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- बुलंदशहर ।. बुलंदशहर जिले में सोमवार तड़के एक ट्रक ने तीर्थयात्रियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को टक्कर मार दी, जिससे दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई और 43 अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि यह दुर्घटना बुलंदशहर-अलीगढ़ सीमा पर अरनिया बाईपास के पास भोर में दो बजे के बाद हुई। एक कैंटर ट्रक ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे वह पलट गई। सिंह ने बताया, ‘‘ट्रैक्टर-ट्रॉली में 61 लोग सवार थे जो कासगंज जिले के रफातपुर गांव से राजस्थान के जाहरपीर में तीर्थयात्रा के लिए जा रहे थे।'' उन्होंने बताया कि पीड़ितों को एक निजी अस्पताल सहित कई अस्पतालों में ले जाया गया।एसएसपी ने कहा, ‘‘इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 43 का उपचार हो रहा है। तीन घायलों को वेंटिलेटर पर रखा गया है।'' पुलिस ने बताया कि 10 यात्री मामूली रूप से घायल हुए हैं। पीड़ितों में 10 को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज, 10 बुलंदशहर जिला अस्पताल और 23 को खुर्जा के कैलाश अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान ट्रैक्टर चालक ईयू बाबू (40), रामबेटी (65), चांदनी (12), घनीराम (40), मोक्षी (40), शिवांश (छह), योगेश (50) और विनोद (45) के रूप में हुई है, जो सभी कासगंज जिले के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि 43 घायलों में 12 की उम्र 18 वर्ष से कम है।पुलिस ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। जिलाधिकारी श्रुति ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बूंदाबांदी के बीच घटनास्थल का दौरा किया और बाद में अस्पताल में घायल मरीजों की कुशल क्षेम पूछी। पुलिस ने बताया कि हरियाणा में पंजीकृत ट्रक को जब्त कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने विशेष आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए महिलाओं की एक कमांडो टीम बनाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। नागरिक हवाईअड्डों की सुरक्षा संभालने वाले विमानन सुरक्षा समूह (एएसजी) में तैनात 100 महिला कर्मियों के पहले दल को इस विशेष कार्य के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सीआईएसएफ की प्रमुख जिम्मेदारी 69 नागरिक हवाईअड्डों, दिल्ली मेट्रो और सरकारी व निजी क्षेत्र के कई अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करना है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के बरवहा स्थित प्रशिक्षण केंद्र में महिला कर्मियों के पहले दल का कमांडो प्रशिक्षण जारी है।'' सीआईएसएस के एक कार्यकारी ने कहा, "आठ सप्ताह के इस उन्नत कमांडो परीक्षण कार्यक्रम में महिला कर्मियों को उच्च सुरक्षा प्रतिष्ठानों और संयंत्रों में त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की जिम्मेदारियां निभाने के लिए तैयार किया जाएगा।" उन्होंने बताया कि इसमें शारीरिक फिटनेस, हथियार चलाने का प्रशिक्षण, तनावपूर्ण परिस्थितियों में गोलीबारी का अभ्यास, दौड़, जंगल में जीवित रहने का प्रशिक्षण और 48 घंटे का आत्मविश्वास बढ़ाने वाला अभ्यास शामिल है, जिसमें प्रतिकूल परिस्थितियों में निर्णय लेने और सामूहिक तौर पर कार्य करने की क्षमता को परखा जाएगा। गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत इस केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में वर्तमान में 12,491 महिलाएं कार्यरत हैं, जो कुल बल का आठ प्रतिशत है। एक अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2026 में 2,400 और महिला कर्मियों की भर्ती की जाएगी और आने वाले वर्षों में भर्ती प्रक्रिया को इस तरह निर्धारित किया जाएगा कि बल में महिलाओं की संख्या लगातार कम से कम 10 प्रतिशत बनी रहे, जैसा कि गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया है।
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गुवाहाटी. ! असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि राज्य में अलग-अलग अभियान के दौरान मादक पदार्थ के तीन संदिग्ध तस्करों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से सात करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की मॉर्फिन और याबा टैबलेट सहित प्रतिबंधित सामग्री जब्त की गई है। शर्मा ने बताया कि श्रीभूमि जिले में दो और कार्बी आंगलोंग में शनिवार को एक अभियान चलाया गया।उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर रविवार को एक पोस्ट में कहा, ‘‘नशीले पदार्थों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। श्रीभूमि पुलिस द्वारा मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए गए दो अलग-अलग अभियानों में कल रात तीन करोड़ रुपये से ज़्यादा कीमत की 20,000 याबा टैबलेट बरामद की गईं।'' मुख्यमंत्री ने बताया कि इस अभियान में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।याबा टैबलेट भारत में अवैध है, क्योंकि इसमें मेथामफेटामीन होता है, जो नियंत्रित पदार्थ अधिनियम के तहत अनुसूची-2 पदार्थ है। शर्मा ने शनिवार शाम को सोशल मीडिया पर एक अन्य पोस्ट में कहा था कि एक संदिग्ध मादक पदार्थ तस्कर को गिरफ्तार किया गया है और उसके पास से चार करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की मॉर्फिन जब्त की गई है। उन्होंने ‘एक्स' पर शनिवार को एक पोस्ट में कहा था, ‘‘छुट्टियों में नशा करने का मन करता है? (लेकिन) असम में ऐसा नहीं होता, क्योंकि हमारी पार्टी की योजनाएं अलग हैं।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कार्बी आंगलांग पुलिस के एक बेहतरीन अभियान में चार करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की 4.1 किलोग्राम मॉर्फिन जब्त की गई है और एक व्यक्ति गिरफ़्तार भी हुआ है। हम खेल बिगाड़ते रहेंगे!''
