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- नयी दिल्ली। रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए सुधारों से चालू वित्त वर्ष 2021-22 में क्षेत्र का 43.75 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल हो सकेगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने बुधवार को यह बात कही। पटेल ने कहा कि क्षेत्र के लिए कई सुधार मसलन पुनगर्ठित स्वर्ण मौद्रिकरण योजना, सोने पर आयात शुल्क की कटौती तथा हॉलमार्किंग आदि लागू किए गए हैं, जिससे क्षेत्र का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रत्न एवं आभूषण क्षेत्र का हिस्सा सात प्रतिशत है। वहीं देश के वस्तुओं के निर्यात में क्षेत्र की हिस्सेदारी 10 से 12 प्रतिशत की है। पटेल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 9.2 अरब डॉलर रहा है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मोर्चे पर सरकार ने कई कदम उठाए हैं। स्वर्ण मौद्रिकरण योजना का पुनर्गठन किया गया है, सोने पर आयात शुल्क घटाया गया है तथा हॉलमार्किंग प्रणाली को लागू किया गया है। इससे उद्योग को अगले स्तर पर पहुंचने में मदद मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन उपायों से न केवल उद्योग को बदलाव लाने में मदद मिलेगी बल्कि इससे निर्यात भी बढ़ेगा। पटेल ने कहा कि इन उपायों से उद्योग चालू वित्त वर्ष में 43.75 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल कर सकेगा। इसके अलावा वह आगामी वर्षों में रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के 75 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य पर भी पहुंच पाएगा।
- बोस्टन। अमेरिका की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल ने आईफोन में उस सुरक्षा खामी को ठीक कर लिया है जिससे हैकर्स उपयोगकर्ता के इस्तेमाल के बगैर ही आईफोन तथा एप्पल के अन्य उपकरणों को सीधे हैक कर सकते थे।टोरंटो विश्वविद्यालय की सिटीजन लैब के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि सऊदी अरब के एक कार्यकर्ता के आईफोन की जासूसी के लिए इस सुरक्षा चूक का फायदा उठाया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें पूरा भरोसा है कि दुनिया की सबसे कुख्यात हैकर कंपनी इजराइल का एनएसओ समूह इस हमले के पीछे है।अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि यह सुरक्षा खामी एप्पल के सभी प्रमुख उपकरणों आईफोन, मैक्स और एप्पल वॉच में थी। एनएसओ समूह ने एक पंक्ति का बयान जारी कर कहा कि वह ‘‘आतंक और अपराध’’ से लड़ने के लिए उपकरण मुहैया कराता रहेगी।अनुसंधानकर्ताओं ने सात सितंबर को एक संदिग्ध कोड पाया और तुरंत एप्पल को सूचना दी। यह पहली बार था जब तथाकथित ‘‘जीरो-क्लिक’’ के दुरुपयोग के बारे में पता चला जिसमें उपयोगकर्ता को संदिग्ध लिंक या हैक फाइलों को खोलने के लिए उस पर क्लिक करने की आवश्यकता नहीं होती।सिटीजन लैब ने पहले जीरो क्लिक का दुरुपयोग अल-जजीरा के पत्रकारों और अन्य लोगों के फोनों को हैक करने के किए जाने के सबूत पाए थे। एक ब्लॉग पोस्ट में एप्पल ने कहा कि वह आईफोन और आईपैड के लिए सुरक्षा अपडेट जारी कर रहा है क्योंकि एक संदिग्ध पीडीएफ फाइल से उनका फोन हैक हो सकता था।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने मंगलवार को कहा कि 16 साल पहले घरेलू बाजार में उतारी गयी उसकी प्रीमियम हैचबैक कार स्विफ्ट ने 25 लाख की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।एमएसआई ने एक बयान में कहा कि कार ने 25 लाख इकाइयों की कुल बिक्री के साथ एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। स्विफ्ट कार 2005 में पेश की गयी थी और इसके साथ इसने देश में एक नये प्रीमियम हैचबैक वर्ग की शुरुआत की थी।एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, "2005 में बाजार में उतारे जाने के साथ, स्विफ्ट ने भारत में प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट की शुरुआत की थी। आज इसके लाखों प्रशंसक हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार स्विफ्ट ने अपने शानदार लुक और ताकतवर प्रदर्शन के साथ एक गौरवशाली विरासत का निर्माण किया है।" उन्होंने कहा, "यह सफलता ब्रांड स्विफ्ट के लिए ग्राहकों और आलोचकों के प्यार का प्रमाण है। 35 वर्ष से कम उम्र के 52 प्रतिशत से अधिक ग्राहकों के साथ स्विफ्ट को अपने परिपक्व होते युवा ग्राहकों की बदलती आकांक्षाओं के अनुरूप लगातार नया रूप दिया जाता रहा है।
- नयी दिल्ली। किआ इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसकी कॉम्पैक्ट एसयूवी सोनेट ने बाजार में उतारे जाने के एक साल से भी कम समय में एक लाख की कुल बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है। दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान, यह कार देश में चौथी सबसे ज्यादा बिकने वाली एसयूवी भी बन गयी।सितंबर 2020 में पेश की गयी सोनेट कार अपने वर्ग में एक सफल उत्पाद के रूप में उभरी है, और उसने इस वर्ग में लगभग 17 प्रतिशत और किआ की कुल बिक्री में 32 प्रतिशत का योगदान दिया है।किआ इंडिया के कार्यकारी निदेशक और मुख्य बिक्री और व्यापार रणनीति अधिकारी ताए-जिन पार्क ने कहा, "सोनेट को तब बाजार में पेश किया गया था जब ऑटो उद्योग कोविड-19 महामारी की शुरुआत के साथ इतिहास में सबसे खराब मंदी का सामना कर रहा था। विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखला को लगे झटकों के बीच बाजार ग्राहकों की सबसे उदासीन भावना से जूझ रहा था।" उन्होंने कहा, "हमने पिछले साल सितंबर में सभी बाधाओं के बावजूद सोनेट को पेश किया था, और यह कहना गलत नहीं होगा कि इसने भारत में किआ की सफलता की कहानी को नये सिरे से लिखा है और उद्योग में अपनी सबसे बेहतर विशेषताओं एवं विशिष्टताओं के साथ इस वर्ग में एक मजबूत पकड़ बना ली है।"
