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बालोद ।कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने आज देर शाम जिला मुख्यालय बालोद में निर्माणाधीन सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने दल्ली चौक से मधु चौक तक चल रहे कार्य का जायजा लिया और निर्माण कार्य के संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री सुनील चंद्रवंशी, एसडीएम श्री नूतन कंवर सहित लोक निर्माण विभाग, नगर पालिका बालोद के अधिकारी मौजूद थे।
- रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण पाण्डेय ने देश के विभिन्न राज्यों समेत छत्तीसगढ़ में भी चुनाव आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का एलान किए जाने का स्वागत करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग की यह पहल भारतीय लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करेगी और देशभर में चुनाव प्रणाली में आए दोषों को स्वयमेव निवारण होगा। श्री पाण्डेय ने कहा कि इसमें करीब 51 करोड़ मतदाता शामिल होंगे। यह 28 अक्टूबर से शुरू होगा और 7 फरवरी को खत्म होगा। 103 दिन की कार्यवाही में मतदाता सूची में सुधार, नए मतदाताओं का समावेश और सूची में त्रुटियों का निवारण किया जाएगा।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री पाण्डेय ने कहा कि एसआईआर को लेकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के पेट में मरोड़ उठने लगा है और वे एक बार फिर झूठ फैलाकर इस मुद्दे पर प्रदेश की जनता को दिग्भ्रमित करने की नाकाम कोशिशों में जुट गए हैं। जनता द्वारा बार-बार नकारे जाने से अब कांग्रेस पूरी तरह हताश और निराश हो गई है। भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करते रहने की इनकी कोशिश एक अक्षम्य अपराध है। बौखलाहट में जिस तरह की भाषा ये उपयोग करते हैं, वह बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। श्री पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस पहले ईवीएम को बदनाम करती रही है, लेकिन कुल 40 बार विभिन्न अदालतों ने ईवीएम को सही ठहराया। दरअसल लोकतंत्र की हत्या, बूथ कैप्चरिंग, आदि कांग्रेस का चरित्र रहा है। कांग्रेस का आचरण दोहरे राजनीतिक मापदंड का परिचायक है। एसआईआर का विरोध कांग्रेस को नहीं करना चाहिए।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस एक तरफ वोट चोरी रोकने की बात कह रही है, वहीं दूसरी तरफ वह मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण के लिए चल रहे एसआईआर का विरोध कर रही है। अब कांग्रेस बताए कि एसआईआर का विरोध करके वोट चोरी को कैसे रोका जा सकता है? एसआईआर का विरोध करके कांग्रेस तो खुद कठघरे में है। श्री पाण्डेय ने कहा कि खुद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट भी मानते हैं कि वोट चोरी की बात कहना अपनी हार का इल्जाम खुद पर लेने से बचना है। हारे हुए लोगों को धरातल पर मेहनत करनी चाहिए। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव से लेकर निकाय-पंचायत चुनावों में लगातार पाँच बार शर्मनाक पराजय के बाद भी कांग्रेस ने नेताओंने अपनी हार से कोई सबक लेना जरूरी नहीं समझा।
- -बैठक में प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने दिए आवश्यक मार्गदर्शन-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन एवं कार्यक्रमों को लेकर बनाई गई रूपरेखारायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक नवंबर को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आगमन की तैयारियों को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी रायपुर ज़िले की महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, वरिष्ठ भाजपा नेता शिवरतन शर्मा जी एवं जिलाध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में बैठक ली गई है।भाजपा प्रदेश महामंत्री पवन साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की 25वीं सालगिरह पर रायपुर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रध्देय अटल बिहारी वाजपेयी जी को याद करते हुए छत्तीसगढ़ निर्माण के रजत जयंती महोत्सव को सभी कार्यकर्ताओं के द्वारा उत्साह के साथ इस आयोजन को सफल बनाने के लिए मार्गदर्शन दिया गया। सभी कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर माननीय प्रधानमंत्री जी का स्वागत करने के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।वरिष्ठ भाजपा नेता शिवरतन शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का लगाव हमेशा छत्तीसगढ़ के लिए रहा है। वे हमेशा छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ वासियों की चिंता करने वाले है। प्रधानमंत्री श्री मोदी आज दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता है। उनके द्वारा के लिए दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्ष हमेशा तैयार रहते है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वागत के लिए भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता उत्सुक है। ऐसे समय में जब प्रदेश अपनी रजत जयंती मना रही है तब प्रधानमंत्री श्री मोदी का आगमन इसे ऐतिहासिक बनाता है। प्रदेश के हर वर्ग के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन की प्रतिक्षा कर रहे है। हम सभी कार्यकर्ताओं को इस आयोजन की सफलता का एक माध्यम बनना है। इसी तैयारियों को लेकर आज की बैठक रखी गई।रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रध्देय अटल बिहारी जी को याद करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण करके श्री अटल जी ने हमें एक नई पहचान दी है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने के लिए हर प्रकार की सहायता कर रहे है। आज छत्तीसगढ़ अपनी संस्कृति, कला एवं ऐतिहासिक परंपरा के लिए दुनिया में जाना जाता है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी के आगमन एवं उनके स्वागत के लिए अधिक से अधिक लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की।रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि हम सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए आतुर है। अधिक से अधिक लोग शामिल होकर प्रधानमंत्री श्री मोदी का अभिनंदन करेंगे।जिलाध्यक्ष रायपुर शहर रमेश सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी 25 साल के छत्तीसगढ़ के सफरनामा का परिक्रमा पथ पर गौरव सम्मान के अलावा विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। हमें प्रधानमंत्री जी के आगमन एवं उनके स्वागत के लिए तैयार रहना है। जगह-जगह उनका विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा स्वागत किया जाएगा। हमें उनके प्रवास की अभूतपूर्व सफलता के लिए एक रूपरेखा बनाकर कार्य करना है।बैठक में विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, भाजपा वरिष्ठ नेता शिवरतन शर्मा, जिला अध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर, प्रदेश मंत्री जयंती पटेल, महापौर श्रीमती मीनल चौबे, श्रीचंद सुंदरानी, सच्चिदानंद उपासने, रूप नारायण सिंहा, नंद कुमार साहू, लोकेश कावड़िया, सुभाष तिवारी, अमरजीत छाबड़ा, शशांक शर्मा, मोना सेन, मोहन एंटी, अंजय शुक्ला, नलिनीश ठोकने, रामकृष्ण धीवर, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, जिला महामंत्री अमित मैशेरी, गुंजन प्रजापति, जिला उपाध्यक्ष अकबर अली, तुषार चोपड़ा, रोहित द्विवेदी रायपुर के सभी पार्षद, मंडल अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।
