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- - तीन दशक में 7.27 लाख लोगों की आंखों में लौटाई रोशनीराजनांदगांव ।अंधत्व निवारण को लेकर तीन दशक से काम करने वाली शहर की समाजसेवी संस्था उदयाचल को लंदन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में जगह मिलने जा रही है। वर्ष 1993 से आंखों से जुड़ी हर तरह की बीमारियों का निश्शुल्क संपूर्ण उपचार करने इस संस्था को यह सम्मान 71 हजार 500 आपरेशन व 58 हजार 510 लैंस रोपण के कीर्तिमान के लिए दिया जा रहा है। इतना ही नहीं संस्था ने इस अवधि में सात लाख 27 हजार से अधिक नेत्र रोगियों का वाह्य उपचार भी किया है। रविवार को लंदन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड संगठन की टीम संस्था परिसर में शाम 4.30 बजे महापौर हेमा देशमुख के आतिथ्य में आयोजित समारोह में यह सम्मान सौंपने आ रही है।उदयाचल की स्थापना वर्ष 1968 में धर्मार्थ संस्था के रूप में की गई थी। शुरुआत में यह शिविरों के माध्यम से लोगों को निश्शुल्क स्वास्थ्य सेवा दे रही थी। अस्पताल बनाकर 1993 से अंधत्व निवारण अभियान शुरू किया गया। छह विशेषज्ञ चिकित्सकों समेत 70 कर्मचारियों की टीम के साथ यह संस्था आंखों से संबंधित सभी प्रकार के रोगों का संपूर्ण उपचार निश्शुल्क करती है। इसमें आपरेशन, लैंस, आवास, भोजन, दवा, चश्मा आदि भी निश्शुल्क ही दिया जाता है।दो माह पहले लंदन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने इस कीर्तिमान के साथ संस्था की कार्यशैली का भी अवलोकन किया। उसे प्रमाणित पाए जाने के बाद रिकार्ड में शामिल किया गया। संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि उदयाचल ने काफी कम समय में लैंसरोपण के रूप में दृष्टिहीनता के खिलाफ सराहनीय कार्य किया है। राजनांदगांव जैसे छोटे शहर में 30 वर्षों में सवा सात लाख से अधिक लोगों की वाह्य जांच व उपचार भी अपने आप में बड़ा कार्य है। लंदन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड संगठन द्वारा इसी प्रतिबद्धता का सम्मान मिलने जा रहा है।पद्मश्री, डा. पुखराज बाफना, संरक्षक, उदयाचल ने कहा- स्थापना के दिन से ही उदयाचल संस्था समाज की सेवा में लगी है। समय के साथ सेवा के स्वरूप को हमने बदला। यही कारण है कि काफी कम समय में संस्था ने उपचार, आपरेशन व अंधत्व निवारण से जुड़े हर कार्य में कीर्ति प्राप्त की। लंदन के संगठन द्वारा इसी समर्पण का सम्मान किया जा रहा है। यह पूरी संस्कारधानी के लिए गौरव की बात है।
- रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। सभी पार्टियां अपने स्तर पर तैयारियां कर रही हैं। भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को ही विभिन्न राज्यों में चुनाव प्रभारी की घोषणा की है। वहीं आज पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने घोषणा पत्र समिति के सदस्यों की नियुक्ति भी कर दी है। 31 सदस्यीय इस समिति में सांसद विजय बघेल को संयोजक बनाया गया है। वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता रामविचार नेताम, अमर अग्रवाल, शिवरतन शर्मा तो सहसंयोजक पद की जिम्मेदारी दी गई है।देखें समिति में और किन्हें शामिल किया गया है-
- -जशपुर के पाठ क्षेत्र मिर्च की खेती के लिए प्रसिद्धरायपुर ।जशपुर के किसान काजू, नाशपत्ती, लीची, चाय के खेती के साथ, पत्थलगांव क्षेत्र में टमाटर, बगीचा के पाठ क्षेत्रों में हरी मिर्च और टाऊ एवं आलू की खेती बड़ी मात्रा में की जाती है। ग्राम पंचायत मनोरा में उजाला स्व-सहायता समूह की महिलाएं मिर्च की खेती कर रही हैं। अब महिलाएं स्व-रोजगार की राह में चलकर आत्मनिर्भर बनती चली जा रही है। समूह की महिलाएं मिर्च की खेती करके अपने परिवार के पालन-पोषण में सहयोग कर पा रही है।जशपुर जिला प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण जिला माना जाता है। यहां पर सुन्दर हरे-भरे पेड़-पौधे, नदी-नाले, पहाड़, झरने सहज ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। गर्मी के मौसम के लिए जशपुर जिला छुट्टी बिताने के लिए प्राकृतिक दृष्टिकोण से बहुत ही अच्छी जगह है। हरियाली होने के कारण यहां का तापमान गर्मी के मौसम में लोगों के लिए उपयुक्त रहता है और अधिक गर्मी भी नहीं पड़ती है। पाठ क्षेत्र हरी मिर्ची की पैदावार के लिए जाना जाता है और यहां पर मिर्च की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है। जशपुर का मिर्च रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, दुर्ग सहित बड़े शहरों एवं उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, दिल्ली जैसे बड़े राज्यों में बड़ी संख्या में निर्यात किया जाता है। मिर्च की खेती से जशपुर के किसान आर्थिक रूप से सक्षम बनते जा रहे हैं और अपने परिवार के साथ अच्छे से जीवन व्यतीत कर रहें हैं।इसी कड़ी में जशपुर जिले के उजाला महिला स्व-सहायत समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित मिर्च का स्थानीय बाजार सहित जिले के बाहर भी मांग बड़ी मात्रा की जा रही है, जिससे मिर्च की विक्रय बढ़ती जा रही है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं अब तक 8 क्विंटल मिर्च की बिक्री कर चुकी है और मिर्च के विक्रय से लगभग 64 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त कर चुकी हैं।
- दुर्ग 0 / जिले में 1 जून से 8 जुलाई तक 175.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सार्वाधिक वर्षा 280.0 मिमी पाटन तहसील में तथा न्यूनतम 60.0 मिमी. बोरी तहसील में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील दुर्ग में 239.2 मिमी, तहसील धमधा में 100.9 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 181.0 मिमी और तहसील अहिवारा में 194.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। 8 जुलाई को तहसील दुर्ग में 1.0 मिमी, तहसील धमधा में 0.0 मिमी, तहसील पाटन में 7.4 मिमी, तहसील बोरी में 3.0 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 7.0 मिमी और तहसील अहिवारा में 6.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।file photo