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अहमदाबाद.। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार का ध्यान युवाओं के लिए रोजगार के अधिकतम अवसर सृजित करने पर है। मोदी ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम को वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधित करते हुए युवाओं से स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर आत्मनिर्भर बनने के देश के प्रयासों का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि केवल ‘ऑपरेशन सिंदूर' ही देशभक्ति नहीं है, बल्कि उन्होंने व्यापारियों से केवल स्वदेशी वस्तुएं बेचने का निर्णय लेने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ‘स्किल इंडिया मिशन' शुरू किया, जिसके तहत करोड़ों युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में कुशल जनशक्ति के रूप में तैयार किया जा रहा है। आज दुनिया का एक बड़ा हिस्सा उम्र बढ़ने की समस्या में फंसा हुआ है; उन्हें युवाओं की जरूरत है और भारत में दुनिया को युवा देने की क्षमता है।'' मोदी ने अहमदाबाद के सरदारधाम फेज-11 में एक बालिका छात्रावास का शिलान्यास करने के बाद कहा, ‘‘अगर आज युवा कुशल हैं, तो उनके लिए रोजगार की अनेक संभावनाएं हैं। वे आत्मनिर्भर बनते हैं, इससे उन्हें शक्ति मिलती है।'' उन्होंने बेटियों की प्रगति में समाज के सहयोग की सराहना की।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में कई बदलाव किए हैं, जिसमें कौशल पर सबसे अधिक जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान ‘स्टार्ट अप इंडिया' और मुद्रा योजना के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार के अधिकतम अवसर पैदा करने पर है। उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत में ‘स्टार्टअप' की संख्या दो लाख के करीब पहुंच गई है। हमने मुद्रा योजना शुरू की। इसके तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए 33 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं। इससे लाखों युवा आत्मनिर्भर बन चुके हैं और दूसरों को भी आत्मनिर्भर बना रहे हैं।'' मोदी ने कहा कि दुनिया भारत के श्रम के साथ-साथ उसकी प्रतिभा को भी महत्व देती है और उसकी अहमियत को समझती है, जिससे विभिन्न देशों में नए अवसर पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे युवा स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और अंतरिक्ष जैसे कई क्षेत्रों में दुनिया को आश्चर्यचकित कर रहे हैं।'' भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने युवाओं से स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल करके देश के प्रयासों में सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘आज की दुनिया में भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा, यानी हमें स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करना होगा। ‘मेक इन इंडिया' के प्रति हमारा उत्साह बढ़ना चाहिए। स्वदेशी आंदोलन हमारे भविष्य को मजबूत करेगा और आपको इसका नेतृत्व करना होगा। हमारे समाज के युवाओं को यह तय करना होगा कि हमारे घर में एक भी विदेशी चीज न आए।'' मोदी ने कहा कि भारत की ताकत ‘मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भरता में निहित है, जो आने वाली पीढ़ियों का भविष्य उज्ज्वल करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘केवल ‘ऑपरेशन सिंदूर' ही देशभक्ति नहीं है बल्कि व्यापारियों को केवल स्वदेशी वस्तुएं बेचने का निर्णय लेना चाहिए।'' मोदी ने कहा कि भारतीय समाज जागरूक हो गया है और उसने अपनी बेटियों के प्रयासों का समर्थन करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज समाज में एक नयी जागृति आई है। वे स्वयं आगे आ रहे हैं और अपनी बेटियों की प्रगति के लिए व्यवस्था कर रहे हैं। गुजरात में जो बीज बोए गए थे, वे आज ‘बेटी बचाओ बेटी केलवणी' जैसी योजनाओं से काफी लाभ हुआ है और इससे समाज को आगे आकर लड़कियों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहन मिला है। मोदी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक और चिंता का विषय है, जिसका समाधान उन्होंने समाज के सहयोग से किया तथा इस सामाजिक बुराई को मिटाने के लिए एक आंदोलन चलाया। उन्होंने कहा कि गुजरात आज धीरे-धीरे बेटे और बेटियों की संख्या में बड़े अंतर को पाटने में सफल हो रहा है। मोदी ने कहा कि देश में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तीकरण सुनिश्चित करने के लिए ऐतिहासिक नीतियों पर काम किया जा रहा है। मोदी ने कहा, ‘‘जब ‘ऑपरेशन सिंदूर' की बात आती है, तो हमें अपनी बेटियों की आवाज सुनने को मिलती है। हम उनकी वीरता के बारे में सुनते हैं। गांवों में लखपति दीदियों की संख्या तीन करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले दो करोड़ तक पहुंच गई। ‘ड्रोन दीदी' ने गांवों में बहनों के प्रति पूरा नजरिया बदल दिया है।'' उन्होंने कहा कि बैंक सखी और बीमा सखी जैसी योजनाएं महिला सशक्तीकरण में मदद कर रही हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं। मोदी ने कहा कि भारत में बुनियादी ढांचे का विकास रिकॉर्ड गति से हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना' के कारण, सौर ऊर्जा प्रणालियां लगाने का बड़ा काम किया जा रहा है। ड्रोन और रक्षा उद्योग भी लगातार आगे बढ़ रहे हैं, और सरकार का मिशन निर्माण पर बड़ा ध्यान है।'' - अहमदाबाद।खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को कहा कि भारत का लक्ष्य 2047 तक खेलों में दुनिया के शीर्ष पांच देशों में शामिल होना है। मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने खेल क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है और इस क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं। मांडविया ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने अगले 10 वर्षों में देश को दुनिया के शीर्ष 10 खेलों में शामिल करने का लक्ष्य रखा है। हमने 2036 में ओलंपिक के लिए दावेदारी पेश की है। 2047 में हम अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाएंगे और प्रधानमंत्री मोदी ने तब तक खेलों की दुनिया के शीर्ष पांच देशों में शामिल होने का लक्ष्य रखा है। '' उन्होंने कहा, ‘‘खेलों में एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए, देश को खेलों में प्रगति दिलाने के लिए हमने एक योजना ‘टारगेट पोडियम ओलंपिक' बनाई और इस योजना के माध्यम से देश के शीर्ष खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ समर्थन मिल रहा है ताकि वे पूरे समर्पण के साथ अपना खेल खेलें। '' मंत्री ने कहा कि समय की मांग है कि देश में एक खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाया जाए और सरकार इसे बनाने के लिए समर्पित है।
