केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने मानव तथा हाथियों के बीच संघर्ष पर एक पोर्टल का शुभारंभ किया
नर्ई दिल्ली। केन्द्रीय पर्यावरण और वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने विश्व हाथी दिवस-2020 की पूर्व संध्या पर आज हाथियों के संरक्षण के बेहतरीन तौर-तरीकों के बारे में एक दस्तावेज का विमोचन किया। उन्होंने मनुष्यों तथा हाथियों के बीच संघर्ष की स्थिति के बारे में एक वेबसाइट का भी शुभारंभ किया।
इस अवसर पर श्री जावडेकर ने कहा कि हमें भारतीय संस्?कृति पर गर्व है जिसमें न सिर्फ पशुओं से प्रेम किया जाता है बल्कि उनकी हत्?या करने को अशुभ माना जाता है। श्री जावडेकर ने कहा कि सरकार ने वन क्षेत्रों में चारा और पानी की उपलब्धता बढ़ाने की पहल की है ताकि पशुओं को इनकी कोई कमी न हो और उन्हें इनके लिए जंगल से बाहर न जाना पड़े।
इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यावरण और वन राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि यह गर्व की बात है कि एशियाई हाथियों की कुल संख्या का 60 प्रतिशत भारत में हैं।
विश्व हाथी दिवस का आयोजन हाथियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाता है। एशियाई और अफ्रीकी हाथियों की घटती संख्या की ओर तत्काल ध्यान आकृष्ट करने के लिए यह दिवस 2012 से मनाया जा रहा है। एशियाई और अफ्रीकी हाथियों को अवैध शिकार, मनुष्यों और हाथियों के बीच संघर्ष तथा पालतू हाथियों के साथ दुव्र्यवहार जैसे खतरों का सामना करना पड़ रहा है।
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