- नयी दिल्ली। आवाज के जरिये वित्तीय लेनदेन जल्द ही एक वास्तविकता बनने जा रहा है। रिजर्व बैंक ने इस तरह के भुगतान के लिए हार्डवेयर-एग्नॉस्टिक ध्वनि तरंग आधारित तकनीकी समाधान प्रदाता टोनटैग को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने मंगलवार को कहा कि टोनटैग ने खुदरा भुगतान के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सैंडबॉक्स के तहत पहले दस्ते का परीक्षण चरण पूरा कर लिया है। कंपनी ने कर्नाटक और बिहार के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में परीक्षण किया जिसमें 1,000 रुपये तक के लेनदेन शामिल थे। टोनटैग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उसने असंगत इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में फीचर फोन और स्मार्ट फोन के माध्यम से ऑफलाइन आवाज-आधारित भुगतानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। बेंगलुरु की कंपनी ने कहा, "प्रौद्योगिकी पहले से ही मौजूद है, हमें रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल गयी है, अब विनियमित इकाइयां इस तकनीक को आसानी से अपना सकती हैं।" उसने कहा कि इससे उन लोगों को लाभ होगा जो डिजिटल मंचों का इस्तेमाल करने के आदि नहीं हैं या जिन्हें बैंकिंग या भुगतान के लिए ऐप का इस्तेमाल करना मुश्किल लगता है। कंपनी ने कहा कि इस तरह यह नयी सुविधा डिजिटल भुगतान को सभी के लिए एक वास्तविकता बना देगी और यह तकनीक अब सेवा प्रदाताओं द्वारा अपनाए जाने के लिए तैयार है।
- नयी दिल्ली। ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेवा प्रदाता जोमैटो के सह संस्थापक गौरव गुप्ता ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। गुप्ता ने जोमैटो के कर्मचारियों को भेजे गए एक ईमेल में कहा कि वह कंपनी में छह साल बिताने के बाद एक नया अध्याय शुरू करेंगे। गुप्ता कंपनी में आपूर्ति से जुड़े कामकाज का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने कहा, "मैं अपने जीवन में एक नया सफर शुरू कर रहा हूं। अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण अध्याय यानी जोमैटो में बिताए पिछले छह वर्षों से बहुत कुछ सीखते हुए एक नया अध्याय शुरू करूंगा। हमारे पास जोमैटो को आगे ले जाने के लिए एक शानदार टीम है और यह मेरे लिए अपने सफर में एक अलग रास्ते पर बढ़ने का समय है।" सह-संस्थापक ने कहा कि वह इससे बेहतर किसी और चीज की ख्वाहिश नहीं कर सकते थे और सभी अनुभवों के लिए बहुत आभारी हैं तथा अपने आस-पास के सभी लोगों के भी आभारी हैं कि उन्होंने एक बेहतर इंसान बनने में उनकी मदद की। गुप्ता ने कंपनी के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल को भी धन्यवाद दिया।
- नयी दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस ने अपनी 9,200 करोड़ रुपये की पुनर्खरीद पेशकश के तहत 5.58 करोड़ इक्विटी शेयरों को वापस खरीद लिया है। एक सार्वजनिक सूचना के अनुसार, इन शेयरों की पुनर्खरीद 1,648.53 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के औसत मूल्य पर की गई है। कंपनी ने कुल 5,58,07,337 इक्विटी शेयरों की लगभग 9,200 करोड़ रुपये में वापस खरीद की। पुनर्खरीद के लिए शेयर का सबसे ऊंचा मूल्य 1,750 रुपये और सबसे निचला मूल्य 1,538.10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर था। कंपनी ने कहा है कि इस शेयर खरीद के बाद कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 12.95 प्रतिशत से बढ़कर 13.12 प्रतिशत हो गई। इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 9,200 करोड़ रुपये की शेयर वापसी खरीद योजना को मंजूरी दी थी जिसकी शुरुआत 25 जून को हो गई थी।
- नयी दिल्ली। डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने देश भर में फास्टैग आधारित पार्किंग सेवा शुरू करने की योजना बनायी है। कंपनी ने इस दिशा में पहल करते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के साथ मिलकर इस प्रकार की पहली फास्टैग-आधारित मेट्रो पार्किंग सुविधा शुरू की है।पेटीएम पेमेंट्स बैंक लि. (पीपीबीएल) ने सोमवार को कहा कि उसने डीएमआरसी के साथ भागीदारी कर फास्टैग आधारित पहली मेट्रो पार्किंग सुविधा शुरू की है। पीपीबीएल कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग सुविधा को लेकर वैध फास्टैग स्टिकर वाली कारों के लिए सभी फास्टैग-आधारित लेनदेन के प्रसंस्करण की सुविधा प्रदान करेगी। इससे पार्किंग के लिये काउंटर पर रुककर नकद भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा, पेटीएम पेमेंट बैंक ने दोपहिया वाहनों के लिये पार्किंग स्थल में प्रवेश को लेकर यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) आधारित भुगतान सुविधा भी देनी शुरू की है।पीपीबीएल ने डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह के हवाले से एक बयान में कहा, '' ग्राहकों को समाधान प्रदान करने को लेकर डीएमआरसी के डिजिटलीकरण प्रयास में यह एक और कदम है। खास तौर पर ऐसे समय में जब संपर्क रहित लेनदेन के तरीके समय की जरूरत है, यह पहल महत्वपूर्ण है।''भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के अनुसार पेटीएम पेमेंट बैंक जून महीने में एक करोड़ फास्टैग जारी करने वाला देश का पहला बैंक बन गया है।'' जून 2021 तक सभी बैंकों ने 3.47 करोड़ से अधिक फास्टैग जारी किये हैं। बयान के अनुसार, ''पीपीबीएल देश भर में पार्किंग सुविधाओं का डिजिटलीकरण करेगी। इसमें कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पेटीएम के डिजिटल भुगतान समाधान से संचालित होने वाला पहला स्टेशन होगा। कंपनी कई राज्यों में विभिन्न नगर निगमों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि संगठित और असंगठित दोनों जगहों पर फास्टैग आधारित पार्किंग सुविधाएं शुरू की जा सकें।'' इसके अलावा पेटीएम शॉपिंग मॉल, अस्पतालों और हवाईअड्डों पर भी इस प्रकार की सुविधाएं शुरू करने को लेकर विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत कर रही है।
- नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख और रुपये के मूल्य में गिरावट के बीच राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 82 रुपये बढ़कर 45,952 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 45,870 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘कॉमेक्स में सोने की कीमतों में मजबूती और रुपये के मूल्य में गिरावट के अनुरूप दिल्ली में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत में 82 रुपये की तेजी आई।'' इसके विपरीत, चांदी की कीमत 413 रुपये लुढ़ककर 61,907 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। चांद पिछले कारोबारी सत्र में 62,320 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,790 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 23.66 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।
- नयी दिल्ली। अनाज और सब्जियों सहित खाद्य उत्पादों के दाम घटने से खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में मामूली घटकर 5.3 प्रतिशत रह गई। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। हालांकि, खाद्य तेल के दाम में इस दौरान वृद्धि दर्ज की गई। यह लगातार तीसरा महीना है जबकि खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आई है और रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर के दायरे में बनी हुई है। उपभोक्ता मूल्यू सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इससे पिछले महीने जुलाई में 5.59 प्रतिशत थी। वहीं एक साल पहले अगस्त में यह 6.69 प्रतिशत पर थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति अगस्त में 3.11 प्रतिशत रही जो कि इससे पिछले महीने जुलाई में 3.96 प्रतिशत थी वहीं अगस्त, 2020 में यह 9.05 प्रतिशत के उच्चस्तर पर थी। खुदरा मुद्रास्फीति मई में बढ़कर 6.3 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई थी। अप्रैल में यह 4.23 प्रतिशत थी। उसके बाद से यह लगातार नीचे आ रही है। जून में खुदरा मुद्रास्फीति 6.26 प्रतिशत तथा जुलाई में 5.59 प्रतिशत रही। रिजर्व बैंक ने अगस्त में अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों को यथावत रखा था। केंद्रीय बैंक अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पर निर्णय के लिए मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पर गौर करता है। सरकार ने केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया है। एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों और अनाज एवं उत्पादों के दाम में क्रमश: 11.68 प्रतिशत और 1.42 प्रतिशत घट गई। लेकिन ‘तेल एवं वसा' खंड में मूल्यवृद्धि एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत रही। त्योहारी मौसम के दौरान खाद्य तेलों की कीमतों को काबू में रखने के लिए सरकार ने हाल में पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी तेलों पर मूल सीमा शुल्क घटा दिया है। उद्योग का मानना है कि इससे तेलों के खुदरा दाम चार से पांच रुपये प्रति लीटर घट जाएंगे। हालांकि, उपभोक्ताओं की जेब पर ‘ईंधन और प्रकाश' खंड अब भी भारी बना हुआ है। इस खंड में मुद्रास्फीति 12.95 प्रतिशत रही। डीबीएस सिंगापुर की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और अर्थशास्त्री राधिका राव ने कहा कि मुद्रास्फीति में गिरावट अनुकूल आधार प्रभाव तथा खाद्य वस्तुओं के दाम घटने की वजह से आई है। उन्होंने कहा कि तेल एवं वसा को छोड़कर अन्य उप खंडों की मुद्रास्फीति घटी है। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के 5.7 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया है। केंद्रीय बैंक का अनुमान है कि दूसरी तिमाही में यह 5.9 प्रतिशत, तीसरी में 5.3 प्रतिशत और चौथी में 5.8 प्रतिशत रहेगी। वहीं, अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति के 5.1 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया गया। कोटक महिंद्रा बैंक की वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपासना भारद्वाज ने कहा कि मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के अनुमान की तुलना में अधिक अनुकूल और कम रहेगी। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति के नरम रहने से नीति निर्माताओं को राहत मिलेगी और नीति के सामान्यीकरण की ओर से धीमी रफ्तार से चलने के लिए ज्यादा गुंजाइश होगी।
