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- गोपेश्वर। चार धामों में से एक बदरीनाथ में सुविधाओं के विस्तार के लिए 424 करोड़ रुपए का मास्टर प्लान तैयार किया गया है।इस प्लान के तहत बदरीनाथ मंदिर के चारों ओर श्रद्वालुओं के आवगमन की सुविधा के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं का भी विस्तार किया जाएगा । चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने के लिए संबधित अधिकारियों से बैठक के बाद बताया कि बदरीनाथ धाम में तीन चरणों में विकास कार्य होने हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण के तहत शेष नेत्र झील तथा बद्रीश झील का सौन्दर्यीकरण, दूसरे चरण के तहत मुख्य मंदिर एवं उसके आसपास के क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण तथा अंतिम चरण में मंदिर से शेष नेत्र झील को जोडऩे वाले पथ का निर्माण कार्य प्रस्तावित है।जिलाधिकारी ने बताया कि मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्यो के लिए प्रभावित होने वाली सरकारी एवं निजी भूमि, भवन और परिसंपत्तियों का आकलन किया जा रहा है।-----
- नई दिल्ली। विभिन्न राज्यों में लंबित उपचुनाव कराने के संबंध में आज निर्वाचन आयोग की बैठक हुई। वर्तमान समय में देश में विधानसभा/संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की 65 सीटें रिक्त हैं जिनमें से विभिन्न राज्यों की राज्य विधानसभाओं की 64 सीटें जबकि संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की एक सीट शामिल है।बैठक में आयोग ने संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों/मुख्य निर्वाचन अधिकारियों से मिली रिपोर्ट और सुझावों की समीक्षा की जिसमें कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश और महामारी जैसी अन्य बाधाओं सहित कई कारणों को देखते हुए उपचुनावों को स्थगित करने की मांग की गई है।29 नवंबर, 2020 से पहले बिहार में विधानसभा चुनाव कराया जाना जरूरी होने के कारण आयोग ने इसी समय विभिन्न राज्यों की रिक्त पड़ी 64 विधानसभा सीटों और एक संसदीय सीट पर भी उपचुनाव कराने का फैसला लिया है। आयोग ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी सीएपीएफ तथा ऐसे ही अन्य सुरक्षाबलों को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह भेजने तथा इससे संबधित लॉजिस्टिक सेवाओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है।बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही इन उपचुनावों की तारीख की घोषणा आयोग द्वारा उचित समय पर की जाएगी।
- मास्को। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मास्को की यात्रा के दौरान भारत और रूस ने अत्याधुनिक एके-203 रायफल भारत में बनाने के लिये एक बड़े समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। आधिकारिक रूसी मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी।एके-203 रायफल, एके-47 रायफल का नवीनतम और सर्वाधिक उन्नत प्रारूप है। यह इंडियन स्मॉल ऑम्र्स सिस्टम (इनसास) 5.56 गुणा 45 मिमी रायफल की जगह लेगा। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक भारतीय थल सेना को लगभग 7 लाख 70 हजार एके-203 रायफलों की जरूरत है, जिनमें से एक लाख का आयात किया जाएगा और शेष का विनिर्मिण भारत में किया जाएगा। हालांकि, इस समझौते को अंतिम रूप दिये जाने की भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। रूसी समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक इन रायफलों को भारत में संयुक्त उद्यम भारत-रूस रायफल प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) के तहत बनाया जाएगा। इसकी स्थापना आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) और कलाशनीकोव कंसर्न तथा रोसोबोरेनेक्सपोर्ट के बीच हुई है। ओएफबी की आईआरआरल में 50.5 प्रतिशत अंशधारिता होगी, जबकि कलाशनीकोव की 42 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। रूस की सरकारी निर्यात एजेंसी रोसोबोरेनेक्सपोर्ट की शेष 7.5 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कोरवा आयुध फैक्टरी में 7.62 गुणा 39 मिमी के इस रूसी हथियार का उत्पादन किया जाएगा, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल किया था। खबर के मुताबिक प्रति रायफल करीब 1,100 डॉलर की लागत आने की उम्मीद है, जिसमें प्रौद्योगिकी हस्तांतरण लागत और विनिर्माण इकाई की स्थापना भी शामिल है। स्पुतनिक की खबर के मुताबिक इनसास रायफलों का इस्तेमाल 1996 से किया जा रहा है। उसमें जाम होने, हिमालय पर्वत पर अधिक ऊंचे स्थानों पर मैगजीन में समस्या आने जैसी परेशानियां पेश आ रही हैं।----
- नई दिल्ली। वंदे भारत मिशन के अंतर्गत विभिन्न माध्यमों से अब तक लगभग 13 लाख भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। इन्हें एयर इंडिया, निजी और विदेशी एयरलाइनों, चार्टड उडानों, जल मार्ग तथा जमीनी मार्ग से स्वदेश लाया गया।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि वंदे भारत मिशन का छठा चरण एक सितंबर से शुरू हो गया है। इस चरण में 24 देशों से एक हजार सात अंतर्राष्ट्रीय उडानों के माध्यम से इस महीने दो लाख से अधिक लोगों को स्वदेश लाया जाएगा।---
- नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने हाल ही में एक बैंक कर्मचारी के साथ हुई हाथापाई का संज्ञान लेते हुए कहा कि सरकार बैंककर्मियों की सुरक्षा के लिये प्रतिबद्ध है। उसने कहा कि घटना में शामिल व्यक्ति के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जायेगी।भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के एक कर्मचारी के साथ इस सप्ताह की शुरुआत में महाराष्ट्र के वर्धा जिले में हाथापाई की खबरें आयी थीं। इससे पहले जून में, गुजरात के सूरत में एक पुलिस कांस्टेबल ने कथित तौर पर केनरा बैंक की एक महिला कर्मचारी के साथ बदसलूकी की थी। केनरा बैंक की सरोली शाखा की संतोषी कुमारी के साथ कथित रूप से दुव्र्यवहार किया गया और पासबुक नहीं छापने के कारण उनके साथ धक्कामुक्की की गयी थी। वित्तीय सेवा विभाग ने एक ट्वीट में कहा, वर्धा विभाग के बैंक कर्मचारी अमोल बेधम के साथ हाथापाई की घटना निंदनीय है। वरिष्ठ बैंक अधिकारी स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं, जिन्होंने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। कानून के अनुसार त्वरित कार्रवाई की जायेगी। सरकार बैंककर्मियों की सुरक्षा के लिये प्रतिबद्ध है। नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स के उपाध्यक्ष अश्वनी राणा ने कहा कि इस तरह की घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन बैंकों और सरकार के शीर्ष प्रबंधन ने कार्यस्थल पर सुरक्षा और सुरक्षा की भावना प्रदान करने के लिये बहुत कम काम किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं के मद्देनजर बैंककर्मी समुदाय के बीच विश्वास पैदा करने के लिये इनसे तेजी से निपटने की जरूरत है।---
- -जनऔषधि केंद्रों के माध्यम से की जाएगी बिक्रीनई दिल्ली। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के तहत आज यहां प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले आठ प्रकार के पोषणयुक्त उत्पाद जारी किए। इनकी बिक्री देशभर में जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से की जाएगीइस अवसर पर बोलते हुए श्री गौड़ा ने बताया कि कोरोना-19 महामारी के मद्देनजर ऐसे पोषण युक्त उत्पादों को लाया जाना महत्वपूर्ण है। ये उत्पाद लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि ये उत्पाद गुणवत्ता के मामले में ऐसे अन्य उत्पादों के बराबर है लेकिन कीमत के मामले में 26 प्रतिशत अधिक सस्ते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जनऔषधि केंद्रों के विशाल नेटवर्क के माध्यम से ये प्रोटीनयुक्त उत्पाद बड़ी आबादी तक पहुंच सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अब लोगों के समग्र स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार लाने के लिए कई पूरक आहार जैसे प्रोटीन सप्लीमेंट, माल्ट-आधारित पोषण पेय, प्रतिरक्षा बूस्टर आदि उपलब्ध करा रही है।उन्होंने कहा कि गुणवत्ता वाली सस्ती जेनेरिक दवाओं को खरीदने के लिए लगभग 65 मिलियन रोगी प्रति दिन 6500 से अधिक जनऔषधि केन्द्रों पर आते हैं। यह योजना उन रोगियों के लिए एक वरदान साबित हो रही है जो मधुमेह, रक्तचाप और मनोरोग जैसी पुरानी बीमारियां के लिए दवाएं ले रहे हैं। श्री गौड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में महिलाओं के लिए मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुविधा योजना के नाम से 1 रुपए प्रति पैड के हिसाब से सैनिटरी नैपकिन बेचने वाले जनौषधि केंद्रों का उल्लेख कर इन केन्द्रों के महत्व पर प्रकाश डाला था। उन्होंने कहा था कि ये पैड ऑक्सो-बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बनाए जाते हैं जिसके कारण न केवल सस्ते हैं बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है।उन्होंने कहा कि हालांकि इस योजना की शुरुआत 2008 में की गई थी लेकिन फिर भी मार्च 2016 के अंत तक केवल 99 स्टोर हो खुल पाए थे। ऐसे में 2017 में खरीद, रसद, आईटी और नए केन्द्र खोले जाने जैसे सभी पहलुओं पर प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरुप इस योजना को एक नया कलेवर दिया गया।वर्तमान में देश में ऐसे 6587 केंद्र हैं। कुल 734 में से 732 जिलों को इन केन्द्रों के दायरे में लाया जा चुका है।केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार नए रूप में जनऔषधि केंद्रों को शुरु किए जाने के बाद से इनमें बिकने वाली जेनरिक दवाओं का अनुपात बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि पोषक तत्वों से भरपूर लाए गए नए उत्पाद लोगों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंगे। कोविड महामारी के मौजूदा समय में इनका और भी ज्यादा महत्व है। श्री मांडविया ने कहा कि जनऔषधि केंद्रों ने सस्ती लेकिन गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान सरकार द्वारा ऐसे केन्द्रों को नया रूप दिए जाने के बाद से इनकी बिक्री तेजी से बढ़ी है। इस अवसर पर फार्मास्युटिकल सचिव डॉ. पी डी वाघेला ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया।जन औषधि पोषण- एक माल्ट आधारित खाद्य है जो विटामिन ए, डी, ई, सी, बी 1, बी 2, बी 6, बी 12, आयरन, कैल्शियम और फोलिक एसिड इत्यादि से युक्त है। यह प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और शारीरिक विकास में मददगार है। इसे इसे दूध या पानी (गर्म या ठंडा) के साथ लिया जा सकता है। 500-ग्राम जार की कीमत केवल 175 रुपए जबकि ऐसे अन्य समकक्ष उत्पादों की औसत कीमत 236 रूपए है।जन औषधि पोषण - एक माल्ट आधारित खाद्य है, जो कि ग्रेन्युलर रूप में कोको, विटामिन ए, डी, ई, सी, बी 1, बी 2, बी 6, बी 12, आयरन, कैल्शियम और फोलिक एसिड इत्यादि से फोर्टिफाइड फूड है जो इम्युनिटी और ग्रोथ को सपोर्ट करता है। इसे दूध या पानी (गर्म या ठंडा) के साथ लिया जा सकता है। 500-ग्राम जार कंटेनर की कीमत रु। 180 / - केवल जबकि ब्रांडेड समकक्षों का औसत एमआरपी 243 रूपए है।जन औषधि प्रोटीन पाउडर- प्राकृतिक जायके (चॉकलेट / वेनिला / केसर पिस्ता), म_ा प्रोटीन, दूध ठोस, स्किम्ड मिल्क पाउडर, सोया प्रोटीन, मूंगफली प्रोटीन हाइड्रोलाइजेट, माल्ट एक्सट्रैक्ट, चीनी, कोको पाउडर (के लिए) के साथ एक फोर्टिफाइड प्रोटीन पूरक है। इसमें डोकोसाहेक्सैनेइक एसिड (डीएचए), विटामिन (विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई, विटामिन के, आदि मौजूद हैं।जन औषधि प्रोटीन- विटामिन सी, फोलिक एसिड, थायमिन (विटामिन बी 1), राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6, विटामिन बी 12, नियासिन, पैंटोथेनिक एसिड, बायोटिन ), टॉरिन, कोलीन, खनिज (सोडियम, पोटेशियम, क्लोराइड, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जस्ता, मैंगनीज, तांबा, आयोडीन, लोहा, सेलेनियम, मोलिब्डेनम), आदि मौजूद हैं।- जन औषधि प्रोटीन- यह 250 ग्राम की आकर्षक टिन पैकिंग में केवल 200 रुपये की कीमत पर उपलब्ध है। जबकि बाजार में उपलब्ध ऐसे शीर्ष 3 ब्रांडेड उत्पादों का औसत एमआरपी 380 रुपए है।जन औषधि जननी प्रोटीन- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रोटीन से भरपूर पर है। यह 250 ग्राम की आकर्षक टिन पैकिंग में 225रुपये की कीमत पर उपलब्ध है। जबकि बाजार में उपलब्ध ऐसे शीर्ष 3 ब्रांडेड उत्पादों का औसत एमआरपी कीमत 300 रुपए है।चॉकलेट प्रोटीन बार- आज की व्यस्त और सक्रिय जीवनशैली में जन औषधि जननी प्रोटीन बार पोषण का एक सुविधाजनक स्रोत है। ये प्रोटीन बार एक दोपहर के नाश्ते में त्वरित प्रोटीन जोडऩे का सबसे अच्छा तरीका है। यह सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ एक पोषक खाद्य पूरक है। इसमें डार्क कम्पाउंड (चीनी, खाद्य वनस्पति वसा (हाइड्रोजनीकृत), कोको ठोस और पायसीकारी आईएनएस 491, आईएनएस 322, प्राकृतिक वेनिला स्वाद पदार्थ), पृथक सोया प्रोटीन, चावल खस्ता (चावल का आटा), दूध यौगिक (चीनी, खाद्य सब्जी वसा (हाइड्रोजनीकृत), मिल्क सॉलिड्स, कोको सॉलिड्स एंड इमल्सीफायर्स आईएनएस 322, नेचुरल वनीला फ्लेवरिंग पदार्थ इत्यादि शामिल हैं। यह 35-ग्राम बार की आकर्षक पैकिंग में 40 रुपये की कीमत पर उपलब्ध है, जबकि बाजार में ऐसे शीर्ष तीन ब्रांड की औसत एमआरपी कीमत 80 रुपए है।-जन औषधि प्रतिरक्षा बार - सभी लोगों में, विशेषकर बच्चों में प्रतिरक्षा के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की आपूर्ति करने का सशक्त तरीका है। यह खासकर बच्चों के लिए काफी प्रभावी है जो अक्सर पारंपरिक भेाजन से प्राप्त होने वाले पोषक तत्वों को लेने से परहेज करते हैं। यह बार ऐसे बच्चों को आम तौर पर होने वाली खांसी और जुकाम जैसी परेशानियों से मुकाबला करने की ताकत देता है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसमें शुगर, खाद्य वनस्पति वसा (हाइड्रोजनीकृत), कोको ठोस, विटामिन, खनिज, पायसीकारी आईएनएस 491, आईएनएस 322, प्राकृतिक वेनिला स्वाद वाले पदार्थ भी होते हैं। सह 10-ग्राम बार की आकर्षक पैकिंग में उपलब्ध है जिसकी कीमत 10रुपए है जबकि बाजार में उपलब्ध है ऐसे शीर्ष 3 ब्रांडों की औसत एमआरपी कीमत 20 रुपए है।--
- गोपेश्वर। उत्तराखंड के चमोली जिले में गोविन्द घाट से आज से हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना होने के साथ ही इस वर्ष की हेमकुण्ड यात्रा की विधिवत शुरुआत हो गयी । हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट शुक्रवार को 10 बजे खुलेंगे ।गोविंदघाट से हुकमनामा लेकर पंचप्यारों की अगुवाई में रवाना हुए इस वर्ष के पहले जत्थे में सीमित संख्या में श्रद्धालु शामिल हैं ।शुक्रवार को अरदास के बाद सुबह 10 बजे हेमकुंड सहिब गुरुद्वारे के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोले जाएंगे। इसके साथ ही वहां स्थित प्रसिद्ध लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी कल खुल जाएंगे ।आज सुबह से ही गोविंदघाट गुरुद्वारे में शबद कीर्तन का आयोजन किया गया और गुरुग्रंथ साहिब के पाठ और अरदास के बाद पंच प्यारों की अगुवाई में इस वर्ष के पहले जत्थे को हेमकुंड साहिब के लिए रवाना किया गया। गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के पदाधिकारियों की ओर से यात्रियों को सरोपा भेंट कर हेमकुंड साहिब के लिए रवाना किया।गोविंद घाट से रवाना हुआ यात्रियों का जत्था आज रात्रि घांघरिया में विश्राम करेगा। कोविड-19 के चलते इस बार हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर की यात्रा तीन माह देरी से शुरू हो रही है।----
