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- नई दिल्ली। कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि कोयला खदानों की वाणिज्यिक नीलामी के पहले दौर का परिणाम ऐतिहासिक रहा। उन्होंने सोमवार को नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि वाणिज्यिक कोयला खदानों की नीलामी 2 नवंबर से नवंबर तक चली। इस दौरान 19 खदानों की नीलामी की गई जिससे 70 अरब रूपए का राजस्व मिलेगा और इसकी कुल क्षमता 5 करोड दस लाख टन है।श्री जोशी ने कहा कि पेशगी राशि 10 अरब 48 करोड रुपए होगी। उन्होंने कहा कि इन 19 खदानों में से 11 खुली, पांच भूमिगत और तीन मिश्रित श्रेणी की हैं। यह खदानें झारखंड, ओडिसा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हैं। श्री जोशी ने कहा कि 23 खदानों के लिए कुल 76 बोली प्राप्त हुईं। 19 खदानों को तकनीकी बोलियों के योग्य पाया गया। इस प्रक्रिया के दौरान मंत्रालय ने राज्य सरकारों के साथ परामर्श किया। उन्होंने राज्य सरकारों से बोलीदाताओं के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करने की अपील की। श्री जोशी ने कहा कि नीलामी प्रक्रिया की सफलता लगभग पचास प्रतिशत रही जो 2015 के बाद सबसे अधिक है।कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने कहा कि वाणिज्यिक शर्तों के कारण नीलामी की प्रक्रिया अन्य प्रक्रियाओं से अलग थीं। उन्होंने कहा कि 2015 में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद नीलामी की नई विधि अपनाई गई। इस विधि में आसानी से प्रवेश और आसानी से निकास, शीघ्र उत्पादन के प्रोत्साहन जैसे उदार उपाय शामिल किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पेशगी राशि को भी कम किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18 जून को वाणिज्यिक खनन के लिए 41 कोयला खंडों की नीलामी प्रक्रिया की वर्चुअल माध्यम से शुरूआत की थी।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने बिहार के दरभंगा में अपना 120वां विमान ईंधन स्टेशन शुरू किया। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा, इस ईंधन स्टेशन का उद्धाटन स्पाइसजेट के दिल्ली जाने वाले एक विमान में भरकर किया। इसी के साथ इस हवाईअड्डे से उड़ानों का परिचालन भी शुरू किया। इंडियन ऑयल की देश के ईंधन बाजार में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। क्षेत्रीय हवाई संपर्क (उड़ान) योजना के तहत विकसित किए गए इस हवाईअड्डे पर ईंधन भरने की सुविधा विकसित करने के लिए कंपनी का चयन नागर विमानन मंत्रालय ने 2018 में किया था। हवाईअड्डे को चालू करने के लिए कंपनी ने यहां ट्रक से ईंधन उपलब्ध कराने की सुविधा शुरू की है। कंपनी ने कहा कि स्थायी सुविधा 2020 के अंत तक शुरू हो जाएगी।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की रेल टेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. को बाजार नियामक सेबी से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये 7,000 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी मिल गयी है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास जमा दस्तावेज के अनुसार आईपीओ पूरी तरह से बिक्री पेशकश के रूप में होगा। इसके तहत सरकार 8.66 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। सेबी की ताजा जानकारी के अनुसर कंपनी ने अक्टूबर में आईपीओ के लिये जरूरी दस्तावेज जमा किये थे। उसे छह नवंबर को सेबी से मंजूरी मिल गयी। मर्चेन्ट बैंक सूत्रों के अनुसार आईपीओ से 7,000 करोड़ रुपये जुटाये जाने का अनुमान है। मिनीरत्न सार्वजनिक उपक्रम देश में सबसे बड़ा दूरसंचार ढांचागत सुविधा प्रदाता कंपनियों में से एक है। उसके पास रेलवे ट्रैक के साथ ऑप्टिकल फाइबर विशाल नेटवर्क है। कंपनी देश भर में ब्रॉडबैंड दूरसंचार और मल्टीमीडिया नेटवर्क उपलब्ध कराती है। कंपनी का आप्टिकल फाइबर नेटवर्क 30 जून, 2020 की स्थिति के अनुसार 55,000 किलोमीटर से अधिक है और देश के विभिन्न शहरों में 5,677 रेलवे स्टेशन इसके दायरे में आते हैं। मंत्रिमंडल ने दिसंबर 2018 में रेलटेल कॉरपोरेशन में 25 प्रतिशत तक सरकारी हिस्सेदारी बिक्री के लिये आईपीओ लाने को मंजूरी दी थी।
- नयी दिल्ली । केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि कोरोना महामारी के कारण कई महीनों के अंतराल के बााद दिल्ली में आगामी 11 नवंबर से हुनर हाट शुरू होगा जिसमें ‘माटी, मेटल और मचिया' से संबंधित उत्पाद आकर्षण का प्रमुख केंद्र होंगे। नकवी ने एक बयान में यह भी बताया कि कोरोना से संबंधित दिशानिर्देशों का पालन करते हुए इस ‘हुनर हाट' का आयोजन पीतपपुरा इलाके के दिल्ली हाट में होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इस ‘हुनर हाट' में मिट्टी से बने अद्भुत खिलौने एवं अन्य आकर्षक उत्पाद, कुम्हार कला की जादूगरी, मेटल से बने विभिन्न उत्पाद और देश के कोने-कोने से लकड़ी, जूट, बेंत-बांस से बने दुर्लभ हस्तनिर्मित उत्पाद प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।'' नकवी के मुताबिक, देश के हर क्षेत्र में देशी उत्पादन की बहुत पुरानी और पुश्तैनी परंपरा रही है, वह लुप्त हो रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करने के आह्वान ने भारत के स्वदेशी उद्योग में नयी जान डाल दी है। उन्होंने बताया, ‘‘ पीतमपुरा में आयोजित हो रहे "हुनर हाट" में 100 से अधिक स्टाल लगाए जा रहे हैं। इस "हुनर हाट" में विभिन्न राज्यों से मिट्टी एवं मेटल से बने खिलौने, असम के ड्राई फ्लावर्स, आंध्र प्रदेश के पोचमपल्ली इक्कत, बिहार की मधुबनी पेंटिंग, दिल्ली की कैलीग्राफी पेंटिंग, उत्तर प्रदेश से लकड़ी एवं कांच के खिलौने; आयरन निर्मित खिलौने आदि आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र होंगे।