- अयोध्या.। इस साल दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या को एक अनूठा उपहार मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर तैयार हो रहे एक भव्य ‘वैक्स म्यूजियम' का लोकार्पण दीपोत्सव के दिन किया जाना प्रस्तावित है। राज्य सरकार द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक, यह संग्रहालय श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के परिक्रमा मार्ग पर 10 हजार वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में बन रहा है। इसमें भगवान राम सहित रामायण के करीब 50 प्रमुख पात्रों की मोम की प्रतिमाएं प्रदर्शित की जाएंगी। इस परियोजना पर अब तक करीब 7.5 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। बयान में कहा गया कि सरकार ने अयोध्या को वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर स्थापित करने के लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की शुरुआत की है और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसमें कहा गया कि इस ‘वैक्स म्यूजियम' के निर्माण से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि यह रामायण के मूल्यों एवं भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर और अधिक प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करेगा। इसमें कहा गया कि यह संग्रहालय अयोध्या के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बयान के अनुसार, परिक्रमा मार्ग पर बन रहा ‘वैक्स म्यूजियम' आधुनिक तकनीक और कला का अनूठा संगम होगा। करीब 10 हजार वर्ग फुट के क्षेत्र में फैले इस संग्रहालय में प्रवेश करते ही पहले भगवान राम का मंदिर मिलेगा। अंदर रामायण के 50 प्रमुख पात्रों की मोम की प्रतिमाएं प्रदर्शित की जाएंगी। इनमें भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव, जटायु जैसे पात्र शामिल होंगे। इसमें कहा गया कि इन प्रतिमाओं को बनाने में महाराष्ट्र की एक संस्था केरल के विशेषज्ञों की सेवाएं ले रही हैं, ताकि पात्रों के भाव, वेशभूषा और ऐतिहासिक संदर्भों को पूरी तरह से जीवंत किया जा सके। बयान के अनुसार, संग्रहालय में रामायण के प्रमुख प्रसंगों को भी दृश्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा, जैसे राम-रावण युद्ध, सीता हरण, हनुमान की लंका यात्रा और राम-सेतु निर्माण। इन दृश्यों को देखकर आगंतुकों को ऐसा प्रतीत होगा मानो वे रामायण काल में पहुंच गए हों। नगरायुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया कि संग्रहालय में आधुनिक तकनीकों जैसे श्रव्य-दृश्य प्रभाव और ‘इंटरैक्टिव डिस्प्ले' का भी उपयोग किया जाएगा, जो बच्चों और युवाओं को विशेष रूप से आकर्षित करेगा। अब तक इस परियोजना पर करीब 7.5 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। संग्रहालय का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है और इसे दीपोत्सव 2025 के अवसर पर जनता के लिए खोलने की योजना है।
- नयी दिल्ली।. दिल्ली के सहकारिता मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की सहकारी संस्थाएं ‘ऑपरेशन सिंदूर' में शामिल सैनिकों के सम्मान में एक समर्पित ‘ब्लड बैंक' स्थापित करेंगी। सिंह ने कहा कि यह पहल न केवल दिल्लीवासियों को लाभान्वित करेगी बल्कि आपात स्थितियों में रक्त की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगी। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष और द्वारका स्थित 'फेडरेशन ऑफ ग्रुप हाउसिंग सोसायटी' के रजत जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय सेना के साहस ने हर नागरिक को गर्व महसूस कराया है। सैनिकों के सम्मान में ब्लड बैंक स्थापित करना उनकी सेवा को सम्मान देने का छोटा सा प्रयास है।'' उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य राष्ट्रीय राजधानी को ‘‘सहकारी क्षेत्र में आदर्श राज्य'' बनाना है। सहकारिता केवल आर्थिक ही नहीं बल्कि सामाजिक सशक्तीकरण का भी माध्यम है। सिंह ने बताया कि दिल्ली में करीब 2,000 ग्रुप हाउसिंग सोसायटी हैं और इनमें सहकारी स्टोर खोले जाएंगे ताकि स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिल सके और ग्रामीण उत्पादों की विपणन व्यवस्था को प्रोत्साहन मिले।
- सिद्धार्थनगर । सिद्धार्थनगर जिले में एक युवक ने अपनी नाबालिग प्रेमिका, उसकी मां और पिता पर चाकू से हमला कर दिया। इस घटना में लड़की के पिता की मौके पर मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि लड़की तथा उसकी मां को गंभीर हालत में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि घटना शनिवार रात नौ बजे मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में उस वक्त हुई जब लड़की, उसकी मां और पिता अपने घर वापस जा रहे थे। आरोपी और लड़की दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक, गांव के रहने वाले युवक का 17 वर्षीय लड़की से प्रेम प्रसंग था। दोनों के इस रिश्ते से घर वाले काफी नाराज थे। इसे लेकर युवक काफी आक्रोशित था। सूत्रों ने बताया कि शनिवार की रात वह पूरी तैयारी के साथ कार लेकर इन लोगों के पास आया और लड़की को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाने का प्रयास करने लगा। इस पर लड़की की मां और पिता ने विरोध किया तो आरोपी ने उन पर चाकू से वार कर दिया। घायल पिता की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसकी मां बुरी तरह घायल हो गई। सूत्रों ने बताया कि इस बीच आरोपी युवक लड़की को गाड़ी से कुछ दूर तक ले गया और फिर उसे भी चाकू मार कर रास्ते में फेंक दिया और भाग गया। अपर पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार प्रसाद में बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और उसने घायल मां और बेटी को तत्काल चिकित्सालय पहुंचाया। लड़की के पिता के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी युवक को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम बनाई गई हैं।
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नयी दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि संसद या विधानसभाएं चर्चाओं और परिचर्चाओं के स्थान हैं, लेकिन संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए विरोध जताने के नाम पर सत्र को चलने नहीं देना ठीक नहीं है। शाह ने यह टिप्पणी ‘ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस' को संबोधित करते हुए की। इससे तीन दिन पहले संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के विरोध प्रदर्शनों के बाद बार-बार व्यवधान और स्थगन के कारण बहुत कम कामकाज हो पाया। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि जब संसद में सीमित चर्चा-परिचर्चा होती है, तो राष्ट्र निर्माण में सदन का योगदान प्रभावित होता है। उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में चर्चा-परिचर्चा होनी ही चाहिए, लेकिन किसी के संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए विरोध जताने के नाम पर सदन को चलने न दिया जाए, यह ठीक नहीं है।” शाह ने कहा, ‘‘विपक्ष को हमेशा संयमित रहना चाहिए। विरोध जताने के नाम पर अगर सदन को दिन-प्रतिदिन या सत्र-दर-सत्र चलने नहीं दिया जाएगा, तो यह ठीक नहीं है। देश को इस पर विचार करना होगा, लोगों को इस पर विचार करना होगा और निर्वाचित प्रतिनिधियों को इस पर विचार करना होगा।'' शाह ने कहा कि सभी परिचर्चाओं में कुछ न कुछ सार्थकता होनी चाहिए और सभी को अध्यक्ष पद की गरिमा व सम्मान बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें जनता के मुद्दों को उठाने को लेकर एक निष्पक्ष मंच प्रदान करने के लिए काम करना चाहिए। सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों के तर्क निष्पक्ष होने चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सदन का संचालन संबंधित सदन के नियमों और विनियमों के अनुसार हो।'' हस्तिनापुर में महाभारत की पात्र द्रौपदी के अपमान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जब भी सदन की गरिमा से समझौता हुआ है, देश को भयावह परिणाम देखने को मिले हैं। गृह मंत्री ने स्वतंत्रता के बाद से भारत की लोकतांत्रिक परंपरा की सराहना की और कहा कि यहां लोकतंत्र की जड़ें इतनी गहरी हैं कि सत्ता बदलने के दौरान यहां खून की एक बूंद भी नहीं गिरी है, जबकि कई देशों में लोकतांत्रिक स्थिति समय बीतने के साथ-साथ खराब होती गई। उन्होंने कहा कि यदि संसद या विधानसभाओं में चर्चा नहीं होगी तो ये इमारतें बेजान बनी रहेंगी। उन्होंने कहा, "अध्यक्ष के नेतृत्व में सभी सदस्य इन भवनों में विचार व्यक्त करते हैं, तभी यह एक जीवंत इकाई बनती है, जो देश और राज्यों के हित में काम करती है।" स्पीकर को अभिभावक के साथ-साथ सेवक भी बताते हुए शाह ने कहा कि लोकतंत्र में लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए विचार-मंथन सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने कहा कि किसी भी कानून का उद्देश्य हमेशा जनता का कल्याण, देश का समावेशी विकास, प्रशासनिक दक्षता सुनिश्चित करना, राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा और बाह्य सुरक्षा होना चाहिए। शाह ने केंद्रीय विधान सभा के पहले निर्वाचित भारतीय अध्यक्ष विट्ठलभाई पटेल को श्रद्धांजलि भी दी।
उन्होंने कहा कि 100 वर्ष पहले आज ही के दिन, महान स्वतंत्रता सेनानी विट्ठलभाई पटेल को केंद्रीय विधान सभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, जिससे भारत के विधायी इतिहास की शुरुआत हुई। शाह ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के भाई विट्ठलभाई पटेल का योगदान समय के साथ फीका पड़ गया।
उन्होंने कहा, अगर देश का स्वतंत्रता संग्राम महत्वपूर्ण था, तो देश चलाना और विधायी प्रक्रियाएं स्थापित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। विट्ठलभाई पटेल ने कठिन समय में भी लोकतंत्र की स्थापना और उसे मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हम सभी को इसे याद रखना चाहिए।'' विट्ठलभाई के बारे में बात करते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने एक स्वतंत्र विधानसभा बनाई थी।
उन्होंने कहा कि कोई भी विधानसभा निर्वाचित सरकार के अधीन काम नहीं कर सकती, उन्हें स्वतंत्र होना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा कि विट्ठलभाई ने कहा था कि विधानसभाओं के स्वतंत्र होने पर ही वहां होने वाली चर्चाओं की सार्थकता बनी रहेगी। शाह ने कहा कि ब्रिटिश काल में विट्ठलभाई पटेल ने स्वतंत्र विधायी विभाग की स्थापना का निर्णय लिया था, जिसे संविधान सभा ने भी स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि इसलिए, आज यह विभाग देश की सभी विधानसभाओं के साथ-साथ लोकसभा और राज्यसभा में भी पीठासीन अधिकारी के अधीन कार्य करता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद अत्यंत महत्वपूर्ण है और सदन की प्रतिष्ठा की रक्षा करना तथा उसे बढ़ाना अध्यक्ष का दायित्व है और विट्ठलभाई पटेल ने इन कार्यों को बखूबी निभाया। शाह ने कहा कि विट्ठलभाई पटेल ने सदन में कई परंपराएं स्थापित कीं, जो आज विधायी कार्यों, विशेषकर अध्यक्ष महोदय के लिए मार्गदर्शक का काम करती हैं। उन्होंने कहा, "जब हम विट्ठलभाई पटेल की बात करते हैं, तो हम गुजरात के लोग गर्व से कहते हैं कि गुजरात ने दो महान व्यक्ति दिए हैं। पहले भाई, सरदार पटेल, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिन-रात काम किया। और दूसरे, विट्ठलभाई पटेल, ने भारत की विधायी परंपराओं की नींव रखी और आज के लोकतंत्र की मजबूत नींव रखी।
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पणजी. निजी कारों के लिए कोंकण रेलवे की विशेष 'रोल ऑन-रोल ऑफ' (रो-रो) ट्रेन महाराष्ट्र से अपनी पहली यात्रा पूरी करते हुए रविवार तड़के गोवा पहुंची। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। ‘कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केआरसीएल)' ने महाराष्ट्र के कोंकण और गोवा क्षेत्र में गणेश महोत्सव सीजन से पहले यात्रा को आसान बनाने के लिए निजी कारों और उनके यात्रियों के लिए यह विशेष सेवा शुरू की है। केआरसीएल के उप महाप्रबंधक बबन घाटगे ने कहा कि चार कारों को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में कंकावली के पास नंदगांव में उतारा गया जबकि एक को दक्षिण गोवा के वेरना में उतारा गया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उन परिवारों के लिए बिल्कुल यादगार थी जिन्होंने अपनी कारों के साथ यह सफर पूरा किया। घाटगे ने कहा कि गणेश उत्सव के दौरान सड़कों पर भीड़ कम करने के लिए अधिक लोगों को इस सेवा का इस्तेमाल करना चाहिए। शनिवार को 10 डिब्बों और दो यात्री डिब्बों वाली ‘रो-रो कार' ट्रेन पांच डिब्बों एवं 19 यात्रियों को लेकर रायगढ़ जिले के कोलाड स्टेशन से अपराह्न 3.40 बजे रवाना हुई। उन्होंने बताया कि इस सेवा के तहत एक समर्पित वातानुकूलित (एसी) कोच और एक ‘सेकेंड सीटिंग कोच' उपलब्ध कराया गया है, जिससे यात्रियों को आराम मिले और उनकी गाड़ियां सुरक्षित रूप से ट्रेन में रखी जाएं। घाटगे ने कहा कि अगली यात्रा का निर्णय लोगों की प्रतिक्रिया और सुविधा के प्रति उनकी राय के आधार पर लिया जाएगा। कोंकण रेलवे ने शनिवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि 11 सितंबर तक सभी अधिसूचित ‘रो-रो कार' परिवहन सेवा यात्राओं के लिए, यात्रा के दिन को छोड़कर, यात्रा की तारीख से पहले तीन दिन शाम पांच बजे तक पंजीकरण स्वीकार किए जाते हैं। कोंकण रेलवे के मुताबिक कोलाड से वेरना तक के लिए वाहन चालकों को प्रति गाड़ी 7,875 रुपये और कोलाड से नंदगांव तक की यात्रा के लिए 5,460 रुपये का भुगतान करना होगा।