- नई दिल्ली। इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (आईएमएफ) ने पर्यटन के अवसरों को बढाने और पर्वतारोहण को बढ़ावा देने के लिए हिमालय क्षेत्र में 405 नयी चोटियों को खोलने का प्रस्ताव दिया है। पर्यटन मंत्रालय ने यह जानकारी दी।मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि पर्वतारोहण और साहसिक पर्यटन के नोडल संस्थानों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल को इससे अवगत कराया गया। इस बैठक में आईएमएफ , भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान, राष्ट्रीय जल खेलकूद संस्थान, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्कीइंग एंड माउंटेनयिरंग और एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि मौजूद थे। बयान में कहा गया है, बैठक के दौरान मंत्री ने भारत में साहसिक पर्यटन के संवर्धन के लिए विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की। सभी संस्थानों ने साहसिक पर्यटन पर अपने पाठ्यक्रमों एवं गतिविधियों पर प्रस्तुति दी एवं भावी गतिविधियों के बारे में बताया। बयान में कहा गया है, आईएमएफ ने कहा कि हाल ही में सरकार ने 137 नयी चोटियों खोली हैं जो एक स्वागतयोग्य कदम है। अब हमने हिमालय क्षेत्र में 405 नयी चोटियां खेलने का प्रस्ताव भेजा है ताकि पर्वतारोहण को पूरे जज्बे के साथ बढ़ावा दिया जा सके।
- -ट्वीटर ने खुद किया खुलासानई दिल्ली। ट्विटर ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट से जुड़े अकाउंट को हैक कर लिया गया था जिसे बाद में ठीक कर दिया गया ।ट्विटर के प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए जारी किए बयान में कहा, हमें इस गतिविधि की जानकारी है और हमने हैक किए गए अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। हम सक्रियता से स्थिति की जांच कर रहे हैं। इस वक्त, हमें अन्य किसी अकाउंट के प्रभावित होने की जानकारी नहीं है। अपना अकाउंट सुरक्षित रखने के लिए आप आवश्यक जानकारी देख सकते हैं। हैक किए गए अकाउंट के करीब 25 लाख फॉलोअर हैं।खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री की निजी वेबसाइट के टिवटर अकाउंट को हैक करने के बाद, साइबर अपराधी ने इस पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर कोविड-19 के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दान देने का अनुरोध करने संबंधी पोस्ट डाली थी। एक अन्य संदेश में कहा गया, हां, यह अकाउंट जॉन विक ने हैक किया है, हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है।इससे पहले 30 अगस्त को, साइबर सुरक्षा की कंपनी साइबल ने दावा किया था कि पेटीएम की ई-कॉमर्स इकाई, पेटीएम मॉल में डेटा उल्लंघन संबंधी घटना के लिए हैकर समूह जॉन विक जिम्मेदार है। ट्विटर ने आज यह भी कहा कि उसकी जांच के मुताबिक, हालिया हमला ट्विटर प्रणाली या सेवा के असुरक्षित होने की वजह से नहीं हुआ है। ट्विटर ने कहा कि फिलहाल इस बात के कोई संकेत या सबूत नहीं है कि इस अकाउंट को हैक किए जाने और जुलाई में हुई घटना में कोई संबंध है।जुलाई में, जेफ बेजोस, बराक ओबामा, बिल गेट्स, एलन मस्क और अन्य हाई-प्रोफाइल उपयोगकर्ताओं के अकाउंट में भी सेंध लगाई गई थी। अपने ब्लॉग पर 30 जुलाई को दी गई जानकारी में ट्विटर ने कहा था कि हैकरों ने उसकी आंतरिक प्रणाली तक पहुंचने और उसकी प्रक्रियाओं की सूचना जुटाने के लिए कुछ कर्मचारियों की जानकारियों का इस्तेमाल किया। कंपनी ने कहा कि था कि हैकरों ने 130 ट्विटर अकाउंटों को निशाना बनाया था जिसमें से 45 से ट्वीट किये गये, 36 के डीएम इनबॉक्स तक पहुंच बनाई और सात अकाउंटों के ट्विटर डेटा को डाउनलोड किया गया।---
- नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने कहा है कि सभी सरकारी कैलेंडर, डायरी और ऐसी अन्य सामग्रियों का प्रकाशन बंद कर दिया जाएगा और यह डिजिटल रूप में उपलब्ध रहेंगी।सभी मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम अब डिजिटल या ऑनलाइन तरीका अपनाएंगे। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि सभी क्षेत्रों में ई-बुक्स के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा। किसी भी मंत्रालय और विभाग में आने वाले वर्ष के दौरान कैलेंडर, डेस्कटॉप कैलेंडर, डायरी जैसी अन्य सामग्री का प्रकाशन नहीं होगा।-----