- नई दिल्ली। 15वें वित्तीय आयोग ने अध्यक्ष एन के सिंह के नेतृत्व में वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक की अवधि के लिए अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी। आयोग के सदस्य अजय नारायण झा, प्रो. अनूप सिंह, डॉ. अशोक लाहिड़ी और डॉ. रमेश चंद के और आयोग के सचिव अरविंद मेहता भी अध्यक्ष के साथ आए थे।विचारणीय विषय (टीओआर) की शर्तों के अनुसार, आयोग को 2021-22 से 2025-26 तक यानी पांच साल की अवधि के लिए 30 अक्टूबर, 2020 तक अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करना अनिवार्य था। पिछले साल आयोग ने वर्ष 2020-21 के लिए अपनी सिफारिशों वाली रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। जिसे केन्द्र सरकार ने स्वीकार कर लिया था और यह रिपोर्ट 30 जनवरी, 2020 को संसद के पटल पर रखी गई थी।आयोग से अपने विचारणीय विषयों में अनेक विशिष्ट और व्यापक मुद्दों पर अपनी सिफारिशें देने के लिए कहा गया था। ऊध्र्वाधर और क्षैतिज कर विचलन, स्थानीय सरकारी अनुदान, आपदा प्रबंधन अनुदान के अलावा, आयोग को विद्युत क्षेत्र, डीबीटी को अपनाने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसे अनेक क्षेत्रों में राज्यों के कार्य प्रदर्शन प्रोत्साहनों की जांच करने और सिफारिश करने के लिए भी कहा गया था। आयोग से यह जांचने के लिए कहा कि क्या रक्षा और आंतरिक सुरक्षा के वित्तपोषण के लिए एक अलग तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए और यदि ऐसा है तो इस तरह के तंत्र का संचालन कैसे किया जा सकता है। केंद्र सरकार को प्रस्तुत की जाने वाली इस रिपोर्ट में आयोग ने अपने सभी विचारणीय विषयों का निपटान करने की मांग की गई है।यह रिपोर्ट चार खंडों में तैयार की गई है। खण्ड I और खण्ड II में विगत की तहत मुख्य रिपोर्ट और उसके साथ के अनुलग्नक संलग्न हैं। खण्ड III केंद्र सरकार को समर्पित है और इसमें मध्यम अवधि की चुनौतियों और आगे के रोडमैप के साथ प्रमुख विभागों की गहराई से जांच की गई है। खण्ड IV पूरी तरह से राज्यों के लिए समर्पित है। आयोग ने प्रत्येक बड़ी गहराई से प्रत्येक राज्य के वित्त का विश्लेषण किया है और प्रत्येक राज्य के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों का समाधान करने के लिए राज्य विशिष्ट विचार-विमर्श को दर्शाया गया है।इस रिपोर्ट में निहित सिफारिशों के बारे में स्पष्टीकरण ज्ञापन और कार्रवाई की गई रिपोर्ट के साथ एक बार केंद्र सरकार द्वारा संसद में पेश किए जाने के बाद,यह रिपोर्ट सार्वजनिक क्षेत्र में उपलब्ध होगी। इस रिपोर्ट का कवर और शीर्षक कोविड के दौरान वित्त आयोग भी विशिष्ट है। राज्यों और संघ के बीच संतुलन को दर्शाने के लिए कवर पर तराजू का उपयोग किया गया है।----
- नई दिल्ली। टाटा मेडिकल एण्ड डायग्नॉस्टिक्स लिमिटेड (टाटाएमडी) ने सोमवार को कोविड- 19 के लिए नई जांच किट जारी की है। कंपनी ने दावा किया है कि यह मौजूदा परीक्षण के मुकाबले अधिक सरल और सक्षम है। इससे देशभर में परीक्षण करने की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।कंपनी के इस परीक्षण को टाटाएमडी चेक नाम दिया गया है और इसे वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद - इंस्टीट्यूट आफ जिनोमिक्स एण्ड इटग्रेटिव बॉयलॉजी (सीएसआईआर- आईजीआईबी) के साथ भागीदारी में विकसित किया गया है। इस परीक्षण व्यवस्था को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) की मंजूरी मिल चुकी है। कंपनी ने कहा है कि यह परीक्षण किट जल्द ही देशभर में नैदानिक केन्द्रों और अस्पतालों में उपलब्ध होगी। वह देशभर में अस्पतालों की श्रृंखला, नैदानिक कंपनियों और शोधशालाओं के साथ बातचीत कर रही है और उनके साथ भागीदारी को तैयार है। कंपनी अपने चेन्नई कारखाने से प्रतिमाह 10 लाख जांच किट का उत्पादन करने की क्षमता के साथ तैयार है।टाटा मेडिकल एण्ड डायग्लोस्टिक्स लिमिटेड के सीईओ गिरीश कृष्णमूर्ति ने कहा, हमने समूचे परीक्षण के लिए निदान उपलब्ध कराया है। हमने परीक्षण को अधिक विश्वसनीय और बेहतर बनाया है। ये बेहतर उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करेगा। इस समूची व्यवस्था को भारत में ही विकसित किया गया है।
- - टर्नओवर में 20 प्रतिशत से भी ज्यादा सुधार दर्ज किया गयानई दिल्ली। इस्पात मंत्रालय के अधीन आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित कर दिए हैं जो कि अच्छे प्रदर्शन को दर्शा रहे हैं।इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी ने कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 610.32 करोड़ रुपये और कर के बाद लाभ (पीएटी) 393.32 करोड़ रुपये दर्ज किया है जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में कंपनी का पीबीटी और पीएटी क्रमश: 523.03 करोड़ और 342.84 करोड़ रुपये का नुकसान था। वित्तीय वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में होने वाला लाभ घरेलू बाजार और तेजी से पुनर्जीवित होती अर्थव्यवस्था में कंपनी के मजबूत और लचीले प्रदर्शन को दर्शाता है जो कि साल के शुरुआती महीनों में कोविड-19 महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से जूझ रही थी। प्रदर्शन और गतिविधियों में उछाल के चलते वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में सेल के टर्नओवर में