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नयी दिल्ली. ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी चार दिवसीय यात्रा पर रविवार को अल्जीरिया रवाना हुए ताकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों का विस्तार करने के तरीकों का पता लगाया जा सके। इस यात्रा से 10 महीने पहले भारत ने इस उत्तर अफ्रीकी राष्ट्र के साथ रक्षा सहयोग संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। अधिकारियों ने बताया कि जनरल द्विवेदी अल्जीरिया के शीर्ष रक्षा एवं सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे और इस दौरान विशेष रूप से दोनों थल सेनाओं के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस क्षेत्र में अपनी सामरिक ताकत बढ़ाने के चीन के लगातार प्रयासों की पृष्ठभूमि में भारत इस अफ्रीकी राष्ट्र के साथ अपने रक्षा संबंधों का विस्तार करने के लिए कदम उठा रहा है। थलसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अल्जीरिया के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करना है, जिसमें सेनाओं के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देना, क्षेत्रीय एवं वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर दृष्टिकोण साझा करना और रक्षा औद्योगिक सहयोग के अवसरों की खोज करना शामिल है।'' भारत और अल्जीरिया ने सैन्य क्षेत्र में सहयोग के लिए पिछले साल नवंबर की शुरुआत में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। थलसेना ने कहा, ‘‘थलसेना प्रमुख की यात्रा से दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने तथा साझा सुरक्षा हितों, क्षेत्रीय स्थिरता एवं रक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।'' जनरल द्विवेदी वरिष्ठ अल्जीरियाई नेतृत्व के साथ उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे, जिनमें ‘पीपुल्स नेशनल आर्मी' के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल सईद चानेग्रिहा और अल्जीरियाई थल सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मुस्तफा स्माली शामिल होंगे। वह ‘स्कूल ऑफ कमांड एंड मेजर स्टाफ' और ‘चेरचेल मिलिट्री अकेडमी' जैसे प्रमुख सैन्य संस्थानों का दौरा भी करेंगे। थल सेना प्रमुख की यात्रा से पहले कई भारतीय रक्षा कंपनियों ने 30 जुलाई से एक अगस्त तक अल्जीयर्स में आयोजित एक रक्षा सम्मेलन में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने पिछले साल 31 अक्टूबर से तीन नवंबर तक इस अफ्रीकी देश की यात्रा की थी और वह अल्जीरिया के स्वतंत्रता संग्राम की 70वीं वर्षगांठ में शामिल हुए थे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जनरल द्विवेदी की यह पहली विदेश यात्रा है। भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस हमले के बाद पाकिस्तान के साथ चार दिनों तक भीषण सैन्य संघर्ष हुआ था जो सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति के साथ 10 मई को समाप्त हुआ।
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- नयी दिल्ली.। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश पर्व पर लोगों को बधाई दी और कहा कि इसकी शिक्षाएं मानवता को एकता और सद्भाव की भावना को मजबूत करने के लिए प्रेरित करती हैं। गुरु ग्रंथ साहिब सिखों की पवित्र पुस्तक है, जिन्हें समुदाय द्वारा जीवित गुरु के रूप में सम्मान दिया जाता है। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर हार्दिक बधाई। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की शाश्वत शिक्षाएं दुनिया भर में जीवन को प्रकाशित करती रहती हैं और हमें करुणा, विनम्रता और सेवा के मूल्यों की याद दिलाती हैं।'' उन्होंने कहा कि ये शिक्षाएं मानवता को एकता और सद्भाव की भावना को मजबूत करने के लिए प्रेरित करती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम सदैव श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी द्वारा दिखाए गए ज्ञान के मार्ग पर चलें और एक बेहतर ग्रह बनाने का प्रयास करें।''
- नयी दिल्ली.। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने रविवार को कहा कि वह बचपन में "शर्मीले और संकोची" थे और युवावस्था में उन्होंने कभी अंतरिक्ष में जाने का सपना नहीं देखा था। भारतीय वायुसेना के एक कार्यक्रम में शुक्ला ने कहा कि उन्होंने राकेश शर्मा की ऐतिहासिक अंतरिक्ष उड़ान की कहानियां सुनी, लेकिन युवावस्था तक उन्होंने यह नहीं सोचा था कि वह अंतरिक्ष यात्रा पर जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह बचपन में शर्मीले और संकोची थे। शुक्ला ने कहा, “बचपन में हम राकेश शर्मा की अंतरिक्ष यात्रा की कहानियां सुना करते थे।” अंतरिक्ष यात्री ने हाल में संपन्न एक्सिओम 4 मिशन का हिस्सा बनने के अपने अनुभव को भी साझा किया। इस मिशन के जरिए वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बने। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्ला सहित गगनयान मिशन के चार अंतरिक्ष यात्रियों को सम्मानित किया और कहा कि गगनयान मिशन आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में एक "नए अध्याय" का प्रतीक है।
- जम्मू.। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल जाकर किश्तवाड़ जिले में एक सुदूर गांव में अचानक आई बाढ़ में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सिंह के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे।अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से यहां पहुंचने के बाद मंत्री सीधे जम्मू अस्पताल पहुंचे और वहां इलाज करा रहे 16 लोगों से मुलाकात की। गत 14 अगस्त को चिशोती गांव में बादल फटने से 65 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक घायल हो गये थे। तब से लापता 32 लोगों का अब तक पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने बताया कि सिंह को मचैल माता मंदिर के रास्ते में पड़ने वाले अंतिम गांव चिशोती भी जाना था, लेकिन खराब मौसम के कारण यह दौरा रद्द कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सिंह अब दिल्ली लौटने से पहले राजभवन जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टरों की एक टीम ने मंत्री को अपने इलाज के बारे में जानकारी दी।
- भुवनेश्वर. ओडिशा के स्कूल एवं जन शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड ने शुक्रवार को घोषणा की कि स्कूली छात्रों को राज्य सरकार द्वारा संचालित बसों में मुफ्त यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए गोंड ने कहा कि स्कूली छात्र अब ‘मुख्यमंत्री बस सेवा' योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा संचालित बसों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म पहननी होगी और पहचान पत्र भी साथ रखना होगा। मंत्री ने यह भी बताया कि पहले जहां केवल अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को ही मुफ्त पाठ्यपुस्तकें मिलती थीं, वहीं अब सरकार सभी छात्रों को मुफ्त पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराएगी। उन्होंने बताया कि कक्षा एक से दसवीं तक के छात्रों को मुफ्त पाठ्यपुस्तकें मिलेंगी।उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार ने एनईपी-2020 के अनुरूप एक बड़े कदम के तहत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई) और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीएचएसई) को विलय करने का भी फैसला किया है। कटक स्थित बीएसई कक्षा 10वीं की परीक्षा और शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रबंधन कर रहा है, जबकि यहां सीएचएसई कक्षा 11वीं और 12वीं की परीक्षा और शैक्षणिक कार्यों की देखरेख कर रहा है। गोंड ने बताया कि सरकार दोनों संगठनों का विलय करके एक बोर्ड बनाएगी। उन्होंने कहा कि हालांकि, नए बोर्ड के स्थान के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मंत्री ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप प्राथमिक शिक्षा में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को एनसीईआरटी ढांचे के अनुरूप विकसित किया जाएगा, जिसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।'' उन्होंने बताया कि ये निर्णय बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिए गए।
