झारखंड के चाईबासा में 10 लाख का इनामी माओवादी मुठभेड़ में ढेर, हथियार बरामद
नई दिल्ली। झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। आज रविवार को सरंडा जंगल में गोइलकेरा थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 10 लाख रुपए के इनामी माओवादी अमित हासदा उर्फ आप्तन को मार गिराया। पुलिस अधीक्षक पारस राणा ने इसकी पुष्टि की। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने एक एसएलआर राइफल, विस्फोटक और अन्य हथियार बरामद किए हैं। इसके बाद पूरे जंगल में अन्य माओवादी ठिकानों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। फिलहाल जांच जारी है और आगे की जानकारी का इंतजार है।
यह मुठभेड़ उस समय हुई जब कुछ दिन पहले ही झारखंड के पालामू जिले में प्रतिबंधित तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) के माओवादियों के साथ पुलिस की हिंसक भिड़ंत हुई थी। वहीं 3 सितंबर को रात लगभग 1 से 1:30 बजे के बीच मनातू थाना क्षेत्र के केदल जंगल में हुए ऑपरेशन के दौरान पुलिस और माओवादियों के बीच भारी गोलीबारी हुई थी।
उस समय सुरक्षाबलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि टीएसपीसी का जोनल कमांडर शशि कांत गंजू, जिस पर 10 लाख रुपए का इनाम है, कर्मो त्योहार पर अपने पैतृक गांव केदल आ सकता है। पुलिस टीम के वहां पहुंचते ही गंजू और उसके साथियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई।
इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत डाल्टनगंज के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दो पुलिसकर्मियों संतन कुमार और सुनील राम को मृत घोषित कर दिया। इनमें से एक जवान पलामू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का बॉडीगार्ड था। लगातार हो रही इन मुठभेड़ों से साफ है कि झारखंड पुलिस और सुरक्षाबल माओवादी नेटवर्क को कमजोर करने और बड़े कमांडरों को पकड़ने या मार गिराने में सक्रिय अभियान चला रहे हैं।
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