भी पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले 20 प्रतिशत सुधार देखने को मिला और यह 16834.1 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में ब्याज, कर, मूल्य हास और परिशोधन (ईबीआईटीडीए) से पहले की कमाई में 58.7 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि दर्ज की गई और यह 2098.09 करोड़ रुपये रही। कंपनी कोविड की वजह से होने वाली हर विषम परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार है, इसने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया और जून 20 से बिक्री में बढ़त बनाए रखी। वित्तीय वर्ष 21 के पहले दो महीनों के दौरान महामारी का प्रभाव पड़ा था, उसके बाद से अब तक कंपनी का अच्छा प्रदर्शन निरंतर जारी है। सेल ने पिछले वर्ष इसी अवधि के मुकाबले वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में बिक्री में 31.3 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की।बिक्री योग्य इस्पात के उत्पादन पर रणनीतिक रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए, कंपनी ने वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में बिक्री योग्य सबसे अच्छे इस्पात का 3.752 मीट्रिक टन उत्पादन किया। जबकि पिछला सबसे अच्छा उत्पादन वित्त वर्ष 18 की दूसरी तिमाही के दौरान 3.658 मीट्रिक टन था। पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में बिक्री योग्य इस्पात का उप्पादन 5 प्रतिशत बढ़ गया। संचालन दक्षता पर ध्यान केंद्रित करने के कारण वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में प्रमुख तकनीकी-आर्थिक मापदंडों में सुधार हुआ है जैसे कि पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले कोक रेट (4 प्रतिशत), विस्फोटक भ_ी उत्पादन क्षमता (9 प्रतिशत) और विशिष्ट ऊर्जा खपत (1 प्रतिशत) में वृद्धि दर्ज की गई।वर्तमान वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी के प्रदर्शन पर बात करते हुए, सेल के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने कहा, "साल की शुरुआत कई अप्रत्याशित चुनौतियों से हुई जिसने पूरी दुनिया को परेशान किया। यह सहक्रियता को प्रोत्साहन देने, ऊर्जा को सही दिशा दिखाने और बाधाओं पर दृढ़ता के साथ विजय प्राप्त करके अपनी क्षमता साबित करने का समय था। सेल ने मिलकर ऐसा किया और कंपनी ने वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में परिचालन प्रदर्शन में सभी विषम परिस्थितियों को हराकर और सतत विकास प्रदर्शित कर लाभ दर्ज किया। कंपनी भविष्य में इसी तरह अच्छा प्रदर्शन करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में विश्व स्तरीय घरेलू इस्पात उत्पादक बने रहने के लिए सभी जरूर कदम उठाने के लिए तैयार है।"
- नयी दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी)उद्योग के संगठन नास्कॉम ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन की जीत का स्वागत किया है। नास्कॉम ने कहा है कि भारत का आईटी क्षेत्र अमेरिका की नयी सरकार के साथ मिलकर वहां प्रौद्योगिकी, कौशल और डिजिटल बदलाव के लिए काम करना चाहता है। अमेरिका भारत के आईटी क्षेत्र का सबसे बड़ा बाजार है। उद्योग के राजस्व में अमेरिकी बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा है। नास्कॉम ने ट्वीट किया, नास्कॉम निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडेन को उनकी जीत की बधाई देता है। हम बाइडेन प्रशासन के साथ अमेरिका में प्रौद्योगिकी, कौशल और डिजिटल बदलाव के लिए काम करने लेकर काफी इच्छुक हैं।'' नास्कॉम ने चालू वित्त वर्ष में आईटी क्षेत्र का राजस्व 7.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 191 अरब डॉलर रहने का अनुमान लगाया है। भारत की आईटी कंपनियों की निगाहों एच-1बी वीजा पर बाइडेन के रुख और नीतियों पर रहेगी। भारत के बड़ी संख्या में प्रौद्योगिकी पेशेवरों द्वारा इस वीजा का इस्तेमाल किया जाता है। इस साल जून में कोविड-19 महामारी के दौरान डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी सहित कई गैर-आव्रजक वीजा श्रेणियों में पेशेवरों के अमेरिका में प्रवेश पर साल के अंत तक रोक लगा दी थी। एच-1बी गैर-आव्रजक वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विशेषज्ञता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों की नियुक्ति की अनुमति देता है। इस वीजा के जरिये अमेरिकी कंपनियां हजारों की संख्या में भारत और चीन के पेशेवरों की नियुक्ति करती हैं। नास्कॉम ने कहा, उसकी सदस्य कंपनियों का अमेरिका में महत्वपूर्ण इतिहास है। वे अमेरिका में फॉर्चून-500 की करीब तीन-चौथाई कंपनियों के साथ काम करती हैं।
- नयी दिल्ली। टाटा मोटर्स का लक्ष्य घरेलू बाजार में स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी) का सबसे बड़ा पोर्टफोलियो बनाने का है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। उनका मानना है कि इससे कंपनी को यात्री वाहन बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी अभी एसयूवी खंड में नेक्सन और हैरियर जैसे मॉडलों की बिक्री करती है। कंपनी अपने उपभोक्ताओं के लिये बिक्री तथा इसके बाद की सेवाओं में व्यापक बदलाव की भी तैयारी कर रही है, ताकि खरीदारी का अनुभव पूरी तरह से बदल सके। टाटा मोटर्स के यात्री वाहन व्यवसाय के अध्यक्ष शैलेश चंद्र ने बताया, एसयूवी पर ध्यान देने का कदम बहुत स्पष्ट है। एसयूवी सेगमेंट की ओर न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी बदलाव हो रहा है। 2015 में घरेलू बाजार में एसयूवी की हिस्सेदारी केवल 15 प्रतिशत हुआ करती थी, लेकिन इस साल यह करीब 30 फीसदी है। इससे यह स्वाभाविक है कि जिसकी भी एसयूवी खंड में अधिक हिस्सेदारी होगी, उसी के पास बाजार की अधिक हिस्सेदारी भी होगी। अत: हमने कुछ समय पहले ही यह तय कर लिया था कि एसयूवी खंड में हमारा पोर्टफोलियो सबसे बड़ा होगा। उन्होंने कहा कि नेक्सन और हैरियर दोनों बिक्री के मामले में बाजार में अच्छा कर रहे हैं।
