिवीजन और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बीच सहयोग से शुरू किया गया है।ट्रायल अच्छा रहा और पूरी यात्रा के दौरान मशीन सुचारू रूप से काम करती रहीरेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल अच्छा रहा और पूरी यात्रा के दौरान मशीन सुचारू रूप से काम करती रही। हालांकि, इगतपुरी और कसारा के बीच के हिस्से में कुछ समय के लिए नेटवर्क संबंधी समस्याएं आईं, क्योंकि यह रीजन सुरंगों और सीमित मोबाइल कनेक्टिविटी के कारण खराब सिग्नल के लिए जाना जाता है।एटीएम को एसी कोच में रखा गया है, लेकिन पंचवटी एक्सप्रेस के सभी 22 कोचों के यात्री इसका उपयोग कर सकते हैंभुसावल के मंडल रेल प्रबंधक इति पांडे ने कहा, “परिणाम अच्छे रहे। लोग अब यात्रा के दौरान कैश निकाल सकेंगे। हम मशीन के प्रदर्शन की निगरानी करते रहेंगे।” पांडे ने आगे कहा कि यह आईडिया पहली बार भुसावल डिवीजन द्वारा आयोजित आईएनएफआरआईएस बैठक के दौरान प्रस्तावित किया गया था। हालांकि, एटीएम को एसी कोच में रखा गया है, लेकिन पंचवटी एक्सप्रेस के सभी 22 कोचों के यात्री इसका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि ये सभी कोच वेस्टिबुल के माध्यम से जुड़े हुए हैं।एटीएम मुंबई-हिंगोली जन शताब्दी एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए भी उपलब्ध होगाकैश निकासी के अलावा, यात्री एटीएम का उपयोग चेक बुक ऑर्डर करने और खाता विवरण प्राप्त करने के लिए भी कर सकते हैं। बड़ी बात यह है कि यही एटीएम मुंबई-हिंगोली जन शताब्दी एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए भी उपलब्ध होगा, क्योंकि यह पंचवटी एक्सप्रेस के साथ एक ही रेक साझा करता है। इसका मतलब है कि लंबे रूट पर ज्यादा यात्रियों को भी इस सुविधा का फायदा मिलेगा।यदि यह एटीएम सेवा यात्रियों के बीच लोकप्रिय हो जाती है तो इसे और अधिक ट्रेनों में विस्तारित किया जा सकता हैसुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, एटीएम में शटर सिस्टम लगाया गया है और चौबीसों घंटे सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाती है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यदि यह सेवा यात्रियों के बीच लोकप्रिय हो जाती है तो इसे और अधिक ट्रेनों में विस्तारित किया जा सकता है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने आज बुधवार को फोन पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-फिनलैंड साझेदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया। खास तौर पर डिजिटल तकनीक, क्वांटम कंप्यूटिंग, 5G और 6G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई।
पीएम मोदी ने बातचीत के बाद एक्स पर लिखा, “फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ महत्वपूर्ण बातचीत हुई। फिनलैंड यूरोपीय संघ (EU) में भारत का एक अहम साझेदार है। हमने यूक्रेन की स्थिति सहित कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए।” पीएमओ के मुताबिक दोनों नेताओं ने डिजिटलाइजेशन, टिकाऊ विकास और मोबिलिटी समीक्षा की। इसके साथ ही यूक्रेन संकट समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय विषयों पर भी बातचीत हुई।फिनलैंड के राष्ट्रपति स्टब ने भी एक्स पर लिखा कि उन्होंने पीएम मोदी के साथ अच्छी बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया में जो सामरिक बदलाव हो रहे हैं, ऐसे में भारत और फिनलैंड की दोस्ती पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत और यूरोपीय संघ (EU) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को जल्द पूरा करने का समर्थन भी जताया।इससे पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन से भी फोन पर बात की थी। दोनों नेताओं ने भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को मजबूत करने पर चर्चा की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, हरित ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने की बात कही। -