- नयी दिल्ली। ओला के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने सोमवार को कहा कि कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर कारखाने का पूरा संचालन महिलाओं द्वारा किया जाएगा और इसमें व्यापक स्तर पर 10,000 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "आत्मनिर्भर भारत को आत्मनिर्भर महिलाओं की जरूरत है! मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि ओला फ्यूचरफैक्ट्री का पूरा का पूरा संचालन महिलाएं करेंगी, व्यापक स्तर पर 10,000 से ज्यादा महिलाएं इसमें काम करेंगी! यह दुनिया में केवल महिला कर्मियों वाला सबसे बड़ा कारखाना होगा।" अग्रवाल ने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें इस प्रतिष्ठान में काम करने के लिए नियुक्त की गयी महिलाओं के पहले बैच को दिखाया गया है। उन्होंने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि कंपनी ने इस सप्ताह पहले बैच का स्वागत किया और कहा कि "पूरी क्षमता के साथ, फ्यूचरफैक्ट्री 10,000 से अधिक महिलाओं को रोजगार देगी, जिससे यह दुनिया में केवल महिला कर्मियों वाला सबसे बड़ा और विश्व स्तर पर केवल महिला कर्मियों वाला अकेला ऑटोमोटिव विनिर्माण प्रतिष्ठान होगा।" उन्होंने कहा कि ओला अधिक समावेशी कार्यबल बनाने और महिलाओं के लिए हर तरह के काम से जुड़े आर्थिक अवसर प्रदान करने के लिए पहल कर रही है। अग्रवाल ने कहा कि कंपनी ने महिला कर्मियों को विनिर्माण कौशल के मुख्य क्षेत्रों में प्रशिक्षण और अतिरिक्त कौशल प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण निवेश किया है तथा वे ओला फ्यूचरफैक्ट्री में निर्मित हर वाहन के पूरे उत्पादन के लिए जिम्मेदार होंगी।
- मुंबई। बीएसई सेंसेक्स में सोमवार को समर्थन के अभाव में 127 अंक से अधिक की गिरावट आयी। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक तथा एचडीएफसी बैंक में नुकसान से सेंसेक्स नीचे आया। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 127.31 अंक यानी 0.22 प्रतिशत टूटकर 58,177.76 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.95 अंक यानी 0.08 प्रतिशत फिसलकर 17,355.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रहा। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टीसीएस, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, मारुति और कोटक बैंक शामिल हैं। आंनद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध प्रमुख (बुनियादी) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘दोपहर के कारोबार में घरेलू शेयर बाजार नकारात्मक दायरे में रहा। वैश्विक स्तर पर अमेरिका में मुद्रास्फीति के रिकार्ड स्तर पर पहुंचने तथा इस स्थिति के चलते फेडरल रिजर्व के जल्दी ही मौद्रिक नीति के मामले में कड़ा रुख किये जाने की आशंका के साथ एशियाई बाजारों में मिला-रुख रहा।'' एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सिओल और तोक्यो लाभ में रहें जबकि हांगकांग नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी रही। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने गुरुवार को भारतीय बाजारों में 423.44 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.91 प्रतिशत मजबूत होकर 73.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
- नयी दिल्ली। टाटा मोटर्स ने सोमवार को कहा कि उसने अपने हल्के वाणिज्यिक वाहन टाटा 407 का सीएनजी संस्करण पेश किया है जिसकी (एक्स शोरूम, पुणे) कीमत 12.07 लाख रुपये है। टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा कि सीएनजी का इस्तेमाल करते हुए यह वाहन टाटा 407 के डीजल संस्करण के मुकाबले 35 प्रतिशत ज्यादा मुनाफा देता है।कंपनी के उपाध्यक्ष (प्रोडक्ट लाइन 1 और हल्के वाणिज्यिक वाहन) रुद्ररूप मैत्रा ने कहा, "डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि के चलते सीएनजी वाहनों में लाभ बढऩे की संभावना में उल्लेखनीय वृद्धि होने की क्षमता है और हमें विश्वास है कि 407 सीएनजी, टाटा मोटर्स द्वारा पेश की गयी सबसे विस्तृत सीएनजी रेंज का विस्तार करने के अलावा, हमारे ग्राहकों लिए काफी मूल्य प्रदान करेगा।" उन्होंने कहा कि टाटा 407 देश में सबसे बेहतर वाणिज्यिक वाहन रहा है, इसके साथ पिछले 35 साल की विरासत है। यह वाहन ग्राहक के पसंदीदा वाहनों में से एक है। इसके अब तक 12 लाख वाहन बेचे जा चुके हैं। यह इस श्रेणी में सबसे ज्यादा है। टाटा 407 सीएनजी संस्करण में 3.8 लीटर का सीएनजी इंजन है। इसके साथ ईंधन-कुशल एसजीआई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही अन्य खूबियां भी इसमें शामिल हैं।---
