2030 तक इथनोल मिश्रण को पेट्रोल में 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य
नई दिल्ली। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत निवेश के लिए एक पसंदीदा जगह के रूप में उभर रहा है। वर्चुअल माध्यम से तीसरे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेश सम्मेलन 2020 को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्ष के दौरान भारत में अक्षय ऊर्जा के लिए 64 अरब अमरीकी डॉलर का निवेश किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने देश में 20 अरब अमरीकी डॉलर के लागत वाले पांच हजार सीबीजी संयंत्र लगाने का लक्ष्य रखा है। इस समय एक हजार पांच सौ सीबीजी संयंत्र चालू हो चुके हैं।
पर्यावरण और अर्थव्यवस्था में संतुलन बनाने के लिये जैव ईंधन के महत्व पर जोर देते हुए श्री प्रधान ने कहा कि वर्ष 2030 तक इथनोल मिश्रण को पेट्रोल में बीस प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि 11 राज्यों में 12 टूजी इथनोल जैव रिफाइनरियां स्थापित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि तेल और प्राकृतिक गैस के क्षेत्र में काम कर रहे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम अपने ईंधन वितरण स्टेशनों में सौर ऊर्जा का प्रयोग पचास प्रतिशत कर देंगे।
Leave A Comment