जशपुर के युवाओं ने दुहांगन वैली की चोटियों को पार करते हुए 5350 मीटर की ऊंचाई तक सफल चढ़ाई की
-5350 मीटर की ऊंचाई पर ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग और आइस क्लाइंबिंग का अद्भुत अनुभव
-मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया सम्मानित
जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के साहसी युवाओं ने अपने हौसले, अनुशासन और अटूट इच्छाशक्ति के बल पर हिमालय की ऊंचाइयों को छू लिया। हिमाचल प्रदेश में आयोजित ट्राइबल अल्पाइन एक्सपीडिशन हिमालय 2025 में जिले के पर्वतारोहियों ने दुहांगन वैली की कठिन चोटियों को पार करते हुए 5350 मीटर की ऊंचाई तक सफल चढ़ाई की। इस अद्भुत उपलब्धि ने न केवल जशपुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
इस अभियान के दौरान दल के सदस्यों ने ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग और आइस क्लाइंबिंग जैसी चुनौतीपूर्ण गतिविधियों में अपनी दक्षता और साहस का शानदार प्रदर्शन किया। यह दल जिला प्रशासन जशपुर के सहयोग से सितम्बर माह में पर्वतारोहण के लिए रवाना हुआ था। टीम का नेतृत्व स्वप्निल राचिलवाल ने किया, जबकि दल के अन्य सदस्य रवि कुमार सिंह, रूसनाथ भगत, तेजल भगत, सचिन कुजूर और प्रतीक नायक रहे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को सीएम कैंप कार्यालय बगिया में इन पर्वतारोहियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनके साहस व संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि जशपुर के युवाओं ने यह साबित किया है कि दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन और आत्मविश्वास से हर ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस उपलब्धि से जिले के आदिवासी युवा एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रति जागरूक होंगे और भविष्य में साहसिक खेलों में भागीदारी के लिए प्रेरित होंगे। इस अवसर पर कलेक्टर रोहित व्यास, डिप्टी कलेक्टर समीर बड़ा सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।पर्वतारोही दल के सदस्यों ने हिमालय अभियान से लौटने के बाद अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि शासन के सहयोग से जशपुर जैसे वनांचल क्षेत्र के युवाओं को हिमालय जैसी ऊंचाईयों तक पहुंचने और वहां ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग, आइस क्लाइंबिंग जैसी गतिविधियों में भागीदारी करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि यह अनुभव जीवनभर प्रेरणा देता रहेगा और जिले के अन्य युवाओं को भी एडवेंचर स्पोर्ट्स की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाएगा।
दल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शासन और प्रशासन के सहयोग तथा प्रोत्साहन से ही वे इस ऐतिहासिक उपलब्धि को प्राप्त कर सके।जनजातीय हिमालय पर्वतारोहण अभियान 2025 की शुरुआत एक स्थानीय प्रशिक्षण पहल के रूप में हुई थी, जो सामूहिक सहयोग, विश्वास और जशपुर प्रशासन के समर्थन से एक सशक्त अभियान के रूप में विकसित हुई। इस पहल ने युवाओं में आत्मविश्वास, साहस और रोमांच की भावना को नई उड़ान दी है।
यह पर्वतारोहण अभियान सिर्फ कुछ युवाओं की यात्रा नहीं, बल्कि पूरे जशपुर जिले की सामूहिक उपलब्धि है—एक ऐसा गौरवपूर्ण अध्याय जिसने यह साबित कर दिया कि छोटे से जिले के युवा भी हिमालय की ऊंचाइयों को छू सकते हैं।












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