कोरोना वाइरस को लेकर निवेशकों में चिंता बढ़ी
मुंबई। जनवरी के डेरिवेटिव अनुबंधों के समाप्त होने के बीच चीन के कोरोना वायरस को लेकर चिंता बढ़ाने से शेयर बाजारों में गिरावट आई। भारत में नोवल कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया। केरल में एक छात्र को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। बंबई शेयर बाजार के तीस शेयरों वाले सेंसेक्स में कारोबार के दौरान 550 अंक का उतार-चढ़ाव आया। अंत में यह 284.84 अंक या 0.69 प्रतिशत के नुकसान से 40,913.82 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 93.70 अंक या 0.77 प्रतिशत के नुकसान से 12,035 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक 2.62 प्रतिशत नीचे आया। नेस्ले इंडिया, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एसबीआई के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर बजाज आटो, पावरग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, एचडीएफसी, एलएंडटी और मारुति के शेयर लाभ में रहे। विश्लेषकों ने कहा कि जनवरी के वायदा एवं विकल्प अनुबंधों के निपटान से पहले बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहा। उन्होंने कहा कि अन्य एशियाई बाजारों में कमजोरी तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था पर चीन के कोरोना वायरस से पड़ने वाले प्रभाव को लेकर यहां भी धारणा कमजोर हुई।
तिमाही नतीजे अच्छी तस्वीर पेश कर रही
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, कोरोना वायरस अन्य देशों में भी फैल रहा है, जिससे आर्थिक सुस्ती की आशंका प्रबल हो रही है। जो कुछ तिमाही नतीजे आए हैं वे अर्थव्यवस्था में सुधार की सही तस्वीर पेश नहीं करते हैं। संपत्ति की गुणवत्ता कमजोर होने से बैंकों ने निराश किया है।'' उन्होंने कहा कि बाजार को आगामी आम बजट से काफी उम्मीदें हैं।
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