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- -सीमा उपाध्यायरोज का वही सादा-सिंपल खाना खाने से जब हम बोर हो जाते हैं तो अक्सर घर में कुछ फ्राइड फूड बनाया जाता है। वो गरमा-गरम ब्रेड पकौड़े हों या आलू और प्याज के पकौड़े, क्रिस्पी कटलेट हों या समोसे जैसा कोई स्नैक। हालांकि इनका मजा तभी आता है जब ये एकदम क्रिस्पी और कुरकुरे बनते हैं। घर में फ्राइड फूड बनाते हुए अक्सर महिलाओं की यही शिकायत होती है कि उनके स्नैक बाजार की तरह क्रिस्पी नहीं बनते। कई बार जहां ये काफी सॉगी हो जाते हैं, तो कई बार इनमें तेल भर जाता है। आपकी इसी परेशानी को दूर करने के लिए आज हम आपके साथ कुछ कुकिंग टिप्स शेयर कर रहे हैं, जो हर बार आपके स्नैक्स को क्रिस्पी और बिल्कुल बाजार जैसा बनाने में मदद करेंगी।इन टिप्स से क्रिस्पी बनेगा हर स्नैक्स1) फ्राइड फूड को क्रिस्पी बनाने के लिए उसके ऊपर कॉर्नस्टार्च या ब्रेड क्रम्ब्स आदि की कोटिंग करें। दरअसल, इस र्कोंटग से खाद्य पदार्थ और तेल के बीच में एक परत बन जाती है। र्कोंटग करने से फ्राइड फूड अंदर से मुलायम रहता है, जबकि बाहर से यह एकदम क्रिस्पी हो जाता है।2) तला-भुना खाना कुरकुरा भी रहे, इसमें तेल का सही तापमान अहम भूमिका निभाता है। यदि तेल पर्याप्त गर्म नहीं होगा तो भोजन बहुत अधिक तेल सोख लेगा और खाने पर मुंह में तेल का स्वाद आएगा। पहले तेल को गर्म करें। जब उससे धुआं निकलने लगे तो आंच मध्यम करें और फिर तलें।3) अगर आप जल्दबाजी में एक बार में ढेर सारे पकौड़े तलती हैं, तो यकीन मानिए वह कभी क्रिस्पी नहीं बनेंगे। ज्यादा मात्रा में एक बार में तलने से वह ठीक से पकेगा नहीं। साथ ही साथ, इससे तेल का तापमान भी कम हो जाता है।4)अगर आप सच में अपने फूड को ज्यादा क्रिस्पी बनाना चाहती हैं तो उसे दो बार तलें। पहले खाने को तलने के बाद उसे तेल से हटा दें। सर्व करने से ठीक पहले तेल को ज्यादा तापमान पर गर्म करके खाद्य पदार्थ को दोबारा तलें। डबल फ्राई करने से खाना बेहद ही क्रिस्पी और टेस्टी लगेगा।5) अगर आप चाहती हैं कि आपके बनाए पकौड़े तेल कम सोखें, तो गर्म तेल में आधा चम्मच नमक डालकर पकौड़े तलें। पकौड़े न सिर्फ तेल कम मात्रा में सोखेंगे बल्कि पकौड़ा या फिर आप जो भी स्नैक्स तल रही हैं, वह क्रिस्पी भी बनेगा।
- - संध्या शर्मासर्दियों में मौसम में ज्यादातर घरों में ठंड से बचने के लिए लोग मेवे, गोंद, तिल जैसी कई चीजों के लड्डू बनाकर पहले से ही स्टोर कर लेते हैं। ये लड्डू ना सिर्फ खाने में बेहद टेस्टी होते हैं बल्कि शरीर की गर्माहट बनाए रखकर सेहत को भी कई तरह के फायदे देते हैं। हालांकि कई बार लड्डू बनाते समय की गई कुछ छोटी-छोटी गलतियां ना सिर्फ लड्डू का स्वाद बल्कि उसकी बनावट भी खराब कर देती हैं। जिससे लड्डू खाने में सख्त पत्थर जैसे लगने लगते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो अगली बार लड्डू बनाते समय इन आसान कुकिंग टिप्स को जरूर फॉलो करें। ताकि आपके लड्डू भी परफेक्ट बन सके।अनुपात का रखें ध्यानलड्डू बनाते समय सबसे पहले उसमें डाली जीने वाली हर चीज के सही अनुपात का ध्यान रखें। आटे में घी की मात्रा कम रहने से लड्डू सख्त बनते हैं। ऐसे में लड्डू बनाते समय घी की मात्रा की खास ख्याल रखें। लड्डू में पर्याप्त मात्रा में डाला गया घी उन्हें नरम बनाता है।सही तरह से भूना हुआ हो लड्डू का मिश्रणअगर लड्डू के बेसन या आटे की भुनाई अच्छी तरह से नहीं होती है तो लड्डू के स्वाद में कच्चापन आने के साथ वो सख्त भी बनते हैं। इस बात का खास ख्याल रखें कि लड्डू का आटा हमेशा धीमी आंच पर भूना जाता है, जिससे वो अंदर तक पक जाता है। आटे को लो फ्लेम पर तब तक भूनें, जब तक उसका रंग हल्का भूरा होने के साथ अच्छी खुशबू ना देने लगें।मीठा डालते हुएलड्डू में मिठास बनाए रखने के लिए उसमें चीनी या गुड़ का मिश्रण डालने से पहले कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें। अगर आप लड्डू में पाउडर चीनी का यूज कर रहे हैं, तो इसे लड्डू के ठंडे मिश्रण में मिलाएं। जबकि गुड़ का यूज करने पर इसे घी में हल्का पिघलाकर डालें। चीनी की चाशनी डालते समय ध्यान रखें कि एक तार की चाशनी लड्डू को सॉफ्ट बनाए रखती है।
- -सीमा उपाध्यायसर्दियों में मिलने वाली मूली ना सिर्फ खाने में बेहद टेस्टी होती है बल्कि सेहत से जुड़े कई अनगिनत फायदे भी देती है। यही वजह है कि लोग नाश्ते से लेकर लंच तक में मूली से बनी कई चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना पसंद करते हैं। आपने आज तक मूली के पराठे, सलाद जैसी कई चीजें बनाकर खाई होंगी लेकिन क्या आपने मूली से बने कटलेट का स्वाद चखा है। ये कटलेट धनिया-पुदीना की हरी चटनी हो या सॉस, दोनों के साथ खाने में बेहद टेस्टी लगते हैं। आप इसे शाम के नाश्ते में बनाकर खा सकते हैं। इन मूली से बने कटलेट का स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों तक को बेहद पसंद आता है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाए जाते हैं टेस्टी मूली के कटलेट।मूली के कटलेट बनाने के लिए सामग्री---2 कप कद्दूकस की हुई मूली-2 मीडियम साइज उबले हुए आलू-1 छोटा चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक-2 बड़े चम्मच बारीक कटी हुई धनिया पत्ती-1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर-2 बारीक कटी हुई हरी मिर्च-1/2 छोटा चम्मच जीरा पाउडर-1/2 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर-1/2 छोटा चम्मच गरम मसालामूली के कटलेट बनाने का तरीका--मूली के कटलेट बनाने के लिए सबसे पहले मूली को कद्दूकस करके उसका सारा पानी अच्छी तरह निचोड़ लें। इसके बाद एक बड़े बाउल में कद्दूकस की हुई मूली, मैश किए हुए आलू, ब्रेड क्रम्ब्स, हरी मिर्च, अदरक, धनिया पत्ती और बाकी बचे सभी मसाले डालकर मिश्रण को अच्छी तरह मिलाकर आटे की तरह गूंध लें। इसके बाद हाथों पर थोड़ा सा तेल लगाकर कटलेट के शेप में टिक्की बनाकर तैयार कर लें। अब कढ़ाई में तेल गर्म करके एक-एक करके कटलेट को तेल में डालकर दोनों तरफ से गोल्डन ब्राउन होने तक डीप फ्राई करें। इसके बाद कटलेट को एक टिशू पेपर पर निकालकर उनसे अतिरिक्त तेल हटा लें। आपके टेस्टी मूली के कटलेट बनकर तैयार हैं। आप इन कटलेट को धनिया-पुदीना की चटनी या सॉस के साथ गरमा-गरम परोस सकते हैं।
