- Home
- छत्तीसगढ़
- रायपुर। सूर्य की किरणों से घर की छत केवल ऊर्जा का स्रोत नहीं, बल्कि बचत और स्वावलंबन का प्रतीक बन गई है। यह पहल पाकरगांव के मनोज जायसवाल सहित आसपास के ग्रामों में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति जागरूकता का वातावरण निर्मित कर रही है।लैलूंगा विकासखंड के पाकरगांव निवासी श्री मनोज जायसवाल ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ उठाकर ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। शासन की इस जनकल्याणकारी योजना के माध्यम से उन्होंने न केवल अपने घर की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति की है, बल्कि बिजली बिल से भी मुक्ति प्राप्त कर ली है। श्री जायसवाल ने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर पैनल स्थापित कराया है। अगस्त 2025 माह में उनके सोलर पैनल से कुल 290 यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। इस उत्पादन पर उन्हें 1552 रुपए की छूट प्राप्त हुई, जिसके परिणामस्वरूप उनका बिजली बिल ऋणात्मक 1753 रुपए रहा। अब उन्हें बिजली बिल का भुगतान नहीं करना पड़ता, बल्कि भविष्य के बिलों में इस राशि का समायोजन भी किया जा रहा है।श्री मनोज जायसवाल बताते हैं कि पहले हर माह बढ़ते बिजली बिल से घरेलू बजट पर दबाव बढ़ जाता था। किंतु प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम से सौर ऊर्जा अपनाने के बाद अब वे न केवल आत्मनिर्भर बने हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अपनी भूमिका निभा रहे है।योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। उपभोक्ता स्वयं चउेनतलंहींत.हवअ.पद पोर्टल या पीएम सूर्य घर मोबाइल ऐप, सीएसपीडीसीएल वेबसाइट, मोर बिजली ऐप और टोल फ्री नंबर 1912 के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। उपभोक्ता ऑनलाइन ही अपने पसंद के वेंडर का चयन भी कर सकते हैं। यह योजना न केवल उपभोक्ताओं के बिजली बिल में हर महीने हजारों रुपए की बचत करा रही है, बल्कि जिले के हितग्राही पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा उत्पादन में भी सक्रिय भागीदार बन रहे हैं।
- रायपुर ।सूरज की किरणें केवल रोशनी नहीं, बल्कि आमजन की जिंदगी में ऊर्जा और आय का नया स्रोत बन रही हैं। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना ने कोरिया जिले के बैकुंठपुर की निवासी श्रीमती लता गुप्ता के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है। कभी बढ़ते बिजली बिल से परेशान रहने वाली लता अब बिजली उपभोक्ता से ऊर्जादाता बन गई हैं।शून्य बिजली बिल, सौर ऊर्जा का कमालश्रीमती गुप्ता ने अपने घर की छत पर 3 केवी का सोलर प्लांट लगाया है, जिस पर उन्हें 78 हजार रुपये की सब्सिडी मिली। पहले हर महीने हजारों रुपये का बिजली बिल चुकाना पड़ता था, जबकि अब उनका बिजली बिल लगभग शून्य है।आसान प्रक्रिया, बड़ा लाभश्रीमती गुप्ता का कहना है कि योजना की आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल रही। ऑनलाइन आवेदन के बाद पूरी प्रक्रिया स्वतः पूर्ण हुई और सोलर पैनल समय पर स्थापित कर दिए गए। उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। लता गुप्ता कहती हैं कि अब मैं सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि ऊर्जा उत्पादक भी हूँ। यह योजना आम लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है।सरकार का प्रयास, लोगों की भागीदारीश्रीमती गुप्ता केंद्र और राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सब्सिडी व्यवस्था ने इस योजना को आमजन के लिए सुलभ बनाया है। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र के लोग सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।ऊर्जा सुरक्षा में नागरिकों की भागीदारीयह योजना न केवल बिजली बिलों का बोझ घटा रही है, बल्कि लोगों को राज्य की ऊर्जा सुरक्षा में भागीदार बना रही है। वास्तव में, सूरज की किरणें अब लता गुप्ता जैसे घरों में रौशनी और खुशहाली लेकर आ रही है।
- रायपुर ।आदिमजाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा राज्योत्सव 2025 में विभागीय थीम जनजातीय गौरवशाली इतिहास एवं 25 वर्षों की विकास गाथा के विभिन्न आयामों के प्रदर्शन हेतु सुसज्जित स्टॉल/प्रदर्शनी स्थापित करने हेतु आवेदन आमंत्रित किया गया है। संचालक, आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, नवा रायपुर अटल नगर के पते पर 17 अक्टूबर 2025 को दोपहर 3 बजे तक प्राप्तकर एवं जमा किया जा सकता है। 17 अक्टूबर को सायं 4 बजे विभागीय समिति के समक्ष प्रस्ताव खोला जायेगा। सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याण, अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विकास विभाग, संचालक, आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, नवा रायपुर अटल नगर सेक्टर-24 में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है ।
- -स्व-सहायता समूह से जुड़कर सुनीता ने लिखी आत्मनिर्भरता की कहानीरायपुर।, ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान महिलाओं की आर्थिक उन्नयन की दिशा में सार्थक साबित हो रही है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं बिहान के माध्यम से लघु उद्यम प्रारंभ कर आर्थिक दृष्टिकोण से मजबूत बन रही है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के विकासखंड राजपुर के ग्राम जिगड़ी की लखपति दीदी श्रीमती सुनीता सिंह ने समूह से जुड़कर अपनी सीमित आजिविका को स्थाई व्यवसाय में बदल लिया है। वर्षा महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता सिंह आज एक सफल लखपति दीदी बनकर अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रही है।श्रीमती सुनिता सिंह बताती है कि समूह में जुड़ने से पहले उनका जीवन खेती और मजदूरी पर आधारित था। उनके परिवार की कुल वार्षिक आय लगभग 70,000 थी जो परिवार की बढ़ती जरुरतों के सामने कम थी। सीमित आय के कारण बच्चों की शिक्षा और परिवार के स्वास्थ्य पर खर्च कर पाना कठिन था, जिससे उन्हें हमेशा आर्थिक निर्भरता का सामना करना पड़ता था।सुनीता सिंह ने अपने जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए वर्षा महिला स्वयं सहायता समूह से नाता जोड़ा। इस समूह के माध्यम से, उन्हें एनआरएलएम के तहत 15,000 की सामुदायिक निवेश निधि (सीआईएफ) और 60,000 का बैंक ऋण (सीसीएल) प्राप्त हुआ। इस वित्तीय सहयोग का उपयोग करते हुए सुनीता ने एक साहसिक निर्णय लिया। उन्होंने गांव में होटल-ढाबा संचालन करने का निर्णय लिया। इस नए उद्यम को उन्होंने अपनी कृषि आय के साथ जोड़ दिया। समूह से जुड़ने के बाद उनके परिवार की कुल वार्षिक आय 70,000 से बढ़कर अब 1,12,000 हो गई है। आय में इस वृद्धि ने उनके जीवन में स्थिरता लाई है और वे अब विविधीकृत आय स्रोतों के कारण आर्थिक रूप से अधिक सुरक्षित महसूस करती हैं। आज सुनिता सिंह सिर्फ एक सफल व्यवसायी नहीं हैं बल्कि एक सशक्त लीडर भी है। समूह की अध्यक्ष के रूप में उनकी निर्णय क्षमता और नेतृत्व कौशल में वृद्धि हुई है। आर्थिक रूप से सशक्त होने के बाद वह अब अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिला पा रही हैं और परिवार के बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन की क्षमता रखती हैं।सुनीता सिंह बताती है कि एनआरएलएम के सहयोग और समूह की एकजुटता ने उन्हे आत्मनिर्भर बना दिया है। पहले वे केवल दूसरों पर निर्भर थी, अब स्वयं वे अपना भाग्य लिख रही हैं और अन्य महिलाओं को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
- रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा बुधवार को कृषि महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में ‘डॉ. मंगला राय से संवाद’ नामक एक प्रेरणादायक सत्र आयोजित किया गया। जिसमें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक एवं विख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ मंगला राय ने वैज्ञानिकों एवं विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं संकाय सदस्यों को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी व्यक्तित्वों से रूबरू कराना तथा उनके अनुभवों से प्रेरणा प्राप्त करना था।डॉ. राय ने संवाद के दौरान कृषि अनुसंधान, नवाचार, और टिकाऊ कृषि पद्धतियों पर अपने बहुमूल्य विचार साझा किए। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे खेती-किसानी को विज्ञान आधारित दृष्टिकोण से समझें और उन्नत तकनीकों का अधिकाधिक उपयोग करें। उनके प्रेरक उद्बोधन ने उपस्थित श्रोताओं को गहराई से प्रभावित किया।इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, वरिष्ठ अधिकारीगण, प्राध्यापक, वैज्ञानिक, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुसंगठित रूप से किया गया एवं अंत में सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। डॉ रॉय ने अपने प्रवास के दौरान इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में संचालित अनुसंधान गतिविधियों एवं उपलब्ध सुविधाओं का जायज़ा भी लिया और प्रसन्नता ज़ाहिर की।
- -युक्तियुक्तकरण से बच्चों को सुलभ हो रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षारायपुर। कोरबा जिले के करतला विकासखंड के ग्राम पठियापाली स्थित पूर्व माध्यमिक शाला गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रतीक बन चुकी है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा की गई युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के परिणामस्वरूप इस विद्यालय में शिक्षकों की संख्या बढ़ने से शिक्षा का स्तर उल्लेखनीय सुधार हुआ है।पूर्व में विद्यालय में केवल तीन शिक्षक कार्यरत थे, जो 107 विद्यार्थियों की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु निरंतर प्रयासरत रहते थे। शिक्षकों की सीमित संख्या के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित होती थी। शासन की युक्तियुक्तकरण नीति के अंतर्गत हाल ही में हिंदी एवं सामाजिक विज्ञान विषय हेतु श्रीमती सविता यदु की पदस्थापना की गई। उनके आने से विद्यालय के शैक्षिक वातावरण में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।श्रीमती यदु की नवाचारी शिक्षण पद्धति ने विद्यार्थियों में सीखने के प्रति जिज्ञासा और उत्साह उत्पन्न किया है। कहानियों, खेलों और उदाहरणों के माध्यम से वे बच्चों को सहज और रोचक ढंग से पढ़ाती हैं। कक्षा 6वीं के छात्र हिमांशु ने बताया कि “मैडम के आने से पढ़ाई समझ में आने लगी है,” वहीं छात्रा परिधि ने कहा, अब स्कूल में पढ़ाई मजेदार हो गई है। विद्यालय में अब प्रत्येक कक्षा को पर्याप्त समय और ध्यान मिल रहा है, जिससे बच्चों की उपस्थिति और अभिभावकों का विश्वास दोनों बढ़े हैं।
- रायपुर ।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में संचालित महतारी वंदन योजना ने प्रदेश की लाखों महिलाओं के जीवन में खुशहाली के रंग भर दिए हैं। दीपावली से पूर्व योजना की 20वीं किश्त जारी होने से महिलाओं के चेहरे पर प्रसन्नता झलक रही है। योजना से लाभान्वित महिलाएं न केवल अपने परिवार की जरूरतें पूरी कर रही हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर भी अग्रसर हैं।बिलासपुर जिले के कोटा ब्लॉक की आदिवासी अंचलों की महिलाएं इस योजना से विशेष रूप से लाभान्वित हो रही हैं। ग्राम विचारपुर पंचायत के आश्रित ग्राम जुरेली की श्रीमती सुशीला बाई बताती हैं कि पहले परिवार की रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने में कठिनाई होती थी, लेकिन महतारी वंदन योजना से हर माह मिलने वाले 1000 रुपए ने उन्हें आर्थिक राहत दी है। वे कहती हैं, अब महीने की शुरुआत में ही सुकून महसूस होता है। राशन, बच्चों की जरूरतें और घर की छोटी-मोटी चीजें आसानी से पूरी हो जाती हैं। दशहरा-दीवाली के पहले मिली राशि तो हमारे लिए खुशियों की सौगात है।वहीं ग्राम सिलपहरी की श्रीमती उर्वशी भानू स्व-सहायता समूह से जुड़कर अपने परिवार की आय में सहयोग देती हैं। वे कहती हैं, घर के खर्च पूरे करना आसान नहीं था, पर महतारी वंदन योजना से मिली राशि ने बड़ी मदद की है। अब बच्चों की पढ़ाई और घर की जरूरतों को पूरा करना सहज हो गया है। यह राशि हमारे लिए किसी उपहार से कम नहीं।महिलाओं ने संवेदनशील पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने गरीब और जरूरतमंद महिलाओं की वास्तविक चिंता की है। यह योजना सिर्फ आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है।महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि महतारी वंदन योजना मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की जन-कल्याणकारी सोच का सशक्त उदाहरण है। इस योजना ने प्रदेश की लाखों महिलाओं को संबल और स्वावलंबन की दिशा में प्रेरित किया है।
- रायपुर । प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण जीवन में खुशियों की नई रोशनी लेकर आई है। यह योजना केवल पक्के घर का निर्माण नहीं, बल्कि आमजन के सपनों को साकार कर रही है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम जोरातराई की निवासी श्रीमती दशोदा यादव की जीवन यात्रा इसका प्रमाण है।पूर्व में श्रीमती दशोदा कच्चे घर में निवासरत थीं, जहाँ बरसात के दिनों में पानी टपकने से उन्हें कठिनाई होती थी। सीमित आय और बार-बार छप्पर की मरम्मत के खर्च से परिवार की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती थी। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत उनका पक्का मकान बना है, जिससे उनका जीवन सुरक्षित और सम्मानपूर्ण हुआ है।आवास निर्माण के साथ ही शासन की अन्य योजनाओं का लाभ भी उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत उनके घर तक नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध है। मनरेगा के अंतर्गत 90 दिनों का रोजगार, वृद्धाश्रम पेंशन योजना तथा महतारी वंदन योजना के तहत प्रतिमाह 1000 रूपए की राशि प्राप्त हो रही है। इसके अतिरिक्त खाद्यान्न सुरक्षा योजना के अंतर्गत उन्हें शासकीय उचित मूल्य दुकान से 35 किलोग्राम चावल प्राप्त होता है। श्रीमती दशोदा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह घर उनके परिवार के लिए नई उम्मीदों और खुशियों का आधार बन गया है।
- -सीएसपीडीसीएल के इंजिनियर और वेंडर को तालमेल बेहतर करने के निर्देश-पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना हितग्राही परिचर्चा का आयोजनरायपुर।, हितग्राहियों को विस्तृत जानकारी देने तथा आपसी समन्वय बेहतर करने के उद्देश्य से बुधवार को बलौदाबाजार जिला पंचायत सभाकक्ष में प्रधनमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना हितग्राही परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा में जिला पंचायत अध्यक्ष आकांक्षा जायसवाल, कलेक्टर दीपक सोनी सहित सीएसपीडीसीएल के अधिकारी, वेंडर एवं हितग्राही शामिल हुए।कलेक्टर श्री सोनी ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना को जनहितैषी एवं पर्यावरण संरक्षण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने वाला योजना बताते हुए अधिक से अधिक लोगों को फायदा पहुंचाने कहा। उन्होने सीएसपीडीसीएल के इंजीनियरों को निर्देश किया कि सोलर पेनल वेंडरो एवं हितग्राहियो से निरंतर सम्पर्क स्थापित करें और कहीं भी किसी प्रकार की समस्या आती है तो उसका उचित निराकरण करें। उन्होने सोलर पैनल स्थापित करने वाले वेंडरों की रैकिंग लिस्ट बनाने कहा ताकि लोगों को पता चल सकें कि किस वेंडर के द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्होने अच्छा काम करने वाले वेंडरो को सम्मानित कराने की भी बात कही। इस दौरान कलेक्टर श्री सोनी ने वेंडरो से उनकी समस्या और सुझाव को सुनकर उचित निरकारण करने अधिकारियों को निर्देशित किया। कलेक्टर ने लोन लेने के इच्छुक हितग्राहियो को बैंक से लोन लेने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए लीड बैंक मैनेजर को बैंको से आवश्यक समन्वय करने के निर्देश दिए।