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- नयी दिल्ली. 'ग्राउंड जीरो' फिल्म के निर्देशक तेजस प्रभा विजय देओस्कर मानते हैं कि ओटीटी पर फिल्मों की रिलीज ने सिनेमाघरों के व्यवसाय को प्रभावित किया है, लेकिन लोग अंततः सिनेमा स्क्रीन की ओर फिर से लौटेंगे। 'बकेट लिस्ट', 'छतरीवाली' और 'अजिंक्य' जैसी फिल्मों के लिए प्रसिद्ध निर्देशक ने कहा कि सिनेमाघर में फिल्म देखने की बात ही अलग है और इसकी कोई तुलना नहीं है। उन्होंने कहा, "हमें यह स्वीकार करना होगा कि लोग ओटीटी के बारे में जानते हैं और निश्चित रूप से अपने घर में फिल्म देखना आरामदायक है... और ऐसे कई लोग हैं जो इसे चुन रहे हैं। इसने निश्चित रूप से सिनेमाघर व्यवसाय को प्रभावित किया है।देओस्कर ने कहा, "लेकिन लंबे समय में यह चलन फिर बदलेगा क्योंकि सिनेमाघरों में हमें जो अनुभव मिलता है, उसकी तुलना ओटीटी पर मिलने वाले अनुभव से नहीं की जा सकती। यह ऐसा चरण है जब लोग ओटीटी का विकल्प चुन रहे हैं, लेकिन अंततः वे सिनेमाघरों की ओर लौटेंगे।" निर्देशक की नई फिल्म "ग्राउंड जीरो" में इमरान हाशमी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अधिकारी नरेंद्रनाथ धर दुबे की मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म इस साल अप्रैल में सिनेमाघरों में रिलीज हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या हाशमी इस परियोजना के लिए पहली पसंद थे, निर्देशक ने कहा कि उन्होंने हमेशा लोगों को उनकी लोकप्रिय छवि के विपरीत भूमिका देने की कोशिश की है।
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नयी दिल्ली. अक्षय कुमार, नाना पाटेकर और जैकलीन फर्नांडिस अभिनीत फिल्म ‘हाउसफुल 5' ने रिलीज होने के पहले सप्ताहांत में घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 91.83 करोड़ रुपये की कमाई की है। निर्माताओं ने सोमवार को यह जानकारी दी। साजिद नाडियाडवाला के प्रोडक्शन बैनर 'नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट' द्वारा निर्मित इस फिल्म का निर्देशन तरुण मनसुखानी ने किया है। ‘हाउसफुल 5' सिनेमा घरों में छह जून को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में सोनम बाजवा, नरगिस फाखरी, सौंदर्या शर्मा, जैकी श्रॉफ, रितेश देशमुख, फरदीन खान और संजय दत्त ने भी अभिनय किया हैं। प्रोडक्शन बैनर ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर कमाई के बारे में जानकारी साझा की। प्रोडक्शन बैनर ने पोस्ट में लिखा," हाउसफुल 5 ने पहले दिन 24.35 करोड़ रु और अगले दिन 32.38 करोड़ रुपये की कमाई की। तीसरे दिन इसने 35.10 करोड़ रुपये की कमाई की है।
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- 25 सितंबर को रिलीज होगी फिल्म
नयी दिल्ली.अभिनेता पवन कल्याण ने अपनी आगामी फिल्म ‘ओजी' की शूटिंग पूरी कर ली है। ‘ओजी' फिल्म का निर्देशन सुजीत ने किया है। सुजीत ने ‘साहो', ‘रन राजा रन' और ‘केए' जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है। यह फिल्म डीवीवी एंटरटेनमेंट के बैनर तले डी वी वी दानय्या और कल्याण दासारी द्वारा निर्मित की गई है।
प्रोडक्शन बैनर ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर जानकारी दी कि ‘ओजी' फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है और यह फिल्म 25 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इस फिल्म में प्रियंका मोहन और इमरान हाशमी ने भी अभिनय किया है। -
नई दिल्ली। साउथ सुपरस्टार प्रभास एक बार फिर बड़े पर्दे पर अपने फैंस को चौंकाने के लिए तैयार हैं. उनकी अपकमिंग फिल्म 'द राजा साहब' की रिलीज डेट और टीज़र रिलीज की जानकारी सामने आ गई है. इस बहुप्रतीक्षित फिल्म को 5 दिसंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा, जबकि फिल्म का टीज़र 16 जून को सुबह 10:52 बजे रिलीज होगा. 'द राजा साहब' का निर्देशन जाने-माने तेलुगू फिल्ममेकर मरुथी ने किया है, जिन्होंने कई हिट फिल्मों का निर्देशन कर दर्शकों का दिल जीता है. फिल्म का निर्माण टीजी विश्व प्रसाद ने किया है और सह-निर्माता हैं विवेक कुचिबोटला. फिल्म का म्यूजिक मशहूर संगीतकार ठमन एस ने तैयार किया है.
इस पोस्टर में प्रभास एक दमदार लुक में नजर आ रहे हैं. बैकग्राउंड में आग, एक महलनुमा सेटअप और उनके गंभीर एक्सप्रेशन फिल्म के एक्शन और इंटेंस ड्रामा की झलक दे रहे हैं. टीज़र से पहले ही फिल्म को लेकर फैंस के बीच जबरदस्त बज़ बना हुआ है. फिल्म का निर्माण People Media Factory के बैनर तले हुआ है.मेकर्स का दावा है कि यह फिल्म प्रभास के करियर की एक यादगार पेशकश होगी. अब देखना होगा कि 'द राजासाहब' बॉक्स ऑफिस पर क्या कमाल दिखा पाती है. फिलहाल, फैंस को 16 जून का बेसब्री से इंतज़ार है. इसके अलावा प्रभास संदीपर रेड्डी वांगा की स्पिरिट में भी दिखाई देंगे. -
नई दिल्ली। मोहित सूरी के निर्देशन में बनी अपकमिंग रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'सैयारा' का पहला गाना अब रिलीज हो चुका है। . इस गाने का टाइटल ट्रैक 'Saiyaara' दिल को छू जाने वाला है और यह मोहित सूरी की ही फिल्मों 'आशिकी 2' और 'मलंग' की याद दिलाता है। इस रोमांटिक गाने को गाया है फहीम अब्दुल्ला ने, वहीं म्यूजिक दिया है तनिष्क बागची, फहीम अब्दुल्ला और अर्सलान निजामी ने। इसके बोल लिखे हैं इरशाद कामिल ने, जो हमेशा की तरह गहराई और इमोशन से भरपूर हैं.। वीडियो में अहान पांडे और अनीत पेड्ढा की केमिस्ट्री काफी फ्रेश और सॉफ्ट नजर आ रही है, जो यंग जेनरेशन को खासा पसंद आएगी.।
फिल्म 'सैयारा' को यशराज फिल्म्स ने प्रोड्यूस किया है और यह 18 जुलाई 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. । इस गाने के ज़रिए फिल्म की रोमांटिक टोन को बखूबी पेश किया गया है. । लोकेशन्स, कैमरा वर्क और साउंडट्रैक – तीनों मिलकर एक दिल को छूने वाला अनुभव देते हैं.।अगर आप रोमांटिक म्यूजिक और मोहित सूरी की फिल्मों के फैन हैं, तो 'सैयारा' का यह टाइटल ट्रैक ज़रूर सुने। . फिलहाल, यह गाना दर्शकों के दिलों को छूने में कामयाब होता दिख रहा है और फिल्म की रिलीज को लेकर एक्साइटमेंट और भी बढ़ा चुका है.। -
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन के अवसर पर निर्माताओं ने उनकी अपकमिंग फिल्म का नया पोस्टर जारी कर दिया है। निर्माताओं ने बताया कि ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ इसी साल सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
