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- 0-“एक कृषि–एक देश– एक टीम”: किसानों की समृद्धि और ग्रामीण परिवर्तन की दिशा में राष्ट्रीय संकल्प0- तमिलनाडु में केंद्रीय मंत्री-ने चौपाल पर किया किसानों, दीदियों और ग्रामीणजनों के साथ संवादनई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को तमिलनाडु के आईसीएआर–कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), वेल्लोर का दौरा किया। यह दौरा देशभर में कृषि क्षेत्र की समग्र प्रगति और “एक कृषि–एक देश– एक टीम” की एकजुटता का प्रतीक है। यहां श्री शिवराज सिंह ने किसानों तथा ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने किसानों से प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (पीएम-डीडीकेवाई), राष्ट्रीय दलहन मिशन, राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन (एनएमएनएफ), क्लस्टर फ्रंटलाइन डिमॉन्स्ट्रेशन ऑन पल्सेस (CFLD on Pulses), फरमेंटेड ऑर्गेनिक मैन्योर (एफओएम/एलएफओएम) तथा केवीके से जुड़ी अन्य पहलों के बारे में चर्चा की।केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वेल्लोर में प्रगतिशील किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण युवाओं से संवाद करने के साथ ही क्षेत्र की उपलब्धियों की समीक्षा की। उन्होंने केवीके वेल्लोर द्वारा विकसित वाइल्ड बोअर रिपेलेंट जैसी अभिनव तकनीक की सराहना की, जिसने किसानों को जंगली सूअरों से फसल सुरक्षा के लिए व्यावहारिक समाधान प्रदान किया है। केंद्र द्वारा संचालित सीड हब और पल्सेस मिशन के तहत उच्च उत्पादकता वाली किस्मों (VBN-8, VBN-10, VBN-11) का सफल प्रसार किया गया है। प्रदर्शनी में कृषि नवाचारों और मूल्यवर्धित उत्पादों का श्री शिवराज सिंह ने अवलोकन किया।केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने किसानों से उक्त योजनाओं से लाभ, कृषि, पशुपालन तथा मत्स्यपालन से संबंधित प्रतिक्रिया ली और उनका मार्गदर्शन किया। चौपाल संवाद के दौरान योजनाओं का ज़मीनी प्रभाव जानने के साथ ही श्री शिवराज सिंह ने आसपास के जिलों के किसानों से बातचीत की।श्री चौहान ने पहली चौपाल में तमिलनाडु के विरुधुनगर, शिवगंगई, तूतीकोरिन और रामनाथपुरम के पीएमडीडीकेवाई से जुड़े किसानों से संवाद किया। प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना में रामनाथपुरम, शिवगंगई, तूतीकोरिन और विरुधुनगर (तमिलनाडु) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना के अंतर्गत 11 केंद्रीय मंत्रालयों की 36 योजनाओं को एकीकृत कर किसानों को व्यापक लाभ पहुंचाया जाएगा। उन्होंने चारों केवीके प्रमुखों से इन योजनाओं के संविलयन (convergence) की प्रगति पर जानकारी ली। यहां किसानों ने प्राकृतिक खेती, मुण्डु मिर्च, दलहन और तिलहन सीएफएलडी, और अन्य परियोजनाओं से अपनी संतुष्टि व्यक्त की।दूसरी चौपाल में श्री शिवराज सिंह ने प्राकृतिक खेती और राष्ट्रीय दलहन मिशन पर विशेष बल दिया और कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया यह अनोखा अभियान देश को दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाएगा। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु जैसे राज्य को इस योजना से अत्यधिक लाभ होगा क्योंकि इस अंतर्गत बेहतर किस्में, आधुनिक तकनीक तथा विपणन सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने टीएनएयू के राष्ट्रीय दलहन अनुसंधान केंद्र, वाम्बन द्वारा विकसित उन्नत दलहन किस्मों की सराहना भी की।केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने किसानों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और कहा कि नारियल फसलों में कीट व रोग की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने उल्लेख किया कि आम उत्पादन में अधिशेष (glut) के कारण मूल्य गिरावट से राहत के लिए मूल्यवर्धन व प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना का प्रयास किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत तमिलनाडु के पात्र किसानों को जोड़ा जाएगा ताकि अधिकतम लाभ पहुंच सके।श्री शिवराज सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि वे तमिलनाडु के मेहनती किसानों, उनकी संस्कृति और मूल्यों से अत्यंत प्रभावित हैं। उन्होंने वादा किया कि वे फिर से तमिलनाडु आएंगे और किसानों से प्राकृतिक खेती तथा अन्य पहल पर सीधे संवाद करेंगे।इस आयोजन में तमिलनाडु कृषि, बागवानी एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक, टीएनएयू के कुलपति डॉ. आर. तमिऴवेंदान, आईसीएआर-ATARI हैदराबाद के निदेशक डॉ. शेख एन. मीरा, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की संयुक्त सचिव सुश्री ईनिथा, राज्य बागवानी आयुक्त श्री कुमारवेल पांडियन, टीएनएयू एवं टीएएनयूवीएएस के वरिष्ठ अधिकारी तथा आईसीएआर, कृषि, बागवानी, पशुपालन विभागों और अन्य संबद्ध संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में सैकड़ों किसानों ने सहभागिता की और केंद्र तथा राज्य स्तर पर कृषि विकास के प्रयासों के प्रति अपना उत्साह प्रकट किया। यहां ड्रोन दीदियां, स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लखपति दीदियां भी संवाद में शामिल हुईं।
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नयी दिल्ली. उच्चतम न्यायालय जाली दस्तावेज के जरिये धोखाधड़ी का शिकार हुए 'डिजिटल अरेस्ट' पीड़ितों के स्वतः संज्ञान वाले मामले की 27 अक्टूबर को सुनवाई करेगा। उच्चतम न्यायालय की वाद सूची के अनुसार, “जाली दस्तावेज के जरिए डिजिटल अरेस्ट के पीड़ित” विषय वाली स्वतः संज्ञान याचिका सोमवार को न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए आएगी। शीर्ष अदालत ने 17 अक्टूबर को मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि प्रथम दृष्टया न्यायिक दस्तावेज की जालसाजी, साइबर जबरन वसूली और निर्दोष लोगों, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों की साइबर गिरफ्तारी से जुड़े आपराधिक उद्यम की पूरी सीमा का पता लगाने के लिए केंद्र और राज्य पुलिस के बीच समन्वित प्रयासों के साथ अखिल भारतीय स्तर पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। उच्चतम ने इस मामले में केंद्र, सीबीआई और अन्य से जवाब मांगा है तथा कहा है कि इस तरह के अपराध न्यायिक प्रणाली में जनता के विश्वास की ‘नींव' पर प्रहार करते हैं। शीर्ष अदालत ने हरियाणा के अंबाला में एक वरिष्ठ नागरिक दंपति के ‘डिजिटल अरेस्ट' के मामले का संज्ञान लिया था। धोखाधड़ी करने वालों ने अदालत और जांच एजेंसियों के फर्जी आदेशों के आधार पर इस दंपति से 1.05 करोड़ रुपये जबरन वसूल लिये थे। पीठ ने कहा, ‘‘हम इस बात से स्तब्ध हैं कि धोखेबाजों ने भारत की शीर्ष अदालत और विभिन्न अन्य दस्तावेज के नाम पर न्यायिक आदेशों को गढ़ा है। पीठ ने यह भी कहा कि दस्तावेज की जालसाजी और उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के नाम, मुहर और न्यायिक प्राधिकार का बेशर्मी से आपराधिक दुरुपयोग गंभीर चिंता का विषय है। शीर्ष अदालत ने अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि से भी इस मामले में सहायता करने का अनुरोध किया।
उसने देश भर में ‘डिजिटल अरेस्ट' के बढ़ते मामलों को चिह्नित किया था और केंद्र, सीबीआई और अन्य से स्वत: संज्ञान मामले में जवाब मांगा था जब 73 वर्षीय एक महिला ने 21 सितंबर को प्रधान न्यायाधीश बी आर गवई को पत्र लिखकर अदालत के आदेशों का उपयोग करके दंपति को धोखा देने की घटना के बारे में सूचित किया था। ‘डिजिटल अरेस्ट' एक ऐसी आपराधिक प्रक्रिया है जहां धोखेबाज आभासी मंच पर खुद को कानून प्रवर्तन या सरकारी अधिकारी के रूप में पेश करता है और लोगों को डरा-धमका उनसे पैसे या संवेदनशील जानकारी मांगता है। -