इस दौरान कुछ हितग्राहियों ने अपने अनुभव भी साझा किये। बलौदाबाजार के नीलकंठ साहु ने बताया कि लगभग 3 माह पहले उन्होंने योजना के तहत अपने घर में सोलर पैनल लगवाया है। पहले 1500 से 1700 तक बिजली बिल भरना पड़ता था लेकिन अब मुश्किल से 50- 60 रुपये ही आ रहा है। इसीतरह भुवन सिंह ठाकुर ने भी बताया कि पहले 3500 रुपये बिजली बिल आता था लेकिन अब बहुत कम आ रहा है।बताया गया कि जिले को योजना के तहत जिले को 12000 हितग्राहियों के घर में सोलर पेनल लगाने का लक्ष्य मिला है जिसके विरुद्ध अब तक 1700 आवेदन प्राप्त हुए है और से 331 हितग्राहियों के घर में सोलर पैनल स्थापित किया गया है।योजना के तहत उपभोक्ताओं को आकर्षक सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा एक किलोवाट सोलर सिस्टम पर 30 हजार, दो किलोवाट पर 60 हजार तथा तीन किलोवाट से दस किलोवाट तक के संयंत्र पर अधिकतम 78 हजार रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ शासन ने भी उपभोक्ताओं को अतिरिक्त 30 हजार रुपए की सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। इस प्रकार तीन किलोवाट तक के संयंत्र पर केंद्र की 78 हजार और राज्य की 30 हजार रुपए की दोहरी सब्सिडी उपलब्ध है। योजना को और सुगम बनाने के लिए 20 से अधिक बैंक और वित्तीय संस्थान छह से सात प्रतिशत की ब्याज दर पर सोलर लोन भी उपलब्ध करा रहे हैं, जिसके अंतर्गत परियोजना लागत का 90 प्रतिशत तक वित्तपोषण संभव है।
-
दुर्ग। स्टेशन रोड स्थित सिटी क्लब में अत्याधुनिक स्विमिंग पुल का निर्माण किया जा रहा है। केबिनेट मंत्री गजेन्द्र यादव की पहल से स्वीकृति होने के बाद शुरू हुए निर्माण तीव्र गति से चल रहा है। मंत्री गजेन्द्र यादव समय समय पर विकास कार्यों का निरिक्षण करते रहते है आज स्विमिंग पुल निर्माण से संबंधित सभी पहलुओं की जानकारी लिए और कार्य में तेजी लाने निर्देश दिए। मौके पर उपस्थित इंजिनियर ने बताया की 50 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। ड्राइंग डिज़ाइन के मुताबिक गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए सभी कार्य किया जा रहा है।
शिक्षा, ग्रामोद्योग एवं विधि विधायी मंत्री गजेन्द्र यादव ने कहा की यह स्विमिंग पुल शहर में खेल प्रेमियों के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। कार्य में संलग्न इंजीनियरों को कार्य को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा रविशंकर स्टेडियम के पास इंडोर बैडमिंटन कोर्ट भी तैयार हो चुका है, जिसका शीघ्र ही लोकार्पण किया जाएगा।
आरईएस के एसडीओ सीके सोने ने बताया की स्टेशन रोड स्थित सिटी क्लब में अत्याधुनिक स्विमिंग पुल का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। लगभग 7900 स्क्वायर फिट में पुल बनने के साथ ही चेंजिंग रूम, कैंटीन और फूलों से सुसज्जित गार्डन से अच्छा वातावरण मिलेगा। लंबे समय शहर के तैराक के खिलाड़ी इसकी मांग कर रहे थे। दुर्ग शहर विधायक एवं केबिनेट मंत्री ने खिलाड़ियों की मांग को संज्ञान में लिए और शासन से स्विमिंग पुल बनाने राशि स्वीकृत कराये। स्टेशन रोड गायत्री मंदिर वार्ड 25 में दुर्ग शहर बनने वाला यह पहला अत्याधुनिक स्विमिंग पुल पूरी तरह से इंडोर होगा। जिसमे बारिश व धूल से बचाने पूरा एरिया रौशनी से पारदर्शी शेड रहेगा।
जल्द मिलेगी बैडमिंटन कोर्ट की सौगात -
रविशंकर स्टेडियम के पास डेढ़ करोड़ की लागत से बैडमिंटन कोर्ट तैयार किया गया है। लगभग 13500 स्क्वायर फिट पर बने इंडोर परिसर में एक साथ तीन बैडमिंटन कोर्ट रहेगा। दर्शक दीर्घा में 50 लोगों के बैठने के लिए सिटिंग एरिया होगा। वुडन फ्लोर के साथ एलईडी लाइटस होंगी जिससे सुबह व रात में भी बैडमिंटन खेल सकेंगे। निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है जल्द ही दुर्ग की जनता को इसकी सौगात मिल जाएगी। - रायपुर। भारतीय जनता पार्टी रायपुर शहर जिला अध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में शहर जिला इकाई के सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य भेंट कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान सभी नवनियुक्त उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री मीडिया प्रभारी, सोशल मीडिया प्रभारी, कार्यालय प्रभारी अन्य सभी पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्यमंत्री श्री साय का अभिनन्दन किया।
- रायपुर। प्रदेश के वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में जन सहयोग केंद्र में कार्यकर्ताओं एवं आमजन की समस्याएं सुनी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जन समस्याओं के निवारण के लिए हमेशा तत्पर रहती है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार जन कल्याण के कार्य तेजी से कर रही है। आज भाजपा की प्रदेश सरकार जनता के सुख-दु:ख में साथ में खड़ी है। इस दौरान प्रदेश भर से लोग विभिन्न आवेदन लेकर पहुंचे। आज 81 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से बहुत-से आवेदनों में उल्लिखित समस्याओं का तत्काल निराकरण किया गया।इस दौरान जन सहयोग केंद्र में वरिष्ठ भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना साहू प्रदेश कार्यालय मंत्री अशोक बजाज सहित कार्यकर्ता एवं आमजन मौजूदरहे।
- रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव से आज प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। श्री देव ने कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना साहू, प्रदेश मंत्री अमित साहू सहित भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
- रायपुर। भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय, नई दिल्ली में ‘सरदार@150 एकता मार्च’ अभियान हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में भाजपा छत्तीसगढ़ प्रतिनिधि मंडल ने शामिल होकर कार्यशाला की विभिन्न विषयगत चर्चाओं में सहभागिता की।कार्यशाला में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने देश भर से पहुचे भाजपा पदाधिकारियों को मार्गदर्शन प्रदान कर कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी। 'एकता मार्च’ के माध्यम से देशभर के युवाओं में एकता, अनुशासन, और देशभक्ति की भावना को सशक्त बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने के लिए युवाओं को सक्रिय सहभागिता हेतु प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान के तहत देशभर में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। छत्तीसगढ़ भी इस अभियान में बढ़ चढकर सहभागी बनेगा।कार्यशाला में भाजपा छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी प्रदेश महामंत्री डॉ. नवीन मार्कण्डेय, प्रदेश उपाध्यक्ष जी. वेंकटेश्वर, प्रदेश मंत्री जितेन्द्र वर्मा, सुश्री ऋतु चौरसिया, जिला उपाध्यक्ष अंबिकेश केशरी सहित विभिन्न प्रदेशों से आए भाजपा पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
-
-मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित कार्यशाला में हुए शामिल*