- -एनटीपीसी अपनी विविधीकरण की योजनाओं के साथ भविष्य के लिए अच्छी तरह तैयार हो रहा है- विद्युत मंत्री- एनटीपीसी ने उत्कृष्टता एवं अगुवाई के 45 साल पूरे करते हुए अपना 46वां स्थापना दिवस मनायानई दिल्ली। केन्द्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री आर. के. सिंह ने कहा, "एनटीपीसी अपनी विविधीकरण की योजनाओं के साथ भविष्य के लिए अच्छी तरह तैयार हो रहा है और एक जिम्मेदार औद्योगिक इकाई के रूप में, वह पर्यावरण के प्रति वचनबद्ध है। नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में क्षमता संवद्र्धन की दिशा में तेजी से बढ़ते कदम उसकी इस वचनबद्धता का सबूत है।"श्री सिंह शनिवार को एनटीपीसी के 46वें स्थापना दिवस के अवसर पर डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भारत के सबसे बड़े बिजली उत्पादक कंपनी के कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ वरिष्ठ प्रबंधन को संबोधित कर रहे थे। विद्युत मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम एनटीपीसी लिमिटेड को उसकी स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए श्री सिंह ने कहा, "महामारी के दौरान एनटीपीसी ने हमारे दैनिक जीवन में सस्ती बिजली के महत्व को मजबूत करते हुए देश को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की है।" उन्होंने आगे कहा, "एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है और अब उसे विश्व के सबसे बड़े बिजली उत्पादकों में से एक बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। कंपनी की चुस्ती बनी हुई है, जिसने उसे बीते कुछ सालों में मजबूत होकर उभरने में मदद की है।"इस अवसर पर बोलते हुए, भारत सरकार के विद्युत सचिव संजीव नंदन सहाय ने 45 साल की शानदार उत्कृष्टता के लिए एनटीपीसी को बधाई दी। श्री सहाय ने कहा, "मुझे एनटीपीसी को खुद को सुदृढ़ बनाते और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अपने निवेश के साथ आगे बढ़ते देखकर बेहद ख़ुशी हुई है।" उन्होंने एनटीपीसी द्वारा अपने बिजली संयंत्रों में 10 प्रतिशत से 20 प्रतिशत के बीच बायोमास के सह-प्रज्ज्वलन के जरिए डंठल जलाने के कारण उत्पन्न हुए प्रदूषण को कम करने के उसके प्रयासों की प्रशंसा की। श्री सहाय ने भविष्य के ईंधन के रूप में हाइड्रोजन के उपयोग पर जोर दिया और इस दिशा में एनटीपीसी के कमर कसने और भविष्य के लिए तैयार होने की सराहना की।इस अवसर पर, एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह ने कहा, "हम 1975 से एनटीपीसी के विकास में योगदान देने वाले सभी लोगों की सराहना और सम्मान करते हैं और वर्षों से इस कंपनी की सफलता के लिए एनटीपीसी परिवार को बधाई देते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, इस वित्तीय वर्ष में हमने अपने उत्पादन में 1784 मेगावाट की बढ़ोतरी की है और देश को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की है। हम 2025 तक एक लाख मेगावाट क्षमता के लक्ष्य को हासिल करने की योजना बना रहे हैं और नवीकरणीय ऊर्जा के वितरण और विस्तार के क्षेत्र में अपनी विविधीकरण योजनाओं के साथ अच्छी तरह से तैयार हैं।"इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी लारा की 800 मेगावाट की दूसरी इकाई के वाणिज्यिक संचालन की घोषणा की गयी।स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत इंजीनियरिंग ऑफिस कॉम्प्लेक्स (ईओसी), नोएडा में ध्वजारोहण कार्यक्रम के साथ हुई। कोविड की वजह से उत्पन्न अनिश्चितता के बीच, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश भर के विभिन्न स्थानों से एनटीपीसी के अधिकारियों ने इस समारोह में भाग लिया।एनटीपीसी के विभिन्न संयंत्रों को उत्पादकता, सुरक्षा, पर्यावरण के संरक्षण एवं सुधार, राजभाषा, सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाओं, सीएसआर एवं सामुदायिक विकास और परियोजना प्रबंधन के क्षेत्रों में स्वर्ण शक्ति पुरस्कार प्रदान किए गए।यह आयोजन एनटीपीसी से जुड़े सभी लोगों के लिए खास है क्योंकि देश को बिजली की कमी से बचाने के लिए इसके प्रत्येक कर्मचारी ने इस साल की शुरुआत में लॉकडाउन चरण के दौरान चौबीसों घंटे काम किया। लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर से बिजली के महत्वपूर्ण होने का तथ्य साबित हुआ, क्योंकि आपातकालीन सेवाओं के सुचारु संचालन के लिए इसकी बेहद जरूरत थी। इसके परिणामस्वरूप एनटीपीसी से अतिरिक्त बिजली की मांग हुई और इसने अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए लॉकडाउन के बावजूद चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति करके इस जिम्मेदारी को पूरा किया। इस संकट ने बिजली इंजीनियरों को एक नए नायक के रूप में उभरकर देश के हर नुक्कड़ को रोशनी प्रदान करते हुए देखा।