- रायपुर, / राज्य स्थापना दिवस 2025 के अवसर पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में भव्य राज्योत्सव कार्यक्रम का आयेाजन किया जाएगा। जिला मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों में राज्य के मंत्रीगण, सांसद तथा विधायक मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। राज्य शासन ने प्रत्येक जिले के लिए मुख्य अतिथि के नामों की घोषणा की है।राज्य शासन द्वारा जारी सूची के अनुसार राजनांदगांव जिला मुख्यालय में आयेाजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष और सरगुजा में मुख्य अतिथि कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम होंगे। इसी प्रकार बिलासपुर जिला मुख्यालय में श्री तोखन साहू केन्द्रीय राज्य मंत्री, बस्तर में उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव तथा दुर्ग में उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जिला मुख्यालय में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे।इसी प्रकार गरियाबंद में मंत्री श्री दयालदास बघेल, दंतेवाड़ा में मंत्री श्री केदार कश्यप, कोरबा में मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, जशपुर में मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल तथा रायगढ़ में मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। सूरजपुर में मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, जांजगीर-चांपा में मंत्री श्री टंकराम राम वर्मा, बालोद में मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, कोरिया में मंत्री श्री राजेश अग्रवाल और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में मंत्री श्री गुरू खुशवंत साहेब जिला मुख्यालय में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे।बलौदाबाजार-भाटापारा में सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, बेमेतरा में सांसद श्री विजय बघेल, कबीरधाम में सांसदश्री संतोष पाण्डेय, बलरामपुर-रामानुजगंज में सांसदश्री चिंतामणी महाराज, महासमुंद में सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में सांसद श्री राधेश्याम राठिया, सक्ति में सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, बीजापुर में सांसद श्री महेश कश्यप, कांकेर में सांसद श्री भोजराज नाग तथा खैरागढ़-गंडई-छुईखदान में सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह जिला मुख्यालय में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। वहीं मुंगेली जिले में विधायक श्री पुन्नू लाल मोहले, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में विधायक श्री धरमलाल कौशिक, धमतरी में विधायक श्री अजय चन्द्राकर, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में विधायक श्रीमती रेणुका सिंह, कोण्डागांव में विधायक सुश्री लता उसेंडी, नारायणपुर में विधायक श्री विक्रम उसेंडी तथा सुकमा जिले में विधायक श्री किरण देव जिला मुख्यालय में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सभी जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, हस्तशिल्प प्रदर्शनी, स्थानीय उत्पादों की झांकी एवं विकासपरक योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाए जाएंगे। राज्योत्सव कार्यक्रमों का आयोजन जनभागीदारी और पारंपरिक गौरव के साथ गरिमामय ढंग से किया जाएगा ताकि प्रदेश की संस्कृति, विकास और एकता का संदेश पूरे राज्य में प्रसारित हो सके।
- -अक्टूबर 2023 के पूर्व जन्मे बच्चों के आधार कार्ड हेतु ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र की कोई बाध्यता नहींरायपुर / भारत के महारजिस्ट्रार कार्यालय, नई दिल्ली द्वारा वर्ष 2023 में संशोधित ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया गया है, जिसके माध्यम से राज्य में जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र ऑनलाइन बनाए जा रहे हैं। इस प्रकार, छत्तीसगढ़ राज्य में प्रत्येक जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र का ऑनलाइन बनाया जाना अनिवार्य किया गया है।उल्लेखनीय है कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण अधिनियम, 1969 में वर्ष 2023 में संशोधन किया गया है। संशोधन के अनुसार अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे बच्चों की जन्म तिथि प्रमाणित करने के लिए जन्म प्रमाण पत्र ही एकमात्र वैध आधार होगा। अर्थात, इस तिथि के पूर्व जन्मे बच्चों के मामलों में अन्य वैकल्पिक दस्तावेज भी जन्म तिथि के प्रमाण के रूप में मान्य रहेंगे। परंतु अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे बच्चों के लिए केवल जन्म प्रमाण पत्र ही तिथि प्रमाण का एकमात्र स्रोत होगा। राज्य में अप्रैल 2023 के बाद से जन्मे प्रत्येक बच्चे के लिए ऑनलाइन जारी जन्म प्रमाण पत्र को ही मान्य किया गया है।इस प्रकार स्पष्ट है कि अक्टूबर 2023 के पूर्व जन्मे बच्चों के जन्म तिथि प्रमाणन के लिए जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य नहीं है। उनके लिए अन्य दस्तावेज भी मान्य हैं। लेकिन अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र ही जन्म प्रमाण का एकमात्र आधार होगा।पूर्व में जिन बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र मैन्युअल पद्धति से जारी किया गया था, उनके लिए भी अब पोर्टल में ऑनलाइन प्रमाण पत्र बनाने का प्रावधान उपलब्ध है। इससे पुराने प्रमाण पत्र भी डिजिटल स्वरूप में सुरक्षित किए जा सकेंगे।यह संज्ञान में आया है कि कुछ जिलों में केवल उन्हीं जन्म प्रमाण पत्रों के आधार पर आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं जिनमें क्यूआर कोड (QR Code) है। यह विषय संज्ञान में आने पर इस विषय में राज्य सरकार द्वारा सहायक प्रबंधक, UIDAI हैदराबाद से अनुरोध किया गया है कि वे राज्य के सभी आधार केंद्रों को उचित दिशा-निर्देश जारी करें।यह भी उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 में संशोधित पोर्टल के लॉन्च के बाद प्रारंभिक चरण में कुछ तकनीकी कठिनाइयाँ आई थीं, जिन्हें भारत के महारजिस्ट्रार कार्यालय, नई दिल्ली द्वारा समाधान कर दिया गया। साथ ही राज्य के सभी रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) को नए पोर्टल के संबंध में आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। आवश्यकता अनुसार जिला स्तर पर भी नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो रही है। राज्य में अप्रैल 2023 के बाद से सभी जन्म प्रमाण पत्र केवल ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से बनाए जा रहे हैं, और वर्तमान में पोर्टल पूरी तरह से तकनीकी रूप से सुचारू रूप से संचालित है।
