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नयी दिल्ली. बीते वित्त वर्ष 2022-23 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह संशोधित बजट अनुमान से अधिक यानी 16.61 लाख करोड़ रुपये रहा है। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कर संग्रह के अस्थायी आंकड़े जारी करते हुए कहा कि हाल ही में समाप्त वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.61 लाख करोड़ रुपये रहा है, जबकि इसका बजट अनुमान 14.20 लाख करोड़ रुपये था। बजट अनुमान को बाद में संशोधित कर 16.50 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया था। इस तरह शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह संशोधित अनुमान से 0.69 प्रतिशत अधिक रहा। वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 17.63 प्रतिशत बढ़ा है। एक साल पहले यह 14.12 लाख करोड़ रुपये था। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में सकल कॉरपोरेट कर संग्रह एक साल पहले की तुलना में 16.91 प्रतिशत बढ़कर 10.04 लाख करोड़ रुपये हो गया। समाप्त वित्त वर्ष में सकल व्यक्तिगत आयकर संग्रह (एसटीटी समेत) 9.60 लाख करोड़ रुपये रहा। इस तरह इसमें वित्त वर्ष 2021-22 के 7.73 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 24.23 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2022-23 में 3,07,352 करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया गया जो एक साल पहले के 2,23,658 करोड़ रुपये की तुलना में 37.42 प्रतिशत अधिक है।
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मुंबई. बैंकों की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में घटकर दशक के निचले स्तर 3.8 प्रतिशत पर आ जाएंगी। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने सोमवार को यह बात कही। रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि हाल में खत्म हुए वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में एनपीए घटकर 4.2 प्रतिशत रह जाएगा। इससे एक साल पहले यह आंकड़ा 5.9 प्रतिशत था। इससे पहले अनुमान जताया गया था कि 2023-24 के अंत में एनपीए चार प्रतिशत रहेगा। क्रिसिल ने कहा कि बैंक एनपीए में कमी की एक बड़ी वजह अधिक मूल्य वाले कॉरपोरेट ऋण में सुधार है। इस खंड में सकल एनपीए दो प्रतिशत से कम रह गया है। कॉरपोरेट कई उपायों के जरिये अपने कर्ज में कमी कर रहे हैं। इसके अलावा मजबूत जोखिम प्रबंधन और जांच-पड़ताल से भी बैंकों को एनपीए कम करने में मदद मिली है।
खुदरा खंड में असुरक्षित ऋण को बट्टे खाते में डालने के बारे में पूछने पर एजेंसी के उप मुख्य रेटिंग अधिकारी कृष्णन सीतारमण ने कहा कि कुल ऋण में उनकी बहुत छोटी हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग उद्योग के कुल ऋण में खुदरा क्षेत्र की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसमें आधा आवास ऋण और एक चौथाई वाहन ऋण है। बाकी कर्ज, जिसमें असुरक्षित क्रेडिट कार्ड और वैयक्तिक ऋण शामिल हैं, उनकी खुदरा ऋण में एक-चौथाई हिस्सेदारी है। -
नयी दिल्ली. सरकार ने सोमवार को संसद में कहा कि कि भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) को इस साल फरवरी तक अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मंगलुरु हवाई अड्डों के निजी भागीदारों से कुल 3,245 करोड़ रुपये मिले हैं। नागर विमानन राज्य मंत्री वी के सिंह ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
इन हवाईअड्डों को 50 साल की अवधि के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत परिचालन, प्रबंधन और विकास के लिए दिया गया है। अडाणी समूह ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिए इन हवाई अड्डों को हासिल किया था।
सिंह ने कहा कि अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मंगलुरु हवाई अड्डों के निजी भागीदारों ने फरवरी 2023 तक एएआई को प्रति यात्री शुल्क (पीपीएफ) के रूप में करीब 896 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। उन्होंने बताया कि इन छह हवाई अड्डों पर एएआई द्वारा किए गए पूंजीगत व्यय के लिए शुल्क के रूप में निजी भागीदारों से लगभग 2,349 करोड़ रुपये की राशि मिली है। अहमदाबाद, लखनऊ और मंगलुरु हवाई अड्डों को 2020 में पट्टे पर दिया गया था जबकि शेष तीन हवाई अड्डों को 2021 में पट्टे पर दिया गया था। -
नयी दिल्ली. केंद्र ने सोमवार को कहा कि प्रमुख उत्पादक राज्यों में हाल में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की करीब 8-10 प्रतिशत फसल खराब होने का अनुमान है। लेकिन देर से बुवाई वाले क्षेत्रों में बेहतर उपज की संभावना से उत्पादन में होने वाले नुकसान की भरपाई की उम्मीद है। कृषि आयुक्त पी के सिंह ने कहा कि हाल के खराब मौसम के बावजूद कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के अनुसार इस साल देश का कुल गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 11.22 करोड़ टन पर पहुंच जाएगा। भारत गेहूं के प्रमुख उत्पादक देशों में से एक है, जो यहां की एक बड़ी आबादी का मुख्य भोजन है।
