घर पर अल्कलाइन वॉटर कैसे बनाएं? आसान तरीका जानें
आजकल फिटनेस और हेल्थ को लेकर लोग पहले से कहीं ज्यादा जागरूक हो चुके हैं। हेल्दी रहने के लिए डाइट, एक्सरसाइज, स्लीप और हाइड्रेशन का सही संतुलन जरूरी है। ऐसे में पीने के पानी की क्वालिटी भी बहुत अहम हो जाती है। साधारण पानी से बेहतर, आजकल अल्कलाइन वॉटर (Alkaline Water) की मांग तेजी से बढ़ी है। इसे क्लीन वॉटर या पावर वॉटर भी कहा जाता है क्योंकि इसका पीएच लेवल 8 या उससे ज्यादा होता है, जो शरीर की एसिडिटी को बैलेंस करने में मदद करता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि घर पर अल्कलाइन वॉटर कैसे बनाएं, उसके फायदे क्या हैं और क्या इसे पीकर वजन घटाने में मदद मिलती है या नहीं।
अल्कलाइन वॉटर क्या होता है?-
अल्कलाइन वॉटर वह पानी होता है जिसका पीएच लेवल 8 या उससे ज्यादा होता है। इसमें नेचुरल मिनरल्स या बेकिंग सोडा जैसे अल्कलाइन एजेंट्स मिलाए जाते हैं जो इसकी गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।
अल्कलाइन वॉटर पीने के फायदे
-शरीर के पीएच को बैलेंस करता है।
-पेट की एसिडिटी और गैस की समस्या में राहत मिलती है।
-मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है।
-त्वचा साफ और ग्लोइंग बनती है।
-शरीर को डिटॉक्स करता है।
-इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
क्या अल्कलाइन वाटर पीने से वजन घटता है?-
अल्कलाइन वाटर पीने से वेट लॉस (Weight Loss) करने में मदद मिलती है। कई स्टडीज में अल्कलाइन वाटर को वेट लॉस के लिए फायदेमंद बताया गया है। हालांकि अल्कलाइन वाटर मेटाबॉलिज्म रेट को ठीक नहीं करता लेकिन ये आपकी डाइट में कैलोरीज नहीं बढ़ाएगा जिसकी मदद से आपको वजन घटाने में मदद मिलेगी। अल्कलाइन वाटर में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हें जो शरीर को वजन कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा अल्कलाइन वाटर शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है। शरीर में मौजूद बेकार तत्वों को बाहर कर देने से वेट लॉस करने में मदद मिलती है और यही अल्कालाइन वाटर का मुख्य काम है।
अल्कलाइन वाटर बनाने का तरीका
सामग्री: पानी और नींबू
विधि:
-नींबू की मदद से आप अल्कलाइन वाटर बना सकते हैं।
-एक बड़े जग में पानी भरें।
-नींबू के टुकड़े, पानी वाले जग में डालें।
-आप इन टुकड़ों को बिना निचोड़े ही जग में डाल सकते हैं।
-जग को रात भर के लिए सामान्य तापमान पर छोड़ दें।
-पानी में आप पिंक सॉल्ट भी मिलाकर छोड़ सकते हैं।
-नमक से अल्कलाइन वाटर मिनरल वाटर में बदल जाता है।
पानी का पीएच स्तर
पानी के पीएच लेवल की बात करें, तो 4 से 10 के स्केल पर अगर पानी 4 से 6 के बीच है, तो वो एसिडिक है वहीं 7 से ऊपर पानी बेसिक नेचर का होता है। हर कोई अपने पानी का स्तर 7 से 9 के बीच रखना चाहेगा। शुद्ध पेयजल का पीएच स्तर 8 या 9 होता है जिसे अल्कलाइज करके हासिल किया जा सकता है।
अल्कलाइन वाटर पीने से प्यास बढ़ती है
अल्कलाइन वाटर का सेवन करने से शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है। अल्कलाइन वाटर शरीर में जल्दी एब्सॉर्ब हो जाता है और प्यास अधिक लगती है। ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर रखने के लिए अल्कलाइन वाटर फायदेमंद माना जाता है। शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स, अल्कलाइन वाटर में पाए जाते हैं।
शरीर का पीएच लेवल बरकरार रखने में अल्कलाइन वाटर फायदेमंद माना जाता है। हालांकि इसका सेवन जरूरत से ज्यादा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे शरीर का बायोकेमिकल प्रोसेस बिगड़ सकता है।
अल्कलाइन वाटर पीने के क्या फायदे हैं?
-यह शरीर को डिटॉक्स करता है, पाचन सुधारता है, एसिडिटी को कम करता है और एनर्जी लेवल को बढ़ाता है। कुछ रिसर्च इसे इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मददगार मानती हैं।
अल्कलाइन वाटर कितना पीना चाहिए?
शुरुआत के दिनों में 1-2 गिलास पीना काफी होता है। शरीर के अनुसार धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाई जा सकती है ।
अल्कलाइन वाटर क्या है?
अल्कलाइन वॉटर ऐसा पानी होता है जिसका पीएच लेवल, सामान्य पानी से ज्यादा यानी 8 या 9 होता है। यह शरीर की एसिडिक स्थिति को संतुलित करने में मदद करता है।
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