नयी दिल्ली. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की पृष्ठभूमि में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। शिंदे की प्रधानमंत्री से यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब शिवसेना के एक नेता ने पुणे में कुछ जमीन सौदों के सिलसिले में भाजपा के लोकसभा सदस्य और केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल पर निशाना साधा है। मोहोल ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। शिंदे ने प्रधानमंत्री मोदी से लगभग 90 मिनट की मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री का हमेशा से मानना रहा है कि राजग और महायुति विकास के एजेंडे पर आधारित वैचारिक गठबंधन हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह दिवाली के अवसर पर एक शिष्टाचार मुलाकात थी। बिहार चुनाव के लिए प्रचार अभियान के दौरान समय देने के लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।'' बताया जा रहा है कि शिंदे ने महाराष्ट्र की स्थिति पर भी चर्चा की, जहां जल्द ही स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं और गठबंधन सहयोगियों के स्थानीय नेता चाहते हैं कि उनकी संबंधित पार्टियां गठबंधन के हिस्से के रूप में नहीं, बल्कि अपने बल पर चुनाव लड़ें। स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर ‘महायुति' में मतभेदों के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा, ‘‘ये स्थानीय चुनाव हैं और स्थानीय नेताओं को लगता है कि उन्हें ये चुनाव लड़ना चाहिए।'' हालांकि, शिवसेना प्रमुख ने कहा कि जब गठबंधन सहयोगियों के वरिष्ठ नेता कोई निर्णय लेते हैं, तो स्थानीय नेता भी उसी राह पर चलते हैं।
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कोयंबटूर. कोयंबटूर में चालक कार से नियंत्रण खो बैठा और वाहन सड़क से फिसलकर एक पेड़ से टकरा गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना शुक्रवार रात पेरूर चेट्टीपलायम में हुई।
पेरूर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया, "सभी मृतकों की उम्र 19 से 25 साल के बीच थी। घायल को कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है।" उन्होंने बताया कि पीड़ितों की पहचान अभी नहीं हो पाई है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। -
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी। छठ पूजा के मौके पर सूर्य देवता की उपासना की जाती है और यह पूरे देश, विशेष तौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘नहाय-खाय के पावन अनुष्ठान के साथ आज से चार दिवसीय महापर्व छठ का शुभारंभ हो रहा है। बिहार सहित देशभर के श्रद्धालुओं को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। सभी व्रतियों को मेरा नमन और वंदन।'' मोदी ने मशहूर गायक शारदा सिन्हा का एक गाना भी साझा किया, जिनके दिल को छू लेने वाले गानों से त्योहार का जोश और बढ़ जाता है। मोदी ने कहा कि वह शुक्रवार को बेगूसराय में थे, जिस जगह से सिन्हा का एक आत्मीय रिश्ता था। मोदी ने कहा, ‘‘हमारी संस्कृति का यह विराट उत्सव सादगी और संयम का प्रतीक है, जिसकी पवित्रता और नियम-निष्ठा अतुलनीय है। इस पावन अवसर पर छठ के घाटों पर जो दृश्य दिखाई देता है, उसमें पारिवारिक और सामाजिक सद्भाव की अद्भुत प्रेरणा होती है। छठ की प्राचीन परंपरा का हमारे समाज पर बहुत गहरा प्रभाव रहा।'' उन्होंने कहा, ‘‘आज विश्व के कोने कोने में छठ को संस्कृति के महाउत्सव के रूप में मनाया जाता है। पूरी दुनिया में रहने वाले भारतवंशी परिवार, इसकी परंपराओं में पूरी आत्मीयता से सम्मिलित होते हैं। मेरी कामना है कि छठी मइया सबको अपना भरपूर आशीर्वाद दें।'' उन्होंने कहा, ‘‘छठ महापर्व आस्था, उपासना और प्रकृति प्रेम का एक अनूठा संगम है। इसमें जहां अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है, वहीं प्रसाद में भी प्रकृति के विविध रंग समाहित होते हैं। छठ पूजा के गीत और धुनों में भी भक्ति और प्रकृति का अद्भुत भाव भरा होता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरा सौभाग्य है कि कल ही, मुझे बेगूसराय जाने का अवसर मिला था। बिहार कोकिला शारदा सिन्हा जी का बेगूसराय से आत्मीय रिश्ता रहा है। शारदा सिन्हा जी और बिहार के कई लोक कलाकारों ने अपने गीतों से, छठ के उत्सव को एक अलग भाव से जोड़ा है।''
- नई दिल्ली। हाल ही में हुए जीएसटी सुधारों और फेस्टिव सीजन की शुरुआत के कारण भारत में कंज्यूमर सेंटिमेंट में इस वर्ष अक्टूबर में 1.4 प्रतिशत अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मार्केट रिसर्च फर्म इप्सोस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फेस्टिव सीजन के साथ-साथ जीएसटी सुधारों से परिवारों को उनकी बचत बढ़ाने में मदद मिली और उनकी खुद की इच्छा अनुसार खर्च करने की क्षमता भी बढ़ी।रिपोर्ट के अनुसार, भारत के नेशनल इंडेक्स स्कोर में पॉजिटिव बदलाव देखा गया है। यह बदलाव नौकरियों, पर्सनल फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट और इकॉनमी को लेकर बड़े पैमाने पर आशावाद को दिखाता है।क्षेत्रीय स्तर पर एशिया-पैसिफिक में कंज्यूमर सेंटीमेंट सकारात्मक देखा गया, जहां इंडोनेशिया में सबसे ज़्यादा 6.5 प्रतिशत अंकों की बढ़ोतरी देखी गई। इसके बाद थाईलैंड में 3.6 अंक, दक्षिण कोरिया में 2.6 अंक, मलेशिया में 2.1 अंक भारत में 1.4 अंकों की बढ़ोतरी हुई। इसके उलट, ऑस्ट्रेलिया और जापान में कंज्यूमर सेंटिमेंट में गिरावट आई, जो क्रमशः 2.1 और 2.0 प्रतिशत अंक कम हो गया। ये नतीजे इप्सोस द्वारा अपने ग्लोबल एडवाइजर ऑनलाइन सर्वे प्लेटफॉर्म और भारत में अपने इंडिया वस प्लेटफॉर्म पर हर महीने 30 देशों में किए गए सर्वे के डेटा पर आधारित हैं।रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे किए गए 30 देशों में इंडोनेशिया का नेशनल इंडेक्स स्कोर 58.8 है, जो कि सबसे अधिक है, जो कंज्यूमर सेंटिमेंट में मासिक आधार पर 6.5 प्रतिशत पॉइंट्स की मजबूत बढ़त को दिखाता है। वहीं, भारत 58.4 के नेशनल इंडेक्स स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर है, जो पिछले महीने के मुकाबले 1.4 पॉइंट्स की बढ़ोतरी को दर्शाता है। रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में शामिल कुल देशों में से 11 देशों ने 50 या उससे ज़्यादा का नेशनल इंडेक्स स्कोर दर्ज किया है, जो कंज्यूमर्स के मजबूत कॉन्फिडेंस को दिखाता है। इन देशों में भारत के अलावा, मलेशिया, स्वीडन, ब्राजील, मेक्सिको, थाईलैंड, यूनाइटेड स्टेट्स, नीदरलैंड्स, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड के नाम शामिल हैं।
