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- नयी दिल्ली. बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने कहा कि स्ट्रीमिंग मंचों के खिलाफ उनके मन में कोई पूर्वाग्रह नहीं है और जब तक दर्शक फिल्मों का आनंद लेते रहेंगे, तब तक उन्हें खुशी मिलती रहेगी, चाहे वह उन्हें सिनेमाघरों में देखें, ओटीटी पर या फिर यूट्यूब पर। आमिर ने शनिवार को दिल्ली में आयोजित 23वें हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में यह बात कही। उनकी यह टिप्पणी उनकी पिछली फ़िल्म ‘सितारे जमीन पर' के बाद आई है, जिसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी, लेकिन थिएटर में प्रदर्शन पूरा होने के बाद भी इसे ओटीटी पर रिलीज नहीं किया गया। बाद में इसे पे-पर-व्यू (पीपीवी) मॉडल के जरिए 100 रुपये के शुल्क के साथ यूट्यूब पर रिलीज किया गया।अपने फैसले के बारे में बताते हुए, आमिर ने कहा कि वह फिल्मों के लिए एक नया मॉडल पेश करना चाहते थे। उन्होंने कहा, “मैं इसे अकेले कर रहा था; मैं इसे इंडस्ट्री की एक पहल के तौर पर नहीं कर रहा था। अच्छा होगा अगर इंडस्ट्री सामूहिक रूप से पे-पर-व्यू के लिए एक रास्ता बनाने की कोशिश करे। यह इंडस्ट्री के लिए मददगार होगा।” आमिर भारत में “डिजिटल” क्रांति की सराहना करते हैं और कहते हैं कि इसका सही इस्तेमाल करना जरूरी है।अभिनेता ने कहा, “दरअसल, डिजिटल हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। अगर आप डिजिटल पर मौजूद नहीं हैं, तो आप लगभग गायब ही हैं, लोगों को पता ही नहीं चलता कि आप हैं भी या नहीं, आपकी प्रासंगिकता खत्म हो गई है। तकनीक के साथ आपको आगे बढ़ना चाहिए, लेकिन इसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाहिए, नुकसान के लिए नहीं। दुनिया भर में आपके पास थिएटर, पे-पर-व्यू, ओटीटी और सैटेलाइट जैसे अलग-अलग मंच हैं।”
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नयी दिल्ली. ‘‘फोर वेडिंग्स एंड ए फ्यूनरल'', ‘‘नॉटिंग हिल'' और ‘‘लव एक्चुअली'' जैसी रोमांटिक फिल्मों के लिए प्रसिद्ध ब्रिटिश अभिनेता ह्यूग ग्रांट ने शनिवार को कहा कि वह शायद ‘‘आधे भारतीय'' हैं। उन्होंने खुलासा किया कि उनके पिता का जन्म भारत में हुआ था। शनिवार को 23वें ‘हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट' 65 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उनके परिवार की जड़ें भारतीय उपमहाद्वीप में हैं। ग्रांट ने कहा, ‘‘मेरे पिता एक सैनिक थे। वास्तव में, उनका जन्म भारत में हुआ था। मुझे उनका जन्म प्रमाण पत्र ढूंढना पड़ा, और यह सच में बहुत मुश्किल काम था। यह उत्तरी भारत का कोई अनजान शहर था। अब यह शायद पाकिस्तान में हो सकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘उनका जन्म या तो भारत में हुआ था या पाकिस्तान में। मुझे लगता है कि इस वजह से मैं वास्तव में आधा भारतीय हूं।'' ग्रांट ने 1988 में अपनी पहली भारत यात्रा को याद किया। अभिनेता ने बताया कि वह कोलकाता (तत्कालीन कलकत्ता) में ‘‘ला नुइट बंगाली'' (द बंगाली नाइट) की शूटिंग के लिए भारत आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 1988 में कोलकाता में एक बहुत ही कलात्मक फिल्म, फ्रेंच, ‘ला नुइट बंगाली' की शूटिंग की थी और मुझे कोलकाता में रहने में बहुत आनंद आया। हालांकि लोगों ने कहा, ‘ह्यूग, यह आपके लिए एक सांस्कृतिक झटका होगा।' और ऐसा हुआ भी, लेकिन मुझे यह बहुत पसंद आई।'' अभिनेता ने भारत में मिले पहले चालक के बारे में एक मजेदार कहानी साझा की।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं वहां पहुंचा, तो उसने (चालक) अपना परिचय बिशु के रूप में दिया और वह 12 साल का लग रहा था। मुझे लगता है कि वह 13 साल का रहा होगा और मैंने कहा, ‘क्या तुम गाड़ी चला सकते हो?' और उसने कहा ‘हां'। और तीन सप्ताह के भीतर, एक दुर्घटना हो गई और उसे नौकरी से निकाल दिया गया।'' ग्रांट ने याद करते हुए कहा, ‘‘मैंने उसे कुछ महीनों तक नहीं देखा था और फिर कोलकाता की सड़कों पर मेरी उससे मुलाकात हुई और मैंने पूछा, ‘बिशु, कैसे हो? क्या हो रहा है?' और उसने कहा, ‘सब ठीक है सर, मुझे नयी नौकरी मिल गई है, अब मैं स्कूल बस चला रहा हूं।' वह बहुत अच्छे थे।'' ग्रांट ने कहा कि देश की अपनी यात्रा के दौरान वह कई लोगों से मिले और उनसे प्यार करने लगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोलकाता में समाज के प्रतिष्ठित लोगों के साथ घुलमिल गया था, मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ। क्योंकि फ्रांसीसी क्रू, निर्देशक, क्रू, वे सभी बहुत स्थानीय थे, उन्होंने स्थानीय कपड़े पहनना शुरू कर दिया।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोलकाता में कॉकटेल पार्टियों और पोलो में जाने लगा। मुझे नहीं पता था कि जिंदगी कहीं और भी होती है। लेकिन कोलकाता में तो थी। टॉलीगंज क्लब में मैं और मुनमुन सेन जैसे लोग वहां पार्टियों में जाते थे, मैंने वहां बहुत अच्छा समय बिताया।'' ‘‘ला नुइट बंगाली'' फिल्म में ग्रांट और सुप्रिया पाठक मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म में सिनेमा जगत की दिग्गज हस्तियां शबाना आजमी और दिवंगत सौमित्र चटर्जी भी प्रमुख भूमिकाओं में थे। अभिनेता राहुल खन्ना के साथ बातचीत कर रहे ग्रांट से भारतीय सिनेमा के बारे में उनकी जानकारी के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सत्यजीत रे की कुछ फिल्में देखी हैं, हम उनके स्टूडियो का इस्तेमाल करते थे और वह काफी प्रतिभाशाली थे। लेकिन मैं यह दिखावा नहीं कर सकता कि मैंने ज्यादा बॉलीवुड देखा है।'' अपने शुरुआती करियर में ग्रांट ने 1987 में मर्चेंट आइवरी प्रोडक्शन की फिल्म ‘‘मौरिस'' में काम किया था। इस फिल्म का निर्देशन लेखक-निर्देशक जेम्स आइवरी ने किया था, जिन्होंने अपने भारतीय सहयोगी इस्माइल मर्चेंट के साथ मिलकर इसका निर्माण किया था। -
मैं कभी अपने पिता की किसी फिल्म को दोबारा नहीं बनाना चाहूंगा: अभिषेक बच्चन