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सर्दियां शुरू होते ही मार्केट में हरा साग मिलने लगता है। यह साग ना सिर्फ खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है बल्कि इसमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से सेहत को कई गजब के फायदे भी देता है। हालांकि साग को लेकर घर की महिलाओं की एक शिकायत अकसर बनी रहती है कि साग साफ करके आप इसे स्टोर करके कुछ दिनों के लिए नहीं रख सकते हैं। इसकी पत्तियां जल्दी खराब होकर गलने लगती हैं। अगर साग को लेकर आपकी भी यही शिकायत अकसर बनी रहती है तो टेंशन छोड़कर आपको ये आसान किचन टिप्स अपनाने चाहिए। ये सभी किचन टिप्स, साग की फ्रेशनेस और पोषक तत्वों को बनाए रखने में मदद करते हैं।
जिपर बैग
हरी पत्तेदार सब्जियों को स्टोर करने का सबसे आसान तरीका उसे जिपर बैग में स्टोर करना है। इस उपाय को करने के लिए साग-सब्जियों को अच्छी तरह धोने के बाद, उन्हें साफ तौलिये से थपथपाकर सुखा लें, ताकि उसमें मौजूद अतिरिक्त नमी हट जाए। इसके बाद हरी सब्जियों को एक जिपर बैग में डालकर हवा पास होने के लिए एक छोटा सा छेद करके बंद करके रेफ्रिजरेटर में रखें। इस टिप को अपनाने से हरी सब्जियों में जल्दी नमी नहीं आती और वो हफ्ते भर फ्रेश बनी रहती हैं।
रेफ्रिजरेटर
साग को स्टोर करने के लिए आप उसे रेफ्रिजरेटर में भी रख सकते हैं। इस उपाय को करने के लिए सबसे पहले साग की नमी को सोखने के लिए उसे एक किचन टॉवल या पेपर टॉवल में लपेटकर रखें। उसके बाद उसे एक प्लास्टिक बैग या कंटेनर में रखकर रेफ्रिजरेटर में स्टोर करके रखें। इस उपाय को करते समय समय-समय पर साग-सब्जियों की जांच करते रहें। और खराब पत्तियों को हटा दें।
स्टोर करने के लिए सुखाएं
साग को लंबे समय तक स्टोर करने के लिए उसे सुखाकर रखना एक अच्छा और पुराना तरीका है। इस उपाय को करने के लिए हरी सब्जियों को अच्छी तरह धोकर उनकी अतिरिक्त नमी हटाने के लिए उन्हें अच्छी तरह हवादार, छायादार जगह में एक साफ कपड़े पर फैलाकर रखे। जब सब्जी हवा में पूरी तरह सूख जाए तो उसे एक एयरटाइट कंटेनर में भरकर ठंडी, सूखी जगह पर रखें। -
हाथों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए महिलाएं हाथों में कड़े, चूड़ियां और चूड़ा पहनती हैं। आजकल चूड़ा काफी ट्रेंड में हैं और ज्यादातर महिलाएं इन्हें ही पहनना पसंद करती हैं। ये देखने में भी बहुत सुंदर लगते हैं और एक चूड़ा सेट लगभग हर तरह के आउटफिट और रंग के साथ आराम से पेयर किया जा सकता है। डेली वियर, ऑफिस वियर या किसी स्पेशल ऑकेजन के लिए अलग-अलग तरह के चूड़े मार्केट में अवेलेबल हैं। ऐसे में अगर आप भी अपने लिए नया चूड़ा खरीदने जा रही हैं, तो एक बार जरूर जान लें कि क्या ट्रेंड में है।
ब्राइडल शाही चूड़ा
अगर आप नई नई दुल्हन हैं या दुल्हन बनने वाली हैं तो इस तरह का शाही ब्राइडल चूड़ा आपको जरूर खरीद लेना चाहिए। किसी खास मौके पर पहनने के लिए इस तरह का चूड़ा एकदम परफेक्ट है। इसके भारी गोल्ड कड़े और कुंदन का काम आपके हाथों को बिल्कुल महारानियों वाला लुक देगा।
डेली वियर के लिए मिनिमल चूड़ा
अगर आप डेली वियर के लिए या ऑफिस में पहनने के लिए कोई चूड़ा खरीदने की सोच रही हैं, तो इस तरह का मिनिमल डिजाइन चूज करें। ये हमेशा ही देखने में काफी ट्रेंडी और खूबसूरत लगते हैं। आप मौके के हिसाब से इन्हें कम या ज्यादा पहन सकती हैं। हर लुक के साथ ही ये परफेक्ट जाएंगे।
लटकन वाला चूड़ा डिजाइन
नई नवेली बहुओं के पास तो एक लटकन वाला चूड़ा होना ही चाहिए। ये काफी ज्यादा हेवी और एलिगेंट लुक देता है। आपकी हेवी साड़ियों और सूटों के साथ कुछ इस तरह के लटकन वाले चूड़े एकदम परफेक्ट लगेंगे। आजकल चूड़ियों के साथ इस तरह के लटकन वाले कड़े भी काफी ज्यादा ट्रेंड में बने हुए हैं।
नगों वाला चूड़ा डिजाइन
चूड़ियां और कड़े हों या फिर कोई भी ज्वैलरी, नगों वाला डिजाइन कभी भी पुराना नहीं होता। ऐसे में आपके कलेक्शन में एक सिल्वर नग वाला चूड़ा सेट तो जरूर शामिल होना चाहिए। ये हर रंग के आउटफिट के साथ परफेक्टली मैच होता है। इसके साथ ही इसका शाइनी शिमरी लुक हर एक स्पेशल ऑकेजन के लिए परफेक्ट होता है।
मारवाड़ी चूड़ा डिजाइन
आजकल रंग-बिरंगा मारवाड़ी चूड़ा भी काफी ट्रेंड में है। इसमें गोल्डन, ग्रीन, रेड और येलो जैसे ब्राइट रंगों का इस्तेमाल होता है। साथ ही इसपर खूबसूरत पैटर्न की डिटेलिंग भी की जाती है। इस तरह का चूड़ा भी आप हर रंग के सूट या साड़ी के साथ पहन सकती हैं। ऐसे में कुछ अलग हटकर ट्राई करना है तो एक मारवाड़ी स्टाइल चूड़ा अपने कलेक्शन में जरूर शामिल करें।
शाही गोल्डन चूड़ा
हेवी कुंदन और पर्ल वर्क वाला एक शाही चूड़ा तो आपके कलेक्शन में शामिल होना ही चाहिए। ये ज्यादा हेवी ब्राइडल लुक वाला नहीं है, ऐसे में आप इसे बड़े आराम से किसी भी ऑकेजन में वियर कर सकती हैं। सिंपल से आउटफिट के साथ कुछ इस तरह का चूड़ा आपको एकदम एलिगेंट और रॉयल लुक देगा। -
बालों को टूटने-झड़ने से बचाने के बाद भी बालों में वॉल्यूम नहीं दिखता। पतले, बिल्कुल बेजान और हल्के से बाल अक्सर लड़कियों के लिए प्रॉब्लम बने रहते हैं। क्योंकि ऐसे बालों में स्टाइलिंग भी नहीं हो पाती है और बाल जल्दी से टूटने लगते हैं। बाल बिल्कुल पतले रेशे जैसे हो गए हैं तो उन्हें मजबूत बनाने के लिए इन चीजों से करें हेयर वॉश।
बटरमिल्क में ग्रीन टी मिलाकर धोएं बाल
सिर के बालों में वॉल्यूम कम होना मतलब कि कई सारे न्यूट्रिशन की कमी। आयुर्वेद के अनुसार शरीर में पित्त की मात्रा बढ़ जाने की वजह से बाल पतले और बेजान होने लगते हैं। ऐसे में छाछ की मदद से बालों को घना और मोटा बनाया जा सकता है।
कैसे धोएं छाछ से बाल
बालों को धोने के लिए छाछ में ग्रीन टी मिलाकर उबाल लें। जब ये छाछ ठंडा हो जाए तो शैंपू की तरह बालों में लगाकर हल्की मसाज करें और फिर बालों को नॉर्मल टेंपरेचर पानी से धो लें। छाछ में लेक्टिक एसिड, प्रोटीन, विटामिन ए और बी 12 होते हैं। साथ ही आयरन, पोटैशियम और सोडियम की भी अच्छी खासी मात्रा होती है। जिससे बाल ना केवल घने होते हैं बल्कि काले होने में भी मदद मिलती है।
सर्दियों का डैंड्रफ भी दूर हो जाएगा
