काशी, अयोध्या से जुड़ी लोगों की भावनाएं लोगों को एकसूत्र में बांधती हैं : राष्ट्रपति
लखनऊ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहा कि काशी, अयोध्या, मथुरा और सारनाथ से लोगों की जो परंपराएं और भावनाएं जुड़ी हैं, वह सभी भारतीयों को एकसूत्र में बांधती हैं। लोकभवन में उनके सम्मान में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि लखनऊ में उनके प्रथम आगमन पर उनका जिस गर्मजोशी से स्वागत किया गया, वह अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा, “नैमिषारण्य, गोरखपुर, मगहर और उत्तर प्रदेश के कई अन्य पवित्र स्थल भारत की फलती फूलती आध्यात्मिक शक्ति के गवाह हैं। इस तरह के पवित्र स्थलों से निकलने वाली आध्यात्मिक ऊर्जा हमारे देश को सदियों तक ताकत प्रदान करती रहेगी।” राष्ट्रपति ने कहा कि प्रयागराज में कुम्भ प्राचीन काल से एक बड़ा धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन रहा है। वर्ष 2017 में यूनेस्को ने प्रयागराज कुम्भ मेला को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की मान्यता दी। उन्होंने कहा कि गोमती नदी के तट पर बसा लखनऊ, जो एक ओर हमारी पुरानी परंपराओं से जुड़ा है, वहीं दूसरी ओर यह संस्कृति, साहित्य, राजनीति और कला का एक बड़ा केंद्र रहा है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “ अर्थव्यवस्था के विकास के साथ यह भी आवश्यक है कि आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति समावेशी हो। समाज के सभी वंचित तबकों और महिलाओं को समावेशी विकास के दायरे में लाना हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि उत्तर प्रदेश महिला सशक्तिकरण के जरिए आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगा। महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण के इतिहास में उत्तर प्रदेश का अनूठा रिकॉर्ड है।” राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में उत्तर प्रदेश की आबादी उतनी है जितनी विश्व की आबादी में भारत की हिस्सेदारी। राज्य सरकार बड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा, “इस देश का सबसे बड़ा कार्यबल और सबसे बड़ी युवा आबादी को इस राज्य में अपनी प्रतिभाओं का उपयोग करने के लिए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।” राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि भारता का एक उज्ज्वल भविष्य है क्योंकि इस तरह के बड़े राज्य के मेहनती और समर्पित लोग एक नए भारत का निर्माण करने के लिए काम कर रहे हैं। इस अवसर पर, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विभिन्न क्षेत्र से लोग उपस्थित थे।







.jpg)
.jpg)

Leave A Comment