रायपुर // मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित सिविल लाइन के कन्वेंशन हॉल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यशाला में शामिल हुए और इसका शुभारंभ किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गत वर्ष भी इसी सभागार में जनजातीय गौरव दिवस की कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित हुई थी, जिसे पूरे प्रदेश में उत्साहपूर्वक मनाया गया। जशपुर में आयोजित 10 किलोमीटर लंबी पदयात्रा में केंद्रीय मंत्री श्री मनसुख मांडविया शामिल हुए थे, जिसमें जनजातीय समाज की पारंपरिक वेशभूषा, व्यंजन, आभूषण और संस्कृति का आकर्षक प्रदर्शन किया गया था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा था कि ऐसे आयोजन देशभर में प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लेकर जनजातीय नायकों की गौरवशाली विरासत को सम्मानित किया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने पहली बार आदिवासी कल्याण मंत्रालय का गठन कर जनजातीय समाज के सम्मान और उत्थान की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया था।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में पीएम जनमन योजना और प्रधानमंत्री धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में तीव्र गति से विकास कार्य हो रहे हैं। जनमन योजना के अंतर्गत प्रदेश में 2,500 किलोमीटर सड़कों का निर्माण और 32,000 प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए हैं।उन्होंने बताया कि नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ के 14 जनजातीय विद्रोहों और अमर शहीद वीर नारायण सिंह के जीवन पर आधारित ट्राइबल म्यूजियम का निर्माण किया गया है, जो आदिवासी इतिहास और गौरव की धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में हमारी सरकार की एक बड़ी पहल है। मुख्यमंत्री ने शिक्षाविदों और प्रबुद्धजनों से आग्रह किया कि जनजातीय गौरव और इतिहास को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाए, ताकि नई पीढ़ी अपने पूर्वजों की समृद्ध विरासत से प्रेरणा ले सके।उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि यह कार्यशाला हमारे जनजातीय समाज की समृद्ध परंपराओं और इतिहास को रेखांकित करने के साथ-साथ आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इसका उद्देश्य जनजातीय समाज के उत्थान के लिए ठोस रणनीति बनाना तथा उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और रोजगार से जोड़ना है।आदिम जाति विकास एवं कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम ने कहा कि इस कार्यशाला की रूपरेखा आप सभी प्रबुद्धजनों द्वारा तैयार की जाएगी और राज्य सरकार उसी दिशा में ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रदेश के लगभग सभी जिलों में जनजातीय गौरव दिवस का सफल आयोजन हुआ था, इस वर्ष इसे और अधिक प्रभावी और भव्य रूप से मनाने का प्रयास किया जाएगा।वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि पिछले वर्ष आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में 70,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया था। इस आयोजन से यह संदेश पूरे देश में गया कि छत्तीसगढ़ ने जनजातीय समाज के उत्थान को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है। हमारे महान जनजातीय नायकों की बदौलत हमें यह समृद्ध विरासत प्राप्त हुई है, जिसे सहेजकर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के महामंत्री श्री योगेश बापट ने कहा कि जनजातीय समाज आत्मनिर्भर समाज है और उसके गौरव को पुनः स्थापित करना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जनजातीय समाज के उत्थान के लिए विशेष रूप से समर्पित हैं। उन्होंने आग्रह किया कि इस कार्यशाला के माध्यम से ऐसी ठोस योजनाएं तैयार की जाएं जो जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को और ऊंचा उठाने में सहायक बनें।इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग डॉ. सारांश मित्तर, संचालक रोजगार एवं प्रशिक्षण श्री विजय दयाराम के., विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्य तथा विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। - -* पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 डिप्टी कमाण्डर, पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्य, उत्तर ब्यूरो टेक्निकल टीम (डीवीसीएम), माड़ डिवीजन स्टाप टीम एसीएम, पार्टी सदस्य, कुतुल एलजीएस सदस्य, जनताना सरकार सदस्य और मिलिशिया सदस्य सहित 16 माओवादियों ने समाज की मुख्य धारा में जुड़ने की ली शपथ।*-* वर्ष 2025 में कुल 192 बड़े/छोटे कैडर के माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण।*--* आत्मसमर्पित माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 50 हजार का चेक किया गया प्रदाय और उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।*-* सरेण्डर नक्सलियों ने इंट्रोगेशन में किया खुलासा - शीर्ष कैड़र के माओवादी लीडर्स आदिवासियों के सबसे बड़े और असली दुश्मन, समानता और न्याय के झूठे सपने दिखाकर बस्तर के लोगों बनाते हैं गुलाम*नारायणपुर। नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर आज दिनांक 08-10-2025 को श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.), पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के समक्ष पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 डिप्टी कमाण्डर, पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्य, उत्तर ब्यूरो टेक्निकल टीम (डीवीसीएम), माड़ डिवीजन स्टाप टीम एसीएम, पार्टी सदस्य, कुतुल एलजीएस सदस्य, जनताना सरकार सदस्य और मिलिशिया सदस्य सहित 16 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया।आत्मसमर्पित माओवादी नक्सली ने इंट्रोगेशन के दौरान खुलासा किया कि ‘‘शीर्ष कैड़र के माओवादी लीडर्स आदिवासियों के सबसे बड़े और असली दुश्मन हैं, वो आदिवासियों के सामने उनके जल, जंगल और जमीन की रक्षा, समानता का अधिकार और न्याय दिलाने, जैसे दर्जनों झूठे सपने दिखाकर बस्तर के लोगों गुलाम बनाते हैं। नक्सली संगठन में स्थानीय मूल के नक्सलियों का बहुत शोषण होता है इससे इनकार नहीं कर सकते किन्तु महिला नक्सलियों का तो जीवन ही नर्क बन चूकी है। महिला नक्सलियों का शारीरिक और मानसिक दोनो तरीके से भरपूर शोषण होता है। शहरों और विदेशों में बसाने के सपने दिखाकर अधिकतर नक्सली लीडर्स इनके साथ व्यक्तिगत दासी की तरह व्यवहार करते हैं।"आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादी नक्सलियों को अच्छी जिंदगी जीने के लिये 50-50 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया। आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।आत्मसमर्पण के दौरान श्री रोशन सिंह आसवाल सेनानी 38वीं वाहिनी आईटीबीपी, श्री मोहम्मद इजराईल कमांडेंट बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय नारायणपुर, श्री बीएस चंदेल टूआईसी/ कार्यवाहक सेनानी 133वीं वाहिनी बीएसएफ, श्री एनएस कुटियाल टूआईसी 133वीं वाहिनी बीएसएफ, डिप्टी कमांडेंट सही जयदीप अग्रवाल बीएसएफ, सहायक सेनानी श्री गुंजन कुमार 29वीं वाहिनी आईटीबीपी, अति.पुलिस अधीक्षक भापुसे श्री अजय कुमार, अति.पुलिस अधीक्षक श्री सुशील कुमार नायक, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री लौकेश बंसल, उप पुलिस अधीक्षक श्री परवेज कुरैशी, उप पुलिस अधीक्षक श्री आशीष नेताम, सहित मीड़ियाकर्मी, पत्रकार, पुलिस अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।आत्मसमर्पित के नाम, पद और राज्य सरकार द्वारा घोषित ईनाम की राशि –1- पोदिया मरकाम उर्फ रतन उर्फ फगनू पिता सोमारू उम्र 34 वर्ष जाति मुरिया निवासी पोल्लेवाया पंचायत किंरगेल थाना बंगापाल जिला बीजापुर छत्तीसगढ़।धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 डिप्टी कमाण्डरईनाम की राशि : 08 लाख2- मनोज दुग्गा उर्फ संकेर उर्फ शंकर उर्फ भारत पिता स्व0 धनाजी उम्र 35 वर्ष जाति गोण्ड निवासी कुदुरपाल पंचायत गवाड़ी थाना आमाबेड़ा जिला कांकेरधारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख3- सुमित्रा उर्फ सन्नी कुर्साम पिता स्व0 बोजा उम्र 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी $ पंचायत मनकेली थाना$ जिला बीजापुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख4- मड्डा कुंजाम उर्फ सोनारू पिता लखमू उम्र 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी टाडोम पंचायत थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर ।धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख5- रवि उर्फ गोपाल वड्डे पिता आयतूराम उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी छोटे परलनार / गदाडी पंचायत कोडोली थाना ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख6- कारे कोर्राम पिता बुधू उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी ओयंगेर पंचायत मण्डाली थाना ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-1 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख7- वनीला फरसा पिता स्व0 मोड्डी उम्र 35 वर्ष निवासी माडोडा पंचायत कुतुल थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-6 सदस्यईनाम की राशि : 08 लाख8- श्री गावडे उर्फ दिवाकर पिता स्व0 बैसाखू गावडे उम्र 45 वर्ष जाति गोण्ड निवासी कुर्सेबोडी पंचायत कडमें थाना दुर्गकोंदल जिला कांकेरधारित पद : उत्तर ब्यूरो टेक्निकल टीम (डीवीसीएम)ईनाम की राशि : 08 लाख9- बुधू उर्फ कमलेश उसेण्डी पिता सुक्कू उम्र 32 वर्ष जाति माड़िया निवासी कोडेलियार मिचिंगपारा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़।धारित पद : माड़ डिवीजन स्टाप टीम एसीएमईनाम की राशि : 05 लाख10- सोमलो कश्यप उर्फ मनीषा पिता पीलू राम उम्र 23 वर्ष निवासी रेंगाबेड़ा पंचायत पोच्चोवाडा थाना ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़धारित पद : कुतुल एलजीएस सदस्यईनाम की राशि : 01 लाख11- नरसू वड्डे पिता जोगा उम्र 25 वर्ष जाति माडिया निवासी जटवर पंचायत घमण्डी थाना सोनपुर जिला नारायणपुर।धारित पद : घमण्डी पंचायत जनताना सरकार सदस्य12- सोनू जटी पिता अडवे उम्र 31 वर्ष जाति माडिया निवासी जटवर पंचायत घमण्डी थाना सोनपुर जिला नारायणपुर।धारित पद : घमण्डी पंचायत जनताना सरकार13- इरगू वड्डे पिता विज्जा उम्र 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी कोड़पारा पंचायत गोमांगाल थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गूमरका पंचायत जनताना सरकार सदस्य14- बुधनी गोटा उर्फ रेश्मा पिता स्व0 फगलू उम्र 24 वर्ष जाति माड़िया निवासी अरवेल/ कुमुडआदी पंचायत जाटलूर थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गुमरका पंचायत मिलिशिया सदस्य15- राजे गोटा उर्फ वनिता पिता कोसा उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया निवासी अरवेल/ कुमुडआदी पंचायत जाटलूर थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गुमरका पंचायत मिलिशिया सदस्य16- मासे गोटा उर्फ ललिता पिता महरू गोटा उम्र 20 वर्ष जाति माड़िया निवासी अरवेल/ कुमुडआदी पंचायत जाटलूर थाना ओरछा जिला नारायणपुरधारित पद : गुमरका पंचायत मिलिशिया सदस्यएसपी नारायणपुर श्री रोबिनसन गुरिया (भा.पु.से.) ने कहा कि- अबूझमाड़ दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थतियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतो के आकर्षण से बाहर निकालना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्म समर्पण पुर्नवास नीति को अपनाकर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर हथियार एवं नक्सलवाद विचारधारा का पूर्णतः त्याग एवं विरोध करें। अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों को सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके।पुलिस महानिरीक्षक श्री सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) ने कहा कि-* वर्ष 2025 में माआवेादी संगठनों के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा बलो के द्वारा भारी क्षति पहुंचाई गई है। प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है। अतः माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुड़ें।
- -नारायणपुर में 16 माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में की वापसी-आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति और ‘पूना मारगेम : पुनर्वास से पुनर्जीवन’ अभियान से बस्तर में लौटी शांति की उम्मीदरायपुर।, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि बस्तर बदल रहा है — अब यहां बंदूक और बारूद का धुआं नहीं, बल्कि विकास और विश्वास की बयार बह रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार की “आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025” और “पूना मारगेम : पुनर्वास से पुनर्जीवन” जैसे मानवीय अभियानों ने उन लोगों के दिलों में आशा का दीप जलाया है, जो कभी भटककर लाल आतंक के रास्ते पर चले गए थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज नारायणपुर जिले में 16 माओवादी कैडरों ने हिंसा का मार्ग त्यागकर मुख्यधारा में लौटने का साहसिक निर्णय लिया है। आत्मसमर्पण करने वाले इन कैडरों पर कुल ₹48 लाख का इनाम घोषित था। उन्होंने अब शांति, शिक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन की नई राह चुनी है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों पर जन-जन का विश्वास बढ़ा है और सुरक्षा बलों की दृढ़ता ने विकास और विश्वास का माहौल स्थापित किया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले 20 महीनों में कुल 1,837 माओवादी हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। यह परिवर्तन इस बात का साक्षी है कि “डबल इंजन सरकार” की नीतियां न केवल शांति ला रही हैं, बल्कि बस्तर को एक नए युग की ओर अग्रसर कर रही हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य केवल नक्सलवाद को समाप्त करना नहीं, बल्कि बस्तर के हर गांव तक विकास, शिक्षा और आत्मनिर्भरता की रोशनी पहुँचाना है।
- -राज्य में 33 हजार से अधिक श्रद्धालु कर चुुके है रामलला के दर्शनरायपुर, । आज रायपुर रेलवे स्टेशन से रायपुर संभाग के 850 तीर्थ यात्रियों को लेकर स्पेशल ट्रेन प्रभु श्री रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या धाम रवाना हुई। इस यात्रा के दौरान तीर्थ यात्री काशी भी जाएंगे और वहां विश्वनाथ जी के दर्शन भी करेंगे।इस अवसर पर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, इंद्र कुमार साहू, अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा एवं प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया एवं श्रद्धालुओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला प्रशासन, पर्यटन, रेलवे और आईआरसीटीसी के अधिकारी-कर्मचारी एवं मीडिया प्रतिनिधि भी मौजूद थे।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार की श्री रामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना का उद्देश्य प्रदेशवासियों को प्रभु श्री रामलला के दर्शन कराना है। अब तक इस योजना के माध्यम से कुल 39 ट्रेनों से 33 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को निःशुल्क अयोध्या धाम एवं काशी विश्वनाथ की यात्रा करायी जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत श्रद्धालुओं के लिए नाश्ता, भोजन, चिकित्सा तथा ठहरने की व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से निःशुल्क किया जाता है।रायपुर रेलवे स्टेशन में आज अयोध्या धाम यात्रा पर जाने का श्रद्धालुओं में अत्याधिक उत्साह का वातावरण था। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से अयोध्या धाम एवं काशी विश्वनाथ की यात्रा का उनका सपना पूरा होने जा रहा था। श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल का इस यात्रा हेतु आभार व्यक्त किया।