सर्दियों में होने वाले डैंड्रफ को भी दूर भगाने में बटरमिल्क मदद करेगा। सप्ताह में कम से कम दो से तीन बार छाछ में ग्रीन टी मिलाकर बालों को साफ करें। इससे बालो में शाइन भी आएगी। - - संध्या शर्मासर्दियों के दिनों में अक्सर सुबह देर हो जाती है। ऐसे में समझ नहीं आता कि ब्रेकफास्ट में क्या बनाएं जो हेल्दी भी हो और टेस्टी भी। साथ ही बच्चों-बड़ों सबको पसंद आए। फटाफट ब्रेकफास्ट बनाना चाहती हैं तो बाजरे के आटे में पालक मिलाकर टेस्टी पैनकेक बनाएं। जिसका स्वाद सबको पसंद आएगा। बस नोट कर ले बिना प्री प्रिपरेशन के बनने वाला ये टेस्टी नाश्ता।पालक बाजरे पैनकेक बनाने की सामग्रीदो कप बारीक कटे हुए पालक के पत्तेआधा कप धनिया का पत्ता बारीक कटा हुआधनिया मूली की चटनी बनाने की सामग्री5-6 छोटे टुकड़े मूलीपालक बाजरा पैनकेक बनाने की विधि-सबसे पहले बारीक कटे बाजरा को किसी बड़े बर्तन में लें।-इसमे डेढ़ कप बाजरे का आटा मिला दें।-साथ ही जीरा, अजवाइन, नमक, लाल मिर्च, हल्दी पाउडर डालकर मिक्स करें।-आधा कप दही और जरूरत के मुताबिक पानी डालकर घोल तैयार करें। ध्यान रहे कि घोल बहुत ज्यादा पतला ना हो। नहीं तो पैनकेक नहीं बनेगा।-अब किसी पैन में थोड़ा सा तेल या बटर डालें।-साथ में सफेद तिल दो चुटकी डालकर तैयार बाजरे और पालक का बैटर डाल दें।ढंक दें और धीमी आंच पर पकाएं। एक से दो मिनट में पलटकर दूसरी तरफ से पका लें।-बस रेडी है टेस्टी बाजरे और पालक का टेस्टी पैनकेक।धनिया मूली की चटनी रेसिपी-साथ में धनिया और मूली की चटनी का कॉम्बिनेशन सर्दियों में परफेक्ट लगता है।-धनिया के साथ ही मूली के छोटे टुकड़े ग्राइंडर जार में डाल दें।-साथ में लहसुन, अदरक और नींबू का रस डालें।-हरी मिर्ची और नमक डालकर पीस लें। जरूरत हो तो एक चम्मच पानी डाल दें। बस रेडी है टेस्टी चटपटी हरी चटनी। इसके साथ पैनकेक सर्व करें।
- -सीमा उपाध्यायमक्के की रोटी स्वाद में अच्छी लगती है और ये सेहत के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद होती है। हालांकि, बहुत सी महिलाओं को इसे बनाना काफी मुश्किल लगता है। ऐसे में वह इसे गेहूं के आटे में मिलाकर बनाती हैं। जिसकी वजह से वैसा स्वाद नहीं मिलता जो सिर्फ मक्के के आटे से बनी रोटी में आता है। ऐसे में यहां 5 टिप्स बता रहे हैं जिनसे आप आसानी से मक्के की रोटी घर पर बना सकते हैं।1 मक्के का ताजा और बारीक पिसा आटा लें। फिर इसमें थोड़ा-सा नमक डालकर अच्छे से मिला लें। अब गुनगुने पानी से आटा गूंदें। इससे न केवल आटा मुलायम होता है, बल्कि रोटी भी अच्छी बनती है। गूंदे हुए आटे को 15-20 मिनट के लिए ढक दें और फिर रोटी बेलें।2 मक्के का आटा गूंदने का एक और तरीका है। एक पैन में पानी और नमक डालें। पानी को उबालें। उबलते पानी में मक्के का आटा डालें और लगातार मिलाएं। जब आटा पानी सोख ले तो गैस ऑफ करें। आटा को दूसरे बर्तन में निकालें और थोड़ा ठंडा होने पर गूंदें और रोटी बेलें।3 मक्के की रोटी को बेलने से पहले लोई में घी लगा लें। इसके अलावा आप चकले पर भी घी लगा सकती हैं। इससे रोटी बेलने में आसानी होगी। अगर आप हाथ पर रोटी बनाती हैं, तो मोटी लोई लें और हाथ में घी लगाकर रोटी बनाएं।4 अगर तवे से रोटी को निकालने में वह टूट जाती है, तो इसके लिए आप बेकिंग शीट या फिर मोटी पॉलिथीन का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। बेकिंग शीट पर थोड़ा-सा घी लगाएं और लोई रखकर बेल लें। अब पेपर को रोटी सहित उठाकर सीधे तवे पर पलट लें।5 मक्के की रोटी को पकाने में सही तापमान को भी बहुत बड़ा योगदान होता है। ध्यान रखें कि आंच न ज्यादा कम हो और न ज्यादा तेज। मक्के की रोटी को दोनों ओर से सेंकने के बाद हल्के हाथों से दबाएं ताकि रोटी फूल जाए।
- - संध्या शर्मासर्दियों के मौसम में हरी-हरी ताजी मटर खाने का अलग ही मजा है। कोई भी सब्जी बन रही हो उसमें मटर के दाने डाल दो, बस स्वाद दोगुना हो जाता है। आलू मटर की सब्जी और मटर की पूड़ी और कचौड़ियां भी सर्दियों में जीभ का स्वाद बढ़ाती हैं। हालांकि मटर के साथ एक छोटी सी दिक्कत है और वो है इन्हें छीलना। थोड़ी बहुत मटर तो फिर भी आराम से छिल जाती है लेकिन जब पूरे परिवार के लिए ढेर सारी सब्जी बनानी हो, तो किलो भर मटर छीलना बड़ा टाइम टेकिंग और उबाऊ काम हो जाता है। आज आपकी इसी मेहनत को कम करने के लिए हम आपके साथ कुछ कमाल की टिप्स साझा कर रहे हैं। इन टिप्स की मदद से आप ढेर सारी मटर छीलने का काम मिनटों में निपटा लेंगी।आजमाकर देखें ये टिप्सकिलोभर ताजी हरी मटर को मिनटों में छीलने के लिए आपको बस ये आसान सी ट्रिक आजमाने की जरूरत है। इसके लिए सबसे पहले अपनी मटर को अच्छे से वॉश कर लें। लगभग दो से तीन बार आपको अपनी मटर को धो लेना है। अब एक बड़े पतीले में पानी भर कर गैस पर चढ़ाएं। इसमें सारी मटर डाल दें। थोड़ी देर तक इन्हें गर्म पानी में पकने दें। पानी में उबाल आने से पहले ही गैस बंद को कर दें और पानी को थोड़ा सा हल्का ठंडा होने दें। पानी गुनगुना रहे उस दौरान मटर को पीछे से दबाते हुए छीलें। आपको पूरा छिलका उतारने की जरूरत नहीं। बस उसे स्क्वीज करते हुए छीलें और देखें कैसे फटाफट आपकी मटर छिल जाएगी।इसके अलावा एक-एक मटर को छीलने के बजाए आप एक साथ भी ढेर सारी मटर छील सकते हैं। इसके लिए मुट्ठीभर मटर हाथ में लें और उन्हें तोड़ते हुए मसलते रहें। ऐसे करने से आपके मटर के दाने बड़े आराम से निकल जाएंगे और बर्तन में स्टोर हो जाएंगे। इस ट्रिक से आप एक बार में ही बिना मेहनत के ढेर सारे मटर छील पाएंगे।ऐसे करें मटर को स्टोरमटर छीलने के बाद उन्हें स्टोर करने का सही तरीका भी जान लें। मटर लंबे समय तक फ्रेश रहें इसके लिए उन्हें सबसे पहले अच्छी तरह धो लें और फिर किसी कपड़े से पोंछ लें। अब इन्हें किसी बर्तन में रख कर फ्रिज में स्टोर कर लें। अगर आप घर पर ही फ्रोजन मटर बनाना चाहते हैं तो इन्हें किसी एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करें और फ्रीजर में रख दें। जब भी इनका इस्तेमाल करना हो, तो इन्हें गर्म पानी में निकाल लें। मटर कुकिंग के लिए तैयार हो जाएंगे।
- -सीमा उपाध्यायसर्दियों में जिन सब्जियों की सबसे ज्यादा डिमांड होती है, गाजर भी उन्हीं में से एक है। गाजर में एंटीऑक्सीडेंट्स, बीटा कैरोटीन, फाइबर, विटामिन के और पोस्टेशियम जैसे ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने से ले कर आई हेल्थ, डाइजेशन, स्किन हेल्थ, हार्ट हेल्थ और बॉडी को डिटॉक्स करने का काम करते हैं। गाजर को कई तरह से अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है लेकिन अधिकतर लोग सुबह खाली पेट गाजर का जूस पीना प्रिफर करते हैं। अब घर में जूसर मशीन हो तो जूस बनाना मिनटों का काम है लेकिन कई बार जूसर मशीन ना होने की वजह से लोग जूस का मजा उठा ही नहीं पाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा ही है तो आज हम आपको बिना जूसर के गाजर का जूस बनाने के दो आसान तरीके बताने वाले हैं। आइए जानते हैं।बिना जूसर और मिक्सर के ऐसे बनाएं जूसअगर आपके घर में जूसर और मिक्सर दोनों ही नहीं है तब भी आप बड़ी आसानी से गाजर का जूस बना सकते हैं। इसे बनाने के लिए सबसे पहले सही गाजर का चयन करें। इसके लिए गाजर को थोड़ा सा काट कर देखें। अगर गाजर में पीला भाग कम है तो इसका मतलब गाजर में अच्छी मात्रा में जूस मौजूद है। जूस निकालने के लिए हमेशा थोड़ी लाल गाजर का इस्तेमाल करें। इससे ढेर सारा जूस बनकर तैयार होता है।