प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि :प्रधानमंत्री द्वारा 18 हजार करोड़ रुपये का हस्तांतरण
- महासमुंद जिले के 1,26,234 कृषकों को प्राप्त हुए 25.25 करोड़ रुपये
महासमुंद / प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त के अंतर्गत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज कोयंबटूर, तमिलनाडु से देशभर के किसानों के खातों में 18 हजार करोड़ की राशि हस्तांतरित की गई। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुंद में किया गया।प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में प्राकृतिक खेती को समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि अत्यधिक रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से खेती की लागत में वृद्धि, मिट्टी की उर्वरता में कमी और भूमिगत जल स्तर में गिरावट जैसी चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। उन्होंने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने का आह्वान किया। अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री द्वारा यह भी बताया गया कि देश का कृषि निर्यात दोगुना हुआ है तथा किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड योजनांतर्गत 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की सहायता उपलब्ध कराई गई है। महासमुंद जिले के कुल 1,26,234 कृषकों को इस किस्त में 25.25 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुंद में आयोजित इस प्रसारण कार्यक्रम में ग्राम पंचायत भलेसर के सरपंच श्री सेवाराम कुर्रे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती पूजन एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के गीत से की गई। कृषक संगोष्ठी के अंतर्गत किसानों को कृषि की उन्नत तकनीकों एवं विभागीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर विशेष रूप से एफ.आर. कश्यप, उप संचालक कृषि, महासमुंद, भीमराव घोड़ेसवार, सहायक भूमि संरक्षण,अधिकारी गणेश्वरी बंजारे, अनुविभागीय कृषि अधिकारी, अभिषेक शर्मा एवं श्री योगेश चंद्राकर, कृषि अधिकारी,डॉ. आर.एल. शर्मा, प्रमुख/वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, डॉ. साकेत दुबे, विषय वस्तु विशेषज्ञ (उद्यानिकी), डॉ. कुणाल चन्द्राकर, विषय वस्तु विशेषज्ञ (मृदा विज्ञान), इंजि. रविश केशरी, विषय वस्तु विशेषज्ञ (जल एवं मृदा अभियांत्रिकी), डॉ. पुनिथा कार्तिकेयन, प्रोग्राम सहायक (कम्प्यूटर), कमलकांत लोधी, प्रक्षेत्र प्रबंधक उपस्थित रहे। उपस्थित कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र के विभिन्न प्रक्षेत्रों का भ्रमण कराया गया, जिनमें पोषण बाड़ी, मातृ फलोद्यान अजोला उत्पादन इकाई, दुग्ध उत्पादन इकाई, बटेर पालन इकाई शामिल रहे।
किसानों ने इन इकाइयों के संचालन, तकनीकी पहलुओं एवं लाभों की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम के अंत में सरपंच श्री सेवाराम कुर्रे द्वारा किसानों को फलदार पौधों का वितरण किया गया।किसानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति से कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।













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