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- -डबल इंजन सरकार में तेजी से हो रहा बस्तर का विकास: कोंडागांव जिले में 307.96 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा 11.38 किमी लंबा 4-लेन केशकाल बाईपास-केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर दी जानकारी: मुख्यमंत्री श्री साय ने आभार प्रकट करते हुए बस्तर के विकास के लिए बताया निर्णायक कदमरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी द्वारा 307.96 करोड़ रुपए की लागत से पेव्ड शोल्डर मानक के साथ 4 लेन में केशकाल बाईपास निर्माण की स्वीकृति प्रदान करने पर प्रदेशवासियों विशेषकर बस्तर अंचल की जनता की ओर से हार्दिक आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि यह बाईपास केशकाल घाट खंड में यातायात बाधाओं को दूर कर सुगम, सुरक्षित व निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करेगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डबल इंजन सरकार में तेजी से बस्तर अंचल का विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्वीकृति केंद्र और राज्य सरकार की समन्वित विकास नीति का परिणाम है, जो बस्तर जैसे जनजातीय अंचल को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक और ठोस कदम है। इस ऐतिहासिक स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी की दूरदृष्टि और पहल के लिए आभार जताते हुए इसे बस्तर के विकास के लिए निर्णायक कदम बताया है।उल्लेखनीय है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-43 (नया NH-30) पर केशकाल घाट खंड को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए 307.96 करोड़ रुपए की लागत से 11.380 किलोमीटर लंबा 4-लेन बाईपास निर्माण अपग्रेड की स्वीकृति दी गई है। यह बाईपास पेव्ड शोल्डर मानक के अनुरूप होगा और इसके बनने से बस्तर अंचल में कनेक्टिविटी को नया आयाम मिलेगा। यह परियोजना विशेष रूप से केशकाल घाट के कठिन भौगोलिक खंड को पार करने में सहूलियत प्रदान करेगी।बाईपास के निर्माण से न केवल वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा, बल्कि वाहन चालकों को तेज, सुगम और निर्बाध यात्रा का अनुभव भी मिलेगा।बाईपास निर्माण से शहरी क्षेत्रों में यातायात का दबाव कम होगा, जिससे स्थानीय नागरिकों को जाम और दुर्घटना की समस्या से राहत मिलेगी। इसके साथ ही प्रदूषण के स्तर में भी गिरावट आएगी, जिससे पर्यावरणीय संतुलन को भी बढ़ावा मिलेगा। file photo
- बलौदाबाजार / कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर जिला रेडक्रॉस सोसाइटी एवं न्यूवोको सीमेंट संयन्त्र ग्राम सोनाडीह के संयुक्त तत्वावधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।शिविर में प्लांट के कर्मचारियों तथा क्षेत्र के आमजन ने रक्तदान किया जिसमें कुल 194 यूनिट रक्त की प्राप्ति हुई।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार अवस्थी के अनुसार रक्तदान शिविर हेतु रक्तदान करने वाले दाताओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे लोग रक्तदान हेतु आगे आए।सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार वर्मा के अनुसार रक्तदान एक बड़ी समाज सेवा है क्योंकि इसके माध्यम से किसी मरीज की जान बचाई जा सकती है ।18 से 65 वर्ष का व्यक्ति जिसका वजन 45 किलोग्राम तथा हीमोग्लोबिन 12.5 हो वह रक्तदान कर सकता है। एक बार मे 350 मिली रक्त ही निकाला जाता है। एक व्यक्ति साल में 4 बार रक्तदान कर सकता है। इससे किसी प्रकार की कोई कमज़ोरी नहीं आती है। रक्तदान से प्राप्त रक्त से प्रसव,दुर्घटना,सर्जरी के साथ-साथ एनीमिया, सिकल सेल ,थैलेसीमिया और हीमोफीलिया के मरीजों को भी मदद मिलती है जिन्हें समय-समय पर रक्त चढ़ाने की जरूरत होती है।
- -आगामी सीजन में पर्यटकों की सुविधा में होगा विस्तार-बलौदाबाजार / बारनवापारा अभयारण्य 16 जून 2025 से आगामी पर्यटक सीजन अक्टूबर 2025 तक प्रतिवर्ष के भॉति अभ्यारण्य प्रबंधन हेतु पर्यटकों के लिये बंद रहेगा। गत वर्ष बारनवापारा अभयारण्य 15 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए पुनः प्रारम्भ किया गया था। वनमंडल अधिकारी बलौदाबाजार गणवीर धम्मशील ने बताया कि आगामी सीजन में बारनवापारा प्रबंधन द्वारा सभी सफारी गेट में पर्याप्त वाहन उपलब्ध कराने के लिए आस -पास के बेरोज़गार युवाओं क़ो ऋण के माध्यम से सफारी वाहन जल्द ही उपलब्ध कराए जाएंगे । साथ ही पर्यटकों के लिए अन्य सुविधाओं का विस्तार भी किया जाएगा।विशेष आकर्षण लेपर्ड सफारी -बारनवापारा अभयारण्य पर्यटकों के लिए लेपर्ड सफारी हेतु विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अभयारण्य में तेंदुए के साथ -साथ गौर , भालू , चीतल और 150 से अधिक प्रजाति के पक्षियां पाई जाती हैं ।
- -शत प्रतिशत पात्र लोगों को किया जाएगा योजनाओं से लाभान्वितबलौदाबाजार /भारत सरकाऱ के जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार जनजातीय बाहुल्य गांव में सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान अंतर्गत जिले के 46 जनजातीय बाहुल्य गांवों में विशेष शिविर का आयोजन 15 जून से प्रारम्भ किया गया है। विशेष शिविर में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों की मौजूदगी में पात्र लोगों को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार विशेष शिविर की निगरानी के लिए विकासखंड स्तर पर मॉनिटरिंग कमिटी का गठन किया गया है। इसके साथ ही निरीक्षण हेतु तिथि व ग्राम का भी निर्धारण किया गया है।अभियान के तहत जिले के विकासखण्ड कसडोल के 21 गांव, बलौदाबाजार के 13, भाटापारा के 10 एवं विकासखंड सिमगा के 2 जनजातीय बाहुल्य गांव शामिल हैं। 15 जून से 30 जून तक चलने वाले अभियान में हितग्राहियों क़ो पात्रातानुसार सभी योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा।शिविरों में राशन कार्ड, आधार कार्ड,आयुष्मान कार्ड, वयोवृद्ध कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि,जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र,पीएम उज्जवला गैस कनेक्शन,जनधन खाता, मनरेगा जॉब कार्ड, पेंशन योजना, मुद्रा लोन, पीएम विश्वकर्मा योजना, मातृ एवं शिशु कल्याण ,टीकाकरण, आंगनबाड़ी से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी।