- नयी दिल्ली. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 20 साल से पुराने मोटर वाहनों के पंजीकरण नवीनीकरण शुल्क में भारी वृद्धि की है ताकि लोगों को अधिक पुराने वाहनों को रखने से हतोत्साहित किया जा सके। मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि 20 साल से अधिक पुराने हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के पंजीकरण को नवीनीकृत कराने का शुल्क अब 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह 20 साल पुराने दोपहिया वाहनों के लिए नवीनीकरण शुल्क को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया गया है जबकि तिपहिया एवं क्वाड्रिसाइकिल के लिए शुल्क 3,500 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दिया गया है। आयातित दोपहिया और तिपहिया वाहनों के पंजीकरण नवीनीकरण पर अब 20,000 रुपये और चार पहिया या उससे बड़े आयातित वाहनों पर 80,000 रुपये का शुल्क देना होगा। इस संबंध में जारी मसौदा संशोधन को फरवरी में सार्वजनिक किया गया था और इसे 21 अगस्त को अंतिम रूप दिया गया। मंत्रालय ने इससे पहले अक्टूबर, 2021 में भी वाहन पंजीकरण और नवीनीकरण शुल्क बढ़ाया था।उच्चतम न्यायालय ने अगस्त की शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 10 साल पुराने डीजल वाहनों और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों के मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करने का आदेश दिया था। दिल्ली सरकार ने शीर्ष अदालत से अपील की थी कि वाहनों के निर्माण वर्ष के बजाय उनके वास्तविक उपयोग को देखते हुए वाहनों को इस्तेमाल से बाहर करने की नीति लागू की जाए।
- अयोध्या. अयोध्या के पूर्व राजपरिवार के वंशज एवं राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र का शनिवार रात लगभग 11 बजे निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। मिश्र 75 वर्ष के थे। उनके छोटे भाई शैलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र ने पत्रकारों से मिश्र के निधन की पुष्टि की। बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ने अपने निवास ‘राज सदन' में अंतिम सांस ली। उनके निधन से अयोध्या में शोक की लहर है। कुछ महीने पहले पैर में चोट लगने के कारण उनकी सर्जरी हुई थी, जिसके बाद उनकी गतिविधियां सीमित हो गई थीं और वह फिर कभी सामान्य जीवन नहीं जी पाए। अयोध्या में बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि पर उच्चतम न्यायालय के अंतिम निर्णय की घोषणा के बाद राम मंदिर के ‘रिसीवर' का प्रभार मिश्र को सौंपा गया था। इससे पहले यह प्रभार अयोध्या के आयुक्त के पास था। मिश्र ने वर्ष 2009 का संसदीय चुनाव फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार के रूप में लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
- नयी दिल्ली. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे 2025 के शैक्षणिक सत्र से मनोविज्ञान और पोषण समेत स्वास्थ्य सेवा एवं संबद्ध विषयों में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षण या ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई की पेशकश नहीं करें। यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सहबद्ध एवं स्वास्थ्य देख-रेख वृत्ति आयोग (एनसीएएचपी) अधिनियम, 2021 के तहत आने वाले पाठ्यक्रमों पर लागू है। उनमें मनोविज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान, खाद्य एवं पोषण विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, नैदानिक पोषण और आहार विज्ञान शामिल हैं। यूजीसी सचिव मनीष जोशी ने कहा, ‘‘किसी भी उच्च शिक्षण संस्थान (एचईआई) को शैक्षणिक सत्र जुलाई-अगस्त, 2025 और उसके बाद मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षण और ऑनलाइन माध्यम से मनोविज्ञान समेत एनसीएएचपी अधिनियम, 2021 में शामिल किसी भी संबद्ध और स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम की पेशकश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जुलाई-अगस्त 2025 और उसके बाद के शैक्षणिक सत्र के लिए ऐसे कार्यक्रमों की पेशकश करने के लिए एचईआई को पहले से दी गई कोई भी मान्यता यूजीसी द्वारा वापस ले ली जाएगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘कला स्नातक (अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी, अर्थशास्त्र, इतिहास, गणित, लोक प्रशासन, दर्शनशास्त्र, राजनीति विज्ञान, सांख्यिकी, मानवाधिकार एवं कर्तव्य, संस्कृत, मनोविज्ञान, भूगोल, समाजशास्त्र, महिला अध्ययन) जैसे बहु-विशेषज्ञता वाले कार्यक्रमों के मामले में, केवल एनसीएएचपी अधिनियम, 2021 में शामिल विशेषज्ञताओं को ही वापस लिया जाएगा।'' शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि वे आगामी शैक्षणिक सत्र से ऐसे कार्यक्रमों में किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश न दें। यह निर्णय व्यावसायिक प्रशिक्षण में गुणवत्ता मानकों को लेकर चिंताओं के बीच लिया गया है।जोशी ने कहा, ‘‘यह निर्णय अप्रैल 2025 में आयोजित 24वीं दूरस्थ शिक्षा ब्यूरो कार्य समूह की बैठक की सिफारिशों के बाद लिया गया है और हाल में आयोग की बैठक में इसे औपचारिक रूप दिया गया।'' उच्च शिक्षा नियामक दूरस्थ शिक्षा और ऑनलाइन माध्यमों से व्यावसायिक और व्यावहारिक पाठ्यक्रमों के संचालन पर रोक लगाता है। इनमें इंजीनियरिंग, चिकित्सा, दंत चिकित्सा, फार्मेसी, नर्सिंग, वास्तुकला, फिजियोथेरेपी, पैरामेडिकल विषय, कृषि, बागवानी, होटल प्रबंधन, खानपान प्रौद्योगिकी, दृश्य कला, कानून आदि शामिल हैं।