नयी दिल्ली. बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन का कहना है कि वह अपने पिता अमिताभ बच्चन के प्रशंसक रहे हैं और बचपन में उनकी फिल्में जितनी बार देख सकते थे, उतनी बार देखी, लेकिन वह कभी उनमें से किसी फिल्म को दोबारा नहीं बनाना चाहेंगे। अभिषेक ने मुंबई के महबूब स्टूडियो में 29 से 30 नवंबर के बीच आयोजित बहु-विषयक रचनात्मक उत्सव ‘आईएफपी' के दूसरे दिन यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने पिता की किसी भी फिल्म को दोबारा नहीं बनाना चाहूंगा, और ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं बचपन से ही अमिताभ बच्चन बनना चाहता था। मैं बच्चन का सबसे बड़ा प्रशंसक हूं। मैं अपने पिता की फिल्में जितनी बार देख सकता था, देखता था।'' अभिनेता ने आगे बताया कि एक समय ऐसा भी था, जब वह सिर्फ अमिताभ की फिल्में ही देखते थे।उन्होंने कहा, ‘‘बचपन में एक समय ऐसा था, जब मैं केवल अपने पिता की फिल्में देखता था और उसके बाद मेरे दोस्त घर के पिछले हिस्से में जाकर पूरी फिल्म दोहराते थे- लड़ाई इसी बात पर होती थी कि बच्चन का किरदार कौन निभाएगा। मेरी पीढ़ी में ऐसे बहुत कम लोग हैं, जिन्होंने बड़े होते समय उन्हें अपना आदर्श नहीं माना हो।'' अभिषेक की नवीनतम फिल्म ‘हाउसफुल 5' है, जो जून में रिलीज हुई थी। -
नयी दिल्ली. अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु सोमवार को फिल्म निर्माता राज निदिमोरू के साथ विवाह बंधन में बंध गईं। अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिये यह खबर साझा की, जिसमें उनकी शादी की कई तस्वीरें शामिल थीं। उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘‘एक दिसंबर 2025।'' ‘‘रंगस्थलम'' और ‘‘सुपर डीलक्स'' जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी के लिए चर्चित सामंथा ने मैरून रंग की कढ़ाई वाली साड़ी पहनी और उसके साथ सुनहरे रंग के आभूषण पहने। ‘गो गोवा गॉन' और ‘ए जेंटलमैन' के फिल्म निर्माता राज ने सफेद कुर्ता पहना था और उसके साथ ‘रोज गोल्ड' रंग की जैकेट पहनी थी। इस जोड़े को कई बार एक साथ कार्यक्रमों में देखा गया। हालांकि, उन्होंने अपने रिश्ते को निजी रखा।
सामंथा की पहली शादी अभिनेता नागा चैतन्य से हुई थी। दोनों ने 2017 में शादी की थी, लेकिन 2021 में उनका तलाक हो गया। राज की शादी पहले श्यामली डे से हुई थी। उन्होंने 2015 में शादी की थी, लेकिन 2022 में तलाक के लिए अर्जी दी। -
मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और अभिषेक बच्चन से लेकर करण जौहर और रेखा जैसे करीबी दोस्तों और सहकर्मियों ने बृहस्पतिवार को दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की प्रार्थना सभा में उन्हें श्रद्धांजलि दी। भारतीय सिनेमा के "ही-मैन" के नाम से मशहूर इस दिग्गज अभिनेता का सोमवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। धर्मेंद्र के निधन के बाद से ही देओल परिवार ने चुप्पी साध रखी थी, लेकिन बांद्रा उपनगर स्थित ‘होटल ताज लैंड्स एंड' के लॉन में 'जीवन का उत्सव' नामक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर धर्मेंद्र और उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर के बेटे सनी और बॉबी देओल, बेटियां अजीता और विजेता, पोते करण और राजवीर देओल, और भतीजे अभय देओल भी मौजूद थे। हालांकि, धर्मेंद्र की दूसरी पत्नी हेमा मालिनी और उनकी बेटियां ईशा और अहाना देओल प्रार्थना सभा में मौजूद नहीं थीं। इस समारोह में ऐश्वर्या राय बच्चन, माधुरी दीक्षित, विद्या बालन, शबाना आजमी, जैकी श्रॉफ, सिद्धार्थ मल्होत्रा, सुनील शेट्टी, अमीषा पटेल, फरदीन खान, निमरत कौर, सोनू सूद, अनु मलिक, सुभाष घई, अब्बास-मस्तान और अनिल शर्मा सहित कई अन्य लोग भी शामिल हुए, जिन्होंने भारतीय सिनेमा की भावना को मूर्त रूप देने वाले व्यक्ति को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। सनी और बॉबी देओल सहित देओल परिवार प्रार्थना सभा के दौरान भावुक दिखाई दिया। प्रार्थना सभा शाम 5:30 बजे शुरू हुई और रात करीब आठ बजे समाप्त हुई। हरे-भरे लॉन वाले क्षेत्र को खूबसूरत फूलों की सजावट से सजाया गया था, और वहां आधा दर्जन से अधिक एलईडी स्क्रीन लगाई गई थीं। इन स्क्रीन पर धर्मेंद्र की लंबी फिल्मी यात्रा के कई दृश्य दिखाए जा रहे थे, जिनमें “मेरा गांव मेरा देश”, “बटवारा”, “शोले”, “अपने” जैसी हिट फिल्में के दृश्य शामिल थे। मंच पर धर्मेंद्र का एक विशाल चित्र लगाया गया था जहां कई गायकों ने उनके लोकप्रिय गीत गाकर दिवंगत अभिनेता को श्रद्धांजलि दी। मंच पर लगी विशाल स्क्रीन पर "हम आपको याद करेंगे" संदेश को प्रदर्शित किया गया था। गायक सोनू निगम ने धर्मेंद्र की फिल्मों के कई गाने गाए।
इस बीच, आमिर खान प्रार्थना सभा में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय भारत फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के एक सत्र में कहा कि धर्मेंद्र अपने आप में एक संस्था जैसे थे और एक महान अभिनेता थे, जिन्हें उनकी बेहतरीन प्रतिभा के बावजूद कम आंका गया - चाहे वह एक्शन हो, रोमांस हो या कॉमेडी, हर तरह की शैली में वह माहिर थे। आमिर ने कहा, "मैं उन्हें देखते हुए बड़ा हुआ हूं। उन्हें एक्शन हीरो और ‘ही-मैन' के तौर पर जाना जाता था। और बेशक, एक्शन फिल्मों में इन दमदार किरदारों को निभाने में वह बेहद माहिर थे। लेकिन मुझे नहीं पता कि लोगों ने वाकई इस पर ध्यान दिया है या नहीं, मुझे लगता है कि उन्हें कम आंका गया है।'' आमिर ने कहा, "रोमांस या अलग-अलग शैलियों में उनका अभिनय बहुत शानदार है। उन्होंने कॉमेडी में भी कमाल किया है। उन्होंने कॉमेडी, रोमांस और ड्रामा में कमाल किया है। मेरे हिसाब से, धरमजी बिल्कुल उसी श्रेणी में थे... और कितने हैंडसम शख्स थे। आज, दरअसल, मैं मुंबई में नहीं था, लेकिन वहां उनकी प्रार्थना सभा थी। दुर्भाग्य से, मैं इसमें शामिल नहीं हो पाया हूं।” -
नयी दिल्ली. फिल्म अभिनेता आमिर खान और उनके परिवार के सदस्य जनवरी में होने वाली टाटा मुंबई मैराथन 2026 में ‘होम रन स्क्वाड' में हिस्सा लेंगे। वे इस दौड़ के माध्यम से 'पानी फाउंडेशन' और 'अगत्सु फाउंडेशन' के लिए समर्थन जुटाएंगे।
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, आमिर खान, उनकी पूर्व पत्नी किरण राव, बेटा आजाद राव खान और बेटी इरा खान ‘ड्रीम रन' (5.9 किमी) में हिस्सा लेंगे, जबकि जुनैद खान ‘ओपन 10के' दौड़ में भाग लेंगे। आमिर के दामाद नुपुर शिखरे 42 किमी की 'फुल मैराथन' में हिस्सा लेंगे।
