संसद के दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया गया.. अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान
नई दिल्ली। . वित्त वर्ष 2022-23 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण की ओर से संसद के दोनों सदनों में .मंगलवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में यह संभावना जताई गई है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रही। ऐसा आर्थिक गतिविधियों में तेजी और राजस्व में वृद्धि से संभव हुआ। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि सकल कर राजस्व में गत वर्ष अप्रैल से नवंबर की अवधि में वार्षिक स्तर पर 15 दशमलव पांच प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई। इस दौरान राज्यों को कर राजस्व का हिस्सा चुकाए जाने के बाद केंद्र का सकल राजस्व संग्रह सात दशमलव नौ प्रतिशत अधिक रहा।






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