- -चरण पादुका योजना आदिवासी समाज के विकास के लिए प्रतिबद्ध सरकार का एक ठोस कदम है - विकास मरकामरायपुर | अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चरण पादुका योजना के पुनः प्रारंभ किए जाने पर सराहना करते हुए कहा माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की सुशासन सरकार, आदिवासी हितैषी सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के कल्याण हेतु एक बार फिर चरण पादुका योजना को पुनः प्रारंभ करने की घोषणा की है। यह योजना भारतीय जनता पार्टी के संकल्पपत्र 'मोदी की गारंटी' का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे पूरा करके हमारी सरकार ने आदिवासी समाज के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को सिद्ध किया है।चरण पादुका योजना का उद्देश्य तेंदूपत्ता संग्राहकों, विशेषकर आदिवासी समुदाय के लोगों को जंगलों में कार्य के दौरान सुरक्षा और सुविधा प्रदान करना है। यह योजना न केवल उनके पैरों को चप्पलों के माध्यम से सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि उनके स्वाभिमान को भी बढ़ाती है। यह आदिवासी समाज के विकास के लिए प्रतिबद्ध सरकार का एक ठोस कदम है, जो यह सुनिश्चित करता है कि समाज का प्रत्येक वर्ग विकास की मुख्यधारा में शामिल हो।पूर्व में कांग्रेस सरकार द्वारा इस महत्वपूर्ण योजना को बंद करना आदिवासी समाज के प्रति उनकी उदासीनता का प्रतीक था। इसके विरुद्ध हमने भाजपा अजजा मोर्चा के माध्यम से शसक्त आंदोलन भी किया, ताकि इस योजना को पुनः शुरू करने की मांग को बल मिले। साथ ही, भाजपा के घोषणा पत्र समिति को इस योजना को शामिल करने हेतु हमने सुझाव भेजे थे, जो 'मोदी की गारंटी' के रूप में जनता के सामने प्रस्तुत हुआ। आज, माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के नेतृत्व में यह वादा पूरा होने से आदिवासी स्वाभिमान को नया बल मिला है। यह योजना तेंदूपत्ता संग्राहकों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह आदिवासी हितैषी सरकार की उस सोच को दर्शाता है, जिसमें प्रत्येक आदिवासी परिवार की खुशहाली और आत्मनिर्भरता सर्वोपरि है।माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र और छत्तीसगढ़ की डबल इंजन सरकार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के मंत्र को साकार कर रही है।हमारी सरकार ने न केवल चरण पादुका योजना को पुनर्जनन दिया, बल्कि तेंदूपत्ता संग्रहण की दर को 4,000 रुपये से बढ़ाकर 5,500 रुपये प्रति मानक बोरा करने, पीएम वन धन केंद्र और आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय जैसे कदमों के माध्यम से आदिवासी समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया है। यह सुशासन सरकार का परिचायक है, जो पारदर्शिता, जवाबदेही और जनकल्याण के प्रति समर्पित है। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी और केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने 'मोदी की गारंटी' को साकार कर आदिवासी समाज के स्वाभिमान और विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
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*पीएम जनमन योजना के हितग्राही बैगा के आवास का किया अवलोकन*
*बिहान दीदियों के साथ गोठान में किया पौधारोपण**बिछी खोंधरा जलाशय का किया निरीक्षण*बिलासपुर/ कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज कोटा विकासखंड के कई सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल गांवों का दौरा किया। उन्होंने इस दौरान पीएम जनमन योजना के हितग्राही बैगा, आदिवासी परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने उनके नए बने पीएम जनमन आवास का मुआयना भी किया। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल भी इस अवसर पर साथ थे। कलेक्टर ने आज रिंगवार, पीपरपारा, बाँसाझाल, कंचनपुर, आदि ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने बाँसाझाल में चंदन बैगा, चंद्रभान और झंगलू बैगा के घर पहुंचे। हाल ही में उन्होंने नए बने पीएम जनमन आवास में गृह प्रवेश किया है। चंदन ने कलेक्टर को बताया कि इसके पहले मिट्टी की झोपड़ीनुमा मकान में रहते थे। हम तीनों भाइयों के लिए अलग अलग मकान मोदी सरकार ने दिए हैं। उन्हें अन्य योजनाओं का भी लाभ मिला है। कलेक्टर ने उनसे आत्मीय चर्चा की और बच्चों को कल 16 जून से खुल रहे स्कूल में भेजने का आग्रह किया। पीपरपारा में भी उन्होंने अनिता अगरिया के नए पीएम आवास का अवलोकन किया। श्री अग्रवाल ने पीपरपारा की बिहान महिला समूहों को भेंट दी। उनकी गतिविधि की जानकारी ली। फिलहाल महिलाएं गांव में कचरा प्रबंधन के काम में लगी हुई है। उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए जिला पंचायत सीईओ को अन्य कोई कारोबार से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने इस गांव में जल संरक्षण के लिए स्थल निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग की बिछी खोंधरा जलाशय भी देखा। जलाशय में बूंद भर भी पानी नहीं है। उन्होंने इसमें पानी भरे रहे, ऐसे कोई उपाय के बारे में चर्चा किया। कलेक्टर ने इसके आगे कंचनपुर के गोठान में बिहान दीदियों के साथ वृक्षारोपण किया। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत गोठान में लगभग 2 हजार पौधे लगाने की तैयारी कर ली गई है। कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने आम के पौधे लगाए। और पूरे परिसर को देखरेख के लिए बिहान दीदियों को सौंप दिए। भविष्य में इन पेड़ों से मिलने वाले लाभ के हकदार भी महिलाएं होंगी। एसडीएम नितिन तिवारी, उप संचालक वेटेरिनरी डॉक्टर रघुवंशी, तहसीलदार भगत, एपीओ प्रवीण लथारे सहित बिहान की दीदियां और ग्रामीण जन उपस्थित थे। - रायपुर. रायपुर में पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर के टिकरापारा थाना क्षेत्र में पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद दिलावर (49) और उसकी पत्नी परवीन बेगम (44) को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद दिलावर और उसकी पत्नी बांग्लादेश के मुंशीगंज जिले के निवासी हैं तथा पिछले 15 वर्ष से अवैध रूप से रायपुर में रह रहे थे।अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को जिले की साइबर अपराध निरोधक इकाई के दल को सूचना मिली कि बांग्लादेश के कुछ व्यक्ति अपनी पहचान छिपाकर रायपुर के टिकरापारा क्षेत्र के अंतर्गत धरम नगर में अवैध रूप से रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के बाद दल ने दिलावर को पकड़ लिया और उससे पूछताछ की। जब दिलावर से दस्तावेज मांगा गया तब उसने भारत गणराज्य से जारी पासपोर्ट प्रस्तुत किया। जब दल ने पासपोर्ट का अवलोकन किया तब पाया कि उसमें दिलावर की जन्म तिथि 1975 की है।