सम्राट सिनेमैटिक्स ने अपकमिंग फिल्म ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ की रिलीज डेट की आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया कि फिल्म 1 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन के अवसर पर की गई घोषणा के साथ, प्रोडक्शन हाउस ने एक दमदार नया पोस्टर भी जारी किया, जिसमें मुख्य भूमिका में अभिनेता अनंत विजय जोशी की झलक दिखाई दी।पोस्टर में सीएम योगी का किरदार निभा रहे अभिनेता भगवा वस्त्र पहने दिखाई दिए। वहीं, चेहरे पर स्वैग नजर आया। ‘अजेय’ लेखक शांतनु गुप्ता की किताब ‘द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर: द डेफिनिटिव बायोग्राफी ऑफ योगी आदित्यनाथ’ पर बनी है। ‘अजेय’ एक ऐसे व्यक्ति की आकर्षक यात्रा को पर्दे पर पेश करता है, जिसने सांसारिक सुखों को त्यागकर भारत के सबसे प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों में से एक के रूप में उभरने का फैसला किया।निर्माता रितु मेंगी ने कहा, “इस अवसर पर रिलीज की तारीख की घोषणा करना योगी जी के असाधारण जीवन को सम्मान है। वह कई लोगों की प्रेरणा हैं।” फिल्म में अनंत विजय जोशी, परेश रावल, दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’, अजय मेंगी, राजेश खट्टर, पवन मल्होत्रा और गरिमा विक्रांत सिंह जैसे कलाकार अहम भूमिकाओं में हैं।रवींद्र गौतम के निर्देशन में बनी फिल्म का निर्माण रितु मेंगी ने किया है और फिल्म का संगीत मीत ब्रदर्स ने तैयार किया है और इसकी कहानी दिलीप बच्चन झा और प्रियांक दुबे ने लिखी है।इससे पहले 26 मार्च को निर्माताओं ने बायोपिक का टीजर जारी किया था। शेयर किए गए टीजर में योगी आदित्यनाथ के जीवन और बदलाव की झलक को दिखाया गया है, जिसमें उनके आध्यात्मिक और राजनीतिक मार्ग को आकार देने वाले निर्णायक क्षणों को भी बारीकी के साथ दिखाया गया है। इसमें उनके शुरुआती वर्षों, नाथपंथी योगी के रूप में संन्यास लेने के उनके फैसले और एक राजनेता के रूप में उनके विकास को भी टीजर में उतारा गया है। फिल्म हिंदी के साथ तेलुगू, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज होगी। -
नयी दिल्ली. राजकुमार राव अभिनीत फिल्म 'भूल चूक माफ' ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 50 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर ली है। फिल्म निर्माताओं ने रविवार को यह जानकारी दी। मेडॉक फिल्म्स के बैनर तले दिनेश विजान द्वारा निर्मित इस फिल्म का निर्देशन करण शर्मा ने किया है। फिल्म 23 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। निर्माताओं द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, 'भूल चूक माफ' की कुल घरेलू कमाई 54.12 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। फिल्म की कहानी एक ऐसे युवक के इर्द-गिर्द घूमती है जिसकी शादी होने वाली है, लेकिन वह एक ‘टाइम लूप' में फंस जाता है और अपनी शादी से एक दिन पहले यानी अपनी हल्दी वाले दिन को बार-बार जीता है। फिल्म में वामीका गब्बी भी मुख्य भूमिका में हैं। सीमा पाहवा, संजय मिश्रा और इश्तियाक़ ख़ान ने भी इसमें अहम किरदार निभाए हैं।
- मुंबई. फिल्म निर्माता महेश भट्ट का कहना है कि उनके गुरु राज खोसला ऐसे व्यक्ति नहीं थे जो किसी से मान्यता चाहते थे, यही वजह है कि वह हिंदी सिनेमा में उनकी प्रतिभा को वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। भट्ट ने शनिवार को खोसला की जन्म शताब्दी पर उन्हें एक शांत व्यक्ति के रूप में याद किया जो पूरी तरह से कहानी बयां करने के अपने जुनून से प्रेरित था। भट्ट ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि दिवंगत निर्देशक राज खोसला भारतीय फिल्म उद्योग के महान लोगों की फेहरिस्त में शुमार नहीं हैं। भट्ट ने इसकी वजह बताते हुए कहा, ‘‘उन्होंने एक बार (जब मैं उनका सहायक था) मुझसे बहुत शानदार ढंग से कहा था, मुझे फिल्में पसंद हैं, मुझे फिल्म उद्योग पसंद है।'' फिल्म ‘मेरा गांव मेरा देश' और ‘दो रास्ते' में खोसला के सहायक रहे भट्ट ने कहा, ‘‘वह फिल्म उद्योग का खेल नहीं खेल सकते थे, खुद को कला, जीवन में आगे बढ़ाने का। वह ऐसे व्यक्ति नहीं थे जो किसी और से मान्यता चाहते थे, बल्कि खुद से मान्यता चाहते थे... वह शायद 70 के दशक के सबसे कम करके आंके जाने वाले फिल्म निर्माताओं में से एक हैं।'' राज खोसला हिंदी सिनेमा में एक महत्वपूर्ण आवाज थे और उनका नाम कई यादगार हिट फिल्मों से जुड़ा है जिनमें ‘सीआईडी' (1956), ‘वो कौन थी' (1964), ‘मेरा साया' (1966), ‘मेरा गांव मेरा देश' (1971), और ‘दोस्ताना' (1980) शामिल है। उनकी फिल्में अपने बेहतरीन संगीत के लिए भी जानी जाती थीं। भट्ट का मानना है कि यह कुछ ऐसा है जिसे भट्ट ने अपनी ‘फिल्मोग्राफी' में भी शामिल किया, भले ही यह फिल्म ‘आशिकी', ‘दिल है कि मानता नहीं' या ‘जख्म' के गाने के जरिये रहा हो। उन्होंने कहा कि वे बहुत सारी अमेरिकी फिल्में देखकर बड़े हुए हैं और उन्हें फिल्मों में गानों की प्रासंगिकता समझ में नहीं आई। भट्ट ने कहा, ‘‘हमने पाया कि गाने होना यथार्थवाद से दूर जाना है, लेकिन इसपर खोसला डांट लगाते हुए कहते थे, ‘अगर आपके पास इस देश में संगीत नहीं है, तो फिल्में आम लोगों तक नहीं पहुंच पाएंगी, और वे ही आपकी किस्मत लिखते हैं।'' भट्ट के मुताबिक, खोसला कहते थे, ‘‘जब तक सड़क पर चलने वाला आदमी आपके गाने नहीं गाता, तब तक आपका कोई भविष्य नहीं है।'' भट्ट ने कहा, ‘‘खोसला फिल्म में एक बेहतरीन गाने पर जोर देते थे, और उसके लिए एक परिस्थिति उत्पन्न करते और जगह बनाते थे। यह कुछ ऐसा था जो मेरे साथ रहा। मैंने भी अपनी फिल्म में गाने पिरोने की प्रक्रिया शुरू की।'' खोसला की 1964 की फिल्म ‘वो कौन थी?' के सदाबहार गीत ‘लग जा गले' का उदाहरण देते हुए भट्ट ने कहा कि ऐसा कोई दूसरा गाना नहीं है जो लता मंगेशकर के बेहद खूबसूरत गायन की बराबरी कर सके। डिजिटल युग (जहां फिल्में रिलीज होने के तुरंत बाद भुला दी जाती हैं) के मद्देनजर भट्ट ने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं है कि बहुत सारे लोग खोसला के सिनेमा के बारे में नहीं जानते हैं। भट्ट ने कहा कि उन दिनों आज की तरह मीडिया की मौजूदगी नहीं थी, लेकिन डिजिटल युग का मानव जीवन में प्रवेश के साथ स्मृति को आघात पहुंचा है। उन्होंने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं है कि बहुत से लोगों को याद नहीं होगा कि वह किस तरह के फिल्म निर्माता थे, उनमें कितनी विविधता थी जिनमें पारिवारिक ड्रामा से लेकर अपराध और डरावनी फिल्में शामिल हैं। भट्ट (76) ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को उस सिनेमाई विरासत की सराहना करने के लिए एक पल निकालना चाहिए जिसने उनके समकालीन फिल्म अनुभवों को आकार दिया है। भट्ट ने खोसला को एक ‘सुसंस्कृत और शिक्षित' शख्स करार दिया। खोसला की विरासत को याद करने के लिए फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन (एफएचएफ) एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है, जिसका शीर्षक है- ‘‘राज खोसला 100 - बंबई का बाबू''। इस कार्यक्रम के तहत ही शनिवार को मुंबई के रीगल सिनेमा में उनकी तीन प्रशंसित फिल्में दिखाने का निर्णय लिया गया। ये तीन प्रशंसित फिल्में हैं ‘सी.