संत ज्ञानेश्वर स्कूल में बच्चों की मम्मियों के साथ दिवाली मिलन
-बच्चों के साथ शिक्षिकाओं ने भी बेहतरीन प्रस्तुतियां से कार्यक्रम को बनाया मनोरंजक
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर विद्यालय (एसडीवी) में दीपावली के पूर्व पैरेंट्स (मम्मी) ने दिवाली मिलन समारोह का विशेष आयोजन किया गया। प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने इस अवसर पर बच्चों की मम्मियों को संबोधित किया और सभी से दिवाली की व्यस्ततम दिनचर्या के बीच समय निकालने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि स्कूल में होने वाले ऐसे आयोजन स्कूल प्रबंधन और पैरेंट्स को समीप लाते हैं, जो बच्चों के अच्छे भविष्य के निर्माण में सहायक होते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत शिक्षिका श्वेता चौधरी और प्रीति तिवारी ने बच्चों की मम्मियों का स्वागत तिलक लगाकर किया। नन्हें बालक राम-सीता बनकर आए क्रमशः शिवम, ऋषभ, सोनल, प्रथम ने मम्मियों का दिल जीत लिया। सभी ने उनका स्वागत पुष्प वर्षा से किया। सबसे पहले मम्मियों ने दीप प्रज्जवलन कर दिवाली मिलन की शुरुआत की। तत्पश्चात शिक्षिकाओं ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से आयोजन को आगे बढ़ाया।
पांचवीं की छात्रा पावना लासिया ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। शिक्षिकाओं ने 'दीपावाली मनाई सुहानी' गीत के सुमधुर गायन से सभी को प्रभावित किया। म्यूजिक टीचर विवेक सिंह राजपूत ने सुमधुर गीत गाया। बच्चों की मम्मियों के लिए बीच-बीच में प्रश्नोत्तरी की गई। इसमें भाग्यश्री शुक्ला, दुर्गा शर्मा, गीता बर्वे, पुष्प साहू, नमिता साहू, शबनम बानो, कालेश्वरी वर्मा, सुशीला निहाल, बिजली दुर्गा, बासमती सोना, मुकेश्वरी साहू, मानवी सेन सहित अनेक मम्मियों ने सही उत्तर देकर आकर्षक पुरस्कार जीते।
माताओं के मनोरंजन के लिए एक और गेम ‘हैप्पी दिवाली 2025’ का आयोजन किया गया। इसमें द्रौपदी साहू को पहला, गायत्री साहू को दूसरा और सरस्वती निषाद को तीसरा पुरस्कार मिला। इन दोनों गेम का संयोजन शिक्षिका श्वेता चौधरी और विनीता सुंदरानी ने किया। किरण तिवस्कर ने स्वरचित कविता ‘न जाने हम कब बड़े हो गए’ की प्रभावी पेशकश से मम्मियों को उनका बचपन याद दिला दिया।
मिडिल स्कूल की प्रभारी सुनिधि रोकड़े ने ‘दिवाली उत्सव’ पौराणिक, सामाजिक और व्यावहारिक महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में पहली की अभिज्ञा शुक्ला ने खूबसूरत नृत्य की प्रस्तुति दी। मनीषा दास ने अपने विचार व्यक्त किए। भाग्यश्री शुक्ला ने कहा कि हमें अपने बच्चे को एसडीवी में डालकर गौरव महसूस होता है। प्राइमरी इंचार्ज अपर्णा ने कहा कि ‘एक दिया सारा अंधकार मिटा सकता हैं’। इसी प्रकार अगर हम बच्चों के साथ समय बिताएं, तो उनके जीवन में नई रोशनी ला सकते हैं।
इस उपलक्ष्य पर अंजलि गुप्ता, स्नेहा महाजन, वंदना यादव ,रेणुका शुक्ला, ज्योति साहू की ओर से मिट्टी के दीये वितरित किए गए। कार्यक्रम का संचालन तृप्ति अग्निहोत्री ने और आभार प्रदर्शन सुदेवी बिस्वास ने किया।











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