पिछले कुछ सप्ताह से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण गरज, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ बेमौसम बारिश ऐसे समय हुई है, जब फसल कटाई के लिए लगभग तैयार थी। प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फसल क्षति की समीक्षा बैठक के बाद सिंह ने कहा, ‘‘बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से कुछ स्थानों पर फसल को नुकसान हुआ है और साथ ही देर से की गई बुवाई वाले क्षेत्रों में उपज में वृद्धि हुई है।'' उन्होंने कहा कि लगभग ‘‘8-10 प्रतिशत गेहूं की फसल क्षति'' का अनुमान उन क्षेत्रों में लगाया गया है जो ओलावृष्टि, आंधी और तेज़ हवाओं के कारण पौधों के जमीन पर गिरने से हुआ। उन्होंने कहा कि इस साल देश में कुल 3.4 करोड़ हेक्टेयर गेहूं बोए जाने के मद्देनजर गेहूं को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। कृषि आयुक्त ने कहा कि अन्य स्थानों पर जहां ओलावृष्टि और तेज हवाएं नहीं थीं, बेमौसम बारिश ने मिट्टी की नमी में सुधार किया है और गेहूं की फसल की उपज की संभावनाओं को और बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि अनाज में भराव के चरण के दौरान तापमान में गिरावट से उपज में और सुधार होगा।
सिंह ने आगे कहा, ‘‘बेमौसम बारिश से अधिक क्षेत्र में फसल को फायदा हुआ है और देर से बुवाई वाले क्षेत्रों में फसल की पैदावार 10-15 प्रतिशत अधिक होने की संभावना है।'' उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में 80 प्रतिशत गेहूं की फसल कट चुकी है, इसलिए इन दोनों राज्यों में फसल को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में गेहूं का लगभग 25 प्रतिशत क्षेत्र देर से बोया गया था और इन स्थानों पर बेमौसम बारिश से फसल की वृद्धि में मदद मिल रही है। सिंह ने कहा, ‘‘इसलिए फसल के नुकसान की वजह से होने वाली संभावित क्षति की भरपाई बाकी पैदावार में बढ़ोतरी से हो जाएगी। कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार निस्संदेह हम रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन हासिल करेंगे।'' मंत्रालय ने चालू फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) में रिकॉर्ड 11.22 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है। पिछले साल, बेमौसम बारिश और गर्मी की लू चलने के कारण घरेलू गेहूं के उत्पादन में गिरावट आई, जिससे सरकार को बढ़ती घरेलू कीमतों को रोकने के लिए निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा। राज्यों के आंकड़ों के अनुसार, खराब मौसम के कारण मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लगभग 5.23 लाख हेक्टेयर गेहूं की फसल खराब होने का अनुमान है। पंजाब और हरियाणा में नुकसान का आकलन किया जा रहा है। गेहूं एक प्रमुख रबी (सर्दियों) की फसल है।
- - नयी दिल्ली। कमजोर वैश्विक रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने का भाव 270 रुपये की गिरावट के साथ 59,480 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 59,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 320 रुपये घटकर 71,780 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘दिल्ली के बाजार में सोने का हाजिर भाव 270 रुपये की गिरावट के साथ 59,480 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।'' अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,964 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी का भाव भी नुकसान के साथ 23.80 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक, श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘ओपेक के कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती किए जाने के चौंकाने वाले फैसले से मुद्रास्फीति को लेकर चिंता बढ़ेगी। इससे अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व अपने आक्रामक रुख को बनाए रख सकता है। इसके चलते सोमवार को कॉमेक्स में सोने की कीमतों में एशियाई कारोबार के घंटों में गिरावट देखी गई।'' उन्होंने कहा, ‘‘कारोबार के दौरान, अमेरिकी डॉलर तथा अमेरिकी बॉन्ड आय अधिक बने रहने से भी रुपये में गिरावट आई।'
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नयी दिल्ली. कोयला ब्लॉकों की नीलामी के छठे दौर में इस्पात, बिजली और सीमेंट कंपनियों ने सबसे अधिक खानें हासिल की हैं। एक आधिकारिक नोट के अनुसार, जेएसडब्ल्यू स्टील ने छत्तीसगढ़ में बनई और भालुमुंडा खान, झारखंड में परबतपुर सेंट्रल और सीतानाला खान की है। वहीं जबकि जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने मध्य प्रदेश में मारवाटोला - छह खदान हासिल की है। जिंदल पावर ने छत्तीसगढ़ में स्थित गारे पाल्मा सेक्टर-एक, गारे पाल्मा चार/2 और गारे पाल्मा चार/3 कोयला खदानें जीती हैं। रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड ने ओड़िशा में सखीगोपाल-बी कांकीली और छेंडीपाड़ा (संशोधित) ब्लॉक और झारखंड में चोरिटांड तिलियाया खान हासिल की है। आरसीआर स्टील वर्क्स ने झारखंड में स्थित पाताल ईस्ट (पूर्वी भाग) ब्लॉक जीता है जबकि उड़ीसा मेटलर्जिकल इंडस्ट्री ने पश्चिम बंगाल में कागरा जॉयदेव खदान हासिल की है। सीमेंट कंपनियों...अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने महाराष्ट्र में दाहेगांव-गोवारी खान हासिल की है, जबकि अल्ट्राटेक सीमेंट को मध्य प्रदेश में अर्जुनी ईस्ट ब्लॉक मिला है। डालमिया सीमेंट (भारत) ने मध्य प्रदेश में मंडला नार्थ, रामा सीमेंट इंडस्ट्रीज को मध्य प्रदेश में 1 मारवाटोला - सात और श्री सीमेंट ने छत्तीसगढ़ में दतिमा खान हासिल की है। इस सूची के अनुसार, सीजी नैचुरल रिसोर्सेज ने छत्तीसगढ़ में पुरुंगा खदान और एमएच नैचुरल रिसोर्सेज ने महाराष्ट्र में माधेरी खदान नार्थ-वेस्ट हासिल की है। कोल पुल्ज को अरुणाचल प्रदेश का नामचिक नामफुक ब्लॉक मिला है, जबकि महावीर कोल इंडस्ट्रीज ने मध्य प्रदेश में डोंगेरी ताल- दो ब्लॉक हासिल किया है। इसी तरह समलोक इंडस्ट्रीज ने महाराष्ट्र में कलांबी कलमेश्वर (पश्चिमी भाग) और एमपी नैचुरल रिसोर्सेज ने मध्य प्रदेश में गोंडबेरा उझेनी ब्लॉक हासिल किया है। गुजरात खनिज विकास निगम (जीएमडीसी) ने ओड़िशा में बुरापहाड़ और वैतरणी पश्चिम खदानें जीती हैं। झारखंड में श्रीसत्य माइंस ने बुराखाप स्मॉल पैच खान और असम खनिज विकास निगम (एएमडीसी) ने बिंजा कोयला ब्लॉक हासिल किया है। गंगा खनिज को मध्य प्रदेश का अर्जुनी वेस्ट ब्लॉक मिला है। कोयला मंत्रालय ने 29 मार्च को छठे दौर की नीलामी के तहत दी गई 29 कोयला खानों के लिए करार पर हस्ताक्षर किए हैं। इन खानों के परिचालन में आने से एक लाख रोजगार के अवसरों का सृजन होने की उम्मीद है। -
चेन्नई. दक्षिण रेलवे को वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक की सर्वोच्च 80 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि हुई है। इसने यात्री खंड में 6,345 करोड़ रुपये राजस्व अर्जित किया है। इससे पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में 3,539.77 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया था। इससे पहले दक्षिण रेलवे का उच्चतम राजस्व वित्त वर्ष 2019-20 में 5,225 करोड़ रुपये था।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, समाप्त वित्त वर्ष (2022-2023) में लगभग 64 करोड़ यात्रियों ने दक्षिण रेलवे से यात्रा की। यह आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष के 33.96 करोड़ यात्रियों की तुलना में 88.5 प्रतिशत अधिक है। रेलवे जोन ने मालभाड़ा खंड में वित्त वर्ष 2018-19 में 3,059 करोड़ रुपये की तुलना में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 3,637.86 करोड़ रुपये का अपना उच्चतम राजस्व दर्ज किया। बयान में कहा गया है कि दक्षिण रेलवे के लिए समाप्त वित्त वर्ष माल और यात्री खंड में उल्लेखनीय उपलब्धि के साथ एक सकारात्मक संख्या पर बंद हुआ। -
शिमला. हिमाचल प्रदेश सरकार राज्य में लैवेंडर की खेती को बढ़ावा देने के लिए 'अरोमा मिशन' के तहत केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करेगी। एक बयान में रविवार को यह जानकारी दी गयी। 'अरोमा मिशन', लैवेंडर की खेती से संबंधित एक पहल है, जो जम्मू- कश्मीर में किसानों के लिए एक वरदान साबित हुयी है। चंबा सहित हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों की जलवायु परिस्थितियों के जम्मू-कश्मीर के समान होने के कारण, राज्य सरकार का लक्ष्य हिमाचल प्रदेश में इस पहल की सफलता को बड़े पैमाने पर दोहराना है। बयान के मुताबिक इस पहल से किसानों के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस संबंध में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह से चर्चा भी की है। जितेंद्र सिंह ने इस परियोजना के लिए किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान करने का हिमाचल प्रदेश को आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि इस पहल में किसानों के जीवन को बदलने की क्षमता है तथा राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से ‘अरोमा मिशन' कृषि क्षेत्र के लिए एक परिवर्तनकारी कदम साबित हो सकता है। लैवेंडर की खेती जिसे बैंगनी क्रांति के रूप में भी जाना जाता है, हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प साबित हो सकती है।
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नई दिल्ली। भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड- सेल ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान सर्वाधिक वार्षिक उत्पादन की उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने एक करोड 94 लाख टन से अधिक हॉट मेटल और तकरीबन एक करोड 83 लाख टन क्रूड स्टील का उत्पादन किया है।
इस्पात मंत्रालय ने कहा है कि कंपनी लगातार अपने उत्पादन में सुधार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेल की इस उपलब्धि की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ा रहा है। -