नयी दिल्ली।वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि सरकार ने एक अंतर-मंत्रालयी आयात वृद्धि निगरानी समूह का गठन किया है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि अमेरिका के चीन और वियतनाम जैसे कुछ देशों पर उच्च शुल्क लगाने से ये देश भारत में अपना माल भेज सकते हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि अमेरिकी वस्तुओं पर चीन के जवाबी शुल्क से भारत में अमेरिकी कृषि उत्पादों की आवक बढ़ सकती है। वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव एल सत्य श्रीनिवास ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘शुल्क से संबंधित वैश्विक अनिश्चितताओं के साथ, जाहिर तौर पर आयात में उछाल से संबंधित आशंकाएं बढ़ गई हैं... इस पर गौर करने के लिए आयात वृद्धि निगरानी समूह का गठन किया गया है।'' उन्होंने कहा कि अगर किसी असामान्य वृद्धि की सूचना मिलती है, तो वाणिज्य मंत्रालय डंपिंग-रोधी या रक्षोपाय (सेफगार्ड) शुल्क लगाने जैसी कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि समूह वस्तुओं और देशों के अनुसार साप्ताहिक और मासिक रुझानों की निगरानी कर रहा है।श्रीनिवास ने कहा, ‘‘अगर कोई असामान्य उछाल है, तो हम इसके कारणों को समझना चाहेंगे।''इस समूह में वाणिज्य विभाग, डीजीएफटी (विदेश व्यापार महानिदेशालय), सीबीआईसी (केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड) और उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के प्रतिनिधि शामिल हैं। जरूरत पड़ने पर अन्य मंत्रालयों के अधिकारियों से भी परामर्श किया जा रहा है। मंत्रालय के अनुसार, हाल ही में किए गए एक आकलन में वैश्विक व्यापार तनाव के बीच जवाबी शुल्क के कारण भारत में माल की डंपिंग के जोखिम पैदा हो गए हैं। इसके मुताबिक, अमेरिका में बढ़ती लागत के कारण चीन, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देशों के निर्यातक भारत में माल भेज सकते हैं। गौरतलब है कि अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर 145 प्रतिशत का भारी शुल्क लगाया है। जवाबी कार्रवाई में चीन ने भी अमेरिकी वस्तुओं पर 125 प्रतिशत शुल्क लगाया है, जिससे व्यापार युद्ध शुरू हो गया है।
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नयी दिल्ली।. इंडिगो ने मंगलवार को 125 से अधिक दैनिक उड़ानों को टर्मिनल-2 से टर्मिनल-1 पर स्थानांतरित कर दिया। जिससे टी-1 से उड़ान भरने वाली कुल उड़ानों की संख्या प्रतिदिन 200 से अधिक हो गई है। टी-2 को रखरखाव कार्यों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इंडिगो ने मंगलवार को बयान में कहा कि स्थानांतरण प्रयास के परिणामस्वरूप टी-1 पर इसका यात्री यातायात समेकित हो गया है, जो 15,000 से बढ़कर 40,000 यात्रियों और उड़ानों का परिचालन 75 से ज्यादा से बढ़कर 200 हो गया है। इसने कहा, ‘‘टर्मिनल-2 पर रात में रुकने वाले कुल 26 विमानों को सुचारू रूप से टर्मिनल-1 पर स्थानांतरित कर दिया गया। इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स ने कहा कि एयरलाइन इस अस्थायी चरण के दौरान यात्रियों से मिले सहयोग की सराहना करती है। केवल इंडिगो और अकासा एयर ही टी-2 से उड़ानें संचालित कर रहे थीं।
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नयी दिल्ली.। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को यहां एक विशेष कार्यक्रम के तहत अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2' देखी और भारतीय इतिहास के एक अनदेखे अध्याय को उजागर करने वाली इस फिल्म की प्रशंसा की। ‘केसरी चैप्टर 2', जलियांवाला बाग नरसंहार की एक अनकही कहानी को बयां करती है और यह फिल्म 18 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। दोनों नेताओं ने दिल्ली सरकार में मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, आशीष सूद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज के साथ-साथ अक्षय और उनके सह-कलाकार आर माधवन के संग फिल्म देखी। पुरी ने फिल्म देखने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, “मैं चाहता हूं कि युवा इस फिल्म को देखें, इससे प्रेरणा लें और दिखाएं कि कैसे मुश्किल परिस्थितियों में भी ऐसे लोग खड़े होते हैं और धारा के विपरीत काम करते हैं। और इसी तरह देश स्वतंत्र हुआ। इसी तरह हम आज जो हैं, वह हैं। हम दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने जा रहे हैं, इसी तरह हम आत्मविश्वास हासिल कर रहे हैं।” उन्होंने कांग्रेस पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी के नेताओं को अपने बच्चों के साथ यह फिल्म देखनी चाहिए। पुरी ने कहा, “मैं इसे कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहता। इनमें से कुछ चीजों के