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हैदराबाद. तेलंगाना के निजामाबाद शहर में एक व्यक्ति ने खुद को थाने ले जाते समय 42 वर्षीय कांस्टेबल की कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। घटना 17 अक्टूबर को रात 8:30 से नौ बजे के बीच हुई।
पुलिस ने बताया कि आरोपी शेख रियाज (24) ने एक मामले में पकड़े जाने के बाद दोपहिया वाहन पर निजामाबाद शहर के थाने ले जाते समय कांस्टेबल ई. प्रमोद की छाती पर चाकू से हमला किया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी घटनास्थल से फरार हो गया। उन्होंने बताया कि प्रमोद की बाद में मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि कांस्टेबल की बाइक का पीछा कर रहे एक उप-निरीक्षक की उंगलियों पर भी आरोपी ने हमला किया, जिससे उसकी उंगलियों में चोट लग गई। कांस्टेबल की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए, तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी. शिवधर रेड्डी ने निजामाबाद पुलिस आयुक्त को आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाने का निर्देश दिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि डीजीपी ने पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मल्टी जोन-I एस चंद्रशेखर रेड्डी को निजामाबाद जाकर स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया है। रेड्डी ने आईजीपी से कांस्टेबल के परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने का भी अनुरोध किया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि डीजीपी ने उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर तलाशी अभियान शुरू करने और आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए हैं। निज़ामाबाद के पुलिस आयुक्त पी. साई चैतन्य ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपी को पकड़ने के प्रयास जारी हैं और इसके लिए आठ टीम बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग घायल कांस्टेबल को अस्पताल पहुंचाने में पुलिस की मदद करने के बजाय तस्वीरें खींच रहे थे। उन्होंने कहा, " हमारे उप-निरीक्षक ने घायल कांस्टेबल को अस्पताल ले जाने के लिए ऑटो-रिक्शा वालों से अनुरोध किया, तब भी लोग नहीं रुके।" प्रमोद निजामाबाद पुलिस आयुक्तालय की एक शाखा सेंट्रल क्राइम स्टेशन (सीसीएस) में कार्यरत थे। आयुक्त ने कहा कि पुलिस विभाग शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है और उनकी हर संभव मदद करेगा। पुलिस ने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी पर 50,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की। -
फतेहगढ़ साहिब (पंजाब). पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास शनिवार सुबह अमृतसर-सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आग लग गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रेलवे बोर्ड के अनुसार, इस घटना में एक महिला को मामूली चोटें आई हैं। घटना के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। आग सुबह करीब साढ़े सात बजे उस समय लगी जब ट्रेन (संख्या 12204) अमृतसर से आ रही थी।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेन के एक एसी कोच में धुआं देखा गया।
अधिकारी ने बताया कि एक यात्री ने ट्रेन रोकने के लिए चेन (अलार्म चेन खींचने की प्रणाली) खींची जिसके बाद यात्रियों को डिब्बे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि आग ने डिब्बे (जी-19) को जल्द ही अपनी चपेट में ले लिया। दो अन्य डिब्बों को भी मामूली नुकसान हुआ। जीआरपी अधिकारी ने बताया कि तीनों डिब्बों को ट्रेन के बाकी हिस्सों से अलग कर दिया गया और दमकल गाड़ियों को तुरंत बुलाया गया। रेलवे बोर्ड ने बताया कि घटना में एक महिला को मामूली चोटें लगी हैं।
जीआरपी सरहिंद के थाना प्रभारी रतन लाल ने बताया कि 32 वर्षीय महिला को कुछ चोटें आई हैं और उसे फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल ले जाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही रेलवे प्राधिकारियों ने प्रभावित डिब्बे के यात्रियों को अन्य डिब्बों में स्थानांतरित कर दिया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन शीघ्र ही अपने गंतव्य के लिए रवाना होगी। -
नयी दिल्ली. सरकारी स्वामित्व वाली एनएचएआई ने शनिवार को कहा कि फास्टैग वार्षिक पास अब राजमार्गयात्रा ऐप के जरिए किसी को भी उपहार में दिया जा सकता है। इसके लिए ऐप पर 'पास जोड़ें' विकल्प पर क्लिक करते उस व्यक्ति का वाहन नंबर और संपर्क विवरण जोड़ना होगा, जिसे वे फास्टैग वार्षिक पास उपहार में देना चाहते हैं। एनएचएआई ने एक बयान में कहा कि ओटीपी सत्यापन के बाद उस वाहन से जुड़े फास्टैग पर वार्षिक पास सक्रिय हो जाएगा। फास्टैग वार्षिक पास राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को एक सुविधाजनक और किफायती यात्रा विकल्प देता है और यह भारत में लगभग 1,150 टोल प्लाजा पर लागू है। वार्षिक पास एक साल के लिए वैध है और इस दौरान 200 टोल प्लाजा पार किया जा सकता है। इसके लिए 3,000 रुपये का एकमुश्त शुल्क भुगतान करना होगा और फास्टैग को बार-बार रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होगी। यह पास वैध फास्टैग वाले सभी गैर-वाणिज्यिक वाहनों के लिए लागू है। राजमार्गयात्रा ऐप के माध्यम से एकमुश्त शुल्क का भुगतान करने के बाद, वाहन से जुड़े मौजूदा फास्टैग पर वार्षिक पास दो घंटे के भीतर सक्रिय हो जाता है।
- लखनऊ । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि अब पाकिस्तान की एक-एक इंच जमीन ‘ब्रह्मोस' मिसाइल की पहुंच में है। सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ लखनऊ स्थित ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस' इकाई में निर्मित ‘ब्रह्मोस' मिसाइल की पहली खेप के अनावरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर ने यह सिद्ध कर दिया है कि अब जीत हमारे लिए कोई छोटा-मोटा इंसीडेंट (घटना) नहीं रहा, बल्कि यह हमारी आदत बन चुकी है। अब हमें इस आदत को बनाए रखने के साथ-साथ इसे और भी मजबूत करने का संकल्प लेना होगा।'' राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के किसी भी हिस्से में जब ‘ब्रह्मोस' का नाम लिया जाता है तो लोगों को इसकी तकनीकी विशेषताएं भले न पता हों, लेकिन बच्चों से लेकर बुजुर्गों और महिलाओं तक के मन में मिसाइल की छवि के साथ-साथ विश्वसनीयता स्वाभाविक रूप से आ जाती है।उन्होंने कहा, ‘‘अब सबको भरोसा है कि हमारे विरोधी ‘ब्रह्मोस' से नहीं बच पाएंगे। जहां तक पाकिस्तान की बात है, उसकी एक-एक इंच जमीन अब ब्रह्मोस की पहुंच मे है।'' रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर में जो कुछ हुआ, वह सिर्फ एक ‘ट्रेलर' (नमूना) था। लेकिन उसने ही पाकिस्तान को यह एहसास दिला दिया कि अगर भारत पाकिस्तान को जन्म दे सकता है, तो समय आने पर वह...।'' सिंह ने अपने भाषण में उपरोक्त पंक्ति पूरी नहीं, बल्कि वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘‘अब मुझे आगे बोलने की कोई जरूरत नहीं है-आप खुद समझदार हैं।'' राजनाथ सिंह ने कहा कि देश और दुनिया की उम्मीदें भारत के लिए एक बड़ा अवसर हैं। उन्होंने कहा कि जब देशवासियों को यह विश्वास होता है कि हमारे पास ‘ब्रह्मोस' जैसा हथियार है, तो यह उन्हें सुरक्षा का भरोसा देता है। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें (मिसाइल) एक ओर परंपरागत चीज है तो दूसरी ओर आधुनिक सिस्टम है। यह लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम है। यह वायुसेना, नौसेना और थलसेना-तीनों ही सेनाओं का भरोसा है। यह एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अपने सपनों को साकार करने की ताकत रखता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसी विश्वास ने हमें ऑपरेशन सिंदूर में ताकत दी, जहां ‘ब्रह्मोस' एक सामान्य सिस्टम नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा का सबसे बड़ा ‘प्रैक्टिकल प्रूफ' (व्यावहारिक प्रमाण) साबित हुआ है।'' राजनाथ सिंह ने दोहराया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' ने ब्रह्मोस को केवल एक परीक्षण (ट्रायल) नहीं, बल्कि एक व्यवहारिक और सफल सैन्य प्रणाली के रूप में स्थापित कर दिया है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों से लेकर सामान्य नागरिकों तक, बड़े शहरों से लेकर छोटे गांवों तक, और शिक्षित से लेकर कम शिक्षित नागरिकों तक, सभी में ‘ब्रह्मोस' की ताकत को लेकर व्यापक विश्वास है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए अत्यंत गौरव और हर्ष का विषय है कि आज लखनऊ में ब्रह्मोस की अत्याधुनिक बूस्टर इमारत का लोकार्पण हो रहा है। अभी थोड़ी ही देर पहले इसी प्रांगण में रुद्राक्ष के पौधे का रोपण करने का भी मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ।'' उन्होंने कहा, ‘‘रुद्राक्ष को हम रूद्र, यानी भगवान महादेव का अंश मानते हैं। मेरी महादेव से यही प्रार्थना है कि उनका आशीर्वाद इस अत्याधुनिक सुविधा पर और हम सभी देशवासियों पर सदैव बना रहे।'' राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ अब केवल तहजीब का शहर नहीं रहा, बल्कि तकनीक और उद्योग का एक उभरता केंद्र बन चुका है। रक्षा निर्माण के क्षेत्र में लखनऊ अब देश के मानचित्र पर एक प्रमुख गढ़ के रूप में स्थापित हो गया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से सैकड़ों लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। अनुमान है कि इस इकाई से प्रतिवर्ष लगभग 100 मिसाइल सिस्टम थलसेना, वायुसेना और नौसेना को उपलब्ध कराए जाएंगे। अगले वित्तीय वर्ष में इस इकाई का टर्नओवर लगभग 3,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है, जो 500 करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व उत्पन्न करेगा। ब्रह्मोस की क्षमताओं पर प्रकाश डालते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ब्रह्मोस केवल एक मिसाइल नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती हुई स्वदेशी रक्षा शक्ति का प्रतीक है।'' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम सब जानते हैं कि कभी उत्तर प्रदेश की पहचान गुंडाराज और बिगड़े हुए कानून-व्यवस्था से होती थी। लोग भय के वातावरण में रहते थे और निवेशक यहां आने से कतराते थे। परंतु आज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। उनके दृढ़ नेतृत्व और नीतिगत निर्णयों ने प्रदेश में विश्वास बहाल किया है।'' रक्षा मंत्री ने कहा कि आज हम धनतेरस का पर्व मना रहे हैं और इसी शुभ दिन पर चार ब्रह्मोस मिसाइलों की आपूर्ति भी की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘एक तरह से हम कह सकते हैं कि आज लक्ष्मी जी की कृपा न केवल सुरक्षा क्षेत्र पर, बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी समान रूप से बरस रही है।'' उन्होंने यह भी बताया कि पिछले एक माह में ‘ब्रह्मोस' टीम ने दो देशों के साथ लगभग 4,000 करोड़ रुपये के अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के लिखे एक लेख साझा किया, जिसमें उन्होंने पुनर्जीवित जलमार्गों को लेकर अपने दृष्टिकोण और विकसित भारत की ओर उनके बढ़ते कदमों पर प्रकाश डाला है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की नदियां केवल विरासत का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि प्रगति के राजमार्ग हैं।
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी के हवाले से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने लिखा, “भारत की नदियां केवल विरासत का प्रतीक नहीं हैं, वे प्रगति के राजमार्ग हैं! केंद्रीय मंत्री श्री @sarbanandsonwal ने पुनर्जीवित जलमार्गों के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया और बताया कि वे कैसे विकसित भारत की ओर अग्रसर हैं। पिछले कुछ वर्षों में लॉजिस्टिक्स, पर्यटन और बुनियादी ढांचे को किस प्रकार मजबूत किया गया है, यह जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।”सोनोवाल ने अपने लेख में लिखा, “एक समय था जब भारत की नदियां न केवल पवित्र थीं, बल्कि परिवहन का एक व्यावहारिक साधन भी थीं-जब ट्रकों के पक्की सड़कों पर राज करने से बहुत पहले, पटना या डिब्रूगढ़ से कोलकाता तक माल तैरता था। भारत की नदियां ही पहले राजमार्ग थीं, जिनकी धाराएं अनाज, नमक और कहानियां ढोती थीं। समय के साथ, जब स्टील की पटरियों और डामर सड़कों ने उनकी जगह ले ली, तो नदियां केवल वादे बनकर रह गईं।”उन्होंने कहा कि आज, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के सहयोग से, भारत की नदियों की पुनः खोज, पुनर्कल्पना और कायाकल्प किया जा रहा है -इस बार, यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली परिणाम-संचालित और नेकनीयत सरकार द्वारा संस्थागत वित्त पोषण के माध्यम से संभव हो पाया है।केद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि भारत में 14,500 किलोमीटर से अधिक नौगम्य जलमार्ग हैं, और 111 को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया गया है, जबकि 2014 तक केवल पांच ही राष्ट्रीय जलमार्ग थे। अब 32 चालू हैं। यह बदलाव, 10 गुना बड़ा, केवल नए मानचित्रों के बारे में नहीं है, यह अनेक प्रकार की कनेक्टिविटी के लिए प्रधानमंत्री के परिवर्तनकारी दृष्टिकोण द्वारा आकार दिए गए लॉजिस्टिक्स दर्शन को पुनर्जीवित करने के बारे में है।सोनोवाल ने कहा, “इसके स्पष्ट लाभ हैं, कम ईंधन, कम उत्सर्जन और माल का किफायती परिवहन। हमें बस नदी का सम्मान करना है-समझदारी से ड्रेजिंग करनी है, उसे सुरक्षित दिशा में ले जाना है और भौतिक विज्ञान को भारी काम करने देना है।”दरअसल, इस लेख में 2013-14 में 18 मिलियन टन से बढ़कर 2024-25 में 145 मिलियन टन तक माल ढुलाई की आशाजनक तस्वीर पेश की गई है। इसी के चलते सरकार ने 2030 तक 200 मिलियन टन और 2047 तक 250 मिलियन टन माल ढुलाई का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।सोनोवाल ने आगे कहा कि नदी पर्यटन तेज़ी से बढ़ रहा है-एक दशक पहले सिर्फ़ पांच जहाज़ों से बढ़कर आज 13 जलमार्गों पर 25 क्रूज़ हो गए हैं। एक साल में गंगा, ब्रह्मपुत्र और केरल के बैकवाटर्स इस मामले में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, क्योंकि वाराणसी, कोलकाता, पटना, डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी के टर्मिनलों को इलेक्ट्रिक शोर लिंक और 24 घंटे नेविगेशन सुविधाओं से लैस किया जा रहा है ताकि नदी पार करना आरामदायक और टिकाऊ दोनों हो सके। -
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ शनिवार को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचने जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरोजिनी नगर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट से तैयार की गई ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले बैच का फ्लैग ऑफ करेंगे। यह दिन न केवल उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि भारत की रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भरता के संकल्प को भी नई ऊर्जा प्रदान करेगा।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस, जो विश्व की सबसे तेज और घातक सटीक प्रहार क्षमता वाली ‘ब्रह्मोस’ सुपरसोनिक मिसाइल प्रणाली की निर्माता है, ने लखनऊ की नई इंटीग्रेशन एंड टेस्ट सुविधा से मिसाइल सिस्टम की पहली खेप सफलतापूर्वक तैयार कर ली है। यह अत्याधुनिक यूनिट 11 मई को उद्घाटन के बाद पूरी तरह संचालन में आई थी। यहां मिसाइल इंटीग्रेशन, टेस्टिंग और अंतिम गुणवत्ता परीक्षण की सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। सफल परीक्षण के बाद मिसाइलें भारतीय सशस्त्र बलों के लिए तैनाती के लिए तैयार की जाती हैं।कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री बूस्टर भवन का उद्घाटन करेंगे तथा बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी देखेंगे। इसी क्रम में एयरफ्रेम और एवियोनिक्स, वारहेड भवन में पीडीआई (प्री डिस्पैच इंस्पेक्शन) तथा ब्रह्मोस सिम्युलेटर उपकरणों का प्रेजेंटेशन किया जाएगा। इसके अलावा इस अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम, स्टोरेज ट्रॉली प्रदर्शन, जीएसटी बिल प्रस्तुतीकरण और मोबाइल ऑटोनमस लॉन्चर का प्रदर्शन भी आयोजित होगा। कार्यक्रम के दौरान डीजी (ब्रह्मोस) डॉ. जयतीर्थ आर. जोशी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चेक और जीएसटी बिल सौंपेंगे, जिससे राज्य सरकार को राजस्व प्राप्त होगा।ब्रह्मोस मिसाइलों के उत्पादन से उत्तर प्रदेश को निरंतर जीएसटी आय प्राप्त होगी और उच्च कौशल वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। सरोजिनी नगर के भटगांव स्थित अत्याधुनिक ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। यहां मिसाइलों के असेंबली, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग का कार्य उच्च तकनीकी मानकों के अनुरूप किया जाता है। इस यूनिट से पहली खेप के रवाना होने के साथ ही प्रदेश ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के अभियान में एक सशक्त साझेदार बन गया है।लखनऊ ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की पहली ऐसी सुविधा है, जहां मिसाइल सिस्टम के निर्माण से लेकर अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया देश में ही की जाती है। यह परियोजना न केवल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्रदेश में रोजगार, निवेश और तकनीकी नवाचार के नए अवसर भी सृजित कर रही है।एक अधिकारी ने बताया कि ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने भारतीय सशस्त्र बलों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता में तेजी से विस्तार किया है। लखनऊ का यह मैन्युफैक्चरिंग सेंटर न केवल भारतीय सेना की आवश्यकताओं को समयबद्ध रूप से पूरा करेगा, बल्कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय निर्यात बाजार की मांगों को भी पूरा करने में सक्षम होगा।लखनऊ में स्थापित यह समर्पित ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश को भारत के अगले एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यहां विकसित की जा रही अत्याधुनिक तकनीक भविष्य में ब्रह्मोस एयरोस्पेस को और भी उन्नत वेरिएंट के मिसाइल सिस्टम विकसित करने में मदद करेंगी। -
झांसी (उत्तर प्रदेश). रेलवे के मंडल मुख्यालय से नगदी संग्रह कर बैंक में जमा करने निकला सीएमएस इन्फो सिस्टम लिमिटेड का एक कर्मचारी करीब69 लाख रुपये लेकर फरार हो गया। इस संबंध में नवाबाद थाना में मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। कंपनी के ग्वालियर प्रबंधक गौरव गर्ग की शिकायत पर दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी अंशुल साहू, निवासी प्रेमनगर (कसाईबाबा), 10 से 12 अक्टूबर तक की नगदी रेलवे स्टेशन से एकत्र कर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, स्टेशन शाखा में जमा करने निकला था। लेकिन वह बैंक नहीं पहुंचा और 69,78,642 रुपये लेकर फरार हो गया। गौरव गर्ग ने आरोपी कर्मचारी की पहचान से जुड़े दस्तावेज पुलिस को सौंप दिए हैं।
थाना नवाबाद के प्रभारी जे.पी. पाल ने बताया कि आरोपी अंशुल साहू के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, "आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।" - अयोध्या (उप्र)/ अयोध्या में आगामी दीपोत्सव को लेकर भक्तों का उत्साह चरम पर है। अधिकारियों और होटल मालिकों ने बृहस्पतिवार को बताया कि राम मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन ‘स्लॉट' 29 अक्टूबर तक लगभग पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। पिछले आठ वर्षों में अयोध्या का दीपोत्सव विश्व प्रसिद्ध आयोजन बन चुका है। सरयू नदी के किनारे और प्रमुख मंदिरों में लाखों दीप जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए हैं। राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, ‘‘इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में ऑनलाइन बुकिंग हुई हैं। बुकिंग खुलने के कुछ ही घंटों में हजारों पास बुक हो गए। ‘राम दरबार' दर्शन के लिए ऑनलाइन ‘स्लॉट' 29 नवंबर तक पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। ऑनलाइन पास की अगली बुकिंग 29 अक्टूबर की आधी रात को फिर से शुरू होगी।'' ट्रस्ट ने बताया कि रामलला और राजा राम दरबार के दर्शन को आसान और सुव्यवस्थित बनाने के लिए प्रतिदिन करीब 300 ऑनलाइन और 3,000 ऑफलाइन वीआईपी पास जारी किए जा रहे हैं। इसने बताया कि इन पासों में सुबह और शाम की आरती के स्लॉट शामिल होते हैं। वीआईपी दर्शन की बढ़ती मांग के कारण ट्रस्ट कार्यालय व हेल्पलाइन पर कॉल करने व पूछताछ करने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। आतिथ्य क्षेत्र में भी जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। अयोध्या के अधिकांश होटल दीपोत्सव सप्ताह के लिए पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। विशेष रूप से 18 और 19 अक्टूबर की बुकिंग पूरी तरह से भर गई है। एक स्थानीय होटल मालिक विशाल गंजूर ने बताया, ‘‘लोग रोजाना बुकिंग के लिए हमसे पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन इस महीने के अंत तक हमारे सभी कमरे पहले ही बुक हो चुके हैं।" भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की स्मृति में मनाया जाने वाला दीपोत्सव हर वर्ष अयोध्या का प्रमुख पर्व होता है। इस बार देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। दिवाली, अयोध्या के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि रामायण के अनुसार यही वह दिन था जब भगवान राम, देवी सीता और लक्ष्मण वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटे थे। यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। हर वर्ष की तरह, इस बार भी अयोध्या शहर को अनगिनत मिट्टी के दीयों से रोशन किया जाएगा, जो भगवान राम के स्वागत की पौराणिक कथा को जीवंत करता है। इस वर्ष दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी और दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। पूरा शहर भव्य लाइटिंग, विषय आधारित सजावट और रामायण के दृश्यों पर आधारित सांस्कृतिक झांकियों से सजाया जा रहा है।
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नयी दिल्ली. दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अपने जनसंपर्क और सोशल मीडिया प्रबंधन के लिए पहली बार एक बाहरी एजेंसी को नियुक्त करने का फैसला किया है। संस्थान ने एक आधिकारिक आदेश में कहा कि एजेंसी को एम्स दिल्ली में “अभिलेखागार संग्रहालय” के अवस्थापन और रखरखाव में सहयोग की जिम्मेदारी भी सौंपी जाएगी। यह आदेश 14 अक्टूबर को जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि एजेंसी की नियुक्ति के लिए निविदा सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पोर्टल पर जारी की जाएगी और नियुक्ति प्रक्रिया 31 दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। आदेश में कहा गया है, ‘‘पारंपरिक एवं डिजिटल मंच के माध्यम से संस्थागत संचार को मजबूत करने, जन सहभागिता बढ़ाने और विश्वसनीय जानकारी का प्रभावी प्रसार सुनिश्चित करने की जरूरत के लिहाज से यह निर्णय लिया गया है कि दिल्ली एम्स में व्यापक जनसंपर्क तथा सोशल मीडिया प्रबंधन सेवाओं के लिए एक विशेष एजेंसी की नियुक्ति की जाए।'' आदेश के मुताबिक, एजेंसी मीडिया संबंधों, प्रेस विज्ञप्तियों और सार्वजनिक सूचना अभियानों को “तैयार करने और क्रियान्वित करने” के लिए संस्थान के मीडिया प्रकोष्ठ के साथ समन्वय करेगी। आदेश के अनुसार, एजेंसी सभी प्रमुख सोशल मीडिया मंचों पर संस्थान की उपस्थिति का प्रबंधन करेगी और दिल्ली एम्स के बारे में डिजिटल भावनाओं की निगरानी करते हुए ‘उच्च-गुणवत्ता, समयबद्ध सामग्री एवं सक्रिय सहभागिता' सुनिश्चित करेगी। आदेश में कहा गया है कि एजेंसी नियमित अपडेट के अलावा, प्रमुख संस्थागत घोषणाओं, संकट संचार सहायता और जन स्वास्थ्य सलाह का भी समन्वय करेगी। संस्थान ने अपने आदेश में कहा कि एजेंसी सभी मीडिया और संचार गतिविधियों का विश्लेषण एवं प्रभावी आकलन भी करेगी। एम्स ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग तथा राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ), क्यूएस रैंकिंग आदि जैसे सर्वेक्षणों के लिए समय पर एवं संगठित तरीके से डेटा उपलब्ध कराने के महत्व को स्वीकार किया है। उसने कहा कि विविध स्रोतों से एकत्रित डेटा की सटीकता और सही प्रारूप का अनुपालन भी महत्वपूर्ण है।