- -राजनीतिक दलों के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने की महत्वपूर्ण बैठक तथा विभिन्न मीडिया संस्थानों के साथ प्रेस वार्तारायपुर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ सहित 12 राज्यों में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की तिथियों की घोषणा कर दी गई है। इसी सिलसिले में, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार ने आज सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।यह बैठक कार्यालय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ के सभागार में आयोजित की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को पुनरीक्षण कार्यक्रम की तिथियों और अन्य आवश्यक जानकारियों से अवगत कराना था।प्रत्येक मतदान केंद्र में लगभग 1,000 मतदाता होते हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए एक बूथ स्तरीय अधिकारी (BLO) होता है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कई मतदान केंद्र होते हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए एक निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ERO) होता है। ईआरओ एक उप-मंडल मजिस्ट्रेट (SDM) स्तर का अधिकारी होता है, जो कानून के अनुसार: मसौदा मतदाता सूची तैयार करता है।दावों और आपत्तियों को प्राप्त करता है और उन पर निर्णय लेता है। और अंतिम मतदाता सूची तैयार करता है और प्रकाशित करता है। प्रत्येक तहसील के लिए सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (AERO) होता है। जिला मजिस्ट्रेट ईआरओ के निर्णय के विरुद्ध प्रथम अपील की सुनवाई करते हैं। राज्य/संघ राज्य क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डीईओ (जिला निर्वाचन अधिकारी) के निर्णय के विरुद्ध द्वितीय अपील की सुनवाई करते हैं।बी.एल.ओ, (बूथ स्तरीय अधिकारी) नए मतदाता को शामिल करने के लिए फॉर्म 6 और घोषणा पत्र एकत्र करेंगे और मिलान/लिंकिंग (आधार से जोड़ना) में सहायता करेंगे। मतदाता को ई.एफ. (Electoral Form) भरने में मदद करेंगे उसे एकत्र करेंगे और ई.आर.ओ./ए.ई.आर.ओ. को जमा करेंगे। प्रत्येक मतदाता के घर का कम से कम 3 बार दौरा करेंगे। मतदाता, विशेषकर शहरी मतदाता/अस्थायी प्रवासी, ई.एफ. (E.F.) ऑनलाइन भी भर सकते हैं। इसके अलावा बीएलओ मृत, स्थायी रूप से स्थानांतरित तथा एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत मतदाताओं की पहचान करेंगे । गणना चरण के दौरान ई.एफ. (E.F.) के अलावा, ई.एफ. (E.F.) के साथ कोई अन्य दस्तावेज एकत्र करने की आवश्यकता नहीं है।ईआरओ/एईआरओ को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पात्र नागरिक छूटा नहीं है; और कोई भी अपात्र व्यक्ति शामिल नहीं है। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ईआरओ के फैसले के खिलाफ पहली अपील की सुनवाई करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी डीएम के निर्णय के खिलाफ दूसरी अपील की सुनवाई करेंगे।SIR के प्रमुख चरण:पूर्व-गणना चरणबीएलओ, ईआरओ और डीईओ का प्रशिक्षण। बीएलओ द्वारा अंतिम एसआईआर के साथ मैन्युअल मिलान/लिंकिंग।ECINET द्वारा अंतिम एसआईआर के साथ कंप्यूटर मिलान/लिंकिंगराजनीतिक दलों की भागीदारीसीईओ, डीईओ और ईआरओ सभी मान्यता प्राप्त दलों से मिलेंगे और एसआईआर प्रक्रिया को विस्तार से समझाएंगे। सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) का प्रशिक्षण। बीएलए मतदाताओं से विधिवत भरे हुए ईएफ भी एकत्र कर सकते हैं. प्रतिदिन 50 ईएफ तक प्रमाणित कर सकते हैं और बीएलओ को जमा कर सकते हैंगणना चरण (Enumeration Phase)विधिवत भरे गए गणना प्रपत्रों का मुद्रण, वितरण, मिलान/लिंकिंग और संग्रहण 1,200 मतदाताओं की अधिकतम सीमा वाले मतदान केंद्रों का युक्तिकरण।मसौदा मतदाता सूची का प्रकाशनड्राफ्ट रोल में वे सभी मतदाता शामिल होंगे जिनके गणना फॉर्म प्राप्त हो गए हैं। ड्राफ्ट रोल में शामिल न किए गए अनुपस्थित/स्थानांतरित/मृत/डुप्लिकेट नामों की सूची सीईओ वेबसाइट/सार्वजनिक कार्यालयों पर डाली जाएगी।ईआरओ/एईआरओ द्वारा नोटिस जारी करना और उस पर निर्णय लेना।उन मतदाताओं को नोटिस जारी किए जाएंगे जिनका अंतिम एसआईआर से मिलान/लिंक नहीं किया जा सका। मतदाता के रूप में उनकी पात्रता सुनिश्चित करने के लिए सांकेतिक दस्तावेजों का सत्यापन करनाअंतिम एसआईआर से पहले उनके ठिकाने का पता लगाने के लिए सुनवाई।ईआरओ/एईआरओ द्वारा दावे और आपत्तियां प्राप्त करना और उन पर निर्णय लेना।मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों का कोई भी मतदाता या बीएलए दावा या आपत्ति दर्ज करा सकता है।अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशनजिला मजिस्ट्रेट द्वारा प्रथम अपील और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों द्वारा द्वितीय अपील प्राप्त करना और उन पर निर्णय लेनाराजनीतिक दलों की रही सक्रिय भागीदारीमतदाता सूची को त्रुटिरहित और पारदर्शी बनाने के लिए आयोजित इस 'बैठक' में राज्य के प्रमुख राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जो इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्य के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है।उपस्थित दलबहुजन समाज पार्टी (BSP)भारतीय जनता पार्टी (BJP)कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) (CPI-M)इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC)आम आदमी पार्टी (AAP)नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP)इस अवसर पर, सीईओ यशवंत कुमार ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे पुनरीक्षण के दौरान अपने बूथ स्तरीय एजेंटों (BLAs) के माध्यम से निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों को पूरा सहयोग दें, ताकि छूटे हुए पात्र नागरिकों के नाम सूची में जोड़े जा सकें और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जा सकें।सीईओ यशवंत कुमार ने राजनीतिक दलों को पूरे SIR से संबंधित महत्वपूर्ण तिथियों की भी जानकारी दी जो इस प्रकार है:1 मुद्रण/प्रशिक्षण कार्यदिनांक 28.10.2025 से 03.11.2025 तक2 घर घर गणना चरण अवधि (घर-घर जाकर सत्यापन) कार्यदिनांक 04.11.2025 से 04.12.2025 तक3 मसौदा मतदाता सूची का प्रकाशन दिनांक 09.12.20254 दावे और आपत्ति की अवधिदिनांक 09.12.2025 से 08.01.2026 तक5 नोटिस चरण ( सुनवाई और सत्यापन);दिनांक 09.12.2025 से 31.01.20266 मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशनदिनांक 07.02.2026
- बलौदाबाजार / कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार कार्य में लापरवाही बरतने पर एक चॉइस सेंटर संचालक के ई-डिस्ट्रिक्ट आईडी निरस्त कर दिया गया है। अपर कलेक्टर अवधराम टण्डन ने बताया कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाली सेवाओं को ऑनलाइन माध्यम से चॉइस सेंटर संचालक को पूर्ण दस्तावेज अपलोड करना होता है। अपूर्ण दस्तावेज अपलोड करने पर समय पर प्रमाण पत्र जारी नही होता है जो कि संतोषप्रद स्थिति नहीं है। इसलिए विकासखंड कसडोल अंतर्गत ग्राम बड़गांव निवासी चॉइससेंटर संचालक पुरन सिंह का आईडी निरस्त निरस्त किया गया है।