आई.डी.', ‘बंबई का बाबू' और ‘मेरा गांव मेरा देश'। भट्ट ने याद किया कि जब वे 1980 और 1990 के दशक के उथल-पुथल भरे दौर में खोसला से मिले थे, तो उनके गुरु उनकी सफलता से बहुत खुश थे, लेकिन उन्हें भी एक हिट फिल्म की दरकार थी। खोसला का मुंबई में 1991 में निधन हो गया था।
- नयी दिल्ली. अभिनेत्री मानुषी छिल्लर का कहना है कि मनोरंजन उद्योग जगत में कामकाजी महिलाओं के बारे में अक्सर अनादर और तिरस्कार के साथ चर्चा की जाती है, लेकिन पुरुषों के लिए स्थिति काफी अलग है। मिस वर्ल्ड 2017 का ताज अपने नाम करने वाली मानुषी छिल्लर ने शनिवार को अपने 'एक्स' हैंडल पर एक पोस्ट साझा कर यह बात कही। मानुषी ने 'सम्राट पृथ्वीराज' (2022) से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी।मानुषी (28) ने कहा कि वह एक सशक्त और शिक्षित माहौल में पली-बढ़ी हैं, जहां सभी के साथ समान व्यवहार किया जाता था। अभिनेत्री ने कहा कि लेकिन वह 'उस मानसिकता के भी संपर्क में थीं', जो सफल पुरुषों को 'मेहनती और प्रतिभाशाली' व्यक्तियों के रूप में देखती थी, जबकि महिलाओं को ''अवसरवादी, 'गोल्ड डिगर' (दौलत या भौतिक लाभ के इरादे से रिश्ते बनाने वाली महिला) या चालाक'' माना जाता है। मानुषी ने कहा, ‘‘ स्त्री-द्वेषी मानसिकता के लोग किसी महिला की सफलता का श्रेय उसकी स्वयं की योग्यता के बजाय पुरुष के संरक्षण को देना अधिक आसान समझते हैं। मैंने हमेशा मूर्खतापूर्ण टिप्पणियों को नजरअंदाज किया है, जिनका वास्तविक दुनिया में कोई महत्व नहीं है, लेकिन मैं लगातार कामकाजी महिलाओं को देखती हूं। विशेष रूप से मनोरंजन उद्योग में महिलाओं के बारे में इस तरह के अनादर और अवमानना के साथ चर्चा की जाती है।
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नई दिल्ली। अभिनेता कमल हासन ने अपनी फिल्म ‘ठग लाइफ’ के प्रचार के दौरान भाषाई पहचान को लेकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। चेन्नई में उन्होंने कह दिया कि ‘कन्नड़ का जन्म तमिल से हुआ है।’ उनकी इस विवादित टिप्पणी का कर्नाटक में विरोध शुरू हो गया है। सियासतदानों से लेकर आम लोग हासन से नाराज हो गए हैं। भाजपा और कन्नड़ समर्थक समूहों ने उनके बयान की निंदा की है और बिना शर्त माफी की मांग की है।
चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में हासन ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा शिवराज कुमार आपकी भाषा कन्नड़ भी तमिल से पैदा हुई है, इसलिए आप भी इसमें शामिल हैंअपनी आगामी फिल्म ‘ठग लाइफ’ के ट्रेलर रिलीज के कुछ ही हफ्तों बाद चेन्नई में एक कार्यक्रम में हासन ने अपने भाषण की शुरुआत “उइरे उरावे तमीज” वाक्यांश से की, जिसका अर्थ है “मेरा जीवन और मेरा परिवार तमिल भाषा में है”। इसी कार्यक्रम में कन्नड़ अभिनेता शिवराज कुमार की मौजूदगी का जिक्र करते हुए, हासन ने कहा, “यह उस जगह मेरा परिवार है। इसलिए वह (शिवराज कुमार) यहां आए हैं। इसलिए मैंने अपने भाषण की शुरुआत जीवन, परिवार और तमिल कहकर की। आपकी भाषा (कन्नड़) तमिल से पैदा हुई है, इसलिए आप भी इसमें शामिल (इसका हिस्सा) हैं।”कन्नड़ भाषा की स्वतंत्र विरासत को कमजोर करने वाली कमल हासन की टिप्पणियों की कर्नाटक में तीखी आलोचना हो रही हैकन्नड़ भाषा की स्वतंत्र विरासत को कमजोर करने वाली उनकी टिप्पणियों की कर्नाटक में तीखी आलोचना हुई। राज्य भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने अभिनेता पर निशाना साधते हुए उनकी टिप्पणी को “असभ्य” बताया और उन पर कन्नड़ और उसके बोलने वालों का अपमान करने का आरोप लगाया।हर किसी को अपनी मातृभाषा से प्यार करना चाहिए, लेकिन उसके नाम पर दूसरी भाषा का अनादर करना असभ्य व्यवहार हैविजयेंद्र ने एक्स पर पोस्ट पर लिखा, “अपनी मातृभाषा से प्यार करना चाहिए, लेकिन उसके नाम पर अनादर दिखाना असभ्य व्यवहार है। खासकर कलाकारों में हर भाषा का सम्मान करने की संस्कृति होनी चाहिए। यह अहंकार और अहंकार की पराकाष्ठा है कि एक अभिनेता कमल हासन, जिन्होंने कन्नड़ सहित कई भारतीय भाषाओं में अभिनय किया है, ने अपनी तमिल भाषा के महिमामंडन में अभिनेता शिवराज कुमार को शामिल करके कन्नड़ भाषा का अपमान किया है।” उन्होंने आगे हासन पर “कन्नड़ और कन्नड़ लोगों की उदारता” को भूलने और “एहसान फरामोश” होने का आरोप लगाया।कमल हासन को दक्षिण भारत में सद्भाव लाने वाला माना जाता है, पर पिछले कुछ सालों से लगातार हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैंउन्होंने कहा, “कमल हासन, जिन्हें दक्षिण भारत में सद्भाव लाने वाला माना जाता है, पिछले कुछ सालों से लगातार हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। अब, उन्होंने 6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाकर कन्नड़ का अपमान किया है। कमल हासन को तुरंत कन्नड़ लोगों से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।”भाजपा नेता ने भाषाओं की उत्पत्ति के बारे में ऐतिहासिक दावे करने के लिए हासन के अधिकार पर भी सवाल उठायाभाजपा नेता ने भाषाओं की उत्पत्ति के बारे में ऐतिहासिक दावे करने के लिए हासन के अधिकार पर भी सवाल उठाया।कन्नड़ समर्थक समूहों ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया। कर्नाटक रक्षणा वेदिके के कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु में ‘ठग लाइफ’ के पोस्टर फाड़ दिए और फिल्म पर संभावित राज्यव्यापी प्रतिबंध की चेतावनी जारी की। संगठन के नेता प्रवीण शेट्टी ने हासन की आलोचना करते हुए कहा, “हम आपको चेतावनी दे रहे हैं कि यदि आप कन्नड़ और कन्नड़ लोगों के खिलाफ बात करेंगे, तो हम आपकी फिल्म पर प्रतिबंध लगा देंगे।” ‘ठग लाइफ’ 5 जून को रिलीज होगी। -