- -वेदांता समूह देश भर में आंगनबाडिय़ों को दे रहा अत्याधुनिक नंद घरों का स्वरूप।- 800 करोड़ रुपए के निवेश से 4 हजार नंद घर स्थापित करने की योजना।रायपुर। वेदांता समूह के सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित फ्लैगशिप परियोजना नंद घर के अंतर्गत दुर्ग जिले के पाटन में आज प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 101 नंद घरों का उद्घाटन किया।वेदांता समूह की इस महत्वपूर्ण परियोजना के अंतर्गत देश के विभिन्न राज्यों में पहले से संचालित आंगनबाडिय़ों को अत्याधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। वर्ष 2015 में नंद घर परियोजना की शुरूआत की गई जिसके अंतर्गत देश में पहले ही 1700 नंद घर प्रारंभ हो चुके हैं। पूरे देश में लगभग 800 करोड़ रुपए के निवेश से 4 हजार नंद घर स्थापित करने की योजना है। वेदांता समूह छत्तीसगढ़ के कोरबा में भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के जरिए राज्य और देश के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।वेदांता समूह और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से संचालित परियोजना का उद्देश्य भारत के ग्रामीण पिछड़े इलाकों को देश के विकास की मुख्यधारा से जोडऩा है। 13.7 लाख आंगनवाडिय़ों के 8.5 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाओं के जीवन को बदलने की दृष्टि वेदांता द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर संचालित परियोजना के अंतर्गत बाल स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार, बच्चों को मनोरंजनपूर्ण तरीके से शिक्षा प्रदान करने और जमीनी स्तर पर महिलाओं के सशक्तिरण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किए जा रहे हैं।वेदांता द्वारा सात राज्यों में नंद घर योजना संचालितवेदांता की नंद घर परियोजना सात राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में संचालित है। इस परियोजना का लक्ष्य 4 करोड़ समुदाय के सदस्यों के जीवन को लाभान्वित करना है। साथ ही लगभग 2 लाख बच्चों और 1.8 लाख महिलाओं को वार्षिक आधार पर लाभ पहुंचाना है।पाटन में नंद घरों के जरिए एक लाख जरूरतमंदों को लाभ मिलेगापाटन में संचालित 101 नंद घरों के जरिए समुदाय के लगभग एक लाख जरूरतमंद लाभान्वित होंगे। कोविड-19 के वर्तमान दौर में नंद घरों के जरिए बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उनके लिए मोबाइल एप के जरिए ई-लर्निंग विडियो की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। शासकीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं की मदद से गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जा रही है। आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जरूरतमंदों तक सूखा पौष्टिक आहार आपूर्ति किए जाने की योजना है। कोरोना पर पूर्ण नियंत्रण के पश्चात केंद्रों में महिलाओं के लिए कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यशालाएं भी संचालित की जाएंगी।मुख्यमंत्री ने वेदांता समूह के योगदान को सराहापाटन में नंद घरों के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सामुदायिक विकास के क्षेत्र में वेदांता समूह के कार्य उत्कृष्ट हैं। उन्होंने महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में संचालित देशव्यापी अभियान को प्रशंसनीय बताया। नंद घर परियोजना के अनेक आयामों से परिचित होकर श्री बघेल ने विश्वास जताया कि इससे निश्चित ही लक्षित नागरिकों के लिए विकास के नए अवसर बनेंगे। उन्होंने समारोह में उपस्थित ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि वे परियोजना से भरपूर लाभ उठाएं।आधुनिक नंद घर परिवर्तन के उत्प्रेरक होंगे-वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवालवेदांता समूह के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा है कि नंद घरों के जरिए देश के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिल रही है। यह परियोजना बाल कुपोषण के उन्मूलन, शिक्षा और स्वास्थ्य की उपलब्धता, ग्रामीण महिलाओं के कौशल उन्नयन और सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा पाटन में नंद घरों के उद्घाटन पर प्रसन्नता जताई। श्री अग्रवाल ने विश्वास जताया कि आधुनिक नंद घर परिवर्तन के उत्प्रेरक होंगे जो ग्रामीण परिदृश्य को बदलकर आत्मनिर्भर समुदाय तथा महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाएंगे।वेदांता समूह की यह परियोजना भविष्य में अनेक नई उपलब्धियां हासिल करेगी-अभिजीत पतिबालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने अपने संदेश में कहा है कि वेदांता समूह के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल के नेतृत्व और दर्शन के अनुरूप सामुदायिक विकास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश किए गए हैं जिसका लाभ जरूरतमंदों को मिल रहा है। समूह की नंद घर परियोजना से ग्रामीण बच्चे और महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। परियोजना के जरिए मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में बेहतरीन सुविधाएं दी जा रही हैं। समुदाय के चहुंमुखी विकास के लिए कटिबद्ध एवं निरंतर योगदान कर रही वेदांता समूह की यह परियोजना भविष्य में निश्चित ही अनेक नई उपलब्धियां हासिल करेगी।उद्घाटन समारोह में नंद घर परियोजना के कंस्ट्रशन प्रमुख श्री आनंद गुप्ता और बालको के सिक्योरिटी एवं प्रशासन प्रमुख श्री अवतार सिंह सहित अनेक बालको अधिकारी मौजूद थे।नंद घर में उपलब्ध सुविधाओं पर एक नजरवेदांता समूह द्वारा निर्मित नंद घरों में ई-लर्निंग के माध्यम से तीन से छह वर्ष के बच्चों को स्कूल-पूर्व की शिक्षा दी जाती है। बच्चों के लिए स्मार्ट किट उपलब्ध कराए जाते हैं। ई-लर्निंग के लिए टेलीविजन लगाए जाते हैं। सतत ऊर्जा आपूर्ति के लिए सोलर पैनल, पेयजल, स्वच्छ शौचालय आदि की व्यवस्था की जाती है। बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को ताजा पोषक आहार दिया जाता है। महिला सशक्तिकरण के लिए कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। उद्यमिता विकास के लिए महिलाओं को क्रेडिट लिंकेज की सुविधा दी जाती है।