अधिकारियों ने बताया कि जब दिलावर के फोन की जांच की गई तब पाया गया कि वह बांग्लादेश में मौजूद अपने रिश्तेदारों से संपर्क में था। उसके पासपोर्ट की जांच की गई तब पाया गया कि उसने चार बार भारत से बांग्लादेश की यात्रा की है। उन्होंने बताया कि जब दिलावर से पूछताछ की गई तब उसने बताया कि वह लगभग 15 वर्ष पहले भारत-बांग्लादेश की सीमा पर बनगांव के रास्ते अकेले भारत आया था। बाद में वह रायपुर में रहने लगा और लगभग दो वर्ष बाद अपनी पत्नी परवीन बेगम और एक वर्षीय पुत्री को भी भारत ले आया। अधिकारियों ने बताया कि दिलावर रायपुर में अंडा और उससे बनने वाले खाद्य सामग्री का ठेला चलाता है। उसने वहां आने वाले ग्राहकों की मदद से पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज तैयार कराये थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने दिलावर और उसकी पत्नी परवीन बेगम के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता, भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1967, पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम 1920 और विदेशियों विषयक अधिनियम 1946 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से मोबाइल फोन, फर्ज़ी पासपोर्ट, मार्कशीट, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किया गया है। उनसे अन्य लोगों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
- बालोद/ अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक ने आदेश जारी कर बताया कि बालोद जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों भू-गर्भीय जलस्तर नीचे जाने से पेयजल की समस्या के दृष्टिगत छत्तीसगढ़ पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 (क्रमांक-3) 1987 की धारा 03 के प्रावधान अंतर्गत नवीन नलकूप खनन में 30 जून 2025 तक प्रतिबंध लगाया गया था। वर्तमान में हो रही वर्षा को ध्यान मे रखते हुए पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 (क्रमांक-3) 1987 की धारा 03 के अंतर्गत नए नलकूप खनन् हेतु प्रतिबधात्मक धाराएँ आगामी आदेश तक शिथिल किया जाता है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
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भिलाई नगर । वृंदानगर, वार्ड क्रमांक 29 में शनिवार को स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण विषय पर आधारित एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में वार्ड की लगभग 300 से अधिक महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की, जो यह दर्शाता है कि आज महिलाएं आत्मनिर्भरता की दिशा में जागरूक होकर सजगता से आगे बढ़ रही हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य “हर महिला बने आत्मनिर्भर – हर घर बने सशक्त” को जमीनी स्तर पर साकार करना था। महिलाओं को घरेलू उद्योग, स्वरोजगार, प्रशिक्षण, और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने हेतु प्रेरित किया गया। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि जब एक महिला आत्मनिर्भर बनती है, तो उसका पूरा परिवार और समाज मजबूत होता है।इस आयोजन की सफलता में नगर निगम भिलाई के आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, ज़ोन 2 की आयुक्त ऐशा लहरे, जिला उद्योग अधिकारी एस के प्रजापति, चैंबर ऑफ कॉमर्स के वरिष्ठ पदाधिकारी अजय भसीन, और स्वावलंबी भारत अभियान के प्रांत सह समन्वयक संजय चौबे जी का विशेष योगदान रहा। इन सभी ने उपस्थित महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन दिया और स्वदेशी तथा स्वावलंबन के संकल्प को दोहराया।प्रांत सह समन्वयक श्री संजय चौबे ने अपने उद्बोधन में कहा, “यदि हमें भारत को आत्मनिर्भर बनाना है, तो उसकी नींव महिलाओं की आत्मनिर्भरता पर ही टिकेगी। हमें गांव-शहर की हर महिला को हुनरमंद, आत्मविश्वासी और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना होगा। आज सरकार हर कदम पर मदद को तैयार है, जरूरत है केवल हिम्मत और पहल करने की।कार्यक्रम के दौरान जोन आयुक्त ऐशा लहरे को प्रेरणादायक पुस्तक ‘स्वावलंबन की ओर बढ़ता भारत’ भेंट की गई, जिसमें ग्रामीण एवं शहरी महिलाओं के लिए रोजगारोन्मुख योजनाओं का उल्लेख है। साथ ही उपस्थित समस्त बहनों और माताओं को ‘स्वदेशी बनाम विदेशी उत्पादों की सूची’ वितरित की गई, ताकि दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को बल मिल सके और लोकल व्यापार को समर्थन मिले।कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि कौशल विकास ही आत्मनिर्भरता का आधार है। यदि हर महिला सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, खाना बनाना, डिज़िटल काम या किसी भी लघु हुनर में पारंगत हो जाए, तो वह आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार दे सकती है। महिलाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, स्टार्टअप इंडिया, मुद्रा लोन योजना आदि के बारे में बताया गया और इनका लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया गया।पार्षद श्री संजय सिंह ने सभी अतिथियों, नगर निगम, जिला प्रशासन एवं वार्डवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा –“आज का यह आयोजन एक नई शुरुआत है। जब महिलाएं सशक्त होंगी, तो समाज स्वतः ही सशक्त होगा। हमें यह सुनिश्चित करना है कि यह अभियान केवल एक दिन की प्रेरणा न होकर, एक सतत जन-आंदोलन बने।”हर हाथ में हुनर, हर घर में समृद्धि*जब नारी बने स्वावलंबी, तभी राष्ट्र बने संपन्नस्वदेशी अपनाओ, आत्मनिर्भरता बढ़ाओकौशल है शक्ति, आत्मनिर्भरता है प्रगति - प्रजनन काल में मछलियों के संरक्षण हेतु बंद ऋतु घोषितदुर्ग, वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश वृद्धि (प्रजनन) को दृष्टिगत रखते हुये उन्हें संरक्षण देने हेतु राज्य में छत्तीसगढ़ नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम-1972 की धारा-3 उपधारा-2 (दो) के तहत् 16 जून से 15 अगस्त तक की अवधि को ’’बंद ऋतु (क्लोज सीजन)’’ के रूप में घोषित किया गया है।उप संचालक मत्स्य सुश्री सीमा चन्द्रवंशी से मिली जानकारी अनुसार जिले के सभी तालाबों एवं जल स्त्रोतों में जिनका संबंध नदी नालों से नहीं है, के अतिरिक्त जलाशयों में किये जा रहे केज कल्चर को छोड़कर, सभी प्रकार के जल संसाधनों में 16 जून से 15 अगस्त 2025 तक मत्स्याखेट कार्य पूर्णतः निषिद्ध रहेगा। इन नियमों का उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ मत्स्य क्षेत्र (संशोधित) अधिनियम के नियम-3 (5) के अंतर्गत अपराध सिद्ध होने पर एक वर्ष का कारावास अथवा 10,000 रूपये का जुर्माना अथवा दोनो एक साथ होने का प्रावधान है। उक्त नियम केवल छोटे तालाब या अन्य जल स्त्रोत जिनका संबंध किसी नदी नाले से नहीं है, के अतिरिक्त जलाशयों में किये जा रहे केज कल्चर में लागू नहीं होगें।