नयी दिल्ली। देश की अग्रणी वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने वाहनों की कीमतों में करीब 0.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। नई कीमतें एक अप्रैल, 2023 से प्रभावी हो गई हैं। कंपनी ने शनिवार को शेयर बाजार को बताया कि सभी मॉडलों की कीमतों में औसतन लगभग 0.8 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। नई कीमत की गणना दिल्ली में मॉडलों की शोरूम कीमतों के आधार पर की जाती है। मारुति सुजुकी इंडिया ने गत 23 मार्च को ही कह दिया था कि वह ‘समग्र मुद्रास्फीति और विनियामक जरूरतों' के प्रभाव को आंशिक रूप से कम करने के लिए अप्रैल में अपने विभिन्न मॉडलों की कीमतों में वृद्धि करेगी। कंपनी ने कहा था कि समग्र महंगाई और विनियामक जरूरतों के दबाव को देखते हुए यह वृद्धि देखी जा रही है। एमएसआई ने कहा था कि कंपनी लागत घटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इससे पहले होंडा कार्स, टाटा मोटर्स और हीरो मोटोकॉर्प समेत कई वाहन विनिर्माता कंपनियां भी अप्रैल से वाहनों की कीमतों में वृद्धि की घोषणा कर चुकी हैं।
- नयी दिल्ली। प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनियों- मारुति सुजुकी, हुंदै और टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 2022-23 में अपनी सर्वश्रेष्ठ घरेलू थोक बिक्री दर्ज की जिसके दम पर घरेलू यात्री वाहन उद्योग ने अब तक का अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने 2022-23 में 19 प्रतिशत वृद्धि के साथ अभी तक की सर्वाधिक 19,66,164 इकाई की बिक्री दर्ज की, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा 16,52,653 इकाई था। मारुति ने समाप्त वित्त वर्ष में घरेलू बाजार में 17,06,831 इकाइयों की थोक आपूर्ति की जो 2021-22 में 14,14,277 इकाई के आंकड़े से 21 प्रतिशत अधिक है। हुंदै मोटर इंडिया ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में उसकी कुल बिक्री 7,20,565 इकाई रही, जो 2021-22 के 6,10,760 इकाई से 18 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी के मुताबिक, भारत में परिचालन शुरू करने के बाद उसका एक वित्त वर्ष में यह सर्वाधिक बिक्री आंकड़ा है। कंपनी ने 2022-23 में घरेलू स्तर पर विक्रेताओं को 5,67,546 इकाइयां भेजीं, जो 2021-22 में भेजी गईं 4,81,500 इकाइयों से 18 प्रतिशत ज्यादा हैं। टाटा मोटर्स की वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कुल घरेलू बिक्री 9,31,957 इकाई रही जो वित्त वर्ष 2021-22 के 6,92,554 इकाई की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है। इस वित्त वर्ष में टाटा मोटर्स के यात्री वाहनों की बिक्री 3,70,372 इकाई से 45 प्रतिशत बढ़कर अभी तक सर्वाधिक 5,38,640 इकाई हो गई। किआ इंडिया ने वित्त वर्ष 2022-23 में 44 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2,69,229 इकाइयां बेचीं, जबकि 2021-22 में कंपनी ने 1,86,787 इकाइयां बेची थीं। जनवरी-मार्च, 2023 तिमाही में कंपनी की वाहन उद्योग क्षेत्र में अभी तक की सर्वाधिक 7.4 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की वित्त वर्ष 2022-23 में थोक बिक्री 41 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,74,015 इकाई रही जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में उसने 1,23,770 इकाइयों की बिक्री की थी। होंडा कार्स इंडिया की 2022-23 में घरेलू बाजार में थोक बिक्री सात प्रतिशत वृद्धि के साथ 91,418 इकाई रही, जबकि 2021-22 में यह 85,609 रही थी। कंपनी ने 2022-23 में 17 प्रतिशत वृद्धि के साथ 22,722 इकाइयां निर्यात कीं, जबकि 2021-22 में यह आंकड़ा 19,401 था। देश के अग्रणी दोपहिया विनिर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने घरेलू बाजार में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 51.55 लाख से अधिक इकाइयों की बिक्री की जो एक साल पहले के 46.43 लाख वाहनों की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है। हालांकि इस दौरान उसका निर्यात 3.0 लाख वाहन से घटकर 1.72 लाख इकाई ही रहा। टीवीएस मोटर कंपनी ने मार्च में पांच प्रतिशत वृद्धि के साथ 3,07,559 दोपहिया वाहन बेचे, जबकि मार्च, 2022 में 2,92,918 दोपहिया वाहन बेचे थे। इस दौरान उसकी घरेलू बिक्री 22 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2,40,780 इकाई रही। मोटरसाइकिल विनिर्माता रॉयल एन्फील्ड ने मार्च में सात प्रतिशत वृद्धि के साथ 72,235 इकाइयों की बिक्री की, जबकि पिछले साल मार्च में यह आंकड़ा 67,677 इकाई था। समीक्षाधीन माह में उसकी घरेलू बिक्री दो प्रतिशत वृद्धि के साथ 59,884 इकाई रही।