- नई दिल्ली। आस्था के महापर्व छठ पूजा के शुभ अवसर पर भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए एक विशेष पहल की है। अब देश के कई प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर छठ गीतों का प्रसारण किया जा रहा है। इस कदम का उद्देश्य न केवल यात्रियों को त्योहार की भावना से जोड़ना है, बल्कि उनके सफर को भी भक्ति और उल्लास से भर देना है।छठ पूजा के दौरान रेलवे स्टेशनों पर गूंजते पारंपरिक और भक्तिपूर्ण गीत श्रद्धालुओं के बीच एक पवित्र और भावनात्मक माहौल का निर्माण कर रहे हैं। जब यात्री प्लेटफॉर्म पर कदम रखते हैं, तो ‘उठल सवेरवा, अरघ दिहीं सूर्य भगवान’ और ‘कांच ही बांस के बहंगिया’ जैसे मधुर गीतों की धुन उनके मन को छू जाती है। इससे यात्रियों को अपने गांव-घर और संस्कृति की सुगंध का अहसास हो रहा है।रेलवे की यह पहल पटना, दानापुर, हाजीपुर, भागलपुर, जमालपुर, सोनपुर, नई दिल्ली, गाजियाबाद और आनंद विहार टर्मिनल जैसे प्रमुख स्टेशनों पर लागू की गई है। इन स्टेशनों पर छठ पूजा के दौरान यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने कई विशेष इंतजाम भी किए हैं। स्टेशनों पर यात्रियों के ठहरने के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, जहां वे आराम से अपनी ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं।यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए रेलवे ने आरपीएफ कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की है। सभी प्लेटफॉर्म और मुख्य द्वारों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। सफाई व्यवस्था को भी दुरुस्त किया गया है ताकि स्टेशन परिसर में स्वच्छता और पवित्रता बनी रहे। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह पहल यात्रियों के अनुभव को और भी यादगार बनाएगी। त्योहार के मौसम में जब हजारों लोग अपने घर लौटते हैं, तब स्टेशनों पर छठ गीतों की गूंज उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ती है। यह पहल न केवल सांस्कृतिक परंपरा को सम्मान देती है, बल्कि यात्रियों के मन में घर जैसी आत्मीयता भी जगाती है।
- नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को दी गई जानकारी के अनुसार, मंत्रालय की नॉमिनेटेड अथॉरिटी ने कमर्शियल कोयला ब्लॉक नीलामी के अंतर्गत 3 कोयला ब्लॉकों के लिए वेस्टिंग ऑर्डर जारी किए हैं। ये ऑर्डर 23 अक्टूबर को जारी किए गए थे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इन ब्लॉक के लिए कोल माइन डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन एग्रीमेंट (सीएमडीपीए) पर 21 अगस्त को हस्ताक्षर किए गए थे। मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि राजगामार डिपसाइड (देवनारा), तंगरडीही उत्तर और महुआगढ़ी ब्लॉकों के लिए वेस्टिंग ऑर्डर जारी किए गए हैं।इनमें से, 2 ब्लॉक आंशिक रूप से एक्सप्लोर किया गया है, जबकि एक ब्लॉक को पूरी तरह से एक्सप्लोर किया गया है, जिसकी पीक रेटेड क्षमता 1.00 मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। इसके अलावा, इन तीन ब्लॉक का जियोलॉजिकल रिजर्व 1,484.41 मीट्रिक टन है। इन तीन ब्लॉक से लगभग 189.77 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व प्राप्त होने और लगभग 150 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश प्राप्त होने की उम्मीद है। साथ ही इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1352 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।कोयला मंत्रालय के अनुसार, कमर्शियल नीलामी के अंतर्गत 130 कोयला ब्लॉकों के लिए वेस्टिंग/आवंटन आदेश जारी किए गए हैं,जिनका पीआरसी संयुक्त रूप से 267.244 मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। इससे लगभग 37,700 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व प्राप्त होगा और साथ ही, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 3,61,301 लोगों को नौकरी के अवसर मिलेंगे।इससे पहले हाल ही में कोयला मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया था कि कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) में सेंटर फॉर सस्टेनेबल एनर्जी सेटअप करने के लिए आईआईटी मद्रास के साथ एक एमओयू पर साइन किए।मंत्रालय ने कहा कि यह साझेदारी भारत में ऊर्जा परिवर्तन और 2070 तक नेट-जीरो लक्ष्यों के लिए स्वदेशी रिसर्च और तकनीक विकास की प्रतिबद्धता दिखाती है मंत्रालय की ओर से कहा गया कि यह साझेदारी स्वदेशी रिसर्च, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी विकास के माध्यम से भारत में ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व करने और 2070 तक देश के नेट-जीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
- नयी दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को राजनीतिक दलों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित उपकरणों के दुरुपयोग से बचने का परामर्श जारी किया जिसमें कहा गया है कि कृत्रिम रूप से उत्पन्न जानकारी का प्रकाशन और प्रसारण एक गंभीर खतरा है क्योंकि यह सत्य का छद्म रूप धारण कर सकती है। यह परामर्श राजनीतिक दलों द्वारा की गई इन शिकायतों के बीच आया है कि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी एआई का उपयोग करके गलत सूचना फैला रहे हैं।वर्ष 2024 और इस साल जनवरी में दिशा-निर्देश जारी करने के बाद, निर्वाचन आयोग ने एक बार फिर परामर्श जारी किया है, जिसमें उसने मुख्य रूप से अपने पहले दिए गए निर्देशों को दोहराया है।परामर्श में कहा गया है कि एआई का इस्तेमाल कर नेताओं को चुनावी रूप से संवेदनशील संदेश देते दिखाना ‘‘चुनाव क्षेत्र में समान अवसर’’ को प्रभावित करता है।पार्टी अध्यक्षों और महासचिवों को संबोधित एक पत्र में कहा गया है कि कृत्रिम रूप से तैयार की गई जानकारी को प्रकाशित तथा प्रसारित करना एक गंभीर खतरा और चुनौती है, क्योंकि यह सत्य का छद्म रूप धारण कर सकती है।निर्वाचन आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत अपनी संवैधानिक शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए यह परामर्श जारी किया। आयोग ने कहा कि आधिकारिक पार्टी हैंडल पर कृत्रिम रूप से उत्पन्न या एआई की मदद से छेड़छाड़ करके बनाई गई छवि, ऑडियो या वीडियो, गलत सूचना या हेरफेर करके तैयार की गई सामग्री के किसी भी वाकये को ध्यान में आने या शिकायत मिलने के तीन घंटे के भीतर हटा दिया जाना चाहिए।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 200 साल पहले कित्तूर में रानी चेन्नम्मा की उल्लेखनीय विजय के सम्मान में शुक्रवार को यहां 200 रुपये मूल्य का एक विशेष स्मारक सिक्का जारी किया।कर्नाटक के कित्तूर में रानी चेन्नम्मा की विजय की 200वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में वर्ष भर चला राष्ट्रव्यापी स्मरणोत्सव नयी दिल्ली में एक भव्य समारोह के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं जिनमें कर्नाटक की समृद्ध कलात्मक परंपराओं को जीवंत किया गया।शेखावत ने निडर रानी की चिरस्थायी विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि उनका जीवन भारतीयों को अटूट समर्पण और साहस के साथ राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।अधिकारियों ने बताया कि सिरी फोर्ट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 200 रुपये मूल्य का एक विशेष स्मारक सिक्का जारी किया गया। केंद्रीय संस्कृति सचिव विवेक अग्रवाल ने कहा कि साल भर चले इस स्मरणोत्सव ने पूरे भारत में आयोजित प्रदर्शनियों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, व्याख्यानों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से रानी चेन्नम्मा की विरासत के साथ जनता के जुड़ाव को और गहरा किया है।