नयी दिल्ली. सत्यजीत रे की मशहूर फिल्म ‘अरण्येर दिन रात्रि' के ‘4के' संस्करण की 2025 के कान फिल्म महोत्सव की ‘क्लासिक' श्रेणी में स्क्रीनिंग की गई और दर्शकों ने खड़े होकर ताली बजाकर फिल्म को सराहा। वर्ष 1970 में आई इस बांग्ला फिल्म के कलाकारों में शामिल दिग्गज अदाकारा शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल ने सोमवार शाम को फिल्म की स्क्रीनिंग में भाग लिया। आभूषण डिजाइनर और टैगोर की बेटी सबा पटौदी ने बुधवार को अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद दर्शकों को खड़े हो कर तालियां बजाते हुए देखा गया। सबा ने वीडियो के साथ लिखा, ‘‘कुछ और.... पल। स्टैंडिंग ओवेशन। जीवन का एक खूबसूरत जश्न। टीम जिसने यह सब संभव बनाया। बधाई हो!'' सबा पटौदी ने अपनी मां, सिमी ग्रेवाल और फिल्म के ‘गाला प्रजेंटर' तथा हॉलीवुड फिल्म निर्माता वेस एंडरसन के साथ अपनी तस्वीरें भी साझा कीं, जो रे के बड़े प्रशंसक हैं। ‘अरण्येर दिन रात्रि' का ‘4के' संस्करण मार्टिन स्क्रोसेसे की ‘द फिल्म फाउंडेशन' द्वारा शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर के फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन, जेनस फिल्म्स और क्राइटेरियन कलेक्शन के सहयोग से प्रस्तुत और रिस्टोर किया गया है। अंग्रेजी में ‘डेज एंड नाइट्स इन द फॉरेस्ट' शीर्षक वाली यह फिल्म अलगाव, वर्ग और आधुनिकता के विषयों की खोजती है। यह चार शहरी पुरुषों की कहानी है जो बेपरवाह तरीके से छुट्टी के लिए पलामू (अब झारखंड में) के जंगलों में जाते हैं। उनका मकसद केवल आत्म-खोज की यात्रा से गुजरने का होता है। शर्मिला टैगोर इससे पहले 2009 में गाला जूरी के हिस्से के रूप में कान आई थीं। इससे पहले, उनकी 1960 की फिल्म ‘देवी' कान फिल्मोत्सव के शीर्ष सम्मान पाल्मे डी'ओर के लिए स्पर्धा कर चुकी है। इसका निर्देशन भी सत्यजीत रे ने किया था।
- मुंबई. अभिनेता रणदीप हुड्डा विदेश में भारतीय सेना के सबसे साहसी शांति अभियानों में से एक पर आधारित आगामी फिल्म ऑपरेशन खुकरी में मुख्य भूमिका निभाएंगे। यह फिल्म साल 2000 में हुई असल घटना पर आधारित है, जिसमें 233 भारतीय सैनिकों को पश्चिमी अफ्रीका के सिएरा लियोन में विद्रोहियों ने बंधक बना लिया था और फिर उन्हें बचाने के लिए एक जोखिम भरा मिशन शुरू किया गया था। फिल्म में हुड्डा मेजर जनरल राज पाल पुनिया की भूमिका निभाएंगे, जो उस समय 14वीं मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के एक युवा कंपनी कमांडर थे और जिन्होंने जंगल में भीषण युद्ध के दौरान मुश्किल हालात का सामना किया और फिर असाधारण तरीके से अपने सैनिकों को बचाया। हुड्डा ने कहा कि यह फिल्म निश्चित रूप से हर भारतीय को प्रेरित करेगी।हुड्डा ने एक बयान में कहा, ऑपरेशन खुकरी' एक ऐसी कहानी है जिसने मुझे गहरे तौर पर प्रभावित किया। यह सिर्फ बंदूकों और महिमा की कहानी नहीं है, बल्कि बलिदान, भाईचारे और असाधारण साहस की कहानी है, जो असाधारण मुश्किलों के बावजूद दिखाई गई।
- नयी दिल्ली। अभिनेत्री अनन्या पांडे, ईशान खट्टर, गायक अनुव जैन और फिल्म निर्माता सुलग्ना चटर्जी को ‘फोर्ब्स 30 अंडर 30' की एशिया सूची में शामिल किया गया है। इन फिल्मी हस्तियों को अमेरिकी पत्रिका के मनोरंजन और खेल खंड में 30 प्रभावशाली लोगों में शामिल किया गया है। इस सूची में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 30 वर्ष से कम उम्र के कुल 30 युवा उद्यमियों, कलाकारों, एथलीट आदि को शामिल किया गया है। फोर्ब्स ने 26 वर्षीय पांडे के बारे में बताया है कि अभिनेत्री 11 फिल्मों में नजर आई हैं, जिनमें 2019 की फिल्म ‘‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2'' और पिछले साल रिलीज हुई ‘‘सीटीआरएल'' शामिल हैं। फोर्ब्स ने कहा कि 29 वर्षीय खट्टर बॉलीवुड में अच्छा काम रहे हैं। इसने कहा कि खट्टर ने कई पुरस्कार भी जीते हैं।
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नयी दिल्ली. हॉलीवुड अभिनेता टॉम क्रूज ने भारत में अपने प्रशंसकों के लिए एक संदेश दिया है - “मैं आप सब से बहुत प्यार करता हूं”। अभिनेता ने बॉलीवुड शैली की फिल्म बनाने की अपनी इच्छा भी जाहिर की, विशेषकर गीत और नृत्य दृश्यों वाली फिल्म। क्रूज की नवीनतम फिल्म “मिशन: इम्पॉसिबल - द फाइनल रेकनिंग” शनिवार को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज हुई। क्रिस्टोफर मैकक्वेरी द्वारा निर्देशित यह फिल्म “मिशन: इम्पॉसिबल” श्रृंखला की आठवीं किस्त है। पैरामाउंट पिक्चर्स इंडिया द्वारा जारी एक प्रचार वीडियो में 62 वर्षीय क्रूज ने अभिनेत्री व ‘इंफ्लूएंसर' अवनीत कौर के साथ बातचीत की, जिन्होंने उनसे देश में उनके प्रशंसकों के लिए कुछ शब्द कहने को कहा। क्रूज ने हिंदी में कहा, “मैं आप सब से बहुत प्यार करता हूं।”
उन्होंने 2011 में “मिशन: इम्पॉसिबल - घोस्ट प्रोटोकॉल” के प्रचार के दौरान भारत यात्रा की अपनी यादें भी साझा कीं, जिसमें बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर भी अतिथि भूमिका में थे। उन्होंने कहा, “मुझे भारत से बहुत प्यार है। भारत एक अद्भुत देश, लोग और संस्कृति है। मुझे कहना होगा कि यह पूरा अनुभव मेरी यादों में बस गया है। हर एक पल। जब मैं यहां उतरा, ताजमहल देखने गया, और मुंबई में समय बिताया, मुझे हर पल बहुत अच्छी तरह याद है।” क्रूज ने आगे कहा कि वह भारत में फिल्म बनाना चाहते हैं क्योंकि वह बॉलीवुड फिल्मों के प्रशंसक हैं।कार्यक्रम के अंत में कौर ने क्रूज से “द फाइनल रेकनिंग” फिल्म का संवाद “आई नीट यू टू ट्रस्ट मी, वन लास्ट टाइम” हिंदी में सुनाने को कहा। इस पर क्रूज ने कहा, “मुझ पर भरोसा करो, एक आखिरी बार।” - मुंबई। सीरियल 'झनक' में लीप आने वाला है जिसके लिए मेकर्स नई स्टार कास्ट की तलाश में इन दिनों मसरूफ़ हैं। खबर मिली है कि 'झनक' के लिए दो टीवी हसीनाएं और एक एक्टर को मेकर्स ने कन्फर्म कर लिया है।हिबा नवाब, कृशाल आहूजा और चांदनी शर्मा लीप के बाद 'झनक' को अलविदा कह देंगे। नए चेहरों के लिए मेकर्स ने कई टीवी स्टार्स को सीरियल का ऑफर भेजा। अब रिपोर्ट के अनुसार जोहेब सिद्दीकी , रिया शर्मा और एरिका फर्नांडिस को लीड चेहरों के लिए चुन लिया गया है। कहा ये भी जा रहा है एरिका जल्द ही अपना मॉक शूट देंगी तो रिया और जोहेब पहले से ही 'झनक' का हिस्सा बन चुके हैं। स्टार कास्ट से देख लोग अनुमान लगा रहे हैं कि लीप के बाद भी 'झनक' में लव ट्रायंगल ही देखने को मिलेगा।अगर एरिका 'झनक' में नजर आती है तो उनका कई सालों बाद टीवी की दुनिया में कमबैक होगा। साल 2022 में ही एरिका ने भारत छोड़ दुबई में जाकर बस गईं थी। कुछ रंग प्यार के और कसौटी जिंदगी जैसे सीरियल में एरिका नजर आ चुकी हैं। एरिका के कमबैक की खबर सुन फैंस कफ उत्सुक हो गए हैं। हालांकि इन सभी खबरों पर मेकर्स और कलाकारों की तरफ से कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है।