- -स्वर्गीय श्रीमती वर्मा के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलिदुर्ग / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज पाटन के ग्राम बटंग पहुंचकर मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज पूर्व राजप्रधान दुर्ग राज श्री अरूण कुमार वर्मा की धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमती रेखा वर्मा के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल हुए।मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्रीमती रेखा वर्मा के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने श्री अरूण वर्मा और उनके शोकाकुल परिवारजनों से भेंट कर शोक संवेदना प्रकट की और उन्हें सांत्वना दी।मुख्यमंत्री श्री बधेल कार्यक्रम के पहुचे मेहमानों औऱ ग्रामीण जनों से आत्मीयता पूर्वक मुलाकात कर सभी से उनका हाल पूछा औऱ खेती बाड़ी व फसल बोनी के सम्बंध में चर्चा की। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि , कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र मीणा, एस पी श्री शलभ सिन्हा व अन्य विभागीय अधिकारी गण औऱ ग्रामवासी उपस्थित थे।
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दुर्ग /आज 64 दुर्ग शहर विधानसभा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवम सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा सभी सुपरवाइजर, बीएलओ की समीक्षा बैठक ली गई। सभी को निर्वाचन आयोग के निर्देशों अनुरुप कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया। विशेषकर टीजीटी, पीडब्लूडी वोटर के चिन्हांकन एवं बीएलओ एप में ऑनलाइन एंट्री हेतु निर्देशित किया गया। अपर कलेक्टर महोदय श्री अरविंद एक्का IAS की अध्यक्षता में भिलाई इंस्टीटूट ऑफ टेक्नोलॉजी महाविद्यालय में बीएलओ और सुपरवाइजर की बैठक की समाप्ति उपरांत सभी को मतदाता जागरूकता संबंधी शपथ दिलाई गई।
- -खेल और शिक्षा को बढ़ावा देने का लगातार किया जा रहा है प्रयास - मुख्यमंत्री भूपेश बघेलरायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महात्मा गांधी स्टेडियम के अंतर्गत स्थित खेलो इंडिया मल्टीपरपज इनडोर स्टेडियम हाॅल सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का शिलान्यास, भूमि पूजन और लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में उप मुख्यमंत्री श्री टी. एस. सिंहदेव, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया भी शामिल रहे।जिले में कार्यक्रम स्थल पर नगर निगम अम्बिकापुर महापौर डॉ अजय तिर्की, सभापति श्री अजय अग्रवाल, स्थानीय जनप्रतिनिधि, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिष्ठा ममगई, अधिकारी-कर्मचारी एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि खेल और शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगातार खेल व शिक्षा के क्षेत्र में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसके साथ ही क्षेत्र के समावेशी विकास के लिए लगातार सार्थक प्रयास राज्य शासन द्वारा किए जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने क्षेत्रवासियों को सुसज्जित व सर्वसुविधायुक्त इनडोर स्टेडियम मिलने पर बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने खेल प्रेमियों के लिए इसे बहुत ही सुंदर उपहार बताया। उन्होंने कहा खेल, समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है और इससे निसंदेह नगर वासियों को लाभ प्राप्त होगा।लोकार्पण तथा शिलान्यास के प्रमुख कार्य-मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां 4 करोड़ 37 लाख 64 हजार रुपये की लागत से निर्मित इस सर्वसुविधायुक्त मल्टीपरपज इण्डोर हॉल का लोकार्पण किया। जहां खिलाड़ियों हेतु 04 बैडमिंटन कोर्ट, 03 टेबल टेनिस, बास्केट बॉल एवं व्हॉलीबॉल कोर्ट की सुविधा है। हॉल का आकार 150.00×65.00 फिट है। मल्टीपरपज इंडोर हॉल में महिला एवं पुरूष खिलाड़ियों हेतु पृथक-पृथक चेजिंग रूम, वॉशरूम, क्लॉक रूम, खेल उपकरण कक्ष, प्रथम तल में सीटिंग एरिया उपलब्ध है। यहां भविष्य हेतु स्कवैश कोर्ट, शूटिंग रेंज इत्यादि की भी योजना है।इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने केशवपुर, सोहगा, राजापुर, बिलासपुर तथा निम्हा में 6 करोड़ 86 लाख 11 हजार की लागत से निर्मित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट विद्यालयों का लोकार्पण किया। वहीं 5 करोड़ 39 लाख 47 हजार रुपए के लागत के कार्यों का भूमिपूजन किया गया। भूमिपूजन के कार्यों में 3 करोड़ 39 लाख 22 हजार रुपए से महात्मा गांधी स्टेडियम का उन्नयन कार्य, पीजी कॉलेज ग्राउण्ड में एक करोड़ 25 हजार रुपए की लागत से मूलभूत सुविधाओं का विस्तार कार्य तथा नगर पालिक निगम, अम्बिकापुर के समस्त वार्डो में एक करोड़ रुपए की लागत से विद्युतीकरण कार्य शामिल है।
- -स्कूल बस और यात्री बस में लगेंगे जीपीएस और पैनिक बटन-कमांड सेंटर तैयार: जीपीएस से आपराधिक घटनाओं पर लगेगा अंकुश और बसों के रूट की मिलेगी पल-पल की जानकारी-आपातक़ालीन स्थिति में पैनिक बटन दबाने से मिलेगी पुलिस सहायतारायपुर /छत्तीसगढ़ में यात्री बसों में महिलाओं एवं स्कूल बसों में विद्यार्थियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पैनिक बटन लगाने की तैयारी है। पैनिक बटन लगने से बस में किसी प्रकार की दुर्घटना, छेड़छाड़ होने पर पैनिक बटन दबाने से तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना मिल जाएगी। इसके साथ ही बसों का लोकेशन, स्पीड आदि का भी पता चलता रहेगा। इससे चालकों की मनमानी पर रोक लगने के साथ हादसे की आशंका भी कम हो जाएगी। जीपीएस सिस्टम का कंट्रोल रूम डायल 112 के कार्यालय में बनाया गया है।परिवहन विभाग छत्तीसगढ़ से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस व्यवस्था के शुरू होने से जनता को किसी तरह के खतरे तथा अनहोनी से निपटने में काफी सहूलियत होगी। वर्तमान में प्रदेश में कुल 12 हजार बसें संचालित हो रही हैं, जो अलग-अलग रूट से प्रदेश के कोने-कोने तक जा रही हैं। इसी तरह राज्य में लगभग 6000 स्कूल बस भी संचालित है। बसों में पैनिक बटन और जीपीएस के लगने से बसों की पल-पल की जानकारी मिलेगी।