छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष : खाद्य सुरक्षा, पारदर्शिता और जनसेवा में बिलासपुर अग्रणी
0- खाद्य विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण, पोषण सुधार एवं किसान कल्याण की दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर खाद्य विभाग ने जनसेवा, पारदर्शिता और सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान स्थापित की है। विभाग का उद्देश्य प्रत्येक पात्र हितग्राही तक रियायती दर पर खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करना तथा खाद्य सुरक्षा, पोषण सुधार और महिला सशक्तिकरण के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुँचाना है।
महिला सशक्तिकरण और रोजगार -
जिले में 690 उचित मूल्य दुकानें संचालित हैं, जिनमें से 294 दुकानों का संचालन महिला स्व सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा राशनकार्ड में महिला मुखिया को प्राथमिकता दी गई है, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
कुपोषण उन्मूलन और पोषण सुधार -
विभाग द्वारा फोर्टीफाइड चावल वितरण जैसी पहल के माध्यम से कुपोषण दर में कमी लाई गई है। इससे बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार आया है।
कोविड-19 काल में जनसेवा -
कोविड-19 संकट काल में विभाग ने घर-घर राशन वितरण की सुविधा उपलब्ध कराई। साथ ही प्रवासी मजदूरों और गैर-राशनकार्डधारियों को भी अन्न उपलब्ध कराया गया, और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को निरंतर निःशुल्क खाद्यान्न प्रदान किया गया।
डिजिटल प्रणाली और पारदर्शिता -
ई-पॉस मशीन आधारित ऑनलाइन वितरण, आधार प्रमाणीकरण, नामिनी और ओटीपी आधारित वितरण और राशन पोर्टेबिलिटी सुविधा दी जा रही है। इन सभी उपायों से विभाग ने वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और सुलभता सुनिश्चित की है।
निःशक्तजन और विशेष वर्ग -
निःशक्तजन हितग्राहियों के लिए पृथक राशनकार्ड योजना। पात्र निःशक्तजनों को निःशुल्क खाद्यान्न प्रदाय करना।
निगरानी और शिकायत निवारण -
त्रिस्तरीय निगरानी समिति दुकान, विकासखंड एवं जिला स्तर पर है।
टोल फ्री नंबर 1800-233-3663 जारी किया गया है। राशन दुकानों से संबंधित शिकायत इस पर दर्ज कराई जा सकती है। जनभागीदारी साइट भी बनाया गया है। इन व्यवस्थाओं के माध्यम से विभाग ने पारदर्शिता और जनभागीदारी सुनिश्चित की है।
उज्ज्वला योजना -
जिले में 2,94,134 महिलाओं को रियायती दर पर गैस कनेक्शन दिए। कुल 4,95,817 गैस कनेक्शन (उज्ज्वला सहित)।
किसान कल्याण और धान खरीदी -
140 धान उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 69,19,835 क्विंटल धान खरीदी की गई। टोकन तुहर हाथ’ एप के माध्यम से टोकन जारी किया गया। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की गई और बोनस भुगतान किया गया।
कस्टम मीलिंग और धान उठाव -
जिले में 177 राइस मिलें हैं। 74,68,073 क्विंटल धान का उठाव। इससे स्थानीय उद्योगों को गति मिली और रोजगार के अवसर भी बढ़े।
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