- नई दिल्ली। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधारों की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए शुक्रवार को कहा कि वैश्विक निकाय का कामकाज ‘अवरुद्ध’ हो गया है। भारत ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बचाने संबंधी पाकिस्तान के प्रयासों का हवाला देते हुए यह टिप्पणी की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वैश्विक रणनीति के नाम पर आतंकवाद के पीड़ितों और गुनाहगारों की तुलना करने वालों की भी आलोचना की। उन्होंने यह टिप्पणी भारत और पाकिस्तान को एक ही तराजू में तौलने की प्रवृत्ति की ओर इशारा करते हुए की, खासकर हाल में हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में।जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की 80वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि संयुक्त राष्ट्र में ‘सब कुछ ठीक नहीं है’ क्योंकि संयुक्त राष्ट्र में होने वाली बहसें अब बहुत ज्यादा बंटी हुई हैं और उसका कामकाज साफ तौर पर रुका हुआ दिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘किसी भी सार्थक सुधार को उसकी अपनी प्रक्रिया के जरिये ही रोका जा रहा है।’ उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को बनाए रखना तथा इसके पुनर्निर्माण की मांग करना स्पष्ट रूप से विश्व के समक्ष एक बड़ी चुनौती है।
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नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को राजस्थान स्थित लोंगेवाला के अग्रिम इलाकों का दौरा किया। यहां रक्षा मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की सैन्य शक्ति और राष्ट्रीय चरित्र का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि राष्ट्र के साहस और संयम का प्रतीक है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ”ऑपरेशन सिंदूर इतिहास में केवल एक सैन्य अभियान के रूप में नहीं, बल्कि भारत के नैतिक अनुशासन, रणनीतिक स्पष्टता और मानवीय गरिमा के उदाहरण के रूप में दर्ज होगा।” उन्होंने जैसलमेर में आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के दौरान सुरक्षा स्थिति एवं भारतीय सेना की ऑपरेशनल तैयारी की समीक्षा भी की।चीन से लगी उत्तरी सीमा की स्थिति पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चल रही वार्ताएं और डी-एस्केलेशन के प्रयास भारत की संतुलित और दृढ़ विदेश नीति के प्रमाण हैं।उन्होंने कहा, ”हमारी नीति स्पष्ट है। संवाद भी होगा और सीमा पर हमारी तैयारी भी अटूट रहेगी।”कॉन्फ्रेंस में भारतीय सेना के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ ग्रे-जोन वॉरफेयर, संयुक्तता, आत्मनिर्भरता और नवाचार जैसे प्रमुख विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह तथा सभी आर्मी कमांडर उपस्थित रहे।उन्होंने कहा कि यह अभियान इस बात का प्रतीक है कि भारत किसी भी आतंकवादी गतिविधि का उत्तर अपनी ही शर्तों पर देता है। यही नए भारत का रक्षा सिद्धांत है, जो संकल्प और साहस दोनों का प्रतीक है। रक्षा मंत्री ने सैनिकों से आह्वान किया कि वे दुश्मनों को कभी कम न आंके और हर समय सतर्क एवं तैयार रहें। रक्षा मंत्री ने सेना के कमांडरों से डिफेंस डिप्लोमेसी, आत्मनिर्भरता, सूचना युद्ध, रक्षा अवसंरचना और बल आधुनिकीकरण पर लगातार ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता भविष्य के लिए तैयार सेना बनाने की है। उन्होंने सैनिकों के साहस और अनुशासन की सराहना की और भरोसा दिलाया कि सरकार आधुनिक तकनीक, इन्फ्रास्ट्रक्चर और आवश्यक संसाधन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।रक्षा मंत्री ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद की स्थिति पर कहा, ”आज जम्मू-कश्मीर की गलियों में अशांति नहीं, उम्मीद दिखाई देती है। लोग अपने भविष्य के प्रति आत्मविश्वास से भरे हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अब निर्णय लेने की शक्ति स्थानीय लोगों के हाथों में है। भारतीय सेना ने इस परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”कॉन्फ्रेंस के दौरान रक्षा मंत्री ने कई टेक्नोलॉजी आधारित परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन किया। रक्षा मंत्री ने लोंगेवाला में 1971 के युद्ध के वीर योद्धाओं को सम्मानित किया। उन्होंने ‘चांदपुरी हॉल’ का उद्घाटन किया। यह ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी की स्मृति में निर्मित एक ऑडियो-वीडियो कक्ष है, जिन्होंने 1971 के युद्ध में वीरता का परिचय दिया था।रक्षा मंत्री ने लोंगेवाला को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक स्थल बनाने के लिए चल रही विकास परियोजनाओं की भी समीक्षा की। राजनाथ सिंह ने एक ‘कैपेबिलिटी डेमोंस्ट्रेशन एक्सरसाइज’ भी देखी, जिसमें भैरव बटालियन और अशनि प्लाटून सहित सेना के नवीनतम तकनीकी संसाधनों का समन्वित प्रदर्शन किया गया।यह प्रदर्शन भारतीय सेना की परंपरा और नवाचार के समन्वय का प्रतीक बना तथा इसने क्षमता विकास और आधुनिकीकरण के प्रति समर्पण को दिखाया।रक्षा मंत्री ने कहा कि आज का युद्ध केवल मशीनों का नहीं बल्कि मानव आत्मा और दृढ़ संकल्प का भी है। तकनीक शक्ति बढ़ाती है, लेकिन परिणाम सैनिकों की इच्छाशक्ति से तय होते हैं। आधुनिक युद्ध अब साइबर, सूचना, इलेक्ट्रॉनिक और अंतरिक्ष जैसे अदृश्य क्षेत्रों में लड़े जा रहे हैं और इन सबके केंद्र में हमारे सैनिक हैं। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के समस्तीपुर से अपने चुनाव प्रचार का आगाज किया। उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती से कहा, “लोकतंत्र के महापर्व का बिगुल बज चुका है और पूरा बिहार कह रहा है- ‘फिर एक बार एनडीए सरकार, फिर एक बार सुशासन सरकार, जंगलराज वालों को दूर रखेगा बिहार’। ”
पीएम मोदी ने कहा- ‘एनडीए जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा’अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने दावा किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा। इन चुनावों में एनडीए को अब तक का सबसे बड़ा जनादेश प्राप्त होगा।पीएम मोदी ने कहा, “राजद और कांग्रेस वाले क्या कह रहे हैं और क्या कह रहे हैं ये आपको मुझसे ज्यादा पता है। आपको याद दिलाने की जरूरत नहीं है। ये लोग हजारों करोड़ रुपए के घोटालों में जमानत पर चल रहे हैं। कोई चोरी के मामले में जमानत पर है, अब चोरी की आदत इनकी ऐसी है कि ये ‘जननायक’ की उपाधि की चोरी में जुटे हैं। बिहार के लोग जननायक कर्पूरी ठाकुर का ये अपमान कभी नहीं सहेंगे।”उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए जीत के अपने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाला है। इन चुनावों में बिहार एनडीए को अब तक का सबसे बड़ा जनादेश देगा।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “लोकतंत्र के महापर्व का बिगुल बज चुका है और पूरा बिहार कह रहा है- ‘फिर एक बार एनडीए सरकार, फिर एक बार सुशासन सरकार, जंगलराज वालों को दूर रखेगा बिहार’।”नई रफ्तार से चलेगा बिहारउन्होंने कहा कि इस समय आप जीएसटी बचत उत्सव का भी खूब आनंद ले रहे हैं और कल से छठी मैया का महापर्व भी शुरू होने जा रहा है। ऐसे व्यस्त समय में भी आप इतनी विशाल संख्या में यहां आए हैं, समस्तीपुर का जो ये माहौल है, मिथिला का जो मूड है उसने पक्का कर दिया है- ‘नई रफ्तार से चलेगा बिहार, जब फिर आएगी एनडीए सरकार।’पीएम मोदी ने कहा- ‘आज का दिवस मेरे जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण दिवस’पीएम मोदी ने कहा, “आज का दिवस मेरे जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण दिवस है। यहां आने से पहले मैं कर्पूरी ग्राम गया था, वहां मुझे भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को श्रद्धापूर्वक उन्हें नमन करने का अवसर मिला। ये उनका ही आशीर्वाद है कि आज हम जैसे पिछड़े और गरीब परिवारों से निकले लोग इस मंच पर खड़े हैं। आजाद भारत के सामाजिक न्याय लाने में, गरीब और वंचितों को नए अवसरों से जोड़ने में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की भूमिका बहुत बड़ी रही है। वे मां भारती के अनमोल रत्न थे। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का सौभाग्य हमारी सरकार को मिला। ये हमारे लिए सम्मान की बात है। हमारी सरकार भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को प्रेरणापुंज मानती है। वंचितों को वरीयता, पिछड़ों को प्राथमिकता, गरीब की सेवा हम इस संकल्प के साथ आगे बढ़े हैं।”कर्पूरी ठाकुर के दिखाए सामाजिक न्याय के रास्ते को एनडीए ने सुशासन का आधार बनायाप्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कर्पूरी ठाकुर के दिखाए सामाजिक न्याय के रास्ते को एनडीए ने सुशासन का आधार बनाया है। हमने गरीबों, दलितों, महादलितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों के हितों को प्राथमिकता दी है। हमारी सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया। भाजपा एनडीए ने ही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को भी 10 साल के लिए और आगे बढ़ाया। डॉक्टर की पढ़ाई के लिए अखिल भारतीय कोटे में पहले पिछड़ों को, गरीबों को आरक्षण नहीं था। ये संविधान लेकर जो गुमराह करते हैं तब ये हक नहीं मिलता था। एनडीए सरकार ने ही ये प्रावधान किया। हमारे देश में ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कई दशकों से हो रही थी। ये मांग भी एनडीए सरकार ने ही पूरी की। अब गरीब का बेटा अपनी भाषा में पढ़ाई कर सकता है।” -
नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने शुक्रवार को ‘स्थानीय मासिक पास’ और ‘वार्षिक पास’ की उपलब्धता के संबंध में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया, जिसके तहत सभी टोल प्लाजा पर इन पासों के बार विस्तृत जानकारी प्रदर्शित की जाएगी।
एनएचएआई ने अपने बयान में कहा कि यूजर्स के बीच जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है, जिससे यूजर्स को स्थानीय मासिक पास और वार्षिक पास सुविधा की उपलब्धता, दरों और प्रक्रियाओं के बारे में सटीक जानकारी हो। एनएचएआई ने आगे कहा कि यह विवरण टोल प्लाजा के प्रवेश द्वारों, ग्राहक सेवा क्षेत्रों और प्रवेश/निकास के स्थान सहित, सभी दिखाई देने स्थानों पर साइनेज बोर्डों पर प्रदर्शित की जाएगी।ये साइनेज अंग्रेजी, हिन्दी और/या स्थानीय क्षेत्रीय भाषा में प्रदर्शित किए जाएंगे। एनएचएआई ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को 30 दिनों के भीतर शुल्क प्लाजा पर ये बोर्ड लगाने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि शुल्क के बारे में लागू किए गए नियमों के अनुसार सभी साइन बोर्ड दिन और रात में स्पष्ट रूप से दिखाई दें। साथ ही, इस विवरण को ‘राजमार्ग यात्रा’ मोबाइल एप्लिकेशन और एनएचएआई की संबंधित परियोजना वेबसाइटों पर भी अपलोड किया जाएगा।एनएचएआई ने बताया कि हाइवे यूजर्स विभिन्न रियायती पासों का लाभ उठा सकते हैं जो आवागमन को सहज और किफायती बनाने के लिए उपलब्ध हैं। इन पासों में शुल्क प्लाजा के 20 किमी (या जहां लागू हो) के दायरे में रहने वाले निजी वाहनों वाले यात्रियों के लिए ‘स्थानीय मासिक पास’ सुविधा शामिल है।स्थानीय मासिक पास’ का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र और आवासीय पते का प्रमाण आदि शामिल हैं, जो सभी टोल प्लाजा पर भी सूचीबद्ध हैं। दस्तावेजों के सत्यापन के बाद मासिक पास शुल्क प्लाजा हेल्पडेस्क पर जारी किया जाता है।इसी प्रकार, एक वर्ष या 200 शुल्क प्लाजा क्रॉसिंग की वैधता वाला ‘वार्षिक पास’ सुविधा केवल कार/जीप/वैन जैसे “निजी वाहनों” के लिए ही उपलब्ध है। वार्षिक पास ‘राजमार्गयात्रा ऐप’ के माध्यम से खरीदा जा सकता है और 3,000 रुपए का एकमुश्त शुल्क अदा करने के बाद वाहन से जुड़े वैध फास्टैग पर डिजिटल रूप से सक्रिय हो जाता है। यह वार्षिक पास पूरे देश के राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर लगभग 1,150 शुल्क प्लाजा पर मान्य है। शुल्क प्लाजा पर ‘स्थानीय मासिक पास’ और ‘वार्षिक पास’ की उपलब्धता के बारे में विवरण का प्रमुखता से प्रदर्शन, उपयोगकर्ताओं के अनुभव में सुधार लाने, यात्रा को अधिक किफायती बनाने और देश भर में टोल के संचालन में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एनएचएआई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। -
नई दिल्ली। भारतीय विज्ञापन जगत के दिग्गज और ओगिल्वी इंडिया के क्रिएटिव लीडर पीयूष पांडे अब हमारे बीच नहीं रहे। 70 साल की उम्र में गुरुवार को उनका निधन हो गया। पांडे को सिर्फ एक विज्ञापन विशेषज्ञ के रूप में ही नहीं बल्कि ऐसी शख्सियत के रूप में याद किया जाता था, जिन्होंने भारतीय विज्ञापन को उसकी अपनी भाषा और आत्मा दी।
पीयूष पांडे के निधन को लेकर लेखक और कमीडियन सुहेल सेठ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “मेरे सबसे प्यारे दोस्त पीयूष पांडे जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति के निधन से मैं बेहद दुखी और स्तब्ध हूं। भारत ने विज्ञापन जगत की एक महान हस्ती ही नहीं, बल्कि एक सच्चे देशभक्त और एक सज्जन इंसान को खोया है। अब जन्नत में भी गूंजेगा ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा।’अदाणी ग्रुप में एग्रो और ऑयल एंड गैस के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रणव अदाणी ने पीयूष पांडे के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, ”मेरे प्रिय मित्र पीयूष पांडे के निधन से स्तब्ध हूं, वह रचनात्मक प्रतिभा जिन्होंने भारतीय विज्ञापन जगत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में आकार दिया। उनके विचार उद्योग के मानक बने। उन्होंने कई पीढ़ियों के कहानीकारों को प्रेरित किया। उनकी गर्मजोशी और बुद्धिमता की बहुत कमी खलेगी। ओम शांति।”वहीं फिल्ममेकर हंसल मेहता ने भी ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, ”फेविकोल का जोड़ टूट गया। विज्ञापन जगत ने आज अपनी चमक खो दी। पीयूष पांडे, आप हमेशा याद आएंगे।”पीयूष पांडे का जन्म 1955 में जयपुर में हुआ था। उनके परिवार में नौ बच्चे थे, जिनमें सात बहनें और दो भाई शामिल थे। उनके भाई प्रसून पांडे फिल्म निर्देशक हैं, जबकि बहन ईला अरुण गायिका और अभिनेत्री थीं। उनके पिता राजस्थान राज्य सहकारी बैंक में कार्यरत थे। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की और 1982 में विज्ञापन जगत में कदम रखा और ओगिल्वी इंडिया में क्लाइंट सर्विसिंग एक्जीक्यूटिव के रूप में शामिल हुए।उनका पहला प्रिंट विज्ञापन सनलाइट डिटर्जेंट के लिए लिखा गया। छह साल बाद वे क्रिएटिव विभाग में आए और लूना मोपेड, फेविकोल, कैडबरी और एशियन पेंट्स जैसे ब्रांड्स के लिए कई प्रसिद्ध विज्ञापन बनाए। इसके बाद उन्हें क्रिएटिव डायरेक्टर और फिर राष्ट्रीय क्रिएटिव डायरेक्टर बनाया गया। 1994 में उन्हें ओगिल्वी इंडिया के निदेशक मंडल में भी स्थान मिला। उनके नेतृत्व में ओगिल्वी इंडिया ने लगातार 12 वर्षों तक भारत की नंबर 1 एजेंसी का दर्जा हासिल किया।