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- नयी दिल्ली. खाना पकाने में उपयोग होने वाले ईंधन से उत्पन्न वायु प्रदूषण के संपर्क में आने वाली महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा अधिक संज्ञानात्मक हानि की आशंका होती है। बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई है। यह अध्ययन प्रतिष्ठित पत्रिका द लैंसेट रीजनल हेल्थ – साउथईस्ट एशिया में प्रकाशित हुआ है। इसमें कर्नाटक के श्रीनिवासपुरा कस्बे के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले वृद्धों के मस्तिष्क के ‘एमआरआई स्कैन' का विश्लेषण किया गया, जिसमें यह पता चला कि महिलाओं के मस्तिष्क पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का खतरा अधिक हो सकता है। इस संबंध में अध्ययन करने वाली टीम में अमेरिका के शिकागो विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भी शामिल थे।अध्ययन में यह पाया गया कि खाना पकाने के लिए ठोस ईंधन को जलाने से, विशेष रूप से कम हवादार स्थानों में वायु प्रदूषक निकल सकते हैं, जैसे कार्बन, नाइट्रोजन, सल्फर और भारी धातुओं के ऑक्साइड। उन्होंने कहा कि प्रदूषक विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से मस्तिष्क को प्रभावित करते हैं, जिनमें से प्रमुख हैं सूजन और ‘ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस'। शोधकर्ताओं ने 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के 4,100 से अधिक लोगों का विश्लेषण किया।उन्होंने बताया कि संज्ञानात्मक हानि (कॉग्निटिव इम्पेयरमेंट) स्मृति, तर्क करने की क्षमता और भाषा (बोलने) को प्रभावित करती है। यह स्थिति डिमेंशिया और अल्ज़ाइमर जैसी बीमारियों से पहले भी हो सकती है, जिनमें प्रभावित व्यक्ति को रोज़मर्रा के सामान्य कार्य करने में कठिनाई होती है।
- नयी दिल्ली. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने सोमवार को कहा कि वह विभिन्न पदों पर तैनात 12 हजार से अधिक महिला कर्मियों की शिकायतों और समस्याओं के समाधान के लिए एक विशेष डेस्क स्थापित कर रहा है। बल के प्रवक्ता ने बताया कि यह डेस्क दिल्ली में सीआईएसएफ मुख्यालय में स्थित होगा और यह ‘विशेष रूप से' उनके मुद्दों और शिकायतों का समाधान करेगा। लगभग 1.80 लाख कर्मियों वाले इस बल में 12,510 महिला कार्मिक हैं, जो इसकी कुल संख्या का लगभग आठ प्रतिशत है। इस प्रकार केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) में प्रतिशत के हिसाब से ये सबसे अधिक महिला कर्मियों वाला बल है। प्रवक्ता के अनुसार, यह पहली बार है कि कुल 16 महानिरीक्षक (आईजी) रैंक के अधिकारियों में चार महिलाएं हैं। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह नेतृत्व में लैंगिक समानता की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव है।''‘लैंगिक समानता' की दिशा में अपनी पहल के तहत बल इस वर्ष खेल भर्ती अभियान भी चला रहा है, जिसमें 229 महिलाओं और 204 पुरुषों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद सीआईएसएफ खेल टीम की कुल संख्या 26 से बढ़कर 60 हो जाएगी, जिनमें 31 पुरुष टीम और 29 महिला टीम होंगी।
- मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को ऑनलाइन धोखाधड़ी से निपटने और वित्तीय क्षेत्र में साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए जोखिम-आधारित पर्यवेक्षण, सतर्क रुख और कृत्रिम मेधा (एआई) को लेकर सजग सुरक्षा रणनीतियों को अपनाने का सुझाव दिया है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि कि सृजन से जुड़े एआई संचालित तरीकों के माध्यम से धोखाधड़ी के नये स्वरूप विकसित हो रहे हैं। इसमें धोखाधड़ी के इरादे से भेजे जाने वाले ई-मेल, संदेश और ‘डीपफेक' शामिल हैं। आरबीआई की छमाही वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) में कहा गया, ‘‘डिजिटल वित्तीय सेवाओं, क्लाउड-आधारित बुनियादी ढांचे और विभिन्न क्षेत्रों में परस्पर जुड़ी प्रणालियों का उपयोग बढ़ रहा है।इसके साथ साइबर हमले का जोखिम भी तेजी से बढ़ा है।'' रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय संस्थाओं और प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाताओं के बीच प्रणाली के स्तर पर जुड़ाव को देखते हुए, भरोसा, स्थिरता और कारोबारी निरंतरता बनाये रखने के लिए साइबर मजबूती को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। संगठनों की अपने व्यावसायिक संचालन के लिए तीसरे पक्ष के सेवा प्रदाताओं पर निर्भरता तेजी से बढ़ रही है। इसलिए आपूर्ति श्रृंखला में कमजोरी प्रणाली के स्तर पर जोखिम पैदा कर सकती है। इसके अलावा, कुछ प्रमुख आईटी और क्लाउड सेवा प्रदाताओं पर अत्यधिक निर्भरता की स्थिति ने भी समस्या पैदा की है।इससे वित्तीय नुकसान का जोखिम बढ़ा है।रिपोर्ट में कहा गया है कि एक प्रणाली में समस्या तेजी से पूरे नेटवर्क में फैल सकती है, जिससे कई संस्थाएं प्रभावित हो सकती हैं। इस संदर्भ में, साइबर सुरक्षा, सुरक्षा संचालन केंद्र (एसओसी) की दक्षता, जोखिम-आधारित पर्यवेक्षण, सर्तक दृष्टिकोण और एआई-सजग रक्षा रणनीतियों पर निर्भर करेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि डिजिटल लेनदेन में तेज वृद्धि से सुविधा और दक्षता बढ़ाने में मदद मिली है, लेकिन इसके साथ ही वित्तीय धोखाधड़ी में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
- मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर जिले में खटीमा-पानीपत राजमार्ग पर फ्लाईओवर से कार गिरने से गुजरात के चार तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजय कुमार के अनुसार, यह दुर्घटना चपर थाना क्षेत्र के रामपुर तिराहा के पास हुई। तीर्थयात्रियों कार से केदारनाथ जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि वाहन अनियंत्रित हो गया और फ्लाईओवर से नीचे खेतों में जा गिरा।पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान भरत (22), अमित (24), करण (26) और विपुल (21) के रूप में हुई है। ये सभी गुजरात के गांधीनगर के तारापुर से थे। पुलिस ने बताया कि पांचवां यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान संचालित किया।