- नयी दिल्ली। अडाणी समूह की कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मंजूरी के अनुरूप कराईकल पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (केपीपीएल) के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। एपीएसईजेड ने शनिवार को यह अधिग्रहण पूरा होने की जानकारी दी। कंपनी को इसके पहले केपीपीएल की कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) के अंतर्गत एक सफल समाधान आवेदक घोषित किया गया था। कराईकल पोर्ट पुडुचेरी में गहरे समुद्र में स्थित सभी मौसम के अनुकूल बंदरगाह है जिसकी माल ढुलाई क्षमता 2.15 करोड़ टन की है। एपीएसईजेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं पूर्णकालिक निदेशक करण अडाणी ने कहा, “कराईकल पोर्ट के अधिग्रहण के साथ एपीएसईजेड अब देश में कुल 14 बंदरगाहों का संचालन कर रही है। इसे उन्नत करने पर भविष्य में 850 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।”
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मुंबई. नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (एनएमएसीसी) के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान शुक्रवार को सितारों की एक महफिल जमी, जिसमें रजनीकांत, सलमान और आमिर खान सहित भारतीय सिनेमा जगत की विभिन्न हस्तियां शामिल रहीं। मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के जियो वर्ल्ड सेंटर में नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर स्थित है। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान ‘स्वदेश' नामक कला एवं शिल्प प्रदर्शनी के साथ-साथ तीन अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किये गये, जिनमें एक संगीत नाटकीय शो ‘द ग्रेट इंडियन म्यूजिकल: सिविलाइजेशन टू नेशन', ‘इंडिया इन फैशन' नामक एक पोशाक कला प्रदर्शनी और एक दृश्य कला शो ‘संगम' शामिल हैं। इस मौके पर प्रियंका चोपड़ा जोनस एवं उनके पति निक जोनस, रणवीर सिंह एवं दीपिका पादुकोण, सिद्धार्थ मल्होत्रा एवं कियारा आडवाणी, और सैफ अली खान एवं करीना कपूर खान मौजूद थे। - नई दिल्ली। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड भारतीय बाजार और ग्राहकों की जरूरतों को देखने हुए आने वाले समय में नई 7 सीटर एमपीवी स्टारगेजर लॉन्च कर सकती है, जिसका मुकाबला मुख्य रूप से एमपीवी सेगमेंट के तीन महारथी मारुति सुजुकी अर्टिगा, किआ कारेन्स और टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस से होगा। हुंडई अल्कजार एसयूवी खरीदने वालों के लिए अच्छा ऑप्शन है, जिसमें 7 लोग आराम से बैठ सकते हैं।लंबे समय से लोगों को हुंडई स्टारगेजर का इंतजार है। स्टारगेजर थर्ड रो वाली एमपीवी है, जिसे किआ कारेन्स वाले प्लैटफॉर्म SP2 पर ही डिवेलप किया गया है। हुंडई की धांसू एसयूवी क्रेटा और अल्कजार भी इसी प्लैटफॉर्म पर बेस्ड है। अपकमिंग एमपीवी स्टारगेजर में 1.5 लीटर 4 सिलिंडर नेचुरली एस्पिरेटिड पेट्रोल इंजन देखने को मिलेगा, जो कि 113 बीएचपी की पावर और 145 एनएम टॉर्क जेनरेट कर सकेगा। इस एमपीवी में 1.5 लीटर टर्बो डीजल इंजन भी देखने को मिल सकता है, जो कि 113 बीएचपी की पावर और 250 न्यूटर मीटर टॉर्क जेनरेट कर सकेगा। हुंडई स्टारगेजर में 6 स्पीड मैनुअल के साथ ही सीवीटी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स देखने को मिल सकते हैं।हुंडई स्टारगेजर के लुक और फीचर्स की बात करें तो यह एमपीवी 4.5 मीटर लंबी होगी और इसका व्हीलबेस 2780 एमएम होगा। स्टारगेजर में स्प्लिट हेडलैंप, एलईडी डीआरएल और स्लॉपिंग रूफलाइन के साथ ही नई ग्रिल और शार्क फिन एंटिना समेत कई बाहरी खूबियां देखने को मिलेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्टारगेर में स्मार्टफोन कनेक्टिविटी वाला बड़ा टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम, ब्लूलिंक टेक्नॉलजी, प्रीमियम साउंड सिस्टम, लेदर सीट्स समेत अन्य स्टैंडर्ड फीचर्स के साथ ही मल्टीपल एयरबैग्स और अडवांस ड्राइवर असिस्टेंट सिस्टम समेत अन्य सेफ्टी फीचर्स देखने को मिलेंगे।
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नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी आने के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 380 रुपये की तेजी के साथ 59,680 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी।
पिछले कारोबारी सत्र में सोना 59,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। हालांकि, चांदी की कीमत 280 रुपये घटकर 71,300 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘दिल्ली के बाजार में सोने का हाजिर भाव 380 रुपये की तेजी के साथ 59,680 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया।’’अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,975 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी का भाव गिरावट के साथ 23.75 डॉलर प्रति औंस रह गया। गांधी ने कहा कि वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में अमेरिका के कमजोर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े आने के बाद सोने की कीमतों में मजबूती दिखी। -
