स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के मद्देनजर लोगों को चीन की यात्रा से बचने का परामर्श दिया
नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना वायरस के फैलावा को रोकने के लिए राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ तैयारियों का जायजा लिया। इस बीमारी से चीन में अब तक 132 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पूरे विश्व में लगभग छह हजार लोग इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने चीन में फैले कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए देश के नागरिकों को अपरिहार्य कारणों के अलावा चीन यात्रा से बचने का परामर्श जारी किया है।
इसमें चीन से आने वाले सभी यात्रियों को अपने स्वास्थ्य पर बारीकी से निगाह रखने को भी कहा गया है। मंत्रालय ने आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ बैठक की और इस दिशा में किए जा रहे उपायों की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष सचिव संजीवा कुमार ने बैठक की अध्यक्षता की।
इस बीच, आयुष मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षणों के दौरान यूनानी दवाएं काफी लाभकारी होती हैं। मंत्रालय ने लोगों को व्?यक्तिगत सफाई रखने, बार-बार साबुन से हाथ धोने और पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी है। साथ ही बिना धुले हाथों से आंख, नाक और मुंह को छूने से बचने को भी कहा गया है।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने कोरोना वायरस के किसी भी संदिग्ध मामले की जांच की व्यवस्था की है तथा चीन, नेपाल और अन्य देशों से हवाईअड्डों पर आने वाले लोगों की जांच के आदेश दिये हैं। वायरस की रोकथाम के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। किसी भी जानकारी और मदद के लिए हेल्पलाइन बनाई गई हैं जिसके टेलीफोन नंबर हैं --
0 1 9 1-2 5 4 9 6 7 6 , 0 1 9 1-2 5 2 0 9 8 2 और 0 1 9 4-2 4 4 0 2 8 3
जम्मू और श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेजों, शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज सौरा और अन्य जिला अस्पतालों में अलग से वार्ड बनाये जाएंगे। डॉक्टरों और अद्र्ध चिकित्सकों की एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। वायरस के लक्षणों में खांसी आना, नाक बहना, बुखार, गले में खराश और सांस की तकलीफ शामिल हैं।---
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