- -कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने सुहेला में नवीन तहसील भवन का किया लोकार्पण-ग्राम रावन और झीपन में विभिन्न निर्माण कार्यों का हुआ लोकार्पण और भूमिपूजन-तालाब सौन्दर्यीकरण और महतारी सदन हेतु 15-15 लाख रुपये देने की घोषणाबलौदाबाज़ार, / राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने मंगलवार को विकासखंड सिमगा में विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।उन्होंने सुहेला में 71.12 लाख रुपये की लागत से निर्मित नवीन तहसील भवन का लोकार्पण किया। इसके साथ ही ग्राम रावन एवं झीपन में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। ग्राम झीपन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर तालाब सौन्दर्यीकरण एवं महतारी सदन हेतु 15 -15 लाख रुपये देने की घोषणा की।राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि तहसील कार्यालय के नवीन भवन की सुविधा मिलने से आसपास के गाँव के किसानों और आम नागरिकों को बहुत सहूलियत होगी। श्री वर्मा ने इस दौरान यहाँ तैनात राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गरीबों-किसानों की समस्या और पीड़ाओं का संवेदनशीलता से निराकरण करें। कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि राजस्व से जुड़े मामलों का त्वरित निराकरण हो सकेगा।उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर जिला मुख्यालय स्थित संपर्क केंद्र में भी संपर्क कर सकते हैं।इसके पूर्व कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने ग्राम रावन में आयुर्वेदिक अस्पताल से बावा देव तक 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित गौरव पथ का लोकार्पण, 10 लाख रुपये की लागत से आयुर्वेदिक अस्पताल में बाउंड्रीवाल और हायर सेकंडरी स्कूल रावन में 10 लाख रुपये की लागत से क्रांकिटीकरण कार्य का भूमिपूजन किया। इसी प्रकार ग्राम झीपन में प्रार्थना शेड और स्काउट गाइड भवन में बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य का लोकार्पण और कुर्मी समाज के सामुदायिक भवन में अतिरिक्त कक्ष निर्माण हेतु भूमिपूजन किया।इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष डॉ दौलत पाल, जिला पंचायत सदस्य ईशान वैष्णव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में और आमजन उपस्थित थे ।
- -कलेक्टर ने स्थल निरीक्षण कर तैयारी क़ा लिया जायजा,गरिमापूर्ण आयोजन एवं समय पर सभी तैयारी पूरा करने क़े निर्देशबलौदाबाजार / रजत जयंती क़े अवसर पर 2 नवंबर से 4 नवम्बर 2025 तक तीन जिला स्तरीय राज्योत्स्व का आयोजन पण्डित चक्रपाणी शुक्ल हाई स्कूल मैदान बलौदाबाजार में होग़ा। कलेक्टर दीपक सोनी ने मंगलवार को अधिकारियों क़े साथ स्थल निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए गरिमापूर्ण आयोजन एवं समय पर तैयारी पूर्ण करने क़े निर्देश दिये।कलेक्टर ने मुख्य मंच निर्माण, मुख्य प्रवेश द्वार, वाहन पार्किंग, बैठक व्यवस्था, पेयजल, साफ सफाई, सुरक्षा व्यवस्था एवं विभागीय प्रदर्शनी हेतु स्टॉल आदि क़े सम्बन्ध में जरुरी निर्देश दिये। उन्होंने राज्योत्स्व स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगाने, सभी स्टॉलो में सामान डिजाइन एवं आकार क़े फ्लेक्स लगाने कहा। उन्होंने मौक़े पर करीब 18 विभागों को विभागीय प्रदर्शनी हेतु स्टॉल का आवंटन भी किया। राज्योत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु स्थानीय एवं बाहर क़े कलाकारों से समन्वय करने तथा स्कूली बच्चों द्वारा भी संस्कृति कार्यक्रम की प्रस्तुति हेतु आवश्यक तैयारी करने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया।उन्होंने राज्योत्सव क़े दौरान 1 नवम्बर से 5 नवंबर तक तक सभी शासकीय कार्यालयों एवं शासकीय भवनों में रोशनी करने को कहा है।जिला स्तरीय राज्योत्स्व में विभागीय विकास प्रदर्शनी क़े साथ ही मुख्य मंच से हितग्राहियों को सामग्री वितरण, चेक वितरण एवं प्रमाण पत्र भी वितरित किये जाएंगे। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री दिव्या अग्रवाल, अपर कलेक्टर अवध राम टंडन, एसडीएम प्रकाश चंद्र कोरी, सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार अवस्थी सहित विभिन्न विभागों क़े जिला अधिकारी मौजूद थे।क्रमांक /97
- बलौदाबाजार / महिला उत्पीड़न जांच समिति गठन क़े निरीक्षण क़े नाम पर व्यापारियों से पैसा उगाही क़े मामले में आरोपी श्रम निरीक्षक क़े साथ मौक़े पर मौजूद दो श्रम उप निरीक्षक एवं एक प्लेसमेंट श्रम कल्याण उप निरीक्षक को अपर श्रमायुक्त द्वारा नोटिस जारी कर 3 दिवस में स्पष्टीकरण मांगा गया है।जारी नोटिस क़े अनुसार जांच समिति की रिपोर्ट में श्रम पदाधिकारी कार्यालय बलौदाबाजार द्वारा पॉस एक्ट के तहत आंतरिक परिवाद समिति के गठन करवाये जाने वाले दल में सम्मिलित श्रम निरीक्षक रामचरण कौशिक के द्वारा गुमाश्ता लायसेंस एवं पॉस समिति के गठन के नाम पर भयादोहन करते हुए राशि की अवैध वसूली किया जाना पाया गया है।उक्त श्रम विभागीय दल में श्रम उप निरीक्षक अभय दुबे, कोमल सिंह मरावी एवं श्रम कल्याण निरीक्षक (प्लेसमेंट )कार्तिकेय दुबे भी विभिन्न संस्थानों की जाँच के समय में सम्मिलित रहे और अपने दल के साथी को व्यापारियों से किये जा रहे अभद्र व्यवहार एवं अवैध वसूली को नहीं रोका जाना पाया गया।इस सम्बन्ध में तीनो उप निरीक्षक से स्पष्टीकरण 3 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने कहा गया है कि क्यों न श्रम निरीक्षक रामचरण कौशिक के अवैधानिक कृत्य में आपको भी भागीदार मानते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जाए।
- -सूरजपुर में 11 करोड़ 39 लाख रुपये की लागत से दो सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ग्रामीण अंचलों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी दिशा में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से सूरजपुर जिले के ग्रामीणों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करते हुए कुल 11 करोड़ 39 लाख 63 हजार रुपये (1,139.63 लाख रुपये) की लागत से दो प्रमुख सड़कों के निर्माण कार्यों का आज भूमि पूजन एवं शुभारंभ किया गया।पहला निर्माण कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग-43 से नया कृष्ण मंदिर होकर सिलफिली बनारस रोड तक (5.20 किमी) का है, जिस पर 6 करोड़ 90 लाख 68 हजार रुपये की लागत स्वीकृत की गई है।दूसरा निर्माण कार्य एनएच-43 से नावापारा दुर्गाबाड़ी होकर रवीन्द्र नगर (3.96 किमी) तक सड़क निर्माण का है, जिसकी लागत 4 करोड़ 48 लाख 95 हजार रुपये है।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि इन सड़कों के निर्माण से सैकड़ों ग्रामीण परिवारों को आवागमन की सुविधा, व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि और जीवन स्तर में सुधार मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार गांव-गांव तक पक्की सड़क और विकास पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।भूमिपूजन कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी और ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सड़कों की स्वीकृति से क्षेत्र में हर्ष और उत्साह का माहौल रहा।
- -स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने लिया संज्ञान; बी.पी.एल. मरीजों के लिए निःशुल्क जांच, अन्य मरीजों को शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर पर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देशरायपुर। डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) में आने वाले मरीजों को सीटी स्कैन एवं एमआरआई जांच में आ रही कठिनाइयों को देखते हुए माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस विषय में स्वतः संज्ञान लिया है। स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मरीज हित में फैसला लेते हुए आगामी सामान्य परिषद् की बैठक तक के लिए चिकित्सालयों में आने वाले बी.पी.एल. राशनकार्डधारी ओपीडी मरीजों को निःशुल्क सीटी स्कैन एवं एमआरआई जांच सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, ऐसे अन्य ओपीडी मरीज जो बी.पी.एल. श्रेणी में नहीं आते हैं, उन्हें शासन/विभाग द्वारा निर्धारित न्यूनतम दरों पर यह जांच सुविधा प्राप्त होगी।अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री का यह निर्णय ओपीडी स्तर पर जांच सुविधाओं को सुलभ एवं किफायती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा है कि - इन आदेशों का पालन सुनिश्चित करते हुए किसी भी मरीज को जांच सुविधा में असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाये। विदित हो कि प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल के रेडियोडायग्नोसिस विभाग में सीटी स्कैन - एमआरआई जांच की अत्याधुनिक मशीनें स्थापित हैं जिसके कारण प्रतिदिन यहां पर काफी संख्या में मरीज इन मशीनों से जांच सुविधा का लाभ उठाने आते हैं परंतु विगत कुछ दिनों से आयुष्मान योजना पोर्टल के जरिए ओपीडी में इन जांचों हेतु ब्लॉकिंग सुविधा में दिक्कत आ रही थी जिसे देखते हुए माननीय स्वास्थ्य मंत्री ने लोकहित में निर्णय लेते हुए गरीब मरीजों की जांच निशुल्क करने हेतु दिशा- निर्देश जारी किए हैं।
