वाराणसी की गंगा आरती में शामिल हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री
वाराणसी (उप्र). वाराणसी के दौरे पर आये मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम बृहस्पतिवार को अपनी पत्नी और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ दशाश्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुए। रामगुलाम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दिन में वार्ता करने के बाद शाम को गंगा आरती में शिरकत की। एक आधिकारिक बयान के अनुसार मॉरीशस के प्रधानमंत्री शाम को पत्नी संग मां गंगा की आरती में शामिल हुए। रामगुलाम का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने अंगवस्त्रम भेंट कर स्वागत किया। रविदास घाट पर मेहमानों के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ। प्रधानमंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल ने ख़ास बनारसी व्यंजनों का स्वाद चखा। रामगुलाम दिन में अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी से वार्ता के दौरान राष्ट्र धर्म पर चलने के बाद शाम को धर्म पथ पर चलते नजर आए। दोपहर में हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने अविरल निर्मल मां गंगा की गोद में क्रूज़ पर बैठकर गंगा आरती के साथ ऐतिहासिक घाटों का नजारा देखा। उनकी पत्नी और उनका प्रतिनिधिमंडल भी इन नजारों से अभिभूत दिखा। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ा होने के कारण गंगा आरती संस्था के छत पर आयोजित की गई। सात अर्चकों द्वारा मां गंगा की आरती को विधि विधान से सम्पन्न कराया गया और मां गंगा से प्रार्थना की गई कि दोनों के बीच रिश्ते प्रगाढ़ बने रहें। अलकनन्दा क्रूज लाइन के निदेशक विकास मालवीय ने अंगवस्त्र और श्री राम की चरण पादुका देकर मॉरीशस के प्रधानमंत्री का क्रूज़ पर स्वागत और अभिनन्दन किया। बयान के मुताबिक सड़क मार्ग से जबरामगुलाम और उनका प्रतिनिधिमंडल रविदास घाट पंहुचा तो उनका स्वागत बधावा लोकनृत्य और फरूवाही लोकनृत्य से किया गया। क्रूज पर मेहमानों को काशी के घाटों और सदियों से गंगा किनारे खड़ी धार्मिक और ऐतिहासिक इमारतों के बारे में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई। बयान के अनुसार क्रूज पर खास बनारसी खान-पान का इंतजाम किया गया था जिसमें बनारसी चाट, कुल्फी, ठंडाई, लस्सी और पान आदि भी रहा।
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