असम की 'संचीपत' पांडुलिपियां संरक्षण के लिए राष्ट्रपति भवन को भेंट की गईं
गुवाहाटी. श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र सोसाइटी ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन पुस्तकालय को संरक्षण और प्रदर्शन के लिए पांच प्राचीन 'संचीपत' पांडुलिपियों का संग्रह सौंपा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक समारोह के दौरान कलाक्षेत्र के सचिव सुदर्शन ठाकुर ने पांडुलिपियां राष्ट्रपति भवन की सचिव दीप्ति उमाशंकर को सौंपीं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुवाहाटी स्थित श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र सोसाइटी ने 'संचीपत' पांडुलिपियों को एकत्र करने के लिए असम के विभिन्न 'सत्रों' (वैष्णव मठों) के साथ समन्वय किया। प्रस्तुत पांडुलिपियों में महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव द्वारा रचित 'कीर्तन घोष' शामिल है। भागवत पुराण के 10वें स्कंध पर आधारित श्रीमंत शंकरदेव का काव्यात्मक अनुवाद 'आदि दशम' भी दान में दिया गया है। ठाकुर ने कहा, "उम्मीद है कि इस महत्वपूर्ण कदम से असमिया भाषा की समृद्ध विरासत को नयी गति मिलेगी।
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