- वाशिंगटन। छींकने या खांसने अथवा बात करने के दौरान मुंह से निकलने वाले सूक्ष्म कणों को रोकने में नियमित मास्क के मुकाबले वॉल्व लगे फेसमास्क या फेस शील्ड संभवत: उतने प्रभावी नहीं है। ऐसे में शोधकर्ताओं ने पाया कि वॉल्व वाले फेसमास्क से कोविड-19 को खत्म करने के प्रयास बाधित हो सकते हैं।अमेरिका में फ्लोरिडा अटलांटिक विश्वविद्यालय में वैज्ञानिकों ने फेस शील्ड और वॉल्व वाले मास्क द्वारा सूक्ष्म बूंदों के प्रसार को बाधित करने संबंधी प्रदर्शन के गुणात्मक दृश्यांकन का इस्तेमाल किया। उन्होंने पाया कि नियमित मास्क के इन विकल्पों का सार्वजनिक रूप से व्यापक इस्तेमाल का संभवत: महामारी को खत्म करने के प्रयासों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।फिजिक्स ऑफ फ्लुइड्स नाम की पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के लिये शोधकर्ताओं ने एक प्रयोगशाला में लेजर प्रकाश परत का इस्तेमाल करते हुए प्रवाह दृश्यांकन को संयोजित किया और आसुत (डिस्टिल्ड) जल व ग्लिसरीन के मिश्रण को कृत्रिम कफ वेग के तौर पर इस्तेमाल किया। उन्होंने एक पुतले के मुंह से सुक्ष्म बूंदों को छींकने की गति से निकलवाया।प्लास्टिक के फेस शील्ड और वॉल्व युक्त एन-95 फेस मास्क का इस्तेमाल कर फ्लोरिडा अटलांटिक विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर और इस अध्ययन के मुख्य लेखक सिद्धार्थ वर्मा समेत शोधकर्ताओं ने इन बूंदों के मार्ग और ये कैसे प्रदर्शन करती हैं यह पता लगाया। शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन के नतीजे दर्शाते हैं कि फेस शील्ड से मुंह से निकलने वाली बूंदों का शुरुआती अग्रिम प्रवाह बाधित होता है लेकिन बूंदें सुगमता से शील्ड से बाहर निकल जाती है और व्यापक दायरे में फैल जाती हैं।उन्होंने कहा कि वहीं वॉल्व वाले फेसमास्क के नतीजें देखने पर पता चलता है कि बड़ी संख्या में बूंदें निर्बाध रूप से वॉल्व से बाहर निकल जाती हैं जो नियंत्रण के एक उपाय के तौर पर उनकी प्रभाव क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से कम करता है। प्रोफेसर और अध्ययन के सह-लेखक मनहर धनक ने कहा, इस नए अध्ययन से हम यह पता लगाने में सफल रहे कि फेस शील्ड छींक या खांसी के साथ आने वाली सूक्ष्म बूंदों के अग्रिम प्रवाह को शुरुआती तौर पर तो रोकने में कामयाब है लेकिन हवा में तैरती बूंदे बाहर निकल जाती हैं और सुगमता से शील्ड से आगे बढ़ जाती हैं। श्री धनक ने कहा, इसके बाद यह बूंदे सघनता कम होने के साथ-साथ व्यापक क्षेत्र में प्रसारित हो सकती हैं।----
- नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया-एसओपी जारी की है। जेनेरिक उपायों में सार्वजनिक स्वास्थ्य भी शामिल हैं जिनका पालन किया जाना है। इन मानकों के अनुसार कम से कम 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखना, अनिवार्य रूप से मास्क पहनना, साबुन से हाथ धोना और सैनिटाइजऱ का उपयोग करना शामिल है। इसके तहत छींकते समय मुंह को कपड़े से ढंकना जरूरी है।शारीरिक दूरी के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए, संस्थानों में परीक्षा के लिए बैठने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कमरे की क्षमता होनी चाहिए। परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय परीक्षा की स्थिति और परीक्षार्थी स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में स्व-घोषणा भी प्रस्तुत करना है। परीक्षा हॉल और अन्य सामान्य क्षेत्रों में परीक्षा से पहले और बाद में हर बार स्वच्छता की जाएगी।
- नई दिल्ली। वैश्विक नवाचार सूचकांक में पहली बार भारत को शीर्ष 50 देशों में शामिल होने में सफलता मिली है। यह सूचकांक बुधवार को जारी किया गया। 2019 के मुकाबले चार स्थानों का उछाल लगाते हुए भारत की रैंकिंग 48 दर्ज हुई है।विश्व बौद्धिक सम्पदा सूचकांक द्वारा तैयार किए गए इस सूचकांक में एक सौ 31 देशों से जुड़े ताजा वैश्विक रूख और वार्षिक नवाचार रैंकिंग दर्शाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार उपलब्ध ताजा सूचकों के बल पर और वैश्विक नवाचार सूचकांक से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में सुधार के कारण भारत की रैंकिंग में यह सुधार आया है। आईसीटी सेवाओं के निर्यात, सरकारी ऑनलाइन सेवाओं, विज्ञान और इंजीनियरिंग के स्नातकों और अनुसंधान और विकास पर केन्द्रित वैश्विक कम्पनियों जैसे सूचकों में भारत का स्थान उच्च 15 देशों में शामिल हुआ है।रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आईआईटी - दिल्ली, आईआईटी- बॉम्बे, आईआईएस - बेंगलुरु और अन्य उच्च वैज्ञानिक संस्थानों के बल पर भारत निम्न, मध्य आय अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक नवाचार वाले देश में शामिल हो गया है।----
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अहमदाबाद। गुजरात के कच्छ जिले में बुधवार दोपहर 4.1 तीव्रता का भूकंप आया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। गांधीनगर स्थित भूकंप अध्ययन संस्थान (आईएसआर) के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप दोपहर दो बजकर नौ मिनट पर आया। इसका केन्द्र कच्छ जिले में दुधई के उत्तर-उत्तर पूर्व में सात किलोमीटर दूर था। जिला प्रशासन ने कहा कि भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। आईएसआर के अधिकारी ने बताया कि इससे पहले आज सुबह 2.3 तीव्रता का हल्का भूकंप आया था, जिसका केन्द्र सौराष्ट्र क्षेत्र के जामनगर जिले में लालपुर के पूर्व-उत्तर पूर्व में 19 किलोमीटर दूर था। - नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम, मिशन कर्मयोगी को मंजूरी प्रदान की। यह कार्यक्रम सरकारी कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण का आधार होगा ताकि वे विश्वभर से उत्कृष्ट कार्य पद्धतियां सीखते हुए भारतीय संस्कृति से भी निरंतर जुड़े रहें।मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य भविष्य के लिए ऐसे भारतीय लोक सेवक तैयार करना है, जो अधिक रचनात्मक, चिंतनशील, नवाचारी, व्यावसायिक और प्रौद्योगिकी-सक्षम हों। पत्रकारों को जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कर्मयोगी स्कीम, मानव संसाधन विकास की दिशा में सरकार की सबसे बड़ी पहल होगी।इस मिशन के संस्थागत ढांचे में प्रधानमंत्री की लोक मानव संसाधन परिषद, क्षमता निर्माण आयोग, डिजिटल परिसम्पत्तियों के स्वामित्व और प्रचालन के लिए विशेष प्रयोजन संस्थाएं और ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए प्रौद्योगिकी मंच शामिल होगा। इसके अलावा कैबिनेट सचिव की अध्?यक्षता में एक समन्?वय इकाई भी इसके ढांचे में शामिल होगी। लोक मानव संसाधन परिषद में चुने हुए केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, जाने-माने मानव संसाधन विशेषज्ञ, चिन्तक, वश्विक विचारक और लोक सेवक, मिलकर इसके शीर्ष निकाय के रूप में काम करेंगे। यह निकाय सिविल सेवाओं में सुधार और क्षमता निर्माण के लिए नीति निर्देश प्रदान करेगा।इसमें क्षमता निर्माण आयोग के गठन का प्रस्ताव है जो सहयोग और साझेदारी के आधार पर क्षमता निर्माण के प्रबंधन और नियमन में एक समान दृष्टिकोण सुनिश्चित करेगा। करीब 46 लाख केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बनाये जा रहे इस मिशन पर 2020-21 से 2024-25 तक पांच वर्ष की अवधि के लिए पांच अरब दस करोड रूपये से अधिक धन खर्च किया जाएगा।प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में जम्मू-कश्मीर राजकीय भाषाएं विधेयक-2020 संसद में पेश करने की भी मंजूरी दी गई। इन भाषाओं में उर्दू, कश्मीरी, डोगरी, हिंदी और अंग्रेजी शामिल हैं।इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में डोगरी, हिंदी और कश्मीरी को राजकीय भाषाएं बनाने से न केवल लोगों की लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है बल्कि समानता की भावना का भी ध्यान रखा गया है।-----
- नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भाग लेने के लिए आज सुबह मॉस्को के लिए रवाना हो गए। संगठन के सभी आठ देश मॉस्को में शुक्रवार को आयोजित बैठक में आतंकवाद और उग्रवाद जैसी क्षेत्रीय रक्षा चुनौतियों से निपटने के उपायों पर चर्चा कर रही है।रक्षामंत्री रूस के रक्षामंत्री शर्गेई शोइगु के निमंत्रण पर तीन दिन के रूस दौरे पर है। वे सामूहिक रक्षा समझौता संगठन सीएसटीओ और पूर्व सोवियत संघ के देशों के संगठन सीआईएस की बैठक में भी भाग लेंगे।रक्षामंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि वे रूस के रक्षा मंत्री के साथ पारस्परिक सहयोग और आपसी महत्व के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और रूस रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सहयोगी है और वे इस सहयोग को आगे बढ़ाने के इच्छुक है। इस वर्ष जून के बाद रक्षामंत्री की यह दूसरी रूस यात्रा है। पिछले 24 जून को वे द्वितीय विश्व युद्ध की विजय वर्षगांठ के अवसर पर रूस गए थे।---
- नई दिल्ली। वाइस एडमिरल एसआर सरमा,एवीएसएम,वीएसएम ने मंंगलवार को भारतीय नौसेना के सामग्री विभाग के प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया है। वाइस एडमिरल एसआर सरमा आईआईएससी, बेंगलुरु से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट हैं और नेवल हायर कमांड कोर्स के विशिष्ट छात्र हैं।अपने शानदार कॅरिअर के दौरान साढ़े तीन दशकों में एडमिरल ने भारतीय नौसेना के जहाजों विंध्यगिरि,राणा,कृष्णा और मैसूर में विभिन्न क्षमताओं में काम किया है। उन्होंने मुंबई और विशाखापत्तनम में नौसेना पोतगाहों और वेपंस एंड इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम इंजीनियरिंग एस्टाब्लिशमेंट (डब्ल्यूईएसईई),मुख्यालय, उन्नत सामरिक पोत कार्यक्रम (मुख्यालय एटीवीपी)और नई दिल्ली स्थित नौसेना मुख्यालय में विविध और चुनौतीपूर्ण पदों पर काम किया है।फ्लैग ऑफिसर के रूप में वाइस एडमिरल एसआर सरमा ने नौसेना मुख्यालय में सामग्री (आईटी और सिस्टम) विभाग में सहायक प्रमुख, नौसेना पोतगाह, विशाखापट्टनम में एडमिरल अधीक्षक, मुख्य कर्मचारी अधिकारी (तकनीकी),मुख्यालय ईएनसी,विशाखापट्टनम में महानिदेशक नौसेना परियोजना,मुख्यालय एटीवीपी में कार्यक्रम निदेशक,और नौसेना मुख्यालय में युद्धपोत उत्पादन और अधिग्रहण विभाग में नियंत्रक के रूप में काम किया है। वाइस एडमिरल एसआर सरमा को उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। उन्हें 1994 में लेफ्टिनेंट वीके जैन स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया गया है।प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर और भारतीय नौसेना में सबसे वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी के रूप में,वाइस एडमिरल एसआर सरमा सभी इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, हथियार, सेंसर और जहाजों तथा पनडुब्बियों के लिए आईटी से संबंधित उपकरण एवं प्रणाली के रख-रखाव प्रबंधन और जीवन-चक्र उत्पाद समर्थन से संबंधित सभी कार्यों के साथ ही प्रमुख समुद्री तथा तकनीकी बुनियादी ढांचे के निर्माण के प्रभारी होंगे। वे वाइस एडमिरल जीएसपब्बी, पीवीएसएम, एवीएसएम,वीएसएम की जगह लेंगे जो लगभग चार दशकों के शानदार नौसेना करिअर के पूरा होने पर सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
- लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के 644 गांव अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं। इन गांवों में राहत एवं बचाव कार्य किये जा रहे हैं।प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि इस वक्त प्रदेश के 16 जिलों आम्बेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, मऊ, संत कबीर नगर, तथा सीतापुर के 644 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें से 300 गांवों का सम्पर्क बाकी हिस्सों से पूरी तरह कटा हुआ है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण अपना घर छोडऩे को मजबूर लोगों के ठहरने के लिये प्रदेश में कुल 373 बाढ़ शरणालय स्थापित किये गये हैं। साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिये 784 बाढ़ चौकियां भी स्थापित की गयी हैं।बाढग़्रस्त इलाकों में फंसे लोगों को बाहर निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने के काम में 414 नाव इस्तेमाल की जा रही हैं। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की कुल 29 टीमें लगायी गयी हैं। राज्य में इस वक्त गंगा नदी गायघाट (बलिया) में, शारदा नदी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में और घाघरा नदी तुर्तीपार (बलिया) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।--
- बड़वानी (मप्र)। जिले में मोबाइल फोन से सेल्फी लेते समय लगभग एक हजार फीट गहरी खाई में गिरने से दो युवकों की मौत हो गयी।पाटी पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक संतोष सांवले ने मंगलवार को बताया कि धार जिले के डही कस्बे के रहने वाले 25 वर्षीय और 22 वर्षीय दो युवक सोमवार को बड़वानी जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर एक पिकनिक स्थल रामगढ़ किले पर घूमने आये थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बारिश के कारण अधिक कोहरा था और वे सेल्फी लेते समय संभवत: गहरी खाई नहीं देख सके और इस पिकनिक स्थल पर लगभग एक हजार फीट गहरी खाई में गिर गये। घटना के बारे में पुलिस को सूचित करने वाले किरसन चौहान ने बताया कि वह इन लोगों को तलाश करने और उनकी मदद करने के लिये खाई में उतरा था , लेकिन उसे केवल एक युवक का शव वहां मिला। चूंकि रात को अंधेरा अधिक हो गया था तो वह खाई से बाहर आ गया और पुलिस को हादसे के बारे में सूचना दी। सांवले ने बताया कि पुलिस ने सोमवार रात को युवक के शव को खाई से बाहर निकालने के प्रयास किए, लेकिन अंधेरे और खराब मौसम के कारण प्रयास विफल रहे। बाद में पुलिस ने मंगलवार को दोनों युवकों के शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम कराने के बाद मृतकों के परिजनों को सौंप दिया। (प्रतिकात्मक फोटो)
- मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत आह्वान को आगे बढाते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी बंबई ने मुख्य रूप से दस्तावेजों की स्कैनिंग करने में इस्तेमाल करने वाले चीन के ऐप के विकल्प के रूप में एक कैमस्कैनर की शुरूआत की है।चीन के ऐप पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था। आईआईटी बंबई के विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया यह नया ऐप ऐयरस्कैनर के नाम से जाना जाएगा और यह नि:शुल्?क उपलब्ध होगा।
- नई दिल्ली। रेलवे ने नीट और जेईई के अभ्यर्थियों को परीक्षा वाले दिन मुंबई में विशेष उपनगरीय सेवाओं का लाभ उठाने की अनुमति देने के एक दिन बाद बिहार में इन परीक्षाओं में शामिल होने वालों की सुविधा के लिए दो से 15 सितंबर तक 20 जोड़ी विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया।रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह सुविधा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को भी दी जाएगी। मंत्री ने ट्वीट किया, भारतीय रेलवे ने बिहार में जेईई मेन्स, नीट और एनडीए की परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए दो से 15 सितंबर तक 20 जोड़ी एमईएमयू/डीईएमयू स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) 13 सितम्बर को जबकि इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन एक सितंबर से शुरू हो गई है, जो छह सितम्बर तक चलेगी। साझा एनडीए 2020 परीक्षा छह सितम्बर को निर्धारित है। पूर्व मध्य रेलवे ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि संबंधित मार्गों पर स्टेशनों पर अनारक्षित टिकट काउंटर होंगे और टिकट यूटीएस मोबाइल टिकट ऐप पर भी खरीदे जा सकते हैं। गोयल ने सोमवार को कहा था कि छात्रों और उनके एक एक अभिभावकों को परीक्षा के दिनों में यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी और इसके लिए उन्हें प्रवेश पत्र दिखाना पड़ेगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के लिए लगभग 8.58 लाख और नीट के लिए 15.97 लाख छात्रों ने पंजीकरण किया है। ये परीक्षाएं पहले कोरोना के कारण दो बार स्थगित की गई थीं।
