370 हटाने के पक्ष में राजा हरिसिंह के बेटे डॉ. करण सिंह,
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद मची सियासी हलचल के बीच महाराजा हरि सिंह के बेटे और कांग्रेस नेता डॉ. करण सिंह का बयान आया है. करण सिंह ने भी अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने की एक तरह से वकालत करते हुए लद्दाख को कश्मीर से अलग करते हुए केंद्र शासित क्षेत्र बनाए जाने का स्वागत किया है.डॉ. करण सिंह ने मीडिया को जारी पत्र में कहा कि तेजी से घटित घटनाक्रम ने दूसरों लोगों की तरह उन्हें भी आश्चर्य में डाला है. लेकिन इसकी एकतरफा आलोचना करना ठीक नहीं है. इसमें अच्छी बातें भी हैं, जिसमें लद्दाख को अलग करना शामिल है. मैने 1965 में खुद इस बात की वकालत की थी. उन्होंने साथ ही बिना विधानसभा वाले लद्दाख में हिल काउंसिल फॉर लेह एंड लद्दाख के पूर्ववत काम करते रहने की उम्मीद जताई, जिससे स्थानीय लोगों की बात सुनी जा सके. डॉ करण सिंह ने अनुच्छेद 35ए में विद्यामान लैगिंक मतभेद को हटाए जाने के साथ पश्चित पाकिस्तान से आए लाखों शरणार्थियों के साथ अनुसूचित जनजाति के लोगों को आरक्षण दिए जाने की बात कही है. इसके साथ उन्होंने नए सिरे से परिसीमन की वकालत की है, जिससे पहली बार जम्मू और कश्मीर के बीच सत्ता का बराबरी का बंटावारा हो पाए. उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर राजनीतिक वार्ता को जारी रखने की बात कही है. घाटी के दोनों राजनीतिक – नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी को भारत-विरोधी करार दिए जाने को गलत बताया है, वहीं वैध राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को जल्द से जल्द जेलों से रिहा करने की मांग की है.डॉ. सिंह ने हर सूरत में जम्मू-कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रहने की बात कहते हुए इसे जल्द से जल्द राज्य का दर्जा देने की मांग की है, जिससे प्रांत को लोग भी भारत के दूसरे प्रांतों में रहने वाले लोगों की तरह राजनीतिक अधिकार प्राप्त कर सकें.
Leave A Comment