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नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एयरटेल के स्थानीय वेंडर और जियो डिजिटल कंपनी पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है तथा इन कंपनियों द्वारा लाइन डालने पर तत्काल रोक लगा दी है। ऑप्टिकल फाइबर लाइन डालने के लिए सड़कें क्षतिग्रस्त करने और ठीक न करने पर प्राधिकरण ने दोनों कंपनियों पर यह कार्रवाई की है। सड़कें टूट जाने से निवासियों को बहुत परेशानी हो रही थी जिसके कारण वे बार-बार प्राधिकरण से शिकायत कर रहे थे। ग्रेटर नोएडा में मोबाइल और ब्रॉडबैंड नेटवर्क को और बेहतर करने के लिए एयरटेल और जियो डिजिटल कंपनी की तरफ से ऑप्टिकल फाइवर लाइन डाली जा रही है। जियो डिजिटल फाइबर प्राइवेट लि. नॉएडा के कंपनी सेक्टर बीटा वन और टू में फाइबर लाइन डाल रही थी। कंपनी की तरफ से सड़क के समीप लाइन डाली जा रही थी, जिससे सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। इसके कारण प्राधिकरण की तरफ से दी जाने वाली अन्य सेवाएं भी प्रभावित हुईं। लोगों द्वारा प्राधिकरण से शिकायत करने के बावजूद कंपनी सड़क की मरम्मत नहीं कर रही थी। इसी तरह एयरटेल की वेंडर मैसर्स टेलिसोनिक नेटवर्क लिमिटेड भी सेक्टर बीटा वन और टू में लाइन डाल रही थी, जिसके चलते रोड क्षतिग्रस्त हो गई। प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि उसके सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर वाणिज्यिक विभाग ने दोनों कंपनियों पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
- नयी दिल्ली। ऑनलाइन फूड डिलिवरी सेवा देने वाली कंपनी जोमैटो ने 17 सितंबर से किराना सामानों की अपनी डिलिवरी सेवा को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने ऐसा ऑर्डर को पूरा करने से जुड़ी खामियों को देखते हुए किया जिसकी वजह से ग्राहकों को संतोषजनक अनुभव नहीं मिल रहे थे। इसके साथ ही जोमैटो इस वर्ग से पिछले साल से दूसरी बार बाहर निकली है।कंपनी ने पहली बार, कोविड-19 को देखते हुए पिछले साल लॉकडाउन के दौरान इस वर्ग में प्रवेश किया था लेकिन अपने फूड डिलिवरी व्यापार के सुधरने के बाद उसने यह वर्ग छोड़ दिया था। कंपनी ने यह भी कहा कि उसका मानना है कि ग्रोफर्स (किराना सामानों की डिलिवरी सेवा देने वाली कंपनी) में उसके निवेश से अपने खुद के मंच पर किराना सामानों की डिलिवरी सेवा की तुलना में उसके शेयरधारकों के लिए बेहतर नतीजे मिलेंगे। जोमैटो ने ग्रोफर्स में 10 करोड़ डॉलर (करीब 745 करोड़ रुपये) का निवेश किया है।कंपनी ने अपने किराना भागादीरों को भेजे एक ईमेल में कहा, "जोमैटो अपने ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देने और अपने व्यापार भागीदारों को वृद्धि के सबसे बड़े अवसर देने में विश्वास करती है। हमें नहीं लगता कि मौजूदा मॉडल हमारे ग्राहकों और व्यापार भागीदारों को इस तरह के लाभ दिलाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है। इसलिए, हम 17 सितंबर, 2021 से किराना सामानों की अपनी पायलट डिलिवरी सेवा को बंद करना चाहते हैं।
- नयी दिल्ली। आयकर विभाग ने इस साल छह सितंबर तक 70,120 करोड़ रुपये से ज्यादा का रिफंड जारी किया है। आयकर विभाग ने रविवार को ट्विटर पर यह जानकारी दी।इसमें से 24.70 लाख से ज्यादा मामलों में 16,753 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर रिफंड और 1.38 लाख मामलों में 53,367 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट कर रिफंड शामिल है। आयकर विभाग ने कहा, ‘‘केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक अप्रैल, 2021 से छह सितंबर, 2021 के दौरान 26.09 लाख से ज्यादा करदाताओं को 70,120 करोड़ रुपये से ज्यादा का रिफंड जारी किया है।
- नयी दिल्ली। प्रमुख वाहन कंपनियों हुंदै तथा होंडा कार्स को उम्मीद है कि बाजार स्थिति में सुधार के बाद त्योहारी सीजन में कारों की मांग मजबूत रहेगी। इन कंपनियों ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में कोविड-19 की वजह से लागू अंकुश अब हट गए हैं। ऐसे में कार कंपनियों के लिए त्योहारी सीजन अच्छा रहने की उम्मीद है। इन कंपनियों का कहना है कि महामारी की वजह से अब ज्यादा से ज्यादा ग्राहक अपना निजी वाहन खरीदना चाहते हैं। ऐसे में व्यस्त त्योहारी सीजन के दौरान बिक्री जोरदार रहने की उम्मीद है। वाहन कंपनियों का मानना है कि आगे चलकर क्षेत्र के समक्ष सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से आपूर्ति की चुनौती आ सकती है। इसके अलावा महामारी की तीसरी लहर भी वाहन क्षेत्र को पटरी से उतार सकती है। हुंदै मोटर इंडिया के निदेशक (बिक्री, विपणन एवं सेवा) तरुण गर्ग ने कहा, ‘‘मांग की स्थिति अच्छी है। व्यक्तिगत वाहन खरीदने की इच्छा की वजह से देशभर में विभिन्न उत्पाद श्रेणियों में मांग अच्छी है। त्योहारी सीजन को लेकर माहौल अच्छा नजर आ रहा है।'' इसी तरह की राय जताते हुए होंडा कार्स इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (विपणन एवं बिक्री) राजेश गोयल ने कहा कि कोविड-19 अंकुश हटने के बाद से बाजार धारणा सुधरी है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ माह के दौरान उद्योग की बिक्री के आंकड़े में सुधार शुरुआती अनुमानों से बेहतर रहा है,जो एक अच्छी चीज है। यही रुख त्योहारों के दौरान भी जारी रहने की उम्मीद है। त्योहारी सीजन की शुरुआत दक्षिण भारत में ओणम से हुई है। अब उत्साह का यह माहौल देश के अन्य बाजारों में देखने को मिल रहा है।'' गोयल ने कहा कि उद्योग की ओर से कुछ नए मॉडल उतारने की तैयारी है। इससे बेहतर बिक्री का आंकड़ा हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी की नई पेशकश कॉम्पैक्ट सेडान अमेज के नए संस्करण को विभिन्न बाजारों में अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। चिप की कमी के बारे में गर्ग ने कहा कि इससे उद्योग में अन्य कंपनियों के साथ हुंदै भी प्रभावित हुई है। कंपनी मौजूदा परिस्थितियों में अपने उत्पादन को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा हैं। ऐसे में हमें भी इसी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।'' गोयल ने भी आपूर्ति श्रृंखला की अड़चन को स्वीकार करते हुए कहा कि यह उद्योग के समक्ष बड़ा संकट है। उद्योग को मजबूत मांग के बीच आपूर्ति को पूरा करने की चुनौती से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम भी चिप की कमी से जूझ रहे हैं लेकिन हम इसके प्रभाव को कम से कम रखने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं।