- -जनजातीय संस्कृति, परंपराओं की झलक बिखेरेंगे नर्तक दल-छत्तीसगढ़ में डेढ़ माह तक मनाया जाएगा करमा महोत्सवरायपुर ।छत्तीसगढ़ जनजातीय कला, संस्कृति और परंपराओं की विविधता से परिपूर्ण राज्य है। यहां की आदिवासी संस्कृति, लोक नृत्य, लोकगीत और पारंपरिक पर्व न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन हेतु निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में पूरे राज्य में भव्य करमा महोत्सव 2025 का आयोजन किया जा रहा है। करीब डेढ़ माह तक चलने वाला यह कार्यक्रम 04 चरणों में आयोजित होगी। ग्राम स्तर पर इसकी शुरूआत 01 अक्टूबर से हो चुकी है। समापन राज्य स्तर पर 15 नवंबर को होगा। इसमें राज्य के अनुसूचित क्षेत्र, माडा पाकेट क्षेत्र एवं विशेष रूप से सरगुजा एवं बिलासपुर संभाग के ग्राम शामिल होंगे। सरगुजा संभाग अंतर्गत जिले सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, सूरजपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और बिलासपुर संभाग अंतर्गत बिलासपुर, कोरबा, रायगढ जिले में होगा।चार चरणों में आयोजित होगी करमा महोत्सव, बिखरेगी सांस्कृतिक छटाकरमा महोत्सव ग्राम पंचायत स्तर, विकासखंड, जिला और राज्य स्तर परं आयोजित की जाएगी। ग्राम स्तर पर 01 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक, विकासखंड स्तर पर 16 से 31 अक्टूबर तक, जिला स्तर पर 01 नवंबर से 07 नवंबर तक और राज्य स्तर पर 08 नवंबर से 15 नंवबर तक मनाया जाएगा। करमा महोत्सव में करमा नृत्य, करमा गीत, जनजातीय लोक गायकों का प्रतिनिधित्व एवं जनजातीय समुदायों में प्रचलित परम्परागत वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन किया जाएगा। विकासखण्डों के अंतर्गत आने वाले चयनित ग्राम पंचायत में करमा त्यौहार कार्यकम आयोजन प्रति ग्राम 02 हजार रूपए के मान से तथा विकास खंड स्तरीय कार्यक्रम हेतु प्रति वि.ख. 01 लाख तथा जिला स्तर में कार्यक्रम हेतु राशि 5 लाख रूपए तथा राज्य स्तरीय कार्यक्रम हेतु क्षेत्र एवं बजट उपलब्धता के आधार पर उपलब्ध करायी जायेगी। विकासखण्ड स्तर पर चयनित 02 करमा नर्तक दलों को चिन्हांकित करते हुए जिलों में कार्यक्रम के प्रस्तुतीकरण हेतु भेजा जाएगा। जिला स्तर से चयनित 01 करमा नर्तक दलों को राज्य स्तर में प्रस्तुतीकरण हेतु भेजा जायेगा।राज्य स्तर पर प्रथम स्थान हासिल करने वाले करमा नर्तक दल को मिलेंगे 02 लाख रूपए पुरस्कारजिला स्तर पर आयोजित जनजातीय करमा महोत्सव में प्रथम आने वाले को 50 हजार द्वितीय को 25 हजार एवं तृतीय आने वाले दल को 15 हजार रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त जिला स्तरीय समिति द्वारा अनुशंसित नर्तक दल को 10,000 रूपए के मान से सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसी तरह राज्य स्तर पर आयोजित जनजातीय करमा महोत्सव में प्रथम आने वाले दल को 02 लाख रूपए, द्वितीय को 01 लाख रूपए एवं तृतीय आने वाले दल को 50 हजार रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त राज्य स्तरीय समिति द्वारा अनुशंसित नर्तक दल को 25 हजार रूपए के मान से सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा। राज्य स्तरीय करम महोत्सव के आयोजन के लिए स्थान का निर्धारण बाद में किया जाएगा।करमा महोत्सव 2025 का आयोजन संचालक, आदिम जाति अनुसंधान तथा प्रशिक्षण संस्थाना नवा रायपुर के समन्वय एवं मार्गदर्शन में आयोजित किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम के साथ-साथ विभिन्न चरणों में जनजातीय लोक गायकों का प्रतिनिधित्व एवं जनजातीय समुदायों में प्रचलित परम्परागत वाद्य यंत्रों आदि की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।करम महोत्सव विभिन्न स्तरों मेंप्रत्येक ग्राम की करमा नृत्य दल का चयन ग्राम स्तर पर किया जाएगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत केवल एक ही दल को विकासखण्ड स्तर के महोत्सव के लिए चयनित करेंगें। विकासखण्ड मुख्यालय में होने वाले प्रदर्शन के आधार पर प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले करम नृत्य दल जिला स्तर में आयोजित होने वाले महोत्सव में अपनी प्रस्तुतीकरण देंगें। जिला स्तर के प्रस्तुतीकरण में अपने जिले से प्रथम स्थान पाने वाला दल प्रदेश स्तरीय नृत्य महोत्सव में अपना प्रस्तुतीकरण देंगें।जिला एवं राज्य स्तर में प्रदर्शन करने वाली प्रत्येक करमा नृत्य दल को प्रदर्शन हेतु अधिकतम 15 मिनट की समय-सीमा निर्धारित है। राज्य स्तर पर प्रदर्शन करने वाले प्रत्येक करमा नृत्य दल अपने पारंपरिक वेशभूषा एवं वाद्ययंत्रों के साथ प्रस्तुतीकरण करेंगें। करम महोत्सव आयोजन में सम्मिलित होने वाले जिले एवं प्रदेश स्तर के प्रतिभागी महिला एवं पुरुषों के लिए परिवहन, भोजन और आवास की समूचित व्यवस्था की जाएगी। मुख्य कार्यकम के साथ-साथ विभिन्न चरणों में जनजाति लोक गायकों का प्रतिनिधित्व एवं जनजाति समुदायों में प्रचलित परम्परागत वाद्ययंत्रों आदि की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।करमा विशेष प्रकार का पूजनीय और मनोकामना पूर्ण करने वाला वृक्षकरमा महोत्सव मनाए जाने का उद्देश्य जनजातीय समुदायों द्वारा मनाये जाने वाले त्यौहारों में करम उत्सव एक महत्वपूर्ण उत्सव है। इसके साथ ही सेंदों दो नृत्य एवं अन्य स्थानीय नृत्यों को भी महोत्सव के माध्यम से जनजातीय संस्कृति एव परम्परा को संरक्षित करना तथा मूल स्वरूप में आगामी पीढी को हस्तांतरण तथा सांस्कृतिक परम्पराओं को अभिलेख करना है। करम अर्थात विशेष प्रकार का पूजनीय और मनोकामना पूर्ण करने वाला वृक्ष माना जाता है। करमा डाल को करम राजा, करम सेनी के नाम से पुकारा जाता है। करम राजा अर्थात् देवता एवं करम सेनी अर्थात् देवी। सरगुजा संभाग के सभी जिलों में देवता के रूप में तथा जिला रायगढ में देवी के रूप में करम सेनी की सेवा की जाती है। इस त्यौहार के माध्यम से जनजातीय संस्कृति, उनके पारंपरिक रीति-रिवाज और कला संस्कृति का बढावा देना और संरक्षित करना है। राज्य में करम उत्सव को चार भिन्न-भिन्न उद्देश्यों के साथ अगस्त-सितम्बर माह (भादो) से अक्टूबर-नवम्बर माह (कार्तिक) तक संपूर्ण सरगुजा संभाग के जिले एवं रायगढ, महासमुंद, कोरबा बिलासपुर एवं गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिलों में स्थानीय जनजातीय समूहों के द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