जूस बनाने के लिए गाजर को अच्छी तरह धो कर छील लें। अब ग्रेटर की मदद से गाजर को अच्छी तरह कद्दूकस कर लें। अब एक गिलास में उतना पानी भरें जितना आपको जूस पीना है। इसमें कद्दूकस की हुई गाजर मिला दें। गाजर की मात्रा अच्छी खासी होनी चाहिए। अब गिलास को ढक कर लगभग तीन घंटे के लिए छोड़ दें। इससे गाजर के पोषक तत्व पानी में अच्छी तरह मिल जाएंगे। जब भी आपको जूस पीना हो लगभग तीन घंटे पहले उसे बनने के लिए रख दें। इसे छानकर, इसमें थोड़ा सा नींबू का रस, काली मिर्च, काला नमक डालकर पीएं।इस ट्रिक से भी बना सकते हैं गाजर का जूसअगर आपके घर में मिक्सर ग्राइंडर मौजूद है लेकिन जूसर नहीं है, तो आप मिक्सर की मदद से ही फटाफट गाजर का हेल्दी और टेस्टी जूस बनाकर तैयार कर सकते हैं। इसके लिए गाजर को अच्छी तरह धो कर छील लें। अब इसे छोटे टुकड़ों में काटकर मिक्सर में डाल दें। पेस्ट बनाने के लिए हल्का सा पानी भी एड करें। जब ये एक अच्छा सा पेस्ट बन जाए तो किसी बड़ी छलनी में डालकर चम्मच से प्रेस करते हुए जूस निकाल लें। इस तरीके से आप मिनटों में ही ढेर सारा गाजर का जूस बना लेंगे, वो भी बिना जूसर के।
- - संध्या शर्मासर्दियों का मौसम हो और बात गरमा-गरम पराठों की ना हो, ऐसा तो मुमकिन ही नहीं है। ज्यादातर भारतीय लोग सुबह के नाश्ते में गरमा-गरम पराठे खाना पसंद करते हैं। इस मौसम में आलू, मूली, गोभी, प्याज जैसे कई तरह के पराठे घरों में बनाए जाते हैं। ऐसे में अगर आप एक पराठा लवर हैं लेकिन रोज-रोज एक जैसा टेस्ट वाला पराठा खाकर बोर हो चुके हैं तो ये खबर आपके बड़े काम की हो सकती है। इस खबर में आज आपको बताएंगे कि कैसे आप किचन में रखी कुछ आसानी से मिल जाने वाली चीजों की मदद से अपने पराठे में एक नया स्वाद जोड़ सकते हैं।पराठे को टेस्टी बनाने के लिए अपनाएं ये टिप्सकसूरी मेथीआपकी सब्जी में स्वाद और खुशबू बढ़ाने वाली कसूरी मेथी आपके पराठों का टेस्ट भी बदलकर रख सकती है। कसूरी मेथी पराठों में हल्का कड़वा स्वाद जोड़ती है। जो उसके टेस्ट को और ज्यादा बढ़ा देता है। इसके लिए पराठे के आटे में एक मुट्ठी कसूरी मेथी के पत्तों को कुछ सेकंड भूनकर हल्का मैश करते हुए मिलाएं। कसूरी मेथी का ये टिप आपके सादे पराठों से लेकर आलू के पराठों तक का स्वाद बढ़ा सकता है।कद्दूकस किया हुआ लहसुनअगर आप खाने में लहसुन का स्वाद पसंद करते हैं तो आपके पराठों में ये गार्लिक टच आपको बेहद पसंद आने वाला है। इसके लिए पराठे के आटे या स्टफिंग में ताजा कसा हुआ लहसुन डालें। इसके अलावा आप लहसुन को घी में हल्का रोस्ट करके पराठे के मसाले में हरी मिर्च और धनिया के साथ मैश करते हुए मिला दें। यह टिप आपके पराठे के स्वाद को अलग ही लेवल पर लेकर जाएगा।अजवायन और चिल्ली फ्लेक्स का साथअजवायन ना सिर्फ पराठों का स्वाद बढ़ाती हैं बल्कि व्यक्ति के पाचन तंत्र का भी ख्याल रखकर गैस जैसी समस्या को दूर रखने में मदद करती है। इन सिंपल पराठों का स्वाद बढ़ाने के लिए आटे को गूंथने से पहले उसमें अजवायन और चिल्ली फ्लेक्स मिला लें।
- -सीमा उपाध्यायसर्दियों में खाने-पीने की कई ऐसी चीजें हैं, जिनका सेवन सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है। ऐसी ही एक चीज का नाम गुड़ है। गुड़ एंटीऑक्सीडेंट और जिंक से भरपूर होने के साथ तासीर में भी गर्म होता है। जो शरीर को गर्म बनाए रखने में मदद करता है। जबकि इसमें मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी1, बी6, और विटामिन सी मोटापा कम करके वेट लॉस जर्नी को आसान बनाते हैं। गड़ का नियमित सेवन पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे कब्ज, गैस और अपच को ठीक करने में भी असरदार है। सेहत के लिए इतना फायदेमंद होने की वजह से ज्यादातर घरों में भोजन करने के बाद गुड़ का टुकड़ा जरूर खाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं भोजन के साथ परोसी गई गुड़ की चटनी, ना सिर्फ सेहत से जुड़े फायदे देती है बल्कि खाने का स्वाद भी बढ़ा देती है। आइए जानते हैं सर्दी के मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कैसे बनाई जाती है गुड़ की चटनी।गुड़ की चटनी बनाने के लिए सामग्री-4-5 बड़े चम्मच सरसों का तेल-एक कटोरी कुचले हुए जैतून-दो चम्मच पंच फोरन के बीज-एक चम्मच लाल मिर्च पाउडरगुड़ की चटनी बनाने का तरीकागुड़ की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ को पिघला लें। इसके लिए एक पैन में सरसों का तेल डालकर कुछ देर गर्म करके उसमें गुड़ डालकर मीडियम आंच पर पकाएं। अब पैन में कुचले हुए जैतून डालकर नरम होने तक पकाएं। जैतून को जलने से बचाने के लिए उन्हें बीच-बीच में हिलाते रहें। अब पैन में नमक, पंचफोरन बीज, भुना जीरा और लाल मिर्च पाउडर डालकर 2-3 मिनट तक पकाएं। इसके बाद मसालों में शहद मिलाकर आंच बंद कर दें। सर्दियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इसे चावल और करी के साथ परोसे।
- साल 2024 खत्म होने को हैं। नया साल आने के साथ पुराना साल कुछ न कुछ खास यादें देकर जा रहा है। वहीं इंडियन टेलीविजन और बॉलीवुड के लिहाज से देखा जाए तो कई सेलेब्स के लिए भी ये साल काफी अच्छा रहा। दरअसल इस साल कई इंडियन सेलेब्स ने अपने फिजनेस गोल को पूरा किया है, जिसमें उन्होने न सिर्फ वेट लॉस किया है, बल्कि एक बेहतर रूटीन फॉलो करने की भी कोशिश की है। सेलेब्स ने एक्सरसाइज, डाइटिंग, इन्फ्लेमेटरी डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल की मदद से अपना वजन कम करने में कामयाबी हासिल की है।साल 2024 में इन इंडियन सेलेब्स ने किया वेट लॉस -हिमांशी खुरानापंजाबी एक्ट्रेस और मॉडल हिमांशी खुराना साल 2024 में अपने फिटनेस के कारण सुर्खियों में रही। दरअसल, हिमांशी ने अपना 11 किलो वजन कम करके अपने फैंस को चौंका दिया। हिमांसी ने अपने वजन कम होने का सीक्रेट शेयर करते हुए बताया था कि, "मैंने ज्यादा जिम नहीं किया, घर का सिंपल खाना, रोजाना घी का परांठा, बाहर के खाने से परहेज और हफ्ते में सिर्फ दो बार शारीरिक गतिविधि करती थीं।" हिमांशी खुराना ने सिर्फ इस सिंपल डाइट और हेल्दी मेंटल हेल्थ की मदद से अपना 11 किलो वजन कम करने के साथ कुछ पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से भी छुटकारा पाया।