दुर्ग-ब्रह्मपुर ट्रेन की मांग का मुद्दा मुख्यमंत्री साय के सामने उठाया गया
-आंध्र उत्कल संघर्ष समिति के अध्यक्ष के. उमाशंकर राव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की
टी सहदेव
भिलाई नगर। दुर्ग से ब्रह्मपुर तक नई ट्रेन चलाने की मांग को लेकर आंध्र उत्कल संघर्ष समिति के अध्यक्ष के उमाशंकर राव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडलए ने बुधवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने उनकी मांग पर गौर करते हुए एक पत्र के माध्यम से केंद्र सरकार के सामने उनकी समस्याओं को रखने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में सलाहकार वी सूर्य नारायण, कार्यसमिति के सदस्य के आनंद राव, डी शंकरराव और के जानकी रामय्या शामिल थे।
उमाशंकर राव ने कहा कि ब्रह्मपुर से उधना अमृत भारत एक्सप्रेस का परिचालन स्वागतयोग्य कदम है, लेकिन इससे दुर्ग-भिलाई और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की समस्याएं खत्म नहीं होतीं। हफ्ते में एक दिन चलने तथा पावर हाउस में स्टॉपेज न होने से आंध्र-उत्कल वासियों को इस ट्रेन से विशेष लाभ होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दुर्ग से ब्रह्मपुर एक दैनिक ट्रेन चले, ताकि यहां के निवासियों को सफर में कोई दिक्कत न हो। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि यहां पिछले छह दशकों से बड़ी तादाद में बसने वालों की वाजिब मांग को रेल प्रशासन अनदेखा कर रहा है। जिसके कारण दुर्ग से ब्रह्मपुर की यात्रा कष्टदायक हो रही है।
बता दें कि आंध्र उत्कल संघर्ष समिति के बैनर तले इस मांग को लेकर कई बार प्रदर्शन भी हो चुके हैं। सांसद विजय बघेल संसद में इस मुद्दे को दो बार उठा चुके हैं, इसके अलावा रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से भी दो बार मुलाकात हो चुकी है। साथ ही विधायक रिकेश सेन से भी फरियाद कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि जब-जब आंदोलन छेड़ा गया, तब-तब नई ट्रेन चली। लेकिन इन ट्रेनों में से एक भी ऐसी ट्रेन नहीं थी, जो दुर्ग से ब्रह्मपुर सीधे चले। उन्होंने यहां के लोगों की उपेक्षा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि सीधी ट्रेन न होने से रिजर्वेशन में काफी दिक्कत होती है, खासकर गर्मियों में। अभी तक उनके हौसले पस्त नहीं पस्त नहीं हुए हैं और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।












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