संस्थान ने कहा, ‘‘हालांकि, एम्स के अध्यापक और अधिकारी उपयुक्त डेटा के संग्रह में मार्गदर्शन कर सकते हैं, लेकिन वे आमतौर पर अपने नियमित कार्यों में अत्यधिक व्यस्त रहते हैं, जिसके कारण डेटा जमा करने की समय-सीमा अक्सर चूक जाती है।'' एम्स ने कहा कि इसलिए एजेंसी आवश्यकतानुसार इन गतिविधियों के लिए डेटा संग्रह और मिलान में सहायता और समन्वय करेगी। -
मुंबई. मुंबई में जालसाजों ने खुद को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बताकर 72 वर्षीय एक व्यवसायी को ‘डिजिटल अरेस्ट' का शिकार बनाया तथा उनसे कथित तौर पर 58 करोड़ रुपये ठग लिए। एक पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि 58 करोड़ रुपये की यह ठगी ‘डिजिटल अरेस्ट' से जुड़े मामले में किसी व्यक्ति से की गई सबसे बड़ी ठगी में से एक हो सकती है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र साइबर विभाग ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ‘डिजिटल अरेस्ट' तेजी से बढ़ता साइबर अपराध है, जिसमें जालसाज खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी या सरकारी एजेंसियों का कर्मचारी बताते हैं और ऑडियो/वीडियो कॉल के जरिये पीड़ितों को ऑनलाइन बंधक बनाकर तथा डरा-धमकाकर पैसे देने का दबाव बनाते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि मौजूदा मामले में जालसाजों ने ईडी और सीबीआई कर्मियों के रूप में 19 अगस्त से आठ अक्टूबर के बीच व्यवसायी से संपर्क किया और दावा किया कि उनका नाम धन शोधन एक मामले में सामने आया है। अधिकारी के मुताबिक, जालसाजों ने व्यवसायी और उनकी पत्नी को वीडियो कॉल के जरिये ‘डिजिटल अरेस्ट' कर डराया-धमकाया तथा अपने बताए बैंक खातों में पैसा जमा करने को कहा। अधिकारी के अनुसार, पीड़ित व्यवसायी ने लगभग दो महीने के भीतर आरटीजीएस के माध्यम से कई बैंक खातों में 58 करोड़ रुपये अंतरित किए। उन्होंने बताया कि व्यवसायी को जब एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो उन्होंने साइबर पुलिस से शिकायत की। अधिकारी ने बताया कि साइबर विभाग ने घटना के सिलसिले में पिछले हफ्ते भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने वित्तीय लेनदेन का विश्लेषण किया और पाया कि पैसा कम से कम 18 बैंक खातों में अंतरित किया गया था। अधिकारी के मुताबिक, साइबर पुलिस ने तुरंत बैंक से संपर्क कर संबंधित खातों में अंतरित की गई राशि को ‘फ्रीज' करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने धोखाधड़ी में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया हैl
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पुणे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर' को भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का बेहतरीन उदाहरण बताते हुए कहा कि इस मिशन के दौरान सशस्त्र बलों द्वारा इस्तेमाल किए गए अधिकतर उपकरण स्वदेशी थे। सिंह ने कहा कि भारत ने अब ‘‘उस बाधा को तोड़ दिया है'' जो आजादी के बाद से बनी हुई थी और सरकार ने देश के भीतर हथियारों के निर्माण को जोर शोर से बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रक्षा उत्पादन 46,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2029 तक घरेलू रक्षा विनिर्माण को तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना और रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। केंद्रीय मंत्री ने पुणे में ‘सिम्बायोसिस स्किल्स एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी' के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। शुरुआती दौर में यह मुश्किल था क्योंकि हम पूरी व्यवस्था को बदलने की कोशिश कर रहे थे। आजादी के बाद से हम हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर थे। हमारे लिए विदेशों से रक्षा उपकरण खरीदना एक जरूरत बन गई थी और स्वदेशी उत्पादन लगभग न के बराबर था।'' मंत्री ने कहा कि भारत ने अब ‘‘उस बाधा को तोड़ दिया है'' जो आजादी के बाद से बनी हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देश में ही हथियारों के निर्माण को जोर शोर से बढ़ावा दिया है। यह बिल्कुल भी आसान नहीं था क्योंकि देश रक्षा खरीद के मामले में एक सुविधाजनक स्थिति में पहुंच गया था। हम दूसरे देशों से हथियार खरीदने के आदी हो गए थे।'' सिंह ने कहा कि न तो घरेलू स्तर पर हथियारों का उत्पादन करने की ‘‘राजनीतिक इच्छाशक्ति'' थी और न ही रक्षा निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कोई कानूनी ढांचा था। रक्षा मंत्री ने बताया कि देश के युवाओं में इस क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करने की प्रेरणा का भी अभाव था। उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति हमारे लिए अनुकूल नहीं बल्कि प्रतिकूल थी। लेकिन ऐसी परिस्थितियों में भी हम रुके नहीं। हमने रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव कदम उठाए और आज उन प्रयासों के स्पष्ट परिणाम सामने आ रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘आपने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी देखी होगी। ऑपरेशन सिंदूर भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का सबसे बेहतरीन उदाहरण है क्योंकि सशस्त्र बलों द्वारा इस्तेमाल किए गए अधिकतर उपकरण स्वदेशी थे।'' पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने इस वर्ष मई में नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘‘करिश्माई नेतृत्व'' स्पष्ट तौर पर उभरकर सामने आया था। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम' यानी पूरी दुनिया एक परिवार है, की अवधारणा को बढ़ावा देता रहा है और यह एकमात्र देश है जो इस संदेश का प्रसार करता है। हम जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते।' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पड़ोसी देश के आतंकवादियों ने पहलगाम में भारतीय नागरिकों का धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी। फिर भी भारतीय सशस्त्र बलों का संयम देखिए, जब हमने उन्हें मारा तो वह धर्म के आधार पर नहीं बल्कि उनके कर्मों के आधार पर मारा।'' उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रक्षा उत्पादन 46,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जिसमें निजी क्षेत्र का योगदान 33,000 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य 2029 तक घरेलू रक्षा विनिर्माण को तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना और साथ ही रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है।'' सिंह ने वर्तमान समय में कौशल के महत्व पर जोर दिया और कहा कि युवा वैश्विक परिवर्तन के केंद्र में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस निरंतर बदलती दुनिया में जहां हर दिन नयी तकनीकें उभरती हैं और पुरानी चीजों की जगह ले रही हैं, ऐसे में कौशल ही सबसे जरूरी है। वर्तमान परिदृश्य में केवल कौशल होना ही काफी नहीं है, उस कौशल को आजमाने की क्षमता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।'' उन्होंने कहा कि ज्ञान का वास्तविक जीवन में उपयोग किया जाना चाहिए। सिंह ने कहा, ‘‘भारत को एक युवा राष्ट्र होने का फायदा है और अगर हमारे युवाओं के पास सही कौशल है, तो भारत को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। अगर कौशल का साथ मिले तो हमारा जनसांख्यिकीय लाभांश और भी मजबूत हो जाएगा।'' मंत्री ने बताया कि 2014 के बाद भारत ‘‘नए भारत'' के दृष्टिकोण की ओर बढ़ा और प्रधानमंत्री मोदी लगातार स्किल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया जैसी पहलों की बात करते रहे। सिंह ने कहा, ‘‘उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) समझा कि अगर भारत को आत्मनिर्भर बनना है, तो उसके युवाओं को कुशल होना होगा। 2014 में सत्ता में आने के बाद हमने एक समर्पित मंत्रालय की स्थापना करके कौशल विकास को बढ़ावा दिया।'' महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी दीक्षांत समारोह में उपस्थित थे। -