- भिलाई नगर। अग्रसेन भवन सेक्टर 6 भिलाई मे आयोजित शिविर में राशनकार्ड बनाने, नाम जोड़ने व काटने हेतु आयुक्त महोदय नगर पालिक निगम भिलाई के निर्देशानुसार जोन क्रमांक 5 के राजस्व विभाग का कैंप लगाया गया था । जिसमें नाम जोड़ने व काटने, पता संशोधन व नवीन राशनकार्ड बनाने हेतु नाम जोड़ने एवं काटने हेतु 09 आवेदन और एपीएल राशनकार्ड बनाने हेतु 02 आवेदन कुल 11 आवेदन प्राप्त हुए। आयुष्मान कार्ड हेतु 56 आवेदन प्राप्त हुए तथा 58 आधार कार्ड बनाये गये। इस अवसर पर शिविर मे जोन क्रमांक 5 के सहायक राजस्व अधिकारी अनिल मेश्राम, प्रह्लाद लहरे, गणित बघेल, दुर्योधन साहू, टेकराम हरिन्द्रवार, सागर दुबे, संदीप सर्राफ आदि उपस्थित रहे।
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0- सोशल मीडिया के भयावह दुष्परिणाम से बचें: ठेंगडी
0- हाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर स्कूल में पांच दिवसीय 'टीचर्स डेवलपमेंट वर्कशॉप' का समापनरायपुर। पिछली कक्षा के बच्चों की विषयवार विस्तृत जानकारी हमारे पास है। कौन सा बच्चा किस विषय में कमजोर है और किसमें असहज भी। फिर क्यों न हम नए शिक्षा सत्र के शुरू से ही ऐसे बच्चों की पहचान कर उन पर फोकस करें, तो निश्चित ही हमारे स्कूल के परीक्षा परिणाम और भी बेहतर होंगे। महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने संत ज्ञानेश्वर स्कूल (एसडीवी) टीचर्स डेवलपमेंट वर्कशॉप के समापन पर इस आशय के विचार व्यक्त किए। उनसे पहले सचेतक रविंद्र ठेंगड़ी ने शिक्षकों से सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी, फोटो और विडियो शेयर करने के मामले में अत्यधिक सावधानी बरतने कहा, ताकि भविष्य में भयावह दुष्परिणाम भुगतने की स्थिति ही न बने।काले ने गत शिक्षा सत्र में ऐतिहासिक परीक्षा परिणाम, जिसके तहत तीन छात्राएं दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के प्रावीण्य सूची में आईं, के लिए एसडीवी के शिक्षक स्टाफ को बधाई दी और कहा कि यदि हम शुरू से ही कमजोर विद्यार्थियों पर ज्यादा ध्यान दें, उनके लिए सहयोगात्मक रवैया अपनाएं, तो परीक्षा परिणाम और भी बेहतर आएंगे। उन्होंने कहा कि रायपुर शहर में सीजी बोर्ड की दूसरे नंबर की स्कूल एसडीवी के शिक्षकों की बड़ी जिम्मेदारी है कि स्कूल की पढ़ाई का अब जो स्तर बना है, एसडीवी ने अब जो विश्वसनीयता हासिल की है, उसे हर हालत में बनाए रखें, बल्कि उससे भी आगे जाने का प्रयास करें।काले ने कहा कि शिक्षकों के बीच आपस किसी भी तरह की नकारात्मकता न हो, बल्कि स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य की ओर से दी गई नई जिम्मेदादियों का आप अपने कंफर्ट जोन से बाहर आकर निर्वहन करें, तो इससे न केवल विविधता के साथ आपकी पढ़ाने की विविधता के साथ क्षमता बढ़ेगी बल्कि स्कूल के परिणाम भी अभूतपूर्व होंगे। मंडल अध्यक्ष ने याद दिलाया कि महाराष्ट्र मंडल के एसडीवी के अलावा और भी कई प्रकल्प हैं, जिसमें आपकी जीवंत सहभागिता अपेक्षित है।फेक वीडियो से होती है अपूरणीय क्षतिमंडल के सचेतक रविंद्र ठेंगडी ने कहा कि इस सत्य को स्वीकार करें कि हम एक पारिवारिक और सामाजिक प्राणी है, कोई सेलीब्रेटी नहीं। घर-परिवार की छोटी- छोटी गतिविधियों और फंक्शन को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डालने की जरूरत नहीं है। चूंकि यह सब हमारी जिंदगी से जुड़ी बातें हैं, तो हमें अपनी निजता को संभालना भी आना चाहिए। ठेंगडी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के जमाने में हमारा कौन सा वीडियो, फोटो या पोस्ट हम पर कितना भारी पड़ सकता है, हम इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते। ठेंगडी ने कहा कि आप सोशल मीडिया का जितना न्यूनतम उपयोग करेंगे, उतने ही आपके बच्चे भी सोशल मीडिया से दूर होंगे। यही प्रभाव आपके क्लास रूम में विद्यार्थियों पर भी दिखेगा।इस मौके पर उप प्राचार्य राहुल वोडितेलवार, राजपूत सर ने मंडल अध्यक्ष काले का सूत माला, स्मृति चिन्ह और पौधा देकर सम्मानित किया। वरिष्ठ शिक्षाविद् व रंगसाधक अनिल श्रीराम कालेले, एसडीवी के प्रभारी परितोष डोनगांवकर, प्राचार्य मनीष डोनगांवकर व शिक्षक स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम का संचालन अस्मिता कुसरे ने और आभार प्रदर्शन तृप्ति अग्निहोत्री ने किया। - टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से है अप्रूवलभिलाई नगर। राधिका नगर वार्ड क्र. 7 मैत्री विहार कॉलोनी स्थित नजूल एवं ईडब्ल्यूएस की जमीन में अवैध कब्जाधारियों पर जोन 1 के प्रभारी सहायक राजस्व अधिकारी अजय शुक्ला ने टीम के साथ बनाए गए बाउंड्री वॉल को जेसीबी से गिरा दिया है। इस दौरान कोई भी मालिकाना हक जताने नहीं आया है।ईडब्ल्यूएस एवं नजूल की जमीन पर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग अप्रूवल है। इस जमीन में लगातार कई वर्षों से भू माफिया जमीन दलाल, कब्जा करने के लिए प्रयासरत हैं। उपरोक्त जमीन को एक वर्ष पहले अवैध कब्जा धारियों से नगर निगम भिलाई ने शिकायत के आधार पर तत्काल कब्जा मुक्त किया था।ज्ञात हो कि पुनः उपरोक्त जमीन पर कब्जा किया जा रहा था। जिसे तत्काल रोक लगाने एवं बेदखली करने की मांग स्थानीय पार्षद आदित्य सिंह एवं युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष मदन सेन द्वारा की गई थी। निगम आयुक्त राजीव कुमार पांडेय द्वारा संज्ञान लेते हुए त्वरित ईडब्ल्यूएस की जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है।ईडब्ल्यूएस की जमीन दीक्षित कॉलोनी की गांधीनगर में था जहां पर अवैध कब्जाधारियों द्वारा कब्जा कर लिया गया था उसी के बगल में प्रधानमंत्री कौशल प्रशिक्षण केंद्र का कॉलेज संचालित हो रहा है पूर्व में वहां वृक्षारोपण किया गया था कुछ कब्जाधारियों द्वारा वहां पर दूसरे क्षेत्र के खसरे नंबर को वहां दर्शा करके कब्जा कर रहे थे जिसे राजस्व के पटवारी द्वारा सीमांकन किया गया इससे सिद्ध हो गया कि यह ईडब्ल्यूएस की जमीन है जहां पर नगर निगम भिलाई जहां ईडब्ल्यूएस बनाने का मकान प्रस्तावित है। कार्रवाई के दौरान महापौर परिषद के सदस्य आदित्य सिंह एवं जोन 1 के राजस्व टीम उपस्थित रहे।
- रायपुर .शनिवार को नगर पालिक निगम रायपुर के जोन 8 कार्यालय में जोन अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर ने जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल सहित एमआईसी सदस्य श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर, पार्षद सर्वश्री सन्दीप साहू, भगतराम हरवंश, महेन्द्र औसर, अमन सिंह ठाकुर, अर्जुन यादव, कार्यपालन अभियंता श्री अभिषेक गुप्ता सहित अन्य सम्बंधित जोन अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक लेकर विभिन्न विषयों पर चर्चा की. जोन अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर और जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल ने अधिकारियों को जोन क्षेत्र अंतर्गत वार्डो में अवैध निर्माणों और अवैध कब्जोँ पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैँ.
