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- आरडीएसओ ने जेएसपीएल निर्मित हाई-एक्सल लोड एप्लिकेशन और हाई-स्पीड ट्रेन के लिए उपयुक्त 60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) रेल को दी मंजूरीकंपनी की 1080 एचएच रेल और 880 ग्रेड रेल को पहले ही रेलवे में नियमित उपयोग के लिए मिल चुकी है मंजूरीकई मेट्रो परियोजनाओं और हाई-स्पीड कॉरिडोर के लिए 1080 हेड हार्डेंड रेल की हो रही है आपूर्तिरायपुर। जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) ने रेल के एक और नए ग्रेड का विकास किया है। रेलवे बोर्ड की अधीनस्थ “द रिसर्च डिजायंस एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गेनाइजेशन” (आरडीएसओ) ने हाई-स्पीड और हाई-एक्सल लोड एप्लिकेशन के लिए जेएसपीएल द्वारा विकसित रेल के इस ग्रेड को अपनी मंजूरी दे दी है।यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जेएसपीएल 60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) रेल को तीव्र गति और हाई-एक्सल लोड प्रयोगों के लिए सफलतापूर्वक विकसित करने वाली पहली और एकमात्र भारतीय कंपनी है। भारतीय रेलवे ने अनुमान लगाया है कि उसे प्रति वर्ष इस ग्रेड की लगभग 1.8 लाख मेट्रिक टन रेल की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि उसने अपनी सेवाओं को और चुस्त-दुरुस्त एवं सुरक्षित बनाने की कवायद तेज कर दी है। भारतीय रेलवे अपने ट्रैक सिस्टम को अपग्रेड कर रही है ताकि 25 टन एक्सल लोड के साथ 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ाई जा सकें।जेएसपीएल के प्रबंध निदेशक वी.आर. शर्मा ने कहा, "पहले देश में स्पेशल रेलों का आयात किया जा रहा था लेकिन आत्मनिर्भर भारत के सपनों के अनुरूप हम रेलवे और मेट्रो रेल कॉरपोरेशंस की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए देश में ही स्पेशल रेल निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। 60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) का इस्तेमाल डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और बुलेट ट्रेन समेत हाई-एक्सल लोड एप्लिकेशन में किया जाएगा।"श्री शर्मा ने कहा कि रेलवे बोर्ड/आरडीएसओ के आकलन के अनुसार जेएसपीएल की क्षमता प्रतिवर्ष 3.24 लाख टन 60ई1 1175 एचटी ग्रेड रेल उत्पादन की है जो मौजूदा स्थितियों में भारतीय रेलवे, मेट्रो रेल कॉरपोरेशंस, हाई-स्पीड कॉरिडोर की आवश्यकताओं को देखते हुए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि जेएसपीएल बांग्लादेश, श्रीलंका और अफ्रीका के अनेक देशों को रेल की आपूर्ति कर रही है। इसी तरह फ्रांस और यूरोपीय रेलवे को नियमित रूप से विशेष रेल ब्लूम का निर्यात किया जा रहा है। इसके साथ ही जेएसपीएल विश्व स्तर की रेल उत्पादक कंपनी के रूप में स्थापित हो गई है, जो हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है।60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) रेल 1080 हेड हार्डेंड रेल की ही बेहतरीन ग्रेड है, जिसे आरडीएसओ ने पहले ही मंजूरी दे दी है और जिनका इस्तेमाल मेट्रो रेल कॉरपोरेशंस, हाई-स्पीड कॉरिडोर और बुलेट ट्रेन के लिए हो रहा है। कोलकाता मेट्रो रेल परियोजना और पुणे मेट्रो में इस रेल का इस्तेमाल हो रहा है। ये रेल प्रोफाइल और केमिस्ट्री के लिहाज से यूरोप की आर350एचटी ग्रेड के समान है हालांकि इसे अपेक्षाकृत अधिक कठिन गुणवत्ता जांच से गुजरना पड़ा है।सितंबर में जेएसपीएल ने यूआईसी 60 किग्रा 880 ग्रेड प्राइम (क्लास-ए) रेल विकसित करने की जानकारी दी थी। इसे अपनी परियोजनाओं के लिए रेलवे ने नियमित आपूर्तिकर्ता का दर्जा प्रदान कर दिया है। जेएसपीएल अपने रायगढ़ स्थित प्लांट में रेल का उत्पादन करती है।
- मुंबई। विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने मंगलवार को 62 नई उड़ानें शुरू करने की घोषणा की, जिसमें दिल्ली और अहमदाबाद से मस्कट के लिए चार अंतरराष्ट्रीय सेवाएं शामिल हैं। ओमान के साथ हुए एक समझौते के तहत मस्कट के लिए उड़ानें गुरुवार से शुरू होंगी। स्पाइसजेट ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 58 घरेलू उड़ानों में दिल्ली-कांडला-दिल्ली, अहमदाबाद-गोवा-अहमदाबाद, गोवा-हैदराबाद-गोवा, मुंबई-गुवाहाटी-मुंबई, अहमदाबाद-कोलकाता-अहमदाबाद, दिल्ली-दुर्गापुर-दिल्ली, हैदराबाद-मुंबई-हैदराबाद, कोच्चि-कोलकाता-कोच्चि, पुणे-चेन्नई-पुणे, मदुरै-दिल्ली-मदुरै और मैंगलोर-दिल्ली-मैंगलोर की उड़ानें शामिल हैं। कंपनी ने बताया कि इन उड़ानों को बोइंग 737 और बॉम्बार्डियर क्यू400 विमानों के जरिए संचालित किया जाएगा। स्पाइसजेट की मुख्य वाणिज्य अधिकारी शिल्पा भाटिया ने कहा, ‘‘जैसा कि हम धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में वापस आ रहे हैं और मांग में लगातार सुधार हो रहा है, हमें अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर 62 नई उड़ानें शुरू करने की खुशी है।
- नई दिल्ली। वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारामन ने रविवार को कहा कि केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का पूंजीगत व्यय आर्थिक वृद्धि का महत्वपूर्ण संचालक है और इसे वित्त वर्षों 2020-21 और 2021-22 में बढ़ाने की जरूरत है। वे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा कोयला मंत्रालय के सचिवों और 14 केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अध्यक्षों और प्रबंध निदेशकों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित कर रही थीं।श्रीमती सीतारामन ने इस इस दौरान मौजूदा वित्त वर्ष में केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के पूंजीगत व्यय की समीक्षा की। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ चल रही वित्त मंत्री की बैठकों में आज यह चौथी बैठक थी। केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का 2020-21 के लिए पूंजीगत व्यय का लक्ष्य एक लाख 15 हजार नौ सौ 93 करोड़ रुपये है।सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कार्य निष्पादन की समीक्षा करते हुए वित्त मंत्री ने सचिवों से उपक्रमों के कार्य निष्पादन पर निगरानी रखने को कहा, ताकि वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही के अंत तक 75 प्रतिशत तक पूंजीगत व्यय सुनिश्चित हो सके। श्रीमती सीतारामन ने कहा कि केन्द्रीय पूंजीगत व्यय के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशकों तथा संबंधित मंत्रालयों के सचिवों के बीच और अधिक समन्वित प्रयासों की जरूरत है।देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में सार्वजनिक उपक्रमों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए वित्त मंत्री ने उपक्रमों को अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए बेहतर कार्य निष्पादन के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उपक्रमों से यह सुनिश्चित करने केा कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पूंजीगत व्यय पर्याप्त रूप से और समय पर खर्च हो। वित्त मंत्री ने कहा कि उपक्रमों के बेहतर कार्य निष्पादन से अर्थव्यवस्था को कोविड-19 के असर से उबरने में बल मिलेगा। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के पूंजीगत व्यय की समीक्षा आर्थिक मामलों और सार्वजनिक उपक्रमों के विभाग द्वारा संयुक्त रूप से की जाती है।
- नई दिल्ली। देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख और देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने कहा है कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विनिर्माण पर जोर देना होगा।उदारवाद से पहले के दौर का जिक्र करते हुए अंबानी ने कहा, एक समय ऐसा भी था जब देश की सरकार ने रिलायंस पर उसकी लाइसेंस क्षमता से ज्यादा उत्पादन करने के लिए जुर्माना लगाया था। लेकिन 1991 के आर्थिक सुधारों के बाद से भारत विनिर्माण बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन दे रहा है। उन्होंने कहा, आज हम जो कुछ भी करते हैं वह सब अधिक से अधिक उत्पादन करने से जुडा है। यह दिखाता है कि हमारी सोच में कितना अंतर आया है। श्री अंबानी ने कहा जिस तरह से हमारे पास प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्टार्टअप हैं। मेरा मानना है कि अब भारत लघु और मध्यम उद्योगों को समर्थन देने के लिए पूरी तरह तैयार है। अब हमें इस क्षेत्र में असली स्टार्टअप की जरूरत है। उन्होंने कहा, अभी तक हमने जितना ज्यादा क्लिक (प्रौद्योगिकी या ऑनलाइन स्टार्टअप) के बारे में सोचा है अब उतना ही हमें 'ब्रिक (विनिर्माण कारखाना स्टार्टअप) के बारे में दिमाग लगाने की जरूरत है। वे एन. के. सिंह की किताब पोट्रेट्स ऑफ पावर के विमोचन पर बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि उनके पिता धीरूभाई अंबानी ने बहुत पहले एक सवाल पूछा था कि क्या कभी भारतीय एक-दूसरे से पोस्टकार्ड से भी कम कीमत पर बात कर पाएंगे? जियो उनके इसी प्रश्न का उत्तर है। अंबानी ने कहा, मेरे पिता एक विद्यालय के मास्टर के बेटे थे जो 1960 में 1,000 रुपये के साथ भारतीय स्वप्न लेकर मुंबई आए। साथ लाए एक भरोसा कि यदि आप भविष्य के किसी कारोबार और प्रतिभा में निवेश करते हैं तो हम खुद का भारतीय स्वप्न बना सकते हैं। इसी भरोसे के साथ हमने दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में एक को बनाया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ऊर्जा, कपड़ा, दूरसंचार और खुदरा उद्योग में काम करती है। धीरूभाई की स्थापित रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी आज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है। मुकेश अंबानी ने कहा, 90 के दशक के सुधार होने तक हमें हर 10 हजार- 20 हजार या 30 हजार टन पॉलिएस्टर उत्पादन क्षमता के लिए संघर्ष करना पड़ता था। और अब हम दुनिया के दो सबसे बड़े पॉलिएस्टर विनिर्माता में से एक हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान भी हम बिल्कुल संक्षिप्त उपलब्ध समय में निजी सुरक्षा किट (पीपीई) बनाने में सक्षम रहे।
- नयी दिल्ली। बहुमूल्य धातुओं की वैश्विक कीमतों में तेजी आने के बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 182 रुपये की तेजी दर्शाता 51,740 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी है। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 51,558 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 805 रुपये की मजबूती के साथ 63,714 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले दिन बंद भाव 62,909 रुपये था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ दर्शाता 1,909 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी मामूली लाभ के साथ 24.64 डॉलर प्रति औंस हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी) तपन पटेल ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और अमेरिकी प्रोत्साहन पैकेज को लेकर मौजूदा बाजार अनिश्चवितताओं के कारण सोने की कीमतों में तेजी रही। दिन के कारोबार में डॉलर के कमजोर होने से भी सोने में लिवाली बढ़ गई।'' मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के उपाध्यक्ष (जिंस बाजार अनुसंधान) विनीत दमानी का कहना है कि वैश्विक बाजार में सोना अभी 1885-1920 डालर प्रति औंस और भारतीय बाजार में 50,300-50820 रुपये प्रति दस ग्राम के दायरे में घट बढ़ सकता है।