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नई दिल्ली। देश में एक जनवरी 2021 से सभी चार पहिया वाहनों के लिए फास्टैग अनिवार्य होगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी। इसमें एक दिसंबर 2017 से पहले बेचे गए एम और एन श्रेणी के मोटर वाहन (चार पहिया) के लिए फास्टैग अनिवार्य किया गया है। इसके लिए केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम-1989 में संशोधन किया गया है। पहले एक दिसंबर 2017 के बाद पंजीकृत होने वाले सभी नए चार पहिया वाहनों के लिए फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया था। इसके अलावा राष्ट्रीय परमिट वाहनों के लिए भी एक अक्टूबर 2019 से फास्टैग चिपकाना अनिवार्य किया जा चुका है। इसी के साथ फॉर्म-51 (बीमा प्रमाण पत्र) में संशोधन कर नया तृतीय पक्ष बीमा लेते समय वैध फास्टैग होना अनिवार्य कर दिया गया है। बीमा प्रमाणपत्र में संशोधन का यह नया नियम एक अप्रैल 2021 से प्रभावी होगा। देशभर में टोल बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक तरीके से चुंगी कर एकत्रित करने के लिए फास्टैग की व्यवस्था लायी गयी है।
- नयी दिल्ली । टाटा मोटर्स ने अपनी हैचबैक एल्ट्रॉज का नया संस्करण पेश किया है। कंपनी ने शनिवार को कहा कि दिल्ली के शोरूम में इसकी कीमत 6.6 लाख रुपये है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इसके पेट्रोल इंजन मॉडल ‘एक्सएमप्लस' में कई नए फीचर दिए गए हैं। इसमें एप्पल कारप्ले और एंड्राइड ऑटो कनेक्टिविटी के लिए 17.78 सेंटीमीटर की टचस्क्रीन है। यह ग्राहक को यात्रा के दौरान मनोरंजन की सुविधा देगा। इसी के साथ कार के स्टीयरिंग व्हील पर कई सारे नियंत्रण बटन, वॉयस अलर्ट, वॉयस के माध्यम से आदेश, रिमोट वाली चाबी इत्यादि सुविधाएं भी हैं। कंपनी के यात्री वाहन कारोबार इकाई के विपणन प्रमुख विवेक श्रीवत्स ने कहा, हमें एक्सएमप्लस संस्करण के ग्राहकों के बीच एल्ट्रॉज के प्रति रूझान बढ़ाने पर भरोसा है। एल्ट्रॉज को कंपनी ने जनवरी 2020 में पेश किया था। इसे वैश्विक स्तर पर कार सुरक्षा के मामले में पांच सितारा रेटिंग हासिल है।
- नयी दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ‘छठे अबू धाबी सीईओ गोलमेज सम्मेलन' में शामिल होंगे। इस दौरान वे तेल, गैस एवं पेट्रो रसायन क्षेत्र के 30 से अधिक वैश्विक नेताओं के साथ कोविड-19 के बाद आर्थिक सुधार को लेकर चर्चा करेंगे। अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडनॉक) ने शनिवार को एक बयान में कहा कि 11 नवंबर को तेल, गैस और पेट्रो रसायन क्षेत्र के वैश्विक नेता उद्योग के सामने पेश आ रही दिक्कतों पर चर्चा करेंगे। साथ ही तेल एवं गैस कंपनियां कोविड-19 से उपजे हालात में कैसे लचीला रुख बना रही हैं और ऊर्जा क्षेत्र में आ रहे बदलाव में उनकी भूमिका पर भी बातचीत होगी। अंबानी और वैद्य के अलावा इस सम्मेलन में टोटल के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पैट्रिक पॉयने, एक्सॉनमोबिल के चेयरमैन और सीईओ डेरेन वुड्स, बीपी के सीईओ बर्नार्ड लूनी, एनी के सीईओ क्लाउडियो डेसकाल्जी, इंपेक्स के अध्यक्ष एवं सीईओ ताकायुकी उएडा और चाइना नेशनल पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के चेयरमैन दाई हाऊलियांग इत्यादि शामिल होंगे। बयान के मुताबिक यह गोलमेज सम्मेलन कोविड-19 के बाद आर्थिक सुधार और ऊर्जा बाजार की गतिशीलता एवं दृष्टिकोण में आ रहे बदलावों पर उच्च स्तरीय संवाद का मंच उपलब्ध कराएगा। संयुक्त अरब अमीरात के उद्योग एवं आधुनिक प्रौद्योगिकी मंत्री और एडनॉक के समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुल्तान अहमद अल जबर ने इसके लिए दुनिया भर की बड़ी तेल, गैस एवं पेट्रोरसायन कंपनियों के वरिष्ठ कार्यकारियों को न्यौता भेजा है। यह सम्मेलन वर्चुअल माध्यम से आयोजित होगा।
- नयी दिल्ली। ईयरफोन बनाने वाले अमेरिकी ब्रांड स्कलकैंडी ने दिवाली के त्यौहारी मौसम में नए वायरलैस ईयरबड ‘स्पोक' पेश किए हैं। इन्हें एक बार चार्ज करने के बाद 14 घंटे तक उपयोग किया जा सकता है। कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ब्लूटूथ प्रौद्योगिकी से चलने वाले इन ईयरबड में कॉल एवं आवाज नियंत्रण करने का फीचर है। साथ ही कॉल स्वीकार करने के लिए दोहरे माइक्रोफोन और खुद से ऑन-ऑफ होने की सुविधा भी दी गयी है। भारत में स्कलकैंडी की आधिकारिक वितरक कंपनी आईस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमलान भट्टाचार्य ने कहा, आईपीएक्स-4 रेटिंग वाले ये ईयरबड पसीना और पानी रोधी हैं। कंपनी ने कहा कि यह पांच नवंबर से ऑनलाइन खरीद के लिए उपलब्ध हैं। इसकी कीमत 7,999 रुपये है। हालांकि दिवाली के त्यौहारी मौसम पर सीमित अवधि के लिए कंपनी ने इसका मूल्य 2,999 रूपये रखा है।
- नई दिल्ली। 11 लाख से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों ने अब तक उद्यम पंजीकरण की नई प्रणाली के तहत अपना पंजीकरण कराया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने इस वर्ष 1 जुलाई से इन उद्यमों की परिभाषा और पंजीकरण की प्रक्रिया में परिवर्तन किया था।मंत्रालय ने कहा है कि अब तक पंजीकृत उद्यमों में से 7 लाख 98 हजार उद्यमों का मालिकाना हक़ पुरुषों के पास है जबकि एक लाख 73 हजार का मालिकाना हक़ महिलाओं के पास है। 3 लाख 72 हजार उद्यमों ने उत्पादन श्रेणी के अंतर्गत पंजीकरण कराया है जबकि 6 लाख 71 हजार उद्यम सेवा क्षेत्र के अंतर्गत पंजीकृत हुए है। 11 हजार से अधिक उद्यमों का मालिकाना हक़ दिव्यांगों के पास है।