- -हार्ट की बड़ी नसों से सुरक्षित निकाला गया गाँठ-अम्बेडकर अस्पताल में थाइमस ग्रंथि के आक्रामक कैंसर की गाँठ को हटाने 5 घंटे चली दुर्लभ सर्जरी- हार्ट की बड़ी नसों से सुरक्षित निकाला गया गाँठरायपुर। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर के डॉक्टरों ने एक बार फिर 35 वर्षीय युवक के हृदय से चिपकी 11x7 सेंटीमीटर की जटिल कैंसरग्रस्त गांठ की सफल सर्जरी कर मरीज को नई जिंदगी दी है। मरीज को थाइमस ग्रंथि से उत्पन्न होने वाला दुर्लभ और आक्रामक कैंसर - इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस (Invasive carcinoma of thymus) नामक बीमारी थी। पाँच घंटे चले जटिल ऑपरेशन के बाद गांठ को सफलतापूर्वक निकाल दिया गया। कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष गुप्ता और हार्ट सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत साहू के नेतृत्व में सर्जन की टीम ने हार्ट और फेफड़े से चिपके कैंसरग्रस्त हिस्से के साथ गांठ को निकालते हुए लगातार पांच घंटे की जटिल सर्जरी की। डॉक्टरों के अनुसार सम्भवत: यह मध्य भारत में इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस का पहला केस है।डॉ. आशुतोष गुप्ता के अनुसार यह गांठ इतनी गहराई से हृदय की बड़ी रक्त नलियों जैसे - एओर्टा, जुगलर वेन और सुपीरियर वेनाकेवा (Aorta, Jugular Vein & SVC), से जुड़ी थी कि इसे पूरी तरह निकाल पाना चिकित्सीय दृष्टि से अत्यंत चुनौतीपूर्ण माना जाता है। पैथोलॉजी रिपोर्ट में इसे इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस बताया गया जो कि अत्यंत दुर्लभ कैंसरों में से एक है।चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी एवं अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने दोनों विभाग के डॉक्टरों के संयुक्त प्रयासों से की गई इस सफल सर्जरी को अस्पताल के लिए एक और उपलब्धि बताया है और कहा है कि यह सर्जरी अस्पताल की कैंसर सर्जरी (आंकोसर्जरी) और कार्डियक सर्जरी टीम की दक्षता एवं आपसी समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है। ओडिशा निवासी 35 वर्षीय पुरुष मरीज सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत लेकर अस्पताल के कैंसर सर्जरी ओपीडी में पहुंचे थे। डॉ. आशुतोष गुप्ता के मार्गदर्शन में मरीज की जांचें की गईं, जिनमें खून की जांच, सीटी स्कैन एवं सोनोग्राफी शामिल थीं। जांचों में मरीज की छाती के हृदय के सामने स्थित छाती के क्षेत्र (anterior mediastinum) क्षेत्र में 11×7 सेंटीमीटर की गांठ पाई गई, जो हृदय की बड़ी रक्त नलियों से चिपकी हुई थी। बायोप्सी रिपोर्ट में थाइमोमा (Thymoma) होने की जानकारी मिली जो एक दुर्लभ प्रकार का ट्यूमर है।गांठ की जटिल स्थिति को देखते हुए कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष गुप्ता ने हार्ट सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. के.के. साहू से परामर्श किया। उसके बाद विशेषज्ञों की टीम ने ऑपरेशन का निर्णय लिया।कैंसर सर्जरी एवं हार्ट सर्जरी विभाग के डॉक्टरों का ज्वाइंट ऑपरेशनऑपरेशन के दौरान मेडियन स्टर्नोटॉमी (Median Sternotomy) शल्य प्रक्रिया के माध्यम से छाती की हड्डी को काटकर हृदय तक पहुंच बनाई गई। गांठ हृदय की सतह (Pericardium) और बड़ी रक्त वाहिकाओं - एओर्टा, जुगलर वेन और सुपीरियर वेनाकेवा (Aorta, Jugular Vein & SVC) से गहराई तक चिपकी हुई थी। लगभग पाँच घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन में रक्त वाहिकाओं को गांठ से सावधानीपूर्वक अलग करके रिपेयर किया गया तथा गांठ को दाएँ फेफड़े के कुछ हिस्से सहित पूरी तरह निकाला गया।ऑपरेशन सफल रहा और मरीज की स्थिति अब स्थिर एवं बेहतर है। पैथोलॉजी जांच में गांठ को इंवेसिव कार्सिनोमा ऑफ थाइमस (Invasive carcinoma of thymus) बताया गया, जो अत्यंत दुर्लभ कैंसरों में से एक है।डॉ. के.के. साहू के अनुसार, यह सर्जरी सेंट्रल इंडिया में इसलिए विशेष है क्योंकि इस कैंसर का पता देर से चलता है और तब तक यह सर्जरी संभव नहीं हो पाती, और हर अस्पताल में ये सर्जरी हो, यह भी कई बार संभव नहीं होता क्योंकि इसकी सर्जरी के लिए कैंसर सर्जन और हार्ट सर्जन की बड़ी टीम चाहिए होती है। इस जटिल सर्जरी में डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. के.के. साहू, डॉ. किशन सोनी, डॉ. गुंजन अग्रवाल, डॉ. सुश्रुत अग्रवाल, डॉ. के. लावण्या, डॉ. समृद्ध, डॉ. सोनम, डॉ. अनिल, तथा निश्चेतना विभाग से डॉ. रचना एवं डॉ. अविनाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
-
बलौदाबाजार- स्कूल का फर्नीचर बेचने के मामले में शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय टुण्डरा के प्रभारी प्राचार्य रमेशर बंजारे को संचालक लोक शिक्षण द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय टुण्डरा के प्रभारी प्राचार्य रमेशर बंजारे के विरूद्ध शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की सहमति से विद्यालय के टेबल-बेंच (फर्नीचर) को निजी विद्यालयों को बेच देने के संबंध में ग्रामवासियों के द्वारा विरोध एवं दिनांक 13.09.2025 को विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल को दूरभाष प्राप्त मौखिक शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार-भाटापारा द्वारा तहसीलदार टुण्डरा, विकास खंड शिक्षा अधिकारी कसडोल, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक कसडोल तथा संकुल समन्वयक टुण्डरा, नरघा एवं कुम्हारी के द्वारा स्थल में निरीक्षण एवं जांच करायी गयी। स्थल निरीक्षण एवं जांच में शाला के प्रभारी प्राचार्य रमेशर बंजारे द्वारा निजी विद्यालयों को शाला के उपयोगी टेबल-बेंच (फर्नीचर) ज्ञान अमृत विद्याालय टुण्डरा को 67 नग टेबल-बेंच एवं धाविका पब्लिक स्कूल शिवरीनारायण जिला-जांजगीर चांपा को 40 नग शाला प्रबंधन एवं विकास समिति द्वारा अनुशंसा करके बेचने में श्री बंजारे की संलिप्तता पाये जाने से प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया। प्रभारी प्राचार्य के उक्त कृत्य को पदीय उत्तरदायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता माना गया जो छतीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम-3 का उल्लंघन है।परिणामस्वरूप रमेशर बंजारे, प्रभारी प्राचार्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के नियम 9(1) (क) के प्रावधान अनुसार तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार-भाटापारा नियत किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। -
बेमेतरा /आधुनिक प्रतिस्पर्धा के इस युग में जहां हर व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की जद्दोजहद में लगा हुआ है, वहीं मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। यह सर्वविदित है कि किसी व्यक्ति का संपूर्ण विकास माँ के गर्भ से ही आरंभ होता है। गर्भावस्था के दौरान लिए गए संतुलित आहार और पोषण से न केवल माँ का स्वास्थ्य बेहतर रहता है बल्कि शिशु का भी समुचित विकास होता है।
*मोहभट्ठा की राधिका बनी उदाहरण*ग्राम मोहभट्ठा (सेक्टर देवरबीजा-02, विकासखण्ड बेरला) की निवासी राधिका ने अपने जीवन में इस बात को पूरी तरह आत्मसात किया। महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता योगेश्वरी यादव द्वारा गृहभेंट के दौरान राधिका को नियमित रूप से संतुलित आहार, स्वच्छता, और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभों के बारे में बताया गया। राधिका का गर्भ का पाँचवाँ माह पूर्ण होते ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत प्रथम किस्त हेतु पंजीयन किया गया। कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक द्वारा उसे कैल्शियम, आयरन तथा रेडी टू ईट आहार का उपयोग करने के लिए निरंतर प्रेरित किया गया।*मिलने वाली सहायता बनी वरदान*गर्भावस्था के दौरान जब राधिका को पता चला कि वह जुड़वा बच्चों की माँ बनने वाली है, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ऐसे समय में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की पहली किस्त ₹3,000 उसके खाते में प्राप्त हुई, जो उसके लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हुई। राधिका ने इस राशि का सदुपयोग अपने पोषण और स्वास्थ्य सुधार में किया।प्रसव के पश्चात राधिका ने जुड़वा दो बच्चियों को जन्म दिया। जब बच्चियों का प्रथम टीकाकरण चक्र पूर्ण हुआ, तब योजना के अंतर्गत द्वितीय किस्त के लिए आवेदन किया गया। जल्द ही राधिका को डीबीटी के माध्यम से ₹2,000 की दूसरी किस्त भी प्राप्त हो गई।इस प्रकार उसे कुल ₹5,000 की राशि सीधे बैंक खाते में हस्तांतरित की गई।*योजना से मिला सुरक्षित मातृत्व*राधिका बताती हैं कि यह राशि उनके और उनकी बच्चियों के लिए “रामबाण” साबित हुई। इससे उन्हें बेहतर आहार, स्वास्थ्य देखभाल और बच्चों के लिए पोषण सामग्री की व्यवस्था में मदद मिली। वर्तमान में राधिका और उनकी जुड़वा बच्चियाँ पूरी तरह स्वस्थ हैं तथा उन्हें महिला एवं बाल विकास विभाग की अन्य योजनाओं — जैसे पूरक पोषण आहार, टीकाकरण, एवं स्वास्थ्य परामर्श सेवाओं का लाभ निरंतर मिल रहा है।*शासन के प्रति आभार*राधिका कहती हैं कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ने मेरे जैसे अनेक माताओं को सशक्त बनाया है। गर्भावस्था के समय मिली आर्थिक सहायता ने मुझे और मेरी बच्चियों को स्वस्थ जीवन की राह दिखाई। इसके लिए मैं शासन एवं महिला बाल विकास विभाग की आभारी हूँ।*सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में पहल*प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के माध्यम से बेमेतरा जिले में हजारों गर्भवती एवं धात्री माताओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। यह योजना मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने, पोषण स्थिति सुधारने तथा महिलाओं में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। -
