विमानन सुरक्षा मूल्यांकन कार्यक्रम के तहत भारत का श्रेणी-1 का दर्जा बरकरार
नयी दिल्ली. अमेरिका के संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) के विमानन सुरक्षा मूल्य़ांकन कार्यक्रम के तहत भारत का श्रेणी-1 का दर्जा बरकरार है। इस दर्जे से भारतीय विमानन कंपनियों को अपने विदेशी परिचालन का विस्तार करने में मदद मिलेगी। इससे पहले कुछ महीने पहले अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) ने अपने ऑडिट में भारत की सुरक्षा रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया था। एफएए अपने अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा मूल्यांकन (आईएएसए) कार्यक्रम के तहत यह तय करता है कि क्या किसी देश की विमानन कंपनियां जो अमेरिका में परिचालन करना चाहती हैं, वे आईसीएओ के सुरक्षा मानकों का अनुपालन करती है या नहीं। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक बयान में कहा कि मूल्यांकन और उसके बाद विचार-विमर्श के परिणामों के आधार पर, एफएए ने बुधवार को बताया कि ''भारत शिकागो सम्मेलन और उसके अनुलग्नकों के विमानन सुरक्षा निरीक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करता है और एफएए आईएएसए की श्रेणी-1 में बना हुआ है। इसका अंतिम मूल्यांकन जुलाई 2018 में किया गया था।'' आईएएसए कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा मानकों का पालन करने की देश की क्षमता और कर्मियों के लाइसेंस, विमान के संचालन और उड़ान योग्यता के संबंध में तय गतिविधियों पर आधारित है।
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