पीयूष पांडे द्वारा बनाए गए विज्ञापन आज भी लोगों की यादों में बसे हुए हैं। उन्होंने एशियन पेंट्स के लिए ‘हर खुशी में रंग लाए,’ कैडबरी के लिए ‘कुछ खास है,’ फेविकोल के लिए आइकॉनिक ‘एग’ विज्ञापन और हच के पग वाले विज्ञापन जैसी रचनाएं तैयार कीं। इसके अलावा, उन्होंने 2014 में भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनावी नारा ‘अबकी बार, मोदी सरकार’ दिया। उनका योगदान केवल व्यावसायिक विज्ञापन तक सीमित नहीं था। उन्होंने राष्ट्रीय एकता गीत ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ लिखा और कई सामाजिक अभियान जैसे पोलियो जागरूकता और धूम्रपान विरोधी अभियानों में भी सक्रिय भूमिका निभाई। पांडे को उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें 2016 में पद्म श्री से नवाजा गया और 2024 में एलआईए लीजेंड अवार्ड दिया गया। इसके अलावा, उन्हें क्लियो लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, मीडिया एशिया अवार्ड्स और कान्स लायंस में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिल चुके हैं। उनके नेतृत्व में ओगिल्वी इंडिया को वैश्विक स्तर पर सबसे रचनात्मक कार्यालयों में से एक माना गया। उनकी रचनात्मकता, सहजता और भारतीय विज्ञापन को दी गई दिशा उन्हें हमेशा यादगार बनाएगी। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के प्रमुख सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्व छठ पूजा के आगमन पर देशवासियों से उत्साहपूर्ण भागीदारी की अपील की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने संदेश में कहा कि प्रकृति और संस्कृति को समर्पित यह महापर्व जल्द ही शुरू होने वाला है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धालु इस पर्व की तैयारियों में भक्ति-भाव से जुटे हैं।
पीएम मोदी ने कहा- इस पर्व के गीत इसकी भव्यता और दिव्यता को और बढ़ाते हैंप्रधानमंत्री ने अपने संदेश में छठ पूजा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस पर्व के गीत इसकी भव्यता और दिव्यता को और बढ़ाते हैं। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे छठ पूजा से जुड़े अपने पसंदीदा गीत उनके साथ साझा करें।पीएम मोदी इन गीतों को देशवासियों के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से करेंगे साझापीएम मोदी ने यह भी घोषणा की कि वे अगले कुछ दिनों तक इन गीतों को देशवासियों के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करेंगे, ताकि इस पर्व का उत्साह और आध्यात्मिक ऊर्जा पूरे देश में फैले। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “प्रकृति और संस्कृति को समर्पित महापर्व छठ आने वाला है। बिहार सहित देशभर में इसकी तैयारियों में श्रद्धालु पूरे भक्ति-भाव से जुट चुके हैं। छठी मइया के गीत इस पावन अवसर की भव्यता और दिव्यता को और बढ़ाने वाले होते हैं। आपसे आग्रह है कि आप भी छठ पूजा से जुड़े गीत मेरे साथ शेयर करें। मैं अगले कुछ दिनों तक इन्हें सभी देशवासियों के साथ साझा करूंगा।”छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्य देव और छठी मैया की उपासना का पर्वछठ पूजा, जो मुख्य रूप से सूर्य देव और छठी मैया की उपासना का पर्व है, भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखता है। यह पर्व चार दिनों तक चलता है, जिसमें नहाय-खाय, खरना, डूबते सूर्य को अर्घ्य और उगते सूर्य को अर्घ्य जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान शामिल हैं। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में यह पर्व विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है, जहां लाखों श्रद्धालु घाटों पर एकत्र होकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इस दौरान छठी मइया के गीतों की गूंज वातावरण को और भी पवित्र बनाती है। प्रधानमंत्री मोदी के इस आह्वान से देशभर के लोग छठ पूजा के गीतों को साझा करने के लिए उत्साहित हैं। ( -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 17वें रोजगार मेले में नवनियुक्त युवाओं को 51 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र सौंपे। इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं का सशक्तिकरण भाजपा और एनडीए सरकार की प्राथमिकता है।
उत्सवों के बीच पक्की नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र मिलना सफलता की डबल खुशीकार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्सवों के बीच पक्की नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र मिलना यानी उत्सवों का उल्लास और सफलता की डबल खुशी। ये खुशी आज देश के 51 हजार से अधिक युवाओं को मिली है। मैं महसूस कर सकता हूं कि सभी के परिवार में कितना आनंद होगा। मैं सभी को और उनके परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।नवनियुक्त युवाओं से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- ‘भारत के लिए बेहतर व्यवस्थाएं बनाने में अपनी भूमिका निभाएं’नवनियुक्त युवाओं से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आपको सिर्फ सरकारी नियुक्ति नहीं मिली है, आपको राष्ट्र सेवा में सक्रिय योगदान देने का अवसर मिला है। मुझे विश्वास है कि आप इसी भावना से काम करेंगे। ईमानदारी और सुचिता के साथ आप भविष्य के भारत के लिए बेहतर व्यवस्थाएं बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगे।”पिछले 11 साल से देश विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लेकर बढ़ रहा है आगेकार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के लिए ‘नागरिक देवो भव:’ ये मंत्र है। पीएम मोदी ने कहा, “सेवाभाव और समर्पण भाव से हर नागरिक के जीवन में हम उपयोगी कैसे हों, ये कभी भूलना नहीं है। पिछले 11 सालों से देश विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है और इसमें सबसे बड़ी भूमिका हमारे युवाओं की है।”आज भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्रउन्होंने यह भी कहा कि आज भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है। हम अपने युवाओं की शक्ति को देश की सबसे बड़ी संपत्ति मानते हैं। इसी विश्वास और आत्मविश्वास के साथ हम हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। यहां तक कि हमारी विदेश नीति भी भारत के युवाओं के हितों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है। हमारे राजनयिक संबंध और वैश्विक समझौते युवाओं के प्रशिक्षण और रोजगार सृजन पर अधिकाधिक केंद्रित हो रहे हैं।पीएम मोदी ने कहा- ‘अकेले रोजगार मेले के जरिए 11 लाख से ज्यादा नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं’प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “अकेले रोजगार मेले के जरिए बीते कुछ समय में ही 11 लाख से ज्यादा नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं और ये प्रयास सिर्फ सरकारी नौकरियों तक ही सीमित नहीं है। हमने देश में पीएम विकसित भारत रोजगार योजना भी शुरू की है। इसके तहत साढ़े 3 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है। इस बार त्योहारों के इस मौसम में जीएसटी बचत उत्सव ने भी नए रंग भर दिए हैं।”पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने कई यूरोपीय देशों के साथ निवेश साझेदारी की है, जिससे हजारों नए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा, “हमने निवेश को बढ़ावा देने और स्टार्टअप्स व एमएसएमई को समर्थन देने के लिए ब्राजील, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और कनाडा जैसे देशों के साथ कई समझौते भी किए हैं। ये सहयोग निर्यात को मजबूत करेंगे और भारत के युवाओं के लिए विकास व अवसर के नए रास्ते खोलेंगे।” -