आमिर खान और किरण राव द्वारा स्थापित 'पानी फाउंडेशन' ने महाराष्ट्र में सूखे से प्रभावित गांवों में प्रशिक्षण, विज्ञान और टीमवर्क के माध्यम से महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इरा खान द्वारा स्थापित अगत्सु फाउंडेशन मानसिक स्वास्थ्य को अधिक सुगम, किफायती और संवेदनशील बनाने की दिशा में काम करता है। यह फाउंडेशन बांद्रा में एक नि:शुल्क सामुदायिक केंद्र और कम लागत वाला थेरेपी क्लिनिक संचालित करता है तथा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी करता है। इरा खान के इंस्टाग्राम पेज पर साझा किए गए एक वीडियो में आजाद ने कहा, “हम टाटा मुंबई मैराथन में हिस्सा लेंगे।” वीडियो में कुछ देर बाद आमिर खान भी दौड़ते हुए नजर आए और बताया कि उन्होंने इसके लिए प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया है। -
नयी दिल्ली. अक्षय कुमार, अजय देवगन और करण जौहर समेत कई मशहूर फिल्मी हस्तियों ने सोमवार को धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि दी और उन्हें भारतीय सिनेमा का एक ‘‘सच्चा दिग्गज'', ‘‘पीढ़ियों के लिए प्रेरणा'' और ‘‘असली ही-मैन'' कहकर याद किया। ‘‘सत्यकाम'' से लेकर ‘‘शोले'' तक 300 से ज्यादा फिल्मों में काम करके मनोरंजन जगत में एक अलग मुकाम हासिल करने वाले दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का सोमवार को निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। मुंबई में पुलिस ने धर्मेंद्र के निधन की जानकारी दी। उनके परिवार की ओर से अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। अक्षय ने दिग्गज अभिनेता की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा कि धर्मेंद्र अपनी फिल्मों के जरिए हमेशा जीवित रहेंगे। उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘धर्मेंद्र जी ऐसे हीरो थे जो हर युवा लड़का बनना चाहता था... हमारे फिल्म जगत के असली ‘ही-मैन', पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए शुक्रिया। आप अपनी फिल्मों और अपने प्यार के जरिए जीवित रहेंगे। ओम शांति।'' बॉलीवुड अभिनेता अजय ने धर्मेंद्र को उनकी ‘‘गर्मजोशी और उदारता'' के लिए याद किया।
अजय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उद्योग ने एक दिग्गज खो दिया है... और हमने एक ऐसे व्यक्ति को खो दिया है जिसने हमारे सिनेमा की आत्मा को आकार दिया है। धर्म जी, आपकी आत्मा को शांति मिले, ओम शांति।'' धर्मेंद्र के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए फिल्मकार करण करण ने ‘इंस्टाग्राम' पर पोस्ट में कहा, ‘‘यह एक युग का अंत है... मुख्यधारा के सिनेमा में एक नायक का अवतार... वह भारतीय सिनेमा के एक सच्चे दिग्गज थे, हैं और हमेशा रहेंगे...लेकिन सबसे बढ़कर, वह एक बेहतरीन इंसान थे... उन्हें हमारे फिल्म जगत में सभी बहुत प्यार करते थे।'' अभिनेता अल्लू अर्जुन ने ‘इंस्टाग्राम' पर दिवंगत अभिनेता की एक तस्वीर साझा की और लिखा, ‘‘दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र जी के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ। एक शानदार अभिनेता जिन्होंने लाखों दिलों को छुआ। परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।'' अभिनेत्री करीना कपूर और माधुरी दीक्षित ने धर्मेंद्र के निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा कि यह फिल्म जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। आमिर खान के प्रॉडक्शन हाउस ने एक बयान में कहा, ‘‘आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे। धरम जी, आपकी आत्मा को शांति मिले।'' फरहान अख्तर ने धर्मेंद्र के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वह हमेशा प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेंगे। अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा, ‘‘धर्मेंद्र मेरे माता-पिता के पसंदीदा और मेरे बचपन के नायकों में से एक थे।'' सुनील शेट्टी, रणवीर सिंह, वरुण धवन, काजोल, रवीना टंडन, रश्मिका मंधाना, भूमि पेडनेकर और राजपाल यादव ने भी धर्मेंद्र के निधन पर शोक व्यक्त किया। -
नयी दिल्ली. धर्मेंद्र के फिल्मी दुनिया में लोकप्रिय अभिनेता के रूप में उभरने से पहले उस वक्त का दिलचस्प वाक्या सामने आया, जब धर्मेंद्र बंबई गए और हिम्मत जुटाकर अपने पसंदीदा अभिनेता दिलीप कुमार के घर के अंदर घुसकर उनके शयनकक्ष तक पहुंचे, लेकिन जब अभिनेता ने अपने घर में एक अजनबी को पाया तो धर्मेंद्र भाग खड़े हुए। वर्ष 1952 के किसी समय के इस दिलचस्प किस्से का जिक्र खुद धर्मेंद्र ने दिलीप कुमार की आत्मकथा ‘द सब्सटेंस एंड द शैडो' के ‘स्मरण' खंड में विस्तार से किया है। धर्मेंद्र ने कहा था, ‘‘1952 में जब मैं कॉलेज के दूसरे वर्ष में था, तब मैं पंजाब के छोटे से शहर लुधियाना से बंबई आया। तब हम लुधियाना में रहते थे। उस समय अभिनेता बनने की मेरी कोई योजना नहीं थी, लेकिन मैं दिलीप कुमार से जरूर मिलना चाहता था, जिनकी फिल्म ‘शहीद' ने मेरी भावनाओं को गहराई तक छू लिया था। किसी अज्ञात कारण से मुझे लगने लगा था कि दिलीप कुमार और मैं भाई-भाई हैं।'' उन्होंने याद करते हुए कहा था, ‘‘बंबई पहुंचने के अगले ही दिन, मैं हिम्मत करके दिलीप कुमार से मिलने बांद्रा के पाली माला इलाके में उनके घर गया। दरवाजे पर मुझे किसी ने नहीं रोका, इसलिए मैं सीधे मुख्य द्वार से घर में चला गया। ऊपर शयनकक्ष तक जाने के लिए लकड़ी की एक सीढ़ी थी। फिर भी, मुझे किसी ने नहीं रोका, इसलिए मैं सीढ़ियां चढ़कर ऊपर गया और एक कमरे के प्रवेश द्वार पर खड़ा हो गया।'' धर्मेंद्र ने याद किया कि एक गोरा, दुबला-पतला, खूबसूरत युवक सोफे पर सो रहा था। उन्होंने बताया था कि दिलीप कुमार ने किसी की मौजूदगी का आभास किया होगा और वे अचानक चौंककर जाग गए। धर्मेंद्र ने कहा था, ‘‘मैं समझ नहीं पा रहा था कि क्या करूं, लेकिन मैं वहीं खड़ा रहा। वह सोफे पर बैठ गये और मुझे घूरने लगे, यह देखकर वह बिल्कुल हैरान रह गये कि एक अजनबी उनके शयनकक्ष के दरवाजे पर सावधानी से खड़ा उन्हें प्रशंसा भरी नजरों से देख रहा था।'' उनका कहना था, ‘‘जहां तक मेरी बात है, मुझे अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था - मेरे आदर्श दिलीप कुमार मेरे सामने थे। कुमार ने जोर से नौकर को आवाज दी। मैं डर के मारे सीढ़ियों से नीचे भागा और घर से बाहर निकलकर पीछे मुड़कर देखने लगा कि कहीं कोई मेरा पीछा तो नहीं कर रहा।'' धर्मेंद्र ने बताया था कि जब वह एक कैफे में पहुंचे और अंदर गए तो ठंडी लस्सी मांगी।