- नयी दिल्ली। दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में सीएनजी और पीएनजी (पाइप वाली रसोई गैस) के दाम अक्टूबर में 10-11 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा निर्धारित गैस के दाम करीब 76 प्रतिशत बढऩे वाले हैं, जिसका असर सीएनजी और पीएनजी की कीमतों पर भी पड़ेगा।सरकार गैस अधिशेष वाले देशों की दरों का इस्तेमाल करती है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) जैसी कंपनियों को नामांकन के आधार पर दिए गए क्षेत्रों के लिए प्राकृतिक गैस की कीमतों की सरकार प्रत्येक छह माह में समीक्षा करती है। अगली समीक्षा एक अक्टूबर को होनी है। ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि एक अक्टूबर, 2021 से 31 मार्च, 2022 तक एपीएम या प्रशासित दर बढ़कर 3.15 डॉलर प्रति इकाई (एमएमटीटीयू) हो जाएगी। यह अभी 1.79 डॉलर प्रति इकाई है।इसके अलावा गहरे पानी वाले क्षेत्रों मसलन....रिलायंस इंडस्ट्रीज और बीपी पीएलसी के केजी-डी6 क्षेत्र से गैस की दर 7.4 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू हो जाएगी। प्राकृतिक गैस एक कच्चा माल है जिसे वाहनों में इस्तेमाल के लिए सीएनजी और रसोई में इस्तेमाल के लिए पीएनजी में बदला जाता है।रिपोर्ट कहती है, एपीएम गैस कीमतों में बढ़ोतरी शहर गैस वितरण (सीजीडी) कंपनियों के लिए चुनौती होगी। इसका आशय है कि उनके लिए सीएनजी और पाइप वाली प्राकृतिक गैस की लागत बढ़ेगी। एपीएम गैस की कीमतों में बढ़ोतरी से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सीएनजी का वितरण करने वाली कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लि. (आईजीएल) को अगले एक साल के दौरान कीमतों में भारी-भरकम बढ़ोतरी करनी पड़ेगी। कुछ इसी तरह का कदम मुंबई में सीएनजी की आपूर्ति करने वाली एमजीएल को भी उठाना पड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर गैस वितरण कंपनियों को कीमतों में 10-11 प्रतिशत की बढ़ोतरी करनी होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि एपीएम गैस मूल्य में बढ़ोतरी की वजह से अक्टूबर, 2021 से अक्टूबर, 2022 के दौरान एमजीएल और आईजीएल को कीमतों में 49 से 53 प्रतिशत की बढ़ोतरी करनी होगी।
- नयी दिल्ली। हैदराबाद के सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ टूल डिज़ाइन (सीआईटीडी) को आतिशबाजी में इस्तेमाल होने वाले 'अनार' के उत्पादन के लिए स्वचालित मशीन बनाने का पेटेंट प्राप्त हुआ है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।सीआईटीडी और शिवकाशी स्थित स्टैंडर्ड फायरवर्क्स प्राइवेट लिमिटेड (एसएफपीएल) ने मिलकर इस नवाचार के लिए एक संयुक्त पेटेंट आवेदन दायर किया था। सीआईटीडी, एमएसएमई मंत्रालय का संस्थान है जहां छोटे उद्यमों के लिये आधुनिक औजार के डिजाइन आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है। यह मशीन अनार के निर्माण की पूरी प्रक्रिया के दौरान पूरी तरह से वायुचालित प्रणाली पर काम करती है। इस प्रक्रिया में कोई विद्युत या इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली का उपयोग नहीं किया गया है। इससे आतिशबाजी उद्योग क्षेत्र में अक्सर होने वाली दुर्घटनाओं से बचने में मदद मिलेगी। मंत्रालय ने कहा, ''एमएसएमई के हैदराबाद स्थित टूल रूम सीआईटीडी को 10 नवंबर 2015 से 20 वर्षों के लिए आतिशबाजी के 'अनार' के उत्पादन के लिए स्वचालित मशीन के लिये पेटेंट प्राप्त हुआ है।'' सीआईटीडी एक सरकारी संगठन है जो एमएसएमई मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करता है। इसकी स्थापना 1968 में हुई थी। संस्थान तकनीकी कार्य करने वाले व्यक्तियों को औजारों के डिजाइन और निम्न लागत के स्वचालन के लिये प्रशिक्षण देता है।
- नयी दिल्ली। दैनिक उपयोग के उत्पाद बनाने वाली देशी कंपनी डाबर इंडिया लि. ने शुक्रवार को पाचन से जुड़ी गोली हाजमोला की श्रेणी में आने वाले उत्पादों का दायरा बढ़ाते हुए नया उत्पाद 'हाजमोला लिमकोला' पेश किया।डाबर इंडिया ने एक बयान में कहा कि हाजमोला लिमकोला एक पाचन गोली है। इस टैबलेट में हाजमोला में कुछ बदलाव के साथ नींबू का मिश्रण है। कंपनी के भारत में विपणन प्रमुख (ओटीसी-ओवर द काउंटर) अजय सिंह परिहार ने कहा, ''उपभोक्ता को लेकर हमारा शोध बताता है कि ग्राहक नींबू के स्वाद वाली चटपटी चीज को पसंद करते है....।'' उन्होंने कहा कि यह हमारे उपभोक्ताओं को नींबू के चटकारे के साथ उनका पसंदीदा हाजमोला प्रदान करने की हमारी महत्वाकांक्षा के अनुरूप है। कंपनी ने इस उत्पाद का विज्ञापन फिल्म अभिनेता अजय देवगन के साथ अखबारों, पत्रिकाओं, डिजिटल और रेडियो पर शुरू किया है। इस मौके पर अजय देवगन ने कहा, ''यह मजेदार, स्वादिष्ट और सही मायने में चटपटा है। मैं अपने सभी प्रशंसकों तक हाजमोला लिमकोला की स्वादिष्ट दुनिया को पहुंचाने के लिए उत्सुक हूं।'' गौरतलब है कि देश में ब्रांड वाली पाचन गोलियों में 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हाजमोला की है।