नयी दिल्ली. संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की एक नयी रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया के सबसे बड़े वन कार्बन सिंक वाले शीर्ष दस देशों में शामिल है, जो 2021 और 2025 के बीच हर साल लगभग 15 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करता है। मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर, इस अवधि के दौरान वनों ने शुद्ध कार्बन सिंक के रूप में काम किया, जिससे वायुमंडल से प्रतिवर्ष लगभग 0.8 अरब टन सीओ2 हटाई गई। वन कार्बन सिंक जंगल के उस पारस्थितिकीय तंत्र को कहा जाता है जो कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित करने की तुलना में इसका अधिक मात्रा में अवशोषण करता है। ‘‘वन उत्सर्जन और निष्कासन - वैश्विक, क्षेत्रीय और देश के रुझान 1990-2025'' शीर्षक वाली एफएओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021-2025 के दौरान, वैश्विक वनों ने वन भूमि पर प्रति वर्ष 3.6 अरब टन सीओ2 का संचयन किया। हालांकि, शुद्ध वन रूपांतरण से होने वाले उत्सर्जन, जो अनुमानित रूप से 2.8 अरब टन प्रतिवर्ष है, ने इसकी आंशिक भरपाई की। इसके परिणामस्वरूप, इस अवधि के दौरान वैश्विक वनों ने वायुमंडल से प्रतिवर्ष 0.8 अरब टन सीओ2 हटाई। शुद्ध वन रूपांतरण का मतलब है किसी क्षेत्र के वन आवरण में होने वाले शुद्ध परिवर्तन का माप, जिसमें वनों की कटाई और वनीकरण (पेड़ लगाने) दोनों को ध्यान में रखा जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक दशक पहले, यह शुद्ध निष्कासन लगभग दोगुना था, जो 1.4 अरब टन प्रति वर्ष था। वर्ष 2021 और 2025 के बीच, सबसे मजबूत वन कार्बन सिंक यूरोप और एशिया में थे, जो क्रमशः 1.4 अरब टन और 0.9 अरब टन सीओ2 प्रति वर्ष हटाते थे। अमेरिका और अफ्रीका में वनों की कटाई से सबसे अधिक उत्सर्जन दर्ज किया गया, जो क्रमशः 1.8 अरब टन और 0.7 अरब टन प्रति वर्ष था। रूसी संघ में प्रति वर्ष 1,150 एमटी सीओ2 का सबसे बड़ा कार्बन सिंक था, उसके बाद चीन (840 एमटी), अमेरिका (410 एमटी), ब्राजील (340 एमटी), भारत और बेलारूस (150 एमटी प्रत्येक), दक्षिण अफ्रीका (75 एमटी), घाना (55 एमटी), कोरिया गणराज्य (45 एमटी) और होंडुरास (35 एमटी) का स्थान था। इसके विपरीत, ब्राजील (प्रति वर्ष 1,242 एमटी सीओ2), कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (156 एमटी) और पेरू (131 एमटी) में 2021-2025 के दौरान शुद्ध वन रूपांतरण के कारण सबसे अधिक उत्सर्जन हुआ। अमेरिका और अफ्रीका समग्र रूप से सबसे बड़े उत्सर्जक बने रहे।
इस अवधि के दौरान शुद्ध वन रूपांतरण से एशिया का उत्सर्जन तेजी से घटकर 0.3 अरब टन प्रति वर्ष हो गया।एफएओ की रिपोर्ट हाल में जारी वन संसाधन आकलन (एफआरए) 2025 के आंकड़ों पर आधारित है। - मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को वैश्विक हैकाथन 'हार्बिंजर 2025- इनोवेशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन' शुरू करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य नई और उभरती प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल कर ऐसे सुरक्षित और उपयोगकर्ता-केंद्रित वित्तीय समाधान तैयार करना है, जो ग्राहकों की पहचान की रक्षा करें और लोगों के बीच विश्वास बढ़ाएं। आरबीआई ने विभिन्न संस्थाओं, टीमों और 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को आमंत्रित किया है कि वे प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग कर तीन प्रमुख विषयों पर समाधान तैयार करें।ये विषय टोकनाइज्ड केवाईसी (पहचान की सुरक्षित प्रक्रिया) ऑफलाइन डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) और भरोसा बढ़ाना हैं। केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस हैकाथन में भाग लेने वाले ऐसे समाधान प्रस्तुत करें जिनमें नई सोच हो या प्रौद्योगिकी का नया उपयोग किया गया हो, जो समाज के हित में हो। सभी देशों और पृष्ठभूमियों से लोग इसमें भाग ले सकते हैं, हालांकि भारतीय वित्तीय प्रणाली और ग्राहकों की जानकारी रखने वाले प्रतिभागियों को प्राथमिकता दी जाएगी। आरबीआई ने बताया कि ‘हार्बिंजर 2025' में भाग लेने वालों को उद्योग विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। प्रतिभागी अपने नवाचारपूर्ण विचार एक विशेषज्ञ समिति के सामने पेश कर सकेंगे और प्रत्येक विषय के तहत आकर्षक पुरस्कार भी जीत सकते हैं।
- मुंबई. फिल्म निर्देशक अमर कौशिक ने कहा कि उनकी आगामी पौराणिक फिल्म ‘महावतार' एक बड़ी जिम्मेदारी है और एक ऐसी कहानी है जिसे वह लंबे समय से तलाश रहे थे। इस फिल्म में विक्की कौशल नजर आएंगे। ‘स्त्री'फिल्म से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले निर्देशक कौशिक ने कहा कि ‘महावतार' की तैयारी चल रही है और टीम कॉस्ट्यूम और सेट पर काम कर रही है। वह अगले साल फिल्म की शूटिंग शुरू करेंगे। कौशिक ने कहा, ‘‘यह फिल्म मेरे करियर में एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। यह ईश्वर की ओर से मुझे मिली है, क्योंकि यह किरदार बचपन से ही मेरे साथ रहा है। हम अरुणाचल प्रदेश में परशुराम कुंड के पास रहते थे और हर कुछ दिनों में हम वहां जाते थे। हमारे घर में यह परंपरा बन गई थी, जब भी मैं वहां जाता था, बहुत रोमांचित होता था।'' कौशिक ने कहा कि वह हमेशा से इस कहानी पर काम करना चाहते थे, लेकिन वह डरे हुए भी थे।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता था कि इसे कैसे बनाना है क्योंकि इसके लिए पैसे और वीएफएक्स की जरूरत थी। मैं यह भी सुनिश्चित करना चाहता हूं कि जो मेरे मन में योजना है, यह फिल्म उसके अनुरूप हो... मैं विक्की के साथ काम करने के लिए बहुत उत्साहित हूं। जब भी मैं उनसे मिलता हूं, मुझे उनमें बहुत पवित्रता दिखाई देती है। वह इस किरदार को निभाने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं। हम इसकी शूटिंग अगले साल करेंगे, हम विक्की के आने का इंतजार कर रहे हैं। फिर, वह तैयारी करेंगे।'' निर्माता के रूप में उनकी परियोजना ‘शक्ति शालिनी' है, जो हॉरर-कॉमेडी जगत की आगामी फिल्म है। ‘सैयारा' स्टार अनीत पड्डा ‘शक्ति शालिनी' में मुख्य भूमिका निभा में नजर आएंगी। फिल्म निर्माता ने बताया कि वह एक थ्रिलर और एक रोमांटिक फिल्म भी बनाना चाहते हैं।अमर कौशिक ने 2018 में रिलीज हुई अपनी पहली फिल्म ‘स्त्री' का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं इसलिए ‘महावतार' पर काम कर रहा हूं और मैंने ‘बाला' का निर्देशन किया। मैं अन्य फिल्मों का निर्माण भी कर रहा हूं। लेकिन मैं (हॉरर-कॉमेडी) की दुनिया को नहीं छोड़ सकता क्योंकि लोगों ने इसे बहुत प्यार दिया है। मैं उस जिम्मेदारी को नजरअंदाज नहीं कर सकता। एक निर्देशक के तौर पर मैं बहुत कुछ करना चाहता हूं। मैं 80 साल की उम्र तक काम करते रहना चाहता हूं।''
- नयी दिल्ली. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि त्योहारी मौसम में रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ पर मंडल, जोन और रेलवे बोर्ड स्तर पर नजर रखी जा रही है, ताकि उसे कुशलतापूर्वक और निर्बाध रूप से नियंत्रित किया जा सके। यहां रेल भवन के वॉर रूम में संवाददाताओं से बातचीत में वैष्णव ने कहा कि सभी मंडल और जोन सीसीटीवी कैमरों की मदद से वास्तविक समय में स्टेशन पर यात्रियों के आगमन पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड का वॉर रूम निगरानी के तीसरे स्तर के रूप में काम करता है।वैष्णव ने कहा कि जिन प्रमुख रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ की आशंका है, उन पर लगातार नजर रखी जा रही है और जब भी यात्रियों की भीड़ बढ़ती है, तो संबंधित अधिकारी तत्काल कार्रवाई करते हुए भीड़ नियंत्रण के अतिरिक्त उपाय करते हैं। वॉर रूम में लगाए गए एक बड़े मॉनिटर की ओर इशारा करते हुए वैष्णव ने कहा कि रेल भवन से सभी प्रमुख स्टेशन पर नजर रखी जा सकेगी और विशेष तथा अन्य ट्रेन के परिचालन की भी वास्तविक समय में समीक्षा की जा सकेगी। रेल मंत्री ने कहा कि नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थायी ‘होल्डिंग क्षेत्र' त्योहारों के दौरान भीड़ को संभालने और उसका प्रबंधन करने में उपयोगी साबित हुआ है। उन्होंने कहा, “16 रेलवे जोन में 76 स्टेशन की पहचान की गई है, जहां स्थायी ‘होल्डिंग क्षेत्र' या तो बनाए जा रहे हैं या आने वाले समय में बनाए जाएंगे। इनमें गयाजी, दरभंगा, कानपुर, गुवाहाटी, जयपुर, भोपाल और मैसूरु रेलवे स्टेशन शामिल हैं।” विशेष ट्रेन के देरी से चलने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर वैष्णव ने कहा कि पिछले 24 घंटे में केवल एक ट्रेन छह घंटे की देरी से अपने गंतव्य पर पहुंची। उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी सभी विशेष ट्रेन के परिचालन पर लगातार नजर रख रहे हैं।