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भिलाई नगर। आयुक्त राजीव कुमार पांडेय नेहरू नगर पूर्व स्थित एस एल आर एम सेंटर के सफाई व्यवस्था का जायजा लेने शनिवार सुबह 8 बजे अचानक पहुंचे और उपस्थिति पंजी एवं अन्य दस्तावेजों का परीक्षण किया । सफाई व्यवस्था में सुधार और अनुपस्थित कर्मचारियों के कटौती के लिए आवश्यक निर्देश दिए। वहां 2.91 करोड़ रुपए लागत से निर्माणाधीन सी एंड डी वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट कार्य का निरीक्षण किए। समयावधि के अनुपातिक कार्य की धीमी गति के लिए एजेंसी को नोटिस देने का निर्देश कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा को दिए। स्लॉटर हाउस के समीप निर्माणाधीन बैडमिंटन कोर्ट को अति शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश उपस्थित अभियंताओं को दिए। मधु कामिनी उद्यान के निरीक्षण के दौरान पुराने एवं जर्जर यूकेलिप्टस पेड़ों की कटाई के संबंध में वन विभाग को पत्राचार करने का निर्देश उद्यान अधिकारी को दिए जिससे निगम की राजस्व में भी वृद्धि होगी। संजय नगर तालाब उद्यान का निरीक्षण के दौरान वहां अधूरे पाथवे एवं अन्य कार्यों के संबंध में जोन आयुक्त को निर्देशित किये। निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता नितेश मेश्राम, उप अभियंता श्वेता वर्मा, एजेंसी प्रतिनिधि एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
- बिलासपुर. रक्त दान दिवस के खास अवसर पर शनिवार को प्रधान डाकघर में अधीक्षक श्री विनय प्रसाद के नेतृत्व में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता , ब्लड बैंक हेड डॉक्टर अनुभव वर्मा के सहयोग से यह आयोजन हुआ। शिविर में डाकघर के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़ चढकर रक्तदान कर अपने मानवीय धर्म का पालन किया। उक्त जानकारी जनसंपर्क निरीक्षक सुनीता द्विवेदी द्वारा दी गई।
- 20 हजार से अधिक परिवारों का एक आशियाने का सपना साकारपक्के छत के नीचे सम्मान की जिंदगी जी रहे ग्रामीणबिलासपुर. ग्रामीण इलाकों में प्रधानमंत्री आवास योजना ऐसे परिवारों के लिए आशा की किरण बनकर आई है जिनके पास अपना स्वयं का पक्का आशियाना नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना से ग्रामीण पक्की छत के नीचे सम्मान की जिंदगी जी रहे हैं। सरकारी योजना से किस तरह लोगों की जिंदगी बदल रही है, यह ग्रामीणों के झोपड़ी से पक्के मकान तक के सफर को देखकर पता चलता है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण केन्द्र और राज्य सरकार की महात्वकांक्षी योजना है, इस योजना का उद्देश्य ऐसे गरीब परिवारों को घर मुहैया कराना है, जिनका सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 की पात्र परिवार एवं आवास प्लस सर्वे 2018 की सूची में नाम दर्ज हो तथा ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत सभी बेघर और जीर्ण-शीर्ण घरों में रहने वाले परिवार को आवास निर्माण हेतु वित्तीय सहायत प्रदान की जा रही है।वित्तीय सहायता-योजनांतर्गत स्वीकृत आवास के हितग्राहियों को 1.20 लाख की राशि विभिन्न स्तर के निर्माण कार्य के प्रगति उपरांत जियो टैगिंग के आधार पर सीधा हितग्राहियों के खाते में एफटीओ के माध्यम से प्रदान किया जाता है साथ ही योजनांतर्गत 90 मानव दिवस का मनरेगा मजदूरी भुगतान किया जा रहा है। 66,000 से अधिक परिवारों के पक्के छत के सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध जिला प्रशासन की टीमकलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल के मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में जिला बिलासपुर लगातार परचम लहरा रहा है। जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 66 हजार से अधिक आवासों की स्वीकृति हेतु लक्ष्य प्राप्त हुआ है जो कि पूरी राज्य में सर्वाधिक लक्ष्य प्रदान किया गया है। जिसके विरूद्ध 57 हजार से अधिक हितग्राहियों को इस योजना से लाभांवित किया जा चुका है तथा शेष आवासों की स्वीकृति प्रगतिरत है।वित्तीय वर्ष 2024-25 में विगत पांच माह के अल्प समय में जिला बिलासपुर द्वारा पूरे राज्य में सर्वाधिक आवासों का निर्माण कार्य कराया गया है। साथ ही साथ पूरे राज्य में जिला बिलासपुर में सबसे पहले सर्वाधिक 20 हजार से अधिक आवासों को पूर्ण कराने में सफलता हासिल की है। योजना के जरिए अब तक 54756 हितग्राहियों को प्रथम किश्त राशि 219.024 करोड़ रुपए, 39806 हितग्राहियों को द्वितीय किश्त की राशि 225.507 करोड़ रुपए जारी की गई है। 15597 हितग्राहियों को तीसरी किश्त की राशि 34.876 करोड़ रुपए जारी की गई है। इस प्रकार अब तक 479.407 करोड़ रुपए राशि जारी की जा चुकी है।* कलेक्टर स्वयं लगातार कर रहे योजना की मॉनिटरिंग*जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की ग्राम पंचायत स्तर तक सतत मॉनिटरिंग एवं प्रगति की समीक्षा कलेक्टर महोदय श्री संजय कुमार अग्रवाल एवं सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप कुमार अग्रवाल द्वारा की जाती है जिससे आवास निर्माण कार्य में तेजी से प्रगति आ रही है।प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत जिला पंचायत बिलासपुर के समस्त अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर अप्रारंभ आवासों के हितग्राहियों के साथ मीटिंग करते हुए आवास निर्माण कार्य प्रारंभ कराने हेतु प्रेरित किया जा रहा है एवं आवास निर्माण कार्य में ग्राम पंचायत स्तर पर आ रही समस्याओं का त्वरित निराकरण भी किया जा रहा है।सुशासन तिहार-प्रत्येक जनपदों में कलस्टरवार सुशासन तिहार के शिविर का आयोजन किया गया, शिविर में प्राप्त आवेदनों एवं शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता देते हुए त्वरित निवारण कराया गया एवं आवास मांग हेतु प्राप्त आवेदनों का तत्कालीन समय में आवास प्लस 2.0 में सर्वे कराया गया। उक्त संबंध में आवास हेतु प्राप्त मांग के आवेदनों की संख्या 69546 थी जो कि राज्य स्तर पर सर्वाधिक संख्या होने से जिला द्वितीय स्थान पर रहा।पी.एम जनमन आवासपी.