- नयी दिल्ली. केंद्र सरकार बजट में घोषित निर्यात संवर्धन मिशन के तहत वर्ष 2025 से 2031 तक के लिए निर्यातकों को लगभग 25,000 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान करने वाले उपायों पर विचार कर रही है। सूत्रों ने बताया, ‘‘इस प्रोत्साहन का मुख्य उद्देश्य निर्यातकों को आसान और किफायती ऋण उपलब्ध कराना है।''वाणिज्य मंत्रालय ने यह प्रस्ताव वित्त मंत्रालय की व्यय वित्त समिति (ईएफसी)के पास भेजा है। यदि इन उपायों को मंजूरी मिल जाती है, तो ये भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी शुल्क से उत्पन्न होने वाली वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं से बचाने में मदद कर सकते हैं। ईएफसी से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद वाणिज्य मंत्रालय केंद्रीय मंत्रिमंडल से संपर्क करेगा।प्रस्तावित मिशन का उद्देश्य अगले छह वर्षों (वित्त वर्ष 2025-31) में व्यापक, समावेशी और टिकाऊ निर्यात वृद्धि को बढ़ावा देना है। इसके तहत पारंपरिक तरीकों से आगे जाकर उन प्रमुख बाधाओं को दूर करने के नए उपाय खोजे जाएंगे, जिनका सामना भारतीय निर्यातक खासकर एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) करते हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस मिशन को दो उप-योजनाओं के जरिए लागू करने का प्रस्ताव है जिसमें 'निर्यात प्रोत्साहन' (10,000 करोड़ रुपये से अधिक) और 'निर्यात दिशा' (14,500 करोड़ रुपये से अधिक) शामिल हैं। सरकार ‘निर्यात प्रोत्साहन' योजना के तहत जिन मुख्य बातों पर विचार कर रही है, उनमें अगले छह वित्त वर्षों (2025-2031) के लिए 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का ब्याज समानीकरण समर्थन शामिल है। इसके अलावा, योजना में वैकल्पिक व्यापार वित्त साधनों को बढ़ावा देना, ई-कॉमर्स निर्यातकों के लिए क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराना और निर्यातकों के सामने आने वाली नकदी की कमी को दूर करने के लिए अन्य वित्तीय व्यवस्थाएं करना भी शामिल है। इसी तरह, 'निर्यात दिशा' योजना के तहत प्रस्तावित घटकों में निर्यात की गुणवत्ता मानकों के पालन के लिए समर्थन (लगभग 4,000 करोड़ रुपये), विदेशी बाजारों के विकास (4,000 करोड़ रुपये से अधिक), ब्रांडिंग, निर्यात के लिए भंडारण और लॉजिस्टिक, तथा अधिक से अधिक भारतीय उद्यमों को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में एकीकृत करने के लिए क्षमता निर्माण शामिल है।
- ठाणे. महाराष्ट्र के नवी मुंबई स्थित घरेलू विवाद में एक महिला ने अपनी 62 वर्षीय सास की कथित रूप से पिटाई कर दी। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग महिला के सिर में चोटें आई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना 21 अगस्त को ऐरोली इलाके में हुई और आरोपी महिला फिलहाल फरार है। उन्होंने बताया कि आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।रबाले थाने के उपनिरीक्षक यूनुस शेख ने बताया कि आरोपी महिला ने अपनी सास से बाथरूम में रखा एक लोहे का बक्सा हटाने को कहा, लेकिन बुजुर्ग महिला ने यह कहते हुए मना कर दिया कि बक्सा बहुत भारी है, जिसके बाद दोनों के बीच बहस हो गई। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद महिला ने सास के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया, उसे थप्पड़ मारे, उसके बाल पकड़े और उसका सिर दीवार पर दे मारा। उन्होंने बताया कि महिला ने अपनी सास का मोबाइल फोन भी छीन लिया और उसे घर से बाहर फेंक दिया। इतना ही नहीं आरोपी ने घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। अधिकारी ने बताया कि घायल बुजुर्ग महिला ने इलाज करवाने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। शेख ने बताया, “फिलहाल आरोपी महिला को गिरफ्तार नहीं किया गया है। हमारी टीम मामले की सक्रियता से जांच कर रही है और सबूतों के आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई करेगी।”
- नयी दिल्ली. भारत ने ओडिशा तट से एकीकृत हवाई रक्षा हथियार प्रणाली (आईएडीडब्ल्यूएस) का पहला उड़ान परीक्षण "सफलतापूर्वक" पूरा किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उड़ान परीक्षणों के लिए आईएडीडब्ल्यूएस को विकसित करने वालों, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और सशस्त्र बलों को बधाई दी। स्वदेशी हवाई रक्षा प्रणाली का शनिवार को शनिवार देर रात साढ़े 12 बजे ओडिशा तट से उड़ान परीक्षण किया गया। नयी हवाई रक्षा प्रणाली का उड़ान परीक्षण ऑपरेशन सिंदूर के साढ़े तीन महीने बाद हुआ है।आईएडीडब्ल्यूएस एक बहुस्तरीय हवाई रक्षा प्रणाली है जिसमें त्वरित प्रतिक्रिया वाली सतह से हवा में मार करने वाली सभी स्वदेशी मिसाइल, बहुत कम दूरी की हवाई रक्षा प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस) मिसाइल और उच्च शक्ति वाली लेजर आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार (डीईडब्ल्यू) प्रणाली शामिल हैं। सिंह ने सोशल मीडिया पर कहा, "मैं आईएडीडब्ल्यूएस को सफलतापूर्वक विकसित करने के लिए डीआरडीओ, भारतीय सशस्त्र बलों और उद्योग जगत को बधाई देता हूं।" उन्होंने कहा, ‘‘इस अद्वितीय उड़ान परीक्षण ने हमारे देश की बहुस्तरीय हवाई रक्षा क्षमता को स्थापित किया है और यह दुश्मन के हवाई खतरों के खिलाफ रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाएगी।”
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 और 26 अगस्त को दो दिवसीय गुजरात के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे अहमदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में 5,400 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में शहरी विकास, ऊर्जा, सड़क, और रेलवे से जुड़े कार्य शामिल हैं, जिनका उद्देश्य कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। प्रधानमंत्री 25 अगस्त की शाम लगभग 6 बजे अहमदाबाद के खोडलधाम मैदान में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। यहां वे कई परियोजनाओं का राष्ट्र को समर्पण करेंगे और नई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
अगले दिन 26 अगस्त को सुबह 10:30 बजे वे अहमदाबाद के हंसलपुर स्थित सुजुकी मोटर प्लांट जाएंगे, जहां वे हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन का उद्घाटन करेंगे और सुजुकी की पहली वैश्विक बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल (BEV) “e VITARA” को 100 से अधिक देशों, जिनमें यूरोप और जापान शामिल हैं, के लिए निर्यात करने की शुरुआत करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री सभा को भी संबोधित करेंगे। वहीं रेलवे क्षेत्र में प्रधानमंत्री लगभग 1,400 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को समर्पित करेंगे। इसमें महेसाना-पालनपुर रेल लाइन के 65 किमी हिस्से का डबलिंग कार्य शामिल है, जिस पर 530 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हुए हैं।इसके अलावा, 37 किमी लंबी कलोल-कड़ी-कटोसन रोड रेल लाइन और 40 किमी लंबी बेचराजी-रणुज रेल लाइन का गेज परिवर्तन कार्य भी शामिल है, जिसकी कुल लागत 860 करोड़ रुपए से अधिक है। इन परियोजनाओं से यात्रियों, पर्यटकों और कारोबारियों को सुगम और सुरक्षित यात्रा सुविधा मिलेगी तथा क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कटोसन रोड और साबरमती के बीच नई पैसेंजर ट्रेन सेवा शुरू होगी और बेचराजी से कार-लोडेड मालगाड़ी सेवा भी चलेगी, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों को मजबूती और रोजगार के अवसर मिलेंगे।इसके अलावा पीएम मोदी विरमगाम-खुडाद-रांपुरा रोड के चौड़ीकरण का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा अहमदाबाद-महेसाना-पालनपुर रोड पर छह लेन वाले वाहन अंडरपास और अहमदाबाद-विरमगाम रोड पर रेलवे ओवरब्रिज का शिलान्यास भी करेंगे। इन परियोजनाओं से यातायात सुगम होगा, सड़क सुरक्षा बढ़ेगी और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। ऊर्जा क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (UGVCL) के तहत अहमदाबाद, महेसाना और गांधीनगर में 1,000 करोड़ से अधिक की वितरण परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।