संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक : हमास नेताओं पर इजरायली हवाई हमले के बाद बढ़ा तनाव
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने न्यूयॉर्क में आज बुधवार को आपात बैठक बुलाने का फैसला किया है। यह कदम इजरायल द्वारा कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं पर किए गए हवाई हमले के बाद उठाया गया है। यह हमला ऐसे समय हुआ जब हमास प्रतिनिधि अमेरिकी समर्थन वाले युद्धविराम प्रस्ताव की समीक्षा कर रहे थे।
वहीं इजरायल के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत डैनी डैनन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि यह बैठक आज बुधवार को दोपहर 3 बजे (स्थानीय समयानुसार) होगी। डैनन ने कहा कि इजरायल आतंकवादियों को कहीं भी सुरक्षित नहीं रहने देगा और निर्णायक कार्रवाई जारी रखेगा। उन्होंने लिखा, “दोहा में हमास नेतृत्व पर हुए हमले के बाद UNSC आज आपात बैठक करेगा। मैं परिषद को स्पष्ट संदेश दूंगा कि आतंकियों को गाजा, लेबनान या कतर कहीं भी छिपने की जगह नहीं मिलेगी।”
वहीं सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को इजराइल ने “समिट ऑफ फायर” नामक अभियान के तहत दोहा के वेस्ट बे लगून इलाके में हमास के ठिकानों को निशाना बनाया। यह क्षेत्र एक उच्चस्तरीय आवासीय इलाका है, जहां कतर के विदेश मंत्रालय के मुताबिक हमास का राजनीतिक ब्यूरो रह रहा था। हमले में हमास के छह सदस्य मारे गए जिनमें मुख्य वार्ताकार खलील अल-हैया के बेटे और उनके कार्यालय के निदेशक शामिल थे। इसके अलावा एक कतरी सुरक्षा अधिकारी की भी मौत हो गई। हालांकि, अल-हैया खुद इस हमले में सुरक्षित बच गए।
हमले के तुरंत बाद कतर के विदेश मंत्रालय ने इसे “कायरतापूर्ण” और “आपराधिक” हमला बताते हुए कड़ी निंदा की। मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने कहा कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानून और मानदंडों का उल्लंघन है और कतर की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने यह भी कहा कि जांच उच्च स्तर पर शुरू कर दी गई है और सभी जिम्मेदार एजेंसियां हालात को नियंत्रित करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटी हैं।
कतर ने चेतावनी दी कि वह इस तरह के “लापरवाही भरा इजरायली व्यवहार” को बर्दाश्त नहीं करेगा और क्षेत्रीय शांति को बिगाड़ने वाली किसी भी कार्रवाई का विरोध करेगा। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया को भी जन्म दिया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजराइल के इस हमले की निंदा करते हुए कहा, “आज कतर पर हुए इजरायली हमले किसी भी कारण से स्वीकार्य नहीं हैं। मैं कतर और उसके अमीर शेख तमीम अल थानी के साथ एकजुटता व्यक्त करता हूं। किसी भी हालत में यह युद्ध पूरे क्षेत्र में नहीं फैलना चाहिए।”
यह हमला खास तौर पर इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि कतर गाजा युद्धविराम वार्ताओं में अमेरिका का प्रमुख साझेदार और मध्यस्थ रहा है। अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इस आपात बैठक और उसमें लिए जाने वाले निर्णयों पर टिकी हैं। -
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