दूरस्थ गांवों से डिजिटल कक्षाओं तक: केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर ने मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में जमीनी बदलाव को बताया ‘विकसित भारत’ की मिसाल
-महिला नेतृत्व वाले विकास, डिजिटल सशक्तिकरण और केंद्र सरकार की योजनाओं के पूर्ण क्रियान्वयन पर दिया जोर
रायपुर। । केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने रविवार को छत्तीसगढ़ के आदिवासी जिले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी की अपनी यात्रा के दौरान कहा, “दूरस्थ जनजातीय क्षेत्रों का डिजिटल रूप से सशक्त, आत्मनिर्भर समुदायों में रूपांतरण भारत की जमीनी प्रगति का सजीव प्रमाण है।”
सरकार के आकांक्षी जिलों कार्यक्रम (Aspirational Districts Programme) के अंतर्गत हुई इस यात्रा का उद्देश्य विकासात्मक सूचकांकों की समीक्षा करना, नागरिकों से संवाद करना और शासन की अंतिम छोर तक पहुंच सुनिश्चित करना था। उन्होंने डिजिटल साक्षरता, महिला नेतृत्व वाले विकास और केंद्र की योजनाओं की प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में ठोस प्रगति की सराहना की।
उच्च स्तरीय समीक्षा और विकास प्राथमिकताएं
जिला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में डॉ. शेखर ने सामाजिक-आर्थिक व पर्यावरणीय चुनौतियों पर चर्चा की और अमृत सरोवर, पीएमएवाई-जी, मनरेगा, पीएमजीएसवाई जैसी योजनाओं के 100% संतृप्ति की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने योजनाओं की नियमित निगरानी और समयबद्ध क्रियान्वयन का निर्देश दिया।
आधारभूत ढांचे और कल्याण योजनाओं की जमीनी समीक्षा
टुंडीकसा (मानपुर) में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण संपर्क से सुरक्षा और आजीविका दोनों में सुधार हो रहा है। ग्राम अजल में उन्होंने पीएमएवाई-जी के लाभार्थी ईश्वरलाल/बिदेराम के घर जाकर ‘सभी के लिए आवास’ की प्रधानमंत्री की परिकल्पना को साकार रूप में देखा।
ग्रामीण विकास की रीढ़ बनी महिलाएं
डॉ. शेखर ने दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (BIHAN) के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से संवाद किया और उनके आत्मविश्वास, नवाचार और वित्तीय अनुशासन की प्रशंसा की। इस दौरान एसएचजी सदस्य श्रीमती नागेश्वरी सिन्हा द्वारा उन्हें राखी बांधना एक भावनात्मक और विश्वास से भरा क्षण बना।
उन्होंने पशु सखी और ‘लखपति दीदी’ श्रीमती महंतिन कावलिया के घर पहुंचकर उनके कार्यों को महिला-नेतृत्व वाले ग्रामीण आर्थिक परिवर्तन का प्रेरक उदाहरण बताया।
स्वास्थ्य और डिजिटल पहुंच को नया बल
मानपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) का निरीक्षण करते हुए, डॉक्टर होने के नाते डॉ. शेखर ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के विस्तार की सराहना की। साथ ही, उन्होंने अटल सेवा केंद्र का दौरा कर नागरिकों को डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाते देखा और इसे डिजिटल साक्षरता, वित्तीय समावेशन और लोकतांत्रिक विश्वास को सशक्त करने वाला माध्यम बताया।
जनजातीय शिक्षा को बढ़ावा
स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्टता विद्यालय, मानपुर में स्मार्ट कक्षाओं और डिजिटल शिक्षण उपकरणों का अवलोकन करते हुए मंत्री ने कहा कि डीएमएफ और पीएम-श्री जैसी योजनाओं के माध्यम से यह विद्यालय आदिवासी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का आदर्श बन रहा है।
विकसित भारत@2047 की ओर
डॉ. शेखर की यह यात्रा सरकार की जमीनी स्तर पर समावेशी, सशक्त और सहभागी भारत निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। कल्याणकारी योजनाओं, डिजिटल सशक्तिकरण और महिला-नेतृत्व वाली पहलों के सम्मिलन से मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी आकांक्षी जिलों की सफलता का प्रतीक बनकर उभर रहा है।
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