- पुरस्कार समारोह में मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने की भागीदारीकोरबा की सामाजिक एवं आर्थिक प्रगति में बालको का योगदान महत्वपूर्ण : श्री पतिबालकोनगर। विश्वस्तरीय प्रबंधन, उच्च गुणवत्ता के एल्यूमिनियम उत्पादन, ग्राहक संतुष्टि, नवाचार, सामुदायिक विकास आदि के लिए बालको ने बेस्ट ब्रांड्स 2020 का खिताब जीता। इकोनॉमिक टाइम्स की ओर से आयोजित वर्चुअल पुरस्कार समारोह में बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने भागीदारी की। चुनौतीपूर्ण व्यावसायिक माहौल में उद्योग के बेहतरीन प्रचालन और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुरूप उत्पादन के विभिन्न मानदंडों पर खरा उतरने के लिए यह सम्मान बालको को दिया गया। श्री पति ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय स्तर का सम्मान मिलने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने सम्मान का श्रेय बालको के स्टेकहोल्डरों को दिया। श्री पति ने कहा कि एल्यूमिनियम भविष्य की धातु है जिसका उपयोग विभिन्न उद्योगों में किया जाता है। बालको में वेदांता लिमिटेड की अंशधारिता 51 फीसदी है। 49 प्रतिशत अंशधारिता भारत सरकार की है। प्रति वर्ष 5 लाख 70 हजार टन गर्म धातु का उत्पादन अत्याधुनिक स्मेल्टरों में किया जाता है।श्री पति ने कहा कि कोरबा की सामाजिक एवं आर्थिक प्रगति में बालको का योगदान महत्वपूर्ण है। बालको से प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रुप से जुड़े देश भर के नागरिक उद्योग के जरिए राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे रह हैं। स्थानीय स्तर पर ही 5000 से अधिक व्यवसाय बालको की प्रगति से जुड़े हैं। साढ़े पांच दशकों में बालको की भागीदारी से लोगों के जीवन स्तर में सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं।श्री पति ने कहा कि एल्यूमिनियम उत्पादन, नवाचार एवं प्रबंधन के क्षेत्र में बालको ने वैश्विक स्तर पर अपनी साख बनाई है। प्रचालन क्षेत्र से लगे गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, महिला सशक्तिकरण, आधारभूत संरचना विकास की परियोजनाओं से जरूरतमंदों को विकास की मुख्यधारा से जुडऩे में मदद मिल रही है। विकास की अनेक परियोजनाओं ने डेढ़ लाख से अधिक नागरिकों के जीवन को छूआ है। वैश्विक महामारी कोरोना के चुनौतीपूर्ण समय में बालको ने जिला प्रशासन और स्थानीय जन प्रतिनिधियों के समन्वयन में जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई।औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में अनेक कार्यक्रम संचालित किए गए हैं। पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन को प्रोत्साहित किया गया है। लगभग 41 लाख पौधे विभिन्न प्रचालन क्षेत्रों में रोपे गए। 'शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट, शून्य उत्सर्जनÓ नीति के अनुरुप व्यवसाय के उच्च मानदंडों का पालन करते हुए बालको राष्ट्र निर्माण में सतत योगदान के लिए कटिबद्ध है।
- नयी दिल्ली। ई-कॉमर्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अमेजन इंडिया की ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल' की शुरुआत काफी अच्छी रही है। कंपनी ने कहा कि इस सेल के शुरुआती 48 घंटों में उसके मंच पर 1.1 लाख विक्रेताओं को ऑर्डर मिले हैं। खास बात यह है कि ज्यादातर ऑर्डर देश के छोटे शहरों से आए हैं। अमेजन की ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल' 17 अक्टूबर को शुरू हुई है। यह करीब एक माह यानी त्योहारी सीजन तक चलेगी। अमेजन प्राइम के सदस्यों के लिए सेल 16 अक्टूबर से शुरू हुई। अमेजन इंडिया के उपाध्यक्ष मनीष तिवारी ने कहा, अमेजन के सात साल के इतिहास में ये 48 घंटे सबसे बड़े रहे हैं। हमने अमेजन के विक्रेताओं के लिए बड़ी तैयारी की है। इस दौरान करीब 1.1 लाख विक्रेताओं को ऑर्डर मिले हैं। इनमें से 66 प्रतिशत ऑर्डर छोटे शहरों से आए हैं। उन्होंने बताया कि अमेजन के मंच पर 6.5 लाख विक्रेता है। मंच पर नए ग्राहकों की संख्या में जोरदार बढ़ोतरी हुई है। इन नए ग्राहकों में से 91 प्रतिशत महानगरों और शीर्ष 40 शहरों से अलग छोटे शहरों-कस्बों से आए हैं। उन्होंने बताया कि करीब 66 प्रतिशत नए प्राइम साइन-अप्स भी छोटे शहरों मसलन अरुणाचल प्रदेश के तवांग और चांगलांग, मोकोकचुंग (नगालैंड), बरन (राजस्थान), पुदुकोट्टई (तमिलनाडु), ऊना (हिमाचल प्रदेश) और जौनपुर (उत्तर प्रदेश) से हुए हैं। अमेजन के मंच पर कुछ ही वैसा ही रुख देखने को मिला है जैसा फ्लिपकार्ट पर देखने को मिला था। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट की ‘बिलियन डेज' सेल 16 अक्टूबर से शुरू हुई है। फ्लिपकार्ट ने कहा कि पहले दिन उसके मंच पर खरीदारी करने वाले करीब 50 प्रतिशत नए ग्राहक तीसरे श्रेणी के शहरों से थे। इसी तरह एक अन्य ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने कहा है कि उसकी सेल के पहले दिन 16 अक्टूबर को 30 प्रतिशत ऑर्डर नए ग्राहकों से मिले। इनमें से 90 प्रतिशत ऑर्डर दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से आए। हालांकि, किसी भी कंपनी ने अब तक मिले ऑर्डरों की संख्या का खुलासा नहीं किया है।
- नयी दिल्ली । मोबाइल ऐप आधारित टैक्सी सेवा कंपनी ओला ने पुणे में एक नया प्रौद्योगिकी केंद्र खोलने की योजना बनायी है। कंपनी इसके लिए कुछ महीनों में करीब 1,000 इंजीनियरों की भर्ती करेगी। सूत्रों के अनुसार यह नया केंद्र ओला के भारत और अन्य देशों में कारोबार के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी समाधान में मदद करेगा। ओला का देश में यह दूसरा प्रौद्योगिकी केंद्र होगा। एक केंद्र बेंगलुरु में पहले से चल रहा है। ओला के प्रवक्ता ने इस बारे में इस बारे में संपर्क किए जाने पर ब्योरा देने से इनकार किया। पर इस योजना को जानने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि पुणे केंद्र इस तिमाही के अंत तक चालू हो जाएगा। उस व्यक्ति ने कहा कि इस केंद्र में तीन साल में प्रौद्योगिकी में कुशल 1,000 लोगों को नौकरी मिल सकती है। ओला के 4,000 कर्मचारी हैं। इसमें 1,500 के करीब इंजीनियर हैं। ओला ने पिछले साल जून में अमेरिका में सान फ्रांसिस्को बे इलाके में एक उन्नत प्रौद्योगिकी केंद्र शुरू किया था।
