प्रधानमंत्री ने शहरी बुनियादी ढांचे और स्वच्छ जलापूर्ति के तहत 7 परियोजनाओं की आधारशिला रखी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडिय़ो कांफ्रेंस के जरिये बिहार में शहरी बुनियादी ढ़ांचे से संबंधित सात परियोजनाओं की आधारशिला रखी और शुभारंभ किया। इनमें से चार परियोजनाएं जलापूर्ति से संबंधित हैं जबकि दो, मलजल उपचार और एक, नदी क्षेत्र के विकास से जुडी है। इन परियोजनाओं की कुल लागत पांच सौ 41 करोड़ रुपये है।
केन्द्र सरकार की इस योजना का कार्यवन्यन राज्य सरकार के शहरी विकास और आवासन विभाग के अंतर्गत बिहार शहरी बुनियादी ढांचा विकास निगम-बुडको द्वारा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने पटना के बेउर और कमलीचक में नमामिगंगे परियोजना के अंतर्गत बनाये गये मलजल उपचार संयंत्रों का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने सीवान नगर पालिका परिषद और छपरा नगर निगम क्षेत्र में अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन - अमृत मिशन के तहत निर्मित जलापूर्ति परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया। इन परियोजनाओं से स्थानीय निवासियों को चौबीसों घंटे स्वच्छ पेयजल मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अमृत मिशन के अंतर्गत मुंगेर जलापूर्ति परियोजना की आधारशिला रखी। इससे मुंगेर नगर निगम क्षेत्र के निवासियों को पाइपलाइन के जरिये साफ पानी की आपूर्ति होगी। प्रधानमंत्री ने जमालपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में जलापूर्ति परियोजना की भी आधारशिला रखी।
श्री मोदी ने नमामि गंगे के अंतर्गत निर्मित मुजफ्फरपुर नदी क्षेत्र विकास परियोजना की आधारशिला भी रखी। इसके तहत मुजफ्फरपुर के तीन घाटों- पूर्वी अखाड़ा घाट, सिद्धि घाट और चन्द्रवाड़ा घाट का विकास किया जायेगा। नदी क्षेत्र में शौचालय, सूचना केन्द्र और सुविधा केन्द्र जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी। इन सभी घाटों पर रौशनी का प्रबंध और समुचित सुरक्षा व्यवस्था की जायेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह आयोजन अभियंता दिवस के अवसर पर हो रहा है जो देश के महान अभियंता एम विश्वेश्वरय्या की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि देश के इंजीनियरों ने राष्ट्र और विश्व के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया है। श्री मोदी ने कहा कि बिहार में गंगा नदी को स्वच्छ रखने के लिए छह हजार करोड़ रुपये की पचास से अधिक परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे परियोजना लोगों की जीवनशैली में बदलाव लायेगी। गंगा नदी में प्रदूषित जल के प्रवाह को रोकने के लिए मलजल शोधन संयंत्र की स्थापना की गई है। श्री मोदी ने कहा कि गंगा के किनारे बसे गांवों को गंगा ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम से डॉलफिन परियोजना और गंगा में जैवविविधता बनाये रखने में भी बहुत मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र और बिहार सरकार के संयुक्त प्रयासों से राज्य में पेयजल और सीवर जैसी भूलभूत सुविधाओं में लगातार सुधार हो रहा है। पिछले चार से पांच वर्ष में अमृत मिशन के अंतर्गत योजनाओं और राज्य सरकार की योजनाओं के जरिये बिहार के शहरी क्षेत्रों में लाखों परिवारों तक जलापूर्ति की सुविधा दी गई।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत पिछले एक साल में देशभर में दो करोड़ से अधिक पानी के कनेक्शन दिये गये। श्री मोदी ने कहा कि आज देश में एक लाख से अधिक परिवारों तक पाइप लाइन के जरिये जलापूर्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ जल से न केवल जीवन बेहतर होता है बल्कि गंभीर रोगों से भी बचाव होता है।
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