- नयी दिल्ली। देश के औद्योगिक उत्पादन में जुलाई महीने में 11.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़े में यह जानकारी दी गयी। इससे पहले, पिछले साल जुलाई में औद्योगिक उत्पादन में 10.5 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आंकड़ों के अनुसार सकल औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन जुलाई 2021 में 10.5 प्रतिशत बढ़ा। वहीं, खनन उत्पादन में 19.5 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में 11.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आंकड़े के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के चार माह के दौरान आईआईपी में कुल मिलाकर 34.1 प्रतिशत वृद्धि हुई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि में 29.3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। पिछले साल मार्च से कोविड-19 महामारी के कारण औद्योगिक उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ा था। तब इसमें 18.7 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। वहीं महामारी की रोकथाम के लिये देशव्यापी ‘लॉकडाउन' से आर्थिक गतिविधियां थमने के कारण अप्रैल में इसमें 57.3 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आयी थी।
- नई दिल्ली। "आजादी का अमृत महोत्सव" के तहत सुरक्षा जागरूकता और कौशल विकास पहल के एक भाग के रूप में एनटीपीसी ने सुरक्षा कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की- जिसे प्रत्येक सप्ताह में कम से कम एक बार आयोजित करना है। यह खदान में कोयला खनन के दौरान सुरक्षा के प्रति टीम की वचनबद्धता को व्यक्त करता है।इस तरह के तकनीकी प्रशिक्षण सत्रों के आयोजन का उद्देश्य एनटीपीसी की कोयला खनन परियोजनाओं में सर्वोत्तम सुरक्षा प्रथाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इनके कार्यान्वयन के माध्यम से एक मजबूत सुरक्षा संस्कृति बनाने के लिए विभिन्न कोयला खनन परियोजनाओं में तैनात इन-हाउस अधिकारियों के बीच सूचना का प्रसार तथा ज्ञान साझा करना है, जिससे यहां "घटनाओं की संभावनाओं को नगण्य" किया जा सके।ओईएम सहित आंतरिक और इनके साथ ही बाह्य संकायों द्वारा विभिन्न सत्रों का आयोजन "खदान सुरक्षा एवं सर्वोत्तम प्रथाओं", "सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग/खानों में डिजिटल पहल", "सतत खनन" आदि से संबंधित विभिन्न विषयों पर आयोजित प्रशिक्षण के एक हिस्से के रूप में किया जा रहा है।"डंप ढलान की निगरानी के लिए स्थलीय लेजर स्कैनर का उपयोग", "ई-एसएमपी", "सुरक्षा प्रबंधन योजना कार्यान्वयन", "खदानों में मॉनसून के लिए तैयारी", "विद्युत सुरक्षा", "एचईएमएम की सुरक्षा विशेषताएं" जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्यक्रम के भाग के रूप में आयोजित किये गए हैं, जिसकी प्रतिभागियों ने सराहना की है।इस दिशा में आगे बढऩे और एनटीपीसी की कोयला खानों में सुरक्षा में सुधार के लिए आगामी सत्र खान योजना, पर्यावरण सामाजिक शासन, खनन एवं उद्योग के पर्यावरण संबंधी पहलू, ओपनकास्ट खानों में ब्लास्टिंग के डिजाइन व अनुकूलन, फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम और हॉल रोड मैनेजमेंट तथा योग्यता परीक्षाओं के प्रथम श्रेणी प्रमाण पत्र में उपस्थित होने के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।आगामी सत्रों में खान योजना, पर्यावरण सामाजिक शासन, खनन और उद्योग के पर्यावरण संबंधी पहलू, ओपनकास्ट खानों में ब्लास्टिंग के डिजाइन और अनुकूलन, फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम और हॉल रोड मैनेजमेंट, योग्यता परीक्षाओं के प्रथम श्रेणी प्रमाण पत्र में उपस्थित होने के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- नयी दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को कुछ विशिष्ट कृषि उत्पादों के लिये परिवहन और विपणन सहायता (टीएमए) योजना का दायरा बढ़ते हुये डेयरी उत्पादों को इसमें शामिल किया है। इसके साथ ही सहायता की दरों को भी बढ़ाया गया है। एक सरकारी बयान के अनुसार योजना को 31 मार्च, 2022 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। बयान में कहा गया है कि संशोधित योजना के तहत बढ़ी हुई सहायता से कृषि उत्पादों के भारतीय निर्यातकों को महंगी होती माल ढुलाई और लॉजिस्टिक्स की लागत में मदद मिलने की उम्मीद है। वर्ष 2019 में, सरकार ने यूरोप और उत्तरी अमेरिका के कुछ देशों में कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के मकसद से इन उत्पादों के परिवहन और विपणन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की योजना की घोषणा की थी। टीएमए योजना के तहत, सरकार माल भाड़ा शुल्क के एक निश्चित हिस्से की प्रतिपूर्ति करती है और कृषि उपज के बिक्री कार्यों में सहायता प्रदान करती है। बयान में कहा गया है, ‘‘अब वाणिज्य विभाग ने एक अप्रैल, 2021 को या उसके बाद 31 मार्च, 2022 तक प्रभावी रहने वाले निर्यात के लिए निर्दिष्ट कृषि उत्पाद योजना के लिए संशोधित टीएमए को अधिसूचित किया है।'' डेयरी उत्पाद, जो पहले की योजना के तहत शामिल नहीं थे, अब सहायता पााने के पात्र होंगे, उन्होंने कहा कि सहायता की दरों में - समुद्र के रास्ते निर्यात के मामले में 50 प्रतिशत और हवाई मार्ग से भेजे जाने वाले सामान के लिये 100 प्रतिशत वृद्धि की गई है। योजना शुरू में एक मार्च 2019 से 31 मार्च 2020 के दौरान हुये निर्यात के लिये लागू की गई थी बाद में इसका लाभ बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक कर दिया गया। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) जल्द ही संशोधित योजना के तहत सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया को अधिसूचित करेगा।