- नयी दिल्ली. दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजधानी में 1,300 से अधिक घाटों पर छठ पूजा के आयोजन के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां कर रही है। इसके साथ ही यमुना नदी के किनारे विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार, उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना और संस्कृति मंत्री मिश्रा ने वासुदेव घाट का निरीक्षण किया और वहां की जा रहीं तैयारियों की समीक्षा की। इसके मुताबिक, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा और यातायात प्रबंधन से जुड़ी सभी तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मिश्रा ने कहा कि इस वर्ष की छठ पूजा दिल्ली में अब तक आयोजित सबसे व्यापक पर्व होगी।उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य श्रद्धालुओं को स्वच्छ, सुरक्षित और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध अनुभव प्रदान करना है।” उन्होंने कहा कि तैयारियां अभूतपूर्व स्तर पर की जा रही हैं। मंत्री ने बताया कि यह छठ पूजा मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में आयोजित की जाने वाली पहली पूजा होगी और श्रद्धालु यमुना तट पर अनुष्ठान कर सकेंगे। उन्होंने कहा, “यह सरकार केवल बात नहीं करती, काम करती है। यमुना तट पर छठ पूजा की अनुमति देने का वादा पूरा किया जा रहा है। यह दिल्ली के लिए गर्व की बात है कि अब श्रद्धालु वहां पारंपरिक अनुष्ठान कर पाएंगे।” मिश्रा ने कहा कि पिछली सरकार ने कई वर्षों तक यमुना किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं दी थी। उन्होंने कहा, “अब पूर्वांचल के लोग गर्व और आत्मसम्मान के साथ अपना पर्व मना सकेंगे।” दिल्ली सरकार ने कहा है कि सभी घाटों पर तैयारियां त्योहार शुरू होने से पहले पूरी कर ली जाएंगी। शहर भर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के एकत्र होने की संभावना है। सूर्य देवता और छठी मइया को समर्पित चार दिवसीय छठ पर्व इस वर्ष 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा।
- नयी दिल्ली. भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई)ने बृहस्पतिवार को कहा कि चंद घंटों में भुगतान सुनिश्चित करने वाली नई चेक निपटान प्रणाली के संचालन में अभी कुछ शुरुआती समस्याएं देखी जा रही हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चार अक्टूबर को चेकों के बैच के बजाय कुछ घंटों में ही चेक निपटान के लिए एक सतत निपटान प्रणाली शुरू की थी। इस बदलाव ने दो कार्यदिवसों में चेक के निपटान चक्र को एक नई एवं त्वरित प्रक्रिया से बदल दिया है। नई प्रणाली के तहत चेक जमा किए जाने के कुछ घंटों के भीतर ही उनका निपटान कर दिया जाएगा।एनपीसीआई ने बयान में कहा, ‘‘चार अक्टूबर से अब तक हमने केंद्रीय प्रणाली के माध्यम से 3,01,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 2.56 करोड़ उपकरणों का सकारात्मक निपटान सुनिश्चित किया है।'' एनपीसीआई ने कहा कि आज की तारीख तक बैंकों द्वारा निपटान के लिए रखे गए प्रत्येक उपकरण (चेक) का निपटान किया गया है और सकारात्मक/ नकारात्मक पुष्टि प्रदान की गई है। साथ ही, बैंकों को सकारात्मक रूप से पुष्ट चेक की राशि ग्राहकों के खातों में जमा करने की सलाह दी गई है। भुगतान प्रणाली का संचालन करने वाले निकाय एनपीसीआई ने कहा, ‘‘अधिकांश समस्याओं का हल निकाल लिया गया है, लेकिन केंद्रीय प्रणाली और कुछ बैंकों की प्रणालियों एवं प्रक्रियाओं में अभी भी कुछ शुरुआती समस्याएं देखी जा रही हैं।शेष चुनौतियों का समाधान करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी हैं कि सभी चेकों का भुगतान उसी दिन हो जाए।'' एनपीसीआई ने यह स्वीकार किया कि चेक निपटान प्रक्रिया में देरी के कारण शुरुआती दिनों में कुछ ग्राहकों को देरी का सामना करना पड़ा। एनपीसीआई ने कहा, ‘‘हमें इस विलंब के कारण हुई असुविधा के लिए खेद है। हम एक सुचारू चेक समाशोधन अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सतत निपटान में परिवर्तन के लिए आपके निरंतर समर्थन और समझ की सराहना करते हैं।'' एनपीसीआई भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणालियों के संचालन के लिए जिम्मेदार एक व्यापक संस्था है। इसकी स्थापना आरबीआई और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने की है।
- नयी दिल्ली. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते के लिए बातचीत आगे बढ़ रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों पक्ष निकट भविष्य में एक निष्पक्ष और न्यायसंगत समझौते की दिशा में काम करेंगे। वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल पिछले सप्ताह अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ व्यापार वार्ता करने के लिए वाशिंगटन में था। तीन दिवसीय वार्ता 17 अक्टूबर को समाप्त हुई। गोयल ने कहा, ‘‘हम अमेरिका के साथ बातचीत कर रहे हैं, हमारी टीमें इसमें लगी हुई हैं। हाल ही में वाणिज्य सचिव अमेरिका गए थे और उन्होंने अपने समकक्षों से मुलाकात की थी। हम उनके साथ बातचीत जारी रखे हुए हैं और बातचीत आगे बढ़ रही है।'' गोयल ने बर्लिन में कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि हम निकट भविष्य में एक निष्पक्ष और न्यायसंगत समझौते की दिशा में काम करेंगे।''
- शिमला. हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में एक पिकअप ट्रक के गहरी खाई में गिर जाने से दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। यह घटना बुधवार रात चैल के निकट हुई जब पांच निर्माण श्रमिकों को लेकर निर्माण स्थल पर जा रहा ट्रक जुब्बार झील में खाई में गिर गया। प्रत्यक्षदर्शी निखिल ठाकुर ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि उन्हें एक ठेकेदार का फोन आया था जो कुछ मजदूरों को एक वाहन में भेज रहा था और उसने उन्हें स्थान दिखाने का निर्देश दिया था।पुलिस ने बताया कि ठाकुर गाड़ी का इंतजार कर रहे थे, तभी उन्होंने दुर्घटना की आवाज सुनी और तुरंत मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचने पर उन्होंने गाड़ी के अंदर चालक समेत दो लोगों को मृत पाया, जबकि दो पुरुष और एक महिला घायल अवस्था पड़े थे। उन्होंने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई और पुलिस को सूचना दी। घायलों को सोलन के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों का पोस्टमॉर्टम भी इसी अस्पताल में किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 281 (तेज गति से गाड़ी चलाना), 125 (मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) और 106 (1) (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।














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