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने नए फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की शुरुआत से पहले ही छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों के लिए बड़ा एलान किया है। सरकार ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही के लिये ज्यादातर छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बढ़ा दी। अर्थव्यवस्था में ब्याज दर में तेजी के रुख के साथ छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बढ़ायी गयी हैं। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में यह कहा। हालांकि लोकप्रिय जमा योजना पीपीएफ और बैंकों में बचत जमा पर ब्याज दरें अप्रैल-जून तिमाही के लिये क्रमश: 7.1 प्रतिशत और चार प्रतिशत पर बरकरार रखी गयी हैं। अन्य बचत योजनाओं में ब्याज दरों में 0.1 प्रतिशत से 0.7 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। ब्याज में सबसे ज्यादा वृद्धि राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) में की गयी है। इसपर एक अप्रैल से 30 जून, 2023 के लिये अब 7.7 प्रतिशत ब्याज मिलेगा जो अबतक 7.0 प्रतिशत था। बालिकाओं के लिये बचत योजना सुकन्या समृद्धि के लिये ब्याज 7.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 8 प्रतिशत किया गया है।वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिये ब्याज दर 8 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.2 प्रतिशत और किसान विकास पत्र (केवीपी) के लिये 7.2 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.6 प्रतिशत किया गया है। किसान विकास पत्र अब 120 महीनों के बजाए 115 महीनों में परिपक्व होगा।
पिछली तिमाही में भी ब्याज दर बढ़ायी गयी थीलघु बचत योजनाओं के लिये ब्याज दरें में हर तिमाही संशोधित किये जाते हैं। इस संशोधन के साथ डाक घर में एक साल के लिये जमा पर ब्याज 6.8 प्रतिशत (अब तक 6.6 प्रतिशत), दो साल के लिये 6.9 प्रतिशत (अबतक 6.8 प्रतिशत), तीन साल के लिये सात प्रतिशत (अबतक 6.9 प्रतिशत) और पांच साल के लिये 7.5 प्रतिशत (अबतक सात प्रतिशत) हो गया है।लोक भविष्य निधि पर ब्याज 7.1 प्रतिशत और बचत जमा पर चार प्रतिशत बरकरार रखा गया है। मासिक आय योजना पर ब्याज 0.3 प्रतिशत बढ़ाकर 7.4 प्रतिशत कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बढ़ती महंगाई को काबू में लाने के लिये पिछले साल मई से नीतिगत दर यानी रेपो 2.5 प्रतिशत बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दी है। इसके साथ जमा पर भी ब्याज दरें बढ़ी हैं। -
नई दिल्ली। स्टॉक मार्केट में सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र यानी शुक्रवार को जोरदार तेजी दर्ज की गई । सेंसेक्स एक हजार से अधिक चढ़कर 59 हजार के करीब बंद हुआ।
सूचकांक में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और इंफोसिस के शेयर में उछाल से बाजार में तेजी आई। साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में नरमी तथा ग्लोबल मार्किट में सकरात्मक रुख से भी मार्केट को समर्थन मिला।तीस अंकों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में ही मजबूती के साथ खुला। कारोबार के दौरान यह 59,068.47 के उच्चतर और 58,273.86 के निचले स्तर तक झूलने के बाद 1031.43 अंक या 1.78 प्रतिशत के उछाल के साथ 58,991.52 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 भी 272.40 अंक 1.59 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,353.10 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में सबसे अधिक 4.19 प्रतिशत की तेजी आई। साथ ही नेस्ले इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक, विप्रो समेत 26 कंपनियों के शेयर लाभ में बंद हुए।दूसरी तरफ टाइटन, एशियन पेंट, बजाज फाइनेंस और सनफार्मा के शेयर में गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार 17 पैसे बढ़कर 82.17 (अस्थायी) पर बंद हुआ। -
राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) की ‘ स्टील मेल्टिंग शॉप' (इस्पात गलाने की इकाई) ने 10 करोड़ टन कच्चे इस्पात उत्पादन का लक्ष्य पार कर लिया है। आरएसपी के प्रभारी निदेशक अतनु भौमिक ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ यहां का दौरा किया और इस उपलब्धि के लिए सामूहिक प्रयासों की सराहना की। इस्पात संयंत्र की ओर से जारी विज्ञप्ति में भौमिक के हवाले से कहा गया, ‘‘स्टील मेल्टिंग शॉप के कर्मचारियों, अन्य संबद्ध इकाइयों के प्रयास से यह संभव हो सका।''
- नई दिल्ली। अगर आप जियो यूजर हैं तो कंपनी का 152 रुपये वाला प्लान काफी अच्छा है। इसमें कम कीमत में ज्यादा बेनिफिट्स दिए जा रहे हैं। इस प्लान में डेली डाटा, अनलिमिटेड कॉलिंग समेत कई अन्य बेनिफिट्स दिए जा रहे हैं। अगर आप जानना चाहते हैं इस प्लान में क्या-कुछ दिया जा रहा है तो नीचे पढ़ें-जियो का 152 रुपये का प्लान: इस प्लान की कीमत 152 रुपये है। इसमें 28 दिन की वैधता दी जा रही है। इस प्लान में हर दिन 0.5GB डाटा दिया जा रहा है। पूरी वैधता के दौरान 14 GB डाटा दिया जा रहा है। FUP डाटा खत्म होने के बाद 64 Kbps की स्पीड मिलेगी। इसके साथ ही हर नेटवर्क पर कॉल करने के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग का लाभ मिलेगा। इसके अलावा 300 SMS दिए जाएंगे। वहीं, JioTV, JioCinema, JioSecurity और JioCloud का फ्री एक्सेस दिया जाएगा। बता दें कि यह JioPhone का प्लान है। ये प्लान केवल यही यूजर रिचार्ज करा सकते हैं। इसके अलावा भी कंपनी कई प्लान्स दे रही है जो बेहद सस्ते आते हैं। इनमें 75 रुपये, 91 रुपये, 125 रुपये, 186 रुपये, 223 रुपये और 895 रुपये के प्लान शामिल हैं। ये सभी जियोफोन यूजर्स के लिए हैं। अगर आप जियोफोन का इस्तेमाल करते हैं और सस्ते प्लान्स से रिचार्ज कराना चाहते हैं तो ये प्लान्स आपके लिए सही हो सकते हैं।