जन्माष्टमी पर रात के समय करें ये अचूक उपाय, कारोबार में होगी वृद्धि और बढ़ेगा यश
जन्माष्टमी का पर्व बेहद पावन और शुभ माना जाता है। इस साल यह पर्व 15 अगस्त को मनाया जाएगा। यह भगवान कृष्ण के जन्मदिन का प्रतीक है। इस दिन साधक उपवास रखते हैं और रात में कृष्ण जन्म के बाद व्रत खोलते हैं। वहीं, जन्माष्टमी की रात को लेकर कई सारे उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से जीवन की मुश्किलों का अंत होता है/
आइए इस आर्टिकल में इस दिन से जुड़े कुछ प्रमुख उपाय के बारे में जानते हैं....
तुलसी की माला - रात में भगवान कृष्ण का शृंगार करें और उन्हें तुलसी की माला अर्पित करें। इसके बाद, तुलसी के पौधे के सामने 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से कारोबार में वृद्धि होगी।
माखन-मिश्री भोग - रात 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म के बाद उन्हें माखन-मिश्री का भोग लगाएं। इस उपाय को करने से रिश्ते मधुर होते हैं। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है।
मोर पंख - भगवान कृष्ण को मोर पंख बहुत प्रिय है। ऐसे में जन्माष्टमी की रात, मोर पंख को अपने घर के प्रमुख स्थानों पर रखें। इससे जीवन में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसके साथ ही तरक्की होती है।
शंख - रात में भगवान कृष्ण की पूजा करते समय शंख बजाएं। शंख की ध्वनि से आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। पूजा के बाद इस शंख को अपनी दुकान या दफ्तर में रखें। ऐसा करने से व्यापार में वृद्धि होती है।
गीता का पाठ - जन्माष्टमी की रात को भगवान कृष्ण के सामने बैठकर भगवत गीता के 11वें अध्याय का पाठ करें। इस अध्याय में भगवान ने अपने विराट स्वरूप का वर्णन किया है। ऐसा करने से जीवन में सफलता और मान-सम्मान बढ़ता है।
गाय की सेवा - रात में व्रत खोलने के बाद किसी गाय को हरा चारा खिलाएं। गाय की सेवा करने से भगवान कृष्ण बहुत प्रसन्न होते हैं, जिससे जीवन में मान-सम्मान और यश बढ़ता है।
पीपल के पेड़ की पूजा - रात में पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं। पीपल में सभी देवी-देवताओं का वास माना जाता है। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
गरीबों को दान - जन्माष्टमी की रात गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें। दान-पुण्य करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है।
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