प्रोटीन से भरपूर रागी खाने के हैं और भी कई फायदे
वजन घटाने के साथ ही अपनी हेल्थ को लेकर सजग रहने वाले ज्यादातर लोग इन दिनों सामान्य गेहूं के आटे की जगह जौ का आटा, बाजरे का आटा, राजगीरा या अमरंथ का आटा, सोया का आटा, कुट्टू का आटा आदि यूज करने लगे हैं. ऐसा ही एक हेल्दी ऑप्शन है रागी जिसे फिंगर मिलेट के नाम से भी जाना जाता है. रागी को ही कई जगहों पर नाचनी भी कहा जाता है.
ढेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर है रागी
सबसे अच्छी बात ये है कि रागी के आटे में कोलेस्ट्रॉल और सोडियम जीरो पर्सेंट होता है जबकि फैट की मात्रा केवल 7 प्रतिशत होती है. इसके अलावा इसमें डाइट्री फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन, पोटैशियम, आयरन भी भरपूर मात्रा में होता है. प्रोटीन और फाइबर के कारण इसे वेट लॉस के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. इसके अलावा भी रागी के कई फायदे हैं.
1. डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार- गेंहू या चावल के आटे की तुलना में रागी में पॉलिफेनॉल्स और फाइबर की मात्रा अधिक होती है और इसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स भी कम होता है. इसलिए यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. सुबह का नाश्ता या दिन के लंच में रागी को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है.
2. एनीमिया में फायदेमंद- आयरन का बेहतरीन सोर्स है रागी इसलिए अगर किसी व्यक्ति को एनीमिया की बीमारी हो या शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल कम हो तो उसे रागी का सेवन जरूर करना चाहिए.
3. प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स है- शरीर के लिए जरूरी एमिनो एसिड और प्रोटीन से भरपूर होता है रागी. शाकाहारी लोगों की डाइट में अक्सर प्रोटीन सोर्स की कमी होती है. ऐसे में वे प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए रागी का सेवन कर सकते हैं.
4. तनाव होता है कम- रागी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो तनाव को घटाने में मदद करते हैं. अगर आपको एंग्जाइटी, डिप्रेशन या अनिद्रा की समस्या हो तो आप रागी जरूर खाएं. इससे फायदा होगा.
रागी के नुकसान
-अगर किडनी में स्टोन या किडनी से जुड़ी कोई और समस्या हो तो ऐसे लोगों को रागी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है.
-थायरॉयड के मरीजों को भी रागी का सेवन नहीं करना चाहिए वरना उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं.
-बहुत ज्यादा रागी खाने की वजह से कब्ज, डायरिया, पेट में गैस, पेट फूलने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
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