नयी दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि आर्थिक अपराधियों, साइबर अपराधियों, आतंकवादी गतिविधियों में शामिल लोगों और अन्य सभी भगोड़ों के प्रति कठोर रवैया अपनाया जाना चाहिए ताकि उन्हें भारतीय न्याय प्रणाली के दायरे में लाया जा सके। सीबीआई द्वारा यहां आयोजित ‘भगोड़ों का प्रत्यर्पण - चुनौतियां और रणनीतियां' विषय पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, शाह ने सभी राज्यों से कम से कम एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की जेल कोठरी स्थापित करने का भी आग्रह किया ताकि विदेशी अदालतों में भगोड़ों द्वारा दी जाने वाली निम्न स्तर की जेल की दलीलों को खारिज किया जा सके। उन्होंने कहा कि न केवल भ्रष्टाचार, अपराध और आतंकवाद के विरुद्ध, बल्कि भारत के बाहर से सक्रिय अपराधियों के विरुद्ध भी कतई बर्दाश्त नहीं करने का दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी भगोड़ों को कानून के दायरे में लाने और इसके लिए एक निश्चित तंत्र स्थापित करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘चाहे वे आर्थिक अपराधी हों, साइबर अपराधी हों, आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हों या संगठित अपराध नेटवर्क का हिस्सा हों, प्रत्येक भगोड़े के विरुद्ध कठोर रवैया अपनाया जाना चाहिए ताकि उन्हें भारतीय न्याय प्रणाली के समक्ष लाया जा सके। इसके लिए समय आ गया है।'' गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने इसके लिए अचूक उपाय किए हैं ताकि कोई भी अपराधी कानून की पकड़ से बच न पाए। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, एक सशक्त भारत न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए, बल्कि कानून के शासन को भी मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।'' शाह ने कहा कि अपराध और अपराधियों की चालें चाहे कितनी भी तेज क्यों न हों, न्याय की पहुंच उससे भी तेज होनी चाहिए। जुलाई 2024 से लागू होने वाले नए आपराधिक कानूनों का जिक्र करते हुए, गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार अनुपस्थिति में मुकदमा चलाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी व्यक्ति को भगोड़ा घोषित कर दिया जाता है, तो अदालत उसके बचाव के लिए वकील नियुक्त करके उसकी अनुपस्थिति में भी मुकदमा चला सकती है। एक बार जब उसे भगोड़ा घोषित कर दिया जाता है, तो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत उसकी स्थिति में काफी बड़ा बदलाव आता है। हम किसी भी भगोड़े को, चाहे वह कहीं भी हो, देश में कानून के कठघरे में खड़ा कर पाएंगे।'' गृह मंत्री ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, सरकार ने कई प्रणालियां अपनाई हैं, जिनमें 2018 में भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम बनाना भी शामिल है, जिससे सरकार को भगोड़ों की संपत्ति जब्त करने का अधिकार मिल गया है। उन्होंने कहा, ‘‘लगभग चार वर्षों के भीतर, हमने लगभग दो अरब डॉलर की वसूली की है, जो एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हमें आगे भी इसमें और तेजी लानी होगी।'' उन्होंने कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) को भी और अधिक सुदृढ़ बनाया गया है और 2014 से 2023 के बीच लगभग 12 अरब डॉलर मूल्य की संपत्तियां जब्त की गई हैं। शाह ने कहा कि चूंकि सीबीआई प्रत्यर्पण के लिए नामित एजेंसी है, इसलिए प्रत्येक राज्य को एजेंसी की मदद से एक इकाई स्थापित करनी चाहिए ताकि संबंधित राज्य से भागे भगोड़ों को वापस लाने के लिए एक तंत्र बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भगोड़ों को पकड़ने के लिए एक विशेष वैश्विक संचालन केंद्र स्थापित किया है, जो दुनिया भर के पुलिस बलों के साथ वास्तविक समय में समन्वय कर रहा है। उन्होंने कहा कि जनवरी से सितंबर 2025 के बीच 189 रेड नोटिस जारी किए गए हैं, जो सीबीआई की स्थापना के बाद से सबसे अधिक हैं। शाह ने कहा, ‘‘यह दर्शाता है कि जब एक प्रणाली लागू होती है, तो बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।''
अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग के लिए सीबीआई द्वारा स्थापित ऑनलाइन पोर्टल ‘भारतपोल' के बारे में गृह मंत्री ने कहा कि जनवरी 2025 में इसके गठन के बाद से इसने बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यदि राज्य पुलिस बल भी इसका अधिकतम उपयोग करें, तो हम अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में और भी अधिक सफल होंगे।'' -
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रूस से कच्चे तेल की खरीद में कटौती का आश्वासन दिये जाने के अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे के कुछ ही घंटे बाद, भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप ऊर्जा स्रोत के आधार को व्यापक और विविध बना रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना सरकार की निरंतर प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि भारत की आयात नीतियां पूरी तरह राष्ट्रीय हित से निर्देशित हैं और देश अमेरिका के साथ भी ऊर्जा संबंधों के विस्तार पर विचार कर रहा है। जायसवाल ने कहा, ‘‘स्थिर ऊर्जा मूल्य और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना हमारी ऊर्जा नीति के दोहरे लक्ष्य रहे हैं।'' जायसवाल ने कहा, ‘‘इसमें हमारी ऊर्जा आपूर्ति के स्रोत का आधार व्यापक बनाना और बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप इसमें विविधता लाना शामिल है।'' पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद भारत द्वारा रूस से पेट्रोलियम उत्पादों की निरंतर खरीद एक बड़ा मुद्दा बन गया है, जिसके परिणामस्वरूप नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंधों में भारी गिरावट आई है। वाशिंगटन में, ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी ने ‘‘मुझे आश्वासन दिया है कि रूस से कोई तेल खरीद नहीं की जाएगी।'' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत खरीद में तुरंत कटौती नहीं कर पाएगा, लेकिन प्रक्रिया शुरू हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह (प्रक्रिया) शुरू हो गई है। वह इसे तुरंत नहीं कर सकते। लेकिन यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी।'' जायसवाल ने कहा कि भारत द्विपक्षीय ऊर्जा संबंधों को बढ़ावा देने के लिए ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले एक दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है।'' जायसवाल ने कहा, ‘‘वर्तमान प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। चर्चाएं जारी हैं।'' ऊर्जा खरीद पर भारत की नीति के बारे में जायसवाल ने कहा कि यह राष्ट्रीय हित से प्रेरित है। उन्होंने कहा, भारत तेल और गैस का महत्वपूर्ण आयातक है। अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना हमारी निरंतर प्राथमिकता रही है।'' जायसवाल ने कहा, ‘‘हमारी आयात नीतियां पूरी तरह से इसी उद्देश्य से निर्देशित हैं।''