विद्या बालनबॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन भी साल 2024 में अपने वेट लॉस जर्नी के कारण काफी चर्चा में रहीं। विद्या बालन लंबे समय से अपने बढ़ते वजन के कारण काफी परेशान थी, जिसे कम करने के लिए उन्हें कई तरीके अपनाएं, जिम में घंटों एक्सरसाइज किया और कई तरह की डाइटिंग भी की, लेकिन इसके बाद भी उनका वजन कम नहीं हुआ। इसके बाद विद्या बालन को पता चला कि उनका वजन ज्यादा नहीं है बल्कि सूजन के कारण शरीर फूला हुआ है। जिसके बाद उन्होने इन्फ्लेमेटरी डाइट फॉलो की और अपनी डाइट से कुछ फूड्स को हटा दिया, जिसके बाद कुछ समय में ही वे काफी फिट नजर आने लगी।ओर्रीइंटरनेट सनसनी ओरहान अवत्रामणि, जिसे ओर्री के नाम से जाना जाता है, ने साल 2024 में जीरो-शुगर डाइट फॉलो करके अपना काफी वजन कम किया है। ओरी ने एक साल से ज्यादा समय में 73 किलो से अपना वजन घटाकर 50 किलो कर लिया है। एक पॉडकास्ट के दौरान ओरी ने बताया कि उन्होने चीनी का सेवन कम करके, ऑमलेट जैसे फूड्स का सेवन करके और अन्य कई तरीकों को अपनाकर अपना वेट लॉट किया है।सामंथा रूथ प्रभुएक्ट्रेस सामंथा रूथ प्रभु भी साल 2024 में अपना वजन कम करने को लेकर चर्चा में रही। दरअसल सामंथा साल मायोसिटिस नाम की ऑटोइम्यून बीमारी से पीड़ित थी, जिस कारण उनके शरीर में काफी सूजन आ गई। लेकिन, एक्ट्रेस ने इस साल सख्त एंटी-इन्फ्लेमेटरी डाइट फॉलो करके अपना काफी वजन कम किया और एक बार दोबारा से फिट शरीर पाने में कामयाब रहीं।मोना सिंह"जस्सी जैसी कोई नहीं" सीरियल से घर-घर में अपना पहचान बनाने वाली मशहूर एक्ट्रेस मोना सिंह भी साल 2024 में अपने फिटनेस के कारण काफी सुर्खियां बतोरी हैं। मोना सिंग ने सिर्फ 6 महीने में योग, संतुलित आहार और नियमित रूप से एक्सरसाज करके 15 किलो वजन कम किया है।करण जौहरसाल 2024 में भारतीय फिल्म डायरेक्टर, निर्माता, स्क्रीनराइटर करण जौहर भी अपने वेट लॉस को लेकर काफी अटकलों और विवादों की बीच घिरे रहे। कुछ लोगों का मानना है कि उन्होंने वजन कम करने के लिए ओजेम्पिक दवा का इस्तेमाल किया है। हालांकि, करण जौहर ने इस बात से पूरी तरह इनकार कर दिया है, और अपने वजन कम होने का कारण अपने हेल्दी लाइफस्टाइल को बताया है।
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आचार्य चाणक्य की गणना देश के महान विद्वानों में की जाती हैं, उन्हें कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि आचार्य चाणक्य को न केवल राजनीति विज्ञान बल्कि अर्थशास्त्र, युद्ध रणनीति, ज्योतिष और चिकित्सा का भी ज्ञान था, इतना ही नहीं उन्होंने खगोल विज्ञान और समुद्र शास्त्र जैसे विषयों में भी महारत हासिल की हुई थी।
कहते हैं कि चाणक्य ने अपने जीवन काल में एक महान नीति शास्त्र की रचना की थी, जिसे 'चाणक्य नीति' के नाम से जाना जाता है, इस नीति शास्त्र में जीवन से जुड़ी कई बातों का उल्लेख है जिसका अध्ययन करने पर नए नजरिए की प्राप्ति होती हैं।
चाणक्य नीति में विद्यार्थियों के लिए भी कई सफलता सूत्र हैं जिन्हें अपनाने पर विद्यार्थी जीवन सरल बनता है। चाणक्य के अनुसार हमारे पूरे जीवन काल में छात्र होने का समय सबसे किमती और खूबसूरत होता है, यह वो समय है जब छात्र अपने सपनों को पूरा करने की रेस में दौड़ते हैं, लेकिन इस दौरान विद्यार्थियों को कुछ खास बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए, नहीं तो समस्याएं हो सकती हैं, आइए इसके बारे में जानते हैं।
सुखार्थिनः कुतो विद्या विद्यार्थिनः कुतो सुखम् ।।
इस श्लोक का अर्थ है कि विद्या प्राप्ति के समय विद्यार्थी को सुख-सुविधाओं की आशा नहीं करनी चाहिए, उन्हें केवल लक्ष्य के प्रति कठोर तप करना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार कठोर परिश्रम करने पर ही विद्या की प्राप्ति हो सकती है।
अनुशासन का पालन
जीवन में सफलता हासिल करने के लिए विद्यार्थी को सर्वप्रथम अनुशासन का पालन करना चाहिए। अगर अनुशासन का पालन न किया जाए, तो कार्यों को पूरा करने में हमेशा बाधाएं आती हैं। चाणक्य नीति के अनुसार अनुशासन के माध्यम से विद्यार्थी अपने समय का सदुपयोग करते हैं, जिससे सफलता हासिल करने में आसानी होती हैं।
लालच न करें
विद्यार्थियों को कभी भी किसी भी तरह के 'लालच' में नहीं पड़ना चाहिए। लालच सफलता प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न करता है, जिससे व्यक्ति का कठोर परिश्रम भी प्रभावित होता है। चाणक्य के अनुसार लालच विद्यार्थियों के सुखी जीवन में परेशानियों के द्वार खोलता है, इसलिए कभी भी लालच के मार्ग को नहीं अपनाना चाहिए।
कभी न करें गुरु का अपमान
आचार्य चाणक्य के अनुसार जीवन में कभी भी गुरु का अपमान नहीं करना चाहिए। गुरु जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं, इतनी ही नहीं कार्यों में आ रही समस्याओं का निवारण भी हमारे गुरूजन करते हैं, इसलिए कभी भी उनका अपमान नहीं करना चाहिए। गुरु, व्यक्ति को आध्यात्मिक रूप से भी मजबूत बनाते हैं। -
फिल्म इंडस्ट्री के सीनियर एक्टर धर्मेंद्र 89 साल के हैं लेकिन, इस उम्र में भी अपनी फिटनेस से लोगों को हैरान कर देते हैं। वे इस उम्र में भी एक्टिव और हेल्दी रहते हैं। बता दें कि बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र इस उम्र में भी रेग्यूलर एक्सरसाइज करते हैं और खुद को फिट रखने के लिए काफी मेहनत करते हैं। यह उनकी एक्टिव लाइफस्टाइल की ही देन है कि धर्मेंद्र इस उम्र में भी ना केवल सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं बल्कि फिल्मों और टीवी शोज़ पर भी अपीयरेंस देते रहते हैं। बीते साल फिल्म 'रानी और रॉकी की प्रेम कहानी' में धर्मेंद्र ने एक स्पेशल भूमिका निभाई और सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा।
रोज करते हैं एक्सरसाइजधर्मेंद्र ट्रेडिशनल और मॉडर्न टेक्निक्स की मदद से एक्सरसाइज करते हैं। धर्मेंद्र हर मौसम में कसरत करते हैं। वे रोजाना कम से कम 30 मिनट तक एक्सरसाइज करते हैं। इसके अलावा उन्हें स्वीमिंग करने का भी शौक है और रोजाना सुबह जल्दी उठकर वर्कआउट और फिर स्विमिंग करना धर्मेंद्र का रूटीन है।ऑर्गेनिक फल-सब्जियां खाते हैंअभिनेता शहर के शोरगुल से दूर अपना अधिकांश समय अपने फार्म हाउस पर ही बिताते हैं। यहां वे बागवानी और खेती जैसे कामों में भी हाथ बंटाते हैं। फार्म हाउस में उगनेवाली सब्जियों-फलों, हर्ब्स और मसालों का ही इस्तेमाल वे अपने रोजमर्रा के खाने में करते हैं। उनकी डाइट में नेचुरल और ऑर्गेनिक फूड्स का ही समावेश होता है।20 साल से नहीं खायी शक्करधर्मेंद्र हर हाल में शक्कर से परहेज करते हैँ। उन्हें कई साल पहले ही शक्कर खानी छोड़ दी। धरम की तरह हेमा मालिनी भी शक्कर नहीं खातीं और शक्कर की जगह गुड़ और शहद जैसे नेचुरल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करती हैं।