- कुशीनगर. उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा के लिए सोमवार को ‘मॉक ड्रिल' की गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सुरक्षा, संचालन और पर्यावरण प्रबंधन की समीक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा की देखरेख में टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर ‘मॉक ड्रिल' की गई। अधिकारियों ने बताया कि विमान अपहरण रोधी और आपातकालीन प्रतिक्रिया अभ्यास में सुरक्षा बलों, हवाई अड्डे के कर्मचारियों और अन्य संबंधित विभागों के कर्मियों ने भाग लिया।उन्होंने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य अपहरण या अन्य आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी और समन्वय का आकलन करना था। अधिकारियों के मुताबिक, इसके साथ ही एयरफील्ड पर्यावरण प्रबंधन बैठक में स्वच्छता और हवाई अड्डे के आसपास पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं को कम करने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने बताया कि एरोड्रम समिति की बैठक में अधिकारियों ने यात्री सुविधाओं, हवाई अड्डे के संचालन और सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की। जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बताया, “कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा न केवल क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा दे रहा है बल्कि बौद्ध पर्यटन के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में भी उभर रहा है।इन बैठकों और अभ्यासों के माध्यम से, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हवाई अड्डा सुरक्षित, पर्यावरण की दृष्टि से सतत और यात्रियों के अनुकूल बना रहे।” पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया, “सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। विमान अपहरण रोधी एवं आपातकालीन ‘मॉक ड्रिल' ने किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में तेजी और प्रभावी ढंग से जवाब देने की हमारी तैयारी को और मजबूत किया है।”--
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भुवनेश्वर. ओडिशा पुलिस ने सोमवार को कंधमाल जिले में दो माओवादियों को मार गिराया और उनके ठिकाने से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया। मारे गए माओवादियों की पहचान मनकू और चंदन के रूप में हुई है। मनकू प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) में एरिया कमेटी सदस्य (एसीएम) था, जबकि चंदन संगठन का सदस्य था। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सुरक्षाकर्मियों ने दो शव बरामद करने के अलावा मौके से एक राइफल भी जब्त की है। रिवॉल्वर, कारतूस, वॉकी-टॉकी सेट, बैटरी और अन्य सामान भी जब्त किया गया है। बालीगुडा थाना क्षेत्र में एक संरक्षित वन के पास कुछ माओवादियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना के आधार पर जिला स्वैच्छिक बल (डीवीएफ) ने अभियान शुरू किया। बयान में कहा गया, "आज दोपहर के समय डीवीएफ जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। गोलीबारी में मनकू और चंदन मारे गए। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर इलाके में अभियान तेज कर दिया है।" ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाई बी खुरानिया ने सफल अभियान के लिए कंधमाल के पुलिस अधीक्षक हरीश बी सी और डीवीएफ के सदस्यों को बधाई दी।
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नयी दिल्ली/ केंद्र ने विशेष रूप से बढ़ती जलवायु चुनौतियों के मद्देनजर समुदाय आधारित भूजल प्रबंधन में सुधार करने और जल संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने में अटल भूजल योजना की सफलता का हवाला देते हुए इसका पूरे देश में विस्तार करने की आवश्यकता पर बल दिया है। यह योजना अटल जल नाम से लोकप्रिय है।
यहां अटल जल की राष्ट्रीय स्तरीय संचालन समिति (एनएलएससी) की आठवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग की सचिव देबाश्री मुखर्जी ने इस योजना को एक ‘अद्वितीय और अग्रणी पहल' बताया, जिसने स्थानीय समुदायों को भूजल उपयोग का स्वामित्व अपने हाथों में लेने के लिए सशक्त बनाया है। मुखर्जी ने जल चक्र पर जलवायु परिवर्तन के बिगड़ते प्रभाव की ओर इशारा करते हुए, राष्ट्रीय स्तर पर अटल जल को मुख्यधारा में लाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों में अनिवार्य जल बजट की वकालत की और बैठक में भाग लेने वाले राज्यों से इस योजना के तहत स्थापित बुनियादी ढांचे के लिए दीर्घकालिक संचालन और रखरखाव योजनाएं विकसित करने की अपील की। मुखर्जी ने राज्यों को सफल प्रायोगिक परियोजनाओं को दोहराने तथा कार्यान्वयन के दौरान विकसित ज्ञान और कौशल का उपयोग जल संरक्षण की अन्य पहलों को बढ़ाने के लिए करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा,‘‘समुदायों को भूजल प्रबंधन में केंद्रीय भूमिका निभानी चाहिए।'' -
नयी दिल्ली. रेल मंत्रालय ने एक जुलाई से मेल और एक्सप्रेस ट्रेन में गैर-वातानुकूलित श्रेणी के किराए में एक पैसा प्रति किलोमीटर और सभी वातानुकूलित श्रेणी में दो पैसा प्रति किलोमीटर की वृद्धि की है। मंत्रालय ने सोमवार को एक आधिकारिक परिपत्र जारी कर यह जानकारी दी। मंत्रालय के अधिकारियों ने ट्रेन के किराए में प्रस्तावित संशोधन के संबंध में 24 जून को संकेत दिए थे।
हालांकि, ट्रेन और श्रेणियों के अनुसार किराया सूची के साथ आधिकारिक परिपत्र सोमवार को जारी किया गया। दैनिक यात्रियों के हित में उपनगरीय ट्रेन और मासिक पास टिकट के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है। साधारण द्वितीय श्रेणी का किराया 500 किलोमीटर तक नहीं बढ़ाया गया है और इससे अधिक दूरी के लिए टिकट की कीमत में आधा पैसा प्रति किलोमीटर की वृद्धि की गई है। साधारण शयनयान श्रेणी और प्रथम श्रेणी के यात्रियों को भी एक जुलाई से रेल यात्रा के लिए प्रति किलोमीटर आधा पैसा अधिक देना होगा।
मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘किराया संशोधन प्रमुख और विशेष ट्रेन सेवाओं, जैसे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस, हमसफर, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, एसी विस्टाडोम कोच, अनुभूति कोच और सामान्य गैर-उपनगरीय सेवाओं पर भी लागू होता है।'' इसमें कहा गया है, ‘‘संशोधित किराया एक जुलाई 2025 को या उसके बाद बुक किए गए टिकटों पर लागू होगा। इस तिथि से पहले जारी किए गए टिकट बिना किसी किराया समायोजन के मौजूदा किराए पर वैध रहेंगे। पीआरएस, यूटीएस और मैनुअल टिकटिंग सिस्टम को तदनुसार अपडेट किया जा रहा है।'' मंत्रालय के अनुसार, आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट अधिभार और अन्य शुल्क अपरिवर्तित रहेंगे। इसी प्रकार, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू नियमों के अनुसार वसूला जाता रहेगा।
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नई दिल्ली। ‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू समेत कई नेताओं ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि गर्व है कि हम इस लोकतांत्रिक यात्रा का हिस्सा हैं।
अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ पर समस्त सांसदों एवं जनप्रतिनिधियों को हार्दिक शुभकामनाएंलोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक्स पर लिखा, “‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ पर समस्त सांसदों एवं जनप्रतिनिधियों को हार्दिक शुभकामनाएं। जनता की आकांक्षाओं को स्वर देने, सरकारों को जवाबदेह बनाने और मानवाधिकारों की रक्षा में विश्व भर में संसदों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। भारत में संसद न केवल विधायी कार्यों की सर्वोच्च संस्था है, अपितु यह हमारी लोकतांत्रिक चेतना, विविधता में एकता तथा संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की सर्वोच्च प्रतिनिधि संस्था के रूप में भारतीय संसद ने अपनी समृद्ध संवैधानिक परंपराओं, पारदर्शिता व उत्तरदायित्व के सिद्धांतों के माध्यम से राष्ट्र की एकता, अखंडता और सम्प्रभुता को सदैव सुदृढ़ रखा है। इस विशेष अवसर पर हम राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए, लोकतांत्रिक मूल्यों, विधि के शासन तथा जनता के प्रति संसद की उत्तरदायित्वशीलता को और अधिक सुदृढ़ करने का संकल्प दोहराते हैं।”केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा गर्व है कि हम इस लोकतांत्रिक यात्रा का हिस्सा हैं, जहां जवाबदेही और जन-आकांक्षाएं साथ चलती हैंकेंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ हमें यह याद दिलाता है कि हर सवाल जो पूछा जाता है, हर जवाब जो दिया जाता है, और हर कानून जो पास होता है, उसमें हमारे लोगों की उम्मीदें जुड़ी होती हैं। गर्व है कि हम इस लोकतांत्रिक यात्रा का हिस्सा हैं, जहां जवाबदेही और जन-आकांक्षाएं साथ चलती हैं।”संसदीय प्रणाली न केवल शासन का माध्यम है, बल्कि जनता की आकांक्षाओं और विश्वास की बुनियाद भी हैउत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने इस दिवस को जनता की आकांक्षाओं और विश्वास की बुनियाद बताते हुए लिखा, “‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ के अवसर पर समस्त जनप्रतिनिधियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह दिन लोकतंत्र की उस भावना को सजीव करता है, जिसमें जनता सर्वोपरि होती है और जनहित सबसे बड़ा कर्तव्य। संसदीय प्रणाली न केवल शासन का माध्यम है, बल्कि जनता की आकांक्षाओं और विश्वास की बुनियाद भी है। आइए, इस अवसर पर जन-सेवा, जवाबदेही और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और सशक्त करें।”जन सुलभ व जनसेवा को समर्पित देश व प्रदेश के समस्त जनप्रतिनिधियों, देवतुल्य जनमानस को अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएंराजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने एक्स पर लिखा, “जन सुलभ व जनसेवा को समर्पित देश व प्रदेश के समस्त जनप्रतिनिधियों, देवतुल्य जनमानस को अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। यह अवसर जनप्रतिनिधियों को उनके जनसरोकारों के प्रति संकल्पबद्ध करता है तथा लोकतांत्रिक व्यवस्था के केंद्र में विधायी निकायों की सक्रिय व सकारात्मक भूमिका का स्मरण दिलाता है।”समस्त जनप्रतिनिधियों एवं देश-प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएंबिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने भी ‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ की बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “समस्त जनप्रतिनिधियों एवं देश-प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। लोकतंत्र के इस स्तंभ को सशक्त बनाने में आपका योगदान सराहनीय है।” राजस्थान से भाजपा सांसद सीपी जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ पर संसदीय कार्य प्रणाली से जुड़े सभी जन सेवकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। -
नई दिल्ली। प्रौद्योगिकी से पशु चिकित्सा और देखभाल में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है। जीनोम एडिटिंग, भ्रूण स्थानांतरण तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।
सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने पहुंची राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि मनुष्य का वनों और वन्य जीवों के साथ सह-अस्तित्व का रिश्ता है। उन्होंने कहा कि कई प्रजातियां या तो विलुप्त हो चुकी हैं या विलुप्त होने की कगार पर हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन प्रजातियों का संरक्षण जैव विविधता और पृथ्वी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। कोरोना महामारी ने मानव जाति को चेतावनी दी है कि उपभोग पर आधारित संस्कृति न केवल मानव जाति को बल्कि अन्य जीवों और पर्यावरण को भी अकल्पनीय नुकसान पहुंचा सकती है।राष्ट्रपति ने कहा कि आज दुनिया भर में ‘वन हेल्थ’ की अवधारणा को महत्व मिल रहा है। मनुष्य, पालतू और जंगली जानवर, वनस्पतियां और व्यापक पर्यावरण सभी एक दूसरे पर निर्भर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रमुख पशु चिकित्सा संस्थान के रूप में आईवीआरआई इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, खासकर जूनोटिक बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण में। उन्होंने आईवीआरआई जैसे संस्थानों से पशुओं के लिए स्वदेशी और कम लागत वाले उपचार और पोषण खोजने की अपील की।दीक्षांत समारोह में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश के प्रत्येक जिले में वैज्ञानिकों की 2,000 टीमें भेजी जाएंगी। वह स्थानीय किसानों को आधुनिक कृषि, उन्नत नस्लों, तकनीकी खेती और बागवानी के विषय में जानकारी देंगी। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक अब सिर्फ लैब में सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि खेत और खलिहान तक जाकर किसानों से जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि देश में 300 से अधिक अभिनव कृषि प्रयोग किसानों ने खुद किए हैं, जिनमें वैज्ञानिकों के सहयोग से और अधिक परिष्कृत करने की आवश्यकता है।दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आईवीआरआई द्वारा विकसित टीके ने उत्तर प्रदेश को लंपी स्किन डिज़ीज से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी की दूसरी लहर के दौरान जब गोवंश बुरी तरह प्रभावित हुआ, तब आईवीआरआई द्वारा विकसित टीके ने उत्तर प्रदेश को संक्रमण से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई। -
नई दिल्ली। भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने बिहार की 2003 की मतदाता सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। इस सूची में 4.96 करोड़ मतदाताओं के नाम हैं। इससे विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में काफी आसानी होगी, क्योंकि अब करीब 60 प्रतिशत मतदाताओं को कोई अतिरिक्त दस्तावेज जमा नहीं करना पड़ेगा। चुनाव आयोग के 24 जून 2025 के निर्देशों के अनुसार, 2003 की मतदाता सूची को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) को हार्ड कॉपी में उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही, यह सूची ऑनलाइन भी उपलब्ध होगी, ताकि कोई भी व्यक्ति इसे डाउनलोड कर सके और मतदाता सूची में नाम जोड़ने या संशोधन के लिए फॉर्म के साथ इसका उपयोग कर सके।
जिन मतदाताओं के नाम 2003 की सूची में हैं, उन्हें केवल अपने विवरण सत्यापित करने और फॉर्म जमा करने की जरूरत होगीइस सुविधा से मतदाताओं और बीएलओ दोनों को फायदा होगा। जिन मतदाताओं के नाम 2003 की सूची में हैं, उन्हें केवल अपने विवरण सत्यापित करने और फॉर्म जमा करने की जरूरत होगी। इसके अलावा, जिन लोगों का नाम इस सूची में नहीं हैं, लेकिन उनके माता-पिता के नाम हैं, उन्हें अपने माता-पिता के लिए कोई अतिरिक्त दस्तावेज देने की जरूरत नहीं होगी। ऐसे मतदाताओं को केवल अपने लिए दस्तावेज जमा करने होंगे।चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और मतदाता पंजीकरण नियम 1960 के तहत हर चुनाव से पहले मतदाता सूची में संशोधन जरूरी हैचुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और मतदाता पंजीकरण नियम 1960 के तहत हर चुनाव से पहले मतदाता सूची में संशोधन जरूरी है। पिछले 75 वर्षों से आयोग वार्षिक आधार पर गहन और संक्षिप्त संशोधन करता रहा है। यह प्रक्रिया इसलिए जरूरी है, क्योंकि मतदाता सूची में लगातार बदलाव अपरिहार्य है। मृत्यु, प्रवास, शादी, नौकरी, शिक्षा या 18 वर्ष की आयु पूरी करने जैसे कारणों से इसमें बदलाव होते रहते हैं। संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार, 18 वर्ष से अधिक उम्र के भारतीय नागरिक, जो उस निर्वाचन क्षेत्र के निवासी हों, मतदाता के रूप में पंजीकरण के पात्र हैं। यह कदम मतदाता सूची को पारदर्शी बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। -
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ‘ईशावास्यम् इदं सर्वम्’ के जीवन मूल्य पर आधारित है, जो सभी जीवों में ईश्वर की उपस्थिति को देखती है। हमारे देवताओं और ऋषियों द्वारा पशुओं से संवाद करने की मान्यता भी इसी सोच पर आधारित है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने आईवीआरआई दीक्षांत समारोह में छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि मनुष्य का वनों और वन्य जीवों के साथ सह-अस्तित्व का रिश्ता है। कई प्रजातियां या तो विलुप्त हो चुकी हैं या विलुप्त होने की कगार पर हैं।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन प्रजातियों का संरक्षण जैव विविधता और पृथ्वी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। ईश्वर ने मनुष्य को जो सोचने-समझने की शक्ति दी है, उसका उपयोग सभी जीवों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए। कोरोना महामारी ने मानव जाति को चेताया है कि उपभोग पर आधारित संस्कृति न केवल मानव जाति को बल्कि अन्य जीव-जंतुओं और पर्यावरण को भी अकल्पनीय क्षति पहुंचा सकती है।उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में ‘एक स्वास्थ्य’ की अवधारणा को महत्व मिल रहा है। यह अवधारणा मानती है कि मनुष्य, पालतू और जंगली जानवर, वनस्पतियां और व्यापक पर्यावरण सभी एक-दूसरे पर निर्भर हैं। हमें पशु कल्याण के लिए प्रयास करना चाहिए। एक प्रमुख पशु चिकित्सा संस्थान के रूप में आईवीआरआई इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, खासकर जूनोटिक बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण में।राष्ट्रपति ने कहा कि अन्य क्षेत्रों की तरह प्रौद्योगिकी में पशु चिकित्सा और देखभाल में भी क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता है। प्रौद्योगिकी के उपयोग से देश भर के पशु चिकित्सालयों को सशक्त बनाया जा सकता है। जीनोम एडिटिंग, भ्रूण स्थानांतरण तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।