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नयी दिल्ली। भारत और रूस की नौसेनाएं बंगाल की खाड़ी में चार से पांच सितंबर के बीच बड़ा सैन्य अभ्यास करेंगी। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के क्षेत्र में उभरती हुई चुनौतियों से निपटने के लिए दोनों देशों की नौसेनाओं की क्षमता को और विकसित करने के वास्ते यह अभ्यास किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि ‘इंद्र नौसैनिक अभ्यास' के तहत सतह और हवा में मौजूद लक्ष्यों को मार गिराने जैसे अनेक अभ्यास किए जाएंगे। यह अभ्यास ऐसे समय किया जा रहा है जब भारत, पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध की स्थिति में है। इंद्र अभ्यास पहले रूस के व्लादिवोस्तक में आयोजित होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते इसे टाल दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि इस नौसैनिक अभ्यास में रूसी युद्धपोत एडमिरल विनोग्रादोव, एडमिरल त्रिबुत्स और बोरिस बुतोमा के अलावा हेलीकॉप्टरों का बेड़ा भी भाग लेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना अपने युद्धपोत रणविजय, सह्याद्रि, किल्टान, शक्ति और हेलीकॉप्टरों के साथ अभ्यास में भाग लेगी।
- नई दिल्ली। भारतीय खगोलविदों ने ब्रह्मांड की सबसे दूर की नक्षत्र आकाशगंगाओं में से एक की खोज कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।केंद्रीय मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत की पहली मल्टी-वेवलेंथ स्पेस ऑब्जर्वेटरी एस्ट्रोसैट ने पृथ्वी से 9 दशमलव तीन अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक आकाशगंगा से चरम यू. वी. प्रकाश का पता लगाया है। इस आकाशगंगा की खोज पुणे स्थित इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्सि के डॉक्टर कनक साहा के नेतृत्व में खगोलविदों की टीम ने की है।डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने भारत के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को एक बार फिर यह साबित करने के लिए बधाई दी कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत को विशिष्ट स्तर की क्षमता हासिल की है।
- भुवनेश्वर। ओडिशा में आज अलग-अलग स्थानों पर गाज गिरने से 12 वर्षीय बालिका सहित छह लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार कि क्योंझर जिले में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई वहीं ऐसी ही घटनाओं में बालासोर जिले में भी दो लोगों की मौत हो गयी।पुलिस ने कहा कि क्योंझर जिले में रामचंद्रपुर थाने के तहत पांडुआ गांव में एक नाबालिग बालिका की उस समय बिजली गिरने से मौत हो गयी जब वह अपने घर के बाहर खेल रही थी। मृतकों में चार किसान हैं जो अपने खेतों में काम कर रहे थे।----
- नई दिल्ली। पूर्व आईएएस राजीव कुमार ने आज भारत के नए चुनाव आयुक्त (ईसी) के रूप में पदभार संभाल लिया। इसके साथ ही श्री कुमार भी अब मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के साथ भारत निर्वाचन आयोग से जुड़ गए हैं।19 फरवरी 1960 को जन्मे राजीव कुमार 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। 36 वर्षों से भी अधिक समय तक भारत सरकार को अपनी सेवाएं देने के दौरान श्री कुमार ने केंद्र के साथ-साथ बिहार/झारखंड के अपने राज्य कैडर में विभिन्न मंत्रालयों में काम किया है।श्री कुमार ने बी.एससी, एलएलबी, पीजीडीएम और सार्वजनिक नीति में एमए की अकादमिक डिग्रियां हासिल करने के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र, पर्यावरण एवं वन, मानव संसाधन, वित्त और बैंकिंग सेक्टर में व्यापक कार्य अनुभव प्राप्त किया है। श्री कुमार में प्रौद्योगिकी संबंधी एप्लीकेशंस का उपयोग करने और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने, नागरिकों को सीधे सेवाएं मुहैया कराने एवं बिचौलियों को समाप्त करने के लिए मौजूदा नीतिगत व्यवस्था में संशोधन करने या बदलाव लाने की गहरी प्रतिबद्धता है। श्री कुमार फरवरी 2020 में भारत सरकार के वित्त सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद उन्हें अप्रैल 2020 से सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। वह 31 अगस्त 2020 को पदमुक्त होने तक इस पद पर कार्यरत रहे। श्री कुमार 2015-17 के दौरान कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में स्थापना अधिकारी भी रहे हैं और इससे पहले वह व्यय विभाग में संयुक्त सचिव रहे हैं। श्री कुमार इससे पहले जनजातीय कार्य मंत्रालय और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के साथ-साथ राज्य कैडर में शिक्षा विभाग में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। राजीव कुमार एक शौकीन ट्रैकर हैं और इसके साथ ही वह भारतीय शास्त्रीय एवं भक्ति संगीत में गहरी रुचि रखते हैं।----