हेल्दी फैट्स के लिए इस तेल में पकता है धर्मेंद्र का खानाधर्मेंद्र रिफाइंड ऑयल की बजाय कच्ची घानी में तैयार सरसों के तेल का सेवन करते हैं। वहीं, वे देसी घी का भी सेवन करते हैं। - -सीमा उपाध्यायसर्दियों में पराठे खूब खाए जाते हैं, कुछ लोग नाश्ते में इसे खाना पसंद करते हैं तो कुछ लोग लंच में पराठा खाते हैं। बच्चे भी अपने स्कूल टिफिन में अलग-अलग तरह के पराठे खाना पसंद करते हैं। ऐसे में आप बच्चों और बड़ों के लिए चीनी पराठा बनाकर तैयार कर सकते हैं। ये फटाफट बनने वाली डिशेज में से एक हैं। कुछ महिलाएं अक्सर इसे बनाती हैं लेकिन उनकी शिकायत रहती है कि पराठा काफी सख्त हो जाता है। अगर आपकी भी यही शिकायत है तो यहां बताई गई टिप्स आपके काम आ सकती हैं।जानिए, चीनी का पराठा बनाने के स्टेप्स-इस सीक्रेट को अपनाकर लगाएं आटासॉफ्ट और टेस्टी चीनी का पराठा बनाने के लिए सही आटा लगाना जरूरी है। इसके लिए आटा गूंथते समय पानी की जगह दूध का इस्तेमाल करें। जब आप आटा गूंथ लें तो उसे कुछ देर के लिए ढककर रख दें। इसे ढकने के लिए एक गीले सूती कपड़े का इस्तेमाल करें।स्टफिंग में मिलाएं ये एक चीजचीनी पराठे की स्टफिंग बनाने के लिए आटे से थोड़ा हिस्सा लें और इसे बेल लें। अब उसमें एक बड़ा चम्मच चीनी डालें। इसी के साथ इसमें थोड़ी ताजी मलाई डाल दें। फिर इसके किनारों को सील कर दें। अब परांठे को समान गोलाकार आकार में चपटा करें और फिर बेलकर पराठा तैयार कर लें। अगर मलाई का इस्तेमाल करने के बाद पराठा बनाना मुश्किल लगता है तो पराठा तैयार करने के बाद इसके ऊपर मलाई स्प्रेड कर सकते हैं। इससे भी अच्छा स्वाद मिलेगा।आंच का रखें ख्यालपराठे को गरम तवे पर बनाना चाहिए। लेकिन इसे बनाते समय आंच का ध्यान रखें। अगर आप धीमी आंच पर पराठा बनाएंगे तो ये सख्त हो सकता है। इसलिए हमेशा धीमी से मध्यम आंच पर पराठे को बनाएं। अच्छे स्वाद के लिए इसे घी में बनाएं।
- - संध्या शर्मातीखा-चटपटा खाने के शौकीन लोग खाने के साथ हमेशा हरी मिर्च खाना पसंद करते हैं। हरी मिर्च हर घर में आपको आसानी से मिल जाएगी। लेकिन अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि फ्रिज में रखने के बाद भी ये जल्दी गलने लगती है या फिर लाल पड़ने लगती है। ऐसे में लोग बहुत ज्यादा मात्रा में हरी मिर्च को स्टोर करने से बचते हैं। लेकिन यहां हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप हरी मिर्च को लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं। देखिए, हरी मिर्च को स्टोर करने का तरीका-खराब मिर्ची को करें अलगसबसे पहले आप सभी मिर्ची को अच्छे से धो लें और फिर गली और खराब मिर्ची को अलग कर लें। बहुत देखकर ऐसा करें क्योंकि अगर एक भी सड़ी-गली मिर्च रह जाती है तो इससे बाकी मिर्ची के खराब होने का डर भी रहता है।जिप लॉक में रखेंमिर्ची को लंबे समय तक फ्रेश बनाए रखने के लिए सबसे पहले इन्हें धोएं और फिर सुखा लें। फिर इसकी डंठल तोड़ दें और फिर मिर्च को जिप लॉक बैग में रख दें। फिर इसे फ्रिज में रखें। ज्यादा समय तक रखने के लिए पाउच को फ्रीजर के आइसबॉक्स में भी जमा सकते हैं।तोड़ दें हरी मिर्च की डंडीमिर्ची को पानी में कुछ देर के लिए भिगोएं और फिर बाहर निकाल लें। अब इसे लंबे समय तक स्टोर करने के लिए इसकी डंडी को तोड़ दें। फिर जब हरी मिर्च का पानी सूख जाए तो इसे एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करें।काम आएगा पेपर टॉवलहरी मिर्च को स्टोर करने के लिए आप पेपर टॉवल का इस्तेमाल करें। इसके लिए मिर्ची को धोएं और फिर सुखाकर साफ कर लें। इसकी नमी को सोखने के लिए पेपर के तौलिये का इस्तेमाल करें। फिर इसे एक साफ पेपर टॉवल में लपेट कर रखें। हालांकि, मिर्ची अगर बहुत ज्यादा हैं तो आप इसे ग्लास कंटेनर में स्टोर करें।
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सर्दियों में जमकर हरा साग और नया आलू आता है। जिसे काटने की वजह से ना केवल हाथ और नाखून काले पड़ जाते हैं। बल्कि उंगलियों में चाकू से कट का निशान लग जाता है। इस तरह के हाथ दिखने में बहुत गंदे लगते हैं और कई बार तो शर्मिंदगी का कारण बन जाते हैं। अगर आप भी हर बार सर्दियों में हाथों के काले और खराब होने की वजह से शर्मिंदगी उठाती हैं तो इस तरह से करें हाथों की देखभाल।
सर्दियों में कटे-फटे हाथों और काले नाखूनों से ऐसे बचाएं हाथ----
हाथों को सॉफ्ट और धब्बे हटाने में मदद करेगा ऑलिव ऑयल
एक चम्मच ऑलिव ऑयल में एक चम्मच चीनी मिलाएं और मिक्स करें। फिर इस नेचुरल स्क्रब से हाथों को मसाज करें और उंगलियों को रब करके साफ करें। ऐसा करने से चीनी की मदद से उंगलियों पर जमा कालापन साफ होगा और साथ ही जैतून का तेल स्किन को सॉफ्ट बनाएगा। जिससे कटी-फटी स्किन हील होने में मदद मिलेगी।
काले नाखूनों को साफ करेगा नींबू
नींबू को आधा काटकर रस निकाल लें। फिर उस पर चुटकीभर नमक छिड़क लें। अब इसे काले नाखूनों पर रगड़ें। ऐसा करने से नाखूनों पर जमा कालापन साफ हो जाएगा। लेकिन ध्यान रहे कि नाखूनों के किनारे बहुत ज्यादा कटे हुए और चोटिल ना हो। नहीं तो नींबू का रस लगाने से इरिटेशन हो सकती है।
चुकंदर का दाग उंगलियों से कैसे निकाले
चुकंदर काटने की वजह से अगर उंगलियों और नाखूनों पर जम गया है तो इसे साफ करने के लिए आलू के एक टुकड़े को लेकर रगड़ें। आलू का टुकड़ा नाखून के किनारों से लेकर उंगलियों पर जमा गंदगी को पूरी तरह से साफ कर देगा।
ना करें साबुन से साफ
आलू, साग या फिर चुकंदर साफ करने के बाद हार्श सोप से हाथ साफ ना करें। ऐसा करने से ना हाथ ना केवल ड्राई हो जाते हैं बल्कि ज्यादा कट जाते हैं।\ -
शादी के पहले की रस्मों की तरह ही शादी के बाद भी कई सारी रस्मों को निभाना होता है। जिसमे हर किसी की निगाहें नई नवेली दुल्हन पर ही होती है। ऐसे में कई बार लड़कियां कंफ्यूज हो जाती हैं और लुक्स के साथ एक्सपेरिमेंट नहीं कर पातीं। लेकिन अगर आप पहले से ही सोच कर रखेंगी तो शादी के बाद भी आपके लुक्स हर किसी को तारीफ करने पर मजबूर कर देंगे। तो शादी के बाद पहली बार ससुराल में रेडी होने के लिए इन एक्ट्रेसेज के लुक्स से टिप्स ले सकती हैं।
