भारतीय सशस्त्र बलों को उत्पाद समर्थन देने के लिए बीईएल एवं आईएआई बनाएंगे संयुक्त उपक्रम
बेंगलुरु। रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने भारतीय रक्षा बलों को दीर्घकालिक उत्पाद समर्थन मुहैया कराने के मकसद से एक संयुक्त उपक्रम बनाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं।
बीईएल ने एक बयान में बताया कि केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने यहां येलहंका वायुसेना स्टेशन में चल रहे द्विवार्षिक एयर शो और विमानन प्रदर्शनी ‘एयरो इंडिया 2023' में यह घोषणा की। इसमें कहा गया कि यह साझेदारी लंबे समय से सहयोग कर रहीं दो कंपनियों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। बीईएल एक ‘नवरत्न' कंपनी है, जो रक्षा संबंधी इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों एवं प्रणालियों के निर्माण में अग्रणी हैं और आईएआई इजराइल में एक शीर्ष एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी है।
ये दोनों कंपनियां भारतीय सशस्त्र बलों के लिए कई संयुक्त कार्यक्रमों में शामिल रहीं हैं। देश में मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइल (एमआरएसएएम) संबंधी वायु रक्षा प्रणालियों के लिए समर्थन प्रदान करने के वास्ते नया संयुक्त उपक्रम स्थापित किया जा रहा है। इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में होगा और यह सशस्त्र बलों को तकनीकी और रखरखाव संबंधी आवश्यक सहायता प्रदान करेगा।
बयान में कहा गया है कि एमआरएसएएम एक उन्नत वायु और मिसाइल रक्षा प्रणाली है जो विभिन्न प्रकार के हवाई उपकरणों से सुरक्षा प्रदान करती है। इसका उपयोग भारतीय वायु सेना, भारतीय थल सेना, भारतीय नौसेना और इजराइली रक्षा बल करते हैं। इसमें कहा गया है कि इस संयुक्त उपक्रम के माध्यम से आईएआई ने भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण के प्रति अपना समर्थन दोहराया है। इसमें कहा गया है कि यह उपक्रम भारतीय सशस्त्र बलों के लिए उन्नत प्रणालियों के विकास और समर्थन में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के साथ मजबूत साझेदारी के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।








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