- रायपुर। राजभवन में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर आज अधिकारियों-कर्मचारियों ने ईमानदारी और पारदर्शिता के प्रति शपथ ली। यह सप्ताह 27 अक्टूबर से 02 नवम्बर 2025 तक मनाया जा रहा है। कार्यक्रम में राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री भीष्म प्रसाद पाण्डेय ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को ‘‘सतर्कता हमारी साझा जिम्मेदारी‘‘ के लिए शपथ दिलाई। इस अवसर पर राजभवन की उप सचिव सुश्री निधि साहू सहित राजभवन के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। सतर्कता जागरूकता सप्ताह का उद्देश्य प्रशासनिक कार्याे में पारदर्शिता, निष्ठा और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था को बढ़ावा देना है।
- -भक्तिन बांध एवं झिरिया बांध को पर्यटन स्थल क़े रूप में विकसित करने एवं रोजगार सृजन हेतु निर्देशबलौदाबाजार /वनमण्डलाधिकारी गणवीर धम्मशील ने सोमवार को भक्तिन बांध अमरूवा, बांस प्रसंस्करण केंद्र अमरूवा एवं झरिया बांध गोलझर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने क्षेत्र में पर्यटन विकास की संभावनाओं, रोजगारमूलक गतिविधियों पर जोर दिया।वनमण्डलाधिकारी ने समिति सदस्यों को निर्देशित किया कि क्षेत्र में उपलब्ध प्राकृतिक एवं सामुदायिक संसाधनों का उपयोग कर स्थानीय स्तर पर पर्यावरण-अनुकूल आजीविका और इको-टूरिज्म आधारित गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए।इसके साथ ही उन्होंने अमरुवा में स्व-सहायता समूहों को मछली पालन, मुर्गी पालन जैसी रोजगारमूलक गतिविधियाँ वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से संचालित करने के निर्देश दिए जिससे स्थानीय समुदायों की आयवृद्धि के साथ-साथ संसाधनों का सतत उपयोग सुनिश्चित हो सके।निरीक्षण के दौरान भक्तिन बांध अमरूवा और झरिया बांध गोलझर को पर्यटन दृष्टि से विकसित करने हेतु प्रस्तावित गतिविधियाँ जैसे नेचर ट्रेल, बर्ड वॉचिंग पॉइंट, सामुदायिक विश्राम स्थल एवं स्थानीय उत्पाद बिक्री केंद्र स्थापित करने के सुझाव भी दिए गए।वन परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर संतोष कुमार पैकरा ने क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति, संसाधन संभावनाएँ एवं वर्तमान गतिविधियों की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर संतोष कुमार पैकरा सहित सभी वनकर्मी, संबंधित वन समिति सदस्य एवं स्थानीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
- -20 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से आर्चरी सेंटर होगी स्थापित-क्षेत्र के युवाओं को तीरंदाजी के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मिलेगा लाभजशपुर नगर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कैम्प कार्यालय बगिया जशपुर में बगीचा विकास खंड के तहसील सन्ना पंडरा पाठ में तीरंदाजी अकादमी बनाने के लिए एनटीपीसी के साथ एग्रीमेंट किया। सीएसआर फंड से 20 करोड़ 53 लाख की लागत से तीरंदाजी अकादमी बनाया जाएगा।इस अवसर पर कलेक्टर श्री रोहित व्यास एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक मानव संसाधन श्री बिलाश मोहंती उप महाप्रबंधक श्री निशांत बंसल, वरिष्ठ प्रबंधक विधी गैरिक गुरु डिप्टी कलेक्टर समीर बड़ा उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज एनटीपीसी द्वारा आर्चरी सेंटर स्थापित किये जाने के लिए 20 करोड़ 53 लाख रुपए की राशि सीएसआर के माध्यम से दी जा रही है मुझे इस बात की खुशी है।उन्होंने कहा की जशपुर क्षेत्र के युवाओं में तीरंदाजी के लिए बड़ी संभावनाएं हैं। इसके लिए सेंटर आरंभ होने से युवाओं को काफी सुविधा होगी। वर्ष 2036 में भारत ने ओलंपिक खेलों के लिए दावेदारी प्रस्तुत की है। हमारी कोशिश होगी कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी भी अधिकतम संख्या में राष्ट्रीय टीम में हिस्सा लेकर पदक जीतें। यह तब संभव होगा जब हम आर्चरी सेंटर की तरह ही नये प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करेंगे, यहां प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को चिन्हांकित कर उन्हें हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने यह भी घोषणा की है कि जो खिलाड़ी ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त करेंगे, उन्हें तीन करोड़ रुपए दिये जाएंगे। ऐसे ही रजत पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को 2 करोड़ रुपए एवं कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपए दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने लंबित राज्य खेल अलंकरण समारोह पुनः आयोजित कराए और इसके माध्यम से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सम्मानित करने की बात कही । उन्होंने कहा कि हमने खेलो इंडिया के नये सेंटर प्रदेश में आरंभ किये हैं। हमारी कोशिश है कि जनजातीय क्षेत्रों में खेलों की अधोसंरचना का विशेष रूप से विकास हो।हमारा देश हमेशा से तीरंदाजी में अग्रणी स्थिति में रहा है। महाभारत और रामायण जैसे हमारे पवित्र ग्रंथों के नायक भी इस विधा में कुशल रहे हैं इसी परंपरा में आगे बढ़ते हुए प्रशिक्षित खिलाड़ी तैयार करें।उल्लेखनीय है कि सन्ना पंडरापाठ में 10.27 एकड़ भूमि में अकादमी बनाया जाएगा जहां आउटडोर तीरंदाजी रेंज, खिलाड़ियों के लिए छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर खिलाड़ियों की सुविधा के लिए भवन, जैविक खेती के लिए छायादार नर्सरी, पुस्तकालय, चिकित्सा केंद्र,कौशल विकास केन्द्र, हर्बल वृक्षारोपण, मैदान आदि शामिल हैं। आर्चरी एक खेल और कला है जिसमें धनुष और बाण का उपयोग करके लक्ष्य पर निशाना लगाया जाता है। यह एक प्राचीन गतिविधि है। धनुष यह एक लचीली वस्तु होती है जिससे बाण को छोड़ा जाता है। बाण नुकीला तीर जिसे लक्ष्य पर छोड़ा जाता है।लक्ष्य जिस पर निशाना लगाया जाता है, आमतौर पर एक गोल आकृति होती है जिसमें अलग-अलग रंग और स्कोर क्षेत्र होते हैं। निशाना लगाने की तकनीक इसमें एकाग्रता, संतुलन और शरीर की स्थिरता बहुत ज़रूरी होती है। भारत में आरचेरी का गहरा इतिहास है। महाभारत और रामायण में भी धनुर्विद्या का उल्लेख है। आधुनिक खेलों में भारत के खिलाड़ी जैसे दीपिका कुमारी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है।