*मुख्यमंत्री श्री साय ने उच्च शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला तकनीशियन के पद पर चयनित 233 अभ्यर्थियों को प्रदान किए नियुक्ति पत्र*
रायपुर // मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सभागार में उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत प्रयोगशाला तकनीशियन के पद पर चयनित 233 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शी और विश्वसनीय भर्ती प्रक्रियाओं से प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हुआ है। उन्होंने बताया कि विगत 20 महीनों में विभिन्न विभागों में 10 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान की जा चुकी हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को पुलिस विभाग, विद्युत विभाग, सहकारिता विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, आदिम जाति विकास विभाग सहित कई अन्य विभागों में नियुक्तियाँ दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उच्च शिक्षा विभाग में 700 सहायक प्राध्यापकों और स्कूल शिक्षा विभाग में 5000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज का यह अवसर ऐतिहासिक और अत्यंत हर्ष का विषय है — पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति पत्र एक साथ प्रदान किए जा रहे हैं। यह निश्चित रूप से विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने सभी नवनियुक्त प्रयोगशाला तकनीशियनों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए अपने कर्तव्यों का शत-प्रतिशत निष्ठा और ईमानदारी के साथ निर्वहन करने का आह्वान किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ने नई औद्योगिक नीति को अपनाया है, जिसके माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस नई उद्योग नीति के तहत अब तक लगभग ₹7 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं, और इनमें से कई प्रस्तावों के अंतर्गत औद्योगिक इकाइयों की स्थापना का कार्य प्रारंभ भी हो गया है। इन उद्योगों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से राज्य की जनता को व्यापक लाभ प्राप्त होगा।उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में पिछले 20 महीनों में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं। पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ प्रत्येक विभाग की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री वर्मा ने नवचयनित प्रयोगशाला तकनीशियनों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी निश्चित रूप से अपने महाविद्यालयों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में योगदान देंगे। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भी सराहना की और कहा कि मात्र तीन माह की अवधि में बिना किसी विवाद के तीन चरणों में संपूर्ण काउंसलिंग प्रक्रिया को पारदर्शी एवं निष्पक्ष रूप से पूर्ण करना अत्यंत सराहनीय उपलब्धि है।इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री खुशवंत साहेब, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ला, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन सहित विभागीय अधिकारी एवं नवनियुक्त प्रयोगशाला तकनीशियन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
दंतेवाड़ा,। जिले के अंतर्गत संचालित 42 शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में छात्राओं के लिए रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र 2025-26 आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ाना और उन्हें आत्मरक्षा के कौशल सिखाना है। इसके साथ ही पूरा भरा हुआ आवेदन पत्र जिला शिक्षा कार्यालय, समग्र शिक्षा (माध्यमिक स्तर), दंतेवाड़ा में 18 अक्टूबर 2025 तक कार्यालयीन समय में जमा करना अनिवार्य है। अपूर्ण या निर्धारित समयावधि के बाद प्राप्त आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
इस संबंध में जिला प्रशासन दंतेवाड़ा की आधिकारिक वेबसाइट https:// dantewada-nic-in/en/notice_category/recruitment पर जारी किया गया -
दंतेवाड़ा,। जिले में संचालित नवगुरुकुल के जावंगा परिसर स्थित ऑडिटोरियम में मंगलवार को स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग एवं स्कूल ऑफ बिजनेस (बैच 2025) के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्री चैतराम अटामी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा, जिला प्रशासन के अधिकारी, नवगुरुकुल के शिक्षण एवं प्रबंधन टीम के सदस्य, छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विधायक श्री चैतराम अटामी ने कहा कि “नवगुरुकुल ने यह सिद्ध किया है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्र में भी हमारे बच्चे आधुनिक तकनीक, कोडिंग और बिजनेस मैनेजमेंट जैसी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जो जिले के लिए गर्व की बात है। उन्होंने आगे कहा कि नवगुरुकुल जैसी संस्थाएं युवाओं को सिर्फ रोजगार के लिए नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और नवाचार की दिशा में प्रेरित कर रही हैं। यहाँ से निकलने वाले विद्यार्थी आने वाले समय में रोजगार देने वाले और समाज के परिवर्तनकारी बनेंगे।इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ श्री नाहटा ने कहा कि नवगुरुकुल की इस उल्लेखनीय यात्रा पर आज हम सब एक साथ खड़े हैं, यह अपने आप में गर्व और प्रेरणा का क्षण है। जब हमने नवगुरुकुल की शुरुआत की थी, तब हमारे सामने एक ही लक्ष्य था। युवाओं को तकनीकी और व्यक्तित्व विकास के ऐसे अवसर देना, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में अपनी सशक्त भूमिका निभा सकें। आज नवगुरुकुल की बैठने की क्षमता 100 एसओपी और 50 सिस्टरों (छात्राओं) की है। यहाँ पर विद्यार्थियों को सिर्फ टेक्निकल स्किल्स ही नहीं, बल्कि सॉफ्ट स्किल्स जैसे भाषा शैली, नेतृत्व क्षमता, तर्क निर्माण और व्यक्तित्व विकास की दिशा में भी निरंतर प्रेरित किया जाता है। यही संतुलन नवगुरुकुल को एक विशेष और प्रभावी शिक्षण संस्था बनाता है। पिछले दो वर्षों में नवगुरुकुल ने लगातार प्रगति की है। हमने आईडी साल सोब कोर्स की भी शुरुआत की है, जिसमें 50 छात्रों की क्षमता है, ताकि अधिक से अधिक युवा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें। इन दो वर्षों में नवगुरुकुल के काम और प्रभाव का दायरा लगातार बढ़ा है यह हमारे सामूहिक प्रयास और समर्पण का परिणाम है। इस दौरान नवगुरुकुल अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।



.jpg)

















.jpeg)





.jpg)