एम जनमन योजना अन्तर्गत जिला बिलासपुर में 959 विशेष पिछड़ी जनजाति के हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास अन्तर्गत योजना से लाभप्रदाय करने हेतु चिन्हाकिंत करने हेतु आवास की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमें से 225 आवास आज दिनांक की स्थिति में पूर्ण किया चुके है जबकि शेष निर्माण कार्य प्रगतिरत है।पी.एम जनमन योजना अन्तर्गत हितग्राहियों को आवास निर्माण हेतु 2.00 लाख रू प्रति आवास की वित्तीय सहायता की राशि आवास के प्रगति के आधार पर जियो टैगिंग करने उपरांत डी.बी.टी के माध्यम से हितग्राहियों को प्रदान किया जाता है वर्तमान में 948 हितग्राहियों को 3.792 करोड़ प्रथम किश्त, 633 हितग्राहियों को 3.798 करोड़ द्वितीय किश्त, 379 हितग्राहियों को 3.032 करोड़ तृतीय किश्त एवं 207 हितग्राहियों को चतुर्थ किश्त 0.414 करोड़ की राशि एफटीओ के माध्यम से सीधा हितग्राहियों के खाते में जारी किया जा चुका है।राज मिस्त्री प्रशिक्षण के साथ रानी मिस्त्री प्रशिक्षण भी -योजनांतर्गत बड़ी संख्या में आवासों की स्वीकृति की गई है। उक्त आवासों को पूर्ण कराने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर हितग्राहियों को गुणवत्तायुक्त मटेरियल एवं स्व-सहायता समूहों के माध्यम से सेंटरिंग प्लेट उपलब्ध कराया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने एवं आवास में पर्याप्त संख्या में राजमिस्त्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न माध्यमों से राजमिस्त्री प्रशिक्षण का कार्य कराया जा रहा है।
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जोन 4 क्षेत्र में मालवीय मार्ग को कब्जामुक्त करवाया0
रायपुर/ रायपुर जिला कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह के आदेशानुसार और रायपुर नगर पालिक निगम के आयुक्त श्री विश्वदीप और रायपुर जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर लाल उम्मेद सिंह के निर्देशानुसार एवं रायपुर नगर निगम के जोन कमिश्नरों, कार्यपालन अभियंताओं की उपस्थिति में टीम प्रहरी द्वारा रायपुर नगर पालिक निगम क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न जोनों के नगर निवेश विभाग अधिकारियों सहित राजधानी शहर रायपुर नगर निगम क्षेत्र में जनहित में जनसुविधा हेतु विभिन्न मुख्य मार्गों एवं बाजार क्षेत्रो में अभियान चलाकर यातायात पुलिस बल की उपस्थिति में अतिक्रमण एवं अवैध कब्जे हटाकर सडक यातायात सुगम और सुव्यवस्थित बनाने कार्यवाही की है.
आज टीम प्रहरी के अभियान के अंतर्गत नगर निगम मुख्यालय नगर निवेश उड़न दस्ता की टीम ने जोन 8 नगर निवेश विभाग की टीम के साथ मिलकर जोन 8 क्षेत्र के अंतर्गत रायपुरा विप्र नगर में अवैध कब्जा हटाने की अभियान चलाकर कार्यवाही की . जोन 4 नगर निवेश विभाग ने निगम मुख्यालय नगर निवेश उड़न दस्ता की टीम के साथ मिलकर जोन 4 क्षेत्र अंतर्गत मालवीय रोड को अभियान चलाकर अवैध कब्जोँ से मुक्त करवाने की कार्यवाही जनहित में जनसुविधा को दृष्टिगत रखते हुए यातायात सुगम और सुव्यवस्थित बनाने की गयी, जिससे मुख्य बाजार क्षेत्र में मालवीय मार्ग में वाहन चालकों, राहगीरों को यातायात जाम की समस्या से त्वरित राहत प्राप्त हुई. टीम प्रहरी का अभियान आगे भी जारी रहेगा. -
-'राष्ट्रीय परिदृश्य में उभरता छत्तीसगढ़' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज दैनिक नवप्रदेश के 14वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 'राष्ट्रीय परिदृश्य में उभरता छत्तीसगढ़' विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। वर्ष 2014 में भारत जहाँ आर्थिक दृष्टि से विश्व में 10वें स्थान पर था, वहीं आज चौथे स्थान पर पहुँच चुका है, और शीघ्र ही हम तीसरे स्थान पर पहुँचने की ओर अग्रसर हैं। प्रधानमंत्री के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विकसित छत्तीसगढ़ हेतु विजन डॉक्यूमेंट और नई औद्योगिक नीति तैयार की गई है।मुख्यमंत्री श्री साय ने दैनिक नवप्रदेश की 14वीं वर्षगांठ पर हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ की रजत जयंती मना रहे हैं। मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ कि मैंने संसद में एक सांसद के रूप में छत्तीसगढ़ निर्माण संबंधी विधेयक पर हुई ऐतिहासिक चर्चा को प्रत्यक्ष रूप से देखा और अनुभव किया। एक आदिवासी परिवार से आने के नाते मैंने प्रदेश में भुखमरी की समस्याएँ देखी हैं। डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में 2003 में लागू की गई पीडीएस व्यवस्था ने छत्तीसगढ़ को इस गंभीर समस्या से मुक्ति दिलाई।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। आईआईटी, आईआईएम तथा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसे उच्च शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ में स्थापित हो चुके हैं। प्रदेश में समृद्धि बढ़ी है और शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं आमजन तक पहुँची हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि नई औद्योगिक नीति को उद्यमियों का सकारात्मक प्रतिसाद मिला है। राज्य को लगभग 6.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। सेमीकंडक्टर चिप्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में कार्य प्रारंभ हो चुका है। एनर्जी सेक्टर में भी राज्य को भारी निवेश प्रस्ताव मिले हैं।उन्होंने कहा कि सरकार एक ओर युवाओं को सरकारी नौकरियाँ प्रदान कर रही है, वहीं दूसरी ओर स्किलिंग के माध्यम से निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने पर भी बल दिया जा रहा है। नई औद्योगिक नीति में बिस्पोक पॉलिसी का प्रावधान रोजगार सृजन में एक महत्वपूर्ण पहल है।मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सिंचाई रकबा में निरंतर वृद्धि हुई है। हाल ही में दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से बोधघाट परियोजना पर चर्चा की गई। इस परियोजना से बस्तर अंचल के किसानों को भरपूर सिंचाई जल मिलेगा। साथ ही इंद्रावती और महानदी की इंटरलिंकिंग परियोजना पर भी कार्य प्रारंभ किया गया है, जिससे सिंचाई रकबा बढ़कर 7 लाख हेक्टेयर तक पहुँच जाएगा। उन्होंने कहा कि बस्तर अब विकास की मुख्यधारा में है। जहाँ कभी गोलियों की आवाज़ सुनाई देती थी, वहाँ अब स्कूलों की घंटियाँ गूंज रही हैं। धूड़मारास को संयुक्त राष्ट्र द्वारा पर्यटन क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुई है।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि बीते 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने यह सिद्ध कर दिया है कि विकास केवल क्षेत्रफल या जनसंख्या से नहीं, बल्कि संसाधनों के सदुपयोग और इच्छाशक्ति से होता है। आज राज्य की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ हुई है। प्रधानमंत्री द्वारा हाल ही में उद्घाटित चिनाब पुल में छत्तीसगढ़ के भिलाई इस्पात संयंत्र का लोहा प्रयोग किया गया है।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ आज स्टील, सीमेंट, ऊर्जा जैसे सभी प्रमुख क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बन चुका है। प्रदेश के पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में धान की खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख माताओं-बहनों को प्रतिमाह 1,000 रुपये की सहायता दी जा रही है।मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विशिष्टजनों को सम्मानित किया। सम्मान प्राप्त करने वालों में पद्मश्री श्रीमती शमशाद बेगम, कार्टून वॉच के सम्पादक श्री त्रयंबक शर्मा, खेल पत्रकार श्री नितेश छाबड़ा, वरिष्ठ पत्रकार श्री जीवन एस साहू (गरियाबंद) एवं श्री यशवंत राजवाड़े (नवप्रदेश ब्यूरो चीफ, कोरिया) शामिल हैं।उन्होंने नवप्रदेश छात्रवृत्ति योजना 2025-26 के अंतर्गत हॉकर परिवार के बच्चों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की। वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री श्री आलोक मेहता ने वीडियो संदेश के माध्यम से नवप्रदेश को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
- -कलेक्टर ने रणजीता स्टेडियम में तैयारियों का लिया जायजारायपुर। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आगामी 21 जून को जशपुर नगर में राज्य स्तरीय वृहद योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय स्वयं उपस्थित रहेंगे और आम नागरिकों के साथ योगाभ्यास करेंगे। यह कार्यक्रम रणजीता स्टेडियम, जशपुर में आयोजित किया जाएगा।कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने शनिवार को रणजीता स्टेडियम का निरीक्षण कर स्थल की व्यवस्थाओं और प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और अतिथियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं। वर्षा ऋतु को देखते हुए वाटर प्रूफ पंडाल लगाए जाने, पर्याप्त संख्या में योगा मैट की व्यवस्था, अतिथियों के लिए बैठक, पार्किंग एवं बेरिकेडिंग, पेयजल, विद्युत, साउंड सिस्टम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री व्यास ने बताया कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा के संतुलन का माध्यम है। इसके नियमित अभ्यास से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर भी संतुलन विकसित होता है।इस निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल सोनी, अपर कलेक्टर श्री प्रदीप कुमार साहू, एसडीएम श्री ओंकार यादव एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
- -9 एमएलडी क्षमता के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम जोरों पर, 9 हजार घरों में पहुंचेगा शुद्ध पेयजल-102 करोड़ की योजना से कोंडागांव में निर्बाध पेयजल की होगी आपूर्तिरायपुर ।, कोंडागांव नगर पालिका में मिशन अमृत 2.0 के तहत जल प्रदाय योजना का काम तेजी से प्रगति पर है। पेयजल की निर्बाध आपूर्ति के लिए कोंडागांव से 25 किलोमीटर दूर कोसारटेड़ा बांध का पानी लाकर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में शुद्ध कर नल कनेक्शन के जरिए घर-घर पहुंचाया जाएगा। कुल 102 करोड़ रुपए लागत की इस जल प्रदाय योजना का अब तक 33 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। आगामी डेढ़ से दो वर्षों में योजना का शत-प्रतिशत काम पूर्ण करने का लक्ष्य है।भारत सरकार के मिशन अमृत 2.0 के अंतर्गत कोंडागांव में पेयजल आपूर्ति के लिए नौ एमएलडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। यहां शुद्ध किए गए जल की आपूर्ति शहर में वर्तमान में विद्यमान पांच पानी टंकियों के साथ ही योजना के तहत बनाई जा रही दो नई टंकियों से की जाएगी। मिशन अमृत के अंतर्गत शहर के बांधापारा में 555 किलोलीटर और फॉरेस्ट कॉलोनी के पास 810 किलोलीटर की ओवरहेड पानी टंकियां निर्माणाधीन हैं। शहर की नई और पुरानी पानी टंकियों के जरिए नौ हजार घरों तक शुद्ध और सुरक्षित पेयजल पहुंचाया जाएगा। कोंडागांव की 40 हजार आबादी को इसका फायदा मिलेगा।कोंडागांव नगर पालिका में पेयजल की सुचारू व्यवस्था के लिए मिशन अमृत के तहत 24 किलोमीटर रॉ-वाटर पाइपलाइन और करीब 11 किलोमीटर क्लियर-वाटर पाइपलाइन बिछाई जाएगी। 143 किलोमीटर ड्रिस्ट्रीब्यूशन लाइन के जरिए हर घर नल से जल की आपूर्ति की जाएगी। निर्माणकर्ता एजेंसी योजना के विभिन्न घटकों के निर्माण और स्थापना के साथ ही पांच वर्षों तक संचालन व संधारण करेगी।
- -अस्पताल में निर्माणाधीन कार्यों का लिया जायजा, समय-सीमा में काम पूरा करने के दिए निर्देश-नए भवन के निर्माण से बढ़ेगी बिस्तरों की संख्यारायपुर,। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज मुंगेली जिले के लोरमी स्थित मातृ-शिशु अस्पताल पहुंचकर महिला वार्ड, प्रसव कक्ष एवं पोस्ट-ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती महिलाओं तथा शिशुओं के परिजनों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य और इलाज के इंतजामों की जानकारी ली। उन्होंने मरीजों को फल भी वितरित किए। श्री साव ने डॉक्टरों से नवजात शिशुओं के देखभाल के बारे में पूछा। उन्होंने अस्पताल की मौजूदा व्यवस्थाओं और सुविधाओं की समीक्षा कर मरीजों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव पहुंचे मातृ-शिशु अस्पतालउप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव पहुंचे मातृ-शिशु अस्पताल उप मुख्यमंत्री श्री साव ने अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन बाउंड्रीवाल और भवन का जायजा लिया। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों को सभी कार्यों को निर्धारित समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। नए भवन के निर्माण के बाद यहां बिस्तरों की संख्या 50 से अधिक हो जाएगी।