- नयी दिल्ली। सीमेंट विनिर्माता मंगलम सीमेंट लिमिटेड ने ‘मंगलम प्रोमैक्स' नाम से पर्यावरण के अनुकूल प्रीमियम सीमेंट ‘मंगलम प्रोमैक्स' पेश किया। कंपनी का कहना है कि जिसमें तराई के लिए पानी कम लगता है। कंपनी के अध्यक्ष (बिक्री और विपणन) कौशलेश माहेश्वरी ने रविवार एक वीडियो कांफ्रेस में इसे पेश करते हुए कहा कि कंपनी की शोध तथा अनुसंधान टीम ने मंगलम प्रोमैक्स को पर्यावरण के अनुकूल बनाया है और यह पानी की बचत करती है।उन्होंने कहा कि निर्माण के लिए मोर्टार एवं कंक्रीट बनाने के दौरान और तराई के लिए पानी की आवश्यकता को कम करके जल संरक्षण के वैश्विक उद्देश्य पर केंद्रित है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि मंगलम प्रोमैक्स जल्द मजबूती पकड़ने वाली आईपीएसडी तकनीक वाली है और यह कंक्रीट को सघन और मजबूत बनाने के साथ साथ निर्माण को जंग रोधी, दरार रोधी और सलफेट प्रतरोधी बनाती है।
- मुंबई। अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई (एईएमएल) ने रविवार को कहा कि वह उपनगरीय इलाके़ विक्रोली में एक पारेषण लाइन और बिजली उप-केंद्र की स्थापना का काम तय लक्ष्य के अनुसार अगले साल के अंत तक पूरा कर लेगी, जिससे शहर की बिजली आपूर्ति में 1,000 मेगावाट की बढ़ोतरी होगी। पिछले सोमवार के शहर में पैदा हुए बिजली संकट के बाद आयोजित समीक्षा बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी हितधारकों को समयसीमा का पालन करते हुए काम में तेजी लाने के लिए कहा था। अडाणी समूह के एक प्रवक्ता ने कहा, ठाकरे द्वारा निर्धारित समयसीमा के भीतर अडाणी खारघर-विक्रोली पारेषण लाइन परियोजना को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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नई दिल्ली। भारत में नवरात्र के साथ फेस्टिवल सीजन शुरू हो चुका है। विभिन्न कंपनियां तरह-तरह के लुभावने ऑफर के साथ अपने प्रोडक्ट पेश कर रही हैं। कार की बात करें तो कई कंपनियों ने अपनी कारें एक लाख रुपए तक सस्ती कर दी हैं।
रेनॉ कंपनी ने अपने प्रॉडक्ट्स पर 1 लाख रुपये तक डिस्काउंट की घोषणा की है। आइये देखते हैं कि किस मॉडल पर कितना डिस्काउंट ऑफर किया जा रहा है।रेनॉ ट्राइबर -यदि आप रेनॉ ट्राइबर कंपनी की मॉडल MPV की कार इस महीने खरीदते हैं , तो आपको 39 हजार रुपये तक की बचत हो सकती है। इसमें 20 हजार रुपये का लॉयल्टी बोनस के साथ 9 हजार रुपये का कॉर्पोरेट बोनस भी शामिल है, लेकिन 10 हजार रुपये का लॉयल्टी बोनस सिर्फ RXE वेरियंट मॉडल पर मिल रहा है।इसी तरह रेनॉ क्विड कार पर 49 हजार रुपये तक की छूट का लाभ मिल सकता है। जिसमें 15 हजार रुपये का कैश और 15 हजार रुपये का एक्सचेंज डिस्काउंट शामिल है। साथ में 10, रुपये का लॉयल्टी बेनेफिट भी ऑफर किया गया है।इसी तरह रेनॉ डस्टर पर एक लाख रुपए की बचत का ऑफर कंपनी ने पेश किया है। रेनॉ की इस लोकप्रिय कार खरीदने पर 25 हजार रुपये का एक्सचेंज बेनेफिट , 20 हजार रुपये का लॉयल्टी बेनेफिट, 30 हजार रुपये का कॉर्पोरेट डिस्काउंट और 25 हजार रुपये का कैश डिस्काउंट शामिल है यानी कुल मिलाकर आपको यह कार एक लाख रुपए सस्ती मिलेगी। इस कार की कीमत 8.59 लाख रुपए से शुरू होती है। पेट्रोल वाली इस कार का माइलेज 14.9 से 16.5 किमी प्रति लीटर है। -
नई दिल्ली। आतिथ्य क्षेत्र की कंपनी सरोवर होटल्स एंड रिजॉर्ट्स की 2021 अंक तक करीब 15 नई संपत्तियां (होटल) जोड़ने की योजेना है। सरोवर होटल एंड रिजॉर्ट्स के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि विस्तार योजना के तहत कंपनी मुख्य रूप से दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में नई संपत्तियां जोड़ेगी। कंपनी फिलहाल भारत और अफ्रीका के 55 गंतव्यों में 93 होटलों का प्रबंधन करती है। इन होटलों में कमरों की संख्या 6,900 है। सरोवर होटल्स एंड रिजॉर्ट्स के प्रबंध निदेशक अजय के बकाया ने कहा, 2021 की रणनीतिक विस्तार योजना के तहत हम दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में 15 नए होटल जोड़ेंगे। ये होटल पानीपत, मोरबी, डलहौजी, कटरा, डिब्रूगढ़, लातूर, मसूरी, धमतरी, उदयपुर और जालंधर आदि शहरों में जोड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये नए होटल सरोवर प्रीमियर, सरोवर पोर्टिकों और गोल्डन ट्यूलिप ब्रांड के तहत खोले जाएंगे। इस अवधि में अंतरराष्ट्रीय विस्तार के बारे में बकाया ने कहा, अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजना के तहत सरोवर अपने पोर्टिका ब्रांड का विस्तार करेगी। इसके तहत तंजानिया के दार-उस-सलाम में होटल खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि आगे भी कंपनी प्रबंधन अनुबंध मॉडल के हिसाब से काम करेगा। बकाया ने कहा, ‘‘हम फ्रेंचाइजी मॉडल के जरिये गोल्डन ट्यूलिप ब्रांड के भी तेजी से विस्तार की तैयारी कर रहे हैं। कोविड-19 के प्रभाव के बारे में उन्होंने कहा कि इसका उद्योग पर काफी असर पड़ा है। अभी इसका पूरा अनुमान नहीं लगाया जा सकता। उन्होंने कहा, मौजूदा स्थिति के हिसाब से यदि दिसंबर, 2020 तक होटलों की बुकिंग 50 प्रतिशत भी पहुंचती है, तो ज्यादातर होटल मालिकों के लिए अच्छी स्थिति होगी।
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नई दिल्ली। पारले एग्रो ने 2022 तक 10,000 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य रखा है। बेवरेजेज क्षेत्र की कंपनी के लोकप्रिय ब्रांड में फ्रूटी और एप्पी फिज शामिल हैं। कंपनी की एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम एक नया संयंत्र लगाएंगे तथा एक या अधिक नए ‘प्रमुख उत्पाद' पेश करेंगे। कंपनी ने 2019 में 6,500 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। चालू साल में कंपनी को कारोबार में 10 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी ने हाल में नया उत्पाद बी-फिज पेश किया है, जो कि जौ के स्वाद वाला फ्रूट जूस आधारित पेय है। पारले एग्रो की संयुक्त प्रबंध निदेशक एवं मुख्य विपणन अधिकारी (सीएमओ) नादिया चौहान ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सामान्य रूप से एक कंपनी के रूप में हम बड़ी संख्या में नए उत्पाद पेश नहीं करते हैं। हम चुनिंदा नए उत्पाद ही पेश करते हैं और उन्हें आगे बढ़ाने पर ध्यान देते हैं। 2022 तक हम संभवत: एक और नई श्रेणी में उतरेंगे।