उन्होंने याद करते हुए कहा था, ‘‘जब मैं कैफे में बैठा अपने द्वारा उठाए गए इस कदम पर सोच रहा था, तो मुझे एहसास हुआ कि एक मशहूर अभिनेता की निजता में दखल देकर मैंने कितनी लापरवाही बरती थी।'' दिलीप कुमार की आत्मकथा के ‘स्मरण' खंड में, धर्मेंद्र ने यह भी याद किया कि इस घटना के छह साल बाद, वह ‘यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स एंड फिल्मफेयर टैलेंट कॉन्टेस्ट' में हिस्सा लेने के लिए तत्कालीन बंबई लौटे। धर्मेंद्र ने बताया था, ‘‘मैं अब सचमुच एक अभिनेता बनने के लिए उत्सुक था और मैंने अपने पिता को मना लिया था। मुझे विजेता घोषित किया गया और उसके बाद, मुझे ‘फिल्मफेयर' पत्रिका के कार्यालय में एक फोटोशूट के लिए आने को कहा गया। मुझे मेकअप करना नहीं आता था और फोटोग्राफर मेरे चेहरे से प्रभावित हुआ, लेकिन वह थोड़ा सा मेकअप करवाना चाहता था। एक गोरी, दुबली-पतली लड़की मेकअप किट लेकर मेरे पास आई और उसने मेरे चेहरे का मेकअप करना शुरू कर दिया।'' उन्होंने कहा था, ‘‘फिल्मफेयर के तत्कालीन संपादक, एल.पी. राव ने मुझसे धीरे से पूछा कि क्या मैं उस लड़की को जानता हूं। जब मैंने कहा कि मैं नहीं जानता, तो उन्होंने मुझे बताया कि वह दिलीप साहब की बहन फरीदा थीं, जो ‘फेमिना' पत्रिका के साथ काम कर रही थीं। मैंने फरीदा को जाते हुए देखा और मैं उनके पीछे दौड़ा और उनसे दिलीप साहब से मिलाने का अनुरोध किया। मैंने उनसे कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि वह मेरे भी भाई हैं।'' धर्मेंद्र ने बताया था, ‘‘तब फरीदा ने कहा कि अगर उनके भाई राजी होते हैं तो वह राव को सूचित कर देंगी।'' धर्मेंद्र ने बताया कि अगले दिन उन्हें रात 8:30 बजे उनके बंगले, 48 पाली हिल पर बुलाया गया और जब दिलीप साहब बाहर आए और उनका स्वागत किया तथा उन्हें लॉन में अपने बगल में बैठने के लिए कुर्सी दी, तो उनके लिए जैसे ‘‘समय थम सा गया।' -
मुंबई । फिल्म निर्देशक और निर्माता राकेश रोशन व उनकी पत्नी प्रमिला राकेश रोशन (पिंकी रोशन) ने मुंबई के अंधेरी ईस्ट स्थित Vaidya West World One Aeropolis बिल्डिंग में 5 कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदी हैं। यह जानकारी रियल एस्टेट मार्केटप्लेस Square Yards द्वारा इंस्पेक्टर जनरल ऑफ रजिस्ट्रेशन (IGR) पर उपलब्ध संपत्ति पंजीकरण दस्तावेजों के आधार पर सामने आई है। सभी लेन-देन नवंबर 2025 में रजिस्टर्ड हुए हैं। पांचों यूनिट का कुल खरीद मूल्य लगभग 19.68 करोड़ रुपये है।
राकेश रोशन हिंदी फिल्म उद्योग के प्रसिद्ध निर्देशक, निर्माता, पटकथा लेखक और पूर्व अभिनेता हैं। 1970 के दशक में अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने के बाद उन्होंने निर्देशन की ओर कदम बढ़ाया और खुदगर्ज़, करण अर्जुन, कहो ना… प्यार है, कोई… मिल गया और कृष फ्रैंचाइज जैसी सफल फिल्मों का निर्देशन किया। फिल्मक्राफ्ट प्रोडक्शंस के प्रमुख के रूप में उन्होंने अपने बेटे ऋतिक रोशन के साथ मिलकर कई सुपरहिट और यादगार फिल्में दी हैं।अंधेरी ईस्ट मुंबई के प्रमुख व्यावसायिक और आवासीय क्षेत्रों में से एक है, जो वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, जेवीएलआर, अंधेरी रेलवे स्टेशन और मुंबई मेट्रो के जरिए उत्कृष्ट कनेक्टिविटी प्रदान करता है। यह इलाका BKC, पवई, गोरेगांव और विले पार्ले जैसे बिजनेस हब से सुगमता से जुड़ा हुआ है।यहां कॉर्पोरेट पार्क, आईटी हब, फाइव-स्टार होटल, इंडस्ट्रियल एस्टेट और प्रमुख रिटेल सेंटर मौजूद हैं। सहार एलिवेटेड रोड और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की नजदीकी इसे और आकर्षक बनाती है। -
मुंबई। हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। लंबे समय से बीमार चल रहे धर्मेंद्र को सांस लेने में दिक्कत थी और उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था। उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में नियमित जांच और उपचार के लिए भर्ती कराया गया था।
अस्पताल में कुछ दिनों तक इलाज के बाद उनकी हालत में हल्का सुधार हुआ और उन्हें घर ले जाया गया, ताकि परिवार के बीच उनका इलाज किया जा सके। धर्मेंद्र के घर पर उनकी देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, लेकिन उनका स्वास्थ्य लगातार कमजोर होता गया।धर्मेंद्र को सांस लेने में कठिनाई के अलावा कई अन्य उम्र संबंधी समस्याएं भी थीं। अस्पताल और घर में लगातार उपचार और निगरानी के बावजूद उनकी हालत गंभीर बनी रही। उनके परिवार के सदस्य लगातार उनकी देखभाल में जुटे रहे। धर्मेंद्र के घर पर एम्बुलेंस और डॉक्टरों की व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद उपलब्ध हो सके। उनके फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग भी उनके स्वास्थ्य के बारे में लगातार अपडेट लेते रहे। सलमान खान, शाहरुख खान और गोविंदा जैसी कई हस्तियों ने अस्पताल और घर पर जाकर धर्मेंद्र से हालचाल लिया था। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई।धर्मेंद्र का करियर हिंदी सिनेमा में लगभग छह दशकों का रहा है। उन्हें बॉलीवुड का ‘ही-मैन’ कहा जाता था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से की थी। इसके बाद उन्होंने ‘शोला और शबनम’, ‘अनपढ़’, ‘बंदिनी’, ‘पूजा के फूल’, ‘हकीकत’, ‘फूल और पत्थर’, ‘अनुपमा’, ‘खामोशी’, ‘प्यार ही प्यार’, ‘तुम हसीन मैं जवां’, ‘सीता और गीता’, ‘यादों की बारात’ और ‘शोले’ जैसी कई यादगार फिल्मों में काम किया।धर्मेंद्र ने दमदार अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। उन्होंने अपने करियर में कई पुरस्कार भी जीते। साल 2012 में उन्हें भारत सरकार के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्होंने कई फिल्मफेयर पुरस्कार भी अपने नाम किए। उन्होंने कई बार आलोचकों और दर्शकों की प्रशंसा भी हासिल की। उनके योगदान के कारण उन्हें बॉलीवुड के सबसे महान और प्रतिष्ठित अभिनेताओं में गिना जाता है। -