गौरतलब है कि राज्य में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा सुगम यातायात व्यवस्था के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। इस संबंध में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नवीन व्यवस्था के तहत स्कूल बस के रूट में भी मैप रहेगा ताकि स्कूल बस यदि बच्चों को लेकर निर्धारित रूट के अलावा कहीं जाये तो ऑटोमैटिक अलर्ट आ जाये। इसके लिए कंट्रोल रूम में शिफ्ट के हिसाब से चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी जो लगातार सभी बस को मॉनिटर करते रहेंगे और इमरजेंसी की स्थिति में पुलिस विभाग को सूचित करेंगे।बसों में लगेगा पैनिक बटन, दुर्घटना की तुरंत लगेगी जानकारीक्या है पैनिक बटनपैनिक बटन लगने से दुर्घटना या कोई समस्या होने पर बस में सवार यात्री पैनिक बटन को दबाएंगे। बटन के दबते ही पुलिस कंट्रोल रूम व परिवहन कंट्रोल रूम को जानकारी मिलेगी और नजदीकी पुलिस थाने के कर्मचारी तुरंत बस तक पहुंचकर यात्रियों की मदद करेंगे।दिल्ली में हुए निर्भया प्रकरण के बाद से ही केंद्र सरकार ने महिला सुरक्षा की दिशा में कदम उठाने के लिये निर्देश दिए थे ताकि इस तरह के प्रकरण की पुनरावृत्ति न हो। इसी के तहत छत्तीसगढ़ राज्य में निर्भया फण्ड के अंतर्गत सभी यात्री वाहनो को ट्रैक करने के लिए यात्री वाहनों में जीपीएस लगा कर व्हीकल ट्रैकिंग प्लेटफ़ार्म के माध्यम से ट्रैकिंग करने का निर्णय लिया गया। व्हीकल ट्रैकिंग सॉफ्टवेर को चिप्स के माध्यम से बनाया गया है और समस्त गाड़ी के लाइव ट्रैकिंग देखने और त्वरित कार्यवाही करने के लिए सिविल लाइंस रायपुर में स्थित डायल 112 भवन में ही कमांड और कंट्रोल सेंटर भी बनाया गया है ।जानिए क्या है जीपीएसग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस एक ऐसा उपकरण है, जिसे अगर गाड़ी में फिट कर दिया जाए तो एक निर्धारित सर्वर पर गाड़ी का लोकेशन पता लगाया जा सकता है। जीपीएस सिस्टम लगने से आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगेगा। बसों के सही रूट की जानकारी मिल सकेगी। महिला और बच्चों के सुरक्षा के लिए राज्य के सभी स्कूल बस और यात्री बस को पैनिक बटन सुसज्जित जीपीएस के माध्यम से मॉनिटर किया जायेगा। इसके लिए निर्भया कमांड सेंटर बन कर तैयार हो चुका है।वर्जनप्रदेश में चलने वाली निजी बसों में जीपीएस सिस्टम और पैनिक बटन लगाने का निर्णय लिया गया है। इससे बस की पल-पल की जानकारी मिल सकेगी।
-दीपांशु काबरा, आयुक्त, परिवहन विभाग, छत्तीसगढ़ - -कोचियों को दिए गए अल्टीमेटम का कल आखिरी दिनरायपुर। बीते रविवार से अवैध शराब बिक्री के खिलाफ असौंदावासियों का मोर्चा लगातार जारी है। किसानी के इस व्यस्त मौसम में भी वे रोज रैली निकाल चौकसी करने के साथ-साथ कोचियों को भी समझाईश दे रहे हैं। इस असामाजिक कृत्य से तौबा कर लेने की कोचियों को दिया गया अल्टीमेटम का कल रविवार को अंतिम दिन है । ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 3 कोचिये अभी भी चोरी छिपे अवैध शराब बेच रहे हैं । सर्वाधिक दिलचस्प बात तो यह है कि ग्रामीणों द्वारा मोर्चा खोलने के इतने दिन बाद भी शासन - प्रशासन का कोई जिम्मेदार नुमाइंदा अभी तक असौंदा नहीं पहुंचा है ।ज्ञातव्य हो कि खरोरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लगभग 1600 की आबादी वाले इस ग्राम में तकरीबन 8 - 10 शराब कोचिये गली कूचों में सक्रिय थे जिसकी वजह से न केवल ग्राम का माहौल खराब था वरन् असौंदा सडक़ मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। इसी के परिप्रेक्ष्य में बीते रविवार को असौंदा के ग्रामीणों व आसपास के ग्राम प्रमुखों की बैठक आहूत की गयी थी । बैठक में इसके खिलाफ मोर्चा खोलने के निर्णय के साथ - साथ कोचियो को आसन्न रविवार तक इस असामाजिक कृत्य से तौबा कर लेने हेतु समय देने सहमति बनी थी ।बैठक में शराब के खिलाफ ग्रामीणों के आक्रोश व एकजुटता को देखते हुये ग्रामीणों ने महिलाओं को समर्थन दे उनके साथ मोर्चा खोल दिया था और तब से खेती के इस व्यस्त मौसम में भी रोजाना रैली निकाल चौकसी करने के साथ - साथ कोचियों को भी समझाईश दे रहे हैं । ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम में खुले आम अवैध शराब बिक्री का धंधा तो बंद हो गया है पर 2 - 3 कोचिये अभी भी गुपचुप रुप से अवैध शराब बेच रहे हैं और एक कोचिया द्वारा तो ग्राम के बाहर भाठापारा शाखा नहर में असौंदा के नहर पार में शराब बेचना शुरू कर दिया है जहां शाम ढले पियक्कड़ों की भीड़ जुट रही है । ग्रामीणों को इसकी भनक लग गयी है और वे इन कोचियो को समझाईश पर समझाईश देने के साथ उनको दिये गये अल्टीमेटम के अंतिम दिन बीतने का इंतजार कर रहे हैं । अल्टीमेटम की अवधि खत्म होने के बाद वे समीक्षा कर आगामी रुख़ का निर्णय करेंगे ।इधर शराब विरोधी मुहिम में जुटे किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा को असौंदा व प्रभावित आसपास के ग्राम प्रमुखों द्वारा लगातार आद्यतन जानकारी पहुंचाई जा रही है व वे उन्हें गांधीवादी तरीके से संघर्ष जारी रखने प्रोत्साहित कर रहे हैं । सरपंच राजेश साहू सहित वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों , पूर्व सरपंचद्वय जितेन्द्र चंद्राकर व राजू टंडन , सिंचाई पंचायत के अध्यक्ष रहे मुरारी वर्मा व ग्राम प्रमुखों ने विश्वास व्यक्त किया है कि लगातार समझाईश के चलते अल्टीमेटम की अवधि समाप्ति के बाद लिप्त तत्वों द्वारा जनभावना का सम्मान करते हुये अवैध शराब बिक्री बंद कर दी जाएगी और वे आगे कोई कार्यवाही का मौका नहीं देंगे।