उन्होंने आईवीआरआई जैसे संस्थानों से पशुओं के लिए स्वदेशी और कम लागत वाले उपचार और पोषण खोजने की अपील की। उन्होंने कहा कि उन्हें उन दवाओं के विकल्प भी तलाशने चाहिए, जिनके दुष्प्रभाव न केवल पशुओं, बल्कि मनुष्यों और पर्यावरण को भी प्रभावित करते हैं।राष्ट्रपति मुर्मु ने आईवीआरआई के छात्रों की इस बात के लिए सराहना की कि उन्होंने बेजुबान जानवरों के इलाज और उनके कल्याण को अपना करियर चुना है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे अपने जीवन और करियर में किसी दुविधा की स्थिति में उन जानवरों के बारे में सोचें। इससे उन्हें सही रास्ता मिलेगा।उन्होंने छात्रों से उद्यमी बनने और पशु विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में स्टार्ट-अप स्थापित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से वे न केवल जरूरतमंदों को रोजगार दे पाएंगे, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान दे पाएंगे। -
नई दिल्ली। चार धाम यात्रा पर रविवार को 24 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया था, जिसे अब हटा लिया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि चार धाम यात्रा पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया है और यात्रा एक बार फिर शुरू हो गई है।
यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले जिलों के जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मौसम की स्थिति के अनुसार वाहनों को रोकने या आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैंगढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि चार धाम यात्रा पर लगाया गया 24 घंटे का प्रतिबंध अब हटा लिया गया है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले जिलों के जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मौसम की स्थिति के अनुसार वाहनों को रोकने या आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।संबंधित जिलों के प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है और बचाव और राहत दल सक्रिय कर दिए गए हैंबता दें कि उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के बढ़ते खतरे को देखते हुए रविवार को चार धाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई है। यात्रा स्थगित करने की जानकारी देते हुए गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने रविवार को बताया कि लगातार भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई है।लोगों और संपत्ति की सुरक्षा के लिए यह एहतियाती कदम उठाया गया हैलोगों और संपत्ति की सुरक्षा के लिए यह एहतियाती कदम उठाया गया है। उन्होंने तीर्थयात्रियों से आग्रह किया कि वे जहां हैं, वहीं रहें और स्थिति में सुधार होने तक केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने से बचें। संबंधित जिलों के प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है और बचाव और राहत दल सक्रिय कर दिए गए हैं।श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थलों के लिए रवाना न होंउन्होंने कहा, “मौसम की स्थिति और मार्गों की समीक्षा के बाद आगे की यात्रा के बारे में निर्णय लिया जाएगा। श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थलों के लिए रवाना न हों।”चार धाम यात्रा करने आए श्रद्धालुओं को मौसम संबंधी जानकारी लेने के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करने और यात्रा के दौरान सतर्क रहने की अपील की गई हैगौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण कई जगह मार्ग अवरुद्ध हैं। चार धाम यात्रा करने आए श्रद्धालुओं को मौसम संबंधी जानकारी लेने के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करने और यात्रा के दौरान सतर्क रहने की अपील की गई है। प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव ने भी लोगों को बारिश के दौरान गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है। -
नई दिल्ली। देश में मानसून की जारी बारिश ने कई राज्यों की मुश्किलें बढ़ा दी है। भारी बारिश के कारण कई राज्यों को बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, ओडिशा सरकार बाढ़ की स्थिति को लेकर अलर्ट मोड पर काम कर रही है। मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि उत्तरी ओडिशा में बाढ़ से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि सरकार उत्तर ओडिशा, खासकर बालासोर और मयूरभंज जिलों में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। वहीं, मंत्री सुरेश पुजारी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “बालासोर और मयूरभंज जिलों में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयारी की गई है। सरकार ने सभी विभागों को सक्रिय कर दिया है और प्रभावी ढंग से स्थिति को संभालने के लिए समन्वय बनाया जा रहा है। हमारी प्राथमिकता बढ़ते जल स्तर से प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।”उन्होंने बताया कि 1,100 से अधिक लोगों को निचले और जोखिम वाले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। अस्थायी आश्रय स्थलों में भोजन, साफ पानी, चिकित्सा सहायता और अन्य जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।मंत्री ने कहा, “स्वर्णरेखा और बुधबलंगा जैसी प्रमुख नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है और संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट जारी किए गए हैं। हमें झारखंड और आसपास के क्षेत्रों से पानी आने की संभावना है और इसके लिए जरूरी सावधानियां बरती गई हैं। ओडीआरएएफ और अग्निशमन सेवाओं सहित बचाव और राहत टीमें तैयार हैं।”सुरेश पुजारी ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी स्थिति पर नजर रख रहे हैं और हर घंटे अपडेट ले रहे हैं। हम जिला कलेक्टरों और स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त एनडीआरएफ टीमें तैनात की जाएंगी।उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा, “घबराने की जरूरत नहीं है। प्रभावित क्षेत्रों के लोग स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। राज्य सरकार इस संकट में हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है।” - बारीपदा (ओडिशा). ओडिशा का सिमिलिपाल बाघ संरक्षित क्षेत्र (एसटीआर) मानसून के कारण एक जुलाई से पर्यटकों के लिए बंद रहेगा। रविवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में यह कहा गया। एसटीआर के क्षेत्रीय निदेशक प्रकाश चंद गोगिनेनी ने एक अधिसूचना में कहा कि राष्ट्रीय उद्यान को पुनः खोलने की सही तारीख बाद में घोषित की जाएगी और समाचार पत्रों में प्रकाशित की जाएगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि जमुआनी, गुरगुडिया, कुमारी, बरेहीपानी और रामतीर्थ स्थित इकोटूरिज्म परिसर पर्यटकों के लिए खुले रहेंगे।
- त्रिशूर. केरल पुलिस ने रविवार को 23 वर्षीय एक अविवाहित महिला को अपने दो नवजात शिशुओं की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने आरोपी महिला के 25 वर्षीय पुरुष साथी को भी गिरफ्तार कर लिया, जो दो बेटों का पिता था। पुलिस ने बताया कि जोड़े की शादी नहीं हुई थी और दोनों को रविवार को हिरासत में ले लिया गया।यह चौंकाने वाली घटना तब प्रकाश में आई जब पुरुष एक बैग लेकर पुडुक्कड़ पुलिस थाने पहुंचा और दावा किया कि उसमें दो शिशुओं के कंकाल हैं। पुलिस ने बताया कि शनिवार देर रात करीब 12.30 बजे जब पुरुष थाने पहुंचा तब वह नशे की हालत में था। उसने बताया कि अलग-अलग घटनाओं में शिशुओं की मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और जल्द ही महिला को हिरासत में ले लिया।अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि पहले बच्चे के जन्म के दौरान गर्भनाल उसके गले में लिपट जाने के कारण स्वाभाविक रूप से उसकी मृत्यु हो गई थी। ऐसा माना जाता है कि बच्चे का जन्म 2022 में हुआ था। अधिकारियों के मुताबिक महिला ने बाद में स्वीकार किया कि जन्म के तुरंत बाद ही बच्चे का गला घोंट दिया गया और शव को घर के पास एक भूखंड में दफना दिया था। पुलिस के मुताबिक आठ महीने बाद महिला ने कथित तौर पर अवशेषों को खोदकर निकाला और उन्हें अनुष्ठान के लिए पुरुष को सौंप दिया। पुरुष गर्भ में पल रहे बच्चे को आवश्यक उपचार और देखभाल प्रदान करने में विफल रहा तथा हत्या की बात छिपाई। पुलिस ने इसलिए उसे मामले में सह-अभियुक्त बनाया है। पुलिस ने बताया कि महिला ने 2024 में अपने रिश्ते से पैदा हुए दूसरे बच्चे की हत्या करने की बात भी कबूल कर ली है। महिला ने कथित तौर पर स्वीकार किया कि उसने नवजात शिशु के रोने पर उसका गला घोंट दिया और शव दफनाने के लिए अपने पुरुष साथी को दे दिया। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक फोरेंसिक जांच में पुष्टि हुई है कि ये अवशेष दो शिशुओं के हैं।जानकारी के मुताबिक, महिला और पुरुष कथित तौर पर 2020 में फेसबुक के जरिये एक दूसरे के संपर्क में आए और इसके तुरंत बाद उनके बीच संबंध बन गया। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या महिला के परिवार को उसके गर्भवती होने और प्रसव की जानकारी थी।पुलिस के मुताबिक, यह मामला जोड़े के बीच तनाव के बाद सामने आया। उसने बताया कि पुरुष को संदेह था कि महिला किसी और से विवाह कर सकती है, तथा उसके पास मिले दूसरे मोबाइल फोन को लेकर वह चिंतित था। इसके बाद पुरुष ने बच्चों के अवशेषों के साथ पुलिस से संपर्क किया और मामला खुला।
- ठाणे. महाराष्ट्र के लोनावाला स्थित प्रसिद्ध आई एकविरा मंदिर के प्रबंधन ने सात जुलाई से श्रद्धालुओं के लिए ‘ड्रेसकोड'लागू करने का फैसला किया है। मंदिर प्रबंधन न्यास के मुताबिक मंदिर में पश्चिमी परिधान और शरीर को पूरी तरह न ढकने वाले कपड़े पहनकर जाने पर रोक रहेगी। कार्ला एकविरा आई न्यास के मुख्य न्यासी एवं सांसद सुरेश म्हात्रे के कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक शुक्रवार को मंदिर के न्यासी बोर्ड की बैठक के दौरान पोशाक संबंधी नियम लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। लोनावला में कार्ला गुफाओं के पास स्थित आई एकविरा मंदिर में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है। विज्ञप्ति में म्हात्रे के हवाले से कहा गया, ‘‘कार्ला में आई एकविरा मंदिर लाखों लोगों, विशेषकर आगरी और कोली समुदायों के लिए श्रद्धा का केंद्र है। हालांकि मंदिर में खुले और अनुचित कपड़े पहनकर आने वाले भक्तों के कारण मंदिर की पवित्रता से समझौता हो रहा है।'' उन्होंने कहा कि न्यासी बोर्ड ने इस मुद्दे के समाधान के लिए पोशाक संबंधी नियम लागू करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया है, जो सात जुलाई से लागू होगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि नए नियमों में शॉर्ट्स, मिनी स्कर्ट, पश्चिमी परिधान और खुले कपड़े तथा फटी जींस पर स्पष्ट रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। पिछले कुछ वर्षों में महाराष्ट्र के कई मंदिरों में आगंतुकों के लिए पोशाक संबंधी नियम लागू किए गए हैं।