नयी दिल्ली. अभिनेता कमल हासन, सोनू सूद और गायक अदनान सामी ने दुबई एयर शो के दौरान तेजस विमान उड़ाते समय हुई दुर्घटना में विंग कमांडर नमांश स्याल के निधन पर दुख जताया है। हिमाचल प्रदेश के रहने वाले स्याल की शुक्रवार को दुबई एयर शो में हवाई प्रदर्शन के दौरान स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने से मौत हो गई। हासन ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘विंग कमांडर नमांश स्याल के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ, जिन्होंने हमारी वायुसेना की शान तेजस विमान को उड़ाते समय जान गंवा दी।'' उन्होंने लिखा, ‘‘भारत का एक बहादुर बेटा बहुत जल्दी चला गया। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। दुख की इस घड़ी में भारत आपके साथ है।'' सूद ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘भारत विंग कमांडर नमांश स्याल के निधन का शोक मना रहा है, जो तेजस विमान के एक बहादुर पायलट थे। उन्होंने वह काम करते हुए अपनी जान गंवा दी जिससे उन्हें प्यार था। वह काम था अपने देश के लिए उड़ान भरना। उनकी हिम्मत और कुर्बानी हमेशा हमारे दिलों में कायम रहेगी। एक सच्चे हीरो को सलाम। जय हिंद।” सामी ने भी दिवंगत कमांडर को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ‘‘विंग कमांडर नमांश स्याल के दुखद निधन के बारे में जानकर बहुत दुखी हूं... भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" स्याल के परिवार में उनके पिता, माता, पत्नी और उनकी छह साल की बेटी हैं। स्याल की पत्नी भी वायुसेना में सेवाएं दे रही हैं।
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मुंबई. जाने-माने फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने कहा कि सिनेमा हमेशा से उनका पहला प्यार रहा है, इसी ने उन्हें कॉस्ट्यूम डिजाइनर बनने की प्रेरणा दी और अब फिल्म निर्माता बनने के लिए प्रेरित किया है। मल्होत्रा फिल्म निर्माता के तौर पर अपनी पहली फिल्म “गुस्ताख इश्क: कुछ पहले जैसा” की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण में कदम रखना उस सपने के सच होने जैसा है, जिसे उन्होंने केवल छह साल की उम्र में फिल्मों से प्यार करते हुए देखा था। मल्होत्रा ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, “मैं ऐसा बच्चा था जिसे बचपन से ही फिल्मों से प्यार था। छह साल की उम्र से ही मुझे फिल्में बहुत पसंद थीं। पढ़ाई से ज्यादा मेरा झुकाव फिल्मों की ओर था। मैं अपनी मां का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे कभी रोका नहीं। मैं ढेरों फिल्में देखता था-उनके गाने, परिधान और जीवनशैली, सब मुझे बहुत आकर्षित करते थे।” उन्होंने याद किया, “जब मैंने ‘नसीब' फिल्म देखी तो थिएटर में बैठकर सोच रहा था-क्या मैं कभी ऐसी पार्टी में जा पाऊंगा? इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ‘जॉन जानी जनार्दन' गाना गाते हैं। जब 1981 में मैंने यश चोपड़ा की ‘सिलसिला' देखी, तो फिल्म की हर छोटी-छोटी बात पर ध्यान दिया। वहीं से कपड़ों के प्रति प्यार बढ़ा और मैं कॉस्ट्यूम डिजाइन के क्षेत्र में आना चाहता था।” मल्होत्रा ने 1990 के शुरुआती दशक में कॉस्ट्यूम डिजाइनर के रूप में अपना करियर शुरू किया। वह जल्दी ही बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टाइलिस्ट बन गए। उन्हें ‘रंगीला', ‘दिल तो पागल है', ‘कुछ कुछ होता है' और ‘कभी खुशी कभी ग़म' जैसी फिल्मों के जरिए परदे पर फैशन को नया अंदाज देने के लिए खूब तारीफ मिली।
- मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने आतंकवादी हमलों में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए लोगों से शांति बनाए रखने के लिए मतभेदों से ऊपर उठने की अपील की है। उन्होंने कहा कि शांति के समय “कोई भी चीज भारत को हिला या हरा नहीं सकती” और न ही इसके नागरिकों का हौसला तोड़ सकती है। खान (60) ने यहां ‘2025 ग्लोबल पीस ऑनर्स इवेंट' में 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमलों, इस साल अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले और हाल ही में दिल्ली में लालकिले के पास हुए धमाके में जान गंवाने वालों लोगों को याद किया। उन्होंने कहा, “26/11 आतंकी हमले, पहलगाम आतंकवादी हमला और हाल ही में दिल्ली में हुए विस्फोट में अपनी जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं। इन हमलों में शहीद हुए हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों को नमन करता हूं।” ‘जवान' फिल्म के अभिनेता ने शहीदों के परिवारों को भी उनकी हिम्मत के लिए सलाम किया।उन्होंने कहा, “मैं उन माताओं को सलाम करना चाहता हूं जिन्होंने ऐसे बहादुर बेटों को जन्म दिया। मैं उनके पिताओं के जज्बे को सलाम करता हूं; मैं उनके साथियों की हिम्मत को सलाम करता हूं। जंग के मैदान में भले ही आपके बच्चे उतरे थे, लेकिन आपने भी बहुत बहादुरी से उस लड़ाई को लड़ा।” शाहरुख ने कहा कि भारत मुश्किल हालात में कभी नहीं झुका है, क्योंकि देश की ताकत एकता में है।उन्होंने कहा, “कोई भी हमें रोक नहीं पाया, हरा नहीं पाया या हमारी शांति नहीं छीन पाया, क्योंकि जब तक इस देश के सुपरहीरो, वर्दीधारी लोग मजबूती से खड़े रहेंगे, हमारे देश में शांति और सुरक्षा हमेशा बनी रहेगी।” खान ने कहा कि शांति “एक खूबसूरत चीज” है, जिसके लिए पूरी दुनिया लगातार कोशिश करती है।उन्होंने कहा, “शांति एक बेहतर दुनिया के लिए जरूरी क्रांति है। आइए हम सब मिलकर शांति की ओर बढ़ें। आइए हम जाति, धर्म और भेदभाव से ऊपर उठें और इंसानियत के रास्ते पर चलें, ताकि हमारे बहादुर सैनिकों का बलिदान बेकार न जाए। अगर हमारे बीच शांति है, तो कोई भी भारत को हिला नहीं सकता, कोई भी भारत को हरा नहीं सकता और कोई भी हम भारतीयों के हौसले को नहीं तोड़ सकता।” खान ने देश के सैनिकों को समर्पित कुछ पंक्तियां भी पढ़ीं।उन्होंने कहा, “जब कोई आपसे पूछे कि आप क्या करते हैं, तो गर्व से कहें, ‘मैं देश की रक्षा करता हूं।' अगर कोई पूछे कि आप कितना कमाते हैं, तो धीरे से मुस्कुराएं और कहें, ‘मैं 1.4 अरब लोगों की दुआएं कमाता हूं।' और अगर वे फिर भी पूछें कि क्या आपको कभी डर लगता है, तो उनकी आंखों में देखें और कहें, ‘जो लोग हम पर हमला करते हैं, वही लोग डरते हैं'।”
