चार दिन बाद खुला भारत-नेपाल का सोनौली बॉर्डर, आवश्यक सामान से भरे ट्रकों को मिली अनुमति
नई दिल्ली। नेपाल में जारी अशांति और जेन जेड (Gen Z) विरोध प्रदर्शनों के कारण पिछले चार दिन से बंद पड़ा भारत-नेपाल का सोनौली बॉर्डर आज शुक्रवार को फिर से खोल दिया गया। इसके बाद जरूरी सामान लेकर जा रहे ट्रकों की आवाजाही शुरू हो गई।
बॉर्डर बंद रहने से सैकड़ों ट्रक भारतीय सीमा पर फंसे हुए थे, जिनमें प्याज, नारियल और कच्चा माल जैसे जल्दी खराब होने वाले सामान थे। तमिलनाडु से नारियल लेकर काठमांडू जा रहे ट्रक चालक विष्णु ने बताया कि वे चार दिन तक बॉर्डर पर फंसे रहे। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि काठमांडू तक सब ठीक रहेगा। थोड़ा डर जरूर है, लेकिन यहां भोजन और पानी की सुविधा मिली।”वहीं नेपाल में ईंधन संकट भी गहराता जा रहा है। इस कारण वहां से ट्रक भारत आकर पेट्रोल और डीजल खरीद रहे हैं। एक नेपाली चालक ने कहा, “नेपाल में कोई पेट्रोल पंप खुला नहीं है। सरकार ने हमें भारत भेजा है ताकि हम ईंधन खरीद सकें।”
नेपाल में जारी हिंसक प्रदर्शनों की वजह से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। प्रदर्शन सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और राजनीतिक अस्थिरता व भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुए थे।
इसी दौरान नेपाल की अलग-अलग जेलों से फरार 67 कैदियों को भारत में घुसने की कोशिश करते हुए भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने पकड़ लिया, इनमें एक महिला भी शामिल है। नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, काठमांडू घाटी में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में मरने वालों की संख्या 34 तक पहुंच गई है, जबकि पूरे देश में अब तक 1,368 लोग घायल हुए।-
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