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नई दिल्ली। वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के शौकीन अभिनेता रणदीप हुड्डा का टाइगर या जंगलों से खासा लगाव है। शुक्रवार को लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के मौके पर उन्होंने टाइगर के साथ तस्वीर शेयर की और बताया कि प्रकृति में संतुलन के लिए इनका रहना बेहद जरूरी है। अभिनेता का मानना है कि यदि इन्हें संरक्षित नहीं किया गया तो मानव का भविष्य भी अंधकारमय बन जाएगा।
इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि पृथ्वी में सब कुछ संतुलन पर ही निर्भर करता है। एक प्रजाति के लुप्त होने से कई प्रभावित होंगे। उन्होंने लिखा, “हमारी पृथ्वी, जिसे हम धरती माता कहते हैं, यहां संतुलित और संवेदनशील इको सिस्टम है। यहां एक प्रजाति के लुप्त होने से कई प्रभावित होंगे या इससे भी बदतर स्थिति आ जाएगी और अस्तित्व खत्म हो जाएगा। लुप्तप्राय प्रजाति दिवस पर आइए इस परस्पर निर्भरता की सुंदरता की सराहना करें और इसके प्रति सचेत रहें। यदि लुप्तप्राय प्रजातियों को संरक्षित नहीं किया गया, तो भविष्य में मनुष्य पर भी इसका असर पड़ेगा!”रणदीप ने आगे बताया कि प्रकृति के साथ उनका संबंध कैसा है। उन्होंने लिखा, “प्रकृति के साथ मेरा रिश्ता और प्रकृति की सुंदरता और उसमें रहने वाले जीवों को कैमरे में कैद करने का मेरा प्यार सालों पहले शुरू हुआ था। इन शानदार जीवों को करीब से देखना और उनकी तस्वीरों को लेने का अहसास हमेशा से शानदार और खास रहा है।”हुड्डा का मानना है कि सह-अस्तित्व या एक-दूसरे के साथ ही सब सुरक्षित हैं। नहीं तो मानव अस्तित्व भी लुप्त हो जाएगा। उन्होंने लिखा, “मुझे हर बार यह महसूस होता है कि अगर मनुष्य सीख ले कि सह-अस्तित्व ही एकमात्र सत्य है, तो आगे कोई दिक्कत नहीं होगी।”वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के शौकीन रणदीप अक्सर जंगल की सैर पर निकलते हैं और बाघ, गैंडा या अन्य जानवरों को कैमरे में कैद कर प्रशंसकों को भी झलक दिखाते हैं। इससे पहले वह महाराष्ट्र, नागपुर के पास उमरेड-करहंडला वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी में पहुंचे थे, जिसके वीडियो को उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। -
मुंबई. अभिनेत्री रिद्धि डोगरा ने कहा है कि वह अपने देश के साथ खड़ी हैं, लेकिन उन्हें अपनी फिल्म “अबीर गुलाल” की टीम के लिए बुरा लगता है। फिल्म को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया था, क्योंकि इसमें पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान मुख्य भूमिका में हैं। डोगरा ने कहा कि उनका परिवार जम्मू में रहता है और पहलगाम में जो कुछ हुआ उससे वह बहुत गुस्से में हैं। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
डोगरा ने कहा, "पहलगाम में जो कुछ हुआ उससे मैं काफी गुस्से और क्रोध से भर गयी थी। उस समय मेरा एकमात्र विचार यह था कि मैं अपने देश के साथ खड़ी होना चाहती हूं। एक अभिनेत्री और जम्मू में जन्मी एक भारतीय के रूप में (जिसका परिवार जम्मू में है) मैं पूरी तरह से अपने देश के साथ खड़ी थी। इस समय कुछ और मायने नहीं रखता।" वाणी कपूर अभिनीत "अबीर गुलाल" नौ मई को रिलीज होने वाली थी, लेकिन आतंकी हमले के बाद इसकी रिलीज पर रोक लगा दी गई। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) ने भी निर्माताओं को पाकिस्तानी अभिनेताओं और गायकों के साथ काम न करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, "यह किसी के लिए भी उचित नहीं है, क्योंकि यह किसी और का पैसा है...लोग अब इस पर मुझे ट्रोल कर सकते हैं, लेकिन मुझे वास्तव में इसकी परवाह नहीं है, क्योंकि आखिरकार यह काम है और किसी ने अपना दिल और आत्मा लगाई है। इसलिए मेरा दिल मेरे निर्माता के लिए दुखी है कि यह उस व्यक्ति के लिए अच्छा नहीं है, जिसने अपना पैसा लगाया है।" -
नयी दिल्ली. बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान 1995 में प्रदर्शित अपनी सुपरहिट फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के बहुप्रतीक्षित नाट्य संस्करण ‘कम फॉल इन लव-द डीडीएलजे म्यूजिकल' की रिहर्सल देखने के लिए लंदन में अचानक इसके सेट पर पहुंचे। ब्रिटेन के मैनचेस्टर ओपेरा हाउस में 29 मई से 21 जून तक ‘कम फॉल इन लव-द डीडीएलजे म्यूजिकल' का मंच किया जाएगा। इस संगीत नाटिका में एक भारतीय युवती सिमरन और प्रवासी युवक रोग की प्रेम कहानी बयां की जाएगी। ‘कम फॉल इन लव-द डीडीएलजे म्यूजिकल' का निर्देशन ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के निर्देशक आदित्य चोपड़ा कर रहे हैं। इसमें जेना पांड्या सिमरन, जबकि ऐश्ले डे रोग की भूमिका निभाते नजर आएंगे। जेना ने संगीत नाटिका के रिहर्सल सेट पर शाहरुख से हुई मुलाकात को “एक यादगार पल” करार दिया। उन्होंने एक बयान में कहा, “शाहरुख खान से मिलना और उन्हें रिहर्सल रूम में अपने साथ पाना वाकई सम्मान की बात थी। उन्होंने शो के लिए पूरा समर्थन जताया। उन्हें कुछ ऐसे दमदार दृश्य दिखाने का मौका मिलना, जिन्हें उन्होंने और काजोल ने मिलकर निभाया था, एक अविश्वसनीय एहसास था, जो हमेशा के लिए मेरी यादों में कैद हो गया। मैं अगले हफ्ते मैनचेस्टर जाने और इस कहानी को मंच पर पेश करने का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं।” वहीं, ऐश्ले ने कहा कि शाहरुख ने सभी कलाकारों और निर्माण दल में शामिल सदस्यों के प्रति प्यार जताया। वह संगीत नाटिका के मंचन को लेकर काफी उत्साहित नजर आए। ऐश्ले ने कहा, “मैं कल्पना भी नहीं कर सकता कि करोड़ों लोगों के दिल में बसी एक फिल्म को 30 साल बाद एक संगीत नाटिका के रूप में देखकर उन्हें कैसा लगेगा। लेकिन वह इसे बार-बार देखने के लिए कहते रहे! हमने राज और रोग के रूप में बात की। मैं कहूंगा, वह बहुत खुश थे। यह एक अविश्वसनीय दोपहर थी। मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा।