- जीनत अमान ने बीते दिनों ही अपना 74वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया। इस उम्र में उनकी फिटनेस किसी भी यंग लेडी को रश्क दे सकती है। वो दिन पर दिन और भी ज्यादा फिट एंड ब्यूटीफुल नजर आने लगी है। ऐसे में फैंस का सवाल होता है कि आखिर वो खाती क्या हैं? 70 के दशक में अपनी एक्टिंग के साथ बोल्डनेस की वजह से भी जीनत अमान मशहूर थीं। हरे रामा हरे कृष्णा, यादों की बारात, सत्यम शिवम सुंदरम जैसी फिल्मों के लिए याद की जाने वाली जीनत अमान ने एक बार सोशल मीडिया पर खुद ही अपनी डाइट को फैंस के साथ फॉलो किया था। 13 फरवरी की पोस्ट में उन्होंने बताया कि एक दिन किस तरह की डाइट को फॉलो करती हैं।बैलेंस और मॉडरेट डाइट फॉलो करती हैं जीनत अमानजीनत अमान की रोज की डाइट में बैलेंस और मॉडरेशन दिखता है। वो फ्रेश और स्माल मील खाने पर भरोसा करती हैं। एक्टर की मॉर्निंग एक कप ब्लैक टी और भीगे हुए बादाम के साथ होती है। इसके बाद वो मैश एवाकॉडो टोस्ट और देसी चीला या पोहा को ब्रेकफास्ट में लेती हैं।लंच होता है खासवहीं,लंच में जीनत दाल, सब्जी, रोटी खाती हैं। जिसमे खट्टी दाल, मटर आलू और पनीर टिक्का उनका फेवरेट है।शाम का स्नैक्स होता है लाइट वहीं शाम के स्नैक्स को जीनत कभी स्किप नहीं करतीं। रोस्टेड स्पाइसी मखाना के साथ फेवरेट चॉकलेट के कुछ पीसेज लेना पसंद करती हैं।मां की बताई डाइट फॉलो करती हैं जीनतपोस्ट में जीनत अमान ने शेयर किया कि वो अपनी मां के बताए तरीके को आज भी फॉलो करती हैं। उनकी मां ने बताया था थोड़ा और फ्रेश खाना खाना चाहिए। पुराने समय में जब न्यूट्रिशनिस्ट, डायटीशियन और पर्सनल ट्रेनर एक फैशन माना जाता था। तब उनकी मां उन्हें सिंपल रूल फॉलो करने के लिए बोलती थी। वहीं अब क्या खाया जाए ये सोशल मीडिया का ट्रेंड बन चुका है।
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मुंबई। मशहूर हिंदी फिल्म शोले नये कलेवर में ‘शोले-द फाइनल कट' नाम से 12 दिसंबर को पूरे भारत में सिनेमाघरों में फिर रिलीज होने वाली है। यह इस मशहूर फिल्म का पूर्णतः पुनर्स्थापित ‘फोर के' संस्करण है। नये संस्करण में फिल्म का अंत बदल दिया गया है ‘फोर के' को ‘अल्ट्रा हाई डेफ़िनिशन' भी कहा जाता है जिसमें फिल्म ज़्यादा स्पष्ट और विस्तृत छवि नजर आती है। धर्मेन्द्र, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, जया बच्चन, संजीव कुमार और अमजद खान अभिनीत इस फिल्म ने इस वर्ष 15 अगस्त को अपनी स्वर्ण जयंती मनाई। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन ने शनिवार को ‘एक्स' पर पोस्ट किया,‘‘आखिरकार इंतज़ार खत्म हुआ। ‘शोले-द फाइनल कट' को सिप्पी फिल्म्स द्वारा 12 दिसंबर, 2025 को पूरे भारत में 1500 पर्दों पर रिलीज़ किया जाएगा। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन ने इसे ‘फोर के' में फिर से तैयार किया है और उसका फिल्म का मूल अंत इसमें पहली बार देखा जा सकता है।'' पटकथा लेखक-- जावेद अख्तर और सलीम खान कई बार यह बात कह चुके हैं कि मूल पटकथा में गब्बर सिंह की मौत ठाकुर के नुकीले जूतों से होनी थी। लेकिन चूंकि फिल्म आपातकाल के दौरान रिलीज हुई थी, इसलिए सेंसर बोर्ड ने निर्माताओं से फिल्म का अंत बदलने के लिए कहा। अभी तक दिखायी जा चुके शोले के संस्करण में दर्शकों ने ठाकुर को गब्बर की पिटाई करते हुए देखा। किंतु अंत में ठाकुर ने अनिच्छा से गब्बर को पुलिस के हवाले कर दिया था। शोले 15 अगस्त, 1975 को रिलीज होने के बाद एक बहुत बड़ी क्लासिक फिल्म बन गई। 1975 भारतीय सिनेमा के लिए एक उल्लेखनीय वर्ष था क्योंकि उसी वर्ष ‘दीवार', ‘आंधी', ‘निशांत', ‘चुपके-चुपके' और ‘छोटी सी बात' जैसी फ़िल्में भी आई थीं।
- लॉस एंजिल्स.। मशहूर अभिनेता टॉम क्रूज़ को ‘गवर्नर्स अवार्ड्स' के दौरान अकादमी मानद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। क्रूज़ को ‘मिशन इम्पॉसिबल' श्रृंखला और ‘टॉप गन' फ्रेंचाइजी जैसी बड़ी फिल्मों में शानदार अभिनय के लिए जाना जाता है। यह पुरस्कार फिल्म निर्माता एलेजांद्रो जी. इनारिटु ने क्रूज को प्रदान किया। पुरस्कार ग्रहण करते वक्त 63 वर्षीय अभिनेता ने उन सभी लोगों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने फिल्मों को संभव बनाया। क्रूज़ ने अपने भाषण में कहा, ‘‘ सिनेमा मुझे दुनिया भर में ले जाता है। इससे मुझे सहारना करना और मतभेदों का सम्मान करने में मदद मिलती है। यह मुझे हमारी साझा मानवता भी दिखाता है कि हम कितने सारे मायनों में एक जैसे हैं। और चाहे हम कहीं से भी आते हों, उस थिएटर में हम साथ हंसते हैं, साथ महसूस करते हैं, साथ उम्मीद करते हैं, और यही इस कला की शक्ति है।'' क्रूज को ‘बॉर्न ऑन द फोर्थ ऑफ जुलाई', ‘जेरी मैग्वायर' और ‘मैगनोलिया' में उनके अभिनय और ‘टॉप गन: मेवरिक' के निर्माता के रूप में चार ऑस्कर के लिए नामांकित किया गया है।
- नयी दिल्ली। युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी फरहान अख्तर अभिनीत फिल्म ‘120 बहादुर' पहली बार भारत में सभी ‘डिफेंस थियेटर' यानी ऐसे सभी सिनेमाघर में दिखाई जाएगी जहां मुख्य रूप से फौजी और उनके परिवार फिल्में देखते हैं। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ‘एक्सेल एंटरटेनमेंट और ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज' ने 18 नवंबर को फिल्म के पेड प्रीव्यू (भुगतान करके रिलीज से पहले फिल्म देखना) आयोजित किए, जो 1962 के रेजांग दर्रे के ऐतिहासिक युद्ध की 63वीं वर्षगांठ भी है। यह फिल्म इसी युद्ध की गाथा है। भारत के सबसे बड़े युद्धों में से एक के इस प्रखर, प्रेरणादायक और अब तक अनकहे अध्याय को दिखाती यह फिल्म 120 भारतीय सैनिकों की शौर्यगाथा का वर्णन करती है, जिन्होंने 3,000 चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया। फिल्म के ट्रेलर ने दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ा है और व्यापक प्रशंसा बटोरी है। ‘पिक्चरटाइम' द्वारा ‘जेनसिंक ब्रैट मीडिया' के साथ साझेदारी में फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग रक्षा कर्मियों और उनके परिवारों के लिए आयोजित की जा रही है। इनका उद्देश्य ‘‘मनोरंजन उद्योग और भारतीय सशस्त्र बलों के बीच लंबे समय से बने अंतर को पाटना है।'' इसके जरिए देश के दूरस्थ इलाकों में तैनात सैनिक और उनके परिजन भी फिल्म देख पाएंगे। एक्सेल एंटरटेनमेंट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल रामचंदानी ने कहा, ‘‘ ‘120 बहादुर' हमारी सशस्त्र सेनाओं के साहस और बलिदान को सलाम करती है... हमें गर्व है कि जिन सैनिकों की भावना को यह फिल्म सम्मान देती है, वही अपने परिवारों के साथ इसे देखेंगे। पिक्चरटाइम का हम दिल से धन्यवाद करते हैं।'' फिल्म का निर्देशन रजनीश घई ने किया है और इसे रितेश सिधवानी, अख्तर (एक्सेल एंटरटेनमेंट) और अमित चंद्रा (ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज) ने बनाया है।