- नयी दिल्ली। देश की प्रमुख ऑटो कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) ने शुक्रवार को कहा कि उसकी मध्यम आकार की सेडान सियाज ने 2014 में बाजार में आने के बाद से तीन लाख इकाइयों की कुल बिक्री का आंकड़ा पर कर लिया है। सियाज 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित है और यह सुजुकी की ‘स्मार्ट हाइब्रिड' तकनीक से लैस है, जो ईंधन दक्षता को बढ़ाती है। इस गाड़ी की दिल्ली में शोरूम कीमत 8.72 लाख रुपये से 11.71 लाख रुपये के बीच है। एमएसआईएल के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि 2014 में पेशकश के बाद से सियाज ने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी प्रीमियम सेडान खंड में शानदार सफलता हासिल की है।
- नयी दिल्ली। भारत में अपनी पहचान बनाने के लिए लगभग तीन दशकों के संघर्ष के बाद, अमेरिका की प्रमुख वाहन कंपनी फोर्ड मोटर कंपनी ने गुरुवार को कहा कि वह देश के अपने दो संयंत्रों में वाहन उत्पादन बंद कर देगी और केवल आयातित वाहनों को ही बेचेगी। कंपनी, जिसने अपने चेन्नई (तमिलनाडु) और साणंद (गुजरात) संयंत्रों में लगभग 2.5 अरब डॉलर का निवेश किया है, उसे विगत 10 वर्षो के दौरान करीब दो अरब डॉलर का एकीकृत परिचालन नुकसान हुआ है। कंपनी के इस फैसले से करीब 4,000 कर्मचारी और ऐसे 150 डीलर प्रभावित होंगे जो करीब 300 बिक्री केन्द्रों का कामकाज संभालते हैं। हालांकि, यह अपने साणंद संयंत्र से इंजन का निर्माण जारी रखेगी जिसे कंपनी के वैश्विक परिचालन के लिए निर्यात किया जाएगा। वाहन विनिर्माण परिचालन को बंद करने के साथ यह प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी इन संयंत्रों से उत्पादित इकोस्पोर्ट, फिगो और एस्पायर जैसे वाहनों की बिक्री बंद कर देगी। एक घोषणा में, फोर्ड ने कहा कि वह वर्ष 2021 की चौथी तिमाही तक साणंद में वाहन असेंबली और वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण के कार्य को बंद कर देगी। फोर्ड मोटर कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिम फ़ार्ले ने एक बयान में कहा, "हमारी फोर्ड प्लस योजना के हिस्से के रूप में, हम दीर्घकालिक तौर पर टिकाऊ लाभदायक व्यवसाय करने के लिए कठिन लेकिन आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं और अपनी पूंजी को सही क्षेत्रों में बढ़ने और मूल्य सृजित करने के लिए आवंटित कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि भारत में महत्वपूर्ण निवेश के बावजूद, फोर्ड ने पिछले दस वर्षों में दो अरब डॉलर से अधिक का परिचालन घाटा उठाया है। उन्होंने कहा कि नए वाहनों की मांग पूर्वानुमान की तुलना में बहुत कमजोर रही है। इस प्रमुख ऑटोनिर्माता कंपनी ने कहा कि वह देश में अपनी फोर्ड बिजनेस समाधान क्षमताओं और टीम के साथ-साथ निर्यात के लिए इंजीनियरिंग और इंजन निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगी। मौजूदा समय में भारत में 11,000 से अधिक टीम सदस्यों के साथ, फोर्ड बिजनेस सॉल्यूशंस की योजना सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, डेटा वैज्ञानिकों, आरएंडडी इंजीनियरों और वित्त और लेखा पेशेवरों के लिए और अधिक अवसर प्रदान करने के लिए विस्तार करने की है, ताकि फोर्ड प्लस योजना के समर्थन में फोर्ड को वैश्विक स्तर पर बदलने और आधुनिक बनाने के प्रयास का समर्थन किया जा सके। एक आभासी संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, फोर्ड इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनुराग मेहरोत्रा ने कहा कि कंपनी को भारत में वाहन निर्माण में निवेश जारी रखने के लिए उसके लिए आवश्यक है कि निवेश पर उचित लाभ प्राप्ति का रास्ता दिखाये। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से, हम ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं और अब हमारे पास भारत में व्यवसाय के पुनर्गठन के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है।" जब उनसे रोजगार गंवाने वाले कर्मचारियों को कंपनी द्वारा दिये जाने वाले विच्छेद पैकेज के बारे में पूछा गया तो मेहरोत्रा ने कहा कि प्रभावित कर्मचारियों को "एक समान और उचित पैकेज की पेशकश की जाएगी।" फोर्ड इंडिया के पास सालाना 6,10,000 इंजन और 4,40,000 वाहनों की स्थापित विनिर्माण क्षमता है।कंपनी ने फिगो, एस्पायर और इकोस्पोर्ट जैसे अपने मॉडलों को दुनिया भर के 70 से अधिक बाजारों में निर्यात किया है। इस साल जनवरी में फोर्ड मोटर कंपनी और महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने पूर्व में घोषित वाहन संयुक्त उद्यम को समाप्त करने और भारत में स्वतंत्र परिचालन जारी रखने का फैसला किया था। जनरल मोटर्स के बाद भारत में कारखाना बंद करने वाली फोर्ड दूसरी अमेरिकी वाहन कंपनी है। वर्ष 2017 में जनरल मोटर्स ने घोषणा की कि वह भारत में वाहनों की बिक्री बंद कर देगी क्योंकि दो दशकों से अधिक समय तक संघर्ष करने के बाद भी उसकी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।