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राजनांदगांव1लालबाग थाना क्षेत्र के बरगा रोड के पास तेज रफ्तार मालवाहक ने मोपेड को ठोकर मार दी। हादसे में 50 वर्षीय महिला की मौत हो गई। घटना गुरुवार सुबह 10 बजे की है। जानकारी के मुताबिक बालोद जिले में रहने वाला सुरेंद्र सिन्हा अपने मोपेड में बैठाकर अपनी सास 50 वर्षीय दुलारी बाई को बरगा काम से लेकर जा रहे थे। तभी उन्हें विपरीत दिशा से आ रहे मेटाडोर के चालक ने जोरदार ठोकर मार दी। जिससे दुलारी बाई मोपेड से गिरकर मालवाहक के पहिए के नीचे आ गई। गंभीर रुप से घायल दुलारी बाई को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी ट्रक पर मामला दर्ज कर लिया है।
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रायगढ़। रायगढ़ ईस्ट कोस्ट रेलवे के संबलपुर मंडल में ट्रैफिक ब्लॉक के कारण कुछ यात्री गाडिय़ों का परिचालन प्रभावित रहेगा। रेलवे प्रशासन द्वारा अधोसंरचना विकास के लिए ईस्ट कोस्ट रेलवे के संबलपुर मंडल में ट्रैफिक सह पावर ब्लॉक लेकर ट्रैक मशीन का कार्य किया जाएगा। इस वजह से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने/गुजरने वाली कुछ यात्री गाडिय़ों का परिचालन प्रभावित रहेगा। इसमें 10 और 12 जुलाई को गाडी संख्या 08264/08263 बिलासपुर-टिटलागढ़-बिल ासपुर पैसेंजर स्पेशल बिलासपुर-सम्बलपुर-बि लासपुर के बीच रद्द रहेगी। 11 जुलाई को इंदौर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 20917 इंदौर-पुरी एक्सप्रेस 1 घंटे 30 मिनट देरी से रवाना होगी।
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रायगढ़. रायगढ़ 7 जिले के पूर्वी छोर पर ओडिशा से लगे हमीरपुर के जंगल से हाथी जुनवानी और बड़झरिया गांव तक पहुंचे हैं। गुरुवार रात हाथियों के झूंड ने गांव में चार ग्रामीण के घर ढहा दिए हैं। ग्रामीणों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। ग्रामीणों ने बताया कि रात लगभग 12 बजे करीब जंगली हाथी बस्ती में घुसे और सुबह 5 बजे तक उत्पात मचाया। हाथियों के पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पहुंची। उल्लेखनीय है कि सुंदरगढ़ से लगे इलाकों से हाथी बंगुरसिया और जुनवानी के गांवों में आते हैं। यहां दहशत में कुछ किसान खेतों की तरफ नहीं जाते और धान की फसल नहीं ले पाते हैं। धान की फसल लगने के बाद हाथियों की आमद बढ़ती है। हाथी बंगुरसिया सोसाइटी तक पहुंच जाते हैं। पिछले सोसाइटी के उपार्जन केंद्र से हाथी धान की बोरियां उठा ले गए थे।
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बालोद | ग्राम कुंआगोंदी में आरोपी कमलेश यादव ने अपनी पत्नी की पिटाई कर दी। महिला ने बताया कि 2012 में सामाजिक रीति रिवाज से शादी हुई थी। जिसके बाद से आरोपी पति कमलेश यादव शराब के नशे में बदसलूकी कर मारपीट करता आ रहा है। गांव वाले एवं माता-पिता कई बार समझाइश दे चुके हैं। 5 जुलाई को शराब के नशे में बेवजह गाली गलौज कर रहा था। इस दौरान बच्चे सो रहे थे, तब मारपीट किया। जिसके बाद सब्जी बना रही थी, तब मोबाइल मांगा और गला को दबा दिया। गांव के ईश्वरी साहू, लोकेश्वरी दुग्गा ने बीच बचाव किया। डौंडी थाने में आरोपी पति के खिलाफ धारा 294, 323, 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में बारिश का दौर जारी है। रायपुर में लगातार दो दिन से रुक-रुककर बारिश हो रही है। प्रदेश के बाकी शहरों का भी यही हाल है। ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम-बारिश हो रही है। जबकि बस्तर संभाग में कई जगहों पर भारी बारिश भी हुई है। बारिश की वजह से लोगों को उमस से भी राहत मिली है। रायपुर में 6 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक कई जगहों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश के आसार हैं। वहीं कुछ जगहों पर वज्रताप की भी संभावना है। छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में लगभग 22 से 23 स्थानों पर लगातार बारिश हो रही है।
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि एक साइक्लॉनिक सर्कुलेशन है जो 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक बना हुआ है। ये अभी झारखंड के ऊपर बना हुआ है, और मानसूनी द्रोणिका पेण्ड्रा से होकर गुजर रही है। जो अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर होने के कारण से बारिश के अच्छे संकेत बन रहे हैं। पश्चिमी हवाएं जो अरब सागर से नमी लेकर आती हैं, वो प्रबल हो गई है। इसलिए बादल बने हुए हैं। प्रदेश में आज कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। बस्तर में भारी बारिश हो सकती है। -
रायपुर। अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दाैरान केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने रायपुर में आयाेजित इंडियन रोड कांग्रेस की दाे साै पच्चीसवीं मध्यावधि परिषद बैठक में हिस्सा लिया।
बैठक काे संबाेधित करते हुए श्री गड़करी ने कहा कि भारत को फाइव ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना को पूरा करने में बुनियादी ढांचे के विकास की महत्वपूर्ण भूमिका है। सड़क अवसंरचना से सीधे तौर पर उस क्षेत्र में समृद्धि आती है।बैठक में छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी शामिल हुए। इस बैठक में उन्हाेंने कहा कि लाेगाें की सुविधाओं को लिए राज्य में सड़काें का जाल बिछाने के साथ ही पुल- पुलियाें का निर्माण किया जा रहा है। केंद्रीय मदद से भी सड़काें का विकास हाे रहा है।इस अवसर पर इंडियन रोड कांग्रेस के पदाधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थिति थे। -
*मुख्यमंत्री ने इंडिया टुडे ग्रुप का डिजिटल चैनल ‘छत्तीसगढ़ तक’ को किया लॉन्च*
रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को विकास की दिशा में नई पहचान मिली है। इसकी चर्चा छत्तीसगढ़ के विकास मॉडल के रूप में आज देशभर में हो रही है। हमारी सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के फलस्वरूप हर वर्ग के लोगों में खुशहाली आयी है। ग्रामीण हो व शहरी क्षेत्र, हर अंचल में निवासरत लोगों को उन्नति के भरपूर अवसर उपलब्ध हुए हैं, जिससे उनकी स्थिति मजबूत हुई है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज इंडिया टुडे ग्रुप का नया डिजिटल चैनल ‘छत्तीसगढ़ तक’ को लॉन्च करते हुए उपरोक्त बातें कही। उन्होंने नया डिजिटल चैनल के लॉन्च होने पर इंडिया टुडे ग्रुप को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि चैनल के माध्यम से छत्तीसगढ़ के विकास तथा कला-संस्कृति आदि गतिविधियों के बारे में सहजता से जानकारी मिलती रहेगी। इस अवसर पर मैनेजिंग एडिटर तक चैनल इंडिया टुडे ग्रुप-श्री मिलिन्द खांडेकर, श्री विवेक गौर तथा श्री नीरज गुप्ता आदि उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज शाम राजधानी के एक निजी होटल में इंडिया टुडे गु्रप द्वारा आयोजित ‘छत्तीसगढ़ तक बैठक’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इंडिया टुडे गु्रप से परिचर्चा के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ के समन्वित विकास के लिए महात्मा गांधी के बताए रास्ते का अनुसरण करते हुए सुराजी गांव योजना का बेहतर ढंग से संचालन किया जा रहा है। जिसका गांव, गरीब, किसान, मजदूर सहित सभी वर्गों को भरपूर लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गांवों को उत्पादन का केन्द्र बनाने, गांव-गांव में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क खोले जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों को सुगमता से रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं और उन्हें बेहतर आमदनी भी होने लगी है। इस तरह गांव-गांव का विकास के साथ उन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस दौरान अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ में ग्रामीण अंचल के साथ-साथ शहरी क्षेत्र के विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इस तरह हमारी सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों से हर अंचल तथा क्षेत्र के लोगों को आगे बढ़ने के लिए बेहतर मौका मिला है। उन्होंने इस दौरान जनहित में संचालित विभिन्न योजनाओं राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना आदि कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए कहा कि इनसे समाज के खासकर किसान, मजदूर, महिला, आदिवासी तथा युवा वर्ग और गरीब तथा कमजोर वर्ग सहित सभी वर्ग के लोगों की भलाई तथा उत्थान का कार्य हो रहा है। -
*ग्राम स्तर पर रोका-छेका अभियान और सभा का होगा आयोजन*
*खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण के साथ पशुओं के व्यवस्थापन और गोधन सुरक्षा की होगी व्यवस्था*
*कृषि विभाग ने सभी कलेक्टरों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को जारी किए निर्देश*रायपुर/ राज्य में खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण और उनसे खरीफ फसलों की सुरक्षा के लिए इस वर्ष भी रोका-छेका का अभियान शुरू किया जा रहा है। रोका-छेका छत्तीसगढ़ की पुरानी पंरपरा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर इसे अभियान के रूप में राज्य में शुरू किया गया है, जिसके बड़े ही उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य में चालू वर्ष के दौरान यह अभियान पुनः चलाया जा रहा है। इस संबंध मेें नवा रायपुर स्थित मंत्रालय से कृषि विभाग ने सभी कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को गांवों में 17 जुलाई तक स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप रोका-छेका अभियान चलाने के दिशा-निर्देश आज जारी कर दिए गए हैं।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में खरीफ फसल बुआई कार्य के पूर्व खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण के लिए ’रोका छेका’ प्रथा प्रचलित है, जिसमें फसल बुआई को बढ़ावा देने तथा पशुओं के चरने से फसल को होने वाली हानि से बचाने के लिये पशुपालक तथा ग्रामवासियों द्वारा पशुओं को बांधकर रखने पहटिया (चरवाहा) की व्यवस्था इत्यादि कार्य किया जाता है। इस प्रयास से न सिर्फ किसान जल्दी बुआई का काम कर पाते हैं, बल्कि दूसरी फसल लेने हेतु भी प्रेरित होते हैं।कृषि विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी रोका-छेका प्रथा के अनुसार व्यवस्था की सुनिश्चितता की जाए। इसके लिए ग्राम स्तर पर 17 जुलाई तक स्थानीय परिस्थिति के अनुरूप रोका-छेका अभियान चलाकर सभा आयोजित की जाये। साथ ही सभी निर्मित गौठानों में 30 जुलाई से पहले चारागाह की स्थापना की जाए। जहां चारा उत्पादन हो। इन कार्यों के लिए स्थानीय प्रचार-प्रसार कर ग्रामीणजनों की सहभागिता सुनिश्चित के भी निर्देश दिए गए हैं।अधिकारियों को रोका-छेका अभियान के तहत ग्राम स्तर पर बैठकें आयोजित करने कहा गया है, जिसमें ’रोका छेका’ प्रथा के अनुरूप पशुओं से फसल बचाव का निर्णय ग्राम सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों के द्वारा लिया जाएगा। फसल को चराई से बचाने हेतु पशुओं को गौठान में नियमित रूप से लाये जाने के संबध में प्रत्येक गौठान ग्राम में मुनादी कराने और गौठानों में पशु चिकित्सा तथा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन के निर्देश भी दिए गए हैं।जारी निर्देश में ’रोका छेका’ प्रथा अंतर्गत गौठानों में पशुओं के प्रबंधन व रखरखाव की उचित व्यवस्था हेतु गौठान प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित करने भी कहा गया है। ऐसे गौठान जो सक्रिय परिलक्षित नहीं हो रहे हों, वहाँ आवश्यकतानुसार प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से समिति में संशोधन कर सदस्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही पहटिया, चरवाहे की व्यवस्था से पशुओं का गौठानों में व्यवस्थापन सुनिश्चित करने कहा गया है।