आई.आई.टी. दिल्ली के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने पिछले 5 वर्षों में 500 से अधिक पेटेंट दर्ज कराये
नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आई.आई.टी दिल्ली के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने पिछले पांच वर्षों में पांच सौ से अधिक पेटेंट दर्ज कराये हैं और अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रों में दस हजार से अधिक रिसर्च पेपर छपवाये हैं।
आईआईटी दिल्ली की अनुसंधान परियोजनाओं में पिछले पांच वर्षों में प्रतिस्पर्धी अनुदान सहायता के रूप में चार गुना बढोतरी हुई है और यह वर्ष 2016 में एक सौ करोड रूपये से बढकर 2019 में करीब चार सौ करोड रूपये हो गई है। आईआईटी दिल्ली के पूर्व विद्यार्थियों ने करीब आठ सौ स्टार्टअप्स बनाये हैं जो देश की किसी भी अन्य संस्था के पूर्व छात्रों की तुलना में अधिक है। भारतीयों द्वारा दुनियाभर में बनाये गये एक अरब डॉलर से अधिक लागत के 30 स्टार्टअप्स में से 15 आईआईटी दिल्ली के पूर्व विद्यार्थी रहे हैं। आईआईटी दिल्ली के पूर्व विद्यार्थियों ने अपने स्टार्टअप्स के जरिये रोजगार के तीन करोड से अधिक अवसर पैदा किए हैं और निवेश के रूप में 19 अरब डॉलर जुटाये हैं।
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