तिरुपति की श्रीजा मिल्क को विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन में मिला नवाचार पुरस्कार
नयी दिल्ली. तिरुपति स्थित महिला डेयरी किसानों के संगठन श्रीजा महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी (एसएमएमपीसीएल) को शिकागो के विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन में डेयरी क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण की दिशा में नवाचार के लिए पुरस्कार मिला है। श्रीजा इस पुरस्कार के लिए भारत से नामांकित तीन संस्थाओं में से एक थी। इसके अलावा राजस्थान के उदयपुर से संचालित आशा महिला दूध उत्पादक कंपनी लिमिटेड और गुजरात दूध और विपणन सहकारी संघ भी दावेदारों में शामिल थीं। वर्तमान में एसएमएमपीसीएल का परिचालन आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु के 11 जिलों में फैला हुआ है। वह औसतन 5.5 लाख लीटर दूध की दैनिक खरीद करती है और इस वित्त वर्ष में उसका कारोबार करीब 1,000 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। एसएमएमपीसीएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जयतीर्थ चारी ने मंगलवार रात को यह पुरस्कार मिलने पर कहा, ‘‘महिला डेयरी किसानों के सशक्तिकरण के लिए वैश्विक मंच पर सम्मान पाना देश की महिला डेयरी किसानों और संगठन के लिए सबसे गौरवशाली पल है।'' केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी सचिव अलका उपाध्याय ने इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी), एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज और श्रीजा मिल्क को बधाई दी। एनडीडीबी के अध्यक्ष मीनेश शाह ने कहा, ‘‘महिलाओं ने भारत में डेयरी की सफलता में एक अभिन्न भूमिका निभाई है और वैश्विक मंच पर उनके योगदान को स्वीकार किए जाना, केवल समय की बात है।'' चारी ने कहा कि अब श्रीजा मिल्क की नजर 1.5 लाख महिलाओं की सदस्यता, 6.5 लाख लीटर दूध की दैनिक खरीद और जल्द ही 'यूनिकॉर्न' क्लब में शामिल होने पर है।
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