- नयी दिल्ली। ब्रिटेन की इलेक्ट्रिक बाइक कंपनी गोज़ीरो मोबिलिटी ने भारतीय बाजार में अपनी वाहन श्रृंखला पेश की। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इन ई-वाहनों की डिजाइनिंग ब्रिटेन में जबकि विनिर्माण भारत में किया गया है। स्केलिंग और स्केलिंग प्रो की ऑनलाइन बुकिंग आठ नवंबर से शुरू होगी। साथ ही यह दोनों संस्करण ऑफलाइन बाजार में भी उपलब्ध होंगे। अमेजन पर ऑर्डर की बुकिंग 12 नवंबर से की जा सकेगी। जबकि स्केलिंग लाइट को कंपनी की वेबसाइट याइ ई-वाणिज्य मंच पर खरीदा जा सकेगा। इस श्रृंखला के उत्पादों की आपूर्ति 25 नवंबर से शुरू होगी। इस बारे में गोज़ीरो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंकित कुमार ने कहा, ‘‘महामारी ने लोगों को जागरूक किया है और लोगों को स्वास्थ्य को गंभीरता से लेने की आवश्यकता को लिए प्रेरित किया है। हमने वैश्विक स्तर पर ई-बाइक की बिक्री में अचानक वृद्धि देखी है। गोज़ीरो का मुख्य उद्देश्य लगातार असाधारण उत्पादों को विकसित करना और लोगों के लिए एक जीवंत जीवन शैली अपनाने में सहायक बनना है।'' इसी के साथ कंपनी ने एक्टिव वियर श्रेणी में ‘मेक फिट' श्रृंखला भी पेश की है। इस श्रृंखला के कपड़ों की ऑनलाइन खरीद 10 नवंबर से की जा सकेगी। जबकि इसकी डिलिवरी 20 नवंबर से शुरू होगी।कंपनी ने तीन मॉडल स्केलिंग, स्केलिंग लाइट और स्केलिंग प्रो पेश किए हैं। इनकी कीमत क्रमश: 19,999 रुपये, 24,999 रुपये और 34,999 रुपये है।
- नई दिल्ली। व्हाट्सऐप ने कहा कि उसने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) से अनुमति पाने के बाद भारत में अपनी भुगतान सेवाओं की शुरुआत की है।फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने 2018 में भारत में अपनी यूपीआई आधारित भुगतान सेवा का परीक्षण शुरू किया था, जो उपयोगकर्ताओं को धनराशि भेजने और पाने के लिए मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करने की अनुमति देती है। यह परीक्षण करीब 10 लाख उपयोगकर्ताओं के बीच किया गया, क्योंकि इसके लिए नियामक मंजूरियों का इंतजार था।एनपीसीआई ने गुरुवार को व्हाट्सऐप को देश में क्रमिक रूप से भुगतान सेवा शुरू करने की अनुमति दी, और शुरुआत में यूपीआई में पंजीकृत अधिकतम दो करोड़ उपयोगकर्ताओं को यह सेवा दी जाएगी। व्हाट्सऐप ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, आज से, पूरे भारत में लोग व्हाट्सऐप के जरिए धन भेज पाएंगे। भुगतान के इस सुरक्षित तरीके में धन भेजना इतना ही आसान है, जितना कोई संदेश भेजना। लोग नकद लेनदेन या बैंक जाए बिना सुरक्षित रूप से परिवार के किसी सदस्य को धन भेज सकते हैं या सामान का मूल्य चुका सकते हैं। इसमें लिखा गया है कि भुगतान सुविधा को यूपीआई का इस्तेमाल कर एनपीसीआई के साथ साझेदारी में तैयार किया गया है, जो एक तत्काल भुगतान प्रणाली है और 160 से अधिक समर्थित बैंकों के साथ लेनदेन को सक्षम बनाता है। इस साल जून में व्हाट्सऐप ने ब्राजील म व्हाट्सएप पे की शुरुआत की थी, जो इस तरह की पहली सेवा थी। भारत में व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं और भारत उसका सबसे बड़ा बाजार है। कंपनी को अपनी नई पेशकश के साथ पेटीएम, गूगल पे, वालमार्ट के स्वामित्व वाले फोनपे और अमेजन पे जैसे बड़े खिलाडिय़ों से मुकाबला करना होगा।
- नई दिल्ली। सरकार ने प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पंजीकरण और अनुपालन की जरूरतों सहित ज्यादातर आवश्यकताएं हटा दी हैं। इससे कंपनियों को स्थाई रूप से वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम करने की सुविधा प्राप्त होगी।दूरसंचार विभाग ने अन्य सेवा प्रदाताओं-ओएसपी के लिए पंजीकरण कराने की जरूरत खत्म कर दी है और डाटा संबंधित कामों में लगी बीपीओ कंपनियों को ओएसपी नियमों के दायरे से अलग कर दिया है।आई.पी. के लिए बैंक गारंटी जमा करने, दायित्वों के बारे में बार-बार जानकारी देने, नेटवर्क डायग्राम का प्रकाशन करने, जुर्माने का प्रावधान करने सहित कई जरूरतें हटा दी गई है। इसी तरह वर्क फ्रॉम होम और वर्क फ्रॉम एनीव्हेयर का पालन करने वाली कंपनियों के कामों में बाधक कई अन्य नियम भी हटा दिये गए हैं।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार कारोबारी सुगमता और भारत को प्रौद्योगिकी का प्रमुख केन्द्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि केन्द्र सरकार ने दूरसंचार विभाग के अन्य सेवा प्रदाता संबंधी दिशा-निर्देशों को काफी आसान बना दिया है। उन्होंने कहा कि इससे बी.पी.ओ. उद्योग की अनुपालन बाध्यताएं काफी हद तक कम हो जाएंगी। इलेक्ट्रोनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि इससे आई.टी., आई.टी.ई.एस., बी.पी.ओ. उद्योग में तेजी आएगी और भारत में वर्क फ्रॉम होम के लिए अनुकूल वातावरण तैयार होगा।---
