एसआईआर के अंतर्गत महत्वपूर्ण/अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों/मीडिया प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक गणना पत्रक भरने से वंचित न हो
0- नगरीय निकायों में सहयोग के लिए हेल्प डेस्क की करें स्थापना
0- कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने चेम्बर ऑफ कामर्स और सामाजिक संगठनों से एसआईआर में सहयोग हेतु की अपील
दुर्ग. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अर्हता दिनांक 01 जनवरी 2026 के संदर्भ में गणना पत्रक भरने की कार्यवाही जारी है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अभिजीत सिंह ने कहा है कि सभी महत्वपूर्ण व्यक्तियों, अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों, विशिष्ट व्यक्तियों, मीडिया के व्यक्तियों एवं गणमान्य व्यक्तियों के गणना पत्रक भरे जाने तथा 2003 के मतदाता सूची से उनका अथवा उनके परिवार के सदस्यों का मिलान कराए जाने की कार्यवाही अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, बीएलओ एवं कार्य से जुड़े कर्मचारियों को ऐसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों से संपर्क कर उनके तथा परिवार के सदस्यों तथा गणना पत्रक भरने तथा 2003 की मतदाता सूची से उनकी मैपिंग कर ली गई है अथवा नहीं, इसकी पुष्टि कराने कहा है।
कलेक्टर श्री सिंह ने ऐसे व्यक्तियों के पुष्टि के लिए दायित्व सौपे हैं। जिसके अनुसार माननीय सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, प्रमुख राजनीतिक दलों के संगठन के सदस्य आदि के लिए प्रोटोकॉल शाखा, समस्त नगरीय निकायों के पदाधिकारी तथा पूर्व पदाधिकारी यथा महापौर, अध्यक्ष, सभापति पार्षद गण, एल्डरमैन (वर्तमान एवं पूर्व) आदि के लिए संबंधित नगरीय निकाय के आयुक्त/सीएमओ, समस्त पंचायत पदाधिकारियों एवं पूर्व पदाधिकारी यथा जिला पंचायत अध्यक्ष, सदस्य, जनपद पंचायत के अध्यक्ष, सदस्य, ग्राम पंचायत के सरपंच एवं पंच (वर्तमान एवं पूर्व), मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत/ जनपद पंचायत के द्वारा, मीडिया के व्यक्तियों के लिए जनसंपर्क कार्यालय के द्वारा, अधिकारी/कर्मचारी के लिए संबंधित विभाग के जिला प्रमुख अथवा कार्यालय प्रमुख के द्वारा (अपने समस्त जिला स्तरीय अनुविभाग, स्तरीय खंड स्तरीय कार्यालय तथा अपने वरिष्ठ कार्यालय में यथा मंडल सर्कल आदि में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों के विषय में भी पुष्टि कर लें) पुष्टि कराऐं जाएंगे।
कलेक्टर श्री सिंह ने उक्त सभी अधिकारियों से अपेक्षा की है कि जिन व्यक्तियों के संबंध में उनको पुष्टि करना है उन सभी से दूरभाष अथवा प्रत्यक्ष चर्चा कर पुष्टि करवा लें कि स्वयं के एवं उनके परिवार के सदस्यों के गणना प्रपत्र भरकर बूथ लेवल अधिकारी को दे दिए गए हैं। उनके नाम पिछले 2003 के एसआईआर मतदाता सूची में वे जहां कहीं पर भी थे उसके अनुसार खोज लिए गए हैं अथवा नहीं अर्थात मैपिंग का कार्य कर लिया गया है अथवा नहीं। तथा यह जानकारी उनके गणना प्रपत्र में भरी गई है अथवा नहीं। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा है कि जानकारी में ऐसी कोई भी व्यक्ति आते हैं जो वर्तमान में दुर्ग जिले में निवासरत कार्यरत हैं परंतु या तो उनका गणना प्रपत्र नहीं भरवाया गया है अथवा भरवाया गया है परंतु पिछले 2003 के एसआईआर मतदाता सूची से उनकी मैपिंग नहीं की जा सकी है तो ऐसे लोगों की जानकारी तत्काल संबंधित विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध कराएं ताकि उनके द्वारा गणना पत्रक भरवाने अथवा मैपिंग की कार्रवाई समय सीमा में पूर्ण की जा सके।
कलेक्टर ने अधिकारियों को अवगत कराया है कि 11 दिसम्बर तक गणना पत्रक भरवा कर ऑनलाइन डिजिटाइजेशन किये जाने की अंतिम तिथि है। समय सीमा का विशेष ध्यान रखें और आगामी दो दिवस (रविवार शाम तक) में उपरोक्त अनुसार पुष्टि कर अवगत करें। बाद में किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति का नाम छुटने की स्थिति निर्मित ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
स्थानांतरित शासकीय अधिकारियों/कर्मचारियों के सहयोग हेतु नगर निगम कार्यालयों में हेल्प डेस्क की स्थापना -
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अभिजीत सिंह ने निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को यह भी अवगत कराया कि महत्वपूर्ण व्यक्तियों से पुष्टि के दौरान विशेषकर शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों में बहुत से ऐसे लोग मिलेंगे जो या तो हाल ही में स्थानांतरित होकर दुर्ग जिले में आए हैं, तथा उनका नाम वर्तमान में यहां की मतदाता सूची में न होने के कारण उनका गणना पत्रक ही जनरेट नहीं हुआ होगा। ऐसे लोगों को फॉर्म-6 दिया जाकर भरवा लिया जाए। फॉर्म-6 सभी बूथ लेवल अधिकारियों को दिया गया है। यदि किसी को आवश्यकता हो तो कुछ फॉर्म निर्वाचन शाखा में तथा निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्यालय में भी उपलब्ध हैं। ऐसे अधिकारी/कर्मचारी जिनका दुर्ग में पदस्थापना हुए कुछ समय हो गया है तथा उनके नाम यहां की मतदाता सूची में शामिल है। अतः गणना प्रपत्र जेनरेट हुए हैं और भर कर दिए गए हैं। परंतु 2003 के पिछले एसआईआर के समय वे दुर्ग जिले में नहीं थे और छत्तीसगढ़ के किसी अन्य जिले अथवा किसी अन्य प्रदेश में वे स्वयं या उनके पिता निवासरत थे। परंतु उस समय की मतदाता सूची में उनका या उनके पिता का नाम खोजने में उनको समस्या हो रही है और अभी तक नहीं खोज पाए हैं। ऐसे लोगों की सहायता के लिए सभी नगर निगम कार्यालय में एक-एक हेल्प डेस्क की स्थापना की जाए जो छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों अथवा अन्य राज्यों की 2003 की एसआईआर सूची में नाम खोजने में सहायता करेंगे।
एसआईआर में सहयोग हेतु अपील
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अभिजीत सिंह ने जिले में एसआईआर के दौरान चेम्बर ऑफ कामर्स और सामाजिक संगठनों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा है कि लोगों को यदि गणना पत्रक भरने में कठिनाई आने पर चेम्बर ऑफ कामर्स एवं सामाजिक संगठन संबंधित क्षेत्र के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय से चर्चा कर ऐसे व्यक्ति को फार्म-6 भरवाने में सहयोग करें ताकि उक्त व्यक्ति का नाम जिले की विधानसभा अंतर्गत मतदाता सूची में जुड़ सकें।










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