- नयी दिल्ली।. फिल्म ‘फुकरे' में साथ नजर आए पुलकित सम्राट और वरुण शर्मा की जोड़ी अब 16 जनवरी 2026 को रिलीज होने वाली कॉमेडी फिल्म ‘राहु केतु' में फिर साथ दिखेगी। फिल्म का निर्माण ‘जी स्टूडियो' और ‘बीलिव प्रोडक्शंस' द्वारा किया गया है। ‘फुकरे' फिल्म से प्रसिद्धि हासिल करने वाले विपुल विग द्वारा निर्देशित और लिखित ‘राहु केतु' में शालिनी पांडे भी प्रमुख भूमिका में हैं। ‘जी स्टूडियोज' के मुख्य व्यवसाय अधिकारी (सीबीओ) उमेश कुमार बंसल ने एक बयान में कहा, " 'राहु केतु' एक मजेदार मोड़ के साथ हमारी सांस्कृतिक मान्यताओं को छूती है और ऐसे मुख्य कलाकारों को एक साथ लाती है जिन्हें उनकी ‘कॉमिक टाइमिंग' के लिए पसंद किया जाता है। हमें एक ऐसी फिल्म के निर्माण का हिस्सा बनने पर गर्व है जो कॉमेडी शैली को मौलिकता, प्रासंगिकता और दिल से आगे बढ़ाती है।" ‘बीलिव प्रोडक्शंस' के निर्माता सूरज सिंह ने कहा, "शुरुआत से ही हमें पता था कि 'राहु केतु' को एक ऐसी टीम की जरूरत है जो दिल, व्यंग्य और पैमाने का संतुलन बना सके। यह फिल्म दर्शकों को अनुभव करने के लिए कुछ नया देती है।'' "राहु केतु" में पीयूष मिश्रा, चंकी पांडे, अमित सियाल और मनुऋषि चड्ढा भी नजर आएंगे।
- नयी दिल्ली। अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह अभिनीत फिल्म ‘दे दे प्यार दे 2' ने रिलीज के तीन दिन में दुनिया भर के ‘बॉक्स ऑफिस' पर अपनी कमाई का 50 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है। निर्माताओं ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस फिल्म में आर. माधवन भी हैं। यह फिल्म 2019 में रिलीज हुई ‘दे दे प्यार दे' का ‘सीक्वल' है। अंशुल शर्मा द्वारा निर्देशित ‘दे दे प्यार दे 2' सिनेमाघरों में 15 नवंबर को रिलीज हुई। ‘दे दे प्यार दे' की कहानी 50 वर्षीय अमीर व्यक्ति आशीष (देवगन) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने से आधी उम्र की आयशा (सिंह) से प्यार करता है। हालांकि, उनके रिश्ते को उसके परिवार और उसकी पूर्व पत्नी, मंजू (तब्बू) द्वारा नापसंद किया जाता है। सीक्वल में आशीष और आयशा की कहानी आगे बढ़ती है, जो अब उसे अपने परिवार से मिलवाने ले जाती है। सिंह ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर यह खबर साझा की। इसमें फिल्म का पोस्टर साझा किया गया था जिस पर बॉक्स ऑफिस के आंकड़े लिखे हुए थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अब तक कुल 58.60 करोड़ रुपये की कमाई की है।
- नयी दिल्ली. अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह अभिनीत फिल्म "दे दे प्यार दे 2" ने प्रदर्शन के पहले दो दिनों में बॉक्स ऑफिस पर 20 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। इस फिल्म में आर माधवन भी हैं। यह फिल्म 2019 में प्रदर्शित हुई "दे दे प्यार दे" का सीक्वल है। अंशुल शर्मा द्वारा निर्देशित "दे दे प्यार दे 2" शुक्रवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। सिंह ने रविवार को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर यह खबर साझा की। इसमें फिल्म का पोस्टर साझा किया गया था जिस पर बॉक्स ऑफिस के आंकड़े लिखे हुए थे। फिल्म ने पहले दिन 9.45 करोड़ रुपये की कमाई की और दूसरे दिन 13.77 करोड़ रुपये अर्जित किए। अब तक फिल्म का कुल कलेक्शन 23.22 करोड़ रुपये हो गया है। पोस्टर पर लिखा था, "इमोशन भी, एंटरटेनमेंट भी, बॉक्स ऑफिस भी! दूसरा दिन, 13.77 करोड़।""दे दे प्यार दे" की कहानी 50 वर्षीय अमीर व्यक्ति आशीष (देवगन) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने से आधी उम्र की आयशा (सिंह) से प्यार करता है। हालांकि, उनके रिश्ते को उसके परिवार और उसकी पूर्व पत्नी, मंजू (तब्बू) द्वारा नापसंद किया जाता है। सीक्वल में आशीष और आयशा की कहानी आगे बढ़ती है, जो अब उसे अपने परिवार से मिलवाने ले जाती है। इसका निर्माण लव फिल्म्स और भूषण कुमार की टी-सीरीज ने किया है। रंजन ने अंकुर गर्ग के साथ मिलकर इसकी पटकथा लिखी है।
- नयी दिल्ली. फिल्म निर्माता महेश भट्ट का कहना है कि मुख्यधारा के मनोरंजन व्यवसाय का मूल स्वभाव लोगों का अधिक से अधिक ध्यान खींचना है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के पैठ जमाने और इसके तेजी से बढ़ने के कारण स्थिति और भी खराब हो गई है। भट्ट शनिवार को कपिल सिब्बल के साथ एक परिचर्चा में शामिल हुए जहां उन्होंने मीडिया में मनोरंजन की वर्तमान स्थिति पर बात की और इसे मनोरंजन उद्योग के लिए ‘‘अंधकारमय समय'' बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यधारा के मनोरंजन व्यवसाय का मूल स्वभाव ही अधिक से अधिक प्रशंसा बटोरना और ध्यान आकर्षित करना है।जब से हमने इस डिजिटल युग में कदम रखा है और सोशल मीडिया आया है, व्यवस्था की आपको दबाने, संगठित होने और आपके खिलाफ मोर्चा खोलने की शक्ति इतनी प्रबल हो गई है कि आप नक्कारखाने में तूती की आवाज बन गए हैं।'' ‘सारांश', ‘सड़क' और ‘आशिकी' जैसी फिल्मों के लिए मशहूर फिल्म निर्माता ने कहा, “आप वास्तव में संख्याएं बताने जा रहे हैं और शुरू करने से पहले ही आप रौंद दिए जाते हैं। इसलिए मैं कहूंगा कि यह अंधकारमय समय है।'' भट्ट ने ‘एल्गोरिदम' और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर भी चिंता व्यक्त की जो लोगों को सुरक्षित खेलने और भावुक विचारों को दबाने पर मजबूर करते हैं। उन्होंने बताया कि पहले जो लोग बोलने की हिम्मत कर पाते थे उन्हें अब अलग-थलग कर दिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी बहुत कम फिल्में थीं जो खुलकर अपनी बात रख पाती थीं। जो कहने की हिम्मत करती थीं उन्हें अलग-थलग कर दिया जाता था... और फिर आपको यह ज्ञान दिया जाता था कि अगर आप कुछ कहना चाहते हैं तो कविता लिखें या किताब लिखें।''