प्रति कांग्रेस का रवैया, वे अपने परिवार को बढ़ावा देने में इतने व्यस्त रहे हैं कि वे व्यापक वास्तविकता और देश के विकास के लिए वास्तव में क्या महत्वपूर्ण है उसे भूल गए हैं।” निर्देशन के क्षेत्र में कदम रख रहे करण सिंह त्यागी द्वारा निर्देशित यह फिल्म वकील सी शंकरन नायर की सच्ची कहानी को बयां करती है, जिन्होंने 1920 के दशक में ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी थी। यह फिल्म नायर के प्रपौत्र रघु पलात और उनकी पत्नी पुष्पा पलात की किताब ‘द केस दैट शूक द एम्पायर' पर आधारित है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी फिल्म की तारीफ करते हुए कहा कि इसे देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने कहा, “यह एक शानदार फिल्म है। मैंने आधी फिल्म देखी है और पूरी फिल्म देखना चाहूंगी। मैं हमेशा कहती हूं कि हमें अपने देश के लिए मरने का मौका नहीं मिलेगा, लेकिन हम अपने देश के लिए जीना शुरू कर सकते हैं।” रेखा गुप्ता ने कहा, “देश की आजादी के लिए करोड़ों लोगों ने अपनी जान कुर्बान कर दी, लेकिन हम उनके नाम तक नहीं जानते। यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने देश के लिए जीना शुरू करें।”
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जोधपुर.। राजस्थान के जोधपुर में एक दम्पति ने अपने तीन बच्चों को जहर दिया, गला घोंटा और उनकी कलाई एवं गला रेतने के बाद स्वयं भी आत्महत्या का प्रयास किया। यह जानकारी पुलिस ने मंगलवार को दी। पुलिस ने बताया कि यह घटना सोमवार रात जोधपुर जिले के फलौदी तहसील के कोलू पाबूजी गांव में हुई। दंपति के रिश्तेदारों ने मंगलवार सुबह घर में खून जमा देखने के बाद पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने बताया कि पांचों को अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि बच्चों के माता-पिता का उपचार किया जा रहा है। फलौदी की पुलिस अधीक्षक (एसपी) पूजा अवाना ने कहा कि आरोपी शिवलाल और उसकी पत्नी जतनो के बीच सोमवार रात को एक झगड़ा हुआ था, जिसके कारण उन्होंने इस भयावह कृत्य को अंजाम दिया। एसपी के मुताबिक, आरोपी दंपति ने पहले अपने बेटे हरीश (9) और बेटियों किरण (5) और नत्थू (3) को जहर दिया और फिर उनका गला घोंटा। एसपी के मुताबिक, इसके बाद आरोपी दंपति ने बच्चों की बांह की नसें ब्लेड से काट दीं और चाकू से उनका गला रेत दिया। एसपी के मुताबिक, इसके बाद आरोपी दंपति ने खुद की कलाई काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की। एसपी अवाना ने बताया कि शिवलाल के भाई की पत्नी ने मंगलवार सुबह घर के बाहर खून देखा और अन्य परिजनों को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाद में पुलिस को सूचना दी गई। उन्होंने बताया, ‘‘मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को अचेत अवस्था में पाया। घर में खून फैला हुआ था।'' उन्होंने बताया कि घर से जहर की खाली बोतल, ब्लेड और एक चाकू बरामद किया गया है। एसपी ने बताया कि पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी जुटायी जा रही है। उन्होंने बताया कि परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की जा रही है और आरोपी दंपति के बयान दर्ज करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों के शवों को मुर्दाघर भेज दिया गया है।. - कोटा (राजस्थान). ।कोटा-इटावा राज्य राजमार्ग पर मंगलवार सुबह एक तेज रफ्तार कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे एक परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मोटरसाइकिल पांच फुट उछलकर खाई में गिर गई, जिससे इलियास (29), उसकी पत्नी सितारा (27) और उनकी रिश्तेदार जोया (17) की मौके पर ही मौत हो गई तथा इलियास के आठ महीने के बेटे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सुल्तानपुर थाने के मंडल निरीक्षक सत्यनारायण मालव ने बताया कि यह घटना मंगलवार सुबह उस समय हुई जब परिवार एक रिश्तेदार के घर से मोटरसाइकिल पर लौट रहा था और तभी कोटा-इटावा राज्य राजमार्ग पर तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में, कार में सवार कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ।मालव ने बताया कि कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसका वाहन जब्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए हैं। मामले की जांच जारी है।