कृषि विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि वर्षा के मौसम में गौठानों में पशुओं की सुरक्षा हेतु व्यापक प्रबंध किया जाये। वर्षा से जल भराव की समस्या दूर करने के लिये गौठानों में जल निकास की समुचित व्यवस्था की जाये तथा गौठान परिसर में पशुओं के बैठने के लिए कीचड़ आदि से मुक्त स्थान की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। वर्षा और बाढ़ से गोधन न्याय योजना के माध्यम से क्रय गोबर से उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट को सुरक्षित रखने के प्रबंध किये जाएं। जैविक खेती हेतु वर्मी कम्पोस्ट की महत्ता को व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। गोधन न्याय योजना अंतर्गत उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग हेतु कृषकों को प्रेरित किया जाये। गौठान में पर्याप्त चारा, पैरा आदि की व्यवस्था की जाये। ग्रीष्मकालीन धान की फसल के पैरा हेतु कृषकों को प्रेरित किया जाए। - -मेडिकल कालेज कुल 374.08 करोड़ की लागत से निर्मित, चिकित्सालय और आवासीय परिसर भी शामिल, 8 विभागों का होगा संचालन-बेहतर चिकित्सकीय शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में मजबूत कदम, इस मेडिकल कॉलेज में स्किल्स लैब और बहरेपन के परीक्षण और इलाज की विशेष सुविधारायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 8 जुलाई शनिवार को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के नवनिर्मित महाविद्यालय भवन का लोकार्पण करेंगे। राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंह शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय भवन, चिकित्सालय एवं आवासीय परिसर की कुल लागत 374.08 करोड़ रुपए है। इस मेडिकल कॉलेज की खासियत है कि यहां मेडिकल स्टूडेंट्स के कौशल एवं दक्षता विकास के लिए स्किल्स लैब और बहरेपन के परीक्षण एवं ईलाज की विशेष सुविधा उपलब्ध है।वायरोलाजी व हमर लैब भी यहां मौजूद- माता राजमोहिनी देवी स्मृति चिकित्सालय में मेडिसीन, सर्जरी, आर्थाेपेडिक्स स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, शिशुरोग विभाग, निश्चेतना विभाग, नेत्ररोग विभाग, ई०एन०टी० विभाग, चर्मरोग विभाग, रेडियो डायग्नोसिस विभाग, मनोरोग विभाग, दंतरोग विभाग, टी०बी० एण्ड चेस्ट विभाग, ब्लड बैंक, शव परीक्षण गृह, सेंट्रल लेब इत्यादि अधोसंरचना का भाग है। चिकित्सालय के वायरोलॉजी एवं हमर लैब में कोविड-19, चिकनगुनिया, लेप्टोस्पाईरा, स्क्रब टायफस, इन्फ्लूएंजा इत्यादि बिमारियों के जाँच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध रहेगी।नवीन महाविद्यालयीन भवन में 8 विभागों का होगा संचालन-मेडिकल कॉलेज के नवीन महाविद्यालयीन भवन में कुल 8 विभाग संचालित होंगे। जिनमें एनाटॉमी विभाग में बॉडी डिसेक्शन, हिस्टोलोजी एवं शैक्षणिक कार्यों के साथ-साथ देहदान और फ्यूनरल एम्बलमिंग के भी कार्य किए जाएंगे। बायोकेमेस्ट्री विभाग में परीक्षण कार्य तथा हार्माेनल एस्से किए जाएंगे, यहां सिकल सेल यूनिट, एचपीएलसी मशीन है। फिजियोलॉजी विभाग में विद्यार्थियों को शरीर की क्रिया का ज्ञान दिया जाता है, जिसमें हेमटोलॉजी लैब,क्लिनिकल लैब, एक्सपेरिमेंटल लैब है, यहां विद्यार्थियों को कंप्यूटर असिस्टेड लर्निंग भी कराई जाती है। कम्यूनिटी मेडिसीन विभाग में एपिडेमियोलॉजी एवं स्टैटिक्स लैब है, यहां राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न विभिन्न हेल्थ प्रोग्राम तथा विद्यार्थियों का प्रशिक्षण कराया जाता है। इसी प्रकार फोरेंसिक मेडिसीन विभाग में क्लीनिकल फोरेंसिक मेडिसीन लैब एवं टॉक्सिकोलॉजी म्यूजियम है, विभाग द्वारा शव परीक्षण का कार्य अस्पताल के मोर्चरी में किया जाता है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सेरोलॉय, बैक्टरियोलॉजी, माइकोलॉजी, इम्यूनोलॉजी, पैरासीटोलॉजी, वायरोलॉजी से संबंधित विभिन्न टेस्ट किये जाते हैं। वहीं फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा विभिन्न दवाईयों के एडवर्स रिएक्शन की जानकारी एकत्रित कर नेशनल पोर्टल पर अपलोड किए जाने का कार्य किया जाता है, यहां कंप्यूटर अस्सिटेड लर्निंग एवं मेनीकिन्स द्वारा विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
- -मेडिकल कॉलेज भवन तथा मल्टीपरपज इण्डोर हॉल के लोकार्पण-सहित विभिन्न कार्यों का होगा लोकार्पण-भूमिपूजनरायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 8 जुलाई को सरगुजा जिले के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे सरगुजा जिले के मुख्यालय अंबिकापुर में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण तथा भूमिपूजन कर कुल 390 करोड़ 70 लाख रुपए के कार्यों की सौगात जिले को देंगे।श्री बघेल इनमें से इस दौरान 385 करोड़ 30 लाख रुपए की लागत के कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इसमें 374 करोड़ 8 लाख रुपए की लागत से राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंह शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय भवन तथा माता राजमोहिनी देवी स्मृति चिकित्सालय के निर्माण कार्यों का लोकार्पण मुख्यमंत्री करेंगे। इन कार्यों में मुख्य रूप से 54.26 करोड़ रुपए की लागत से बने महाविद्यालय भवन, 120. 73 करोड़ रुपए की लागत से बने हॉस्पिटल भवन के साथ ऑडिटोरियम, छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर, डीन आवास सहित अन्य कार्य शामिल हैं। वहीं खेलो इंडिया योजनांतर्गत गांधी स्टेडियम में 4 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित मल्टीपरपज इण्डोर हॉल का लोकार्पण मुख्यमंत्री करेंगे। यहां 04 बैडमिंटन कोर्ट, 03 टेबल टेनिस, बास्केट बॉल एवं व्हॉलीबॉल कोर्ट की सुविधा है। इसके साथ ही केशवपुर, सोहगा, राजापुर, बिलासपुर तथा निम्हा में 6 करोड़ 86 लाख रुपए की लागत से निर्मित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट विद्यालयों का लोकार्पण किया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री बघेल 5 करोड़ 39 लाख रुपए के लागत के कार्यों का भूमिपूजन करेंगे। भूमिपूजन के कार्यों में 3 करोड़ 39 लाख रुपए की लागत से होने वाले महात्मा गांधी स्टेडियम का उन्नयन कार्य, पीजी कॉलेज ग्राउण्ड में 1 करोड़ रुपए की लागत से मूलभूत सुविधाओं का विस्तार कार्य तथा नगर पालिक निगम, अम्बिकापुर के समस्त वार्डाे में 1 करोड़ रुपए की लागत से विद्युतीकरण कार्य शामिल है।छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का करेंगे अनावरण-अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल जिला कलेक्टरेट कार्यालय परिसर में स्थापित किए गए छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। राज्य शासन द्वारा सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया था, ताकि लोगों में राज्य की संस्कृति के प्रति चेतना को बढ़ावा मिले। छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक हैं।