- नई दिल्ली। रिलायंस जियो के सक्रिय उपभोक्ताओं की संख्या में जुलाई में 25 लाख की बढ़ोतरी हुई है। इससे पिछले महीने जियो के सक्रिय ग्राहकों की संख्या घटी थी। वहीं उसकी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कंपनियों भारती एयरटेल के सक्रिय ग्राहकों की संख्या जुलाई में चार लाख घटी है। इसी तरह वोडाफोन आइडिया ने भी 38 लाख सक्रिय ग्राहक गंवाए हैं।भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। आंकड़ों के अनुसार फरवरी के बाद पहली बार जुलाई में दूरसंचार उपभोक्ताओं की कुल संख्या में 35 लाख का इजाफा हुआ है। हालांकि, इस दौरान सक्रिय ग्राहकों की संख्या कुल मिलाकर 21 लाख घटी है। एक्सिस कैपिटल की ट्राई के मासिक आंकड़ों के हवाले से ताजा रिपोर्ट में कहा गया है, जुलाई में उद्योग के सक्रिय ग्राहकों या कनेक्शनों की संख्या 21 लाख घटकर 95.6 करोड़ रह गई। इससे पहले जून में माह-दर-माह आधार पर सक्रिय ग्राहकों की संख्या 28 लाख घटी थी। सक्रिय ग्राहकों की संख्या की गणना विजिटर लोकेशन रजिस्टर (वीएलआर) के जरिये की जाती है। यह किसी मोबाइल नेटवर्क पर सक्रिय उपभोक्ताओं की संख्या बताता है।एक्सिस की रिपोर्ट में कहा गया है, ट्राई के आंकड़ों के अनुसार जुलाई में रिलायंस जियो के सक्रिय ग्राहकों की संख्या 25 लाख बढ़ी। इस दौरान एयरटेल ने 4 लाख और वोडाफोन आइडिया ने 38 लाख सक्रिय ग्राहक गंवाएं। एयरटेल के ग्राहकों की संख्या में माह-दर-माह आधार पर 33 लाख का इजाफा हुआ, लेकिन वीएलआर में 1.14 प्रतिशत की गिरावट की वजह से उसने इसमें से कुछ लाभ गंवा दिया।ट्राई के अनुसार देश में कुल वायरलेस कनेक्शनों की संख्या जुलाई में 114.4 करोड़ थी। जुलाई, 2020 में इनमें से सक्रिय कनेक्शनों की संख्या 95.58 करोड़ थी। ट्राई ने कहा कि कुल ग्राहकों पर सक्रिय कनेक्शनों का अनुपात 83.54 प्रतिशत था। ट्राई के अनुसार, जुलाई, 2020 में अधिकतम वीएलआर की तारीख के हिसाब से भारती एयरटेल के सक्रिय ग्राहकों का अनुपात सर्वाधिक 97 प्रतिशत था। वहीं रिलायंस जियो के सक्रिय ग्राहकों का अनुपात 78 प्रतिशत तथा वोडाफोन आइडिया का 89.3 प्रतिशत था। कुल मिलाकर जुलाई में जियो के सक्रिय ग्राहकों की संख्या 31.3 करोड़ थी। वहीं एयरटेल के सक्रिय ग्राहकों की संख्या 31 करोड़ और वोडाफोन आइडिया के सक्रिय ग्राहकों की संख्या 26.9 करोड़ थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि जून में एयरटेल 31.1 करोड़ सक्रिय ग्राहकों के साथ सबसे आगे थी। वहीं जून में जियो के सक्रिय ग्राहकों की संख्या 31 करोड़ और वोडाफोन आइडिया के सक्रिय ग्राहकों की संख्या 27.3 करोड़ थी।
- नयी दिल्ली। अचल संम्पत्ति का कारोबार करने वाली कंपनी प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने रविवार को बताया कि वह कार्यालय, खुदरा कारोबार और होटल की कुछ परियोजनाएं व सम्पत्तियां वैश्विक निवेश कंपनी ब्लैकस्टोन को बेचने पर सहमत हुई है। प्रेस्टीज समूह ने यह नहीं बताया है कि ये सौदे कुल कितने रुपये के हैं, पर सूत्रों का कहना है कि अचल संपत्तियों के बाजार का यह बड़ा सौदा करीब 12,000 करोड़ रुपये का होगा। सूत्रों ने कहा कि इसके लिए इकरारनामे पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार यह सौदा प्रतिस्पर्धा आयोग और अन्य कनूनी स्वीकृति के बाद अगले माह तक निपटा लिया जाएगा। प्रेस्टीज ने शनिवार को शेयर बाजार को सूचित किया था कि उसने ब्लैकस्टोन के साथ सम्पत्ति के सौदे का एक कच्चा करार किया है। इसके तहत वह कार्यलय और खुदरा कारोबार की जगहों तथा होटल सम्पत्तियों को बेचने वाली है। प्रेस्टीज समूह इस बिक्री से मिले धन से अपने कुछ कर्जे उतार सकती है। ब्लैकस्टोन अमेरिका की कंपनी है और भारत के अचल सम्पत्ति बाजार में अब तक आठ अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है।
- नयी दिल्ली। वित्तीय दिक्कतों से जूझ रही सरकारी बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के लिये विशेष तरलता पैकेज के तहत 1.08 लाख करोड़ रुपये तक के कर्ज मंजूर किये जा चुके हैं। आरईसी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड-19 और लॉकडाउन के चलते प्रभावित अर्थव्यवस्था के लिये मई में राहत पैकेज पेया करते हुए डिस्कॉम के लिये तरलता पैकेज की घोषणा की थी। तब यह पैकेज 90 हजार करोड़ रुपये का था, जिसे बाद में बढ़ाकर 1.2 लाख करोड़ रुपये किया गया। आरईसी ने एक बयान में कहा, आरईसी और विद्युत वित्त निगम (पीएफसी) ने 1.08 लाख करोड़ रुपये के ऋण मंजूर किये जा चुके हैं। इनमें करीब 30 हजार करोड़ रुपये के कर्ज का वितरण किया जा चुका है।
- नई दिल्ली। कार के शौकीनों के लिए ऑउडी नाम काफी लोकप्रिय है। इस कंपनी ने अपनी नई कार Audi Q2 भारत में लॉच कर दी है। कंपनी के अनुसार भारत में उनका यह सबसे सस्ता मॉडल है। इस मॉडल में कंपनी ने काफी खूबियां शामिल की हैं।पहले बात करें इस कार की खूबी की...इस कार में ऑउडी वर्चुअल कॉकपिट दिया गया है। कार में 12.3 इंच एमएमआई नेविगेशन , ड्यूल जोन क्लाइमेट कंट्रोल, 8.3 इंच डिस्प्ले, सनप्रूफ, एंबिएंट लाइटनिंग, एलईडी हेडलाइट और रिवर्स कैमरा भी दिया गया है। कार में 2.0 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन दिया गया है। कार में 7 स्पीड ड्यूल क्लच ऑटोमेटिक गियरबॉक्स और ऑल वील ड्राइव दिया गया है। यह कार 6.5 सेकेंड में 0-100 केएमपीएल की स्पीड पकड़ सकती है।अब बात करें कीमत कीइस कार की शुरुआती कीमत 34.99 लाख रुपये है। वहीं कार के टॉप मॉडल की कीमत 48.89 लाख रुपये है। कंपनी ने इस कार के लिए बुकिंग्स लेनी शुरू कर दी हैं। यह कार बुक करने के लिए 2 लाख रुपये का टोकन अमाउंट देना होगा। यह कार एक्स्टीरियर लाइन और डिजाइन लाइन ग्रेड्स में आती है। स्टैंडर्ड, प्रीमियम, प्रीमियम प्लस वन, प्रीमियम प्लस टू ऐंड टेक्नॉलॉजी ट्रिम्स में उपलब्ध है।