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नई दिल्ली। बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई खानदान ऐसे हैं, जिन्होंने बॉलीवुड सिनेमा में बहुत योगदान दिया है. इस लिस्ट में पटौदी खानदान भी शामिल है. पटौदी खानदान के कई सुपरस्टार इंडस्ट्री में आज भी एक्टिव हैं. पटौदी खानदान में शर्मिला टैगोर और करीना कपूर जैसे कई स्टार्स शामिल हैं. शर्मिला टैगोर बेहद बोल्ड और हॉट एक्ट्रेस थीं. अपने जमाने में इन्होंने बहुत बोल्ड सीन दिए हैं. करीना कपूर भी इसी खानदान की बहू हैं. ये आज भी इंडस्ट्री में एक्टिंव हैं और फिल्में और सीरीज करती हैं. हम आपको पटौदी खानदान की बहू करीना कपूर के बारे में बता रहें हैं, जिन्होंने कई शानदार फिल्में की हैं लेकिन एक धांसू फिल्म को ठुकरा दिया था.
करीना कपूर बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेसेज में एक हैं, इन्होंने कई शानदार फिल्में की हैं. इनकी कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बहुत ज्यादा फेमस हुईं हैं. लेकिन एक्ट्रेस ने एक बार एक फिल्म को रिजेक्ट किया था. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की थी. यह ब्लॉकबस्टर फिल्मों में एक थी. करीना कपूर ने ऐसी फिल्मों को भी रिजेक्ट किया है, जो बॉलीवुड की एवरग्रीन फिल्मों में एक हैं. इन फिल्मों को आज कई दशकों के बाद भी लोग खूब देखते हैं. एक्ट्रेस ने हम दिल दे चुके सनम, कहो ना प्यार है, क्वीन जैसी फिल्मों को ठुकराया था. 22 से पहले करीना को कहो ना प्यार है फिल्म ऑफर हुई थी. लेकिन उन्होंने इसे मना कर दिया.इस फिल्म के लिए डायरेक्टर निखिल आडवाणी को करीना कपूर पसंद थीं. करीना ने इस फिल्म को फीस की वजह से रिजेक्ट किया था. दरअसल, करीना को भी शाहरुख के बराबर फीस चाहिए था. इस वजह से उन्होंने इसे मना किया था. करीना की जगह ही प्रीति जिंटा को यह फिल्म ऑफर की गई. यह फिल्म साल 2003 में सिनेमाघर में रिलीज हुई थी. यह फिल्म रिलीज होने के साथ ही जबरदस्त कमाई की थी. इस फिल्म का बजट 30 करोड़ का था. जबकि वर्ल्डवाइड इस फिल्म ने 81.95 करोड़ की कमाई की थी. इसे आज भी लोग बहुत पसन्द करते हैं. -
नयी दिल्ली। जानी मानी अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल 2025 के कान फिल्म समारोह में सत्यजीत रे की 1970 की फिल्म ‘अरण्येर दिनरात्रि' की ‘4के संस्करण' की स्क्रीनिंग का हिस्सा बनेंगी। यह पहली बार है जब ग्रेवाल कान फिल्म समारोह में शामिल होने वाली हैं। ‘अरण्येर दिनरात्रि' को ‘4के रिस्टोर्ड वर्जन' में संरक्षित किया गया है, जिसके माध्यम से किसी फिल्म, या किसी अन्य मीडिया सामग्री को 4के रिजॉल्यूशन में संरक्षित किया जाता है। ग्रेवाल ने रे की इस बंगाली फिल्म में एक आदिवासी संथाल लड़की दुली का किरदार निभाया था। ग्रेवाल 19 मई को ‘कान क्लासिक्स' श्रेणी के तहत आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगी।
‘कर्ज', ‘चलते चलते' और ‘मेरा नाम जोकर' जैसी फिल्मों के लिए मशहूर अभिनेत्री ने सोमवार को अपने ‘इंस्टाग्राम' हैंडल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्हें इस कार्यक्रम के लिए अपना पहनावा चुनते हुए देखा जा सकता है। ग्रेवाल (77), करण बेरी और लियोन वाज के परिधान संस्करण ‘कार्लियो' से पोशाक पहनेंगी। उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘‘तो मैंने आखिरकार तय कर लिया है कि कान में ‘रेड कार्पेट' के लिए मेरा पहनावा कौन डिजाइन करेगा!! यह 19 मई को है, जब हम रे के साथ मेरी फिल्म ‘अरण्येर दिनरात्रि' का प्रदर्शन करेंगे, जिसे वेस एंडरसन, मार्टिन स्कॉर्सेस और हेरिटेज फाउंडेशन ने पुनर्स्थापित किया है। मुझे उनका सौंदर्यशास्त्र पसंद है... इसलिए मैंने कार्लियो फैशन को चुना है।'' ‘अरण्येर दिनरात्रि' को इटली में फिल्म पुनर्स्थापना प्रयोगशाला ‘एलइमेजिन रिट्रोवाटा' में ‘फिल्म फाउंडेशंस वर्ल्ड सिनेमा प्रोजेक्ट' ने फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन (एफएचएफ), जेनस फिल्म्स और क्राइटेरियन कलेक्शन के सहयोग से प्रस्तुत और पुनर्स्थापित किया गया है। महोत्सव के आयोजकों द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि इसके लिए कोष ‘गोल्डन ग्लोब फाउंडेशन' ने प्रदान किया था। लेखक सुनील गंगोपाध्याय के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित इस फिल्म में सौमित्र चटर्जी, शुभेंदु चटर्जी, समित भांजा, रोबी घोष, अपर्णा सेन और शर्मिला टैगोर जैसे कलाकारों ने भी काम किया है। फिल्म का शीर्षक अंग्रेजी में ‘डेज एंड नाइट्स इन द फॉरेस्ट' है। ग्रेवाल के अलावा निर्माता पूर्णिमा दत्ता, टैगोर, मार्गरेट बोडे, ‘द फिल्म फाउंडेशन' की कार्यकारी निदेशक और एफएचएफ के संस्थापक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर भी ‘अरण्येर दिनरात्रि' की स्क्रीनिंग में शामिल होंगे। ‘अरण्येर दिनरात्रि' का प्रीमियर हॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता वेस एंडरसन द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा, जो रे के लंबे समय से प्रशंसक हैं। 78वां कान फिल्म महोत्सव मंगलवार से शुरू हो गया है। -
नयी दिल्ली. अभिनेता अमिताभ बच्चन ने पहलगाम आतंकवादी हमले की रविवार को निंदा की और इसके प्रतिशोध में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना की। आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हमला किया था जिसमें 26 लोग मारे गए थे। बच्चन (82) ने पहलगाम में आम नागरिकों को निशाना बनाए पर रविवार को दुख व्यक्त किया। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर' शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सराहना की। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया गया। बच्चन ने ‘एक्स' पर लिखा कि पहलगाम हमले में छुट्टियां मनाते हुए आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की उस समय हत्या कर दी जब वे छुट्टियां मना रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मोदी और सरकार ने पड़ोस में आतंकवादी आधार शिविरों पर जवाब देने का फैसला किया और एक सैन्य प्रक्रिया शुरू की.. जिसके परिणाम सर्वविदित हैं.. उनके नौ आतंकवादी शिविरों और संगठनों को सैन्य रूप से नष्ट कर दिया गया..।'' बच्चन ने अपने पिता एवं हिंदी के प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन की लोकप्रिय कविता ‘अग्निपथ' की पंक्तियों का इस्तेमाल कर सशस्त्र बलों का हौसला बुलंद करते हुए लिखा, ‘‘तू ना थमेगा कभी, तू न मुड़ेगा कभी, तू न झुकेगा कभी, कर शपथ , कर शपथ, कर शपथ! अग्निपथ! अग्निपथ ! अग्निपथ।'' भारत और पाकिस्तान ने जमीन, वायु और समुद्र में सभी तरह की गोलाबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए शनिवार को सहमति जताई।