- -अचानकमार के 13 गांव होंगे रोशनरायपुर ।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज लोरमी स्थित अपने विधायक कार्यालय से सोलर बैटरी से भरे वाहन को हरी झंडी दिखाकर अचानकमार के लिए रवाना किया। इन बैटरियों से अचानकमार के 13 गांव रोशन होंगे। वहां सौर ऊर्जा से बिजली उपलब्ध कराने ये बैटरियां भेजी जा रही हैं। अचानकमार वनांचल के बिजराकछार क्षेत्र के 13 गांवों में रात में प्रकाश की व्यवस्था के लिए 522 बैटरियां लगाई जाएंगी। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैटरी ले जा रहे वाहन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि अब अचानकमार वनांचल में बरसात के दिनों में अंधियारा नहीं होगा। रात में रोशनी की व्यवस्था हो जाने से वहां के रहवासी जंगली जीव-जंतुओं के खतरे से सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार गांवों के विकास के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है। दूरस्थ गांवों में भी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में यह महत्वपूर्ण काम है ।
- - "रक्तदान करिए – जीवन बचाइए, और स्मृतियों को संजोइए…"रायपुर। विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन और मॉडल ब्लड बैंक सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में एक भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस पुनीत अवसर पर 100 से अधिक रक्तदाताओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने रक्त के माध्यम से अनगिनत जरूरतमंद जीवनों को संजीवनी देने का संकल्प लिया।शिविर का उद्देश्य न केवल रक्त की आवश्यकता को पूरा करना था, बल्कि समाज को यह संदेश देना भी था कि "हम सभी की रगों में बहता खून किसी की जिंदगी की डोर बन सकता है।" इस अवसर पर एम. बी. बी. एस. छात्रों, पीजी चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ एवं आमजनों ने अपने कर्तव्य और सामाजिक जिम्मेदारी को आत्मसात करते हुए स्वयं आगे बढ़कर रक्तदान किया।इस सेवा भाव की पृष्ठभूमि में आयोजन को और भी भावुक एवं संवेदनशील बना दिया अहमदाबाद विमान दुर्घटना की उस दर्दनाक घटना ने, जिसमें कई अमूल्य जीवन असमय काल-कवलित हो गए। इस हादसे में चिकित्सक और मेडिकल विद्यार्थी भी शामिल थे, जिनके सपने अधूरे रह गए, लेकिन जिनकी स्मृति हम सबके दिलों में हमेशा जीवित रहेगी। कार्यक्रम के दौरान श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उन सभी दिवंगत आत्माओं के प्रति गहन संवेदना व्यक्त की गई। दो मिनट का मौन रखकर चिकित्सक समुदाय ने उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।इस दुखद क्षण में एक और गहरी वेदना मेडिकल कॉलेज की पीजी रेजिडेंट, डॉ. छाया गौतम के अचानक हुए आकस्मिक निधन के रूप में सामने आई। डॉ. छाया एक मेधावी, संवेदनशील और समर्पित चिकित्सक थीं, जिनकी मुस्कान में आत्मीयता और सेवा भाव झलकता था। उनका यूँ असमय जाना चिकित्सा समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी याद में एक विशेष श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें उनके योगदान को नमन करते हुए उपस्थित सभी साथियों की आंखें नम हो गईं।यह आयोजन महज़ एक रक्तदान शिविर नहीं था, यह एक संवेदना का संगम, सेवा का संकल्प और स्मृति का सम्मान था। एक ओर जहां रक्तदान के माध्यम से जीवन बचाने की आशा दी गई, वहीं दूसरी ओर उन अनमोल जिंदगियों को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने हमें सिखाया कि जीवन क्षणभंगुर है – पर सेवा और प्रेम अमर रहते हैं। इस अवसर पर रायपुर मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी, अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. मनोज साहू, पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अरविन्द नेरल, डॉ. राबिया परवीन सिद्दीकी, मॉडल ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ. अमित भारद्वाज के साथ जेडीए अध्यक्ष डॉ. रेशम सिंह, सचिव डॉ. अमित बंजारा और कार्यकारणी सदस्य उपस्थित थे।
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- देर रात आकस्मिक निरीक्षण कर रेत एवं गिट्टी से भरे 8 वाहन के जप्ती की कार्रवाई की गई
राजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देशानुसार जिले में अवैध रेत परिवहन एवं उत्खनन पर राजस्व एवं खनिज विभाग द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई। देर रात आकस्मिक निरीक्षण कर रेत एवं गिट्टी से भरे 8 वाहन के जप्ती की कार्रवाई की गई। जिसमें से 5 वाहन में रेत एवं 3 में गिट्टी थी। जिले में रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर आगे भी निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी। भर्रेगांव से रेती से भरे 4 वाहन हाईवा सीजी-08 एएन-3492, सीजी 08 एएल- 3164, सीजी-08 एएम-4503, सीजी-07 सीआर-1931 की जप्ती की कार्रवाई की गई। इसी तरह सीजी-08 एवाई 9034 में रेत तथा सीजी-08 बीड़ी 8700, सीजी-08 एजी 6811, सीजी-08 बीएल 5015 में गिट्टी का अवैध परिवहन किया जा रहा था। एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा एवं खनिज अधिकारी श्री प्रवीण चंद्राकर की टीम ने यह कार्रवाई की। इसी तरह डोंगरगढ़ विकासखंड में भी अवैध रेत परिवहन करते हुए 2 हाईवा जप्त किया गया है। एसडीएम डोंगरगढ़ श्री मनोज मरकाम, एसडीएम डोंगरगांव श्रीकांत कोर्राम द्वारा भी अनुविभागों में रेत के अवैध परिवहन एवं उत्खनन पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।