ये परियोजनाएं ‘रीवैंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम’ के अंतर्गत लागू की गई हैं, जिनसे बिजली नेटवर्क का आधुनिकीकरण होगा, लाइन लॉस कम होंगे और खराब मौसम के दौरान बिजली कटौती की समस्या घटेगी। शहरी विकास के क्षेत्र में भी अहमदाबाद के रामापीर नो टेकरी (सेक्टर-3) में स्थित झुग्गियों के पुनर्विकास कार्य का उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे। यह कार्य प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के इन-सीटू स्लम पुनर्विकास घटक के अंतर्गत किया गया है। साथ ही, अहमदाबाद के सरदार पटेल रिंग रोड पर सड़क चौड़ीकरण और जल व सीवरेज प्रबंधन की कई शहरी अवसंरचना परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया जाएगा।पीएम मोदी सुजुकी की पहली इलेक्ट्रिक व्हीकल “e VITARA” को दिखाएंगे हरी झंडीइसके अलावा, प्रधानमंत्री अहमदाबाद पश्चिम में नए स्टाम्प्स और पंजीकरण भवन की नींव रखेंगे, जिससे नागरिक सेवाओं में सुधार होगा। साथ ही गांधीनगर में एक राज्य स्तरीय डाटा स्टोरेज सेंटर की नींव भी रखी जाएगी, जिससे सुरक्षित डेटा प्रबंधन और डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरे की सबसे खास उपलब्धि 26 अगस्त को सुजुकी मोटर प्लांट, हंसलपुर में होने वाला कार्यक्रम होगा। प्रधानमंत्री यहां से “e VITARA” नामक सुजुकी की पहली वैश्विक रणनीतिक इलेक्ट्रिक कार को निर्यात के लिए हरी झंडी दिखाएंगे। इसके साथ ही TDS लिथियम-आयन बैटरी प्लांट (टोशिबा, डेंसो और सुजुकी का संयुक्त उपक्रम) में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड का स्थानीय उत्पादन शुरू होगा। इस विकास से बैटरी का 80% से अधिक मूल्य भारत में ही निर्मित होगा, जो आत्मनिर्भर भारत और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज रविवार को दिल्ली विधानसभा में आयोजित अखिल भारतीय स्पीकर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया। यह दो दिवसीय आयोजन वीर विट्ठलभाई पटेल के पहले भारतीय स्पीकर के रूप में चुने जाने की 100वीं वर्षगांठ को समर्पित है। सम्मेलन का आयोजन दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजयेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में किया गया, जिसमें देशभर की राज्य विधानसभाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विधान परिषदों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष शामिल हुए।
इस अवसर पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री प्रवेश वर्मा मौजूद रहे। अमित शाह ने इस मौके पर विट्ठलभाई पटेल की स्मृति में विशेष डाक टिकट भी जारी किया। सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि विट्ठलभाई पटेल ने भारत की संसदीय परंपराओं की नींव रखी और भारतीय मूल्यों पर आधारित लोकतंत्र को मजबूत किया। उन्होंने महामना मालवीय, गोपालकृष्ण गोखले, लाला लाजपत राय और देशबंधु चिरंजनदास जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करते हुए कहा कि इन नेताओं ने सदन में जनता की आकांक्षाओं को आवाज दी। शाह ने यह भी कहा कि गुजरात ने देश को दो महान नेता दिए-सरदार पटेल, जिन्होंने महात्मा गांधी के साथ स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका निभाई, और विट्ठलभाई पटेल, जिन्होंने भारत की विधायी परंपराओं को सशक्त किया।इसके साथ ही अमित शाह ने एक विशेष प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जिसमें दिल्ली विधानसभा की 100 वर्ष से अधिक की यात्रा को प्रदर्शित किया गया है। इसमें इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल से लेकर सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली और भारत की पहली संसद तक का इतिहास दिखाया गया है। शाह ने सुझाव दिया कि विट्ठलभाई पटेल के जीवन पर एक विशेष प्रदर्शनी आयोजित की जानी चाहिए ताकि युवा पीढ़ी उनके योगदान से प्रेरणा ले सके। सम्मेलन का उद्देश्य लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करना, भारत की संघीय संरचना में विधायी निकायों की भूमिका पर चर्चा करना और संसदीय परंपराओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ना है। इसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित नवाचारों और डिजिटल उपकरणों की मदद से कानून बनाने की प्रक्रिया को और पारदर्शी व जवाबदेह बनाने पर भी बल दिया गया। -
नई दिल्ली। श्रीलंका की राजनीति में उस वक्त भूचाल आया जब वहां के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को सरकारी धन का गलत इस्तेमाल के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। 2023 के लंदन दौरे से जुड़े मामले में वित्तीय अपराध जांच विभाग के सामने शुक्रवार के दिन विक्रमसिंघे पूछताछ के लिए पहुंचे थे। जहां पर उन्हें पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अब इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने श्रीलंका सरकार से दो खास चीजों का आग्रह किया है। पहला बदले की राजनीति छोड़ने का और दूसरा पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के साथ सम्मानजक व्यवहार करने का उन्होंने आग्रह किया है।
दरअसल कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक पोस्ट अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा कि रानिल विक्रमसिंघे के ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं वो पूरी तरह से मामूली लगते हैं। शशि थरूर ने अपनी बात रखते हुए कहा,' श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को मामूली आरोपों में हिरासत में लिए जाने को लेकर परेशान हूं। उनकी स्वस्थाय समस्याओं के चलते पहले ही उन्हें जेल के हॉस्पिटल में ले जाया जा चुका है। इसके अलावा शशि थरूर ने कहा," मैं इस बात का पूरा सम्मान करते हुए कि यह श्रीलंका का आतंरिक मामला है, बस श्रीलंकाई सरकार से यह आग्रह करना चाहता हूं कि वह बदले की राजनीति का त्याग करें और अपने पूर्व राष्ट्रपति के साथ सम्मान और गरिमा के साथ पेश आएं, देश के प्रति उनकी दशकों की सेवा के बाद वह इसके तो हकदार हैं ही।बता दें कि विक्रमसिंघे जुलाई 20222 में गोटबाया राजपक्षे के बचे हुए कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद पर तैनात हुए थे। 2022 से लेकर 2024 तक वो इस पद पर बने रहे थे। जब वो सत्ता में उस वक्त राजनीतिक संकट और तख्तापलट जैसे हालत भी पैदा हो गए थे। - जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर के सोनारी इलाके में एक छोटी बंदूक फैक्टरी से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम ने शनिवार को तिलु बस्ती के पास स्थित बंदूक फैक्टरी में करीब आठ घंटे तक छापेमारी की और छह पिस्तौल तथा हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले अन्य उपकरण बरामद किए।एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की जा रही है और फैक्टरी के संचालन में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद अधिक जानकारी उपलब्ध होगी।