पीएम ने किया प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का शुभारंभ
किसानों के लिए ई-गोपाला ऐप का भी हुआ उद्घाटन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का डिजिटली उद्घाटन किया। उन्होंने ई-गोपाला ऐप की भी शुरूआत की, जिसका उद्देश्य मत्स्य पालन, मत्स्य बीज में व्यापक बेहतरी, संबंधित बाजार और सूचना पोर्टल की व्यवस्था करना है।
इस ऐप को किसान सीधे तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बिहार में मत्स्य पालन और पशुपालन क्षेत्रों से संबंधित अनेक कार्यक्रमों की शुरूआत की। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना एक ऐसा अग्रणीय कार्यक्रम है, जिसमें मत्स्य पालन क्षेत्र के सतत विकास पर अधिक ध्यान दिया गया है। इस योजना पर 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक राशि निवेश की जायेगी।
अब तक मत्स्य पालन क्षेत्र में निवेश की जाने वाली ये सबसे बड़ी राशि है। इसका उद्देश्य वर्ष 2024-25 तक अतिरिक्त 70 लाख टन मछली उत्पादन बढ़ाना है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सभी योजनाओं के शुरू करने का उद्देश्य 21वीं शताब्दी के भारत के सभी गांव को ऊर्जा और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में और मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना देश के 21 राज्यों में शुरू की जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले चार पांच वर्ष में इन योजनाओं पर बीस हजार से अधिक रुपये खर्च किये जायेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि बिहार के पटना, पूर्णिया, सीतामढ़ी, मधेपुरा, किशनगंज और समस्तीपुर में अनेक सुविधाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं के माध्यम से मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र को नये आधार, आधुनिक साजो-सामान और नये बाजार मिलेंगे। उन्होंने कहा कि देश के सभी भागों में मछली के व्यापार को ध्यान में रखते हुए पहली बार इस तरह की एक बड़ी योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत राशि सीधे तौर पर देश के दस करोड़ से अधिक किसानों के बैंकों में जमा करा दिया जायेगा। इनमें से करीब 75 लाख किसान बिहार के हैं। उन्होंने कहा कि अब तक बिहार के किसानों के बैंक खातों में करीब छह हजार करोड़ जमा कराये जा चुके हैं।
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