पीएमश्री केन्द्रीय विद्यालय दुर्ग में मृदा स्वास्थ्य दिवस का आयोजन
दुर्ग. कृषि विभाग द्वारा पायलट प्रोजेक्ट ऑन स्कूल हेल्थ कार्यक्रम अंतर्गत पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय दुर्ग में मृदा स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी रूआबांधा दुर्ग श्रीमती पुष्पा राजेंद्रन द्वारा सॉइल हेल्थ कार्ड योजना एवं मिट्टी नमूना संग्रहण, विश्लेषण एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर संतुलित उर्वरक के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
मिट्टी नमूने विश्लेषण के आधार पर संतुलित मात्रा में खाद का उपयोग कर कृषक फसल कास्त लागत में कमी लाते हुए उत्पादन में वृद्धि कर सकते है। स्कूल सॉइल हेल्थ योजना केंद्र शासन की महत्वपूर्ण योजना है जिसमें कृषकों छात्रों को मृदा स्वास्थ्य के विषय में जागरूक करते हुए टिकाऊ खेती के बारे में समझाया जाता है। छात्र स्वयं कृषकों के हितों से मिट्टी के नमूनों का संग्रहण कर विद्यालय के प्रयोगशाला तथा स्थानीय प्रयोगशाला के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य पत्र तैयार करते हैं। प्रयोगशाला सहायक श्री संजीव जेना एवं स्वाति सिंह राजपूत द्वारा मिट्टी नमूना संग्रहण, मिट्टी के पोषक तत्व एवं मिट्टी के पीएच मान सहित 12 पैरामीटर की पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। प्रश्नोत्तरी के माध्यम से मृदा के विषय में ज्ञान को परखा गया। टीजीटी विज्ञान श्री राजेश कुमार द्वारा बताया गया कि गत वर्ष से स्कूल सॉइल हेल्थ योजना विद्यालय में संचालित है जिसमें छात्रों द्वारा काफी रुचि ली जा रही है।
केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य श्री उमाशंकर मिश्रा ने योजना को काफी उपयोगी बताते हुए छात्रों को कहा कि बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण गिरते हुए मृदा स्वास्थ्य को देखते हुए यह आवश्यक है कि आने वाली पीढ़ी मृदा स्वास्थ्य के विषय में जागरूक हो एवं सुधार और संरक्षण हेतु प्रयास करें। कृषि में कृषि में रसायनो का बढ़ता हुआ प्रयोग मिट्टी के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही नुकसानदायक है। कार्यक्रम का संचालन श्री अजय आर्य टीजीटी संस्कृत द्वारा किया गया स्कूल स्टाफ एवं कृषि विकास अधिकारी श्रीमती मंजूषा सिंह भी उपस्थित रही।










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