जाह्नवी कपूर जैसा सिंपल लुकशादी की रस्मों में भारी-भरकम ज्वैलरी और कपड़ों की वजह से थकान होने लगती है। ऐसे में शादी के बाद आप अपने लिए पेस्टल कलर की सुंदर साड़ी को चुनें। जिसके साथ लाइटवेट ज्वैलरी और मेकअप करें। साथ ही बालों को फ्रंट पार्टीशन के साथ ओपन करके रखें। ये लुक सिंपल और नई नवेली दुल्हन के ग्लो वाला होगा।अनन्या पांडे की तरह हो जाएं तैयारशादी के बाद पहले दिन आप चाहें तो पेस्टल कलर के सूट या लहंगा को ट्राई कर सकती हैं। साथ में मैट फिनिश मेकअप और बालों में फिश टेल काफी खूबसूरत लुक देगी।कटरीना कैफ की रेड साड़ीकटरीना कैफ की तरह शादी के बाद रेड कलर की रेडीमेड साड़ी को ट्राई कर सकती हैं। भारी-भरकम ज्वैलरी और कपड़ों से बचना है तो इस लुक को मिनिमल मेकअप और लाइटवेट ईयररिंग्स के साथ मैच करें। आपका नेचुरल ग्लो रेड साड़ी के साथ फिट बैठेगा।बांधनी प्रिंट ऑरेंज लहंगाशादी के बाद पहले दिन बांधनी प्रिंट के साड़ी या लहंगे का लुक ट्रेडिशनल दिखता है। साथ ही ऑरेंज शेड लगभग हर स्किन टोन पर जंचेगा। इसे आप चोकर नेकपीस और रस्ट ऑरेंज लिपस्टिक शेड के साथ कंप्लीट करें। जाह्ववी कपूर का ये लुक न्यू ब्राइड्स के लिए बिल्कुल परफेक्ट है।बालों में गजरा वाला लुकशादी के बाद किसी रस्म के लिए रेडी होना है तो ग्लॉस फिनिश मेकअप करें और साथ में माथे पर छोटी सी बिंदी और बालों में गजरा लगाएं। आप ब्लू कलर के ही रेड, पिंक जैसे कलर को भी चुन सकती हैं।नई नवेली दुल्हन वाला लुकआथिया शेट्टी की तरह सुर्ख रेड कलर की साड़ी के साथ हैवी ईयररिंग्स को मैच करें। ये लुक बिल्कुल नई नवेली दुल्हन के लिए परफेक्ट है। -
कान के मैल की सफाई करें या न करें इस सवाल को लेकर अक्सर बहस होती रहती है। कान में जमा मैल समस्या का कारण बन सकता है,यही वजह है कि लोग इसे किसी भी तरह से साफ करना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कान में जमा मैल कानों की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर आप भी कान के मैल को साफ करते हैं तो आपको इसे साफ न करने के कारणों के बारे में जानना चाहिए।
1) कान साफ करना नहीं है जरूरीकान अपने आप साफ हो जाता है। इसकी सफाई के लिए किसी नियमित रखरखाव की जरूरत नहीं है। अगर आप ईयरवैक्स को हटाने या उसको जमा होने से कानों में स्वाब डाल रहे हैं तो इससे बचें। ईयरवैक्स कान के अंदर से आता है और नैचुरली बाहर की ओर चला जाता है। कुछ लोगों में कान का मैल औसत मात्रा से ज्यादा होता है। वहीं दूसरों के लिए यह सामान्य से ज्यादा सख्त और ड्राई हो जाता है।2) मैल साफ करना हो सकता है खतरनाककान में रुई का फाहा डालने से कान या कान का पर्दा डैमेज हो सकता है। कान का मैल नहर में और अधिक चला जाएगा, जिससे इसे निकालना मुश्किल हो जाएगा। इससे कान में दबाव महसूस हो सकता है और सुनने की क्षमता कम हो सकती है। वहीं कान का मैल अगर कान के परदे के पास चला जाए तो दर्दनाक संक्रमण हो सकता है।3) कान की होती है रक्षाकान का मैल प्रोटेक्शन की तरह काम कर सकता है। यह आपके कानों को वायरल, फंगल और बैक्टीरियल संक्रमणों से बचाता है। वहीं ईयरवैक्स कीड़ों को दूर भगाने में मदद करता है। इसी के साथ कान में जमा वैक्स प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है, जो कान के अंदर की स्किन को ज्यादा ड्राई होने से बचाता है। -
लंदन. शारीरिक गतिविधि को अधिक जटिल नहीं बनाना चाहिए। यहां तक कि रोजाना सिर्फ दस मिनट की तेज सैर भी सेहत को कई लाभ दे सकती है और हृदय रोग, आघात तथा कैंसर सहित कई बीमारियों के जोखिम को कम करती है। अपने सैर के तरीके में कुछ बदलाव करके आप सेहत से जुड़े और फायदे पा सकते हैं।
यदि आप अपनी सैर से अधिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो यहां उन्हें और अधिक आनंददायक बनाने के पांच तरीके हैं।
1. अपनी गति में बदलाव करें
सैर के लाभों को बढ़ाने का एक तरीका अपनी गति में बदलाव करना है। एक स्थिर गति बनाए रखने के बजाय तेज चले और फिर सुस्ताने के लिए धीमा चलें। यह तकनीक हृदय संबंधी फिटनेस को और सुधार सकती है। चार महीने की अवधि में किए गए एक अध्ययन में तीन मिनट की तेज सैर और तीन मिनट की मध्यम गति से सैर करने से टाइप 2 मधुमेह वाले वयस्कों में रक्त शर्करा नियंत्रण और फिटनेस के स्तर में उन लोगों की तुलना में अधिक सुधार देखा गया जो समान समय अवधि के लिए स्थिर गति से चलते थे। अंतराल पर सैर करने से शरीर की चर्बी भी कम होती है और समग्र शारीरिक सहनशक्ति भी बेहतर होती है।2. गति बढ़ाएं
तेज गति से चलने से न केवल आप अपनी मंजिल तक जल्दी पहुंचते हैं बल्कि इससे आपको स्वास्थ्य संबंधी ज्यादा लाभ भी मिलते हैं। पैदल चलने वाले 50,000 से ज्यादा लोगों से प्राप्त आंकड़ों से पता चला कि कम से कम पांच किलोमीटर प्रति घंटे (लगभग तीन मील प्रति घंटे) की गति से चलने से हृदय रोग और कैंसर सहित विभिन्न कारणों से मौत का जोखिम कम होता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि सैर की गति बढ़ाने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और वजन नियंत्रण में सहायता मिल सकती है।
3. थोड़ा वजन जोड़ें
सैर के समय अतिरिक्त वजन उठाने से आपकी कसरत की तीव्रता बढ़ सकती है। भार वाली जैकेट या बैकपैक पहनने से आपकी मांसपेशियों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है - जिससे ताकत बढ़ती है और अधिक कैलोरी बर्न होती है। अगर आप इसे आजमाना चाहते हैं, तो तनाव या चोट से बचने के लिए हल्के वजन से शुरुआत करना चाहिए। खासतौर पर आपको एक जैकेट या बैकपैक से शुरुआत करनी चाहिए जो आपके शरीर के वजन का लगभग पांच प्रतिशत हो। इसलिए कोई व्यक्ति जिसका वजन लगभग 80 किलोग्राम है वह अपने बैकपैक में सिर्फ चार किलोग्राम अतिरिक्त वजन जोड़कर शुरुआत कर सकता है।
4. पहाड़ियां या सीढ़ियां शामिल करें
चढ़ान में चलने से काफी फर्क पड़ सकता है।
ऊपर की ओर चलना या सीढ़ियां चढ़ना अलग-अलग मांसपेशी समूहों को सक्रिय करता है खासकर आपके पैरों और ग्लूट्स में, जबकि समतल जमीन पर चलने से ऐसा नहीं होता। इससे न केवल ताकत बढ़ती है, बल्कि ज्यादा कैलोरी भी बर्न होती है।
5. सचेत रह कर सैर करें
सैर न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है बल्कि यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकता है। सचेत रहकर सैर करना भी एक तरीका है। इसमें आपकी गतिविधियों, सांसों और आस-पास के माहौल पर पूरा ध्यान देना शामिल है। शोध से पता चला है कि जिन लोगों ने नियमित रूप से एक महीने तक इस प्रकार से सैर की उनमें तनाव के स्तर में कमी देखी गई, साथ ही मूड और समग्र मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ।
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विटामिन सी से भरपूर आंवला चटनी बनाने का तरीका