ट्रपं ने कहा है कि अमेरिका चाहता है कि भारत रूसी कच्चे तेल की खरीद बंद कर दे, ताकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए वित्तीय दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहते हैं कि वह इसे रोकें, यूक्रेनियों और रूसियों को मारना बंद करें क्योंकि वे बहुत सारे रूसियों को भी मार रहे हैं। यह एक ऐसा युद्ध है जिसे उन्हें एक हफ्ते के अंदर जीत लेना चाहिए था और अब यह चौथे साल में प्रवेश कर रहा है।'' वाशिंगटन लगातार यह कहता रहा है कि भारत रूसी कच्चे तेल की खरीद के जरिए पुतिन को युद्ध के वित्तपोषण में मदद कर रहा है। ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर शुल्क को दोगुना करके 50 प्रतिशत कर देने के बाद नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया। भारत ने अमेरिकी कार्रवाई को ‘‘अनुचित और अविवेकपूर्ण'' बताया।
पिछले हफ्ते, अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद, गोर ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ अपने संबंधों को ‘महत्व' देता है। द्विपक्षीय संबंधों में जारी तनाव के बीच गोर नई दिल्ली में थे।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी बातचीत की। -
नयी दिल्ली. भारत दौरे पर आईं श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या ने बृहस्पतिवार को लोगों से अपील की कि वे ‘‘घर एवं कार्यालय में या देशों के बीच हमेशा पुल बनाएं, बाधाएं खड़ी न करें।'' अमरसूर्या ने द्वीप देश में आर्थिक संकट के दौरान भारत द्वारा मुहैया कराई गई सहायता का जिक्र करते हुए कहा कि यह ‘‘हमारे सबसे बुरे समय में एक सच्चे मित्र द्वारा बढ़ाया गया हाथ'' था। श्रीलंका की प्रधानमंत्री अमरसूर्या ने अपने पूर्व संस्थान हिंदू कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों पड़ोसी देश सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों से बंधे हैं और भारत श्रीलंका की यात्रा में एक अटूट साझेदार है। अमरसूर्या ने दिल्ली विश्वविद्यालय के इस प्रतिष्ठित संस्थान में अपने छात्र जीवन की यादें ताजा कीं। कॉलेज की पूर्व छात्रा अमरसूर्या ने 1991 से 1994 तक दिल्ली विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की थी। अमरसूर्या 16 से 18 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। अमरसूर्या के आगमन से पहले ही परिसर में संकाय सदस्यों एवं छात्रों में काफी उत्साह देखा गया और श्रीलंकाई प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए दीवारों और गलियारों में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए। संकाय सदस्य, वर्तमान छात्र और अन्य पूर्व छात्र परिसर में एकत्र हुए।
प्रधानाचार्य अंजू श्रीवास्तव ने परिसर में अमरसूर्या का स्वागत किया।
जैसे ही अमरसूर्या कार से बाहर निकलीं, उन्होंने मुख्य भवन की पहली मंजिल पर गलियारे में मौजूद छात्रों की ओर हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया। सांगानेरिया सभागार में आयोजित समारोह में भाग लेने से पहले उन्होंने समाजशास्त्र विभाग के संकाय सदस्यों और कुछ छात्रों के साथ-साथ ‘कॉलेज संसद' के सदस्यों से भी बातचीत की। श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने बाद में छात्रों को संबोधित करते हुए उनसे कठिन प्रश्न पूछने और धारणाओं को चुनौती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा और सहानुभूति की भावना साथ-साथ चलनी चाहिए। करुणा के बिना बुद्धिमत्ता अधूरी है।'' अमरसूर्या ने लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से इसकी रक्षा करने का आह्वान किया। -
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान के बीच पहले और दूसरे चरण का नामांकन की प्रक्रिया जारी है। पहले दौर के नामांकन के लिए 17 अक्टूबर तक का समय है जबकि दूसरे चरण के लिए 20 अक्टूबर की तारीख मुख्य चुनाव आयोग ने निर्धारित की है। पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से सरकार के मंत्री व बीजेपी के नेता नितिन नवीन चुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया। नितिन नवीन के नामांकन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उनके प्रस्तावक बने।
नितिन नवीन ने नामांकन के बाद किया ट्वीट, लिखा- नमन् बांकीपुर!वहीं मंत्री नितिन नवीन ने नामांकन के बाद सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि नमन् बांकीपुर! बांकीपुर विधानसभा से लगातार पांचवीं बार नामांकन करना मेरे लिए अपार गर्व, सम्मान और उत्साह का क्षण है। बांकीपुर की सम्मानित जनता एवं मेरे कार्यकर्ता साथी, आप सभी ने सदा एक अभिभावक की तरह मेरा मार्गदर्शन और स्नेह दिया है, जिसके लिए मैं हृदय से कृतज्ञ हूं। यह केवल नामांकन नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और विकास की उस यात्रा का अगला अध्याय है, जिसे हमने साथ मिलकर आगे बढ़ाया है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उपस्थिति रहे।नामांकन से पहले अपने पिताजी स्व. नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा की प्रतिमा पर मल्यार्पण कीनितिन नवीन ने नामांकन से पूर्व पटना के राजवंशी नगर स्थिति नवीन सिन्हा स्मृति पार्क में हरदिल अजीज पटना पश्चिम के पूर्व विधायक हमारे पूजनीय पिताजी स्व. नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा के प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक हो आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सह हमीरपुर से लोकप्रिय सांसद अनुराग ठाकुर, छत्तीसगढ़ के मंत्री पीसी चौधरी , छत्तीसगढ़ से विधायक भावना बोहरा, विधायक सुशांत शुक्ला और राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी डॉ. संजय मयूख संग वरिष्ठ नेतागण उपस्थित रहे।नितिन नवीन ने गोलघर के निकट स्थित श्री श्री अखंडवासिनी माता मंदिर में की पूजावहीं नितिन नवीन ने आज नामांकन से पूर्व पटना के गोलघर के निकट स्थित श्री श्री अखंडवासिनी माता मंदिर में मां अखंडवासिनी के दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मां के चरणों में नतमस्तक होकर बांकीपुर की सेवा और जनविश्वास को और सशक्त करने का संकल्प पुनः दोहराया। -
श्रीशैलम (आंध्र प्रदेश). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां नांदयाल जिले में श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वारला देवस्थानम में पूजा-अर्चना की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने पंचमुरलु (गाय के दूध, दही, घी, शहद और चीनी से बना एक पवित्र मिश्रण) से रुद्राभिषेक किया। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी उनके साथ थे। मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और 52 शक्तिपीठों में से एक है।
इस मंदिर की एक अनूठी विशेषता यह है कि एक ही परिसर में एक ज्योतिर्लिंग और एक शक्तिपीठ है। यह पूरे देश में इस तरह का पहला मंदिर है। मंदिर दर्शन के बाद प्रधानमंत्री मोदी श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र भी जाएंगे, जो एक स्मारक परिसर है। इसमें एक ध्यान कक्ष भी है जिसके चारों कोनों पर चार प्रतिष्ठित किलों, प्रतापगढ़, राजगढ़, रायगढ़ और शिवनेरी के मॉडल स्थापित हैं। बीच में महान राजा छत्रपति शिवाजी की गहन ध्यान मुद्रा में एक प्रतिमा स्थापित है। श्री शिवाजी स्मारक समिति द्वारा संचालित इस ध्यान कक्ष की स्थापना 1677 में छत्रपति शिवाजी की पवित्र तीर्थस्थल की ऐतिहासिक यात्रा की स्मृति में की गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री कुरनूल जाएंगे और वहां बिजली, रक्षा, रेलवे और पेट्रोलियम जैसे क्षेत्रों से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ‘सुपर जीएसटी - सुपर सेविंग्स' नामक एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसमें लोगों को नई पीढ़ी के वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों के लाभों के बारे में बताया जाएगा। इससे पहले, कुरनूल हवाई अड्डे पर राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर, मुख्यमंत्री नायडू और अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया। -