- श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीन जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा की व्यवस्था से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा करने के लिए रविवार को नुनवान और चंदनवारी स्थित आधार शिविरों का दौरा किया। नुनवान आधार शिविर में उपराज्यपाल ने तीर्थयात्रियों की सुचारु आवाजाही के लिए एक ‘फुट ओवरब्रिज' का उद्घाटन किया। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि नई सुविधा सुरक्षा जांच में दक्षता सुनिश्चित करेगी और श्रद्धालुओं के प्रतीक्षा समय को कम करेगी। प्रवक्ता ने कहा कि सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा के लिए प्रतिनियुक्त प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बातचीत की और सुरक्षा व्यवस्था तथा हितधारक विभागों की तैयारियों का जायजा लिया। उपराज्यपाल ने नुनवान में आपदा प्रबंधन केंद्र और यात्री निवास से जुड़ी प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने तीर्थयात्रियों के लिए विभिन्न सेवाओं की समीक्षा की जिनमें आवास, लंगर, बिजली और पानी की आपूर्ति, स्वच्छता, स्वास्थ्य सुविधाएं, यातायात प्रबंधन, अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती शामिल है। उन्होंने दूरसंचार कंपनियों को निर्बाध दूरसंचार कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी तैनात करने का निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने चंदनवाड़ी आधार शिविर अस्पताल के चिकित्सकों और मेडिकल टीम के साथ बातचीत की और तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था की समीक्षा की। सिन्हा ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि श्री अमरनाथजी के भक्त अपनी तीर्थयात्रा आसानी से पूरी करें तथा उनका प्रवास सुरक्षित और आरामदायक हो।''
- गंगटोक .पुलिस ने रविवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने खुद को ओडिशा का मुख्यमंत्री बताकर ‘सिक्किम स्टेट को-ऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड' (सिमफेड) के अध्यक्ष तेनजिंग दोरजी को फोन कर एक जरूरतमंद व्यक्ति के लिए पैसे मांगे थे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि दोरजी ने सदर पुलिस थाना में फोन कर मौखिक शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को ओडिशा का मुख्यमंत्री बताते हुए एक जरूरतमंद व्यक्ति के लिए पैसे की मांग की। अधिकारी ने बताया कि दोरजी ने फोन करने वाले को राज्य की राजधानी में मिलने के लिए कहा और जैसे ही वह पहुंचा, पुलिस की एक टीम ने उसे पकड़ लिया। अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान पश्चिम बंगाल के हावड़ा निवासी अभिजीत मंडल (25) के रूप में हुई है और उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहित (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी मंडल से पूछताछ की जा रही है।
- कोटा. कोटा में रविवार दोपहर एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक मोटरसाइकिल सवार को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे 32 वर्षीय व्यक्ति और उसके दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी घायल हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना उद्योग नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत श्री राम फैक्ट्री के सामने दोपहर करीब 2:30 बजे हुई, जब परिवार कांसवा क्षेत्र में एक समारोह में शामिल होने जा रहा था। क्षेत्राधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान कोटा शहर के रानपुर थाना क्षेत्र के निवासी करिशन कहार (32), उनकी तीन वर्षीय बेटी यशस्वी और चार महीने के बेटे पार्थ के रूप में हुई है। करिशन की पत्नी ज्योति गंभीर रूप से घायल हो गई है और वह उपचाराधीन है। पुलिस के अनुसार, ट्रक ने मोटरसाइकिल को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे दोनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी। अस्पताल ले जाने के कुछ समय बाद ही कहार की मौत हो गयी। पुलिस ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के शवगृह में रख दिया गया है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। हालांकि, वाहन को जब्त कर लिया गया है और आरोपी की तलाश जारी है।
- नवसारी. गुजरात के नवसारी जिले में साइबर धोखाधड़ी के 10 मामलों के सिलसिले में तीन राज्यों से 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। नवसारी के पुलिस अधीक्षक सुशील अग्रवाल ने बताया कि नवसारी पुलिस ने तीन करोड़ रुपये से अधिक की साइबर धोखाधड़ी के 10 मामलों में 'ऑपरेशन साइबर स्टॉर्म' के तहत आरोपियों को पकड़ने के लिए एक एकीकृत जांच पद्धति का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि आरोपियों को हाल ही में गुजरात के विभिन्न हिस्सों, राजस्थान के जयपुर और मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि ये गिरफ्तारियां मोबाइल लिंक, फर्जी फेसबुक आईडी, शेयर बाजार में निवेश और ऑनलाइन ट्रेडिंग से जुड़े मामलों में उनकी संलिप्तता के चलते की गई हैं। अग्रवाल ने कहा, "ऐसे अपराधों की त्वरित और सुसंगत जांच के लिए 10 मामलों का चयन किया गया। इस जांच के तहत पुलिस ने गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के सात जिलों में अभियान चलाया।" उन्होंने बताया कि सूरत, भरूच, भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद, जयपुर और मुंबई से 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- मथुरा (उप्र) .मथुरा जिले के गोवर्धन में 'मुड़िया पूनों' मेले का आयोजन चार से 11 जुलाई तक किया जाएगा। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि गौड़ीय संप्रदाय के प्रवर्तक चैतन्य महाप्रभु के शिष्य सनातन गोस्वामी के तिरोभाव (निधन) दिवस पर आयोजित होने वाले इस मेले में इस बार लगभग एक करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। जिला प्रशासन ने मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। उनके मुताबिक, तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे मेला परिसर को नौ सुपर जोन, 21 जोन और 62 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। इन क्षेत्रों में चार हजार से अधिक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है। जानकारों के मुताबिक, आषाढ़ पूर्णिमा को महर्षि वेदव्यास के जन्मोत्सव के कारण व्यास पूर्णिमा और गुरु पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि, ब्रज में यह दिन 'मुड़िया पूर्णिमा' या 'मुड़िया पूनों' मेले के नाम से जाना जाता है। जिलाधिकारी (डीएम) चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि मेले की व्यवस्था के लिए अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी को मेलाधिकारी नियुक्त किया गया है, और जोन तथा सेक्टरों में उप जिलाधिकारी एवं राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राज्य के कई जनपदों से कुल 1100 सरकारी बसें चलाई जाएंगी। उनके अनुसार, चिकित्सा सुविधाओं के लिए एक स्थाई अस्पताल के साथ-साथ कई अस्थाई अस्पताल और मेडिकल पोस्ट भी बनाए गए हैं। मार्गों की व्यवस्था, साफ-सफाई, बिजली, पेयजल और सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने बताया कि मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिनमें पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती, वाच टॉवर, बैरियर, पार्किंग स्थल और खोया-पाया केंद्र शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान गोवर्धन और उसकी ओर जाने वाले सभी मार्ग 'नो-व्हीकल जोन' रहेंगे, और बिना अनुमति कोई भी वाहन प्रवेश नहीं कर पाएगा। कुमार के मुताबिक, सरकारी बसें भी वन-वे रूट के हिसाब से ही संचालित होंगी।