समर्थन मूल्य में वृद्धि से कर्ज़ मुक्त हुए किसान विवेक चंद्राकर
-’’तुंहर टोकन’’ ने खरीदी को बनाया त्वरित और पारदर्शी
दुर्ग / छत्तीसगढ़ शासन की किसान कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अब सीधे किसान के परिवार को मिल रहा है। दुर्ग जिले के ग्राम अंडा के प्रगतिशील कृषक श्री विवेक चंद्राकर ने हाल ही में अंडा सोसाइटी में अपनी उपज बेची और बताया कि इस वर्ष धान की खेती उनके लिए फायदे का सौदा बन गई है। श्री चंद्राकर, जो लगभग 16 एकड़ में खेती करते हैं, बताते हैं कि समर्थन मूल्य में हुई ऐतिहासिक वृद्धि ने उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। पहले हमें धान का जो मूल्य मिलता था, उससे सिर्फ़ लागत ही निकल पाती थी और कर्ज़ चुकाने में दिक्कत आती थी। लेकिन इस साल धान का मूल्य बढ़ने से जो आय हुई है, उससे वे अपना कर्ज चुका पाएंगे। श्री चंद्राकर ने धान खरीदी की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए ’’तुंहर टोकन’’ मोबाइल ऐप की भी विशेष सराहना की। उन्होंने बताया टोकन लेने से लेकर धान की तौल होने तक, हमें कोई तकलीफ नहीं हुई। इस नए सिस्टम के कारण धान बेचने के लिए हमें किसी बिचौलिए या दलाल के पास नहीं जाना पड़ता। खरीदी का पूरा काम अब साफ़-सुथरा (पारदर्शी) और ईमानदारी से हो रहा है। श्री चंद्राकर का मानना है कि राज्य सरकार की नीतियाँ सही मायनों में किसानों को बेहतर मूल्य और आर्थिक संबल प्रदान कर रही हैं, साथ ही तकनीक के उपयोग से खरीदी व्यवस्था को पारदर्शी और किसान-हितैषी बना रही हैं।







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