- पणजी. दिग्गज अभिनेता रजनीकांत और नंदमुरी बालकृष्ण को सिनेमा में 50 साल पूरे करने पर आगामी भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के समापन समारोह के दौरान सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डा. एल मुरुगन ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की मौजूदगी में संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘दिग्गज अभिनेता रजनीकांत और नंदमुरी बालकृष्ण को सिनेमा में 50 वर्ष पूरे करने पर सम्मानित किया जाएगा, जो भारतीय फिल्म संस्कृति पर उनके स्थायी प्रभाव का जश्न मनाने वाला मील का पत्थर होगा।'' मुरुगन ने कहा, ‘‘समापन समारोह में उन्हें सम्मानित किया जाएगा, जिसमें उनके उत्कृष्ट कार्य, व्यापक लोकप्रियता और दशकों से भारतीय कहानी कहने की कला को आकार देने में उनके योगदान को मान्यता दी जाएगी।'' इफ्फी का आयोजन 20 नवंबर से 28 नवंबर तक होगा।समापन समारोह पणजी के निकट डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में होगा, जबकि महोत्सव का उद्घाटन सुरम्य डी.बी. बंदोदकर रोड पर एक भव्य झांकी परेड के साथ होगा। रजनीकांत ने 1975 की फिल्म ‘अपूर्व रागंगल' से अपने करियर की शुरुआत की थी और शुरू में नकारात्मक भूमिकाओं में अभिनय किया। बाद में, वह एक ऐसे नायक के रूप में उभरे, जिसके प्रशंसकों की संख्या बहुत बड़ी हो गई और और उनके अभिनय के चलते फिल्मों ने ब्लॉकबस्टर कमाई की। तेलुगु अभिनेता एन बालकृष्ण ने 100 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है और ‘समरसिम्हा रेड्डी', ‘सिम्हा, आदित्य 369' और ‘मुदुला मावैया' जैसी बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म दी हैं। वह आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक भी हैं। मुरुगन ने कहा कि हर साल इफ्फी में नयी चीजें शामिल की जाती हैं।उन्होंने बताया कि इस बार महोत्सव का उद्घाटन पारंपरिक तरीके से करने के बजाय पणजी में भव्य झांकी परेड के साथ किया जाएगा। मंत्री के अनुसार, भारत की समृद्ध फिल्म संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली विभिन्न राज्यों और सरकारी विभागों की कुल 12 झांकियां परेड में शामिल होंगी। मुरुगन ने कहा कि महोत्सव के लिए 7,500 प्रतिनिधियों ने पहले ही अपना नाम पंजीकृत करा लिया है, जिसमें 84 देशों की 270 फिल्म दिखाई जाएंगी।
- हैदराबाद. फिल्म निर्माता एसएस राजामौली ने शनिवार को यहां रामोजी फिल्म सिटी में आयोजित कार्यक्रम में घोषणा की कि उनकी अगली फिल्म का नाम ‘वाराणसी' होगा। इस अवसर पर फिल्म में मुख्य किरदार निभाने वाले महेश बाबू, प्रियंका चोपड़ा जोनास और पृथ्वीराज सुकुमारन भी मौजूद थे। महेश बाबू के साथ राजामौली की यह पहली फिल्म है। प्रियंका भी 2021 में आई “द स्काई इज पिंक” के बाद भारतीय सिनेमा में वापसी कर रही हैं। महेश बाबू ने कहा कि पूरे देश को इस फिल्म पर गर्व होगा, जिसमें वह नायक रुद्र की भूमिका निभाएंगे।फिल्म में खलनायक कुंभा की भूमिका निभाने वाले सुकुमारन ने कहा कि यह उनके करियर की सबसे भावनात्मक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण भूमिका होगी। फिल्म जनवरी 2027 में संक्रांति के त्योहार पर दुनियाभर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी।
- नयी दिल्ली. करीना कपूर खान और कियारा आडवाणी सहित कई मशहूर हस्तियों ने हिंदी सिनेमा की शुरुआती महिला सितारों में से एक दिवंगत अभिनेत्री कामिनी कौशल को याद किया। कौशल का बृहस्पतिवार रात मुंबई स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 98 वर्ष की थीं। उन्होंने 1946 में "नीचा नगर" फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी और 1940 के दशक के अंत और 1950 के दशक की शुरुआत में वह फिल्म जगत की सबसे अधिक कमाई करने वाली अभिनेत्रियों में से एक थीं। वह आखिरी बार आमिर खान की फिल्म "लाल सिंह चड्ढा" में नजर आयी थीं।वर्ष 2019 में आई फिल्म "कबीर सिंह" में दिवंगत अभिनेत्री के साथ काम करने वाली आडवाणी ने कहा कि उनके साथ काम करना सम्मान की बात थी। आडवाणी ने शनिवार को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, "आपके साथ काम करना सम्मान की बात थी। आपकी शालीनता, विनम्रता और प्रतिभा ने पीढ़ियों को प्रेरित किया और भारतीय सिनेमा पर एक अविस्मरणीय छाप छोड़ी।" शाहिद कपूर ने एक इंस्टाग्राम स्टोरी साझा की, जिसमें कौशल की पुरानी और हाल की तस्वीरों का संग्रह था और लिखा, ‘‘आपकी आत्मा को शांति मिलें।'' करीना कपूर खान ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर दिवंगत अभिनेत्री की एक तस्वीर साझा की।अनुपम खेर ने ‘एक्स' पर एक भावुक पोस्ट में दिवंगत अभिनेत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें "एक शानदार कलाकार और एक खूबसूरत इंसान" बताया। उनकी पोस्ट में लिखा था, ‘‘कामिनी कौशल जी न केवल एक शानदार कलाकार थीं, बल्कि एक खूबसूरत इंसान भी थीं। जब भी मैं उनसे मिलता, वह हमेशा मुस्कुराहट और प्यार से मेरा स्वागत करतीं और हमेशा अच्छी सलाह देतीं। भारतीय सिनेमा के इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा! ओम शांति!''
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मुंबई. फिल्म निर्माता करण जौहर ने अस्वस्थ अभिनेता धर्मेंद्र को लेकर मीडियाकर्मियों के जमावड़े की बृहस्पतिवार को आलोचना की और उनसे इस भावनात्मक रूप से कठिन दौर से गुजर रहे देओल परिवार को अकेला छोड़ने का आग्रह किया। जौहर ने ‘इंस्टाग्राम' पर पर एक नोट साझा किया और कहा, ‘‘एक जीवित दिग्गज कलाकार, जिन्होंने हमारे सिनेमा में इतना बड़ा योगदान दिया'' उनका लगातार मीडिया कवरेज करना ‘दिल तोड़ने वाला' है। उन्होंने कहा, “जब शिष्टाचार और संवेदनशीलता हमारे दिलों व हमारे कृत्यों से दूर हो जाती है तब हम बर्बाद हो जाते हैं। कृपया परिवार को अकेला छोड़ दें। वे पहले से ही भावनात्मक रूप से बहुत संघर्ष कर रहे हैं।” फिल्म निर्माता ने कहा, “हमारे सिनेमा में इतना बड़ा योगदान देने वाले एक जीवित दिग्गज के लिए पपराजी और मीडिया का तमाशा देखना बेहद दुखद है। यह कवरेज नहीं, बल्कि अनादर है!” धर्मेंद्र (89) को कुछ दिन तक ब्रीच कैंडी अस्पताल में रहने के बाद बुधवार सुबह छुट्टी दे दी गई और उपचार के लिए घर भेज दिया गया। पिछले दो दिन से मीडियाकर्मी अस्पताल और देओल के घर के बाहर डेरा डाले रहे, जिसके कारण परिवार ने निजता का सम्मान करने की अपील की। इससे पहले बृहस्पतिवार को अभिनेता सनी देओल ने अपने जुहू स्थित घर के बाहर जमा हुए फोटोग्राफरों से नाराजगी जताई।



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