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि सरकार आर्थिक वृद्धि को गति देने को लेकर राजस्व अंतर को पूरा करने के लिये 2023-24 की पहली छमाही में कर्ज के जरिये 8.88 लाख करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही है। आधिकारिक बयान के अनुसार, एक अप्रैल, 2023 से शुरू वित्त वर्ष 2023-24 के लिये कुल 15.43 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित बाजार उधारी में से 8.88 लाख करोड़ रुपये यानी 57.5 प्रतिशत पहली छमाही में जुटाने की योजना है। उधारी कार्यक्रम 26 साप्ताहिक किस्तों में पूरा करने की योजना है। इसके तहत 31,000 से 39,000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे। उधारी तीन, पांच, सात, 10, 14, 30 और 40 साल की प्रतिभूतियों के जरिये जुटाई जाएगी।
- मुंबई। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बुधवार को वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) के रूप में 3,000 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ कंपनी बॉन्ड बाजार विकास कोष गठित करने का फैसला किया। यह दबाव के समय में निवेश स्तर वाली कंपनियों के बॉन्ड की खरीद के लिये सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करेगा। इस कदम का मकसद कॉरपोरेट बॉड बाजार में प्रतिभागियों के बीच भरोसे के साथ बॉन्ड खरीद-बिक्री बाजार में नकदी को बढ़ाना है। सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रस्तावित कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार विकास कोष (सीडीएमडीएफ) का शुरुआती कोष 3,000 करोड़ रुपये होगा। इसका योगदान म्यूचुअल फंड करेंगे।'' उन्होंने कहा कि सरकार ने इस कोष के दस गुना उपयोग की अनुमति दी है। इस तरह उपलब्ध कोष का आकार बढ़कर 33,000 करोड़ रुपये हो जाएगा। कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार विकास कोष नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्ट कंपनी (एनसीजीटीसी) की तरफ से प्रदान की जाने वाली गारंटी के आधार पर बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान कॉरपोरेट ऋण प्रतिभूतियों की खरीद के लिए धन जुटा सकता है।
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय कम्पनी विधि अपील अधिकरण ने आज गूगल के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग द्वारा एंड्रायड मोबाइल मामले में जुर्माना लगाने को सही ठहराया है। अधिकरण ने प्रतिस्पर्धा आयोग द्वारा लगाए गए एक हजार 338 करोड़ रुपए के जुर्माने को बरकरार रखा है। प्रतिस्पर्धा आयोग ने पिछले वर्ष 20 अक्टूबर को एंड्रायड मोबाइल उपकरणों के संबंध में प्रतिस्पर्धा विरोधी कदमों के लिए गूगल पर यह जुर्माना लगाया था। गूगल ने अधिकरण के समक्ष इस फैसले को चुनौती दी थी। गूगल को जुर्माना भरने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है।
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नयी दिल्ली. सरकार ने मंगलवार को कहा कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक कि देश खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए घरेलू आपूर्ति को लेकर सहज महसूस नहीं करता। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बेमौसम बारिश के कारण गेहूं का उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ है। बारिश के बाद भी इस साल गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 11.2 करोड़ टन रहेगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ताजा गेहूं की फसल की सरकारी खरीद शुरू हो गई है, और सोमवार को मध्य प्रदेश में लगभग 10,727 टन गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की गई है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े गेहूं उत्पादक देश भारत ने मई, 2022 में बढ़ती घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने के उपायों के तहत गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। मीणा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक आम आदमी की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार का संबंध है, गेहूं के निर्यात की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए, जब तक देश आपूर्ति को लेकर सहज महसूस नहीं करता, तब तक गेहूं पर निर्यात प्रतिबंध जारी रहेगा।'' उन्होंने कहा कि इस साल अनुमानित अधिक गेहूं उत्पादन भारतीय बाजार में सरकारी खरीद और सामान्य खपत दोनों के लिए पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के अनुसार, सरकार ने फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) में रिकॉर्ड 11 करोड़ 21.8 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है। मीणा ने कहा कि कृषि मंत्रालय ने मौसम के उतार-चढ़ाव को देखते हुए रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है। उन्होंने कहा, ‘‘बारिश चिंता का कारण है क्योंकि यह अनाज की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। बारिश का साथ देने वाला कारक यह है कि तापमान भी कम हो जाता है। पूर्ण परिपक्वता के लिए कम तापमान गेहूं की फसलों के लिए अच्छा होता है। इसलिए गेहूं के उत्पादन की अनुमानित मात्रा हासिल किये जाने की संभावना है।'' इसके चलते सरकार का तीन करोड़ 41.5 लाख टन का गेहूं खरीद का लक्ष्य भी हासिल किया जाएगा।