- -5350 मीटर की ऊंचाई पर ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग और आइस क्लाइंबिंग का अद्भुत अनुभव-मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया सम्मानितजशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के साहसी युवाओं ने अपने हौसले, अनुशासन और अटूट इच्छाशक्ति के बल पर हिमालय की ऊंचाइयों को छू लिया। हिमाचल प्रदेश में आयोजित ट्राइबल अल्पाइन एक्सपीडिशन हिमालय 2025 में जिले के पर्वतारोहियों ने दुहांगन वैली की कठिन चोटियों को पार करते हुए 5350 मीटर की ऊंचाई तक सफल चढ़ाई की। इस अद्भुत उपलब्धि ने न केवल जशपुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।इस अभियान के दौरान दल के सदस्यों ने ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग और आइस क्लाइंबिंग जैसी चुनौतीपूर्ण गतिविधियों में अपनी दक्षता और साहस का शानदार प्रदर्शन किया। यह दल जिला प्रशासन जशपुर के सहयोग से सितम्बर माह में पर्वतारोहण के लिए रवाना हुआ था। टीम का नेतृत्व स्वप्निल राचिलवाल ने किया, जबकि दल के अन्य सदस्य रवि कुमार सिंह, रूसनाथ भगत, तेजल भगत, सचिन कुजूर और प्रतीक नायक रहे।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को सीएम कैंप कार्यालय बगिया में इन पर्वतारोहियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनके साहस व संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि जशपुर के युवाओं ने यह साबित किया है कि दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन और आत्मविश्वास से हर ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस उपलब्धि से जिले के आदिवासी युवा एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रति जागरूक होंगे और भविष्य में साहसिक खेलों में भागीदारी के लिए प्रेरित होंगे। इस अवसर पर कलेक्टर रोहित व्यास, डिप्टी कलेक्टर समीर बड़ा सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।पर्वतारोही दल के सदस्यों ने हिमालय अभियान से लौटने के बाद अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि शासन के सहयोग से जशपुर जैसे वनांचल क्षेत्र के युवाओं को हिमालय जैसी ऊंचाईयों तक पहुंचने और वहां ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग, आइस क्लाइंबिंग जैसी गतिविधियों में भागीदारी करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि यह अनुभव जीवनभर प्रेरणा देता रहेगा और जिले के अन्य युवाओं को भी एडवेंचर स्पोर्ट्स की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाएगा।दल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शासन और प्रशासन के सहयोग तथा प्रोत्साहन से ही वे इस ऐतिहासिक उपलब्धि को प्राप्त कर सके।जनजातीय हिमालय पर्वतारोहण अभियान 2025 की शुरुआत एक स्थानीय प्रशिक्षण पहल के रूप में हुई थी, जो सामूहिक सहयोग, विश्वास और जशपुर प्रशासन के समर्थन से एक सशक्त अभियान के रूप में विकसित हुई। इस पहल ने युवाओं में आत्मविश्वास, साहस और रोमांच की भावना को नई उड़ान दी है।यह पर्वतारोहण अभियान सिर्फ कुछ युवाओं की यात्रा नहीं, बल्कि पूरे जशपुर जिले की सामूहिक उपलब्धि है—एक ऐसा गौरवपूर्ण अध्याय जिसने यह साबित कर दिया कि छोटे से जिले के युवा भी हिमालय की ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
- रायपुर । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में सोमवार को सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 का शुभारंभ हुआ। “सतर्कता : हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर आयोजित यह सप्ताह 27 से 31 अक्टूबर 2025 तक चलेगा। कार्यक्रम का उद्देश्य संस्थान के शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों में पारदर्शिता, ईमानदारी तथा भ्रष्टाचार के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना है।उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एन. वी. रमना राव, निदेशक, एनआईटी रायपुर रहे। इस अवसर पर रजिस्ट्रार, सभी डीन, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। यह कार्यक्रम डॉ. प्रभात दीवान, मुख्य सतर्कता अधिकारी, एनआईटी रायपुर के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है।कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” के गायन से हुई। तत्पश्चात डॉ. प्रभात दीवान ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि सप्ताह के दौरान विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी जिनमें विशेषज्ञ व्याख्यान, निबंध लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं नुक्कड़ नाटक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह सप्ताह हमें भ्रष्टाचार से दूर रहने और एक नैतिक तथा प्रगतिशील राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने की प्रेरणा देता है।अपने उद्बोधन में प्रोफेसर रमना राव ने सभी सदस्यों से भ्रष्टाचार के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभाने और पारदर्शिता, नैतिक आचरण तथा सुशासन को संस्थागत संस्कृति का हिस्सा बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार से लड़ना केवल कुछ लोगों की नहीं, बल्कि हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। हमें न केवल भ्रष्टाचार का विरोध करना चाहिए, बल्कि उसके प्रति मौन रहना भी उचित नहीं है।”कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों ने निदेशक के नेतृत्व में सत्यनिष्ठा की शपथ ली और भ्रष्टाचारमुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लिया। समारोह का समापन राष्ट्रगान “जन गण मन” के गायन के साथ हुआ।सप्ताह भर चलने वाले इस आयोजन के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभागियों में जागरूकता का प्रसार किया जाएगा। सप्ताह के अंतिम दिन समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा।
- भिलाई । सार्वजनिक क्षेत्र के महारत्न उपक्रम, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के भिलाई इस्पात संयंत्र में ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025’ का औपचारिक शुभारंभ सोमवार को संयंत्र के मानव संसाधन विकास (एचआरडी) केन्द्र में हुआ। केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा 27 अक्टूबर से 2 नवम्बर 2025 तक आयोजित हो रहे इस वर्ष के सतर्कता जागरूकता सप्ताह की थीम “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” निर्धारित की गई है। इस अवसर पर सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री चित्त रंजन महापात्र मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। श्री महापात्र ने भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशकगण, मुख्य महाप्रबंधकगण, वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य महाप्रबंधक (सतर्कता) एवं अतिरिक्त मुख्य सतर्कता अधिकारी (एसीवीओ) श्री सुनील सिंघल ने अतिथियों का स्वागत किया तथा उपस्थित जनों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने संयंत्र में 18 अगस्त से 17 नवम्बर 2025 तक चल रहे तीन माह के सतर्कता जन-जागरूकता अभियान की रूपरेखा पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम में छात्रा कुमारी नलिनी डड़सेना (कक्षा 10वीं, एसएसएस-10) तथा छात्र श्री सी. एच. पवन कल्याण (कक्षा 12वीं, भिलाई विद्यालय, सेक्टर-2) ने इस वर्ष की थीम “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” पर अपने विचार प्रस्तुत किए, जिन्हें उपस्थित जनों ने सराहा।मुख्य अतिथि श्री महापात्र ने विद्यार्थियों के विचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में नैतिक उत्कृष्टता और सत्यनिष्ठा का पालन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि यह वर्षभर सतर्कता, सुरक्षा और स्वच्छता के प्रति निरंतर संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने संयंत्र के सतर्कता विभाग द्वारा प्रिवेंटिव विजिलेंस (निवारक सतर्कता) की संस्कृति को सुदृढ़ करने हेतु किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।