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रायपुर। प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने आज अपने रायपुर प्रवास के दौरान भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित एक जनसभा को भी संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़, युवा ऊर्जा से भरा हुआ राज्य है। अगले पच्चीस साल छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बहुत अहम है । श्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गरीबों, किसानों और आदिवासी लोगों की चिंता करती है और भाजपा ने इन वर्गों के कल्याण के लिए अनेक प्रयास किए हैं।
मोदी ने साइंस कॉलेज मैदान में भाजपा की विजय संकल्प महारैली में अपने भाषण की शुरुआत छत्तीसगढ़ी में की। प्रदेश के देवी-देवताओं को याद करते हुए उन्होंने जय जोहार से लोगों का अभिवादन किया।
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रायपुर/ प्रदेश के किसानों को चालू खरीफ सीजन 2023 के लिए सहकारी बैंकों द्वारा बिना ब्याज के अल्पकालीन कृषि ऋण उपलब्ध कराई जा रही है। चालू खरीफ सीजन में अब तक प्रदेश के 11 लाख 58 हजार 669 किसानों को 4961 करोड़ 27 लाख रूपए का कृषि ऋण वितरित किया जा चुका है, जो कि लक्ष्य का 81 प्रतिशत है।
विगत खरीफ सीजन में इसी अवधि पर 3928 करोड़ 71 लाख का ऋण वितरण किया गया था। इस तरह गत वर्ष की तुलना में चालू खरीफ में 1032 करोड़ 56 लाख रूपए अधिक का ऋण वितरित किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश की 2058 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से इस वित्तीय वर्ष में 6100 करोड़ के ऋण वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उद्यानिकी फसलों के लिए ब्याज मुक्त कृषि ऋण का प्रावधान किया गया है। सहकारी बैंकों के माध्यम से उद्यानिकी फसलों के लिए 230 करोड़ रूपए का लक्ष्य रखा गया है। निर्धारित लक्ष्य के विरूद्व अब तक 16.34 करोड़ रूपए का ऋण वितरित किया जा चुका है।अपेक्स बैंक से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के सहकारी बैंक, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से धान के अलावा उद्यानिकी की अधिसूचित फसल जैसे बैगन, टमाटर, अदरक, मिर्च, फूलगोभी, आलू, पपीता, अमरूद, केला, करेला, लौकी, परवल, कद्दू, बरबट्टी, तरोई, जिंमीकंद, शिमला मिर्च, गाजर, मूली, ककड़ी, खीरा, लहसून, हल्दी आदि फसलों के ऋणमान निर्धारित किया गया है।सहकारी समितियों की कृषि ऋण साख व्यवस्था को अधिक गतिशील बनाने के लिए अपेक्स बैंक द्वारा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के जिला नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगद एवं कृषि आदान सामग्रियों के वितरण की सतत रूप से मानिटरिंग करें एवं किसानों की खेतीगत आवश्यकताओं की पूर्ति त्वरित गति से की जाए। - रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में सांसद श्री दीपक बैज के नेतृत्व में बस्तर जिले के सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की।प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बस्तर के विकास के लिए राज्य शासन से मिल रहे सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में बस्तर जिले के कोया समाज के अध्यक्ष श्री हिड़मा कवासी, मुरिया समाज अध्यक्ष श्री जगदीश मौर्य, धुरवा समाज अध्यक्ष श्री पप्पू राम नाग, माहरा समाज अध्यक्ष श्री सोनाराम नाग सहित आदिवासी समाज के अन्य सदस्य मौजूद थे।
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दुर्ग जिले के सर्वांगीण विकास के लिए दुर्ग के दूत कार्यक्रम में अपना संपूर्ण योगदान देने अधिकारियों ने ली शपथ
हर नागरिक को होना है जिम्मेदार
दुर्ग /जिला प्रशासन के सहयोग से यूनिसेफ द्वारा युवोदय दुर्ग के दूत कार्यक्रम का आयोजन लोक निर्माण विभाग के सभाकक्ष में किया गया। युवोदय दुर्ग के दूत कार्यक्रम समुदाय के द्वारा समुदाय के लोगों के लिए शुरू की गई स्वयंसेवा की एक पहल है। यह स्वयंसेवकों को एएनसी चेकअप, सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य, किशोर किशोरियों का संपूर्ण स्वास्थ्य एवं विकास, पर्यावरण में युवाओं की भागीदारी एवं नेतृत्व और नशामुक्ति जैसे क्षेत्रों के प्रति लोगों को जागरूक करने और जिले में अपनी सेवा देने के अवसर प्रदान करेगा।
कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा सहित सभी अधिकारी एवं युवोदय दुर्ग के दूत के युवा स्वयंसेवकों द्वारा दुर्ग जिले के सर्वांगीण विकास के लिए दुर्ग के दूत कार्यक्रम में अपना संपूर्ण योगदान देने की शपथ ली। कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन स्तर पर हर संभव मदद की जाएगी। आम लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता लाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर नगर निगम कमिश्नर श्री रोहित व्यास, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अश्वनी देवांगन, संयुक्त कलेक्टर श्री गोकुल राउटे, यूनिसेफ प्रमुख श्री जॉब जकारिया उपस्थित थे।
आने वाली पीढ़ी को युवा नेतृत्व के लिए प्रेरित किया जाए, जिससे, हिंसा, नशे, एवं किसी भी मादक पदार्थ के सेवन को समाप्त किया जा सके। मानसिक विषय को चर्चा मे लाना एवं स्वयंसेवा की भावना को बढ़ावा देने से समाज स्वस्थ एवं सुरक्षित व्यवहारों को अपना सकता हैं।“दुर्ग के दूत” कार्यक्रम क्या है?*
जिला प्रशासन दुर्ग एवं यूनिसेफ के तत्वावधान में एवं जनभागीदारी के मूल मंत्र पर आधारित यह कार्यक्रम एएनसी चेकअप, सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य, किशोर किशोरियों का संपूर्ण स्वास्थ्य एवं विकास, पर्यावरण में युवाओं की भागीदारी एवं नेतृत्व, नशीली पदार्थों के रोकथाम हेतु, समाज एवं युवाओं का योगदान जैसे विषयों पर सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन करने जा रही है ।*कौन बन सकता है “दुर्ग के दूत”*