- नयी दिल्ली। टाटा मोटर्स ने शनिवार को कहा कि उसने अपने यात्री वाहनों के वित्तपोषण के लिये एचडीएफसी बैंक के साथ गठजोड़ किया है। कंपनी ने इस गठजोड़ के तहत वाहनों के वित्तपोषण के लिये दो योजनाएं पेश की हैं। टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा कि त्योहारी सत्र में बिक्री को बढ़ाने तथा उत्पादों की पहुंच आसान बनाने के लिये एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर दो नयी योजनाएं ‘ग्रैजुएल स्टेप अप स्कीम' और ‘टीएमएल फ्लेक्सी ड्राइव स्कीम' पेश की गयी हैं। कंपनी ने कहा कि ये दोनों योजनाएं नवंबर 2020 के अंत तक उपलब्ध होंगी। इनका लाभ भारत स्टेज-6 के अनुकूल सभी कारों, स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) और इलेक्ट्रिकल वाहनों पर लिया जा सकेगा। कंपनी ने बताया कि ‘ग्रैजुएल स्टेप अप स्कीम' के तहत उपभोक्ता प्रति लाख पर मासिक 799 रुपये की न्यूनतम किस्त का लाभ ले सकते हैं। मासिक किस्त वाहन के मॉडल व संस्करण पर निर्भर होगी। मासिक किस्तें खरीदार की सहुलियत के हिसाब से दो साल तक धीरे-धीरे बढ़ती जायेंगी। ‘टीएमएल फ्लेक्सी ड्राइव स्कीम' के तहत उपभोक्ता प्रत्येक साल किन्हीं तीन ऐसे महीनों का चयन कर सकते हैं, जिन महीनों में वह न्यूनतम किस्त का भुगतान करना चाहते हों। कंपनी ने कहा कि ये योजनाएं उपभोक्ताओं को वाहन की किस्तें भरने में आसानी प्रदान करने के लिये पेश की गयी हैं। टाटा मोटर्स के विपणन प्रमुख (यात्री वाहन व्यवसाय) विवेक श्रीवत्स ने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत वाहनों को लोगों के लिये आसानी से उपलब्ध बनाने की हमारी मुहिम का हिस्सा है, ताकि उपभोक्ता इस साल त्योहारी सत्र में अपने वाहन का लाभ ले सकें।
- नयी दिल्ली। एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 16 प्रतिशत बढ़कर 7,703 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। बैंक को एक साल पहले इसी तिमाही में 6,638 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था। बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 38,438.47 करोड़ रुपये हो गयी, जो जुलाई-सितंबर 2019 में 36,130.96 करोड़ रुपये थी। इस दौरान बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) 1.08 प्रतिशत पर आ गयी। साल भर पहले यह 1.38 प्रतिशत थी। इसी तरह शुद्ध एनपीए भी 0.42 प्रतिशत से कम होकर 0.17 प्रतिशत पर आ गया। हालांकि, एनपीए और आकस्मिक मदों के लिये किया जाने वाला प्रावधान साल भर पहले के 2,700.68 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,703.50 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक ने बताया कि शनिवार को हुई बैठक में उसके निदेशक मंडल ने शशिधर जगदीशन को अतिरिक्त निदेशक, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर नियुक्त किया। उनकी नियुक्ति को अभी बैंक के शेयरधारकों का अनुमोदन मिलना शेष है।
- दिल्ली। लगातार तीन दिनों तक गिरने के बाद आज सोना और चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत में 324 रुपये और चांदी की कीमत में 1598 रुपये की तेजी आई। आज दिल्ली में सोना 324 रुपये महंगा होकर 51 हजार 704 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी 1598 रुपये महंगा होकर 62 हजार 972 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई। गुरुवार को चांदी 61 हजार 374 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई थी।ओमसीएक्स पर दिसंबर डिलिवरी वाला सोना आज 126 रुपये की गिरावट के साथ खुला। गुरुवार को यह 50 हजार 712 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था और आज 50 हजार 586 रुपये के भाव पर खुला था। शाम के 5.15 बजे सोने में 25 रुपये की मामूली तेजी देखी जा रही है। 4 दिसंबर को डिलिवरी वाला सोना इस समय 25 रुपये की तेजी के साथ 50737 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। फरवरी 2021 डिलिवरी वाला सोना इस समय 49 रुपये की तेजी के साथ 50810 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहा है।चांदी 335 रुपये महंगीचांदी में इस 335 रुपये की तेजी देखी जा रही है। रूष्टङ्ग पर शाम 5.15 बजे 4 दिसंबर डिलिवरी वाली चांदी 335 रुपये की तेजी के साथ 61 हजार 870 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रही है। गुरुवार को यह 61 हजार 535 के स्तर पर बंद हुई थी और आज सुबह यह 61 हजार 649 के स्तर पर खुली थी। मार्च 2021 डिलिवरी वाली चांदी इस समय 291 रुपये की तेजी के साथ 63 हजार 538 के स्तर पर ट्रेड कर रही है।वहीं इंटरनैशनल मार्केट में आज सोना-चांदी में तेजी देखी जा रही है। इन्वेस्टिंग डॉट कॉम की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक दिसंबर डिलिवरी वाला सोना इंटरनैशनल मार्केट में 4.85 डॉलर की तेजी के साथ 1913.75 डॉलर प्रति आउंस पर ट्रेड कर रहा है। इस समय चांदी में भी मामूली तेजी देखी जा रही है। चांदी 0.32 डॉलर की तेजी के साथ 24.54 डॉलर प्रति आउंस पर ट्रेड कर रही है।
- - आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने के लिए टैक्स की न्यूनतम दरों, रॉयल्टी, अन्य दायित्वों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करना जरूरी तभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय वस्तुओं के लिए होगी मुकाबले की राह आसान-उद्योगों के लिए बिजली की दरों पर भी ध्यान देना आवश्यक, एक्सचेंज और वितरण की दरों में बड़ा फर्क- कोयले से गैस बनाने की तकनीक (सीजीपी) से देश को बहुत लाभ होगा क्योंकि कोयले से रासायनिक ऊर्जा तैयार की जाती है जो उद्योग-कृषि सभी के लिए लाभदायकरायपुर। जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल ने आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को सरकार की दूरदर्शी सोच बताते हुए कहा कि इसके लिए उद्योगों का तीव्र विकास आवश्यक है और उद्योगों का त्वरित विकास कच्चे माल की आसानी से उपलब्धता पर निर्भर करता है।श्री जिन्दल तेल एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्रालय के समन्वय से इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा "आत्मनिर्भर भारत: रसायन, पेट्रो-रसायन एवं इस्पात क्षेत्र के उद्योगों पर फोकस" विषय पर आयोजित डिजिटल कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और इस्पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत जैसे दूरदर्शी कदमों की शुरुआत से स्टील सेक्टर उत्साहित है और वह उन अग्रणी क्षेत्रों में शामिल होने जा रहा है जिसके योगदान के बल पर आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।श्री जिन्दल ने कहा कि कोई भी उद्योग तभी आगे बढ़ सकता है जब उत्पादन की स्थितियां उसके अनुकूल हों। कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो, टैक्स की तार्किक और न्यूनतम दरें हो, रॉयल्टी व अन्य दायित्व भी इस तरह हों, जिससे हमारे उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सकें और अपनी स्थायी जगह बना सकें।उन्होंने कहा कि ऊर्जा के स्थायी विकल्प दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। सौर, वायु, पनबिजली जैसे अक्षय ऊर्जा के साधनों के विकास से अगले 30 साल बाद कोयले का इस्तेमाल न्यूनतम हो जाएगा इसलिए हमें कोयला ब्लॉक की नीलामी कर जल्द से जल्द आत्मनिर्भर भारत के अपने लक्ष्य को पाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि भारत में थर्मल कोयले का अथाह भंडार है। उन्होंने लौह अयस्क खदानों के बारे में भी ऐसी ही राय दी और ओडिशा सरकार की पारदर्शी नीतियों को सराहते हुए अन्य राज्यों को उससे प्रेरणा लेने को कहा। उनके अनुसार अगले 30 साल में पूरी दुनिया में लोहा-इस्पात का इतना अधिक उत्पादन हो जाएगा कि खदानों के बजाय स्टील की रिसाइक्लिंग प्राथमिकता हो जाएगी इसलिए आत्मनिर्भर भारत मिशन का उपयोग कर भारत को मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण करना चाहिए। कच्चा माल आसानी से उपलब्ध होगा तो निश्चित रूप से उद्योगों का विस्तार होगा और कर की दरें तार्किक होंगी तो निसंदेह वस्तु सस्ती होगी और उसकी पहुंच अधिकतम व्यक्ति तक सुनिश्चित होगी।श्री जिन्दल ने कहा कि उद्योगों को चलाने के लिए बिजली सस्ती होनी चाहिए। एक्सचेंज में डेढ़ रुपये में मिलने वाली बिजली फैक्टरी तक पहुंचते-पहुंचते कई गुना महंगी हो जाती है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।कोयले से गैस बनाने की तकनीक (सीजीपी) पर प्रकाश डालते हुए श्री नवीन जिन्दल ने कहा कि इससे सिंथेसिस गैस तैयार होती है, जो हाइड्रोजन और कार्बन मोनो ऑक्साइड का मिश्रण होती है। इस रासायनिक ऊर्जा से पेट्रोलियम उत्पाद, मेंथा, डीजल, अमोनिया समेत अनेक प्रोडक्ट तैयार किए जा सकते हैं जो स्टील के साथ-साथ तेल एवं प्राकृतिक गैस, कृषि, उर्वरक व अन्य उद्योगों के लिए लाभदायक हो सकता है।राष्ट्र निर्माण में जेएसपीएल के योगदान पर उन्होंने कहा कि हमारी कंपनी ने देश को कई उत्पाद सबसे पहले दिये। इनमें पैरलल फ्लैंज बीम, स्लैब कास्टर, 5 मीटर चौड़ी प्लेट, मेट्रो के लिए हेड हार्डेंड रेल और एसिमेट्रिक रेल्स प्रमुख हैं। इसी तरह जेएसपीएल रेल पटरियों की निजी क्षेत्र की एकमात्र निर्माता है। जेएसपीएल ही वह कंपनी है जिसने जिन्दल पावर लिमिटेड के रूप में निजी क्षेत्र के स्वतंत्र बिजली संयंत्र का तोहफा सबसे पहले राष्ट्र को दिया और उससे प्रेरित होकर आज दर्जनों पावर प्लांट संचालित हो रहे हैं एवं देश बिजली क्षमता के मामले में सम्मानजनक स्थान पर है।इस वेबीनार में केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी विचार प्रकट कर सरकार की आत्मनिर्भर भारत संबंधी नीतियों को बताया और कहा कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन 2024 तक 31 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। उनके अतिरिक्त ओडिशा के उद्योग मंत्री श्री दिब्य शंकर मिश्रा, ओडिशा के उद्योग सचिव श्री हेमंत शर्मा, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के श्री श्रीकांत माधव वैद्य, आरआईएनएल के श्री प्रदोश कुमार रथ आदि ने इस डिजिटल कॉन्फ्रेंस में भाग लिया।
- नई दिल्ली। सरकार, वस्तु और सेवा कर -जी.एस.टी. के संग्रह के घाटे की भरपाई के लिए राज्यों की ओर से एक लाख दस हजार करोड रूपये का ऋण लेगी।एक बयान में वित्त मंत्रालय ने बताया कि यह राशि राज्यों को जी.एस.टी. भरपाई के बदले ऋण के रूप में दी जाएगी। बयान में बताया गया है कि इस ऋण से भारत सरकार के राजकोषीय घाटे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। राशि को राज्य सरकारों की पूंजीगत प्राप्ति के रूप में दिखाया जाएगा। मंत्रालय ने बताया कि इस कदम से राज्यों पर राज्य विकास ऋण पर लगने वाली अलग-अलग ब्याज दरों से बचा जा सकेगा और प्रशासनिक रूप से सुविधा होगी। इस निर्णय से केन्द्र और राज्य सरकारों की उधारी नहीं बढ़ेगी।---