इस अवसर पर भारत के माननीय राष्ट्रपति, माननीय उपराष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री तथा केन्द्रीय सतर्कता आयोग के संदेश क्रमशः महाप्रबंधक (सतर्कता) सुश्री रेणु गुप्ता, महाप्रबंधक (सतर्कता) सुश्री दीप्ति राज, उप महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री नौशाद तथा वरिष्ठ प्रबंधक (सतर्कता) श्री अनुराग मित्तल द्वारा वाचन किए गए। कार्यक्रम का संचालन उप महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री अंशुमान सिंह ने किया तथा अंत में महाप्रबंधक (सतर्कता) सुश्री रेणु गुप्ता ने उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री ए. के. चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) श्री प्रवीण निगम, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री पी. के. सरकार, कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री अरुण कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) श्री तापस दासगुप्ता तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. विनीता द्विवेदी सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
- रायपुर। एम्स रायपुर में 25 अक्टूबर 2025 को “भारत में अंगदान और ज़ीनोट्रांसप्लांटेशन (Xenotransplantation) बढ़ाने के उपाय” विषय पर एक ज्ञानवर्धक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान डॉ. दिपांकर भौमिक, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, नेफ्रोलॉजी विभाग, एम्स नई दिल्ली द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने भारत में अंगदान दर बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया और ज़ीनोट्रांसप्लांटेशन के उभरते क्षेत्र पर प्रकाश डाला।डॉ. भौमिक ने बताया कि भारत में हर वर्ष लगभग पाँच लाख लोगों को अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है, किंतु मृतक अंगदाता दर विश्व में सबसे कम है—लगभग 0.5 प्रति मिलियन जनसंख्या, जबकि स्पेन में यह 48 प्रति मिलियन और अमेरिका में उससे भी अधिक है। भारत अंग प्रत्यारोपण में तीसरे स्थान पर है, परंतु अधिकांश दाता जीवित व्यक्ति हैं। उन्होंने जनजागरूकता, मीडिया के माध्यम से प्रचार, और स्कूल-कॉलेजों में शिक्षा के ज़रिए मृतक अंगदान को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता बताई।उन्होंने अस्पताल के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने, ब्रेन डेथ की घोषणा पर प्रशिक्षण, और शोक परामर्श (Grief Counselling) की व्यवस्था की जरूरत पर बल दिया। साथ ही उन्होंने अंगदान करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने और धार्मिक एवं सामुदायिक नेताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की भी अपील की।ज़ीनोट्रांसप्लांटेशन के बारे में चर्चा करते हुए, डॉ. भौमिक ने बताया कि CRISPR-Cas जीन संपादन तकनीक जैसी वैज्ञानिक प्रगतियों ने इस क्षेत्र में नई रुचि जगाई है। 2024 में मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल में किए गए पहले सफल सूअर-से-मनुष्य गुर्दा प्रत्यारोपण ने नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत को इस तकनीक को अपनाने से पहले नैतिकता, जैव-सुरक्षा और नियामक ढांचे से संबंधित चुनौतियों को संबोधित करना होगा।लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त), कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ, एम्स रायपुर ने बताया कि संस्थान ने अब तक 68 गुर्दा प्रत्यारोपण और 91 नेत्र कॉर्नियल प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किए हैं। हाल ही में एक विशेष किडनी ट्रांसप्लांट वार्ड का उद्घाटन किया गया है, और अब हृदय तथा अस्थि-मज्जा प्रत्यारोपण इकाइयों के उन्नयन का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने नेफ्रोलॉजी विभाग को इस महत्वपूर्ण और विचारोत्तेजक व्याख्यान के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
- रायपुर। सचिव सह आबकारी आयुक्त सुश्री आर संगीता, कलेक्टर रायपुर श्री गौरव सिंह के निर्देश एवं प्रभारी उपायुक्त आबकारी रायपुर श्री राजेश शर्मा के मार्गदर्शन में 25 अक्टूबर 2025, को अवैध रूप से मदिरा परिवहन की सूचना पर रिंग रोड नंबर 01 रायपुरा में एक संदिग्ध वाहन को रोककर तलाशी लेने पर वाहन में रखे बैग से 70 नग पाव विदेशी मदिरा जम्मू स्पेशल व्हिस्की बरामद किया गया।उक्त मदिरा को जप्त कर आरोपी वाहन चालक तौफिक शेख के विरुद्ध छ.ग.आब.अधिनियम 1915 की धारा 34(2) के तहत प्रकरण कायम कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया एवं मदिरा परिवहन में प्रयुक्त दुपहिया वाहन को जप्त किया गया। उक्त कार्यवाही जेबा खान सहायक जिला आबकारी अधिकारी द्वारा की गई ।कार्यवाही में श्री रविशंकर पैकरा सहायक जिला आबकारी अधिकारी एवं श्री रविन्द्र देवांगन आबकारी आरक्षक, का योगदान रहा।
- 0- विशेष लेख- महासमुंद जिले में स्थित सिरपुर (श्रीपुर)रायपुर। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में स्थित सिरपुर (श्रीपुर) केवल एक पुरातात्त्विक स्थल ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों का जीवंत प्रतीक है। यह नगर महान सम्राट महाशिवगुप्त बालार्जुन की राजधानी रहा है और अपनी स्थापत्य कला, बौद्ध धरोहरों तथा प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।संस्कृति मुस्कुराती है और अध्यात्म सांस लेता हैसिरपुर का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों और अभिलेखों में मिलता है। यहाँ भगवान शिव, विष्णु, बुद्ध और जैन धर्म के उपासना स्थलों के अवशेष मिले हैं। 7वीं शताब्दी में चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी सिरपुर का उल्लेख अपनी यात्राओं में किया है, जिससे इसकी अंर्तराष्ट्रीय ख्याति सिद्ध होती है। यह नगर धार्मिक सहिष्णुता और कला का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है। यहाँ 22 शिव मंदिर, 5 विष्णु मंदिर, 3 जैन विहार और एक विशाल बौद्ध विहार के अवशेष प्राप्त हुए हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा सिरपुर में लगातार संरक्षण और मरम्मत का कार्य किया जा रहा है जिससे इसकी ऐतिहासिक गरिमा बनी रहे। डिजिटल टूर, क्यूआर कोड आधारित जानकारी और थ्रीडी गाइडेंस सिस्टम जैसी आधुनिक तकनीकों का भी उपयोग हो रहा है।संस्कृति मुस्कुराती है और अध्यात्म सांस लेता हैसिरपुर बौद्ध, जैन और हिन्दू स्थापत्य कला का त्रिवेणी संगम है। यहां स्थित लक्ष्मण मंदिर भारत का पहला ईंटों से निर्मित मंदिर है जो वास्तुकला का अनुपम उदाहरण है। आनंदप्रभु कुटीर विहार बौद्ध भिक्षुओं का प्रमुख केंद्र है, जहाँ चीन से आए भिक्षु रह चुके हैं। गंधेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित मंदिर है, जिसमें अनेक मूर्तियाँ और सांस्कृतिक प्रतीक हैं। 1872 में अलेक्जेंडर कनिंघम द्वारा सिरपुर के अवशेषों की खोज की गई थी। इसके बाद यहाँ अनेक उत्खनन कार्य हुए, जिनमें बुद्ध, विष्णु, शिव और जैन परंपराओं के असंख्य साक्ष्य मिले। चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के विद्वान भी सिरपुर को एशिया की बौद्ध धरोहरों में महत्वपूर्ण स्थान मानते हैं। हर वर्ष आयोजित होने वाला सिरपुर महोत्सव छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। इसमें देश-विदेश के कलाकार शास्त्रीय नृत्य, संगीत और नाट्य प्रस्तुतियाँ देते हैं। यहाँ ईको-ट्रेल, हस्तशिल्प बिक्री केंद्र और स्थानीय भोजनालयों की योजनाएँ चलाई जा रही हैं, ताकि स्थानीय समुदाय को रोजगार मिले और पर्यटन को बढ़ावा मिले। विद्यार्थियों के लिए सिरपुर की ऐतिहासिक धरोहरों पर आधारित पाठ्यक्रम भी प्रारंभ किया गया है।साय सरकार ने सिरपुर को विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। विजन 2047 के तहत आधुनिक बुनियादी ढांचा, सड़क, प्रकाश व्यवस्था और अंर्तराष्ट्रीय स्तर का पर्यटक कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। सिरपुर की पुरातात्त्विक संरचनाओं को संरक्षित रखने के लिए अत्याधुनिक तकनीकें अपनाई जा रही हैं। सिरपुर केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक है। यहाँ के मंदिर, विहार, मूर्तियाँ और जीवंत परंपराएँ हमें यह सिखाती हैं कि भारत की संस्कृति, सहिष्णुता, कला और ज्ञान का संगम है। सिरपुर सचमुच वह स्थान है जहाँ इतिहास बोलता है, संस्कृति मुस्कुराती है और अध्यात्म सांस लेता है।