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नयी दिल्ली. करीना कपूर खान, अल्लू अर्जुन, अनिल कपूर और करण जौहर समेत कई फिल्मी हस्तियों ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस 2025 पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। हर वर्ष, माताओं और मातृशक्तियों के सम्मान में मई माह के दूसरे रविवार को अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस मनाया जाता है। करीना ने अपने 'इंस्टाग्राम' स्टोरीज पर एक मां की "शक्तियों" के बारे में एक पोस्ट साझा कीं। अल्लू अर्जुन ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' के अपने पेज पर अपनी मां, पत्नी स्नेहा और सास की कई तस्वीरें साझा की हैं। उन्होंने लिखा, "सभी अद्भुत माताओं को मातृ दिवस की शुभकामनाएं।"
फिल्म निर्माता बोनी कपूर और अभिनेता अनिल कपूर और संजय कपूर (जिन्होंने पिछले सप्ताह अपनी मां निर्मल कपूर को खो दिया था) ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिए उन्हें याद किया। अनिल कपूर ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर लिखा, "मातृ दिवस की शुभकामनाएं।"संजय कपूर ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "मातृ दिवस की शुभकामनाएं... आज और हमेशा।
अभिनेता सुनील शेट्टी ने भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों की माताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं। शेट्टी ने लिखा, "मातृ दिवस की शुभकामनाएं... सभी बहादुर माताओं और मातृभूमि को।"करण ने अपनी मां निर्माता हीरू जौहर को एक पोस्ट के साथ शुभकामनाएं दीं।उन्होंने कैप्शन में लिखा: "लव लव लव लव लव लव लव यू!!!!!!! मातृ दिवस की शुभकामनाएं।
सनी देओल ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें अभिनेता अपनी मां प्रकाश कौर के साथ कई तस्वीरों में दिखायी दे रहे हैं। उन्होंने कैप्शन में लिखा, "उस महिला के लिए जिसने मुझे बिना कुछ मांगे सब कुछ दिया - आपका प्यार मेरे लिए सबसे बड़ा उपहार है। मातृ दिवस की शुभकामनाएं, मॉम।" संजय दत्त ने 'इंस्टाग्राम' पर अपनी मां नरगिस के साथ पुरानी तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "मैं आपको हर दिन याद करता हूं और आपसे प्यार करता हूं मां, मातृ दिवस की शुभकामनाएं।" शिल्पा शेट्टी कुंद्रा ने लिखा, "भारत माता की जय! मुझे और आपको मातृ दिवस की शुभकामनाएं।
रकुल प्रीत सिंह ने 'इंस्टाग्राम' पर अपनी मां और सास के साथ तस्वीरें साझा करते हुए दोनों को "अद्भुत महिला" कहा। 'इंस्टाग्राम' पोस्ट में अभिनेत्री सोनम कपूर ने लिखा कि उन्होंने सीखा है कि सच्चे मातृत्व की कोई सीमा नहीं है। मां न केवल एक परिवार बल्कि मानवता की भावना का पोषण करती है"। कियारा आडवाणी ने अपनी 'इंस्टाग्राम' स्टोरी पर अपनी मां की तस्वीरों का एक कोलाज पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, "मेरी दुनिया तुम हो! मातृ दिवस की शुभकामनाएं। - मुंबई। राज कपूर एक ऐसा नाम जो भारतीय सिनेमा में शोमैन के नाम से जाने जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि उन्होंने अपनी फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' को लेकर सेंसर बोर्ड से सीधी भिड़ंत ली थी? आइए जानते हैं, इसके पीछे की वजह क्या थी? वजह थी, फिल्म में दिखाई गई बोल्डनेस और खासकर जीनत अमान के किरदार की पार्शियल न्यूडिटी.राज कपूर का मानना था, कि महिलाओं की खूबसूरती को दिखाना अश्लीलता नहीं, बल्कि कला का हिस्सा है. उन्होंने इस मुद्दे पर काफी खुलकर अपनी राय दी थी, और ये बातें सामने आई थीं, उनकी बेटी ऋतु नंदा द्वारा लिखी गई किताब 'राज कपूर: द वन एंड ओनली शोमैन' में...किताब में राज कपूर का एक चर्चित बयान है, "700 मिलियन बच्चे पैदा करने वाले देश को न्यूडिटी से क्या दिक्कत?, हम न्यूडिटी से चौंक जाते हैं. हमें बड़ा होना चाहिए. जिस देश ने सात सौ मिलियन बच्चे पैदा किए हैं, वहां लोग पार्शियल न्यूडिटी से चौंक जाते हैं! हम इतने ढोंगी क्यों हैं? बच्चे पेड़ों पर नहीं उगते. वे बिस्तर पर बनते हैं.''उनका कहना था, कि अगर गांवों तक सिनेमा ले जाना है, तो उन्हें ऐसा कंटेंट देना होगा जो मनोरंजन करे, ना कि हिंसा या हथियारों की तरफ मोड़े. उन्होंने कहा, ''हर तरफ पोस्टरों पर बंदूक और तलवारें दिखती हैं. ऐसे देश में जो अहिंसा का पुजारी है, ये ज्यादा खतरनाक है या मेरी फिल्म?''जब फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' सेंसर बोर्ड के पास गई, तो राज कपूर ने खुलकर सवाल किया, "आप किसे ज्यादा नुकसानदेह मानते हैं? मेरी फिल्म को या उन हिंसात्मक पोस्टरों को जिनकी आप इजाजत देते हैं?""अगर फेलिनी करें तो कला, मैं करूं तो शोषण क्यों?"राज कपूर पर अकसर महिलाओं को ऑब्जेक्टिफाई करने के आरोप लगे, खासकर उनकी फिल्मों 'राम तेरी गंगा मैली', 'बॉबी' और 'सत्यम शिवम सुंदरम' को लेकर, लेकिन उन्होंने कहा कि वो महिलाओं का सम्मान करते हैं, और उनका मकसद कभी भी शोषण नहीं रहा.उन्होंने सवाल उठाया, ''अगर इटली के मशहूर डायरेक्टर फेडरिको फेलिनी महिलाओं को न्यूड दिखाते हैं, तो वो कला बन जाती है, लेकिन मैं वही करूं तो शोषण क्यों?''बोल्ड फिल्मों के जरिए पेश किया एक अलग नजरियाराज कपूर ने 70 के दशक में जिस तरह महिलाओं के किरदारों को पर्दे पर उतारा, वो उस समय के लिए काफी क्रांतिकारी था. चाहे 'बॉबी' की टीनएज लव स्टोरी हो या 'सत्यम शिवम सुंदरम' में दिखाया गया सौंदर्य बनाम चरित्र का द्वंद्व, उन्होंने हमेशा कुछ अलग और सोचने पर मजबूर करने वाला दिखाने की कोशिश की. राज कपूर सिर्फ एक फिल्ममेकर नहीं थे, बल्कि वो अपने समय से आगे सोचते थे. उन्होंने समाज के ढोंग पर सवाल उठाया और कला के जरिए अपनी बात कहने की पूरी आजादी मांगी. 'सत्यम शिवम सुंदरम' सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक विचार था, जिसके पीछे खड़े थे, एक बेबाक और बेखौफ राज कपूर.
