तीखुर के हैं अनोखे फायदे ....पेट फूलने और गैस की परेशानी होगी दूर
तीखुर हल्दी के जैसा ही होता है, और हल्दी के फायदे की तरह ही तीखुर के सेवन से शरीर को बहुत अधिक लाभ होता है। आयुर्वेद के अनुसार, तीखुर एक जड़ी-बूटी है, और तीखुर के अनेक औषधीय गुण हैं। घाव, बुखार, खांसी, सांसों की बीमारी, अधिक प्यास लगने की समस्या में तीखुर के इस्तेमाल से फायदे मिलते हैं। इतना ही नहीं, एनीमिया, मूत्र रोग, डायबिटीज, पीलिया आदि रोगों में भी तीखुर के औषधीय गुण से लाभ मिलता है।
आप भूख की कमी, जलन, कुष्ठ रोग में तीखुर के औषधीय गुण के फायदे ले सकते हैं। आप पथरी, रक्त-विकार, रक्त की कमी, किडनी विकार, और टीबी रोग में भी तीखुर से लाभ ले सकते हैं। आइए जानते हैं कि तीखुर के सेवन या उपयोग करने से कितनी सारी बीमारियों में फायदा होता है, और तीखुर से क्या-क्या नुकसान हो सकता है।
तीखुर के औषधीय गुण
1. पेट फूलने और गैस की परेशानी होगी दूर
कई बार गैस की परेशानी लोगों के लिए बड़ी समस्या का कारण बन जाती है। गैस की परेशानी होने से कई लोगों का पेट फूलने लगता है। तीखुर को 2-3 ग्राम मात्रा में रोज लें और साथ में पानी पी लें। यह गैस की समस्या से आपको मुक्ति देगा और पेट फूलने की परेशानी को भी दूर होगी।
2. दस्त के लिए तीखुर चूर्ण का करें इस्तेमाल
अगर आपको दस्त की समस्या है तो तीखुर राइजोम को पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को दूध और शक्कर के साथ मिलाकर खाएं। यह दस्त की परेशानी में लाभ करेगा।
3. यूरिन में जलन के लिए बहुत है फायदेमंद
गर्मियों के समय में बहुत से लोगों को पेशाब में जलन, रुक-रुक कर यूरिन आना जैसी समस्या होती है। तीखुर की तासीर ठंडी होने के कारण यह यूरिन इन्फेक्शन को दूर करने में मदद करता है। अगर आपको भी यूरिन में जलन हो तो तीखुर के प्रकंद का चूर्ण बनाकर उसे 1-2 ग्राम मात्रा में लें। यह जलन को दूर करने में मदद करेगा। अगर यूरिन में दर्द की परेशानी है तो तीखुर के प्रकंद के चूर्ण को दूध और शक्कर में मिलाएं और इसका सेवन करें। पेशाब में दर्द की समस्या जल्द दूर होगी।
4. खांसी को करता है दूर
अगर आपको लंबे समय से खांसी आ रही है तो 2-3 ग्राम तीखुर चूर्ण को गाय के घी में मिलाकर खाएं। यह खांसी को दूर करने में मदद करता है। इस उपाय को अपनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि घी थोड़ा गर्म करके ही उसमें तीखुर चूर्ण मिलाएं।

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