- निफ्टी 12,100 अंक के पारमुंबई। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बावजूद वैश्विक बाजारों के मजबूत रुख से बृहस्पतिवार को सेसेंक्स 724 अंक की छलांग के साथ अपने करीब नौ माह के उच्चस्तर पर पहुंच गया। यह लगातार चौथा कारोबारी सत्र है जब बाजार लाभ के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के रुख के साथ खुलने के बाद दिनभर सकारात्मक दायरे में रहा। अंत में यह 724.02 अंक या 1.78 प्रतिशत की बढ़त के साथ 41,340.16 अंक पर बंद हुआ। इस साल फरवरी मध्य के बाद सेंसेक्स पहली बार 41,000 अंक से ऊपर बंद हुआ है। सेंसेक्स ने 2020 के कैलेंडर साल में हुए समूचे नुकसान की भरपाई कर ली है। एक जनवरी, 2020 को सेंसेक्स 41,306.02 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 211.80 अंक या 1.78 प्रतिशत के लाभ के साथ 12,120.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के सभी शेयर लाभ में रहे। एसबीआई में सबसे अधिक 5.63 प्रतिशत का लाभ रहा। टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स और टाइटन के शेयर भी 5.34 प्रतिशत तक चढ़ गए।
- मुंबई। रिजर्व बैंक ने बुधवार को कहा कि उसने निर्देशों का अनुपालन नहीं करने पर सहकारी क्षेत्र के दो बैंकों पर 15 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। रिजर्व बैंक ने एक वक्तव्य में यह जानकारी देते हुये कहा कि कर्नाटक के देवांगिर स्थित मिलाठ को-अपरेटिव बैंक पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। केन्द्रीय बैंक द्वारा बैंक को दिये गये निर्देश का पालन नहीं करने पर यह जुर्माना लगाया गया। एक अन्य वक्तव्य में रिजर्व बैंक ने कहा कि तमिल नाडु के तुतीकुडी स्थित तिरुवईकुतम को-आपरेटिव अर्बन बैंक लिमिटेड पर उसके निर्देशों का पालन नहीं करने को लेकर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। बैंक को निदेशकों को कर्ज और अग्रिम देने से रोका गया था। वक्तव्य में कहा गया है कि दोनों ही मामलों में जुर्माना नियामकीय अनुपालन में खामी के चलते लगाया गया है।
- नई दिल्ली। टीवीएस मोटर कंपनी ने अपनी बाइक अपाचे आरटीआर 200 4वी का नया संस्करण पेश किया है, जिसकी शो रूम कीमत 1.31 लाख रुपये है।कंपनी ने एक बयान में बताया कि 200 सीसी बाइक तीन संस्करणों - स्पोर्ट, अर्बन और रेन, में आती है। टीवीएस मोटर कंपनी के विपणन प्रमुख (प्रीमियम मोटरसाइकल) मेघश्याम दिघोले ने कहा कि अपाचे सीरीज 2005 में पहली बार बाजार में आने के बाद से ग्राहकों को तकनीकी कौशल मुहैया कराने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।----
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की कुल बिक्री अक्टूबर 2020 में 21 प्रतिशत बढ़कर 13.41 लाख टन रही। पिछले साल के इसी महीने में यह 11.13 लाख टन थी। कंपनी ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि यह किसी भी अक्टूबर माह में उसकी सर्वाधिक बिक्री है। इस दौरान कंपनी का कच्चा इस्पात और बिक्री योग्य इस्पात दोनों का उत्पादन सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़ा। ये क्रमश: 14.46 लाख टन और 13.47 लाख टन रहा। इस बारे में सेल के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने कहा, “कंपनी जून महीने से ही लगातार बेहतर बिक्री कर रही है। कंपनी अपनी वृद्धि की इस गति को जारी रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है।'' उन्होंने कहा कि कंपनी अपने उत्पादन को कोविड-19 से पूर्व के स्तर से भी अधिक स्तर पर लगातार बढ़ाने में जुटी हुई है। सेल, इस्पात मंत्रालय के तहत आती है। यह देश की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक है।
- नयी दिल्ली । रेलटेल ने वित्त वर्ष 2019-20 में 1,166 करोड़ रुपये की अपनी सर्वाधिक एकीकृत आय दर्ज की है। सार्वजनिक क्षेत्र की रेलटेल ने अपनी 20वीं सालाना आम बैठक में यह घोषणा की। कंपनी की सालाना आम बैठक 28 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित हुई। कंपनी की एकीकृत आय में यह पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की 1,038.26 करोड़ रुपये की तुलना में 12.3 प्रतिशत की वृद्धि है। रेलटेल ने बुधवार को एक बयान में कहा कि 2019-20 में उसका कर पूर्व लाभ 184.76 करोड़ रुपये रहा। जबकि इस दौरान एकीकृत आधार पर उसका शुद्ध लाभ 141.06 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी ने कुल 68.06 करोड़ रुपये का लाभांश दिया है। इसमें कंपनी का 20 करोड़ रुपये का अंतरिम लाभांश भी शामिल है। रेलटेल का गठन वर्ष 2000 किया गया था। इसे ट्रेन नियंत्रण, परिचालन और सुरक्षा के लिए अपनाई जाने वाली मौजूदा दूरसंचार प्रणाली को आधुनिक बनाने का काम सौंपा गया था। साथ ही अतिरिक्त राजस्व कमाने के लिए देशव्यापी ब्रॉडबैंड एवं मल्टीमीडिया नेटवर्क बनाने का भी काम दिया गया। कंपनी को रेलवे ट्रैक के साथ-साथ ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम भी दिया गया। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पुनीत चावला ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने ना केवल विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार को सुरक्षित परिचालन के लिए प्रौद्योगिकी आधारित मंच अपनाने के लिए बाध्य किया बल्कि डिजिटलीकरण को भी बढ़ावा दिया।
- मुंबई। टाइटन कंपनी ने देश के बाहर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय तनिष्क स्टोर दुबई में शुरू किया। कंपनी ने मंगलवार को कहा कि यह उसकी भारत के बाहर विस्तार की योजनाओं का हिस्सा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक सी. के. वेंकटरमन ने एक बयान में कहा, यह कंपनी के लिए एक मील का पत्थर हैं। हम दुबई में तनिष्क ब्रांड को लाकर उत्साहित हैं।'' इस स्टोर का उद्घाटन भारत के लिए संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अहमद अल्बाना और दुबई और उत्तरी अमीरात के लिए भारत के महावाणिज्य दूत अमन पुरी ने किया।