मीणा ने कहा कि एफसीआई ने गेहूं खरीद अभियान शुरू कर दिया है। 27 मार्च को मध्य प्रदेश में लगभग 10,727 टन गेहूं की खरीद की गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में पहली आवक शुरू हो गई है। लगभग 10,727 टन की खरीद हुई, हालांकि सोमवार को 5.56 लाख टन की भारी आवक हुई।'' पिछले साल इसी अवधि में इसी तारीख को खरीद की मात्रा शून्य थी। इस वर्ष कम अवधि की फसलों की कटाई के कारण आवक बहुत अधिक थी। देशभर के खरीद केंद्र खुले रहेंगे। पंजाब और हरियाणा में एक अप्रैल से खरीद शुरू हो जाएगी।
एफसीआई का लक्ष्य विपणन वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) में पंजाब से 1.32 करोड़ टन, हरियाणा से 75 लाख टन और मध्य प्रदेश से 80 लाख टन गेहूं की खरीद का है। यह पूछे जाने पर कि क्या बारिश से प्रभावित गेहूं की फसल के लिए गुणवत्ता मानदंडों में ढील दी जाएगी, मीणा ने कहा, ‘‘यदि आवश्यक हुआ तो स्थिति का आकलन करने के लिए एक टीम भेजी जाएगी। हम टीम द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लेंगे।'' उन्होंने कहा कि सरकार को भरोसा है कि अनुमानित रिकॉर्ड उत्पादन हासिल कर लिया जाएगा और इस साल खरीद का लक्ष्य भी हासिल कर लिया जाएगा। गेहूं और गेहूं आटे की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए खुला बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत बफर स्टॉक से गेहूं की बिक्री के बारे में मीणा ने कहा कि फिलहाल इसे रोक दिया गया है क्योंकि कीमतें स्थिर हो गई हैं। बाजार में जिस मात्रा में गेहूं बेचा गया है उसके कारण (मंडी) कीमतें जनवरी के अंतिम सप्ताह में 30 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर अब 22-23 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई हैं। -
नयी दिल्ली. ताइवान की बैटरी कंपनी गोगोरो इंक ने अंतिम छोर तक के परिवहन की श्रेणी में बिजली से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जोमेटो और कोटक महिंद्रा प्राइम के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत जोमेटो के डिलिवरी साझेदारों को वे दोनों कंपनियां किफायती ऋण और बैटरी अदला-बदली की सेवा देंगी। गोगोरो के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी होरास ल्यूक ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत के शहरों में इलेक्ट्रिक परिवहनों का शहरी रूपांतरण शुरू हो चुका है। ऐसे में आवश्यक है कि हम डिलिवरी साझेदारों को इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों से जुड़ी सुविधाएं दें। गोगोरो, जोमेटो और कोटक ने इसीलिए यह साझेदारी की है।'' जोमेटो में फूड डिलिवरी के मुख्य परिचालन अधिकारी मोहित सरदाना ने कहा, ‘‘किफायती और भरोसेमंद बैटरी अदला-बदली समाधान के साथ इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन डिलिवरी साझेदारों के लिए लाभदायक साबित होते हैं और इनसे वायु प्रदूषण में भी कमी आती है।'
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नयी दिल्ली. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि देश का वस्तु एवं सेवा निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक 760 अरब डॉलर से अधिक हो जाने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2021-22 में देश का कुल निर्यात 676 अरब डॉलर रहा था जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 500 अरब डॉलर था। गोयल ने यहां उद्योग मंडल एसोचैम के वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिस समय दुनिया मंदी, उच्च मुद्रास्फीति और बढ़ी हुई ब्याज दरों का सामना कर रही है, भारत बढ़िया प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ साल में नरेंद्र मोदी सरकार का ध्यान बुनियादी आधार खड़ा करने पर रहा है ताकि अर्थव्यवस्था कई वर्षों तक निर्बाध एवं सतत वृद्धि करती रहे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार में भारत के प्रदर्शन ने आलोचकों को गलत साबित कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं गर्व एवं प्रसन्नता से यह कह सकता हूं कि भारत ने चालू वित्त वर्ष में आज की तारीख में 750 अरब डॉलर का निर्यात आंकड़ा पार कर लिया है।'' उन्होंने उम्मीद जताई कि 31 मार्च को वित्त वर्ष के खत्म होने तक यह आंकड़ा 760 अरब डॉलर को पार कर जाएगा।