जयपुर. बालोतरा कस्बे के पास सड़क हादसे में एक एसयूवी गाड़ी में सवार चार दोस्तों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार यह भीषण हादसा एक एसयूवी के ट्रेलर से टकराने के कारण हुआ। हादसे में एसयूवी कार में आग लग गई और उसमें सवार चार युवकों की जलने से मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि हादसा बालोतरा के सिणधरी क्षेत्र के सड़ा गांव के पास मेगा हाईवे पर हुआ। गुड़ामालानी तहसील के डाबड़ा गांव के पांच युवक बुधवार देर रात सिणधरी में काम के बाद घर लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार उनकी एसयूवी की सामने से आ रहे ट्रेलर से भिड़ंत हो गई। टक्कर के कारण एसयूवी में आग लग गई और उसमें सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान मोहन सिंह (35), शंभू सिंह (20), पंचा राम (22) और प्रकाश (28) के रूप में हुई है। चालक दिलीप सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया। पुलिस उपाधीक्षक (सिवाना) नीरज शर्मा ने कहा कि शव पूरी तरह से जल चुके थे और डीएनए परीक्षण के बाद ही उनकी पहचान हो पाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘पुष्टि के बाद शव परिवारों को सौंप दिए जाएंगे।'' इस दुर्घटना के कारण राजमार्ग पर भीषण जाम लग गया, जो एक घंटे बाद खुल सका।
- लखनऊ. प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव-2025 में आस्था, संस्कृति और आधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। राम की पैड़ी समेत 56 घाटों पर जलने वाले 26 लाख दीपों की आभा जहां भक्ति-उल्लास का प्रतीक बनेगी, वहीं ‘कोरियोग्राफ्ड म्यूजिकल ड्रोन शो' और ‘3-डी होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो' श्रद्धालुओं को अनूठा अनुभव देंगे। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने ड्रोन शो और लेजर शो की प्रस्तुतियों को दो दिन (18 एवं 19 अक्टूबर) कराने का निर्णय लिया है। एक बयान में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि स्वदेश निर्मित 1,100 ड्रोन आसमान में रामायण के विभिन्न प्रसंगों की झलकियां प्रस्तुत करेंगे तथा आकाश में अद्भुत कलाकृतियां उभरकर दिव्य दृश्य प्रस्तुत करेंगी। सिंह के मुताबिक ‘3-डी होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो' दर्शकों के सामने वास्तविक प्रतीत होने वाली छवियों के माध्यम से अनुभव को यादगार बनाएंगी। मंत्री ने बताया कि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग सदैव आस्था, संस्कृति और नवाचार के समन्वय को प्राथमिकता देता आया है तथा पिछले वर्ष आयोजित दीपोत्सव में पहली बार 500 ड्रोन के माध्यम से भव्य शो किया गया था। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव-2025 को और अधिक आकर्षक एवं भव्य बनाने के उद्देश्य से 1,100 ड्रोन के जरिए अद्भुत ड्रोन शो प्रस्तुत करने की योजना बनाई गई है। पर्यटन विभाग ने दीपोत्सव से पहले 18 अक्टूबर को भी एक अतिरिक्त ड्रोन शो आयोजित करने का निर्णय लिया है। पर्यटन विभाग के अनुसार संगीत और रोशनी से सजे लेज़र शो में प्रभु श्रीराम के जीवन और आदर्शों को आधुनिक तकनीक के माध्यम से चित्रित किया जाएगा। विभाग 1,100 स्वदेशी ड्रोन रामायण के विभिन्न प्रसंगों को आकाश में प्रस्तुत करेगा, जिनमें जय श्रीराम, धनुषधारी श्री राम, संजीवनी पर्वत उठाए हनुमान, रामसेतु, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जैसी कई मनमोहक आकृतियां शामिल होंगी।
- बांदा (उप्र). बांदा से सटे महोबा जिले के चरखारी कोतवाली क्षेत्र में मोबाइल फोन की दुकान संचालित करने वाले एक व्यक्ति की किसी अज्ञात बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी। महोबा जिले की अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) वंदना सिंह ने बुधवार को बताया कि चरखारी कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार की देर शाम करीब साढ़े सात बजे नौसारा गांव के नजदीक दुकानदार राजकुमार अहिरवार (28) को किसी बदमाश ने गोली मारकर घायल कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाया। बाद में उसे झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गयी। एएसपी ने बताया कि चरखारी कस्बे से मोबाइल की दुकान बंद कर राजकुमार अपने एक साथी प्रमोद के साथ मोटरसाइकिल से अपने घर जा रहा था तभी नौसारा गांव से पहले उसे गोली मार दी गई। उन्होंने कहा, ''अब तक की जांच में लूट होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। हम झांसी मेडिकल कॉलेज से पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहे हैं। घटना की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं।
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नयी दिल्ली। श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या बृहस्पतिवार से तीन दिवसीय दौरे पर भारत आएंगी। शीर्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमरसूर्या आपसी हितों के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भारतीय राजनीतिक नेताओं से मिलेंगी। अमरसूर्या की भारत यात्रा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की श्रीलंका यात्रा के छह महीने बाद हो रही है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि श्रीलंका की प्रधानमंत्री की यात्रा भारत और श्रीलंका के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को जारी रखेगी, तथा गहरे और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाएगी। बयान में कहा गया, "यह भारत के 'महासागर विजन' और 'पड़ोसी प्रथम' नीति से सुदृढ़ होते हुए दोनों देशों के बीच मैत्री संबंध को और मजबूत करेगा।" मोदी ने मार्च में मॉरीशस की अपनी यात्रा के दौरान 'ग्लोबल साउथ' के साथ भारत की भागीदारी के लिए विजन महासागर या "क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति" की घोषणा की थी। श्रीलंका की प्रधानमंत्री 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट' में मुख्य भाषण भी देंगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, अमरसूर्या (जो श्रीलंका के शिक्षा मंत्री भी हैं) शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के साथ-साथ नीति आयोग का भी दौरा करेंगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज की पूर्व छात्रा अमरसूर्या अपने शिक्षण संस्थान का भी दौरा करेंगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा, वह दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक व्यापारिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगी। -
नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए वित्तीय सहायता में 100 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाएं केन्द्रीय सैनिक बोर्ड के माध्यम से भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जाती हैं। मंत्रालय ने कहा कि निराश्रयता अनुदान को प्रति लाभार्थी 4,000 रुपये से दोगुना करके 8,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है, जिससे वृद्ध और गैर-पेंशनभोगी पूर्व सैनिकों (ईएसएम) और 65 वर्ष से अधिक आयु की उनकी विधवाओं को आजीवन निरंतर सहायता मिलेगी। इसके अलावा, पूर्व सैनिकों के दो आश्रित बच्चों (कक्षा 1 से स्नातक तक) या दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कर रही उनकी विधवाओं के लिए शिक्षा अनुदान को भी 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति माह कर दिया गया है। विवाह अनुदान के अंतर्गत वित्तीय सहायता 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये प्रति लाभार्थी कर दी गई है। यह अनुदान पूर्व सैनिकों की अधिकतम दो पुत्रियों और विधवा पुनर्विवाह के लिए लागू है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘संशोधित वित्तीय सहायता एक नवंबर, 2025 से जमा किए गए आवेदनों पर लागू होगी, जिसका वार्षिक वित्तीय भार लगभग 257 करोड़ रुपये होगा।''
- नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में सितंबर 2025 तक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2.5 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि घातक सड़क दुर्घटनाओं में 2.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है। पुलिस ने इस निरंतर गिरावट का श्रेय “लगातार और व्यवस्थित प्रयासों” को दिया, जिसमें डेटा-आधारित, साक्ष्य-आधारित हस्तक्षेप और सड़क अवसंरचना में सुधार शामिल थे। पुलिस आंकड़ों के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या पिछले वर्ष 1,178 से घटकर 1,149 रही, जबकि इसी अवधि के दौरान घातक दुर्घटनाओं की संख्या 1,148 से घटकर 1,115 रह गई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली यातायात पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया है, जिसमें दुर्घटना के आंकड़ों का विश्लेषण, जोखिम कारकों की पहचान और इंजीनियरिंग बदलाव की सिफारिश करना शामिल है। विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) अजय चौधरी ने कहा, “सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में लगातार कमी जोखिम कारकों को लक्षित करने और उच्च जोखिम वाले स्थानों पर जीवन रक्षक उपायों की सिफारिश करने का प्रत्यक्ष परिणाम है। दिल्ली यातायात पुलिस सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।” पुलिस ने बताया कि उसका दुर्घटना शोध प्रकोष्ठ घातक दुर्घटनाओं का विश्लेषण करता है और ‘ब्लैकस्पॉट', यानी बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं के संभावित स्थानों की पहचान करता है। इसके बाद, ट्रैफिक पुलिस इंजीनियरिंग प्रकोष्ठ इन स्थलों का दौरा करके डिजाइन में सुधार और अन्य सुरक्षा उपाय सुझाता है। दिल्ली सड़क दुर्घटना रिपोर्ट, जिसे पहले दिल्ली में दुर्घटना रिपोर्ट कहा जाता था, का नाम बदलकर अब इसे 'क्रैश' रिपोर्ट किया गया है। यह बदलाव वैश्विक दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करने के लिए किया गया है, जिसमें यह माना जाता है कि इस प्रकार की घटनाएं अनिवार्य रूप से घटित होने वाली नहीं हैं बल्कि इन्हें रोका जा सकता है। इस वर्ष, यातायात पुलिस ने शहर भर में 143 उच्च जोखिम वाले स्थानों की पहचान की और सुरक्षित सड़क डिजाइन, बेहतर संकेत और सड़क मरम्मत की सिफारिश की। इसने स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों के निकट 30 से अधिक स्थानों पर गति नियंत्रण के उपाय भी प्रस्तावित किए हैं, जिनमें नए स्पीड ब्रेकर और सुरक्षित पैदल यात्री पार पथ शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों के सहयोग से 3,600 से अधिक यातायात कर्मियों को गति प्रबंधन और डेटा-आधारित प्रवर्तन तकनीकों में प्रशिक्षित किया गया है।
- नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे, जहां वह कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी श्रीशैलम में श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम और श्री शिवाजी स्पूर्ति केंद्र के दौरे के साथ राज्य के अपने दौरे की शुरुआत करेंगे। इसके बाद मोदी कुरनूल जाएंगे, जहां वह 13,430 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण करेंगे और एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। श्रीशैलम में प्रधानमंत्री मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर में पूजा करेंगे, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और 52 शक्तिपीठों में से एक है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस मंदिर की एक अनूठी विशेषता यह है कि एक ही परिसर में ज्योतिर्लिंग और शक्ति पीठ का सह-अस्तित्व है, जो इसे पूरे देश में अपनी तरह का एक विशेष मंदिर बनाता है। प्रधानमंत्री श्री शिवाजी स्पूर्ति केंद्र का भी दौरा करेंगे। इस केंद्र में एक ध्यान कक्ष भी है, जिसमें चार प्रतिष्ठित किलों - प्रतापगढ़, रायगढ़, राजगढ़ और शिवनेरी के मॉडल प्रदर्शित हैं। इसके मध्य में छत्रपति शिवाजी महाराज की गहन ध्यान मुद्रा वाली एक मूर्ति स्थापित है। यह केंद्र श्री शिवाजी स्मारक समिति द्वारा संचालित है, जिसकी स्थापना 1677 में छत्रपति शिवाजी की पवित्र तीर्थस्थल की ऐतिहासिक यात्रा के उपलक्ष्य में श्रीशैलम में की गई थी। कुरनूल में प्रधानमंत्री मोदी लगभग 13,430 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें उद्योग, बिजली पारेषण, सड़क, रेलवे, रक्षा विनिर्माण और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस सहित प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।
- नयी दिल्ली. वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम नागराजू ने कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अब मजबूत और अधिक जुझारू हो गए हैं, और हाल के समय में उनकी ऋण वृद्धि निजी बैंकों से बेहतर रही है। नागराजू ने यह टिप्पणी जालंधर में पंजाब एंड सिंध बैंक की एमएसएमई शाखा के उद्घाटन समारोह में की।उन्होंने कहा कि यह बदलाव बैंकिंग समुदाय की बढ़ती मजबूती को दर्शाता है, जिसमें समुचित जांच-पड़ताल, ऋण जोखिम मानक और परियोजना ऋण निगरानी में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। डीएफएस सचिव ने कहा, “आज ग्राहक फिर से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का रुख कर रहे हैं। इसकी वजह यह है कि इन बैंकों ने कुशलता, पारदर्शिता और विश्वास पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया है।” बैंक की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, नागराजू ने सभी बैंकों से आग्रह किया कि वे भारत की आर्थिक वृद्धि के मुख्य चालक एमएसएमई उद्यमों और स्टार्टअप फर्मों को अधिक समर्थन दें। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि हर ग्राहक के साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए और डिजिटल एवं सेवा अनुभव निर्बाध, लचीला और समावेशी होना चाहिए। इस मौके पर पंजाब एंड सिंध बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) स्वरूप कुमार साहा ने कहा कि जालंधर का खेल उद्योग एमएसएमई आधारित विकास, नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरणादायक है।
- बुलंदशहर . बुलंदशहर जिले में 22 वर्षीय एक युवक ने प्रेमिका की शादी अन्यत्र तय होने पर मंगलवार को कथित तौर पर पानी की टंकी से कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना अनूपशहर थाना क्षेत्र के सिरोरा गांव में घटी और मृतक की पहचान साजिद (22) के तौर पर की गई है। उसने बताया कि साजिद का एक युवती से प्रेम संबंध था जिसकी शादी कहीं और तय हो गई थी। इससे आहत होकर वह मंगलवार को पानी की टंकी पर चढ़ गया। अनूपशहर के थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) धर्मेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया, ‘‘साजिद को पानी की टंकी पर चढ़ा देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। युवक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए और उसे नीचे उतरने के लिए कहने लगे, लेकिन वह नहीं माना। साजिद की मां भी उसे मनाने पहुंची मगर उसने अनसुनी कर पानी की टंकी से छलांग लगा दी।'' उन्होंने बताया, ‘‘ साजिद को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया गया। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।'' एसएचओ शर्मा ने बताया मामले की जांच की जा रही है।








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