- नई दिल्ली। भारत में अब ई बाइक और ई- कार का प्रचलन बढ़ रहा है। केन्द्र सरकार भी इसे बढ़ावा दे रही है। जल्द ही पेट्रोल पंप की तरह देश में ई -चार्जर सेंटर भी खुल जाएंगे। ई बाइक की मांग को देखते हुए कई कंपनियां सस्ती बाइक उतारने की तैयारी में है।इसी कड़ी में ब्रिटेन की ई-बाइक बनाने वाली कंपनी Go Zero Mobility अगले महीने ई-बाइक भारत में लॉन्च करने जा रही है। कंपनी के अनुसार यह ई-बाइक सस्ती होगी साथ ही इसे चलाना और मेंटेन करना भी आसान होगा। उम्मीद है कि यह ई-बाइक अगले महीने 7 नवंबर को लॉन्च होगी।कंपनी अगले महीने दो इलेक्ट्रिक बाइक-त्रर्श Go Zero Pro और Go Zero Lite लॉन्च करने जा रही है। यह एक प्रीमियम क्वालिटी और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट है। सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें से एक बाइक अमेजन पर ऑनलाइन उपलब्ध होगी।कंपनी का इस वित्त वर्ष के आखिर तक 3000 ई-बाइक बेचने का लक्ष्य है। नई ई-बाइक एक बार फुल चार्ज होने पर 25 किलोमीटर तक का सफर तय करेगी। कंपनी फिलहाल अपने कोलकाता प्लांट में इन ई-बाइक्स के प्रोडक्शन में जुटी है। कंपनी का अगला मैनुफैक्चरिंग प्लांट मानेसर में खुलने जा रहा है। फिलहाल कंंपनी ने नई लॉन्च होने वाली ई-बाइक की कीमत का खुलासा नहीं किया है।क्या होगी खासियतआने वाली इन ई-बाइक में लगी बैटरी को जीरो से 100 प्रतिशत तक चार्ज होने में 3 घंटे 30 मिनट के करीब लगते हैं। इसी तरह जीरो से 80 प्रतिशत तक दो घंटे में चार्ज हो जाती है। आप इस ई-बाइक से इस लिथियम आयन बैटरी को निकाल कर कहीं भी चार्ज में लगा सकते हैं। यानी बैटरी को लॉक और अनलॉक भी कर सकते हैं।
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मुंबई। टीवी देखने वालों के लिए इस फेस्टिवल सीजन में अच्छे ऑफर्स आए है। डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों ने अपने ग्राहकों के लिए नए लुभावने ऑफर पेश किए हैं। भारत में सबसे बड़े डायरेक्ट-टू-होम ऑपरेटरों में से एक डिश टीवी ने अपने डी2 एच ग्राहकों के लिए 99 रुपए में एक वारंटी स्कीम शुरू की है। एक्सटेंडेड वारंटी स्कीम में सेट-टॉप बॉक्स शामिल है जो जीएसटी के साथ कवर होगा।
इस ऑफर के तहत, ग्राहकों को 99 रुपए का भुगतान करना होगा। उन्हें अपने सेट टॉप बॉक्स पर एक वर्ष की एक्सटेंडेड वारंटी मिलेगी। एक्सटेंडेड वारंटी के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए ग्राहक डीटीएच ऑपरेटर की वेबसाइट पर जा सकते हैं। ऑफर पेज का पता लगाकर और अपनी रजिस्टर्ड कस्टमर आईडी एंटर कर सकते हैं और राशि का भुगतान कर सकते हैं।
क्या है टाटा स्काई का ऑफर
वहीं, दूसरी डीटीएच कंपनी टाटा स्काई भी अपने यूजर्स को अब 2 महीने तक फ्री में टीवी देखने का मौका दे रहा है। टाटा स्काई के यूजर्स को आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट या डेबिट कार्ड से 6 या 12 महीने का एक बार में रीचार्ज कराना होगा। कंपनी की तरफ से यूजर्स को कैशबैक के तौर पर दिया जा रहा है। टाटा स्काई के इस ऑफर का फायदा लेने के लिए यूजर्स को 31 अक्टूबर तक अपना टीवी रीचार्ज कराना होगा। 12 महीने का सब्सक्रिप्शन लेने पर यूजर्स को 2 महीने का रिचार्ज कैशबैक मिलेगा. वहीं 6 महीने का सब्सक्रिप्शन लेने पर यूजर्स को एक महीने का रिचार्ज कैशबैक के तौर पर मिलेगा। टाटा स्काई का यह ऑफर 31 अक्टूबर तक वैलिड ह। इस ऑफर का फायदा कंपनी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप से रीचार्ज करने पर ही मिलेगा। टाटा स्काई के मुताबिक, कैशबैक अमाउंट यूजर्स के अकाउंट में 7 दिनों के अंदर वापस आ जाएगा। अगर यूजर्स दो महीने के कैशबैक वाले प्लन में रिचार्ज कराते हैं तो पहले महीने का कैशबैक अमाउंट 48 घंटे और दूसरे महीने का कैशबैक अमाउंट 7 दिनों में यूजर्स के अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा।
टाटा स्काई का कैशबैक ऑफर बैंक ऑफ बड़ौदा के क्रेडिट कार्ड पर भी दिया जा रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्ड पर यह ऑफर 30 नवंबर तक वैलिड है। ज्यादा जानकारी के उपभोक्ता लिए टाटा स्काई की वेबसाइट देख सकते हैं।
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- नयी दिल्ली। सरकार ने पिछले 19 दिनों के भीतर 5.33 लाख किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 11,785 करोड़ रुपये मूल्य के लगभग 62.42 लाख टन खरीफ धान की खरीद की है। खाद्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पंजाब और हरियाणा की मंडियों में फसल की जल्दी आवक होने के कारण इन दोनों राज्यों में 26 सितंबर से धान की खरीद शुरू हुई, जबकि अन्य राज्यों में यह एक अक्टूबर से शुरू हुई। देश के 80 प्रतिशत से अधिक धान की फसल खरीफ मौसम में उगाई जाती है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और राज्य एजेंसियों के माध्यम से सरकार एमएसपी पर धान खरीद का काम करती है। खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘खरीफ विपणन सत्र 2020-21 में धान की खरीद पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, केरल तथा जम्मू कश्मीर जैसे धान उगाने वाले राज्यों में सुचारू रूप से चल रही है।'' बयान में कहा गया है कि 14 अक्टूबर तक एमएसपी पर 11,785 करोड़ रुपये के मूल्य के लगभग 62.42 लाख टन धान की खरीद की गई थी। चालू वर्ष के लिए, केंद्र ने सामान्य ग्रेड धान का एमएसपी 1,868 रुपये प्रति क्विंटल जबकि ए ग्रेड किस्म के धान का एमएसपी 1,888 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। खाद्य मंत्रालय के अनुसार भारतीय कपास निगम ने 14 अक्टूबर तक 18,618 किसानों से एमएसपी पर 25,399 करोड़ रुपये मूल्य के कपास के 89,592 गांठों की खरीद की है। इसके अलावा, नोडल एजेंसियों के माध्यम से सरकार मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत एमएसपी पर दालों और तिलहन की खरीद कर रही है। 14 अक्टूबर तक हरियाणा में 639 किसानों को एमएसपी के तहत 4.94 करोड़ रुपये का भुगतान कर उनसे करीब 686.74 टन मूंग और उड़द की खरीद की गई। हरियाणा, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में 10 अक्टूबर तक 611 किसानों से एमएसपी पर लगभग 669.74 टन मूंग और उड़द की खरीद की गयी। यह खरीद 4.82 करोड़ रुपये की रही। इसी प्रकार, उक्त अवधि के दौरान कर्नाटक और तमिलनाडु में 3,961 किसानों से 5,089 टन नारियल गरी की खरीद 52.40 करोड़ रुपये के एमएसपी देकर की गई है। सरकार अब दैनिक आधार पर खरीद का आंकड़ा जारी कर रही है। इसका मकसद नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले किसानों को यह संदेश देना है कि उसका एमएसपी पर की जाने वाली खरीद को समाप्त करने का कोई इरादा नहीं है।