सामग्री???? आंवला - 250 ग्राम???? हरी मिर्च - 2-3 (स्वादानुसार)???? अदरक - 1 इंच (कद्दूकस किया हुआ)???? नमक - स्वादानुसार???? चीनी - 1-2 चम्मच (वैकल्पिक)???? धनिया पत्ती - 2 बड़े चम्मच (बारीक कटी हुई)???? नींबू का रस - 1-2 चम्मच (वैकल्पिक)???? पानी - आवश्यकतानुसारबनाने की विधि???? आंवला की तैयारी - आंवलों को अच्छे से धो लें और उनके बीज निकालकर छोटे टुकड़ों में काट लें।???? सभी सामग्री मिलाएं - सिल बट्टे पर कटे हुए आंवला, हरी मिर्च, अदरक, नमक और चीनी डालें आवश्यकतानुसार थोड़ा पानी डालें ताकि चटनी अच्छी तरह पीस जाए।???? पीसें - सभी सामग्रियों को एकसार होने तक अच्छी तरह पीसें। यदि आप चाहते हैं कि चटनी थोड़ा गाढ़ी रहे, तो पानी कम डालें।???? धनिया और नींबू का रस मिलाएं - चटनी को एक प्लेट में उठा लें और उसमें बारीक कटी धनिया पत्तियाँ और नींबू का रस मिलाएं। यह चटनी को और अधिक ताजगी और स्वाद देगी।आवंला चटनी को गर्मागर्म पराठों, चावल, या स्नैक्स के साथ परोसें। -
सर्दियों का सीजन शुरू होने के साथ ही ड्राई स्किन की प्रॉब्लम भी आ जाती है। चेहरे की देखभाल तो सभी कर लेते हैं लेकिन सबसे ज्यादा खराब पैर हो जाते हैं। पैरों की फटी एड़ियां ना केवल दिखने में भद्दी लगती है बल्कि कई बार इनमे दर्द भी होने लगता है। अगर आप भी हर ठंडी फटी हुई एड़ियों को ठीक करने में बिता देती हैं तो इस बार बनाकर रख लें वैक्स क्रीम। जो आपकी एड़ियों की स्किन को सॉफ्ट और मुलायम रखने में मदद करेगी। जान लें कैसे घर में ही बना लें वैक्स क्रीम।
घर में बनाएं फटी एड़ियों के लिए वैक्स क्रीम
मार्केट से महंगी हील केयर क्रीम लाने की बजाय घर में ही वैक्स क्रीम बनाकर रख लें। इसे बनाने में आपका एक भी रुपये खर्च नहीं होगा। बस इन चीजों की जरूरत होगी।
एक मोमबत्ती
दो चम्मच नारियल का तेल
दो चम्मच सरसों का तेल
एलोवेरा जेल
घर में कोई ना कोई मोमबत्ती तो होगी ही। बस उस मोमबत्ती को घिस लें। अब इस घिसी हुई मोम में नारियल का तेल दो चम्मच, दो चम्मच सरसों का तेल और एलोवेरा जेल को मिला लें। किसी बर्तन में इन सारी चीजों क मिक्स करके पिघलाएं और एक मिनट तक पकाएं। ठंडा कर किसी शीशी में पलट लें। बस तैयार है आपकी वैक्स क्रीम
कैसे लगाएं वैक्स क्रीम
सबसे पहले किसी टब में गुनगुना पानी भरें। फिर उसमे एक चम्मच नमक डालें और शैंपू का दो चम्मच डालकर घोल लें। पैरों को दस मिनट भिगोएं। फिर अच्छी तरह से हील क्लीनर से घिसकर साफ करें। जिससे एड़ी पर जमा सारी डेड स्किन निकल जाए। अब तैयार वैक्स क्रीम को लगाएं और पॉलीथिन से पैरों को बांध लें। एक से दो घंटे बाद पॉलीथिन को हटा दें। हो सके तो रात में ये वैक्स क्रीम लगाएं। रोजाना लगाने से मात्र एक से दो हफ्ते में ही फटी एड़ियों से छुटकारा मिल जाएगा। - आयुर्वेद में कई ऐसे फल बताए गए हैं, जिन्हें सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता है। ऐसा ही एक खट्टा-मीठा फल है मौसंबी। मौसंबी को मीठा नींबू के नाम से भी जाना जाता है। बात अगर इस फल में मौजूद पोषक तत्वों की करें तो इसमें विटामिन-ए, विटामिन- C, पोटैशियम, कैल्शियम, फोलेट के साथ एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं। इस फल का नियमित सेवन करने से वेट लॉस से लेकर हार्मोन असंतुलन जैसी समस्याओं तक में काफी राहत मिल सकती है। इतना ही नहीं इस फल का सेवन त्वचा का खोया निखार तक वापस लौटाने में मदद करता है। आइए जानते हैं मौसंबी का सेवन सेहत को देता है क्या गजब के फायदे।मौसंबी खाने से सेहत को मिलते हैं ये फायदे--मोटापामौसंबी में कैलोरी और फैट की मात्रा कम होती है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में मौसंबी को शामिल कर लीजिए। इसके अलावा मौसंबी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल गुण भी मौजूद होते हैं, जो वजन घटाने में मदद कर सकते हैं। मौसंबी में मौजूद विटामिन सी फैट ऑक्सीडेशन करके वेट लॉस में मदद कर सकता है।कब्ज से राहतमौसंबी में मौजूद एसिड आंतों से टॉक्सिन निकालकर कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। जिससे व्यक्ति को कब्ज की समस्या परेशान नहीं करती है।हॉर्मोनल असंतुलन में राहतहॉर्मोनल असंतुलन के दौरान आपको उल्टी और मतली का अनुभव हो सकता है, ऐसे में मौसंबी खुशबू उल्टी और मतली के लक्षणों को तुरंत कम कर देती हैं।स्किन के लिए फायदेमंदमौसंबी में मौजूद विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक गुण त्वचा की रंगत निखारकर पिंपल्स, एक्ने जैसी स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा दिला सकते हैं। इसके नियमित सेवन से त्वचा का प्राकृतिक निखार बना रहता है। इसके अलावा मौसंबी का सेवन करने से कोलेजन उत्पादन को बूस्ट करने में भी मदद मिल सकती है। इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट कोलेजन को बढ़ावा देकर प्रीमैच्योर एजिंग के खतरे को कम करने में मदद करते हैं।मेंटल हेल्थ में सुधारमौसंबी का नियमित सेवन मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार करता है, जिससे टेंशन और स्ट्रेस को दूर करने में मदद मिलती है।
- -संध्या शर्मासर्दियों के मौसम में सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी खाने का एक अलग ही मजा होता है। मक्के की तासीर गर्म होने की वजह से यह ठंड में शरीर को गर्म रखने के साथ सेहत को कई गजब के फायदे भी देता है। हालांकि कई बार महिलाएं मक्के की रोटी को घर पर बनाने से सिर्फ इसलिए परहेज करती हैं क्योंकि वह उनसे बेलते समय टूटकर खराब हो जाती है। अगर आपको भी मक्के के आटे से रोटी बनाना मुश्किल काम लगता है तो अब इस टेंशन को मन से निकाल दीजिए। जी हां, आज के किचन टिप्स एंड ट्रिक में आपको बताने वाले हैं बिना किसी झंझट आसानी से कुछ टिप्स को फॉलो करके कैसे बना सकते हैं मक्के की रोटी।मक्के की रोटी बनाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स-मक्के की रोटी को बेलते समय टूटने से बचाने के लिए जब भी आप मक्के की रोटी बनाएं तो आटा गूंथते समय उसमें आधा कप गेहूं का आटा भी मिक्स कर दें-मक्की का आटा गूंथने के लिए दो कप मक्के के आटा में आधा कप गेहूं का आटा मिलाएं। ध्यान रखें, आटे की इससे ज्यादा और कम मात्रा मक्के की रोटी का स्वाद खराब कर सकती है।-मक्की का आटा गूंथने के लिए ठंडा पानी यूज न करें। गर्म पानी से मक्की का आटा गूंथने के बाद उसे थोड़ी देर रेस्ट जरूर करने दें। इसके बाद रोटी बेलते समय सूखे आटे के लिए थोड़ा सा गेहूं का आटा यूज करें। इस टिप को फॉलो करने से रोटी बेलते समय टूटेगी नहीं।- रोटियां बेलने में परेशानी होती है तो एक मोटी पॉलीथिन का यूज करें। मोटी पॉलीथिन के बीच में मक्के के आटे की लोई रखकर उसे हल्के हाथों से बेलें। इस टिप को फॉलो करने से रोटियां आसानी से बेली जाएंगी।-रोटियां सेंकने के लिए तवे को तेज आंच पर नहीं बल्कि मध्यम आंच पर रखें। मक्के से बनी रोटियां आकार में थोड़ी मोटी होती हैं। ऐसे में इन्हें मीडियम आंच पर अच्छी तरह से पकाना चाहिए।