अमित शाह ने रोहतक में 350 करोड़ की साबर डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया,बोले- डेयरी क्षेत्र में 11 साल में 70% की बढ़ोतरी
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को हरियाणा के रोहतक में साबर डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया। यह देश का सबसे बड़ा प्लांट है जो दही, छाछ और योगर्ट का उत्पादन करेगा। लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से बने इस प्लांट से दिल्ली-एनसीआर सहित आसपास के राज्यों में डेयरी उत्पादों की आपूर्ति होगी। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की दशकों पुरानी मांग पूरी करते हुए सहकारिता मंत्रालय बनाया। पिछले चार वर्षों में केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से सहकारिता क्षेत्र की नींव मजबूत हुई है। उन्होंने भरोसा जताया कि 2029 तक हर पंचायत में एक सहकारी समिति होगी।
शाह ने बताया कि पिछले 11 सालों में भारत का दूध उत्पादन 146 मिलियन टन से बढ़कर 239 मिलियन टन हो गया है। देशी गायों का दूध उत्पादन भी 29 मिलियन टन से बढ़कर 50 मिलियन टन तक पहुंच गया है। आज 8 करोड़ किसान सीधे डेयरी क्षेत्र से जुड़े हैं और प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता 124 ग्राम से बढ़कर 471 ग्राम तक हो गई है।
साबर डेयरी प्लांट की क्षमता को लेकर शाह ने बताया कि यहां रोजाना 150 मीट्रिक टन दही, 10 मीट्रिक टन योगर्ट, 3 लाख लीटर छाछ और 10,000 किलो मिठाई का उत्पादन होगा। इस प्लांट से हरियाणा के अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसान भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने गुजरात की डेयरी सहकारी समितियों की मिसाल देते हुए कहा कि वहां 35 लाख महिलाएं हर साल 85,000 करोड़ रुपये का कारोबार करती हैं। उन्होंने कहा प्रजनन तकनीक, बायोगैस, मधुमक्खी पालन और जैविक खेती जैसे वैज्ञानिक नवाचारों को अब हरियाणा में भी लागू किया जाना चाहिए।
हरियाणा के प्रदर्शन पर शाह ने कहा कि राज्य प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता में हमेशा पहले से तीसरे स्थान के बीच रहा है। उन्होंने घोषणा की कि श्वेत क्रांति 2.0 के तहत देशभर में 75,000 से अधिक नई डेयरी समितियां बनाई जाएंगी और 46,000 मौजूदा समितियों को और मजबूत किया जाएगा। मौजूदा 660 लाख लीटर प्रतिदिन दूध प्रोसेसिंग क्षमता को 2028-29 तक बढ़ाकर 100 मिलियन लीटर प्रतिदिन किया जाएगा। इससे सीधे किसानों और विशेषकर महिलाओं को लाभ मिलेगा। सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए शाह ने राष्ट्रीय गोपाल मिशन, राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम, पशुपालन बुनियादी ढांचा विकास कोष और राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम को भी उजागर किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत अब डेयरी प्लांट निर्माण और शोध में आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है, जिससे उत्पादन और नवाचार में तेजी आएगी और सहकारी क्षेत्र और अधिक मजबूत होगा।-


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