अंतरिक्ष यात्रा पर गए शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी, PM मोदी ने दी बधाई; कहा- आपने लाखों सपनों को दी उड़ान
नई दिल्ली। अंतरिक्ष यात्रा पर गए भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला वापस धरती पर लौट आए हैं। आज उनके अंतरिक्ष यान स्पेसएक्स ड्रैगन ने कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में प्रशांत महासागर में सफल लैंडिंग की। उनके साथ अमेरिका की पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोश उज्नांस्की-विस्निव्स्की और हंगरी के टिबोर कपु भी यान से बाहर आए। यह यान आज दोपहर 3 बजे कैलिफोर्निया के तट पर सफल लैंड हुआ। इससे पहले, यह 14 जुलाई को सुबह 7:05 बजे EDT (भारतीय समयानुसार शाम 4:35 बजे) ISS के हार्मनी मॉड्यूल से अलग हुआ था।
शुभांशु शुक्ला की वापसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर खुशी जताई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मैं पूरे देश की ओर से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का धरती पर वापस स्वागत करता हूं। ISS की यात्रा पर जाने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में उन्होंने अपनी मेहनत, हिम्मत और जज्बे से लाखों सपनों को प्रेरणा दी है। यह हमारे अपनी मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन – गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।”
18 दिन के बाद लौटे हैं शुक्ला
39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के ऑफिसर और टेस्ट पायलट हैं। उन्होंने कुल 18 दिन ISS में बिताए। इस दौरान उन्होंने 310 से ज्यादा चक्कर लगाए और लगभग 1.3 करोड़ किलोमीटर की दूरी तय की। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा दिए गए सात माइक्रोग्रैविटी प्रयोग पूरे किए। शुक्ला की यह यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंक 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष की सैर पर जाने वाले वह दूसरे भारतीय हैं।शुभांशु की बहन सुची शुक्ला ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि बचपन में एक एयर शो देखने के बाद शुभांशु को विमानों की गति और आवाज ने इतना प्रभावित किया कि तभी से उन्होंने आसामान में उड़ान भरने का सपना देखा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभांशु 17 अगस्त तक भारत वापस लौट सकते हैं। अंतरिक्ष यात्रियों को लैंडिंग के बाद मेडिकल जांच और अन्य जरूरी चीजों के लिए आमतौर पर सात से दस दिन लगते हैं, ताकि वे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में फिर से ढल सकें। ये सभी प्रक्रिया पूरा हो जाने के बाद शुक्ला वापस भारत लौट सकेंगे।
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