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नयी दिल्ली. सरकार ने बृहस्पतिवार को ओटीटी मंचों को तत्काल प्रभाव से वेब-सीरीज, फिल्मों और पॉडकास्ट सहित पाकिस्तान में तैयार सामग्री की ‘स्ट्रीमिंग' बंद करने की सलाह दी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की यह सलाह 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी स्थलों पर किये गए हमलों के मद्देनजर आई है। ‘ओवर द टॉप' (ओटीटी) मंच एक डिजिटल वितरण सेवा है जो इंटरनेट के माध्यम से वीडियो और ऑडियो सामग्री देखने-सुनने की सुविधा प्रदान करते हैं। मंत्रालय द्वारा जारी परामर्श में कहा गया, “राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में, भारत में संचालित सभी ओटीटी मंच, मीडिया स्ट्रीमिंग मंच आदि को सलाह दी जाती है कि वे पाकिस्तानी वेब-सीरीज, फिल्में, गाने, पॉडकास्ट और अन्य स्ट्रीमिंग मीडिया सामग्री को तत्काल प्रभाव से बंद कर दें। - मुंबई/ भारत में फिल्म निर्माताओं का कहना है कि विदेश में निर्मित और अमेरिका में दिखाई जाने वाली फिल्मों पर 100 प्रतिशत शुल्क (टैरिफ) लगाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा से भारतीय फिल्मों के बॉक्स ऑफिस कारोबार पर असर पड़ेगा और इससे उनकी टिकट की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि अभी तक इस बारे में स्पष्टता नहीं है, लेकिन उद्योग के अंदरूनी सूत्रों के एक वर्ग के अनुसार, इससे अमेरिका में प्रदर्शित होने वाली भारतीय फिल्मों के दर्शकों की संख्या पर असर पड़ने की आशंका है। ‘प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया' के अध्यक्ष शिबाशीष सरकार, फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री और प्रदर्शक-वितरक अक्षय राठी ने ट्रंप की घोषणा पर चिंता जताई है। सरकार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘इस पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगा, क्योंकि पिछले 30 से 45 दिन में जिस भी तरह के ‘टैरिफ' की घोषणा की गई है, वह विभिन्न बदलावों और चर्चाओं से गुजर रहा है। लेकिन अगर इसे लागू किया जाता है तो मेरा अनुमान है कि इसका पहला प्रभाव अमेरिकी बाजार में हमारी फिल्मों के थिएटर कारोबार पर पड़ेगा।'' उन्होंने कहा कि भारतीय फिल्म अमेरिकी बॉक्स ऑफिस पर लगभग 800 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करती हैं।सरकार ने कहा, ‘‘यदि यह शुल्क लागू किया जाता है, तो प्रदर्शक टिकट की कीमतें बढ़ा देंगे और उपभोक्ताओं के लिए इसे महंगा बना देंगे। इस कारण दर्शकों की संख्या में भी भारी गिरावट आएगी। किसी भी तरह से, थिएटर के दृष्टिकोण से निर्माता के हिस्से पर प्रभाव पड़ेगा।'' ट्रंप ने अपने ‘ट्रुथ' सोशल मीडिया मंच पर एक पोस्ट में रविवार को कहा कि उन्होंने वाणिज्य विभाग और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय को ‘‘विदेश में निर्मित किसी भी और सभी फिल्मों पर हमारे देश में आने पर'' 100 प्रतिशत ‘टैरिफ' लगाने के लिए अधिकृत किया है। ‘द कश्मीर फाइल्स' और ‘द ताशकंद फाइल्स' जैसी फिल्मों के लिए जाने जाने अग्निहोत्री ने सरकार से सहमति जताते हुए कहा कि अगर यह शुल्क लागू हो गया तो अमेरिका में भारतीय फिल्मों के टिकटों के दाम बढ़ जाएंगे। अग्निहोत्री ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मूल्य को लेकर संवेदनशील प्रवासी बाजार भारतीय फिल्मों के लिए राजस्व का स्रोत बन गया है। ‘जवान' और ‘बाहुबली' जैसी फिल्मों ने भारत के बाहर अच्छा कारोबार किया। अगर टिकट की कीमतें (अमेरिका में) दोगुनी कर दी जाती हैं, तो मुझे नहीं लगता कि कोई भी उन्हें सिनेमाघरों में देखेगा, खासकर तब जब ये फिल्म नेटफ्लिक्स, अमेजन आदि मंचों पर उपलब्ध हैं।'' वहीं, प्रदर्शक-वितरक राठी ने कहा कि अमेरिका में रिलीज होने वाली भारतीय फिल्मों पर अधिक शुल्क लगाए जाने से भारतीय फिल्मों का उत्तरी अमेरिकी बॉक्स ऑफिस से होने वाला लाभ कम हो जाएगा। निर्माता मुकेश भट्ट का दृष्टिकोण थोड़ा अलग दिखा।उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटेन, पश्चिम एशिया, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में भारतीय हैं। यदि मेरी फिल्म एक बाजार (अमेरिका) में रिलीज नहीं होती है, तो इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। वह (ट्रंप) जो कर रहे हैं वह हास्यास्पद बात है। उन्हें यह भी एहसास नहीं है कि वह हॉलीवुड को ख़त्म कर रहे हैं।'' फिल्म निर्माता के अनुसार, अधिकतर भारतीय फिल्मों की शूटिंग अमेरिका में नहीं होती, क्योंकि यह एक महंगा मामला है। उन्होंने कहा, ‘‘हिंदी फिल्मों की शूटिंग आमतौर पर ब्रिटेन में होती है क्योंकि वे हमें सब्सिडी देते हैं, और यह दुनिया भर के अन्य स्थानों पर भी होती है।'' निर्देशक शेखर कपूर के अनुसार, ट्रंप का यह कदम उल्टा पड़ सकता है और हॉलीवुड फिल्म निर्माताओं को देश छोड़ने पर मजबूर कर सकता है।




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