उन्होंने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) को नोडल अधिकारी नामित किया गया है, और मेला क्षेत्र की व्यवस्था के लिए वरिष्ठ अधिकारियों सहित लगभग चार हजार पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
- नोएडा (उप्र) .उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में साइबर अपराधियों ने धनशोधन मामले में फंसाने की धमकी देकर वायरलेस विभाग से एक सेवानिवृत्त अधिकारी को छह दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखा और उनसे साढ़े चौबीस लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पीड़ित बुजुर्ग की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-82 निवासी सुखदास ने बताया कि वह वायरलेस विभाग से सेवानिवृत्त हैं और वर्तमान में अकेले रहते हैं। जून के दूसरे सप्ताह में उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया और फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल कर कई सिम निकलवाई गई हैं। शिकायत के अनुसार सुखदास को यह कह कर डराया गया कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल बैंक खातों को खुलवाने में भी किया गया है। संबंधित सिम और खातों का धनशोधन में इस्तेमाल किया गया है। पुलिस ने अनुसार ठगों ने 12 जून से 18 जून तक सेवानिवृत्त अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट करके रखा और पांच से अधिक बार में 24 लाख 50 हजार रुपये अपने खातों में जमा करा लिए। साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि जिन खातों में ठगी की रकम भेजी गई है उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। ठगी की रकम को जब्त करने के लिए संबंधित बैंक अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है।
- नयी दिल्ली. दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के सागरपुर इलाके में रविवार अपराह्न को बारिश में खेलने को लेकर हुए विवाद के बाद 10 वर्षीय लड़के की उसके पिता द्वारा कथित तौर पर चाकू गोदकर हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी दिहाड़ी मजदूर (40) को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि अपराह्न करीब डेढ़ बजे दादा देव अस्पताल से एक पीसीआर कॉल में जानकारी दी गई कि एक बच्चे को भर्ती कराया गया है, जिसे उसके पिता ने ही कथित तौर पर चाकू मार दिया है। उसने बताया कि चिकित्सकों ने लड़के को मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने एक बयान में कहा कि लड़का अपने पिता और तीन भाई-बहनों के साथ सागरपुर के मोहन ब्लॉक में एक किराए के कमरे में रहता था। इसमें कहा गया, ‘‘ उनकी मां का कुछ वर्ष पहले निधन हो गया था और बच्चों की देखभाल केवल उनका पिता ही करता था।'' पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि यह घटना तब हुई जब लड़का बारिश में खेलने के लिए बाहर जाने पर जोर दे रहा था। बयान में कहा गया है, ‘‘उसके पिता ने विरोध किया, लेकिन बच्चे ने उनकी बात नहीं मानी। गुस्से में आकर उस व्यक्ति ने रसोई का चाकू उठाया और लड़के की छाती में घोंप दिया।'' हमले के बाद आरोपी बेटे को अस्पताल ले गया, लेकिन उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी।पुलिस ने बताया कि चिकित्सकों ने घटना की सूचना पुलिस को दी जिसके बाद जांच शुरू की गई। उसने बताया कि अपराध में प्रयुक्त चाकू को घर से बरामद कर लिया गया है तथा आरोपी को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, पूरे घटनाक्रम और अपराध से जुड़ी परिस्थितियों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है। पुलिस पड़ोसियों और परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ कर रही है। पीड़िता की बहन ने अपने पिता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बहन ने बताया कि उसके पिता शराब पीकर सभी को पीटते थे। पीड़ित के भाई ने बताया कि उसने भाई को बचाने की भी कोशिश की थी।
- झांसी (उप्र) .भुसावल से मथुरा जा रही एक ट्रेन में यात्रा कर रही एक महिला ने प्रसव पीड़ा होने के बाद रविवार को झांसी रेलवे स्टेशन पर एक बच्ची को जन्म दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। झांसी रेल मंडल के सहायक जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप सुडेले ने रविवार को बताया कि सचखंड एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार मोनिका भोंसले नामक महिला को झांसी स्टेशन से पहले प्रसव पीड़ा होने लगी। सूचना मिलने पर रेलवे अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने रेलवे सुरक्षा बल की महिला कांस्टेबल के साथ प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंची ट्रेन से महिला को सुरक्षित नीचे उतारा और उसने प्लेटफार्म पर ही बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि इस बीच महिला अपनी यात्रा पूरी करने की जिद कर रही थी लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे समझाकर एहतियात के तौर पर झांसी रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मां और उसकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित हैं।