- बलौदाबाजार / राज्य स्थापना दिवस क़े अवसर पर सम्पूर्ण प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना क़े हितग्राहियों का सामूहिक गृह प्रवेश कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।राज्योत्सव स्थल, नवा रायपुर अटल नगर में आयोजित राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सांकेतिक रूप से 3.51 लाख हितग्राहियो का गृह प्रवेश कराया जाएगा जिसमें 20115 हितग्राही बलौदाबाजार भाटापारा जिले क़े शामिल है।प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत मार्च 2025 से अब तक राज्य में 3.51 लाख से अधिक पक्के आवासों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिसमे से जिला बलौदाबाजार में 20115 आवासो का निर्माण पूर्ण कराया गया है। 1 नवंबर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सम्पूर्ण राज्य में सामूहिक गृहप्रवेश कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान सभी नवनिर्मित घरों में रंगोली, साज सज्जा, दीप प्रज्ज्वलित कर पारंपरिक रीति रिवाजों से गृह प्रवेश कराया जाएगा। इस अवसर पर हितग्राहियों को यथासंभव आभार पत्र खुशियों की चाबी या स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा। जिला पंचायत सीईओ सुश्री दिव्या अग्रवाल ने बताया कि कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिला में सामूहिक गृह प्रवेश कार्यक्रम को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए रोजगार सहायक, आवासमित्र एवं समूह की दीदियों को जिम्मेदारी दी गई है।
- बलौदाबाजार, / व्यापारियों से पैसा वसूलने क़े मामले में त्वरित एवं बड़ी कार्रवाई करते हुए श्रमायुक्त द्वारा भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते श्रम निरीक्षक रामचरन कौशिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा गठित जांच समिति की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पाया गया कि श्रम पदाधिकारी बलौदाबाजार में पदस्थ श्रम निरीक्षक रामचरन कौशिक द्वारा कार्यक्षेत्र में भ्रमण के दौरान कथित रूप से अवैध वसूली और अनियमितताएं की गई हैं। श्रम आयुक्त, छत्तीसगढ़ द्वारा रिपोर्ट क़े आधार पर श्रम निरीक्षक रामचरन कौशिक को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम-9 के तहत निलंबित किया गया है।निलंबन अवधि के दौरान श्री कौशिक को जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी तथा निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय श्रमायुक्त कार्यालय, नवा रायपुर, अटल नगर निर्धारित किया गया है।
- - प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिए की छठी मईया से कामनारायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सोमवार को छठ पर्व के अवसर पर सूरजपुर जिले के भटगांव स्थित शिव मंदिर और हनुमान मंदिर के पास बने छठ घाट पर पहुँचकर श्रद्धा और भक्ति के साथ सूर्य देव को संध्या अर्घ्य अर्पित किया। उन्होंने पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की मंगलकामना की।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने घाट पर उपस्थित व्रतियों से आत्मीय भेंट की और उन्हें नारियल एवं फल भेंट कर छठी मईया से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने छठ पूजा को भारतीय संस्कृति का अद्भुत पर्व बताते हुए कहा कि यह पर्व आस्था, पर्यावरण और परिवार के सामूहिक बंधन का प्रतीक है।श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती विविधता में एकता और लोक परंपराओं की समृद्धि के लिए जानी जाती है। यहाँ हर पर्व सामाजिक एकता और महिला शक्ति के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। छठ पूजा में महिलाओं की आस्था और तप का जो स्वरूप देखने को मिलता है, वह समाज को अनुशासन, निष्ठा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिक, महिला समूहों की सदस्याएँ तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। वातावरण ‘छठी मईया के जयकारों’ से गूंज उठा।
- -राज्योत्सव पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी करेंगे संग्रहालय का लोकार्पणरायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने सोमवार को अटल नगर नवा रायपुर में आदिवासी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान परिसर में शहीद वीर नारायण सिंह जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी स्मारक सह-संग्रहालय का जायजा लिया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के अवसर पर देश के इस पहले डिजिटल संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे। राज्यपाल श्री डेका ने लोकार्पण के तैयारियों के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन दिया।राज्यपाल श्री डेका ने परिसर में स्थापित आदिवासी संग्रहालय का भी अवलोकन किया जहां प्रदेश के विभिन्न जनजातियों की संस्कृति, परंपराओं, रहन-सहन, आभूषण, उनकी आजीविका के साधन सहित उनके जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को जीवंत रूप से प्रदर्शित किया गया है। राज्यपाल ने संग्रहालय की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ के जनजातियों की परंपरा, संस्कृति, असम राज्य के जनजातियों से मिलती जुलती है।राज्यपाल ने डिजिटल संग्रहालय के अवलोकन के दौरान एआई तकनीक से कियोस्क पर क्लिक कर अपनी जनजातीय फोटो भी निकलवाई साथ ही एआई तकनीक से प्रधानमंत्री के साथ फोटो भी खिंचवाए।अवलोकन के दौरान के अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने दोनों संग्रहालयों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्मारक सह-संग्रहालय छत्तीसगढ़ के जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर गहराई से अध्ययन व रिसर्च के बाद वीएफएक्स तकनीक और प्रोजेक्शन वर्क के साथ तैयार किया जा रहा है। दर्शक संग्रहालय में आकर जनजातीय विद्रोह को जीवंत महसूस कर सकेंगे। राज्यपाल श्री डेका ने परिसर में एक पेड़ मां के नाम पर महुवा के पौधे लगाए। राज्यपाल को छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता संग्राम के आदिवासी जननायकों पर आधारित आदि विद्रोह पुस्तक की प्रति एवं जनजातीय संस्कृति पर आधारित पेंटिंग भेंट की गई।इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर.प्रसन्ना, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, जनजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान की संचालक श्रीमती हिना अनिमेेष नेताम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।




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