किसी भी समाज, वर्ग, जाति, समुदाय, व्यवसाय से आने वाले 15 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति, जो अपनी योग्यता एवं रुचियों के आधार पर इन विषयों में लोगों एवं अपने समाज मे बदलाव लाने को इच्छुक है, वह सभी इस कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं।*इसका कार्यक्षेत्र -* गर्भवती महिलाओं को प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) जांच को बढ़ावा देना, स्वयंसेवक द्वारा गर्भवती महिलाओं या नई माताओं को फॉलो अप कॉउसेलिंग के लिए प्रेरित करना, किसी भी प्रकार के हिंसा को रोकना, विशेषकर महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ, समुदाय मे मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, किशोर- किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य और एनीमिया पर जागरूक करना, बाल विवाह को समाप्त करना एवं कम उम्र की शादी को रोकना, युवाओं के बीच प्रजनन और यौन स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता को बढ़ाना, पर्यावरण मे युवा नेतृत्व, उनके बीच मिशन लाईफ के व्यवहारों को प्रेरित करना जन-भागीदारी हेतु यूनिवर्सिटी एवं कॉलेज मे ठमींअपवतंस ब्सनइ मेम्बर्स एवं इंटर्न्स को सम्मिलित करना, युवाओं के लिए विचार, नवाचार को रखने के लिए मंच निर्वाण करना, स्कूल और कॉलेज स्तर पर युवाओं के बीच नशे, एवं किसी भी मादक पदार्थ के सेवन को रोकना, व्यवहार परिवर्तन हेतु डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और ऑफ़लाइन ब्रांडिंग का लाभ उठाना।
यूनिसेफ़ का कार्य तकनीकि सहायता प्रदान करना, बीआई (behavioural इन्साइटई संदेशों को डिजाइन करना, ब्रांडिंग और आईइसी क्षमता निर्माण, निगरानी, मूल्यांकन और डाक्यूमेन्टैशन करना यह एक ऐसा मंच है, जो किसी भी धार्मिक, राजनीतिक या किसी भी संस्था से प्रेरित नहीं है । यह जिले के लोगों द्वारा अपने समुदाय के बेहतरी के लिए शुरू की गई पहल है। किसी भी वर्ग, धर्म जाति, समुदाय के किशोर- किशोरी के रूप में अपने गांव, समाज, शहर के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। स्वयं सेवा के लिए किसी प्रकार का मानदेय पैसे इत्यादि नहीं दिया जाएगा। व्यक्ति अपनी इच्छा और निस्वार्थ भाव से कार्य कर सकते हैं।
*कैसे जुड़े इस अभियान से?*
ऑनलाइन माध्यम से नीचे दिए गए लिंक को क्लिक कर दुर्ग के दूत के रूप मे अपनी सेवाएं दे सकते हैं https://bit.ly/Durgkedoot - दुर्ग / छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महिलाओं, विशेष कर वीरता, शौर्य, साहस तथा महिलाओं में आत्मबल को सशक्त करने के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के योगदान को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से ’’वीरांगना’’ रानी अवंतिबाई लोधी स्मृति पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया एवं छत्तीसगढ़ राजपत्र (असाधारण) में अधिसूचना 15 मार्च 2023 को प्रकाशित किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन के अनुसार - यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ राज्य में महिलाओं, विशेष कर वीरता, शौर्य, साहस तथा महिलाओं में आत्मबल को सशक्त करने के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु छत्तीसगढ़ के निवासी एक ही महिला को प्रतिवर्ष राज्य शासन द्वारा नियुक्त निर्णायक मण्डल द्वारा चयन होने पर निर्णय के आधार पर पुरस्कार राशि 2 लाख रूपये नगद व चेक के रूप में सम्मान तथा प्रतीक चिन्ह से युक्त पट्टिका प्रशस्ति के रूप में दिया जावेगा। पुरस्कार हेतु आयुसीमा का बंधन नहीं होगा। पुरस्कार के लिए निर्णायक मण्डल द्वारा ऐसी महिला का चयन किया जावेगा जिन्होंने समर्पित भाव से छत्तीसगढ़ राज्य में वीरता, शौर्य, साहस तथा महिलाओं में आत्मबल को सशक्त करने के क्षेत्र हेतु दीर्घकालीन उत्कृष्ट सेवा की है। पुरस्कारों का राज्य स्तरीय अलंकरण समारोह प्रतिवर्ष राज्य शासन द्वारा लिये गये निर्णय अनुसार आयोजित किया जावेगा, जिसमे भाग लेने के लिए चयनित महिला को आमंत्रित किया जावेगा।
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दुर्ग / जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित दुर्ग द्वारा अनुसूचित जनजाति समुदाय के शिक्षित बेरोजगारों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने 8 प्रतिशत ब्याज दर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। श्री श्यामल दास, प्रभारी कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि शासन की ट्रेक्टर ट्रॉली योजना, पैसेंजर व्हीलर योजना एवं गुड्स कैरियर योजनांतर्गत पात्र हितग्राहियों को ऋण स्वीकृति दी जाएगी। इसके लिए आवेदक जिले का मूल निवासी हो, संबंधित जाति वर्ग का हो, राष्ट्रीय निगम की योजना में आवेदक की वार्षिक आय शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 3 लाख तक हो, उम्र 18 से 50 वर्ष हो, वाहन प्राप्त करने वाले आवेदक के पास वैध कॉर्मशियल ड्रायविंग लायसेंस हो एवं ट्रेक्टर लेने वाले आवेदकों के पास स्वयं के नाम से 5 एकड़ कृषि भूमि होना अनिवार्य होगा। आवेदक नियमानुसार योजना लागत की 5 प्रतिशत मार्जिन मनी जमा करने हेतु सहमत हो। इसके अलावा आवेदक को आधार कार्ड, राशन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, बैंक पास बुक, पेनकार्ड की छायाप्रति व उम्र निर्धारण हेतु 5वीं, 8वीं की अंकसूची जमा करना होगा। साथ ही ऋण की गारंटी हेतु जमानतदार, 60 नग पोस्ट डेटेड चौक एवं किसी बैंक में कोई कर्ज न हो का 10 रूपए के स्टाम्प पेपर में नोड्यूज प्रस्तुत करना होगा। स्वरोजगार स्थापित करने वाले पात्र व्यक्ति 21 जुलाई 2023 तक आवेदन जमा कर सकते है। विस्तृत जानकारी हेतु आवेदक जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मार्यादित कलेक्ट्रेट परिसर, दुर्ग में संपर्क कर सकते हैं। कार्यालय का दूरभाष क्रमांक 0788-2323450 है।